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भारत सरकार जल संसाधन मंत्रालय...

Date post: 21-Jun-2020
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भारत सरकार GOVERNMENT OF INDIA जल संसाधन मंालय Ministry of Water Resources वाषिक ररपोि ANNUAL REPORT 2010-2011 केरीय म दा एवं सामी अनुसंधानशाला CENTRAL SOIL & MATERIALS RESEARCH STATION नई ददली-110016 New Delhi- 110016
Transcript
  • भारत सरकार GOVERNMENT OF INDIA

    जल ससंाधन मतं्रालय Ministry of Water Resources

    वार्षिक ररपोर्ि ANNUAL REPORT

    2010-2011

    केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला CENTRAL SOIL & MATERIALS RESEARCH STATION

    नई ददल्ली-110016 New Delhi- 110016

  • सम्पादक श्री हसन अब् दलु्ला, वजै्ञाननक 'ई' सहायक मडंल जी.डी. शमाि, वजै्ञाननक 'बी' अरुप बदं्योपादधय , वजै्ञाननक 'बी' पारस नाथ यादव, वयैक्ततक सहायक अनवुाद मडंल मीना राजपाल, सहायक ननदेशक (राजभाषा) अननल कुमार लखानी, वररष् ठ अनवुादक राम लललत, वयैक्ततक सहायक अधिक जानकारी के ललए कृपया सपंकक करें : श्री मरुारी रत् नम, ननदेशक, केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला जल ससंाधन मतं्रालय ऊलौफ पाल्म ेमार्ि, हौज खास नई ददल्ली- 110016 दरूभाष +91-11-26563140-43 (ईपीएबीएतस), र्वस्तार : 200,+91-11-2696-7985,+91-11-26961894 फैतस: +91-11-26853108 ई मेल: [email protected] वेबसाईर्: www.csmrs.gov.in Editor

    Hasan Abdullah, Scientist E

    Assisting Team

    G. D. Sharma, Scientist B

    Arup Bandyopadhyay, Scientist B

    Paras Nath Yadav, P.S.

    Translation Team

    Meena Rajpal, Assistant Director (Rajbhasha)

    Azad Kumar, Hindi Translator

    Ram Lalit, P.A.

    For further details, please contact:

    Murari Ratnam,

    Director,

    Central Soil and Materials Research Station,

    Ministry of Water Resources,

    Olof Palme Marg, HauzKhas,

    New Delhi-110016

    mailto:[email protected]

  • Phone +91-11-26563140-43 (EPABX), Ext. 200, +91-11-2696-7985, +91-11-26961894

    Fax: +91-11-26853108

    E- Mail: [email protected] website: www.csmrs.gov.in

    http://www.csmrs.gov.in/

  • र्वषय सचूी पषृ्ठ सखं्या ननदेशक की कलम से कायि ननष्पादन सबंधंी साराशं उद्देश्य तथा कायि नार्ररक चार्िर 1.0 परामशी कायि 2.0 शोध पत्र और अन्द् य ्रककाशन 3.0 र्वस् ततृ पररयाजना ररपोर्ें

    4.0 भारतीय मानक ब्यरूो से सबंधंधत र्नतर्वधधया ं 5.0 आयोक्जत ककए र्ए ्रकलशक्षण कायिक्रम/सम्मेलन

    6.0 सरं्ोक्ष्ठयां/कायिशालाएं/सम्मलेन/्रकलशक्षण क्जनमें के.म.ृसा.अन.ुशाला के अधधकाररयों ने भार् ललया

    7.0 भारतीय राष्रीय भतूकनीकी अलभयांत्रत्रकी एव ंननमािण सामग्री सलमनत 8.0 के.म.ृसा.अन.ुशाला –एन.जी.आई. ससं्थार्त सहयोर् कायिक्रम

    9.0 पसु्तकालय एव ं्रकलेखन केन्द्र

    10.0 राजभाषा 11.0 शासी पररषद और स् थायी तकनीकी सलाहकार सलमनत (स् रै्क)

    अनलुग्नक-I: शासी पररषद का र्ठन अनलुग्नक-II: स्थायी तकनीकी सलाहकार सलमनत का र्ठन अनलुग्नक-III: "र्वकलांर् व्यक्तत अधधननयम 1995' का कायािन्द्वयन अनलुग्नक-IV : "र्वकलांर् व्यक्तत अधधननयम 1995' के सदंभि में स् र्ाफ क्स्थनत अनलुग्नक-V: स्र्ाफ क्स्थनत अनलुग्नक-VI : सतकि ता सबंधंी र्नतर्वधधया ं अनलुग्नक-VII: 11 वी ंपचंवषीय योजना हेत ुअनमुोददत पररव्यय

  • Contents

    Page No.

    From Director’s Desk

    Executive Summary

    Objectives and Functions

    Citizens’ Charter

    1.0 Consultancy Projects

    2.0 Publications

    3.0 Detailed Project Reports

    4.0 Bureau of Indian Standard Activities

    5.0 Training Programmes Organised

    6.0 Seminars / Workshops/ Conferences/Trainings Attended

    7.0 Indian National Committee on Geotechnical Engineering and

    Construction Materials

    8.0 CSMRS-NGI Institutional Cooperation Programme

    9.0 Library and Documentation Centre

    10.0 Rajbhasha

    11.0 Governing Council and StandingTechnical Advisory Committee (STAC)

    Annexure – I Composition of Governing Council

    Annexure – II Composition of Standing Technical Advisory Committee

    Annexure – III Implementation of ‘Persons with Disabilities Act, 1995’

    Annexure – IV Staff Position w.r.t. ‘Persons with Disabilities Act, 1995’

    Annexure – V Staff Strength

    Annexure – VI Vigilance Activities

    Annexure – VII Approved Layout for XI Five Year Plan

  • ननदेशक की कलम से

    केन्द्रीय मदृा एव ं सामग्री अनसुधंानशाला के कायिकलापों पर ्रककाश डालने वाली वषि 2010-2011 की वार्षिक ररपोर्ि को ्रकस्ततु करत े हुए मझुे बड़ा हषि है । यह अनसुधंानशाला महत्वपणूि कायिक्षेत्रों अथाित परामशी सेवाए,ं अनसुधंान एव ंर्वकास में र्वशषे रूप से ्रकयासरत रही है ।

    अद्यतन उपकरण सरु्वधाओं के ्रकयोर् द्वारा र्वद्यमान सरंचनाओ ंके सरुक्षा मलू्यांकन के साथ-साथ नदी घार्ी पररयोजनाओं हेत ु ननमािण सामधग्रयों के अन्द्वेषणों के र्वशषे सदंभि में वषि 2010-2011 के दौरान, इस अनसुधंानशाला के मखु्य कायिकलापों को ्रकस्ततु ककया र्या है। इस अनसुधंानशाला ने अपनी र्वशषेज्ञता पड़ोसी देशों अथाित अफर्ाननस् तान, भरू्ान और नेपाल में ्रकदान की है ।

    वषि 2010-2011 के दौरान, लर्भर् 26 पररयोजनाओ ं का अन्द्वेषण ककया र्या। र्वलभन्द्न राष्रीय/अन्द्तरािष्रीय स्तर की सरं्ोक्ष्ठयों /सम्मेलनों एव ंकायिशालाओं/्रकलशक्षण पाठयक्रमों में भार् लेने के दौरान केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला के कालमिकों द्वारा अनेक तकनीकी पेपर ्रकस्ततु ककए र्ए और व्याख्यान ददए र्ए। केन्द्रीय मदृा एव ं सामग्री अनसुधंानशाला द्वारा भतूकनीकी अलभयातं्रत्रकी और लसर्वल अलभयातं्रत्रकी सरंचनाओं के ननमािण में ्रकयतुत सामधग्रयों के क्षते्र में र्वलभन्द्न राज्यों एव ंसाविजननक क्षते्र के उपक्रमों के ्रकलशक्षणरत अलभयतंाओ,ं भारतीय ्रकौद्योधर्की ससं्थानों/र्वश्वर्वद्यालयों के इंजीननयरररं् के र्वद्याधथियों के ललए ्रकलशक्षण पाठयक्रमों का आयोजन ककया र्या।

    केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला ने अनेक ्रकदशिननयों में भार् ललया जहां चार्ों एव ंछायाधचत्रों आदद के द्वारा के0म0ृसा0अन0ुशाला के तकनीकी कायिकलापों का ्रकदशिन ककया र्या।

    केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला के ददन-्रकनतददन के कायों में दहन्द्दी भाषा के ्रकयोर् को बढ़ावा ददया र्या। राजभाषा दहन्द्दी के ्रकयोर् को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दहन्द्दी पखवाड़ ेका आयोजन ककया र्या। इस पखवाड़ ेके दौरान र्वलभन्द्न दहन्द्दी ्रकनतयोधर्ताओं एव ंएक दहन्द्दी कायिशाला का भी आयोजन ककया र्या।

    यह वार्षिक ररपोर्ि केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला के कायिकलापों की एक झलक ्रकस्ततु करती है। आर्ामी अकंों को और अधधक सफल बनाने के ललए आपके सझुावों की उत्सकुता से ्रकतीक्षा रहेर्ी।

    (मरुारी रत् नम) ननदेशक

  • कायक ननष्पादन सबंिंी साराशं

    केन्द्रीय मदृा एव ं सामग्री अनसुधंानशाला (सीएसएमआरएस), नई ददल्ली भतूकनीकी अलभयांत्रत्रकी एव ंलसर्वल अलभयातं्रत्रकी सामधग्रयों र्वशषे तौर पर नदी घार्ी पररयोजनाओं के ननमािण तथा र्वद्यमान बांधों की सरुक्षा मलू्यांकन, के क्षते्र में फील्ड अन्द्वेषण, ्रकयोर्शाला अन्द्वेषण, आधारभतू एव ं्रकायोधर्क अनसुधंान करने वाला देश का सवोच्च सरं्ठन है। यह अनसुधंानशाला मखु्यत :भारत सरकार, राज्य सरकारों के र्वलभन्द्न र्वभार्ों और भारत सरकार के उपक्रमों/उद्यमों के एक सलाहकार एव ंपरामशिदाता के रूप में कायि करती है। अनसुधंानशाला र्पछल ेतीन दशकों से अपनी सरु्वधाओ ंका ननरन्द्तर उन्द्नयन कर रही है तथा अपने कमिचाररयों को ्रकलशक्षण दे रही है। इसने भतूकनीकी अलभयातं्रत्रकी एव ंननमािण सामग्री अलभलक्षण के क्षेत्र में देश में र्वलक्षण क्षमता अक्जित की है। इस अनसुधंानशाला के मखु्य कायिकलाप ननम्नललखखत है :-

    - मदृा र्नतकी, भतूांतकी, मदृा रसायन एव ंरॉककफल ्रकौद्योधर्की सदहत मदृा यातं्रत्रकी एव ंसबंध्द क्षेत्र; और नींव अलभयांत्रत्रकी

    - ननमािण सामग्री सवेक्षण, क्षनत रदहत परीक्षण एव ंकंक्रीर् लमधश्रत डडज़ाइन सदहत कंक्रीर् ्रकौद्योधर्की। - ्रकयोर्शाला परीक्षण, फील्ड परीक्षण, मापयतं्रण, अलभयांत्रत्रकी भ-ूभौनतकी, अध-स्तलीय अलभलक्षण हेत ु

    ड्रीललरं् ्रकौद्योधर्की सदहत लशलायांत्रत्रकी। - कंक्रीर् रसायन, इलतैरॉननतस और सचूना ्रकौद्योधर्की ।

    यह अनसुधंानशाला र्वद्यमान जलीय सरंचनाओं के सरुक्षा मलू्यांकन के साथ-साथ र्वलभन्द्न नदी घार्ी पररयोजाओं के ननमािण एव ंर्णुवत्ता ननयतं्रण में अपना सहयोर् ्रकदान करती रही है । देश में फैली हुई समस्त मखु्य नदी घार्ी पररयोजनाओं को अपना सहयोर् देने के साथ-साथ केन्द्रीय मदृा एव ं सामग्री अनसुधंानशाला ने र्त समय में अपने पड़ौसी एवं मध्य पवूी देशों अथाित नेपाल, भरू्ान, म् यामंार, अफर्ाननस्तान, बगं्लादेश, इत्यादद में र्वलभन्द्न पररयोजनाओं को अपनी परामशी सेवाए ंभी ्रकदान की हैं तथा आजकल सम्पणूि देश की ्रकमखु नदी घार्ी पररयोजनाओं के साथ-साथ भरू्ान एव ंनेपाल की कुछ पररयोजनाओ ंके अन्द्वेषण कायों में सहयोर् दे रही है। केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला ने देश के र्वलभन्द्न भार्ों और र्वदेशों के कालमिकों को नदी घार्ी पररयोजनाओं से सम्बक्न्द्धत लसर्वल इंजीननयरररं् सरंचनाओ ंके ललए भतूकनीकी अलभयातं्रत्रकी एव ं ननमािण सामग्री अलभलक्षण के क्षेत्रों में ्रकलशक्षण ्रकदान ककया है।

    ररपोर्ािधीन वषि के दौरान लर्भर् 26 नदी घार्ी पररयोजनाओं और अन्द्य लसर्वल इंजीननयरररं् सरंचनाओं के ललए अन्द्वेषण सबंधंी कायि सफलतापवूिक परेू ककए र्ए हैं ।

  • केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुिंानशाला के उद्देश्य तथा कायक उद्देश्य

    केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला भयूांत्रत्रकी, ननमािण सामग्री तथा सबंधं्द पयािवरण मामलों के क्षते्र में फील्ड तथा ्रकयोर्शाला अन्द्वेषणों और अनसुधंान तथा र्वकासात्मक कायिकलापों को कायािक्न्द्वत करने के ललए क्जम्मेदार है और यह उतत क्षेत्रों में सलाहकार एव ंपरामशिदाता के रूप में कायि करती है ।

    केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला की एक शासी पररषद है जो अनसुधंानशाला से सबंधंधत सभी मामलों पर सरकार के ललए मखु्य नीनत तयैार करने और उस ेसलाह देने के ललए एक ननकाय के रूप में कायि करती है और स्थायी तकनीकी सलाहकार सलमनत द्वारा उनके कायों के ननविहन में सहयोर् करती है।

    कायक

    केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला को ननम्नललखखत कायि सौंपे र्ए हैं :

    अन्द्वेषण

    जल ससंाधन पररयोजनाओ ंऔर अन्द्य लसर्वल अलभयातं्रत्रकी सरंचनाओं के ललए

    सामधग्रयों जैस े कक मदृा एव ं लशला-ननमािण हेत ुअथवा इन सामधग्रयों के ्रकयोर्शाला एव ंफील्ड अन्द्वेषण सदहत स्थल अलभलक्षण करना।

    आदद ्रकारूप सरंचनाओं का उनके व्यवहार की मानीर्रररं् करने हेत ुमापयतं्रण करना। र्णुवत्ता ननयतं्रण कायि करना। ननमािण सामग्री सवेक्षण करना। लसर्वल अलभयांत्रत्रकी ननमािण में ्रकयतुत र्वलभन्द्न सामधग्रयों, जैस ेकक रॉककफल, मसैनरी, भतूांतकुी

    र्ारा, शार्क्रीर् तथा कंक्रीर् के सघंर्कों जैस े कक जल, सीमेंर्, इस्पात, रोड़ी, अधधलमश्रण का मलू्यांकन करना।

    स्थानीय रूप से उपलब्ध सामधग्रयों के ईष्र्तम उपयोर् के उद्देश्य से र्ारा, शार्क्रीर् एव ंकंक्रीर् आदद का लमश्र डडजाइन तयैार करना।

    सभी ननमािण सामधग्रयों का रासायननक र्वश् लषेण करना।

    परामशी कायक

    मखु्यत :केन्द्र तथा राज्य सरकार के सरं्ठनों जसै े केन्द्रीय जल आयोर्, केन्द्रीय र्वद्यतु ्रकाधधकरण, भारत सरकार के मतं्रालयों / र्वभार्ों, राज्य सरकारों, साविजननक क्षते्र के उपक्रमों आदद के ललए भतूकनीकी अलभयांत्रत्रकी एव ं ननमािण सामग्री के क्षेत्र में परामशिदाता के रूप में कायि करना। इसी ्रककार की सेवाए ंननजी उद्योर्ों को भी उपलब्ध कराई जाएंर्ी बशत ेकक ये ्रकाथलमक दानयत्वों को परूा करने में सरकारी ननकायों के ललए हाननकारक न हों ।

  • जल एव ंर्वद्यतु परामशी सेवाए (वपै्कोस) लललमरे्ड अथवा अन्द्य सरकारी सरं्ठनों के माध्यम से अन्द्य देशों को भतूकनीकी अलभयांत्रत्रकी एव ं ननमािण सामग्री के क्षते्र में परामशी सेवाए ं महैुया कराना।

    अन्द्तरािष्रीय सरं्ठनों जैस े सयंतुत राष्र के अरं्ों और एलशयन र्वकास बैंक इत्यादद के ललए भतूकनीकी अन्द्वेषण करना।

    अनसुिंान

    मदृा यांत्रत्रकी, लशला यांत्रत्रकी, अलभयांत्रत्रकी सामग्री, कंक्रीर् ्रकौद्योधर्की तथा सबंधंधत क्षेत्रों, क्जनका देश की लसचंाई तथा र्वद्यतु र्वकास पर महत्वपणूि ्रकभाव पड़ता है, के क्षेत्र में आधारभतू एव ं्रकायोधर्क अनसुधंान कायि करना।

    उतत क्षेत्रों में र्णुवत्ता ननयतं्रण ्रककक्रया का र्वकास करना। दहमालय क्षेत्र के मदृा यात्रत्रकी, लशला अलभयांत्रत्रकी तथा पयािवरण से सबंधंधत ऐसे मामलों पर

    र्वस्ततृ अध्ययन करना जो जल ससंाधन पररयोजनाओं के ललए जदर्ल समस्याएं पदैा करत ेहैं।

    सचूना का प्रचार-प्रसार

    डार्ा बेस का सजृन करना और भतूकनीकी अलभयांत्रत्रकी तथा ननमािण सामग्री के क्षेत्र से सबंधंधत मामलों के ललए अपने पसु्तकालय एव ं ्रकलेखन केन्द्र के साथ-साथ अपने सचूना ्रकसार कायिकलापों अथाित ्कायिशालाओ,ं सेलमनारों, ्रकलशक्षण पाठयक्रमों के आयोजन, सादहत्य ्रककाशन आदद के माध्यम से सचूना केन्द्र के रूप में कायि करना ।

    सम्पकक

    उतत कायों को कायािक्न्द्वत करने के ललए राष्रीय ्रकयोर्शालाओ,ं राज्य तथा अन्द्य ्रकयोर्शालाओं/अनसुधंान केन्द्रों, र्वश्वर्वद्यालयों/भारतीय ्रकौद्योधर्की ससं्थानों, भारतीय भवूजै्ञाननक सवेक्षण के साथ ननकर् सम्पकि स्थार्पत करना ।

    प्रलशक्षण

    भतूकनीकी अलभयातं्रत्रकी एव ं ननमािण सामग्री के क्षते्र में भारत के साथ-साथ र्वदेशों के अलभयतंाओं को ्रकलशक्षण देना।

    ववववि

    आवश्यकता पड़ने पर भारत सरकार की ओर से र्वशषे कायि करना ।

  • केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुिंानशाला नागररक चार्कर

    प्रस्तावना

    इस चार्िर के माध्यम से केन्द्रीय मदृा एव ं सामग्री अनसुधंानशाला और भारत के नार्ररकों के मध्य परस्पर भलूमका पररभार्षत की र्ई है। इसमें यह भी व्यवस्था है कक लोर्ों को दक्षतापणूि सेवाए ं्रकदान करना अनसुधंानशाला के सभी पदाधधकाररयों की ननैतक क्जम्मदेारी है।

    हमारा सपना

    हमारा सपना है कक यह अनसुधंानशाला बदलती हुई वकै्श्वक जरूरतों के अनरुूप भतूकनीकी अलभयांत्रत्रकी एव ंननमािण सामग्री अनसुधंान में एक शे्रष्ठ र्वश् वस् तरीय केन्द्र बने क्जसमें र्णुवत्ता, अलभनव पररवतिन, ्रकौद्योधर्की र्वकास, उद्यमशील एव ंनेततृ्व क्षमताओ,ं व्यावसानयक और मानवीय मलू्यों पर र्वशषे बल ददया जाए ताकक लोर्ों के सामाक्जक-आधथिक उत्थान में ्रकभावी योर्दान ददया जा सके ।

    हमारा उद्देश्य

    हमारा उद्देश्य भतूकनीकी अलभयांत्रत्रकी और ननमािण सामग्री के क्षेत्र में सेवाए ंमहैुया कराना है और जलीय एव ं अन्द्य लसर्वल अलभयांत्रत्रकी सरंचनाओं के ननयोजन, डडजाइन, ननमािण, रखरखाव और सरुक्षा हेत ुसहायता ्रकदान करना है ।

    हमारे आदशक

    हम ननम्नललखखत के ्रकनत वचनबद्ध हैं :- हमेशा यह याद रखना चादहए कक राष्र और इसके नार्ररकों की सेवा करना हमारा पहला और ्रकमखु

    कतिब् य है। ग्राहकों और नार्ररकों को पारदलशिता और भरता का पररचय देत ेहुए दक्षतापणूि और तत्पर सेवाए ंमहैुया

    कराना। स्र्ाफ की व्यावसानयक दक्षता का र्वकास।

    ककए जाने वाले कायककलापों का ब्यौरा मध्यम और वहृद बाधंों, पलुों, बहुमकं्जला भवनों, तापीय एव ं नालभकीय र्वद्यतु स्रे्शनों, अपतर्

    सरंचनाओं आदद हेत ुनींव अलभलक्षण समेत भतूकनीकी अन्द्वेषण करना । र्वलभन्द्न लसर्वल अलभयांत्रत्रकी सरंचनाओं हेत ु मदृा यांत्रत्रकी, लशलायांत्रत्रकी और ननमािण सामग्री

    अलभलक्षण के क्षते्र में परामशी एव ंसलाहकारी सेवाए ं्रकदान करना। मदृा यांत्रत्रकी, लशला यांत्रत्रकी, कंक्रीर् ्रकौद्योधर्की, ननमािण सामग्री और सबंधंधत पयािवरणीय मदु्दों की

    समस्याओं पर आधारभतू एव ं्रकायोधर्क अनसुधंान करना।

  • अनसुधंानशाला से सबंधंधत क्षेत्र में कायि करने वाले व्यवसानययों, लशक्षार्वदों आदद के बीच र्वशषेज्ञता और अन्द्य सचूना का ्रकचार करना।

    अनसुधंानशाला के कायिकलापों के बारे में ्रकलशक्षण ्रकदान करना। हमारे पणिारी जल ससंाधन मतं्रालय केन्द्रीय जल आयोर् राज्य सरकारों के र्वभार् साविजननक क्षेत्र के उपक्रम

    हमारे ग्राहक केन्द्रीय सरकार के मतं्रालय/र्वभार् राज्य सरकारों के र्वभार् साविजननक क्षेत्र के उपक्रम नदी घार्ी पररयोजना ्रकाधधकरण जल एव ंर्वद्यतु परामशी सेवाए(ंइंडडया) लललमरे्ड शकै्षखणक ससं्थान /आईआईर्ी / र्वश्वर्वद्यालय ननजी क्षते्र के सरं्ठन साकि तथा अन्द्य राष्र

    हमारे कायककलाप जल ससंाधन पररयोजनाओ ंहेत ुभतूकनीकी अन्द्वेषण तथा ननमािण सामग्री सवेक्षण चाल ूजल ससंाधन पररयोजनाओं का र्णुवत्ता ननयतं्रण/आश्वासन भसू्खलन सबंधंी सभंावनाओ ंका अन्द्वेषण लसर्वल अलभयांत्रत्रकी पररयोजनाओं हेत ुमदृा यात्रत्रकी, लशला यांत्रत्रकी और ननमािण सामग्री अलभलक्षण के

    क्षेत्र में केन्द्र सरकार/राज्य सरकारों/साविजननक क्षेत्र के उपक्रमों को परामशि देना केन्द्र सरकार/राज्य सरकारों/साविजननक क्षते्र के अलभयतंाओ ंहेत ु्रकलशक्षण कायिक्रमों का आयोजन करना मदृा यात्रत्रकी, लशला यांत्रत्रकी, कंक्रीर् ्रकौद्योधर्की और ननमािण सामधग्रयों के क्षेत्र में मानक तयैार करने

    में भारतीय मानक ब्यरूों की सहायता करना पररयोजनाओ ंकी र्वशषे समस्याओं के ललए र्वलभन्द्न नदी घार्ी पररयोजनाओ ंकी तकनीकी सलाहकार

    सलमनत को परामशि ्रकदान करना र्वश्वर्वद्यालयों और अन्द्य सरं्ठनों को उनके अध्यापन कायिक्रमों में सहायता देना भारतीय राष् रीय भतूकनीकी अलभयांत्रत्रकी एव ंननमािण सामग्री सलमनत (आईएनसीजीईसीएम) के माध् यम

    से र्वश् वर्वद्यालयों और अनसुधंान ससं्थानों के अनसुधंान कायिकलापों हेत ुर्वत्त पोषण करना राष्रीय व अन्द्तरािष्रीय स्तरों पर शोध पत्र ्रकस्ततु करना सरं्ोक्ष्ठयों/कायिशालाओं/सम्मेलनों आदद के आयोजन द्वारा सचूना का ्रकचार-्रकसार करना राष्रीय जल अकादमी, केन्द्रीय जल आयोर्, राष्रीय र्वद्यतु ्रकलशक्षण ससं्थान आदद द्वारा सचंाललत

    ककए जा रहे र्वलभन्द्न ्रकलशक्षण पाठयक्रमों हेत ुसकंाय सदस्य उपलब्ध कराना

  • नार्ररक चार्िर हेत ुनोडल अधधकारी के रूप में श्री एम0एल0 सोनी, मखु्य अनसुधंान अधधकारी को नालमत ककया र्या है। श्री एम एल सोनी, मखु् य अनसुधंान अधधकारी (कंक्रीर्) केन्द् रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला, ऊलौफ पाल् म ेमार्ि, हौज खास, नई ददल् ली – 110016 दरूभाष स.ं: 011-26532551(कायािलय) और 011-26166027(ननवास) फैत स : 011-26853108, ई-मेल : [email protected]

    नागररकों के साथ परस्पर सवंाद सचूना का अधधकार अधधननयम, 2005 के ्रकावधानों के अतंर्ित एक उच्च स्तरीय अधधकारी को लोक सचूना अधधकारी के रूप में पदनालमत ककया र्या है। लोक सचूना अधधकारी का सपंकि पता ननम्नललखखत है : श्री एम एल सोनी, मखु् य अनसुधंान अधधकारी (कंक्रीर्) केन्द् रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला, ऊलौफ पाल् म ेमार्ि, हौज खास, नई ददल् ली – 110016 दरूभाष स.ं: 011-26532551(कायािलय) और 011-26166027(ननवास) फैत स : 011-26853108, ई-मेल : [email protected]

    लशकायत ननपर्ान प्रणाली

    अनसुधंानशाला में मदहला कमिचाररयों के यौन उत्पीड़न की लशकायतों के ननपर्ान के ललए एक लशकायत सलमनत का र्ठन ककया र्या है ।

    ्रकाप्त लशकायतों की जांच करने और उनके ननपर्ान हेत ुउधचत कारिवाई करने के ललए एक उच्च स्तरीय अधधकारी को ननदेशक, लोक लशकायत के रूप में पदनालमत ककया र्या है। आप दरूभाष पर या पत्र अथवा फैतस भेजकर या हमारे कायािलय आकर अपनी लशकायत दजि करा सकत े हैं। ननदेशक (लोक लशकायत (का सम्पकि पता ननम्नललखखत है : श्री एस. के. बब्बर, सयंतुत ननदेशक (मदृा) केन्द्रीय मदृा एव ंसामग्री अनसुधंानशाला ऊलौफ पाल्म ेमार्ि, हौज खास नई ददल्ली-110016 दरूभाष स0ं. 011-26850025 ( कायािलय) एव ं011-24677009 (ननवास) फैतस :011-26853108 ई-मेल :[email protected]

  • 1.0 परामशी कायक

    1.1 पररयोजनाए ंजजनका अन्द्वेषण ककया गया

    ननम्नललखखत पररयोजनाओ ंके ललए मदृा, लशला, भसूशं् लेषण , कंक्रीर् और इनके सघंर्कों पर दस हजार से अधधक परीक्षण ककए र्ए : क) अन्द् तरािष् रीय पररयोजनाए ं 1. अरूण-III जल र्वद्यतु पररयोजना, नेपाल 2. पनुतसांर्चु -I जल र्वद्यतु पररयोजना, भरू्ान 3. सलमा बांध पररयोजना, अफर्ाननस् तान 4. सप् त कोसी ऊच चा बांध बहुउद्देशीय पररयोजना, नेपाल ख) भारतीय पररयोजनाए ं 1. बोर्डुडयार-लसरकारी जल र्वद्यतु पररयोजना, उत्तराखंड 2. बोवाला – नन्द् द्रकयार् जल र्वद्यतु पररयोजना, उत् तराखडं 3. चौ. चरण लसहं लहचूरा बांध पररयोजना, महोबा, उत् तर ्रकदेश 4. देवनवेलेकेरे बांध पररयोजना, कनािर्क 5. फरतका बरैाज पररयोजना, पक्श्चम बरं्ाल 6. भारतीय व् यापार सवंधिन सरं्ठन, नई ददल् ली 7. इंददरा र्ांधी नहर पररयोजना, सरूतर्ढ़ 8. कबराई बांध पररयोजना, महोबा, उत् तर ्रकदेश 9. कोरे्श् वर जल-र्वद्यतु पररयोजना, उत् तराखंड 10. मापांर्-लसरकारी जल-र्वद्यतु पररयोजना, उत् तराखंड 11. न्द् य ूउमतरू जल-र्वद्यतु पररयोजना, मेघालय 12. रंधर्त जल-र्वद्यतु पररयोजना, चरण-II लसक्तकम 13. रंधर्त जल र्वद्यतु पररयोजना, चरण-IV लसक्तकम 14. रेनकूाजी बांध पररयोजना, ददाहु, दहमाचल ्रकदेश 15. शोंर्र्ोंर् – करछम जल र्वद्यतु पररयोजना, दहमाचल ्रकदेश 16. तवांर् जल र्वद्यतु पररयोजना, चरण – I अरूणाचल ्रकदेश 17. तवांर् जल र्वद्यतु पररयोजना, चरण – II, अरूणाचल ्रकदेश 18. नतलयैा बांध, झारखंड 19. उझ जल र्वद्यतु पररयोजना,, जम् म ूऔर कश् मीर 20. सेंज जल र्वद्यतु पररयोजना, दहमाचल ्रकदेश 21. कामस् रार् नल् लाह जल आपनूत ि योजना, अडंमान और ननकोबार 22. बोंर्ईर्ांव तापीय र्वद्यतु सयंतं्र (एनर्ीपीसी लल.) कोकराझार, असम

  • 1.2 पररयोजनाओ ं का वववरण

    कुछ पररयोजनाओं के कायि का सकं्षक्षप्त रूप से यहां ददया र्या है: (क) अन्द् तराकष् रीय पररयोजनाए ं

    1.2.1 अरूण - III जल ववद्यतु पररयोजना, नेपाल अरूण - III जल र्वद्यतु पररयोजना, (4x225 म.ैवार्) नेपाल के सतं कुवासाभा क्जले में सप् त कोसी नदी की सहायक नदी अरूण नदी पर ्रकस् तार्वत है। पररयोजना में 65 मी. ऊच चा कंक्रीर् र्रुूत् व बांध का ननमािण तथा अन्द् य लसर्वल सरंचनाएं शालमल हैं। मोर्ी और बारीक रोड़ी के नमनूों को एकत्र करने के ललए क्षेत्र का दौरा ककया र्या था और पररयोजना के ललए कंक्रीर् सघंर्कों के रूप में ्रकयोर् ककए जाने वाली सामग्री की उपयतु तता का ननधािरण करने के ललए ्रकयोर्शाला अन्द् वेषण ककए र्ए थे। ननमािण में उपयोर् के ललए जल की उपयतु तता का भी अन्द् वेषण ककया र्या था तथा अवसाद अध् ययन उसके शलैवणिना सदहत ककया र्या था। मोर्ी रोड़ी के सभी नमनेू केवल घषिण न करने वाली सतह के ललए उपयतु त पाया र्या है।

    1.2.2 पनुतसांगच-ुI पररयोजना, भरू्ान पनुतसांर्च ुएच ई पी – I धथम् प ूके 70 कक.मी. उत् तर में क्स्थत है। पररयोजना में पनुतसांर्चु नदी पर 136 मी. ऊच चा कंक्रीर् र्रुुत् व बांध के ननमािण का ्रकस् ताव है। पररयोजना में 31 मी. ऊच चा ऊध् वि्रकवाह राककफल कोफर बांध का ननमािण तथा त्रबजलीघर (1200 म.ैवा.) भी शालमल है। रॉककफल कोफर बांध के ललए के.म.ृसा.अन.ुशाला ने अन्द् वषेण ककए क्जनमें मोडले् ड राककफल सामग्री पर वहृताकार त्रत्रअक्षीय अपरूपण तथा ओइडोमीर्र परीक्षण शालमल हैं। अपरूपण सामर्थ यि परैामीर्रों तथा राककफल सामग्री के र्वरूपण अलभलक्षणों पर की र्ई लसफाररशों और चचाि वाली ररपोर्ि पररयोजना अधधकाररयों को ्रकस् ततु की र्ई थी।

    पररयोजना स् थल पर र्णुवत् ता ननयन्द् त्रण ्रकयोर्शाला की स् थापना तथा र्णुवत् ता आश् वासन उपाय करने के सबंधं में पररयोजना अधधकाररयों के मार्िदशिन हेत ु वररष् ठ अधधकारी ने पनुतसांर्चु –I जल र्वद्यतु पररयोजना, भरू्ान का दौरा ककया।

    1.2.3 सलमा बांि पररयोजना, अफगाननस्तान सलमा बांध पररयोजना हरीरुद नदी पर हेरात ्रकान्द्त में सलमा र्ांव के 2 कक.मी. अन्ुरकवाह में हेरात कस्ब ेके 162 कक.मी .पवूि में क्स्थत है। यह नदी योजना का एक अशं है। 551 मी. लम् बा और 107.5 मी. ऊच चा भ ूऔर राककफल बांध हरीरूद नदी पर क्स्थत है। बांध की सकक्रय धाररता 560x106 मी.3 (453,999 एकड़ फीर्) और जलग्रहण क्षेत्र लर्भर् 11,700 कक.मी2 (4500 वर्ि मी.) है। 3x14 म.ैवा. की उत् पादन क्षमता वाली तीन र्रबाइनें ्रकस् तार्वत हैं। अधधकतम उत् पादन क्षमता 42 म.ैवा. है। इस पररयोजना से मौजदूा लसचंाई सरु्वधाओं के स् थायीकरण में भी मदद लमलेर्ी।

    महा ्रकबन्द् धक (र्वद्यतु), जल और र्वद्यतु परामशी सेवा इंडडया लल. के अनरुोध पर मदृा के नमनूों का अन्द् वषेण ककया र्या। नमनूों पर र्वलशष् र् र्रुुत् व, यांत्रत्रकी र्वश् लेषण, एर्रबर्ि लललमर्स, मानक ्रकोत र्र सहंनन, त्रत्रअक्षीय अपरूपण (सीय)ू, एक आयामी सरं्पडन, ्रकयोर्शाला पारर्म् यता, रसायननक र्वश् लेषण तथा मदृा के पररक्षेपकता परीक्षण ककए र्ए।

  • भारतीय पररयोजनाए ं

    1.2.4 कोल बांि पररयोजना, हहमाचल प्रदेश

    ्रकस्तार्वत कोल बांध जल-र्वद्यतु पररयोजना दहमाचल ्रकदेश में त्रबलासपरु के समीप सतलजु नदी पर क्स्थत है। पररयोजना में अ्रकवेश्य मकृ्त्तका कोर वाले एक 163 मीर्र ऊंचे भ ूएव ंरॉककफल बाधं, र्ेदर्ड शीषि सदहत एक 420 मीर्र लम्ब ेकंक्रीर् शरू् अधधप्लव मार्ि और सबंद्ध सरंचनाओं जैस ेददतपररवती सरंुर्, र्वर्ादक कोष्ठ, त्रबजलीघर, आदद के ननमािण का ्रकस्ताव है। एम 80ए 20 ग्रेड की कंक्रीर् पर अपघषिक ्रकनतरोध का ्रकयोर्शाला अन्द् वेषण ककया र्या त योंकक इस ग्रेड का बांध के अधधप् लव मार्ि और अचल बेलसन के ननमािण में ्रकयोर् ककया जाना ्रकस् तार्वत है। यह ननष् कषि ननकाला र्या कक ननमािण में ्रकयतु त कंक्रीर् उत् तम अपघषिण ्रकनतरोध र्णुधमि वाली है साथ ही कंक्रीर् का पहले से ही अलभननधािररत सघंर्क है| उत त के अलावा, ए30 ए 20 ग्रेड (माइक्रोलसललका सदहत और त्रबना) की कंक्रीर् का अपघषिण ्रकनतरोध भी ककया र्या। यह पाया र्या कक माइक्रोलसललका वाली एम 30 ए 20 गे्रड कंक्रीर् माइक्रोलसललका के त्रबना वाली एम 30ए 20 गे्रड कंक्रीर् की तलुना में अपघषिण के ्रकनतरोध से अधधक है। 1.2.5 पडंोह बांि पररयोजना, हहमाचल प्रदेश पडंोह बांध पररयोजना दहमाचल ्रकदेश के मडंी क्जल ेमें व् यास नदी पर क्स्थत है। बाधं 1997 में परूा हो र्या था। बांध का ्रककार भ-ूराककफल है और इसकी ऊंचाई 76 मी. है। र्वद्यतु सयंतं्र की स् थार्पत क्षमता 990 म.ैवा.( 6 यनूनर् ) है। कंक्रीर् की हेल् थ मानीर्र करने के ललए बांध की डी एण् ड जी र्लैररयों की कंक्रीर् पर आवधधत र्रै-र्वनाशात् मक परीक्षण ककया र्या। तदनसुार के.म.ृसा.अन.ुशाला की र्ीम ने पडंोह बांध पररयोजना, दहमाचल ्रकदेश का दौरा ककया और पोरे्बल अल् रासोननक नान-डडस् रेक्तर्व डडजीर्ल इंडडकेदर्रं् रे्स् र्र(पीयएूनडीआईर्ी) का ्रकयोर् करत ेहुए र्रै र्वनाशात् मक परीक्षण ककया र्या। 1.2.6 रेनकुाजी बािं पररयोजना, हहमाचल प्रदेश रेनकुाजी बांध पररयोजना, यमनुा नदी की सहायक धर्री नदी पर दादहु पलु के लर्भर् 1.5 कक.मी. ऊध् वि्रकवाह तथा धर्री नदी के साथ जोर्र-का खाला के सरं्म के 375 मी. अन्ुरकवाह पर क्स्थनत है। इंत लाइनड अ्रकवेश् य केन्द् रीय कोर सदहत 148 मी .ऊंचा रॉककफल बांध ्रकस् तार्वत है। पररयोजना की स् थार्पत क्षमता 40 म.ैवा. (2x20 म.ैवा.) है। र्वद्युत उत् पादन के अलावा, पररयोजना में ददल् ली को पेय जल की आपनूत ि देने की सभंावना है।

    के0म0ृसा0ंअन0ुशाला और रेनकुाजी ननमािण सककि ल, एचपीपीसीएल के चार अन्द् य अधधकाररयों सदहत पररयोजना अधधकाररयों की सयंतु त ननरीक्षण र्ीम ने स् थल का दौरा ककया और उपयतु त ननमािण सामग्री के ललए र्वलभन्द् न स् थलों को अक्न्द्तम रूप ददया। 5 बोरो क्षेत्रों अथाित बी,सी,डी, ओआन खदरी र्ांव बोरो क्षेत्र तथा मडंोली र्ांव बोरो क्षेत्र से कुल 31 मदृा के नमनेू एकत्रत्रत ककए र्ए थे। बोरो क्षेत्र की उपयतु तता के ननधािरण के ललए ककए र्ए परीक्षणों में र्वलशष् र् र्रुुत् व, यांत्रत्रकी, र्वश् लेषण, एर्रबर्ि लललमर्स, मानक

  • ्रकोत र्र सहंनन, त्रत्रअक्षीय अपरूपण (सीय)ू, एक आयामी सपंीडन, ्रकयोर्शाला पारर्म् यता, रसायननक र्वश् लषेण और मदृा के पररक्षेपकता व् यवहार का पता लर्ाने के ललए परीक्षण शालमल है। 1.2.7. शोंगर्ोंग-करछम जल-ववद्यतु पररयोजना, हहमाचल प्रदेश सतलजु नदी पर ्रकस् तार्वत शोंर्र्ोंर्-करछम जल-र्वद्यतु पररयोजना (450 म.ैवा.) दहमाचल ्रकदेश के ककन्द्नौर क्जल ेमें क्स्थत है। बरैाज स् थल और त्रबजली घर स् थल क्रमश: र्ांव पोवारी और रल् ली के समीप क्स्थत है। ददत पररवती सरंचनाएक र्देर्ड बरैाज है जो नदी तल स े22 मी. ऊच चा है क्जसमें अण् डर स् लइुस बे (2बे,12मी.चौड़ा और (4x9मी.) आकार का रेडडयल र्ेर् तथा अन्द् य बरैाज बे (6 बे, 10मी. चौड़ा 4x7.8 मी. आकार का रेडडयस र्रे् सदहत), व् यास 10 मी., 1187 मी. लम् बी कंक्रीर् लाइन की डाइवजिन सरंुर्, इंरे्क सरंचना (स.ं4, 5x4.25मी.)और 169 से 270मी. तक की इंरे्क सरंुरे् (5मी. मोडडफाइड होसि-श ूशपे आकार की 4), सेडडमेरे्शन चैम् बर ( 14 मी.चौड़,े 25 मी. र्हरे और 300 मी. लम् बे के 4) एच आर र्ी (4 कंक्रीर् लाइन वाली, 5 मी.व् यास) की फीडर सरंुरे्, एक 10 मी. व् यास की कंक्रीर् लाइन और 8020 मी. लम् बी, 3 अददतों सदहत एचआरर्ी शालमल है। सजि शाफ्र्, ्ेरकशर शाफ्र् और त्रबजली घर भलूमर्त है और यह रल् ली र्ांव के ननकर् क्स्थत है। 39.50 मी. व् यास की सजि शाफ्र् ्रकनतबधंधत मखुाकार (5.54मी. व् यास) की है। 5.10 मी. व् यास और 211 मी. लम् बे 3 भलूमर्त ्ेरकशर शाफ्र्, 90 मी.x20मी. x51मी (लम् बाई xचौड़ाई xऊंचाई) आकार का एक मशीन हाल क्जसमें ्रकत् येक में 150 म.ैवा. की 3 यनूनर्ें शालमल हैं और 10 मी. व् यास तथा 90 मी. लम् बी एक रे्ल रेस सरंुर् ्रकस् तार्वत है। शोंर्र्ोंर्-करछम जल र्वद्यतु पररयोजना, दहमाचल ्रकदेश के त्रबजली घर अपवाह में छह ‘एत स’ आकार के बेधन नछरों (02 ऊध् वािधर एव ं 04 क्षैनतज) में परंह जल-र्वभजंन परीक्षण ककए र्ए। त्रबजली घर अपवाह में ज्ञात ककए र्ए यथा-स् थल ्रकनतबलों के औसत मान ननम् नानसुार हैं : अधधकतम क्षैनतज ्रकनतबल, H =

    6.07 MPa; न्द् यनूतम क्षैनतज ्रकनतबलh = 3.86 MPa; मार्पत ऊध् वािधर ्रकनतबल v(मार्पत)= 4.49 MPa; आकललत ऊध् वािधर ्रकनतबल vआकललत) = 4.05 MPa; H/v(मार्पत) = 1.35 का अनपुात ; h/v(मार्पत) = 0.86 का अनपुात; H/v(आकललत) = 1.50 का अनपुात ; h/v(आकललत) = 0.95 का अनपुात; अधधकतम क्षैनतज ्रकनतबल का औसत अनसु् थापन N430 E । 1.2.8 नतलयैा बांि, झारखंड नतलयैा बांध झारखंड के कोडरमा क्जले में बराकर नदी पर दामोदर घार्ी ननर्म द्वारा ननलमित 30 मी. ऊच चा और 266 मी. लम् बा एक कंक्रीर् बांध है। झारखडं राज् य सरकार के एक उपक्रम दामोदर घार्ी ननर्म (डीवीसी) द्वारा मौजूदा अधधकतम सरंक्षण स् तर में लर्भर् 3 मी. की वरृ्द्ध करने और बांध के जलाशय से लर्भर् 2 से 3 ककमी. क्स्थत कोडरमा में ्रकस् तार्वत अल् रा मेर्ा तापीय त्रबजली घर में जल की आपनूत ि करने का ्रकस् ताव है। दामोदर घार्ी ननर्म ने मौजूदा बांध के र्वलभन्द् न सघंर्कों का सरंचनात् मक मलू् यांकन करना आवश् यक समझा र्या। यह कायि वाप् कोस को सौंपा र्या क्जसने इसके बदले के.म.ृसा.अन.ुशाला से बांध की यथा-स् थल सामर्थ यि और मास कंक्रीर् की र्णुवत् ता के ननधािरण के ललए आवश् यक अन्द् वषेण करने का अनरुोध ककया। बांध के सरंचनात् मक ननधािरण के ललए ननम् नललखखत क्षेत्र अन्द् वेषण ककए र्ए और इसको एसर्ीएसी की आखखरी बठैक में ररपोर्ि ककया र्या।

  • बांध की र्लैरी और बाडी के अन्ुरकवाह फेसों से कोर ललए र्ए। मौजूदा कंक्रीर् की सामान्द् य क्स्थनत के मलू् यांकन के ललए र्रै र्वनाशात् मक परीक्षण ककए र्ए। कोरोजन की मानीर्रररं् की र्ई।

    इसके बाद ननम् नललखखत ्रकयोर्शाला अन्द् वषेण ककए र्ए : कर् लसललडंडररकल नमनूों पर कंक्रीर् कोरों के घनत् व का मलू् यांकन। कंक्रीर् कोरों के ननष् कषिण से यथास् थल सपंीडन सामर्थ यि, ्रकत् यास् थता के स् थैनतक मापांक, जल

    पारर्म् यता और र्वभत त तनन सामर्थ यि का ्रकयोर्शाला ननधािरण। कंक्रीर् में पीएच और त लोराइड अशं। र्लैेरी में र्वलभन्द् न स् थलों पर उपलब् ध कराए र्ए अपवाह नछर से ननस् यदं जल का साथ ही

    साथ जलाशय स ेएकत्रत्रत जल के नमनूों का जल र्णुवत् ता ननधािरण।

    व् यापक क्षेत्र और ्रकयोर्शाला अन्द् वषेणों और स् थल ननरीक्षणों के आधार पर ननम् नललखखत लसफाररशें की र्ईं:

    यथा-स् थल मास कंक्रीर् ऊच ची पारर्म् यता वाली पायी र्ई। इसके अलावा कंक्रीर् की सपंीडन सामर्थ यि में ऊपर (आरि रदहत क्षेत्र) से लेकर नीचे (आरि क्षेत्र) तक धर्रावर् पाई र्ई। अब आर् ेसरंक्षण स् तर में वरृ्द्ध न करने का सझुाव ददया र्या त योंकक यह बांध की सरुक्षा के ललए अदहतकर है।

    1.2.9 बजललहार जल ववद्यतु पररयोजना, चरण I, जम् म ू र कश् मीर इस पररयोजना में धचनाब (चन्द् रभार्ा) नदी पर जम् म ूऔर कश् मीर के डोडा क्जले बक्ग्लहार पर .09 के शक्तत र्णुांक पर 450 म.ैवा. (3x150म.ैवा.) र्वद्यतु उत् पादन के ललए कंक्रीर् र्रुुत् व बांध के ननमािण का ्रकस् ताव है। इसका पररयोजना स् थल तक जलग्रहण क्षेत्र 17325 वर्ि कक.मी. है। ततं ु्रकबललत कंक्रीर् के ्रकनत अपघषिण के ललए नमनूों पर परीक्षण ककया र्या था।

    एएसर्ीएमसी- 1138-1997 के अनसुार, अन्द् तजिलीय अपघषिण हानन का अनमुान एम 80 ए 10 ग्रेड कंक्रीर् (इस् पात ततं ु ्रकबललत) के ललए लर्ाया र्या था क्जसका अनसु् थापन कायों के ललए ्रकयोर् ककया जाना ्रकस् तार्वत है। ननरूपक कंक्रीर् लसलेंडरों को पररयोजना अधधकाररयों द्वारा कास् र् और त योर ककया र्या था तथा इन्द् हें अन्द् तजिलीय अपघषिण हानन के ्रकनतशत पररवतिन के सबंधं में त लाउस 9 एएसर्ीएमसी-1138-1997 की आवश् यकताओं के अनसुार सतंोष्रकद पाया र्या है। इस् पात ततंओुं के सही लमश्रण और र्वतर�


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