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ए.ना..-ई 0 यूजलेटर164.100.161.213/sites/default/files/hindi_newsletter_1.pdf1...

Date post: 22-Mar-2020
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ए.ना.. ई- यूजलेटर@2017 ए.ना..-ई- जलेटर ष क े े क जानकार क े आदान-दान का मंच agricultural sector एकक त नाशीजीव बंधन एक पारम यवथा है िजसका मुय उदेय उपलध वैकिपक नाशीजीव नयंण के सभी उपाय जैसे- म जीवाणुओं का संवधन, यांक एवं जैवक उपाय का योग करके नाशीजीव को आथक नुकसान पह चाने के तर से नीचे रखना तथा जैव कटनाशक और वनपत से उपन कटनाशक के योग पर वशेष बल देना है। उपादन और क ष क उपादकता को बढ़ाने और उसे नाशीजीव के कोप से बचाने के लए भारत सरकार, क ष एवं कसान कयाण मंालय, क ष, सहकारता एवं कसान कयाण वभाग वारा एकक नाशीजीव बंधन (आई.पी.एम.) को एक महवपूण सधांत और सम ष उपादन एवं वनपत संरण रणनीत के मुख तभ के प म अपनाकर ‘भारत म नाशीजीव बंधन का सुढ़करण और आधुनककरण’ नामक योजना ारभ क गई है। वष 1992 म सभी के य वनपत संरण के, केय नगरानी के और केय जैवक नयंण योगशालाओं को समाहत करके 26 एकक त नाशीजीव बंधन के क थापना क गई थी। उसके बाद दसवीं पंचवषय योजना अवध के दौरान 5 तथा बारहवीं पंचवषय योजना अवध के दौरान 4 और के य एकक त नाशीजीव बंधन के क थापना क गई। आज क तारख म 29 राय और एक संघ राय े म कुल 35 केय एकक त नाशजीव बंधन के काय कर रहे ह। योजना का मुय उदेय नरंतर सवण करके नाशीजीव/रोग/खरपतवार पर नगरानी रखना, जैव कटनाशक का उपादन तथा अधक माा म व ध, आवधन, संरण करना और छोड़ना तथा राय क वभाग के वतार कायकताओं/कटनाशक डीलर/गैर- सरकार संगठन/वयाथय और गतशील कसान के लए एकक त नाशीजीव बंधन पर मानव वकास कायम आयोिजत करना है। काय एकक त नाशीजीव बंधन भाग के अधीनथ के.ए.ना.. के राय क ष वभाग के क ष/बागवानी वतार कायकताओं को शण देते ह। के .ए.ना.. के कसान के लए वशेष प से कसान खेत पाठशालाएं भी आयोिजत करते ह। कसान खेत पाठशालाओं का मुय उदेय कसान को अयाधुनक ए.ना.. ौयोगक के बारे म शत करना है और इस बात पर बल देना है क कटनाशक का ववेकपूण उपयोग कया जाए ताक रासायनक कटनाशक को कम से कम योग करके फसल उगाई जा सके। के.ए.ना.. के के मुख कायकलाप ननानुसार ह:- ष समुदाय म एकक त नाशीजीव बंधन पधत को लोकय बनाना। नाशीजीव/रोग क िथत का आकलन करने के लए नाशीजीव का सवण और नयमत नगरानी करना। खेत म छोड़ने के लए जैव-नयंण कारक का यापक तर पर उपादन और आवधन करना तथा ाक तक प से उपन जैवकारक का संरण करना। रासायनक कटनाशक के वकप के प म जैव- कटनाशक को बढ़ावा देना। ष वतार कायकताओं और कसान के बीच नवीनतम ए.ना.. ौयोगक का चार-सार करने म महवपूण भूमका नभाना। कसान खेत पाठशालाओं के मायम से राय क वभाग के क ष वतार कायकताओं और कसान को शण देकर ए.ना.. म मानव संसाधन का वकास करना। राय क ष वभाग के वतार कायकताओं, कटनाशक डीलर/गैर-सरकार संगठन/वयाथय और गतशील कसान के लए दो और पांच दन क अवध के अपकालक पायम आयोिजत करना। Map showing 35 CIPMCs under IPM division, DPPQ&S, Faridabad
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    ए.ना.�. ई- � यूजलेटर@2017

    ए.ना.�.-ई- � यूजलेटर कृ�ष के �े� क� जानकार� के आदान-�दान का मंच agricultural sector

    एक�कृत नाशीजीव �बंधन एक पा�र�म� � यव� था है

    िजसका मु� य उ�दे� य उपल� ध वैकि� पक नाशीजीव

    �नयं�ण के सभी उपाय� जैस-े �म� जीवाणुओं का

    संवध�न, यां��क एवं जै�वक उपाय� का �योग करके

    नाशीजीव� को आ�थ�क नुकसान पहंुचाने के � तर से नीचे

    रखना तथा जैव क�टनाशक� और वन� प�त से उ� प� न

    क�टनाशक� के �योग पर �वशेष बल देना है। उ� पादन

    और कृ�ष क� उ� पादकता को बढ़ाने और उसे नाशीजीव�

    के �कोप से बचाने के �लए भारत सरकार, कृ�ष एवं

    �कसान क� याण मं�ालय, कृ�ष, सहका�रता एवं �कसान

    क� याण �वभाग �वारा एक�कृत नाशीजीव �बंधन

    (आई.पी.एम.) को एक मह� वपणू� �स�धांत और सम�

    कृ�ष उ� पादन एवं वन� प�त संर�ण रणनी�त के �मखु

    � त� भ के �प म� अपनाकर ‘भारत म� नाशीजीव �बंधन

    का सु�ढ़�करण और आधु�नक�करण’ नामक योजना

    �ार� भ क� गई है। वष� 1992 म� सभी के� ��य वन� प�त

    संर�ण के� ��, के� ��य �नगरानी के� �� और के� ��य

    जै�वक �नयं�ण �योगशालाओं को समा�हत करके 26

    एक�कृत नाशीजीव �बधंन के� �� क� � थापना क� गई

    थी। उसके बाद दसवी ंपंचवष�य योजना अव�ध के दौरान

    5 तथा बारहवीं पंचवष�य योजना अव�ध के दौरान 4 और

    के� ��य एक�कृत नाशीजीव �बंधन के� �� क� � थापना क�

    गई। आज क� तार�ख म� 29 रा� य� और एक संघ रा� य

    �े� म� कुल 35 के� ��य एक�कृत नाशजीव �बंधन के� �

    काय� कर रहे ह�।

    योजना का मु� य उ�दे� य �नरंतर सव��ण करके

    नाशीजीव�/रोग�/खरपतवार पर �नगरानी रखना, जैव

    क�टनाशक� का उ� पादन तथा अ�धक मा�ा म� व�ृ�ध,

    आवध�न, संर�ण करना और छोड़ना तथा रा� य कृ�ष

    �वभाग� के �व� तार काय�कता�ओं/क�टनाशक डीलर�/गैर-

    सरकार� संगठन�/�व�या�थ�य� और �ग�तशील �कसान� के

    �लए एक�कृत नाशीजीव �बंधन पर मानव �वकास

    काय��म आयोिजत करना है।

    काय�

    एक�कृत नाशीजीव �बंधन �भाग के अधीन� थ के.ए.ना.�.

    के� � रा� य कृ�ष �वभाग के कृ�ष/बागवानी �व� तार

    काय�कता�ओं को ��श�ण देते ह�। के.ए.ना.�. के� �

    �कसान� के �लए �वशेष �प से �कसान खेत पाठशालाए ं

    भी आयोिजत करते ह�। �कसान खेत पाठशालाओं का

    मु� य उ�दे� य �कसान� को अ� याधु�नक ए.ना.�.

    �ौ�यो�गक� के बारे म� ��श��त करना है और इस बात

    पर बल देना है �क क�टनाशक� का �ववेकपूण� उपयोग

    �कया जाए ता�क रासाय�नक क�टनाशक� को कम से कम

    �योग करके फसल उगाई जा सके। के.ए.ना.�. के� �� के

    �मुख काय�कलाप �न� नानुसार ह�:-

    कृ�ष समुदाय म� एक�कृत नाशीजीव �बंधन प�ध�त

    को लोक��य बनाना।

    नाशीजीव�/रोग� क� ि� थ�त का आकलन करने के

    �लए नाशीजीव का सव��ण और �नय�मत �नगरानी

    करना।

    खेत� म� छोड़ने के �लए जैव-�नयं�ण कारक� का

    � यापक � तर पर उ� पादन और आवध�न करना तथा

    �ाकृ�तक �प से उ� प� न जैवकारक� का संर�ण

    करना।

    रासाय�नक क�टनाशक� के �वक� प के �प म� जैव-

    क�टनाशक� को बढ़ावा देना।

    कृ�ष �व� तार काय�कता�ओं और �कसान� के बीच

    नवीनतम ए.ना.�. �ौ�यो�गक� का �चार-�सार

    करने म� मह� वपूण� भू�मका �नभाना।

    �कसान खेत पाठशालाओं के मा� यम से रा� य कृ�ष

    �वभाग� के कृ�ष �व� तार काय�कता�ओं और �कसान�

    को ��श�ण देकर ए.ना.�. म� मानव संसाधन का

    �वकास करना।

    रा� य कृ�ष �वभाग� के �व� तार काय�कता�ओं,

    क�टनाशक डीलर�/गैर-सरकार� संगठन�/�व�या�थ�य�

    और �ग�तशील �कसान� के �लए दो और पांच �दन

    क� अव�ध के अ� पका�लक पा�य�म आयोिजत

    करना।

    Map showing 35 CIPMCs under IPM division, DPPQ&S, Faridabad

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    ए.ना.�. ई- � यूजलेटर@2017

    उपलि� धया ं…. 2016-17

    रा� य कृ�ष �वभाग�/रा� य कृ�ष �व� व�व�यालय� के

    �व� तार काय�कता�ओं के �लए म�ु य कृ�ष/बागवानी

    फसल� पर 30 �दन के �लए पूरे मौसम का

    ��श�ण काय��म आयोिजत करना।

    आई.पी.एम. पैकेज

    87 फसल� के �लए आई.पी.एम. पैकेज ऑफ �ेि� टस

    तैयार �कए गए ह�। ये पैकेज वन� प�त संर�ण, संगरोध

    एवं सं�ह �नदेशालय क� वबेसाइट

    http://ppqs.gov.in/ipmpakpra_revised.htm. पर

    उपल� ध ह�।

    �कसान स�ुवधा मोबाइल ऐप

    �कसान सु�वधा ऐप एक ऐसी ऐप है िजसम� बहुत से

    �वषय� को समा�हत �कया गया है और �कसान� को

    संब�ध सूचना शी�तापूव�क उपल� ध कराने के �लए इसे

    �वक�सत �कया गया है। एक बटन ि� लक करने से ह� व े

    उस �दन और अगले 5 �दन के मौसम क� जानकार�,

    डीलर�, बाजार दर�/कृ�ष एडवाइजर�, वन� प�त संर�ण,

    आई.पी.एम. प�ध�तय� आ�द क� जानकार� �ा� त कर

    सकते ह�। सभी संभव उपाय� से �कसान� को स�म बनाने

    के �लए इसम� अ��वतीय �व�श� टताएं जैसे�क खराब

    मौसम क� चेतावनी देना, पास के �े� म� व� तओुं के

    बाजार मू� य और रा� य तथा साथ ह� पूरे भारत म�

    व� तुओं के अ�धकतम मू� य आ�द जोड़ी गई ह�।

    एक अ�त�र� त टैब �कसान� को सीधे �कसान कॉल स�टर

    से जोड़ती है जहां तकनीक� �वशेष� उनके �� न� के

    उ� तर देते ह�। ई-नाशीजीव �नगरानी के मा� यम से वष�

    2016-17 म� कुल 12000 �� न� के उ� तर �दए गए।

    ए.ना.�. �भाग का मु� य उ�दे� य नाशीजीव�/रोग� क�

    �नगरानी, जैव �नयं�ण कारक�/जैव क�टनाशक� का

    उ� पादन करना और उ� ह� खेत� म� छोड़ना, जैव �नयं�ण

    कारक� का संर�ण और कृ�ष/बागवानी �व� तार

    अ�धका�रय� को ��श�ण देकर मानव संसाधन का

    �वकास करना है। इस उ�दे� य क� �ाि� त के �लए

    �कसान� और रा� य सरकार के कृ�ष �व� तार अ�धका�रय�

    को ए.ना.�. तकनीक� के बारे म� जाग�कता पैदा करने के

    �लए के.ए.ना.�. के� �� �वारा �कसान�, रा� य कृ�ष

    अ�धका�रय�, � टेकहो� डस� आ�द के �लए ��श�ण

    काय��म आयोिजत �कए जाते ह�। इसके

    अलावा �कसान� के खेत� म� नाशीजीव सम� या क� ि� थ�त

    का आकलन करने के �लए के.ए.ना.�. के� �� �वारा कम

    अंतराल पर च� कर लगाकर नाशीजीव सव��ण भी �कए

    जाते ह�। त�नुसार के.ए.ना.�. के� � �व�भ� न �े�� म�

    �व�भ� न ��श�ण काय��म� क� योजना बनात े ह�। वष�

    2016-17 के दौरान पूरे भारत म� 942.62 हजार हे� टेयर

    �े� का सव��ण �कया गया था और 715 �कसान खेत

    पाठशालाए ंआयोिजत क� गई थीं िजसम� 21480 �कसान�

    को ए.ना.�. तकनीक का ��श�ण �दया गया। दो �दन के

    116 और पांच �दन के 18 ��श�ण काय��म

    �कसान सु�वधा मोबाइल ऐप

    http://ppqs.gov.in/ipmpakpra_revised.htm

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    ए.ना.�. ई- � यूजलेटर@2017

    आयोिजत �कए गए िजसम� �मश: 4640 और 720 कृ�ष

    �व� तार काय�कता�ओं और �कसान� को ��श�ण �दया

    गया। के.ए.ना.�. के� �� �वारा चार रा� य � तर के

    ��श�ण काय��म आयोिजत �कए गए उदाहरणतया

    सोयाबीन पर के.ए.ना.�. के� �, इ� दौर �वारा, चने पर

    के.ए.ना.�. के� �, रायपुर �वारा, चावल पर के.ए.ना.�.

    के� �, �शलांग �वारा और कपास पर के.ए.ना.�. के� �,

    बड़ौदा �वारा ये काय��म आयोिजत �कए गए िजसम�

    160 कृ�ष �व� तार अ�धका�रय� को मा� टर ��श�क के

    �लए ��श�ण �दया गया।इस अव�ध के दौरान 214.8

    �म�लयन जैवकारक� का उ� पादन �कया गया और उ� ह�

    �कसान� के खेत� म� छोड़ा गया।

    इसके अलावा वन� प�त संर�ण, संगरोध एवं सं�ह

    �नदेशालय ने �व�भ� न एज��सय� �वारा �व�भ� न कृ�ष

    प�ध�तय�/तकनीक� पर �कसान� को जाग�क करन े के

    �लए आयोिजत �कसान मेल�/�दश��नय� म� भाग �लया।

    वन� प�त संर�ण, संगरोध एव ं सं�ह �नदेशालय ने

    भारतीय कृ�ष अनुसंधान प�रषद, नई �द� ल� �वारा

    आयोिजत �कसान मेल े म�, द�नदयाल उपा� याय धाम

    फरहा, मथुरा (उ.�.) �वारा आयोिजत �दश�नी-सह

    से�मनार (संगम) म�, अ� तरा�� ��य भारतीय � यापार मेला,

    नई �द� ल� म� और कृ�ष उ� न�त मेला, पूसा, नई �द� ल�

    म�, बड़ौदा (गुजरात) म� कृ�ष मेला और कृ�ष से�मनार

    तथा च� पारण (�बहार)म� रा� ��य कृ�ष मेले म� भाग

    �लया।

    जार� क� गई एडवाइजर�

    वष� 2016-17 म� �व�भ� न फसल� म� �व�भ� न

    नाशीजीव�/रोग� के �बंधन के �लए रा� य कृ�ष

    �वभाग�/रा� य कृ�ष �व� व�व�यालय�/भारतीय कृ�ष

    अनुसंधान प�रषद/के.ए.ना.�. के� �� के �लए कुल 93

    एडवाइजर�ज जार� क� गई िजनम� �व�भ� न

    नाशीजीव�/रोग� जैसे�क � हाइट �लाई, � पाइर�लगं � हाइट

    �लाई, आम�वाम�, �पकं वॉलवाम�, साउथ अमे�रकन

    �पनवाम�, हेयर� केटर�पलर, टोबकेो केटर�पलर, शुगरकेन

    टॉप बोरर, �ाउन � लांट हॉपर, �ूट और शूट बोरर, ए�फड,

    ल�फ माइनर, वाइट �ब, सेमीलपूर � लाइि� बंग कटवाम�,

    बे� ट��रयल ल�फ बाइट, ल�फ कल� वायरस, येलो र� ट,

    वाइट र� ट, �ाउन ल�फ � पॅाट, बडने�ो�सस वायरल रोग,

    ��जंल ल�फ कल� वायरस, ए�रयोफाइड माइट, �ट नॉट

    नेमाटोड, िजयांट अ��कन � नेल आ�द पर एडवाइजर�

    जार� क� ग�।

    �वशेष सव��ण

    वन� प�त संर�ण, संगरोध एव ंसं�ह �नदेशालय ने रा� य

    कृ�ष �वभाग� के साथ �मलकर �न� न�ल�खत नाशीजीव�/

    रोग� के �बंधन के �लए �वशेष सव��ण �कए :

    1. पंजाब रा� य के कपास उगाने वाले �े�� म�

    � हाइट�लाई (बे�म�सया टबासी), सूट� मो� ड, एव ं

    ल�फ कल� वायरस

    2. त�मलनाडु और केरल रा� य� म� ना�रयल के पेड़�

    पर नया नाशीजीव, �गोस � पाइरे�लगं � हाइट

    �लाई (RSW), ए�लयुरो�डकस �िजओपकु� लेटस

    मा�ट�न

    3. असम रा� य के चावल उगाने वाले �े�� म� राइस

    � वा�म�ग केटर�पलर (� पोडो� टेरा मोर��सया)

    4. महारा� � रा� य के टमाटर उगाने वाले �े�� म�

    साउथ अमे�रकन �पनवॉम� (टूटा एबसोलूटा)

    5. गुजरात, महारा� �, आ� � �देश, तेलंगाना और कना�टक रा� य� म� कपास क� फसल पर �पकं

    बॉलवाम� (PBW)

    6. �बहार रा� य के केला उगाने वाले �े�� म� पनामा �व� ट।

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    ए.ना.�. ई- � यूजलेटर@2017

    �वशेष �� तुतीकरण

    के.ए.ना.�. के� �, फर�दाबाद – एक नजर म�

    सौज� य से : के.ए.ना.�. के� �, फर�दाबाद

    के.ए.ना.�. के� �, फर�दाबाद, कृ�ष एवं �कसान क� याण

    मं�ालय के अधीन वन� प�त संर�ण, संगरोध एवं सं�ह

    �नदेशालय, एन.एच.-4, फर�दाबाद का एक अधीन� थ

    काया�लय है। इसक� � थापना जून, 1991 म� के� ��य

    वन� प�त संर�ण के� �, नई �द� ल� (CPPS), के� ��य

    जै�वक �नयं�ण के� �, फर�दाबाद (CBCS) और के� ��य

    �नगरानी के� �, करनाल (CSS) को �मलाकर क� गई थी।

    इस के� � पर 27 ��श��त तकनीक�/�शास�नक कम�चार�

    काय�रत ह� िजनक� वजह से ल� य �ा� त कर पाना संभव

    हो पाया है।

    के.ए.ना.�. के� � का मु� य उ�दे� य �नय�मत नाशीजीव

    �नगरानी सव��ण करके और �कसान खेत ��श�ण-सह-

    ए.ना.�. �दश�न काय��म आयोिजत करके �कसान� और

    रा� य कृ�ष काय�कता�ओं के �लए फसल संर�ण क�

    आई.पी.एम. तकनीक को लोक��य बनाना है। �कसान�

    को रसाय�नक क�टनाशक� के द�ु �भाव� और �कसान� के

    �म� के �प म� जैव-कारक� क� उपयो�गता के बारे म�

    जाग�क �कया जाता है। �कसान� के खेत� म� पहले स े

    मौजूद �ाकृ�तक श�ओुं के संर�ण और आवध�न पर

    �वशेष बल �दया जाता है। म�ु य फसल� पर क�ट�,

    नाशीजीव� और रोग� क� ि� थ�त पर �नगरानी रखी जाती

    है और रा� य कृ�ष �वभाग, ह�रयाणा और वन� प�त

    संर�ण, संगरोध एवं सं�ह �नदेशालय, फर�दाबाद को

    आगे क� आव� यक कार�वाई हेतु आव� यक सूचना द�

    जाती है।

    जैव-कारक� क� अ� य�धक मा�ा म� बढ़ोतर�:

    जैव-कारक� का उ� पादन और इनम� व�ृ�ध करना और

    नाशीजीव रोग� पर �नयं�ण के �लए उ� ह� �कसान� म�

    खेत� म� छोउ़ना ए.ना.�. ��याकलाप� का एक म�ु य

    घटक है। जैव कारक� के �योग से �े� म� �व�भ� न

    फसल� को नाशीजीव� से होने वाले नुकसान से बचाने के

    �लए सभी �यास �कए जाते ह�। बहुत अ�धक मा�ा म�

    जैव �नयं�ण कारक जैसे�क �ाइको�ामा �चलो�नस,

    �ाइको�ामा जैपो�नकम, �ाइसोपला� का�न�या, �ाइकोडमा�

    �वरेड,े बोवे�रया बे�सयाना, केलोनस � लेकबन�, जाइगो�ामा

    �बकोलोराटा, �नओचे�टना �जा�त, एच.-एनपीवी, एस.-

    एनपीवी का �योगशाला म� संवध�न �कया जाता है और

    उनका और ल��त मेजबान के �लए फसल� के खेत� म�

    छोड़कर अ�धक आवध�न �कया जाता है।

    �मुख काय�कलाप

    नाशीजीव चौकसी एवं �नगरानी:

    गेहँ, बाजरा, दाल�, धान, ग� ना, कपास, चारा, सरस�,

    � वार, चना, क�द,ू फूल गोभी, बंदगोभी, टमाटर, ब�गन,

    �मच�, �भडंी, आल ूआ�द पर � व�रत दौरा करके सव��ण

    �कए जाते ह� । फसल को होने वाल� ��त को � यूनतम

    करने क� �ि� ट से �कसान� और संबं�धत रा� य कृ�ष

    �ा�धका�रय� को नाशीजीव/रोग �बंधन और एक�कृत

    नाशीजीव �बंधन उपाय� के बारे म� समय से ह� परामश�

    �दया जाता है। ग� ने पर सफेद क�ड़ा; सरस� पर ए�फड,

    धान पर �ास हॉपर, �ाउन � लांट हॉपर और � हाइट बै� ड

    � लांट हॉपर, गेहँू पर येलो र� ट, धान और गेहँू पर � टेम

    बोरर, कपास पर � हाइट �लाई और मील� बग आ�द के

    बारे म� समय-समय पर पूव�चेतावनी जार� क� जाती है।

    संबं�धत रा� य कृ�ष/बागवानी �वभाग� को समय पर

    NPV के �लए मेजबान

    � पोडो� टेरा �लटूरा

    आवध�न

    Preparing Trichoderma culture

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    ए.ना.�. ई- � यूजलेटर@2017

    वष� खर�फ पर

    �क.खे.पा. क�

    सं� या

    रबी पर

    �क.खे.पा.

    क� सं� या

    कुल �क.

    �क.खे.पा.

    क� सं� या

    ��श��त

    �कए गए

    �कसान�

    क� सं� या

    2012-13 20 17 37 1110

    2013-14 16 16 32 900

    2014-15 16 16 32 960

    2015-16 16 10 26 780

    ता�लका 2: �पछले पांच वष� के दौरान के.ए.ना.�. के� �,

    फर�दाबाद �वारा आयोिजत �कए गए दो �दवसीय

    और पांच �दवसीय मानव संसाधन �वकास

    अ�भ�व� यास काय��म

    पूव�चेतावनी से उ� ह� नाशीजीव� पर �नयं�ण करने म�

    आसानी हो जाती है और सह� समय पर

    आव� यकतानसुार नाशीजीव �बंधन उपाय करके फसल�

    को ��त से रोका जा सकता है।

    �कसान� और रा� य �व� तार काय�कता�ओं के बीच

    ए.ना.�. �ौ�यो�गक� को लोक��य बनाना

    क. �कसान खेत पाठशालाएं आयोिजत करना:

    एक�कृत नाशीजीव �बंधन �ौ�यो�गक� को �कसान� और

    रा� य कृ�ष �व� तार काय�कता�ओं के बीच �च�लत करने

    के �लए ह�रयाणा रा� य के �व�भ� न िजल� म� ए.ना.�.

    �दश�न-सह-��श�ण काय��म आयोिजत �कए जाते ह�।

    �कसान खेत पाठशालाएं आयोिजत करने का मूल उ�दे� य

    �कसान� को उनके खेत� म� फसल उगाने के संबंध म�

    � वयं �नण�य लेने और उनके खेत� के �लए उपयु� त

    ए.ना.�. �ैि� टस अपनाने के �लए स�म बनाना है।

    ता�लका 1: �पछले पांच वष� के दौरान के.ए.ना.�. के� �,

    फर�दाबाद �वारा आयोिजत क� गई �कसान खेत

    पाठशाला

    ख. ए.ना.�. म� मानव संसाधन �वकास ��श�ण

    ए.ना.�. �ौ�यो�गक� क� वैधता को बढ़ावा देने और

    �कसान� म� वन� प�त संर�ण के सभी उपाय� को

    ��याि� वत करने के �लए ए.ना.�.के�� फर�दाबाद �वारा

    रा� य कृ�ष काय�कता�ओं के सहयोग से दो �दन और पांच

    �दन के अ� प अव�ध वाले मानव संसाधन �वकास

    काय��म आयोिजत �कए गए ता�क ए.ना.�. �ौ�यो�गक�

    �वारा कम �नवेश लागत से अ� छ� फसल उ� पादन के

    बारे म� �कसान� को अवगत कराया जा सके।

    वष� 2 �दवसीय

    एच.आर.डी.

    काय��म क�

    सं� या

    ��श��त

    �कसान� क�

    सं� या

    5 �दवसीय

    एच.आर.डी.

    काय��म क�

    सं� या

    ��श��त

    �कसान�

    क� सं� या

    2012-13 8 320 2 80

    2013-14 5 200 2 80

    2014-15 3 120 1 40

    2015-16 4 202 2 87

    2016-17 4 263 2 131

    के.ए.ना.�. के� �, फर�दाबाद �वारा आयोिजत दो

    �दवसीय और पांच �दवसीय मानव संसाधन �वकास

    अ�भ�व� यास काय��म

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    ए.ना.�. ई- � यूजलेटर@2017

    �दश�नी, स� मेलन, से�मनार म� भागीदार�

    वष� 2016-17 के दौरान के.ए.ना.�. के� �, फर�दाबाद ने

    ए.ना.�. �ौ�यो�गक� को बढ़ावा देने के �लए द�नदयाल

    उपा� याय धाम, फराह, मथुरा (उ.�.), भारतीय

    अ� तरा�� ��य � यापार मेला, नई �द� ल� और कृ�ष उ� न�त

    मेला, पूसा, नई �द� ल� मं �दश�नी-सह-से�मनार (संगम)

    म� भाग �लया।

    अ�भयान/जाग�कता काय��म

    क�टनाशक� के �योग के �व��ध

    नकल� क�टनाशक� के �व�नमा�ण और �ब�� को रोकने के

    �लए कृ�ष, सहका�रता एवं �कसान क� याण

    �वभाग/व.सं.,सं. एव ं सं�ह �नदेशालय �वारा अधोमानक

    और नकल� क�टनाशक� के �व��ध एक अ�भयान चलाया

    गया। के� ��य ए.ना.�. के� �, फर�दाबाद ने भी इस

    अ�भयान म� भाग �लया।

    बीज उपचार अ�भयान

    100% बीज उपचार सु�नि� चत करने के �लए भारत

    सरकार �वारा पूरे देश म� बीज उपचार अ�भयान चलाया

    गया है। इसके तहत के.ए.ना.�. के� �, फर�दाबाद अपने

    सभी ��श�ण काय��म� (�कसान खेत पाठशाला और

    मानव संसाधन �वकास काय��म) म� �कसान� और रा� य

    कृ�ष �वभाग� के �व� तार अ�धका�रय� को बीज उपचार

    प�ध�त का �दश�न करता है। इसके अलावा के.ए.ना.�.

    के� �, फर�दाबाद को ह�रयाणा के �कसान�/कृ�ष

    � टेकहो� डस� के �लए जानकार� के आदान �दान के

    � लेटफाम� के �प म� बनाया गया है जहां �न� न�ल�खत

    सा�ह� य �हदं� म� उपल� ध ह� :

    1. धान, कपास, सरस� और ग� ने पर ए.ना.�.

    पुि� तका

    2. गेहंू पर येलो र� ट, ए.ना.�., क�टनाशक� का

    सुर��त उपयोग, नीम क� मह� व और बीज उपचार

    पर पे� फले�स

    3. ए.ना.�. के �व�भ� न पहलुओं, क�टनाशक� का

    सुर��त उपयोग और �कसान �म�� के �लए पो� टर,

    चाट� और बैनस�

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    ए.ना.�. ई- � यूजलेटर@2017

    जैवकारक-�ाइकोडमा� के अ�धक मा�ा म� उ� पादन क� तकनीक: �म�ट� ज�नत रोग� के �बंधन

    के �लए यह एक जैव-�नयं�ण कारक है

    हमारा �ह गम� होता जा रहा है और मनु� य �वारा �कए जा रहे काय� इसका मु� य कारण ह�। खेत� म� क�टनाशक� के �योग को

    � यूनतम करने के �लए जैव-क�टनाशक भी एक समाधान है। व ेबायो-�ड�ेडेबल होते ह� अत: पा�र�म� ह� एवं उनका उ� पादन

    करना स� ता है। �योगशाला और फाम� लेवल पर अ�धक मा�ा म� �ाइकोडमा� के उ� पादन (म� का/अ� य अनाज पर आधा�रत)

    क� संक� पना के �योग से �योगशाला/�व� तार काय�कता�ओं के �लए �कसान� �वारा जै�वक खेती के �लए उनक� �मता बढ़ाना

    संभव हो पाएगा। इस प�ध�त से व े �व�भ� न �कार क� फंगी का भी बहुत कम लागत से उ� पादन कर सकत ेह� (न केवल

    �ाइकोडमा� अ�पतु ए� टोमो पेथोज�नक फंगी जैसे�क मै��िजयम, बोवे�रया, बट��स�लयम) । जीनस क� अ� य �जा�तय� के साथ-

    साथ �ाइकोडमा� �जा�त एक सव�� यापी मतृोपजीवी फंगस है। फसल के पौध� के आस-पास इसके �योग से पौध� को ल� बे समय

    तक रोग� स ेसुर�ा �मलती है और ��तरोधक �मता बढ़ने के साथ-साथ पौध� के �वकास म� भी व�ृ�ध होती है।

    उ� पादन करने क� तकनीक

    100 �ाम म� के के टुकड़/ेचारा अनाज ल� और अ� छ� तरह से आसतु पानी (�डि� ट� ड वाटर) से धोएं और 15 �मनट

    के �लए हॉट एयर �ायर कर�

    अनाज को �ायर से ऑटो� लेवेबल पोल�बै� /कॉनीकल �ला� क म� डाल द�

    उसम� 100 �मल�ल�टर �डि� टलड वॉटर, एक �ाम डी-� लकूोज/गुड़ और 0.5 �ाम खमीर �मला द�

    सार� चीज� को अ� छ� तरह से �हलाकर �म� स कर द� और काटन � लग से उसका मंुह बंद कर धागे से बांध द�।

    पोल�बैग/कॉनीकल �ला� क को 15-20 �मनट के �लए 15 पीएसआई पर ऑटो� लेव कर�

    ऑटो� लेव के बाद पोल�बैग/कॉनीकल �ला� क हटा द� और �म�ण को ठंडा होने द�।

    उसम� 0.01 �ाम � �े� टोमाइ�सन �म�ण डालकर अ� छ� तरह �हलाए ं

    �ाइकोडमा� क� चर का संचारण कर� (संबं�धत के.ए.ना.�. के� �� पर उपल� ध)

    माइसे�लया क� पूर� �ोथ के बाद साम�ी को एक � लाि� टक �े म� डालकर फैलाएं और पतले मलमल के काले कपड़े स ेढक द�

    और 5-6 �दन तक छाया म� सूखने द�।

    पूर� तरह से सखूने के बाद �ाइकोडमा� साम�ी को पीस ल�। उसे फामु�लेशन के �प म� �योग करने के �लए टैलकम पाउडर और

    काब�� सी �मथाइल से� यलूोस के साथ �म� स कर�।

    �ाइकोडमा� �जा�त के क� चर का �म�ट� और बीज उपचार के �लए �योग �कया जा सकता है। ले�कन इसे ठंड-ेसूखे और पया�� त

    हवादार � थान पर कमरे के तापमान (24-25 �ड�ी स�ट��ेड) पर रखना चा�हए। इसक� मा�ा �योग करते समय

    आव� यकतानसुार अलग-अलग हो सकती है।

    मा�ा (Doses)

    मदृा उपचार: 100 �कलो�ाम (=1कु� तल) गाय के सूखे गोबर/अ� छ� तरह से क� पो� ट क� हुई खाद (FYM) म� 1-2

    �कलो�ाम �ाइकोडमा� (म� के पर आधा�रत) �मला ल� और 10-15 �दन के �लए पोल�थीन कवर या जूट के बैग कवर के नीच े

    रख�। �� येक 3 �दन के बाद �म�ण को अ� छे से उलट-पलट द� ता�क FYM म� �ाइकोडमा� बराबर मा�ा म� बहे।शाम के समय

    या सुबह-सुबह बीज उगाने से पहले एक एकड़ �े�म� FYM उड़ेल द�।

    नस�र� बैड उपचार: नस�र� बैड को 1 ल�टर पानी म� 5-10 �ाम �ाइकोडमा� पाउडर (म� के पर आधा�रत) डालकर एक वग�मीटर

    �े� म� शाम के समय या सुबह सुबह अ� छ� तरह से �भगो द�।

    बीज उपचार: पया�� त मा�ा म� पानी म� 5-10 �ाम �ाइकोडमा� (म� के पर आधा�रत) पाउडर को �मला द� ता�क उसम� एक

    �कलो�ाम बीज �मलाया जा सके। उनको छाया म� सुखाएं और छाया म� सखूे हुए उपचा�रत बीज� को शाम के समय या सुबह-

    सुबह बो द�।

    कतरन और पौध DIP: 15-20 ल�टर पानी म� 200-400 �ाम �ाइकोडमा� पाउडर (म� के पर आधा�रत) �मला द� और रोपण से

    पहले 10 �मनट के �लए उसम� क�टंग/राइजोम/�यूबर/पौध क� जड़� �भगो द�।

    �व� ततृ जानकार� के �लए हमार� वेबसाइट http://ppqs.gov.in/ के IPM के � ट�डड� आपरे�टगं �ोसीजर को

    डाउनलोड कर�।

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    ए.ना.�. ई- � यूजलेटर@2017

    �ाइकोडमा� �जा�त म� व�ृ�ध करने के �लए जेगर� बे� ड मी�डया (JBM) को तैयार करना और अनुव�र बनाना

    जेगर� बे� ड मी�डया (JBM) म� �ाइकोडमा� �जा�त का संचारण पटैटो डै� सटोज अगर (PDA) और JBM पर

    �ाइकोडमा� �जा�त को उगाना

    (PDA) और JBM पर �ाइकोडमा� �जा�त को उगाना पूर� तरह से उगे हुए �ाइकोडमा� को टेलकम पाउडर

    और काब�� सी �मथाइल से� यूलोस म� �मलाना

    �ाइकोडमा� पर आधा�रत साम�ी को छाया म� सुखाना और पैक करना

    �ाइकोडमा� �जा�त क� उ� पादन तकनीक

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    ए.ना.�. ई- � यूजलेटर@2017

    संपादक मंडल

    मु� य संपादक – डॉ. बी.एस. फोगाट, वन� प�त संर�ण सलाहकार

    संपादक:

    डॉ. डी.सी. रजक, संयु� त �नदेशक (क�.�व.)

    डॉ. संजय आय�, उप�नदेशक (व.रो.�व.)

    �ीमान के.ड� � यू. देशकर, उप�नदेशक (क�.�व.)

    �ीमान ए.के. रे�डी, उप�नदेशक (ख.�व.)

    डॉ. नीलम चौधर�, सहायक �नदेशक (क�.�व.)

    डॉ. सुरेश कुमार यादव, सहायक �नदेशक (क�.�व.)

    �ीमती सुभ�ा कुमार�, वन� प�त संर�ण अ�धकार� (क�.�व.)

    सहायक:

    �ी राजे� � कुमार, वै�ा�नक सहायक

    �ीमती � वेता शु� ला, तकनीक� सहायक

    �ीमती पूनम देवी, तकनीक� सहायक

    कॉपीराइट@2017

    भारत सरकार, कृ�ष एव ं�कसान क� याण मं�ालय, कृ�ष, सहका�रता एव ं�कसान क� याण �वभाग, वन� प�त संर�ण, संगरोध एव ंसं�ह �नदेशालय,

    फर�दाबाद, वेबसाइट: http://ppqs.gov.in

    भावी काय��म

    देश भर म� सभी के.ए.ना.�. के� �� म� �कसान�/�नजी उ�यमकता�ओ/ंक�टनाशक डीलर�/रा� य कृ�ष �वभाग� के �व� तार

    अ�धका�रय� के �लए �व�भ� न ��श�ण काय��म चलाए जाने का �� ताव है।

    खर�फ के मौसम म� 360 �कसान खेत पाठशालाए,ं 60 दो �दवसीय और 10 पांच �दवसीय मानव संसाधन �वकास

    अ�भ�व� यास काय��म और 2 पूरे फसल मौसम (30 �दन के) के ��श�ण काय��म आयोिजत �कए जाएंगे।

    http://ppqs.gov.in/

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    ए.ना.�. ई- � यूजलेटर@2017


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