+ All Categories
Home > Documents > Hindi Course A | Class 10th CBSE Board Paper 2019 · 2019-08-23 · 4 ु 1...

Hindi Course A | Class 10th CBSE Board Paper 2019 · 2019-08-23 · 4 ु 1...

Date post: 24-Mar-2020
Category:
Upload: others
View: 5 times
Download: 0 times
Share this document with a friend
47
s Hindi Course A | Class 10 th CBSE Board Paper 2019
Transcript

s

Hindi Course A | Class 10th

CBSE Board Paper 2019

2

1 निमिलिखित गदयाश धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क सही उततर लिखिए-

आजकि दरदशवि पर आि रयि धयरयरयहहक दिि कय परचिि

बढ गय ह बयलयरसथय म ह शौक हयनिकयरक ह दरदशवि पर

हदियए जयि रयि धयरयरयहहक निमि सतर क होत ह उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया ही अधधक

दिि को लमिती ह छोट बयिक मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर

अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र शीघर ही अपिय ित ह

CBSE Board Paper 2019 Set - 1

सयमयन निदश

1 इस परशि-पतर म चयर िणड ह ndash क ि ग और घ |

2 चयरो िणडो क परशिो क उततर दिय अनिरयव ह |

3 थयसाभर परतक िणड क उततर करमशः दीजजए |

Time allowed 3 Hours Max Marks 80

िणड lsquoकrsquo

8

3

समयजशयजसतरो क एक रगव कय मयििय ह कक समयज म चयरो ओर

फिी बरयइो कय एक बडय दरदशवि तथय चिधचतर भी ह दरदशवि

स आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

बबिय सम की पयबादी क घाटो दरदशवि क सयथ धचपक रहिय बबिकि गित ह इसस मयिलसक वरकयस रक जयतय ह िजर

कमजोर हो सकती ह और तियर बढ सकतय ह Nn

क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर कसय ह

ि) दरदशवि कय दषपपरभयर ककि पर अधधक पडतय ह और को

ग) दरदशवि क कय-कय दषपपरभयर ह

घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद कीजजए

ङ) उपवकत गदयाश क लिए उपकत शीषवक लिखिए

2

2

1

1

1

2 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पहढए और पछ गए

परशिो क उततर लिखिए- कोियहि हो य सनियटय कवरतय सदय सजि करती ह जब भी आास हआ परयजजत

कवरतय सदय जाग िडती ह जब भी कतयव हआ अकतयव कवरतय ि जीिय लसिियय यतरयएा

7

4

यतरयएा जब मौि हो गई कवरतय ि चििय लसिियिय जब भी तम कय जलम बढय ह कवरतय िय सव गढयती ह

जब गीतो की फसि िटतीा शीिहरण होतय कलिो कय शबदहीि जब हई चतिय तब-तब चि िटय गलिो कय अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए घर म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाधहो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

क) कवरतय कसी पररजसथो म सजि करती ह सपषपट कीजजए

ि) भयर समझयइए lsquoजब भी तम कय जलम बढय ह कवरतय िय सव गढती हrsquo

ग) गलिो कय चि कब िटतय ह

घ) lsquoपरसपर साबाधो म दररया बढि िगीाrsquo- ह भयर ककस पाजकत म आय ह

ङ) कवरतय जीिय कब लसियती ह

2

2

1

1

1

5

अथरय

जो बीत गई सो बयत गई

जीरि म एक लसतयरय थय मयिय रह बहद पयरय थय रह डब गय तो डब गय

अाबर क आिि को दिो ककति इसक तयर टट

ककति इसक पयर छट

जो छट गए कफर कहया लमि

पर बोिो टट तयरो पर

कब अाबर शोक मियतय ह

जो बीत गई सो बयत गई

जीरि म रह थय एक कसम

थ उस पर नित निछयरर तम

रह सि गय तो सि गय मधबि की छयती को दिो सिी ककतिी इसकी कलिया मरझयई ककतिी रलिररया जो मरझयई कफर कहया खििीा पर बोिो सि फिो पर

कब मधबि शोर मचयतय ह

जो बीत गई सो बयत गई

6

िणड lsquoिrsquo

क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स कय तयतपव ह सपषपट कीजजए

ि) आकयश की ओर कब दििय चयहहए और को

ग) lsquoसि फिrsquo और lsquoमधबिrsquo क परतीकयथव सपषपट कीजजए

घ) टट तयरो कय शोक कौि िहीा मियतय ह

ङ) आपक वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo ककस मयिय होगय

3 निमिलिखित ककनहीा तीि क उततर लिखिए-

क) मि उस वजकत को दिय जो पीडय स करयह रहय थय

(साकत रयक म बदलिए)

ि) जो वजकत पररशरमी होतय ह रह अरश सफि होतय ह

(सरि रयक म बदलिए)

ग) रह कौि-सी पसतक ह जो आपको बहत पसाद ह

(रियाककत उपरयक कय भद लिखिए)

घ) कशमीरी गट क निकलसि कबरगयह म उिकय तयबत उतयरय गय

(लमशर रयक म बदलिए)

2

2

1

1

1

1times3=3

7

4 निमिलिखित रयको म स ककनहीा चयर रयको कय निदशयिसयर

रयच परररतवि कीजजए-

क) बयिगोबबि भगत परभयनतया गयत थ (कमवरयच म बदलिए)

ि) बीमयरी क कयरण रह हया ि आ सकय (भयररयच म बदलिए)

ग) मया क दरयरय बचपि म ही घोवषत कर हदय गय थय

(कतवरयच म बदलिए)

घ) अरनि चय बिय रही ह (कमवरयच म बदलिए)

ङ) घयि हास उड ि पयय (भयरयच म बदलिए)

5 निमिलिखित रयको म स ही ककनहीा चयर रियाककत पदो कय पद-

पररच लिखिए-

क) दयदी जी परनतहदि समयचयर पतर पढती ह

ि) रोहि हया िहीा आय थय

ग) र माबई जय चक ह

घ) पररशरमी अाककतय अपिय कयम सम स परय कर िती ह

ङ) रवर रोज सरर दौडतय ह

6 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर दीजजए-

क) lsquoकरण रसrsquo कय एक उदयहरण लिखिए

1times4=4

1times4=4

1times4=4

8

ि) निमिलिखित कयव पाजकतो म निहहत रस पहचयि कर

लिखिए-

ताबरय ि माच पर बठ परमपरतयप

सयज लमि पादरह लमिट घाटय भर आियप

घाटय भर आियप रयग म मयरय गोतय धीर-धीर खिसक चक थ सयर शरोतय

ग) lsquoउतसयहrsquo ककस रस कय सथयी भयर ह

घ) रयतसलrsquo रस कय सथयी भयर कय ह

ङ) शरागयर रस क कौि स दो भद ह

9

Section C

7 निमिलिखित गदयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

ककसी हदि एक लशषपय ि डरत-डरत िया सयहब को टोकय lsquoबयबय आप ह कय करत ह इतिी परनतषपठय ह आपकी अब तो आपको भयरतरति भी लमि चकय ह ह फटी तहमद ि पहिय कर अचछय िहीा िगतय जब भी कोई आतय ह आप इसी फटी तहमद म सबस

लमित हrsquo िया सयहब मसकरयए ियड स भरकर बोि धत पगिी ई भयरतरति हमको शहिईय प लमिय ह िाधगय प ियहीा तम

िोगो की तरह बियर-लसागयर दित रहत तो उमर ही बीत जयती हो चकती शहियई तब कय ररयज हो पयतय

क) एक हदि एक लशषपय ि िया सयहब को कय कहय को

ि) िया सयहब ि लशषपय को कय समझयय

ग) इसस िया सयहब क सरभयर क बयर म कय पतय चितय ह

5

2

2

1

10

8 निममलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर

अजनिrsquo को कहय ह

ि) मनि भाडयरी कय अपि वपतय स जो रचयररक मतभद थय उस

अपि शबदो म लिखिए

ग) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय कय परदलशवत करतय ह

घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद स बट क सयथ कसय वरहयर करत थ और को

ङ) lsquoिििरी अादयजrsquo पयठ क आधयर पर बतयइए कक ििक ि यतरय करि क लिए सक ड कियस कय हटकट को िरीदय

9 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

श ह य ि रभर ह मयि ह ि सरमयय जजतिय ही दौडय त उतिय ही भरमयय

परभतय कय शरण-बब ाब करि मगतजषपण ह

हर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय ह

जो ह थयथव कहठि उसकय त कर पजि-

छयय मत छिय मि होगय दि दिय

2times4=8

5

11

क) lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo- इस पाजकत स कवर

ककस तथ स अरगत कररयिय चयहतय ह

ि) कवर ि थयथव क पजि की बयत को कही ह

ग) lsquoमगतषपणयrsquo कय परतीकयतमक अथव लिखिए

10 निमिलिखित म स ककनही चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) सागतकयर की मिषपतय ककस कहय गय ह रह मिषपतय कस

बियए रितय ह

ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर रसात ऋत की शोभय कय रणवि कीजजए

ग) परशरयम ि अपिी ककि वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय

घ) आपकी दजषपट म कनय क सयथ दयि की बयत करिय कहया तक

उधचत ह तकव दीजजए

ङ) कवर ि लशश की मसकयि को दातररि मसकयि को कहय ह

कवर क मि पर उस मसकयि कय कय परभयर पडय

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क मयधम स ििक ि समयज पर कय वान ककय ह

2times4=8

4

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

2

1 निमिलिखित गदयाश धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क सही उततर लिखिए-

आजकि दरदशवि पर आि रयि धयरयरयहहक दिि कय परचिि

बढ गय ह बयलयरसथय म ह शौक हयनिकयरक ह दरदशवि पर

हदियए जयि रयि धयरयरयहहक निमि सतर क होत ह उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया ही अधधक

दिि को लमिती ह छोट बयिक मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर

अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र शीघर ही अपिय ित ह

CBSE Board Paper 2019 Set - 1

सयमयन निदश

1 इस परशि-पतर म चयर िणड ह ndash क ि ग और घ |

2 चयरो िणडो क परशिो क उततर दिय अनिरयव ह |

3 थयसाभर परतक िणड क उततर करमशः दीजजए |

Time allowed 3 Hours Max Marks 80

िणड lsquoकrsquo

8

3

समयजशयजसतरो क एक रगव कय मयििय ह कक समयज म चयरो ओर

फिी बरयइो कय एक बडय दरदशवि तथय चिधचतर भी ह दरदशवि

स आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

बबिय सम की पयबादी क घाटो दरदशवि क सयथ धचपक रहिय बबिकि गित ह इसस मयिलसक वरकयस रक जयतय ह िजर

कमजोर हो सकती ह और तियर बढ सकतय ह Nn

क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर कसय ह

ि) दरदशवि कय दषपपरभयर ककि पर अधधक पडतय ह और को

ग) दरदशवि क कय-कय दषपपरभयर ह

घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद कीजजए

ङ) उपवकत गदयाश क लिए उपकत शीषवक लिखिए

2

2

1

1

1

2 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पहढए और पछ गए

परशिो क उततर लिखिए- कोियहि हो य सनियटय कवरतय सदय सजि करती ह जब भी आास हआ परयजजत

कवरतय सदय जाग िडती ह जब भी कतयव हआ अकतयव कवरतय ि जीिय लसिियय यतरयएा

7

4

यतरयएा जब मौि हो गई कवरतय ि चििय लसिियिय जब भी तम कय जलम बढय ह कवरतय िय सव गढयती ह

जब गीतो की फसि िटतीा शीिहरण होतय कलिो कय शबदहीि जब हई चतिय तब-तब चि िटय गलिो कय अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए घर म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाधहो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

क) कवरतय कसी पररजसथो म सजि करती ह सपषपट कीजजए

ि) भयर समझयइए lsquoजब भी तम कय जलम बढय ह कवरतय िय सव गढती हrsquo

ग) गलिो कय चि कब िटतय ह

घ) lsquoपरसपर साबाधो म दररया बढि िगीाrsquo- ह भयर ककस पाजकत म आय ह

ङ) कवरतय जीिय कब लसियती ह

2

2

1

1

1

5

अथरय

जो बीत गई सो बयत गई

जीरि म एक लसतयरय थय मयिय रह बहद पयरय थय रह डब गय तो डब गय

अाबर क आिि को दिो ककति इसक तयर टट

ककति इसक पयर छट

जो छट गए कफर कहया लमि

पर बोिो टट तयरो पर

कब अाबर शोक मियतय ह

जो बीत गई सो बयत गई

जीरि म रह थय एक कसम

थ उस पर नित निछयरर तम

रह सि गय तो सि गय मधबि की छयती को दिो सिी ककतिी इसकी कलिया मरझयई ककतिी रलिररया जो मरझयई कफर कहया खििीा पर बोिो सि फिो पर

कब मधबि शोर मचयतय ह

जो बीत गई सो बयत गई

6

िणड lsquoिrsquo

क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स कय तयतपव ह सपषपट कीजजए

ि) आकयश की ओर कब दििय चयहहए और को

ग) lsquoसि फिrsquo और lsquoमधबिrsquo क परतीकयथव सपषपट कीजजए

घ) टट तयरो कय शोक कौि िहीा मियतय ह

ङ) आपक वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo ककस मयिय होगय

3 निमिलिखित ककनहीा तीि क उततर लिखिए-

क) मि उस वजकत को दिय जो पीडय स करयह रहय थय

(साकत रयक म बदलिए)

ि) जो वजकत पररशरमी होतय ह रह अरश सफि होतय ह

(सरि रयक म बदलिए)

ग) रह कौि-सी पसतक ह जो आपको बहत पसाद ह

(रियाककत उपरयक कय भद लिखिए)

घ) कशमीरी गट क निकलसि कबरगयह म उिकय तयबत उतयरय गय

(लमशर रयक म बदलिए)

2

2

1

1

1

1times3=3

7

4 निमिलिखित रयको म स ककनहीा चयर रयको कय निदशयिसयर

रयच परररतवि कीजजए-

क) बयिगोबबि भगत परभयनतया गयत थ (कमवरयच म बदलिए)

ि) बीमयरी क कयरण रह हया ि आ सकय (भयररयच म बदलिए)

ग) मया क दरयरय बचपि म ही घोवषत कर हदय गय थय

(कतवरयच म बदलिए)

घ) अरनि चय बिय रही ह (कमवरयच म बदलिए)

ङ) घयि हास उड ि पयय (भयरयच म बदलिए)

5 निमिलिखित रयको म स ही ककनहीा चयर रियाककत पदो कय पद-

पररच लिखिए-

क) दयदी जी परनतहदि समयचयर पतर पढती ह

ि) रोहि हया िहीा आय थय

ग) र माबई जय चक ह

घ) पररशरमी अाककतय अपिय कयम सम स परय कर िती ह

ङ) रवर रोज सरर दौडतय ह

6 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर दीजजए-

क) lsquoकरण रसrsquo कय एक उदयहरण लिखिए

1times4=4

1times4=4

1times4=4

8

ि) निमिलिखित कयव पाजकतो म निहहत रस पहचयि कर

लिखिए-

ताबरय ि माच पर बठ परमपरतयप

सयज लमि पादरह लमिट घाटय भर आियप

घाटय भर आियप रयग म मयरय गोतय धीर-धीर खिसक चक थ सयर शरोतय

ग) lsquoउतसयहrsquo ककस रस कय सथयी भयर ह

घ) रयतसलrsquo रस कय सथयी भयर कय ह

ङ) शरागयर रस क कौि स दो भद ह

9

Section C

7 निमिलिखित गदयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

ककसी हदि एक लशषपय ि डरत-डरत िया सयहब को टोकय lsquoबयबय आप ह कय करत ह इतिी परनतषपठय ह आपकी अब तो आपको भयरतरति भी लमि चकय ह ह फटी तहमद ि पहिय कर अचछय िहीा िगतय जब भी कोई आतय ह आप इसी फटी तहमद म सबस

लमित हrsquo िया सयहब मसकरयए ियड स भरकर बोि धत पगिी ई भयरतरति हमको शहिईय प लमिय ह िाधगय प ियहीा तम

िोगो की तरह बियर-लसागयर दित रहत तो उमर ही बीत जयती हो चकती शहियई तब कय ररयज हो पयतय

क) एक हदि एक लशषपय ि िया सयहब को कय कहय को

ि) िया सयहब ि लशषपय को कय समझयय

ग) इसस िया सयहब क सरभयर क बयर म कय पतय चितय ह

5

2

2

1

10

8 निममलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर

अजनिrsquo को कहय ह

ि) मनि भाडयरी कय अपि वपतय स जो रचयररक मतभद थय उस

अपि शबदो म लिखिए

ग) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय कय परदलशवत करतय ह

घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद स बट क सयथ कसय वरहयर करत थ और को

ङ) lsquoिििरी अादयजrsquo पयठ क आधयर पर बतयइए कक ििक ि यतरय करि क लिए सक ड कियस कय हटकट को िरीदय

9 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

श ह य ि रभर ह मयि ह ि सरमयय जजतिय ही दौडय त उतिय ही भरमयय

परभतय कय शरण-बब ाब करि मगतजषपण ह

हर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय ह

जो ह थयथव कहठि उसकय त कर पजि-

छयय मत छिय मि होगय दि दिय

2times4=8

5

11

क) lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo- इस पाजकत स कवर

ककस तथ स अरगत कररयिय चयहतय ह

ि) कवर ि थयथव क पजि की बयत को कही ह

ग) lsquoमगतषपणयrsquo कय परतीकयतमक अथव लिखिए

10 निमिलिखित म स ककनही चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) सागतकयर की मिषपतय ककस कहय गय ह रह मिषपतय कस

बियए रितय ह

ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर रसात ऋत की शोभय कय रणवि कीजजए

ग) परशरयम ि अपिी ककि वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय

घ) आपकी दजषपट म कनय क सयथ दयि की बयत करिय कहया तक

उधचत ह तकव दीजजए

ङ) कवर ि लशश की मसकयि को दातररि मसकयि को कहय ह

कवर क मि पर उस मसकयि कय कय परभयर पडय

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क मयधम स ििक ि समयज पर कय वान ककय ह

2times4=8

4

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

3

समयजशयजसतरो क एक रगव कय मयििय ह कक समयज म चयरो ओर

फिी बरयइो कय एक बडय दरदशवि तथय चिधचतर भी ह दरदशवि

स आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

बबिय सम की पयबादी क घाटो दरदशवि क सयथ धचपक रहिय बबिकि गित ह इसस मयिलसक वरकयस रक जयतय ह िजर

कमजोर हो सकती ह और तियर बढ सकतय ह Nn

क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर कसय ह

ि) दरदशवि कय दषपपरभयर ककि पर अधधक पडतय ह और को

ग) दरदशवि क कय-कय दषपपरभयर ह

घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद कीजजए

ङ) उपवकत गदयाश क लिए उपकत शीषवक लिखिए

2

2

1

1

1

2 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पहढए और पछ गए

परशिो क उततर लिखिए- कोियहि हो य सनियटय कवरतय सदय सजि करती ह जब भी आास हआ परयजजत

कवरतय सदय जाग िडती ह जब भी कतयव हआ अकतयव कवरतय ि जीिय लसिियय यतरयएा

7

4

यतरयएा जब मौि हो गई कवरतय ि चििय लसिियिय जब भी तम कय जलम बढय ह कवरतय िय सव गढयती ह

जब गीतो की फसि िटतीा शीिहरण होतय कलिो कय शबदहीि जब हई चतिय तब-तब चि िटय गलिो कय अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए घर म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाधहो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

क) कवरतय कसी पररजसथो म सजि करती ह सपषपट कीजजए

ि) भयर समझयइए lsquoजब भी तम कय जलम बढय ह कवरतय िय सव गढती हrsquo

ग) गलिो कय चि कब िटतय ह

घ) lsquoपरसपर साबाधो म दररया बढि िगीाrsquo- ह भयर ककस पाजकत म आय ह

ङ) कवरतय जीिय कब लसियती ह

2

2

1

1

1

5

अथरय

जो बीत गई सो बयत गई

जीरि म एक लसतयरय थय मयिय रह बहद पयरय थय रह डब गय तो डब गय

अाबर क आिि को दिो ककति इसक तयर टट

ककति इसक पयर छट

जो छट गए कफर कहया लमि

पर बोिो टट तयरो पर

कब अाबर शोक मियतय ह

जो बीत गई सो बयत गई

जीरि म रह थय एक कसम

थ उस पर नित निछयरर तम

रह सि गय तो सि गय मधबि की छयती को दिो सिी ककतिी इसकी कलिया मरझयई ककतिी रलिररया जो मरझयई कफर कहया खििीा पर बोिो सि फिो पर

कब मधबि शोर मचयतय ह

जो बीत गई सो बयत गई

6

िणड lsquoिrsquo

क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स कय तयतपव ह सपषपट कीजजए

ि) आकयश की ओर कब दििय चयहहए और को

ग) lsquoसि फिrsquo और lsquoमधबिrsquo क परतीकयथव सपषपट कीजजए

घ) टट तयरो कय शोक कौि िहीा मियतय ह

ङ) आपक वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo ककस मयिय होगय

3 निमिलिखित ककनहीा तीि क उततर लिखिए-

क) मि उस वजकत को दिय जो पीडय स करयह रहय थय

(साकत रयक म बदलिए)

ि) जो वजकत पररशरमी होतय ह रह अरश सफि होतय ह

(सरि रयक म बदलिए)

ग) रह कौि-सी पसतक ह जो आपको बहत पसाद ह

(रियाककत उपरयक कय भद लिखिए)

घ) कशमीरी गट क निकलसि कबरगयह म उिकय तयबत उतयरय गय

(लमशर रयक म बदलिए)

2

2

1

1

1

1times3=3

7

4 निमिलिखित रयको म स ककनहीा चयर रयको कय निदशयिसयर

रयच परररतवि कीजजए-

क) बयिगोबबि भगत परभयनतया गयत थ (कमवरयच म बदलिए)

ि) बीमयरी क कयरण रह हया ि आ सकय (भयररयच म बदलिए)

ग) मया क दरयरय बचपि म ही घोवषत कर हदय गय थय

(कतवरयच म बदलिए)

घ) अरनि चय बिय रही ह (कमवरयच म बदलिए)

ङ) घयि हास उड ि पयय (भयरयच म बदलिए)

5 निमिलिखित रयको म स ही ककनहीा चयर रियाककत पदो कय पद-

पररच लिखिए-

क) दयदी जी परनतहदि समयचयर पतर पढती ह

ि) रोहि हया िहीा आय थय

ग) र माबई जय चक ह

घ) पररशरमी अाककतय अपिय कयम सम स परय कर िती ह

ङ) रवर रोज सरर दौडतय ह

6 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर दीजजए-

क) lsquoकरण रसrsquo कय एक उदयहरण लिखिए

1times4=4

1times4=4

1times4=4

8

ि) निमिलिखित कयव पाजकतो म निहहत रस पहचयि कर

लिखिए-

ताबरय ि माच पर बठ परमपरतयप

सयज लमि पादरह लमिट घाटय भर आियप

घाटय भर आियप रयग म मयरय गोतय धीर-धीर खिसक चक थ सयर शरोतय

ग) lsquoउतसयहrsquo ककस रस कय सथयी भयर ह

घ) रयतसलrsquo रस कय सथयी भयर कय ह

ङ) शरागयर रस क कौि स दो भद ह

9

Section C

7 निमिलिखित गदयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

ककसी हदि एक लशषपय ि डरत-डरत िया सयहब को टोकय lsquoबयबय आप ह कय करत ह इतिी परनतषपठय ह आपकी अब तो आपको भयरतरति भी लमि चकय ह ह फटी तहमद ि पहिय कर अचछय िहीा िगतय जब भी कोई आतय ह आप इसी फटी तहमद म सबस

लमित हrsquo िया सयहब मसकरयए ियड स भरकर बोि धत पगिी ई भयरतरति हमको शहिईय प लमिय ह िाधगय प ियहीा तम

िोगो की तरह बियर-लसागयर दित रहत तो उमर ही बीत जयती हो चकती शहियई तब कय ररयज हो पयतय

क) एक हदि एक लशषपय ि िया सयहब को कय कहय को

ि) िया सयहब ि लशषपय को कय समझयय

ग) इसस िया सयहब क सरभयर क बयर म कय पतय चितय ह

5

2

2

1

10

8 निममलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर

अजनिrsquo को कहय ह

ि) मनि भाडयरी कय अपि वपतय स जो रचयररक मतभद थय उस

अपि शबदो म लिखिए

ग) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय कय परदलशवत करतय ह

घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद स बट क सयथ कसय वरहयर करत थ और को

ङ) lsquoिििरी अादयजrsquo पयठ क आधयर पर बतयइए कक ििक ि यतरय करि क लिए सक ड कियस कय हटकट को िरीदय

9 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

श ह य ि रभर ह मयि ह ि सरमयय जजतिय ही दौडय त उतिय ही भरमयय

परभतय कय शरण-बब ाब करि मगतजषपण ह

हर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय ह

जो ह थयथव कहठि उसकय त कर पजि-

छयय मत छिय मि होगय दि दिय

2times4=8

5

11

क) lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo- इस पाजकत स कवर

ककस तथ स अरगत कररयिय चयहतय ह

ि) कवर ि थयथव क पजि की बयत को कही ह

ग) lsquoमगतषपणयrsquo कय परतीकयतमक अथव लिखिए

10 निमिलिखित म स ककनही चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) सागतकयर की मिषपतय ककस कहय गय ह रह मिषपतय कस

बियए रितय ह

ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर रसात ऋत की शोभय कय रणवि कीजजए

ग) परशरयम ि अपिी ककि वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय

घ) आपकी दजषपट म कनय क सयथ दयि की बयत करिय कहया तक

उधचत ह तकव दीजजए

ङ) कवर ि लशश की मसकयि को दातररि मसकयि को कहय ह

कवर क मि पर उस मसकयि कय कय परभयर पडय

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क मयधम स ििक ि समयज पर कय वान ककय ह

2times4=8

4

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

4

यतरयएा जब मौि हो गई कवरतय ि चििय लसिियिय जब भी तम कय जलम बढय ह कवरतय िय सव गढयती ह

जब गीतो की फसि िटतीा शीिहरण होतय कलिो कय शबदहीि जब हई चतिय तब-तब चि िटय गलिो कय अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए घर म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाधहो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

क) कवरतय कसी पररजसथो म सजि करती ह सपषपट कीजजए

ि) भयर समझयइए lsquoजब भी तम कय जलम बढय ह कवरतय िय सव गढती हrsquo

ग) गलिो कय चि कब िटतय ह

घ) lsquoपरसपर साबाधो म दररया बढि िगीाrsquo- ह भयर ककस पाजकत म आय ह

ङ) कवरतय जीिय कब लसियती ह

2

2

1

1

1

5

अथरय

जो बीत गई सो बयत गई

जीरि म एक लसतयरय थय मयिय रह बहद पयरय थय रह डब गय तो डब गय

अाबर क आिि को दिो ककति इसक तयर टट

ककति इसक पयर छट

जो छट गए कफर कहया लमि

पर बोिो टट तयरो पर

कब अाबर शोक मियतय ह

जो बीत गई सो बयत गई

जीरि म रह थय एक कसम

थ उस पर नित निछयरर तम

रह सि गय तो सि गय मधबि की छयती को दिो सिी ककतिी इसकी कलिया मरझयई ककतिी रलिररया जो मरझयई कफर कहया खििीा पर बोिो सि फिो पर

कब मधबि शोर मचयतय ह

जो बीत गई सो बयत गई

6

िणड lsquoिrsquo

क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स कय तयतपव ह सपषपट कीजजए

ि) आकयश की ओर कब दििय चयहहए और को

ग) lsquoसि फिrsquo और lsquoमधबिrsquo क परतीकयथव सपषपट कीजजए

घ) टट तयरो कय शोक कौि िहीा मियतय ह

ङ) आपक वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo ककस मयिय होगय

3 निमिलिखित ककनहीा तीि क उततर लिखिए-

क) मि उस वजकत को दिय जो पीडय स करयह रहय थय

(साकत रयक म बदलिए)

ि) जो वजकत पररशरमी होतय ह रह अरश सफि होतय ह

(सरि रयक म बदलिए)

ग) रह कौि-सी पसतक ह जो आपको बहत पसाद ह

(रियाककत उपरयक कय भद लिखिए)

घ) कशमीरी गट क निकलसि कबरगयह म उिकय तयबत उतयरय गय

(लमशर रयक म बदलिए)

2

2

1

1

1

1times3=3

7

4 निमिलिखित रयको म स ककनहीा चयर रयको कय निदशयिसयर

रयच परररतवि कीजजए-

क) बयिगोबबि भगत परभयनतया गयत थ (कमवरयच म बदलिए)

ि) बीमयरी क कयरण रह हया ि आ सकय (भयररयच म बदलिए)

ग) मया क दरयरय बचपि म ही घोवषत कर हदय गय थय

(कतवरयच म बदलिए)

घ) अरनि चय बिय रही ह (कमवरयच म बदलिए)

ङ) घयि हास उड ि पयय (भयरयच म बदलिए)

5 निमिलिखित रयको म स ही ककनहीा चयर रियाककत पदो कय पद-

पररच लिखिए-

क) दयदी जी परनतहदि समयचयर पतर पढती ह

ि) रोहि हया िहीा आय थय

ग) र माबई जय चक ह

घ) पररशरमी अाककतय अपिय कयम सम स परय कर िती ह

ङ) रवर रोज सरर दौडतय ह

6 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर दीजजए-

क) lsquoकरण रसrsquo कय एक उदयहरण लिखिए

1times4=4

1times4=4

1times4=4

8

ि) निमिलिखित कयव पाजकतो म निहहत रस पहचयि कर

लिखिए-

ताबरय ि माच पर बठ परमपरतयप

सयज लमि पादरह लमिट घाटय भर आियप

घाटय भर आियप रयग म मयरय गोतय धीर-धीर खिसक चक थ सयर शरोतय

ग) lsquoउतसयहrsquo ककस रस कय सथयी भयर ह

घ) रयतसलrsquo रस कय सथयी भयर कय ह

ङ) शरागयर रस क कौि स दो भद ह

9

Section C

7 निमिलिखित गदयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

ककसी हदि एक लशषपय ि डरत-डरत िया सयहब को टोकय lsquoबयबय आप ह कय करत ह इतिी परनतषपठय ह आपकी अब तो आपको भयरतरति भी लमि चकय ह ह फटी तहमद ि पहिय कर अचछय िहीा िगतय जब भी कोई आतय ह आप इसी फटी तहमद म सबस

लमित हrsquo िया सयहब मसकरयए ियड स भरकर बोि धत पगिी ई भयरतरति हमको शहिईय प लमिय ह िाधगय प ियहीा तम

िोगो की तरह बियर-लसागयर दित रहत तो उमर ही बीत जयती हो चकती शहियई तब कय ररयज हो पयतय

क) एक हदि एक लशषपय ि िया सयहब को कय कहय को

ि) िया सयहब ि लशषपय को कय समझयय

ग) इसस िया सयहब क सरभयर क बयर म कय पतय चितय ह

5

2

2

1

10

8 निममलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर

अजनिrsquo को कहय ह

ि) मनि भाडयरी कय अपि वपतय स जो रचयररक मतभद थय उस

अपि शबदो म लिखिए

ग) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय कय परदलशवत करतय ह

घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद स बट क सयथ कसय वरहयर करत थ और को

ङ) lsquoिििरी अादयजrsquo पयठ क आधयर पर बतयइए कक ििक ि यतरय करि क लिए सक ड कियस कय हटकट को िरीदय

9 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

श ह य ि रभर ह मयि ह ि सरमयय जजतिय ही दौडय त उतिय ही भरमयय

परभतय कय शरण-बब ाब करि मगतजषपण ह

हर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय ह

जो ह थयथव कहठि उसकय त कर पजि-

छयय मत छिय मि होगय दि दिय

2times4=8

5

11

क) lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo- इस पाजकत स कवर

ककस तथ स अरगत कररयिय चयहतय ह

ि) कवर ि थयथव क पजि की बयत को कही ह

ग) lsquoमगतषपणयrsquo कय परतीकयतमक अथव लिखिए

10 निमिलिखित म स ककनही चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) सागतकयर की मिषपतय ककस कहय गय ह रह मिषपतय कस

बियए रितय ह

ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर रसात ऋत की शोभय कय रणवि कीजजए

ग) परशरयम ि अपिी ककि वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय

घ) आपकी दजषपट म कनय क सयथ दयि की बयत करिय कहया तक

उधचत ह तकव दीजजए

ङ) कवर ि लशश की मसकयि को दातररि मसकयि को कहय ह

कवर क मि पर उस मसकयि कय कय परभयर पडय

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क मयधम स ििक ि समयज पर कय वान ककय ह

2times4=8

4

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

5

अथरय

जो बीत गई सो बयत गई

जीरि म एक लसतयरय थय मयिय रह बहद पयरय थय रह डब गय तो डब गय

अाबर क आिि को दिो ककति इसक तयर टट

ककति इसक पयर छट

जो छट गए कफर कहया लमि

पर बोिो टट तयरो पर

कब अाबर शोक मियतय ह

जो बीत गई सो बयत गई

जीरि म रह थय एक कसम

थ उस पर नित निछयरर तम

रह सि गय तो सि गय मधबि की छयती को दिो सिी ककतिी इसकी कलिया मरझयई ककतिी रलिररया जो मरझयई कफर कहया खििीा पर बोिो सि फिो पर

कब मधबि शोर मचयतय ह

जो बीत गई सो बयत गई

6

िणड lsquoिrsquo

क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स कय तयतपव ह सपषपट कीजजए

ि) आकयश की ओर कब दििय चयहहए और को

ग) lsquoसि फिrsquo और lsquoमधबिrsquo क परतीकयथव सपषपट कीजजए

घ) टट तयरो कय शोक कौि िहीा मियतय ह

ङ) आपक वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo ककस मयिय होगय

3 निमिलिखित ककनहीा तीि क उततर लिखिए-

क) मि उस वजकत को दिय जो पीडय स करयह रहय थय

(साकत रयक म बदलिए)

ि) जो वजकत पररशरमी होतय ह रह अरश सफि होतय ह

(सरि रयक म बदलिए)

ग) रह कौि-सी पसतक ह जो आपको बहत पसाद ह

(रियाककत उपरयक कय भद लिखिए)

घ) कशमीरी गट क निकलसि कबरगयह म उिकय तयबत उतयरय गय

(लमशर रयक म बदलिए)

2

2

1

1

1

1times3=3

7

4 निमिलिखित रयको म स ककनहीा चयर रयको कय निदशयिसयर

रयच परररतवि कीजजए-

क) बयिगोबबि भगत परभयनतया गयत थ (कमवरयच म बदलिए)

ि) बीमयरी क कयरण रह हया ि आ सकय (भयररयच म बदलिए)

ग) मया क दरयरय बचपि म ही घोवषत कर हदय गय थय

(कतवरयच म बदलिए)

घ) अरनि चय बिय रही ह (कमवरयच म बदलिए)

ङ) घयि हास उड ि पयय (भयरयच म बदलिए)

5 निमिलिखित रयको म स ही ककनहीा चयर रियाककत पदो कय पद-

पररच लिखिए-

क) दयदी जी परनतहदि समयचयर पतर पढती ह

ि) रोहि हया िहीा आय थय

ग) र माबई जय चक ह

घ) पररशरमी अाककतय अपिय कयम सम स परय कर िती ह

ङ) रवर रोज सरर दौडतय ह

6 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर दीजजए-

क) lsquoकरण रसrsquo कय एक उदयहरण लिखिए

1times4=4

1times4=4

1times4=4

8

ि) निमिलिखित कयव पाजकतो म निहहत रस पहचयि कर

लिखिए-

ताबरय ि माच पर बठ परमपरतयप

सयज लमि पादरह लमिट घाटय भर आियप

घाटय भर आियप रयग म मयरय गोतय धीर-धीर खिसक चक थ सयर शरोतय

ग) lsquoउतसयहrsquo ककस रस कय सथयी भयर ह

घ) रयतसलrsquo रस कय सथयी भयर कय ह

ङ) शरागयर रस क कौि स दो भद ह

9

Section C

7 निमिलिखित गदयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

ककसी हदि एक लशषपय ि डरत-डरत िया सयहब को टोकय lsquoबयबय आप ह कय करत ह इतिी परनतषपठय ह आपकी अब तो आपको भयरतरति भी लमि चकय ह ह फटी तहमद ि पहिय कर अचछय िहीा िगतय जब भी कोई आतय ह आप इसी फटी तहमद म सबस

लमित हrsquo िया सयहब मसकरयए ियड स भरकर बोि धत पगिी ई भयरतरति हमको शहिईय प लमिय ह िाधगय प ियहीा तम

िोगो की तरह बियर-लसागयर दित रहत तो उमर ही बीत जयती हो चकती शहियई तब कय ररयज हो पयतय

क) एक हदि एक लशषपय ि िया सयहब को कय कहय को

ि) िया सयहब ि लशषपय को कय समझयय

ग) इसस िया सयहब क सरभयर क बयर म कय पतय चितय ह

5

2

2

1

10

8 निममलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर

अजनिrsquo को कहय ह

ि) मनि भाडयरी कय अपि वपतय स जो रचयररक मतभद थय उस

अपि शबदो म लिखिए

ग) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय कय परदलशवत करतय ह

घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद स बट क सयथ कसय वरहयर करत थ और को

ङ) lsquoिििरी अादयजrsquo पयठ क आधयर पर बतयइए कक ििक ि यतरय करि क लिए सक ड कियस कय हटकट को िरीदय

9 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

श ह य ि रभर ह मयि ह ि सरमयय जजतिय ही दौडय त उतिय ही भरमयय

परभतय कय शरण-बब ाब करि मगतजषपण ह

हर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय ह

जो ह थयथव कहठि उसकय त कर पजि-

छयय मत छिय मि होगय दि दिय

2times4=8

5

11

क) lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo- इस पाजकत स कवर

ककस तथ स अरगत कररयिय चयहतय ह

ि) कवर ि थयथव क पजि की बयत को कही ह

ग) lsquoमगतषपणयrsquo कय परतीकयतमक अथव लिखिए

10 निमिलिखित म स ककनही चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) सागतकयर की मिषपतय ककस कहय गय ह रह मिषपतय कस

बियए रितय ह

ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर रसात ऋत की शोभय कय रणवि कीजजए

ग) परशरयम ि अपिी ककि वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय

घ) आपकी दजषपट म कनय क सयथ दयि की बयत करिय कहया तक

उधचत ह तकव दीजजए

ङ) कवर ि लशश की मसकयि को दातररि मसकयि को कहय ह

कवर क मि पर उस मसकयि कय कय परभयर पडय

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क मयधम स ििक ि समयज पर कय वान ककय ह

2times4=8

4

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

6

िणड lsquoिrsquo

क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स कय तयतपव ह सपषपट कीजजए

ि) आकयश की ओर कब दििय चयहहए और को

ग) lsquoसि फिrsquo और lsquoमधबिrsquo क परतीकयथव सपषपट कीजजए

घ) टट तयरो कय शोक कौि िहीा मियतय ह

ङ) आपक वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo ककस मयिय होगय

3 निमिलिखित ककनहीा तीि क उततर लिखिए-

क) मि उस वजकत को दिय जो पीडय स करयह रहय थय

(साकत रयक म बदलिए)

ि) जो वजकत पररशरमी होतय ह रह अरश सफि होतय ह

(सरि रयक म बदलिए)

ग) रह कौि-सी पसतक ह जो आपको बहत पसाद ह

(रियाककत उपरयक कय भद लिखिए)

घ) कशमीरी गट क निकलसि कबरगयह म उिकय तयबत उतयरय गय

(लमशर रयक म बदलिए)

2

2

1

1

1

1times3=3

7

4 निमिलिखित रयको म स ककनहीा चयर रयको कय निदशयिसयर

रयच परररतवि कीजजए-

क) बयिगोबबि भगत परभयनतया गयत थ (कमवरयच म बदलिए)

ि) बीमयरी क कयरण रह हया ि आ सकय (भयररयच म बदलिए)

ग) मया क दरयरय बचपि म ही घोवषत कर हदय गय थय

(कतवरयच म बदलिए)

घ) अरनि चय बिय रही ह (कमवरयच म बदलिए)

ङ) घयि हास उड ि पयय (भयरयच म बदलिए)

5 निमिलिखित रयको म स ही ककनहीा चयर रियाककत पदो कय पद-

पररच लिखिए-

क) दयदी जी परनतहदि समयचयर पतर पढती ह

ि) रोहि हया िहीा आय थय

ग) र माबई जय चक ह

घ) पररशरमी अाककतय अपिय कयम सम स परय कर िती ह

ङ) रवर रोज सरर दौडतय ह

6 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर दीजजए-

क) lsquoकरण रसrsquo कय एक उदयहरण लिखिए

1times4=4

1times4=4

1times4=4

8

ि) निमिलिखित कयव पाजकतो म निहहत रस पहचयि कर

लिखिए-

ताबरय ि माच पर बठ परमपरतयप

सयज लमि पादरह लमिट घाटय भर आियप

घाटय भर आियप रयग म मयरय गोतय धीर-धीर खिसक चक थ सयर शरोतय

ग) lsquoउतसयहrsquo ककस रस कय सथयी भयर ह

घ) रयतसलrsquo रस कय सथयी भयर कय ह

ङ) शरागयर रस क कौि स दो भद ह

9

Section C

7 निमिलिखित गदयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

ककसी हदि एक लशषपय ि डरत-डरत िया सयहब को टोकय lsquoबयबय आप ह कय करत ह इतिी परनतषपठय ह आपकी अब तो आपको भयरतरति भी लमि चकय ह ह फटी तहमद ि पहिय कर अचछय िहीा िगतय जब भी कोई आतय ह आप इसी फटी तहमद म सबस

लमित हrsquo िया सयहब मसकरयए ियड स भरकर बोि धत पगिी ई भयरतरति हमको शहिईय प लमिय ह िाधगय प ियहीा तम

िोगो की तरह बियर-लसागयर दित रहत तो उमर ही बीत जयती हो चकती शहियई तब कय ररयज हो पयतय

क) एक हदि एक लशषपय ि िया सयहब को कय कहय को

ि) िया सयहब ि लशषपय को कय समझयय

ग) इसस िया सयहब क सरभयर क बयर म कय पतय चितय ह

5

2

2

1

10

8 निममलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर

अजनिrsquo को कहय ह

ि) मनि भाडयरी कय अपि वपतय स जो रचयररक मतभद थय उस

अपि शबदो म लिखिए

ग) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय कय परदलशवत करतय ह

घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद स बट क सयथ कसय वरहयर करत थ और को

ङ) lsquoिििरी अादयजrsquo पयठ क आधयर पर बतयइए कक ििक ि यतरय करि क लिए सक ड कियस कय हटकट को िरीदय

9 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

श ह य ि रभर ह मयि ह ि सरमयय जजतिय ही दौडय त उतिय ही भरमयय

परभतय कय शरण-बब ाब करि मगतजषपण ह

हर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय ह

जो ह थयथव कहठि उसकय त कर पजि-

छयय मत छिय मि होगय दि दिय

2times4=8

5

11

क) lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo- इस पाजकत स कवर

ककस तथ स अरगत कररयिय चयहतय ह

ि) कवर ि थयथव क पजि की बयत को कही ह

ग) lsquoमगतषपणयrsquo कय परतीकयतमक अथव लिखिए

10 निमिलिखित म स ककनही चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) सागतकयर की मिषपतय ककस कहय गय ह रह मिषपतय कस

बियए रितय ह

ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर रसात ऋत की शोभय कय रणवि कीजजए

ग) परशरयम ि अपिी ककि वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय

घ) आपकी दजषपट म कनय क सयथ दयि की बयत करिय कहया तक

उधचत ह तकव दीजजए

ङ) कवर ि लशश की मसकयि को दातररि मसकयि को कहय ह

कवर क मि पर उस मसकयि कय कय परभयर पडय

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क मयधम स ििक ि समयज पर कय वान ककय ह

2times4=8

4

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

7

4 निमिलिखित रयको म स ककनहीा चयर रयको कय निदशयिसयर

रयच परररतवि कीजजए-

क) बयिगोबबि भगत परभयनतया गयत थ (कमवरयच म बदलिए)

ि) बीमयरी क कयरण रह हया ि आ सकय (भयररयच म बदलिए)

ग) मया क दरयरय बचपि म ही घोवषत कर हदय गय थय

(कतवरयच म बदलिए)

घ) अरनि चय बिय रही ह (कमवरयच म बदलिए)

ङ) घयि हास उड ि पयय (भयरयच म बदलिए)

5 निमिलिखित रयको म स ही ककनहीा चयर रियाककत पदो कय पद-

पररच लिखिए-

क) दयदी जी परनतहदि समयचयर पतर पढती ह

ि) रोहि हया िहीा आय थय

ग) र माबई जय चक ह

घ) पररशरमी अाककतय अपिय कयम सम स परय कर िती ह

ङ) रवर रोज सरर दौडतय ह

6 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर दीजजए-

क) lsquoकरण रसrsquo कय एक उदयहरण लिखिए

1times4=4

1times4=4

1times4=4

8

ि) निमिलिखित कयव पाजकतो म निहहत रस पहचयि कर

लिखिए-

ताबरय ि माच पर बठ परमपरतयप

सयज लमि पादरह लमिट घाटय भर आियप

घाटय भर आियप रयग म मयरय गोतय धीर-धीर खिसक चक थ सयर शरोतय

ग) lsquoउतसयहrsquo ककस रस कय सथयी भयर ह

घ) रयतसलrsquo रस कय सथयी भयर कय ह

ङ) शरागयर रस क कौि स दो भद ह

9

Section C

7 निमिलिखित गदयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

ककसी हदि एक लशषपय ि डरत-डरत िया सयहब को टोकय lsquoबयबय आप ह कय करत ह इतिी परनतषपठय ह आपकी अब तो आपको भयरतरति भी लमि चकय ह ह फटी तहमद ि पहिय कर अचछय िहीा िगतय जब भी कोई आतय ह आप इसी फटी तहमद म सबस

लमित हrsquo िया सयहब मसकरयए ियड स भरकर बोि धत पगिी ई भयरतरति हमको शहिईय प लमिय ह िाधगय प ियहीा तम

िोगो की तरह बियर-लसागयर दित रहत तो उमर ही बीत जयती हो चकती शहियई तब कय ररयज हो पयतय

क) एक हदि एक लशषपय ि िया सयहब को कय कहय को

ि) िया सयहब ि लशषपय को कय समझयय

ग) इसस िया सयहब क सरभयर क बयर म कय पतय चितय ह

5

2

2

1

10

8 निममलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर

अजनिrsquo को कहय ह

ि) मनि भाडयरी कय अपि वपतय स जो रचयररक मतभद थय उस

अपि शबदो म लिखिए

ग) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय कय परदलशवत करतय ह

घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद स बट क सयथ कसय वरहयर करत थ और को

ङ) lsquoिििरी अादयजrsquo पयठ क आधयर पर बतयइए कक ििक ि यतरय करि क लिए सक ड कियस कय हटकट को िरीदय

9 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

श ह य ि रभर ह मयि ह ि सरमयय जजतिय ही दौडय त उतिय ही भरमयय

परभतय कय शरण-बब ाब करि मगतजषपण ह

हर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय ह

जो ह थयथव कहठि उसकय त कर पजि-

छयय मत छिय मि होगय दि दिय

2times4=8

5

11

क) lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo- इस पाजकत स कवर

ककस तथ स अरगत कररयिय चयहतय ह

ि) कवर ि थयथव क पजि की बयत को कही ह

ग) lsquoमगतषपणयrsquo कय परतीकयतमक अथव लिखिए

10 निमिलिखित म स ककनही चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) सागतकयर की मिषपतय ककस कहय गय ह रह मिषपतय कस

बियए रितय ह

ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर रसात ऋत की शोभय कय रणवि कीजजए

ग) परशरयम ि अपिी ककि वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय

घ) आपकी दजषपट म कनय क सयथ दयि की बयत करिय कहया तक

उधचत ह तकव दीजजए

ङ) कवर ि लशश की मसकयि को दातररि मसकयि को कहय ह

कवर क मि पर उस मसकयि कय कय परभयर पडय

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क मयधम स ििक ि समयज पर कय वान ककय ह

2times4=8

4

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

8

ि) निमिलिखित कयव पाजकतो म निहहत रस पहचयि कर

लिखिए-

ताबरय ि माच पर बठ परमपरतयप

सयज लमि पादरह लमिट घाटय भर आियप

घाटय भर आियप रयग म मयरय गोतय धीर-धीर खिसक चक थ सयर शरोतय

ग) lsquoउतसयहrsquo ककस रस कय सथयी भयर ह

घ) रयतसलrsquo रस कय सथयी भयर कय ह

ङ) शरागयर रस क कौि स दो भद ह

9

Section C

7 निमिलिखित गदयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

ककसी हदि एक लशषपय ि डरत-डरत िया सयहब को टोकय lsquoबयबय आप ह कय करत ह इतिी परनतषपठय ह आपकी अब तो आपको भयरतरति भी लमि चकय ह ह फटी तहमद ि पहिय कर अचछय िहीा िगतय जब भी कोई आतय ह आप इसी फटी तहमद म सबस

लमित हrsquo िया सयहब मसकरयए ियड स भरकर बोि धत पगिी ई भयरतरति हमको शहिईय प लमिय ह िाधगय प ियहीा तम

िोगो की तरह बियर-लसागयर दित रहत तो उमर ही बीत जयती हो चकती शहियई तब कय ररयज हो पयतय

क) एक हदि एक लशषपय ि िया सयहब को कय कहय को

ि) िया सयहब ि लशषपय को कय समझयय

ग) इसस िया सयहब क सरभयर क बयर म कय पतय चितय ह

5

2

2

1

10

8 निममलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर

अजनिrsquo को कहय ह

ि) मनि भाडयरी कय अपि वपतय स जो रचयररक मतभद थय उस

अपि शबदो म लिखिए

ग) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय कय परदलशवत करतय ह

घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद स बट क सयथ कसय वरहयर करत थ और को

ङ) lsquoिििरी अादयजrsquo पयठ क आधयर पर बतयइए कक ििक ि यतरय करि क लिए सक ड कियस कय हटकट को िरीदय

9 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

श ह य ि रभर ह मयि ह ि सरमयय जजतिय ही दौडय त उतिय ही भरमयय

परभतय कय शरण-बब ाब करि मगतजषपण ह

हर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय ह

जो ह थयथव कहठि उसकय त कर पजि-

छयय मत छिय मि होगय दि दिय

2times4=8

5

11

क) lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo- इस पाजकत स कवर

ककस तथ स अरगत कररयिय चयहतय ह

ि) कवर ि थयथव क पजि की बयत को कही ह

ग) lsquoमगतषपणयrsquo कय परतीकयतमक अथव लिखिए

10 निमिलिखित म स ककनही चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) सागतकयर की मिषपतय ककस कहय गय ह रह मिषपतय कस

बियए रितय ह

ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर रसात ऋत की शोभय कय रणवि कीजजए

ग) परशरयम ि अपिी ककि वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय

घ) आपकी दजषपट म कनय क सयथ दयि की बयत करिय कहया तक

उधचत ह तकव दीजजए

ङ) कवर ि लशश की मसकयि को दातररि मसकयि को कहय ह

कवर क मि पर उस मसकयि कय कय परभयर पडय

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क मयधम स ििक ि समयज पर कय वान ककय ह

2times4=8

4

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

9

Section C

7 निमिलिखित गदयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

ककसी हदि एक लशषपय ि डरत-डरत िया सयहब को टोकय lsquoबयबय आप ह कय करत ह इतिी परनतषपठय ह आपकी अब तो आपको भयरतरति भी लमि चकय ह ह फटी तहमद ि पहिय कर अचछय िहीा िगतय जब भी कोई आतय ह आप इसी फटी तहमद म सबस

लमित हrsquo िया सयहब मसकरयए ियड स भरकर बोि धत पगिी ई भयरतरति हमको शहिईय प लमिय ह िाधगय प ियहीा तम

िोगो की तरह बियर-लसागयर दित रहत तो उमर ही बीत जयती हो चकती शहियई तब कय ररयज हो पयतय

क) एक हदि एक लशषपय ि िया सयहब को कय कहय को

ि) िया सयहब ि लशषपय को कय समझयय

ग) इसस िया सयहब क सरभयर क बयर म कय पतय चितय ह

5

2

2

1

10

8 निममलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर

अजनिrsquo को कहय ह

ि) मनि भाडयरी कय अपि वपतय स जो रचयररक मतभद थय उस

अपि शबदो म लिखिए

ग) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय कय परदलशवत करतय ह

घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद स बट क सयथ कसय वरहयर करत थ और को

ङ) lsquoिििरी अादयजrsquo पयठ क आधयर पर बतयइए कक ििक ि यतरय करि क लिए सक ड कियस कय हटकट को िरीदय

9 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

श ह य ि रभर ह मयि ह ि सरमयय जजतिय ही दौडय त उतिय ही भरमयय

परभतय कय शरण-बब ाब करि मगतजषपण ह

हर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय ह

जो ह थयथव कहठि उसकय त कर पजि-

छयय मत छिय मि होगय दि दिय

2times4=8

5

11

क) lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo- इस पाजकत स कवर

ककस तथ स अरगत कररयिय चयहतय ह

ि) कवर ि थयथव क पजि की बयत को कही ह

ग) lsquoमगतषपणयrsquo कय परतीकयतमक अथव लिखिए

10 निमिलिखित म स ककनही चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) सागतकयर की मिषपतय ककस कहय गय ह रह मिषपतय कस

बियए रितय ह

ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर रसात ऋत की शोभय कय रणवि कीजजए

ग) परशरयम ि अपिी ककि वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय

घ) आपकी दजषपट म कनय क सयथ दयि की बयत करिय कहया तक

उधचत ह तकव दीजजए

ङ) कवर ि लशश की मसकयि को दातररि मसकयि को कहय ह

कवर क मि पर उस मसकयि कय कय परभयर पडय

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क मयधम स ििक ि समयज पर कय वान ककय ह

2times4=8

4

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

10

8 निममलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर

अजनिrsquo को कहय ह

ि) मनि भाडयरी कय अपि वपतय स जो रचयररक मतभद थय उस

अपि शबदो म लिखिए

ग) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय कय परदलशवत करतय ह

घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद स बट क सयथ कसय वरहयर करत थ और को

ङ) lsquoिििरी अादयजrsquo पयठ क आधयर पर बतयइए कक ििक ि यतरय करि क लिए सक ड कियस कय हटकट को िरीदय

9 निमिलिखित कयवयाश को धयिपरवक पढकर पछ गए परशिो क

उततर लिखिए-

श ह य ि रभर ह मयि ह ि सरमयय जजतिय ही दौडय त उतिय ही भरमयय

परभतय कय शरण-बब ाब करि मगतजषपण ह

हर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय ह

जो ह थयथव कहठि उसकय त कर पजि-

छयय मत छिय मि होगय दि दिय

2times4=8

5

11

क) lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo- इस पाजकत स कवर

ककस तथ स अरगत कररयिय चयहतय ह

ि) कवर ि थयथव क पजि की बयत को कही ह

ग) lsquoमगतषपणयrsquo कय परतीकयतमक अथव लिखिए

10 निमिलिखित म स ककनही चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) सागतकयर की मिषपतय ककस कहय गय ह रह मिषपतय कस

बियए रितय ह

ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर रसात ऋत की शोभय कय रणवि कीजजए

ग) परशरयम ि अपिी ककि वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय

घ) आपकी दजषपट म कनय क सयथ दयि की बयत करिय कहया तक

उधचत ह तकव दीजजए

ङ) कवर ि लशश की मसकयि को दातररि मसकयि को कहय ह

कवर क मि पर उस मसकयि कय कय परभयर पडय

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क मयधम स ििक ि समयज पर कय वान ककय ह

2times4=8

4

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

11

क) lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo- इस पाजकत स कवर

ककस तथ स अरगत कररयिय चयहतय ह

ि) कवर ि थयथव क पजि की बयत को कही ह

ग) lsquoमगतषपणयrsquo कय परतीकयतमक अथव लिखिए

10 निमिलिखित म स ककनही चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) सागतकयर की मिषपतय ककस कहय गय ह रह मिषपतय कस

बियए रितय ह

ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर रसात ऋत की शोभय कय रणवि कीजजए

ग) परशरयम ि अपिी ककि वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय

घ) आपकी दजषपट म कनय क सयथ दयि की बयत करिय कहया तक

उधचत ह तकव दीजजए

ङ) कवर ि लशश की मसकयि को दातररि मसकयि को कहय ह

कवर क मि पर उस मसकयि कय कय परभयर पडय

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क मयधम स ििक ि समयज पर कय वान ककय ह

2times4=8

4

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

12

Section D

लसजककम की रती क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपटत होतय ह कक

अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर ह

आप ककस परकयर रयषपर क परनत अपि कतवव निभयकर दश क परनत

अपिय परम परकट कर सकत ह समझयइए

12 निमिलिखित म स ककसी एक वरष पर हदए गए साकत बब ादओा क आधयर पर िगभग 200 स 250 शबदो म निबाध लिखिए-

क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण

2 समयज पर परभयर

3 वयरहयररक समयधयि

ि) सरचछ भयरत अलभयि

1 वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि

2 असरचछतय स हयनिया 3 रोकि क उपय

ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश

2 बदियर कसय 3 पररणयम

10

अथरय

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

13

13 गत कछ हदिो स आपक कषतर म अपरयध बढि िग ह जजसस आप

धचानतत ह इि अपरयधो की रोकधयम क लिए थयियधकष को पतर

लिखिए

आपकय एक लमतर लशमिय म रहतय ह आप उसक आमातरण पर

गरीषपमयरकयश म रहया गए थ और परयकनतक सौदव कय िब आिाद

उठयय थय घर रयपस िौटि पर कतजञतय वकत करत हए लमतर

को पतर लिखिए

14 अनतरजषपट क कयरण कछ शहर बयढ गरसत ह रहया क निरयलसो की सहयतयथव सयमगरी एकतर करि हत एक वरजञयपि िगभग 50

शबदो म तयर कीजजए

बॉि पिो की एक का पिी lsquoसफिrsquo ियम स बयजयर म आई ह उसक

लिए एक वरजञयपि िगभग 50 शबदो म तयर कीजजए

5

5

अथरय

अथरय

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

14

Set - 2

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) पयठ क आधयर पर मनि भणडयरी की मया क सरभयर की वरशषतयएा लिखिए

ि) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ कय सादश कय ह सपषपट कीजजए

ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क वरहयर पर अपि

वरचयर लिखिए

घ) lsquoफयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo को कहय गय हrsquo ङ) ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

को मयिय ह

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo उस पाजकत

स कय सादश हदय गय ह

ि) कवर अपि मि को lsquoछयय मत छियrsquo कहकर कय समझयिय चयहतय ह

ग) lsquoछ गय तमस कक झरि िग शफयलिकय क फिrsquo उस पाजकत

कय आश ियगयजवि की कवरतय क सादभव म सपषपट कीजजए

घ) समनत को पयथ बियि स जशाकर परसयद कय कय आश ह

ङ) परशरयम को िकषमण ि रीर ोदधय क कय िकषण बतयए ह

2times4=8

2times4=8

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

15

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर लिखिए कक दश की सीमय पर सनिक ककस परकयर की कहठियइो स जझत ह उिक परनत

भयरती रको कय कय उततरयदयनतर होिय चयहहए

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo को िकर शयसि म ििबिी को थी इसम निहहत वान को सपषपट कीजजए

13 ककसी बस म रयरदयत कर भयग रह अपरयधी को सारयहक दरयरय पकड कर पलिस को सौपि की घटिय की वरररण सहहत जयिकयरी दत हए परररहि वरभयग क परबाधक को पतर लििकर कक उस

परसकत करि कय अिरोध कीजजए

आपकी बहि कसब स अपिी पढयई परी कर आग लशकषय क लिए

बड िगर म गई ह िगर क बयतयररण म साभयवरत परशयनिो की चचयव करत हए उिस बचि क तरीक उस पतर दरयरय समझयइए

4

5

अथरय

अथरय

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

16

Set - 3

8 निमिलिखित म स ककनहीा चयर क उततर साकषप म लिखिए-

क) मनि भणडयरी क वपतय क दककयिसी लमतर ि उनह कय बतयय कक र भडक उठ

ि) बयिगोबबि भगत की हदिचयव िोगो क आशचव कय कयरण

को थी

ग) कस कह सकत ह कक बबजसमलिय िया लमिी-जिी सासकनत क

परतीक थ

घ) lsquoफयदर बलक की उपजसथनत दरदयर की छयय जसी िगती थीrsquo- इस मयनतय कय कयरण समझयइए

ङ) lsquoितयजी कय चशमयrsquo पयठ क आधयर पर आश समझयइए- lsquoकय होगय उस कौम कय जो अपि दश की ियनतर घर-गहसथी जरयिी-जजादगी सब कछ होम दि रयिो पर भी हासती हrsquo

10 निमिलिखित म स ककनहीा चयर परशिो क उततर साकषप म लिखिए-

क) िकषमण ि धिष टटि क ककि कयरणो की साभयरिय वकत

करत हए रयम को निदोष बतयय

ि) फयगि म ऐसी कय बयत थी कक कवर की आाि हट िहीा रही ह

ग) फसि कय ह- इसको िकर फसि क बयर म कवर ि कय-कय साभयरियएा वकत की ह

घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरी जीरि क

बाधिrsquo को कहय गय ह

ङ) सागतकयर ककस कहय जयतय ह उसकी भलमकय कय होती ह

2times4=8

2times4=8

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

17

11 lsquoसयिय-सयिय हयथ जोडडrsquo क आधयर पर गागतोक क मयगव क

परयकनतक सौनदव कय रणवि कीजजए जजस दिकर िखिकय को अिभर हआ- ldquoजीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदवrdquo

lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo क बहयि भयरती शयसितातर पर कक गए

वान को सपषपट करत हए पतरकयरो की भलमकय पर भी हटपपणी कीजजए|

13 ककसी वरशष टी री चिि दरयरय अाधवरशरयसो को परोतसयहहत

करि रयि अरजञयनिक और तकव हीि कयवकरम परयः हदियए जयि

पर अपि वरचयर वकत करत हए ककसी समयचयर पतर क सापयदक

को पतर लिखिए

आप अपि ककसी चक क लिए बहत िजजजत ह और मया क सयमि

जयि कय सयहस भी िहीा जटय पय रह ह तथो को सपषपट करत हए

मया को पतर लििकर कषमययचिय कीजजए

4

5

अथरय

अथरय

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

18

1 (क) आजकि दरदशवि क धयरयरयहहको कय सतर निमि हो गय ह

उिम अशिीितय अियसथय फशि तथय िनतक बरयइया अधधक दिि

को लमिती ह इि धयरयरयहहको म पररपकरतय और िनतकतय कय अभयर होतय ह

(ि) दरदशवि कय दषपपरभयर छोट बचचो पर अधधक पडतय ह छोट बयिक

मयिलसक रप स पररपकर िहीा होत इस उमर म र जो भी दित ह उसकय परभयर उिक हदमयग पर अाककत हो जयतय ह बरी आदतो को र

शीघर ही अपिय ित ह इसी कयरण स छोट बचचो पर दरदशवि कय दषपपरभयर अधधक पडतय ह|

(ग) दरदशवि क आि क कयरण िोग घाटो तक इस दित रहत ह और

अपि आपको एरा परररयर को सम िहीा दत| इसी कयरण स

आतमसीलमततय जडतय पागतय अकियपि आहद दोष बढ ह

(घ) बयलयरसथय शबद कय साधध-वरचछद ह बयल + अरसथय हया अ +

अ = आ(सरर साधध)

सरर साधध - दो सररो क मि स होि रयि वरकयर (परररतवि) को सरर-साधध कहत ह

Solutions (Set-1)

Section A (Solutions)

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

19

(ड) गदयाश क लिए उपकत शीषवक lsquoदरदशवि और उसक दषपपरभयरrsquo ह

2 (क) कोियहि हो य सनियटय हो कवरतय हर पररजसथनत म सजि करती ह कवरतय क सजि क लिए ककसी वरशष पररजसथनत की आरशकतय िहीा होती

(ि) जब-जब जीरि म अाधकयर रपी निरयशयएा बढती ह तब-तब कवरतय सव की भयानत हमयर मि म आशय अथरय परकयश कय साचयर करती ह

(ग) जब चतिय शबदहीि हो जयती ह उस पररजसथनत म गलिो कय चि

िट जयतय ह|

(घ) अपि भी हो गए परयए

ो झठ अिबाध हो गए

घऱ म ही रिरयस हो रहय ो गाग साबाध हो गए

(ड) जीरि म जब कछ भी गित घहटत हो जयतय ह अथरय जब एक

कमवठ वजकत अकमवण हो जयतय ह उस पररजसथनत म कवरतय जीिय लसियती ह|

(क) lsquoजो बीत गई सो बयत गईrsquo स तयतपव ह कक हम बीत सम क बयर

म जयदय िहीा सोचिय चयहहए बीतय हआ सम कभी रयवपस िहीा आ

सकतय और इसलिए इसक बयर म सोचि स हम कछ भी हयलसि िहीा

अथरय

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

20

होि रयिय बीत सम क बयर म सोचिय वथव ह हम अपि बीत सम

क बयर म िहीा सोचिय चयहहए

(ि) रयत म जब तयर टटत ह तब आकयश की ओर दििय चयहहए इस

घटिय को दिकर हम वरकट पररजसथनतो म भी ध व बियए रिि की सीि लमिती ह|

(ग) lsquoसि फिrsquo बीत हए सम और lsquoमधबिrsquo जीरि कय परतीक ह

(घ) lsquoअमबरrsquo अथयवत आकयश टट तयरो कय शोक िहीा मियतय|

(घ) मर वरचयर स lsquoजीरि म एक लसतयरयrsquo अतात वपर वजकत अथरय सि को मयिय गय होगय

3 (क) मि उस वजकत को दिय थय और रह पीडय स करयह रहय थय

(ि) पररशरमी वजकत अरश सफि होतय ह

(ग) साजञय उपरयक

जो आधशरत उपरयक परधयि रयक की ककरय क कतयव कमव अथरय परक

क रप म परकत हो उनह साजञय उपरयक कहत ह

Section B (Solutions)

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

21

(घ) कशमीरी गट कय जो निकलसि कबरगयह ह रहया उिकय तयबत उतयरय गय

4 (क) बयिगोबबि भगत दरयरय परभयनतया गयई जयती थी

(ि) बीमयरी क कयरण उसस हया िय आय जय सकय

(ग) मया ि बचपि म ही घोवषत कर हदय थय

(घ) अरनि दरयरय चय बियई जय रही ह

(ड) घयि हास स उडय िहीा गय

5 (क) सकरमवक ककरय सतरीलिाग रतवमयि कयि एक रचि

(ि) सथयि रयचक ककरय वरशषण(ककरय क होि कय सथयि बतयि रयिय) (ग) सरवियम कतयव (घ) गण रयचक वरशषण

(ड) वजकतरयचक साजञय कतयव एकरचि

6 (क) हय रयम कस झि हम अपिी िजजय अपिय शोक

गय हमयर ही हयथो स अपिय रयषपर वपतय परिोक

(ि) इि पाजकतो म हयस रस ह

इसकय सथयई भयर हयस होतय ह| इसक अातगवत रशभषय रयणी आहद

की वरकनत को दिकर मि म जो वरिोद कय भयर उतपनि होतय ह और

कफर उसस जो हयस की उतपवतत होती ह उस ही हयस रस कहत ह|

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

22

(ग) lsquoउतसयहrsquo रीर रस कय सथयी भयर ह

(घ) lsquoरयतसल रसrsquo कय सथयी भयर रतसितय तथय सिह होतय ह

(ड) शरागयर रस क दो भद होत ह- साोग शरागयर और वरोग शरागयर ह

7 (क) लशषपय ि एक हदि िया सयहब स कहय कक आप अदवरती परनतभय क धिी ह और आपको इस परनतभय क कयरण भयरतरति भी लमि चकय ह अब तो ह फटी तहमद िय पहिय कर अचछय िहीा िगतय| इति

परनतजषपठत वजकत कय फट कपड पहििय उधचत िहीा ह|

(ि) िया सयहब ि लशषपय स कहय ह भयरत रति हम शहियई बजयि म लमिय ह िाधगय पहिि म िहीा तम िोग बियर शरागयर दित रहत हो अगर ऐसय करतय तो हो चकती शहियई उिकय कहि कय तयतपव थय कक परनतभय महतरपणव होती ह ि कक पहियरय

(ग) इसस पतय चितय ह कक िया सयहब बहत ही सयधयरण वजकत थ|

बियरट य ा कह कक हदियरय उनह बबलकि भी पसाद िहीा थय उनह

Section C (Solutions)

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

23

शहियई बजयि कय शौक थय रह अपि इस कयम क परनत बहत गाभीर

थ र अतात सरि सरभयर क वजकत थ

8 (क) फयदर बलक रोप क बजलजम म जनम थ िककि िद को हमशय भयरती ही मयित थ फयदर बलक ि हहादी को समदध और रयषपरभयषय क रप म सथयवपत करि म भरसक सहोग हदय जजस परकयर स जञ

की पवरतर अजनि अपिी सरचछतय तथय हदव जोनत स सबको परभयवरत करती ह| उसी परकयर स फयदर कयलमि बलक ि अपि कयमो स और अपि उदयर वजकततर स समपणव समयज को परभयवरत ककय थय इसी कयरण स ििक ि फयदर कयलमि बलक की यद को lsquoजञ की पवरतर अजनिrsquo कहय

(ि) िखिकय क वपतय दोहर वजकततर क वजकत थ र आधनिकतय क

समथवक थ और र औरतो को करि रसोई तक सीलमत िहीा दििय चयहत थ| र िडकको की शयदी जलदी करि क पकष म भी िहीा थ|

िककि दसरी ओर र ह भी मयित थ कक जसतरो कय दयरय चयरदीरयरी क अनदर तक सीलमत होिय चयहहए उनह मनि भाडयरी कय सरतातरतय सागरयम म भयग ििय और भयषण दिय पसाद िहीा थय इसी दोहर चररतर

क कयरण मनि भाडयरी और उिक वपतय क बीच रचयररक मतभद थ

(ग) ितयजी कय चशमय पयठ म बचचो दरयरय मनत व पर सरका ड कय चशमय िगयिय परदलशवत करतय ह कक दश क निमयवण म करोडो वजकत अपि-

अपि ढाग स ोगदयि द रह ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक बचच

भी शयलमि ह

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

24

(घ) बयिगोबबि भगत अपि ससत और बोद बट क सयथ वरशष िगयर

रित थ उिकय बटय कमजोर और माद बदधध थय िककि कफर भी बयिगोबबि भगत उस समसय अथरय बोझ िहीा मयित थ बजलक र तो उसस वरशष िगयर रित थ कोकक उिकय मयििय थय कक कमजोर एरा मादबदधध वजकत को अधधक दिभयि और पयर की आरशकतय होती ह

(ड) रिर म सक ड कियस कय ककरयय अधधक होतय ह जजस रजह स

रहया पर भीड भयड जयदय िहीा होती ििक को कहयिी क सोच-वरचयर

क लिए एकयात की आरशकतय थी ििक परयकनतक दषप दित रकत

ककसी भी तरह की रकयरट िहीा चयहतय थय| इसलिए ििक ि सक ड

कियस कय हटकट िरीदय

9 () lsquoहर चाहदरकय म नछपी एक रयत कषपणय हrsquo इस पाजकत स कवर कय आश ह कक जीरि म सि और दि दोिो ही मौजद ह दोिो ही जीरि

क सत ह दि क बबिय सि आिादरहहत ह इसलिए हम दोिो क लिए

तयर रहिय चयहहए

(ि) थयथव पजि स कवर कय मतिब थयथव को सरीकयर करिय ह हम कहठि थयथव को भी सरीकयर करि क लिए तयर रहिय चयहहए

(ग) मगतषपणय छि और भरम कय परतीक ह

10 (क) सागतकयर म ोनतय परनतभय कषमतय और अरसर होि पर भी रह

अपिी आरयज को मख गयक की आरयज स ऊा चय िहीा उठयतय ह रह

कभी भी अपिी गयनकी को मख गयक स बहतर सयबबत करि कय

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

25

परयस िहीा करतय इस सागतकयर की मिषपतय कहय गय ह रह मख

गयक को परय सममयि दत हए अपिी आरयज को हमशय मख गयक

स िीच रितय ह सागतकयर कय ह कयव उसकी मिषपतय कय परतीक

(ि) lsquoअट िहीा रही हrsquo कवरतय क आधयर पर कवर ि रसात ऋत की सादरतय कय रणवि ककय ह कवर कहतय ह कक रसात ऋत क सम

सादरतय परकनत क कण-कण म बसी होती ह परकनत क कोि कोि म अिठी सी सगाध भर जयती ह जो कवर की कलपिय को और ऊा ची उडयि

दती ह

(ग) परशरयम ि अपिी निमिलिखित वरशषतयओा क उलिि क दरयरय िकषमण को डरयि कय परयस ककय-

1 म पर वरशर म कषबतरो क घोर वररोधधो क रप म परलसदध हा

2 मि अपिी इनहीा भजयओा दरयरय कई बयर पथरी को रयजयओा स रहहत

ककय ह बरयहमणो को दयि म हदय ह

3 इस फरस स कई बयहबलिो की भजयओा को कयट डयिय ह परशरयम

ि अपिी इनहीा वरशषतयओा कय उलिि कर िकषमण को डरयि कय परयस

ककय

(घ) हमयर समयज म गो स कनयदयि की परापरय चिी आती रही ह

िडकी की शयदी क बयद रह अपि पनत क घर रहि जयती ह शयदी क

दौरयि कनय कय दयि ककय जयतय ह मरी िजर म ह कनय कय दयि

एकदम गित ह आजकि िडकय और िडकी दोिो को एक समयि

मयिय जयतय ह िोग िडको की तरह िडकको को भी परी लशकषय द रह

ह हया तक कक रह िडको की ही तरह का ध स का धय लमियकर िौकरी

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

26

भी कर रही ह ऐस म कनय दयि की बयत कहिय परी तरह स मरी िजर

म गित ह

(ड) कवर ि बचचो की सादरतय क बयर म बतयय ह कवर ि बतयय ह

कक बचचय इतिय छोटय ह कक अभी उसक दयात निकिि शर हए ह जब

बचचय मसकरयतय ह तो तो उसक िनह दयात खझिलमियत ह उसकी मोहयक मसकयि और सफ़द दयातो की खझिलमियहट स लशश कय सौनदव अिपम छटय ि ितय ह और दिि रयि को आिाहदत करतय ह कवर ि

इसीलि लशश की मसकयि को दातररत मसकयि कहय ह कवर जब लशश

की दातररत मसकयि को दितय तो रह मसकयि उस आिाहदत कर दती ह लशश की मसकयि ऐसी ह कक ककसी मद म भी जयि डयि द

11 lsquoजयजव पाचम की ियकrsquo पयठ क मयधम स ििक ि समयज पर करयरय वान ककय ह ििक ि इस पयठ म बतयय ह कक ककस परकयर स

समयज म ियक को मयि-समयि और परनतषपठय कय घोतक मयिय मयिय जयतय ह जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी अथरय िहीा इस िकर

उस दौर क समयज क दरयरय कई आनदोिि कक गए जयजव पाचम की ियट पर ियक िगगी तभी भयरत की ियक बचगी अथयवत भयरत क मयि-

समयि को जयजव पाचम की ियट पर ियक िगयि स जोडकर दिय गय

40 करोड जिसाखय क दश म एक वजकत की ियट पर ियक िगयि को पर दश कय मयि-सममयि मयििय अिधचत ह उस सम क समयज पर

ह वान भिी परकयर स उपकत बठतय ह

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

27

लसजककम की िडकी क कथि lsquoम इाडडि हाrsquo स सपषपट होतय ह कक उसक

लिए अपिी जयनत धमव-कषतर और सापरदय स अधधक महतरपणव रयषपर

ह मर अिसयर अगर दश कय हर ियगररक ही सोच रि तो रह अपि

कतववो कय निरवहि अचछी तरह स कर िगय रयषपर परम सयबबत करि

क लिए सबस पहि आपको अपि कतवव जयिि होग एक सचचय रयषपर भकत रही होतय ह जो हर पि य ा कह कक अपिय हर फसिय सोच

समझ कर ितय ह उसकय परतक फसिय रयषपर क हहत म होतय ह और

उसक ककसी भी फसि स रयषपर एरा रयषपर क ियगररको को िकसयि िहीा होतय आप दश म हो रह गित कयो एरा करीनतो पर िगयम िगयि

की कोलशश कर ऐसय करक िय लसफव आप िोगो को इस गित कदम

क परनत रोक पयएाग बजलक दश क वरकयस म सहोग भी द पयएाग इि

सभी कयो को करक आप िय करि दश क सचच ियगररक बजलक सचच

रयषपर भकत भी कहियएाग हम सब इि कतववो कय पयिि कर रयषपर क

परनत अपि परम को परकट कर सकत ह

अथरय

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

28

12 क) कमरतोड महागयई

1 महागयई क कयरण- हमयर दश म महागयई एक आधथवक साकट ह

महागयई तब बढ जयती ह जब ककसी रसत क दयम अचयिक बढ जयए

सम क सयथ य ा कह कक महागयई और भरषपटयचयर की रजह स अमीर

और अमीर होतय जय रहय ह और गरीब और गरीब होतय जय रहय ह ऐस

म अगर ह कह कक महागयई ि कमरतोड दी ह तो बबलकि भी गित

िहीा होगय

2 समयज पर परभयर- महागयई बढि स समयज पर बरय असर पडय ह

आज क सम म गरीब की आ तो बढी िहीा ह िककि रसतओा क दयम

आरश बढ गए ह| आज हर चीज क दयम आसमयि छ रह ह ककसी भी चीज को िरीदि स पहि सौ बयर सोचिय पडतय ह उदयहरण क तौर

पर इि हदिो परोि क दयम आसमयि छ रह ह परोि एक ऐसी चीज ह

जजस गयडी म भरयिय हर वजकत की मजबरी ह िगयतयर बढत परोि

क दयम ि आम इासयि की जब पर बरय परभयर डयिय ह ही हयि ियि

पीि की चीजो और कपडो कय भी ह इिक दयम भी िगयतयर बढत रहत

ह|

3 वयरहयररक समयधयि- महागयई की मयर स बचि क लिए

निमिलिखित समयधयि ककए जय सकत ह

1 उपभोकतय और सरकयर क बीच अचछ गठबाधि स महागयई पर रोक

िगयई जय सकती ह

Section D (Solutions)

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

29

2 सम-सम पर सरकयर को जयाच करत रहिय चयहहए कक कोई

वयपयरी कयियबयजयरी य कफर मियफयिोरी तो िहीा कर रहय

3 गरयहक को अपि सयमयि ित रकत सचत रहिय होगय सयथ ही परतक

गरयहक को अपि अधधकयरो क बयर म पतय होिय चयहहए

4 अगर कोई दकयिदयर जयदय दयम पर सयमयि बच रहय ह तो उसक

खिियफ कयवरयही होिी चयहहए

5 अियज ियि-पीि की सयमयन रसतओा क दयमो पर सरकयर को िजर बियए रििी होगी

ि) सरचछ भयरत अलभयि

वरकयस म सरचछतय कय ोगदयि ndash रतवमयि म भयरत सरकयर दरयरय भयरत म ldquoसरचछ भयरत अलभयिrdquo ियम स दश म सरचछतय अलभयि

चियय जय रहय ह| हर गिी हर सडक हर पयकव हया तक कक दश कय एक-एक कोिय सयफ रह ही अलभयि पर दशभर म जोर-शोर स चि

रहय ह अगर दश सरचछ और बीमयरी रहहत होगय तो इसस दश क

वरकयस म भी ोगदयि लमिगय सरचछतय लमशि को दश म बड सतर

पर चियय जय रहय ह जजसम आम और ियस दोिो िोग बढ चढकर

हहससय ि रह ह

असरचछतय स हयनिया- असरचछतय स कई तरह की हयनिया होती ह

असरचछतय क कयरण होि रयिी हयनिया एरा इिक परभयर-

1 गादगी कई बीमयररो को जनम दती ह

2 इसस िय करि आप बजलक आपक आसपयस क िोग भी बीमयरी की चपट म आ सकत ह

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

30

3 बीमयररो की रजह स सरयसथ िरयब हो जयतय ह और इियज म बहत सयरय धि िचव करिय पडतय ह|

4 बडो की तििय म बचच जलदी बीमयररो की चपट म आ जयत ह

रोकि क उपय- असरचछतय रोकि क उपय निमिलिखित ह- 1 सिय और गीिय कडय अिग-अिग रि

2 कहीा पर भी कडय िय फ ककड को कडदयि म डयि

3 ियि क बयद कड को कडदयि म ही फ क

4 आसपयस अगर गादगी फिी तो िगर निगम को इस बयत की जयिकयरी द

5 ियलिो य कफर गडढो म पयिी िय भरि द इसस बीमयररया फि

सकती ह

6 ककसी भी चीज को ियि स पहि अपि हयथ जरर सयफ कर

7 कड को ढककर रि

8 किर म भर पयिी को बदित रह तयकक मचछर िय पिपि पयएा

साकषप म कह तो सरचछ रयतयररण सरचछ और सरसथ जीरि कय आधयर ह|

(ग) बदिती जीरि शिी 1 जीरि शिी कय आश- जजादगी जीि क तरीक को ही जीरि शिी

कहय जयतय ह दश म हर तरह क वजकत रहत ह कफर चयह अमीर हो य कफर गरीब इि दोिो क बीच की एक जीरि शिी आती ह उस

लमडडि कियस कहत ह लमडडि कियस म आि रयिय वजकत िय तो

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

31

अमीर होतय ह और िय ही गरीब ियस बयत ह ह कक इि तीिो की कियस क िोगो की जीरि शिी एक दसर स एकदम अिग होती ह

हयियाकक सम क सयथ सभी की जीरि शिी म बदियर होतय रहतय ह|

2 बदियर कसय- हर ककसी कय अपिी जजादगी जीि कय तरीकय अिग

होतय ह अमीर क पयस अथयह पसय होतय ह तो रह ककसी भी चीज को पिक झपकत ही िरीद ितय ह जबबक लमडडि कियस रयिय वजकत

अपि कियस को बचयि क चककर म हमशय सफर करतय ह उस एक

तरफ तो अपिी इजजत की पररयह होती ह तो दसरी तरफ अपिी इचछयओा को भी परय करिय होतय ह जबकक गरीब वजकत क पयस पस

की कमी होती ह इस रजह स रह जजि पररजसथनतो म जी रहय होतय ह उसी म उस सकि लमितय ह ह तीिो ही कियस एक दसर स कयफी अिग ह और ही इिकय बदियर भी ह

3 पररणयम- जीरि शिी ककसकी कसी ह उसक पररणयम भी उसी तरह

क होत ह आपि ह कहयरत तो जरर सिी होगी lsquoजजतिी चयदर हो उति ही पर पसयरि चयहहएrsquo यिी कक जजतिय पसय हो उसी म सकि

करिय चयहहए

13 सरय म थयियधकष महोद

सदर थयिय नरयलिर

वरष- कॉिोिी म बढत अपरयध की रोकथयम क साबाध म|

महोद

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

32

इस पतर क जररए म आपकय धयि अपिी कॉिोिी म बढत अपरयध की ओर ियिय चयहाती हा बीत एक-दो महीि स हमयरी कॉिोिी म अपरयध

बहत जयदय बढ गय ह आए हदि घर म िटपयट और चि सिधचाग

जसी घटियएा होती रहती ह| हया तक कक एक हदि क लिए कही बयहर

जयएा तो भी ह डर बिय रहतय ह कक कही कोई अिहोिी िय हो जयए

हदि दहयड चि सिधचाग की घटियओा म इजयफय हआ ह इस तरह की जसथनत पहि हमयरी कॉिोिी म िहीा थी िककि कछ महीिो म इस तरह

की जसथनत बि गई ह कपय इस समसय की रोकथयम क लिए जलद

स जलद कोई बडय कदम ि

सधनरयद

भरदीय लशपरय सकसिय B-20 थयटीपर नरयलिर

हदियाक 20 मयचव 2019

वपर लमतर

ससिह िमसकयर

आशय ह तमहयर परररयर म सब सकशि होग| तमहयर घर आकर मझ बहत अचछय िगय अचछय हआ कक तमि गरीषपमकयिीि अरकयश म अपि घर आि कय निमातरण भजय थय ह छटहटया मरी जजादगी की सबस ियस ह लशमिय इतिय सादर ह कक रहया की हर एक चीज मझ

अथरय

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

33

यद आ रही ह मझ सबस जयदय अचछय लशमिय की मॉि रोड पर

िगय चयरो तरफ पहयडडो स ढकय लशमिय ककतिय सादर िगतय ह मि

अपि दोसतो को हया पर लशमिय की सादरतय क बयर म बतयय सयथ

ही ह भी बतयय कक मि और तमि कस रहया पर िब मसती की

उममीद करती हा कक हम दोिो की मियकयत जलद होगी रस तो हदलिी म इस रकत कयफी गमी पड रही ह िककि अभी स तमह हया आि कय नौतय भज रही हा

सहदवो म हया कय मौसम अचछय हो जयतय ह तम अपि पयपय-मममी क सयथ आिय अपिय खयि रििय

तमहयरी दोसत

लशपरय सकसिय

14

अपीि उतरयिाड म आी बयड स पीडडतो की सहयतय हत सयमगरी

एकबतरत करि की अपीि उतरयिाड म भरी बयररश क कयरण बयड जसी जसथनत बि गी

ह बडी साखय म िोग परवरत हए ह उिकी सहयतय क लिए आरशक सयमगरी इस पत पर भज M - 32 िॉएडय सकटर 44 उततर परदश वरशष - आपक दरयरय डी गी मदद पर आपको टकस म छट

लमिगी

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

34

सपरहहट धमयकय

बयि पि की का पिी सफि ि

बयजयर म ककय िय पि कय पदयपवण

ह पि सादर और आकषवक ह

सयथ ही ह आपकी लिियरट को सादर बियएगय वरशष रागो म उपिबध

ऑफर - 10 पि क सयथ 3 पि मकत

निमयवतय - सफि पि परयइरट लिलमटड

अथरय

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

35

8 (क) मनि भाडयरी की मया म धव और सहिशीित बहत जयदय थी मनि

भाडयरी की मया मनि क वपतयजी की हर जयदती को अपिय भयन मयिती थी| उिक लिए उिकय िद कय कोई अजसततर िहीा थय मनि भाडयरी की मया म तयग र सहहषपणतय कय अथयह सयगर थय| उिक लिए उिकय सबकछ घर और परररयर ही थय

(ि) ितयजी कय चशमय पयठ म दशभजकत और परम कय सनदश हदय गय ह| इस पयठ स हम सादश लमितय ह कक हर वजकत अपि सतर पर दश

क वरकयस म ोगदयि द रहय ह इस ोगदयि म बड ही िहीा बजलक

बचच भी शयलमि ह

(ग) lsquoिििरी अादयजrsquo क पयतर िरयब सयहब क जररए ििक ि हदियरय पासद िोगो की जीरि शिी कय रणवि ककय ह ििक को रि क डडबब

म िरयब लमितय ह िरयब सिीक स िीर को ियि की तयरी करतय ह िरयब को ििक क सयमि िीर को ियि म साकोच होतय ह लिहयजय रह िीर को साघकर खिडकी क बयहर फ क दतय ह िरयब क इस सरभयर

स उिकी जीरि शिी की कबतरमतय और हदियर कय अहसयस होतय ह|

िरयब सयहब सयमाती रगव क परतीक थ और र रतवमयि म भी अपिी झठी शयि बियए रििय चयहत थ|

(घ) फयदर बलक मयिरी गणो स कत थ| उिक मि म अपि

वपरजिो क लिए असीम ममतय करणय की भयरिय अपितर परम और

रयतसल थय इनहीा सब कयरणो क कयरण ििक ि फयदर बलक को lsquoकरणय की हदव चमकrsquo कहय

Solutions (Set-2)

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

36

(ड) बबजसमलिय िया एक सचच इासयि थ रह धमव स अधधक मयिरतय को महतर दत थ बबजसमलिय िया को भयरतरति लमिय थय िककि उिम जरय भी घमाड िहीा थय उिक लिए उिकय सागीत ही सबकछ थय

इसलिए ििक ि बबजसमलिय िया को रयसतवरक अथो म सचचय इासयि

कहय ह

10 (क) lsquoआग रोहटया सकि क लिए ह जिि क लिए िहीाrsquo इस पाजकत क

दरयरय मया ि बटी को समझयय ह कक कछ िडककया ससरयि क

रयतयररण म इतिी दिी हो जयती ह कक िद को आग क हरयि कर दती ह पररजसथनतो कय सयहस परवक सयमिय िय कर पयि की रजह स र

ऐसय कदम उठयती ह| िडकको को अपि आप को कमजोर िहीा समझिय चयहहए| आग रोहटया सकि क लिए होती ह ि कक जिि क

लिए|

(ि) कवर कहतय ह कक छयय को िहीा छिय चयहहए| हया छयय अतीत

की समनतो को कहय गय ह| कवर कय lsquoछयय मत छियrsquo स अलभपरय ह

कक हम अपि अतीत की समनतो को भि जयिय चयहहए| उिको बयर-

बयर यद करिय अपि दःि को दोगिय करिय ह| अतीत की समनतो कय रतवमयि म कोई अजसततर िहीा ह| हम अपि रतवमयि पर धयि

दिय चयहहए और अतीत को भि जयिय चयहहए|

(ग) इि पाजकतो म कवर कहतय ह कक उस बचच क निशछि चहर म रह

जयद ह उस छ िि स बयास य बबि स भी शफयलिकय क फि झडि

िगत ह

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

37

(घ) पयथ शबद कय अथव ह-सहयरय कवर क लिए ककसी क लिए गहरय परम भयर थय मि म यद थीा जो उसक जीरि जीि कय आधयर बिी हई

थीा इि यदो को रह दसरो क सयमि ियिय चयहतय थय और इि यदो को अपि स दर िहीा करिय चयहतय थय

(ड) िकषमण ि परशरयम को रीर ोदधयओा की निशयनिया बतयत हए

कहय कक रीर ोदधय रीरतय की बकयर की डीाग िहीा हयाकतय और ि ही अपि शतर को अपशबद बोितय ह| रह दध भलम म कभी अपि ध व को िहीा छोडतय| रह अपिी रीरतय कय परदशवि शतर स दध करक करतय ह|

11 दश की सियमती क लिए सनिक हदि-रयत सीमय पर तियत रहत ह

तयममयि चयह ककतिय भी कम को िय हो रह सीमय पर तियत रहकर

दश की रकषय करत ह रह ऐसय करत ह तभी हम िोग घर म चि की िीाद सो पयत ह ह जरयि िय जयि ककतिी कहठियइो कय सयमिय करत होग ऐस म िोगो को हमशय इिकी सियमती की दआ करिी चयहहए इसक सयथ ही इिक घर रयिो क परनत सममयि और सहयिभनत

भी रििी चयहए|

जयजव पाचम की मनत व स अचयिक ियक गयब होि स सरकयरी महकमो म ििबिी मच गी थी| रयिी एलिजयबथ भयरत आि रयिी थी और

सरकयरी महकमय रयिी क आगमि स परव जयजव पाचम की मनत व पर ियक

िगय दिय चयहतय थय| जयजव पाचम की मनत व पर ियक िगयि क लिए

सरकयरी महकम ि अिक दशभकतो की मनत व ो स ियक उतयर िि कय

अथरय

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

38

आदश हदय िककि ककसी की भी ियक मनत व पर कफट िहीा बठी| उस

दौर क सरकयरी तातर म ियक िगयि को िकर जो बचिी और बदहरयसी हदियई दती ह रह उिकी गियम और चयटकयररतय पणव मयिलसकतय को दशयवती ह| सरकयरी तातर को ह डर थय कक रयिी क दौर क दौरयि अगर

जयजव पाचम की मनत व पर ियक िहीा िगी होगी तो ह उि सब क लिए

परशयिी कय कयरण बि सकतय ह| समपणव सरकयरी तातर उस वजकत की मनत व पर ककसी भी जसथनत म ियक िगयि क लिए धचानतत थय जजनहोि

रषो तक हम भयरतीो पर वरलभनि तरह क अतयचयर कक थ|

13 सरय म परबाधक महोद

परररहि वरभयग

21 B सफदरजाग रोड हदलिी हदियाक- 5 मयचव 2019

वरष- परसकत करि कय अिरोध

महोद

कछ हदि पहि हदि दहयड एक शखस महहिय कय पसव िकर भयग रहय थय तभी एक रय वजकत ि उस दिय और पीछय ककय दोिो क बीच

दौडय-भयगी कयफी दर तक हई इसक बयद रक ि महहिय कय पसव अपि हरयि लिय और महहिय को िौटयय रक की इस बहयदरी स

आसपयस मौजद सभी िोग बहत िश ह इस शखस ि िय करि

महहिय कय पसव महहिय को िौटयय बजलक उस चोर को पकडि म पलिस

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

39

की भी मदद की| मरी परररहि वरभयग क परबाधि स दरखरयसत ह कक

इस रक को परषपकत ककय जयए|

भरदीय सीमय गपतय 62 मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

B- 12

मिजी िगर हदलिी हदियाक- 10 अपरि 2019

वपर बहि लशपरय सबस पहि तो तमहयरय हया आि पर सरयगत करती हा उममीद करती

हा कक तम कशि मागि हो मझ बहत िशी हो रही ह कक कसब की पढयई

परी करक अब तम आग की पढयई करि क लिए िगर गई हो बडी बहि होि क ियत म तमह कछ बयत ऐसी बतयिय चयहती हा जो तमहयरी मदद करगी कसब और िगर म बहत अातर होतय ह कसब कय रहि-

सहि और िगर कय रहि-सहि बबलकि अिग होतय ह ह कसब की तििय म िय करि आकयर म बडय होतय ह बजलक तमह एक सथयि स

दसर सथयि जयि क लिए कई तरह क परररहि क सयधिो कय इसतमयि

भी करिय पडतय ह| हया क मयहौि म ढिि क लिए तमह कछ रकत

िगगय हो सकतय ह कक एक पि ऐसय भी आए कक तमह िग कक कहया आ गई ऐस म बबलकि भी परशयि िय होिय ककसी भी अाजयि वजकत

अथरय

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

40

को अपिय फोि िाबर मत दिय इसक अियरय ियि म भी तमह हदककत

हो सकती ह इसलिए हो सक तो पीजी म ही रहिय इसक अियरय तमह कोई हदककत हो तो मझ फोि करिय

तमहयरी बहि

रमय

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

41

8 (क) आजयद हहनद फ़ौज क मकदम क लसिलसि म मनि भाडयरी दरयरय

हदए गए एक भयषण क खिियफ एक बयर मनि क वपतय जी को उिक

दोसत ि मनि भाडयरी क खिियफ भडकयय उनहोि कहय कक अचछ घर

की िडकको को ह सब करिय शोभय िहीा दतय उिक दोसत ि बतयय कक आपकी बटी हडतयिो एरा धरिय परदशविो म भयग िती ह और रहया पर भयषणबयजी करती ह| इस सिकर मनि क वपतयजी भडक गए|

(ि) बयिगोबबि भगत अपि दनिक जीरि म कछ ऐस निमो कय पयिि करत थ जजनह एक गहसथ क रप म निभयिय अतात कहठि थय|

उदयहरण क तौर पर दि तो ndash र सबह जलदी उठकर दो मीि दर सियि

करि जयत थ दोिो सम ईशरर क गीत गयत| हर रषव गागय सियि

करि जयत और सात समयगम म भयग ित| बयिगोबबि भगत की ही हदिचयव िोगो क लिए आशचव कय कयरण थी|

(ग) बबजसमलिय िया रस तो मसिमयि थ िककि हहाद रीनत रररयजो क

पकषधर थ बबजसमलिय िया बयबय वरशरियथ क माहदर म जयकर शहियई

बजयत थ इसक सयथ ही घाटो गागय ककियर शहियई बजयकर ररयज भी करत थ रयरयणसी छोडि क खयि स ही बबजसमलिय िया परशयि हो जयय करत थ कोकक रह िद को गागयजी और बयबय वरशरियथ स

अिग िहीा रििय चयहत थ बबजसमलिय िया धमव अथरय जयनत को िहीा

Solutions (Set-3)

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

42

मयित थ उिक लिए सागीत ही धमव थय इसलिए बबजसमलिय िया को लमिी-जिी सासकनत कय परतीक मयिय जयतय ह|

(घ) दरदयर कय रकष बडय और छययदयर होतय ह रह सबको अपिी छयय परदयि करतय ह| फयदर बलक भी इसी दरदयर क रकष की तरह थ| र िद

तो सनयसी थ िककि कफर भी सब क सयथ पयरररयररक साबाध बियकर

रित थ| र सबक घरो म आोजजत होि रयि उतसरो और सासकयरो म उपजसथत रहत थ| र परतक वजकत को सिह और पयर दत थ| इनहीा सब रजहो स फयदर बलक की उपजसथनत को दरदयर की छयय क समयि

बतयय गय ह|

(ड) इस कथि कय आश ह ह कक ऐस जयनत रगव एरा समदय कय वरकयस िहीा हो सकतय जो दश क लिए सब कछ नोछयरर करि रयिो कय उपहयस उडयतय ह| आम आदमी अपिी रोजमरयव की जजादगी म इतिय उिझ जयतय ह कक उस ककसी और बयत की सध िहीा रहती हम अपिी जजादगी म इति मशरफ हो जयत ह कक अपि दश क लिए बलिदयि दि

रयि िोगो को भी भि जयत ह ह अचछी बयत िहीा ह सचचय और

अचछय दश रही बितय ह जहया क िोग अपि हीरो कय सममयि करत ह

एरा उस यद रित ह|

10 (क) िकषमण ि धिष टटि क निमिलिखित कयरणो की साभयरिय वकत करत हए रयम को निदोष बतयय-

1 हम तो ह धिष सयधयरण िगय

2 शरीरयम को तो ह धिष िए धिष की तरह िगय

3 शरीरयम ि धिष तोडय िहीा बजलक उिक छत ही ह टट गय

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

43

4 उनहोि ऐस कई धिष बयलकयि म तोड हदए थ ही सोचकर ह

कयव ककय होगय

(ि) फयगि कय मौसम और दषप दोिो ही मिमोहक होत ह चयरो तरफ

कय दषप सयफ और हरय भरय हदियई पडतय ह पडो पर फि और उिकी िशब मातर मनध कर दती ह इसलिए कवर की आाि फयगि की सादरतय स हट िहीा रही

(ग) कवर क अिसयर फसि ढर सयरी िहदो क पयिी कय जयद अिक

िोगो क हयथो क सपशव की गररमय और बहत सयर ितो की लमटटी क

गण कय लमियजिय पररणयम ह यिी की फसि ककसी एक की महित

िहीा बजलक कई िोगो की महित कय पररणयम ह

(घ) lsquoकनयदयिrsquo कवरतय म रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo इसलिए कहय गय ह कक कोकक एक सतरी क जीरि म रसतर और

आभषण भरम की तरह ह| चीज उसको भरमयती ह| रसतएा उसक

सौनदव को तो बढयती ह िककि सयथ ही उसक जीरि म बाधि कय कयम भी करती ह| इिकी चयह म सतरी अपिी सरतातरतय को िो दती ह|

समयज सतरी को इि रसतर और आभषणो क बाधि म बयाधकर उस

परयधीि बिय दतय ह| इसीलि रसतर और आभषणो को lsquoसतरीजीरि क

बाधिrsquo कहय गय ह|

(ड) सागतकयर मख गयक कय सहयक कियकयर होतय ह| सागतकयर

मख गयक क सयथ-सयथ गयतय ह और अपिी आरयज की गाज स

मख गयक की गयकी को परभयरशीि एरा सररो को कोमितय परदयि

करतय ह| सागतकयर मख गयक को उसक सररो स भटकि िहीा दतय|

सागतकयर मख गयक की आरयज म अपिी आरयज लमियकर उसकी

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

44

गयकी को बि परदयि करतय ह| साकषप म कह तो सागतकयर मख

गयक कय सहयक होतय ह जो उसकी गयकी को कोमि और मधर

बियि कय कयव करतय ह|

11 िखिकय ि इस यतरय क दौरयि आसमयि छत परवत लशिरो को दिय दध की धयर की तरह झर-झर करत धगरत परपयतो को दिय धचकि

गियबी पतथरो क बीच इठिय कर बहती िहदो को दिय लशिरो क

लशिर स धगरतय lsquoसरि लससटसव रयटर फॉिrsquo दिय| िखिकय ि इस

यतरय क दौरयि परकनत की सनदरतय को दिय और महसस ककय कक

जीरि कय आिाद ह ही चियमयि सौनदव|

ियक को मयि-सममयि एरा परनतषपठय कय परतीक मयिय जयतय ह| इसी ियक को वरष बियकर ििक ि इस वान को लििय ह| भयरत को आजयद हए बहत रकत हो गय िककि हमयरी मयिलसकतय म अभी भी गियमी समयई हई ह| इस पयठ म ििक ि रतवमयि पतरकयररतय पर भी करयरय वान ककय ह| रतवमयि पतरकयररतय म चधचवत हजसतो क

पहियर और ियि-पयि साबाधी आदतो को अधधक महततर हदय जयतय ह

जबकक पतरकयरो को इि मददो क बजय दश क असिी मददो को उठयिय चयहहए| ऐस मदद जो बहसाखक अरयदी को परभयवरत करत हो जो ियगररक समयज की समसयओा स साबाधधत हो| िककि रतवमयि

पतरकयररतय इि मददो की जगह कभी ककसी बडी हसती क कपडो की बयत करती ह तो कभी उसकी जीरि शिी की बयत करक असिी मददो

अथरय

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

45

को हरय कर दती ह| इस पयठ क मयधम स ििक ि पतरकयररतय की इसी हयित क बयर म बतयय ह|

13 सरय म परधयि सापयदक महोद

दनिक भयसकर

िई हदलिी वरष- अाधवरशरयस को परोतसयहि दि रयि तकव हीि कयवकरम क बयर

म|

महोद

आपकय चिि म रोजयिय दिती हा बीत कई हदिो स आपक चिि पर

एक कयवकरम आ रहय ह जो मझ तकव हीि और आधयररहहत िगतय ह

इस आध घाट क कयवकरम म लसफव अाधवरशरयस को बढयरय दि रयिी जयिकयररया दी जयती ह आपकय चिि िोकवपर चिि ह लिहयजय इस

कयवकरम क मयधम स आप हजयरो-ियिो िोगो को इस तरह स

अाधवरशरयस क परनत परोतसयहहत कर रह ह मरी आपस गजयररश ह कक

इस कयवकरम को ततकयि रप स बाद ककय जयए कोकक इसकय िोगो पर बरय परभयर पड रहय ह

धनरयद

भरदीय लशपरय शमयव A-32 सकटर 44 िॉएडय उततर परदश

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

46

आदरणी मया सयदर परणयम

मया म आपस कई हदिो स कछ कहिय चयह रही थी िककि सयमि कहि

की हहममत िहीा हो रही थी इसलिए अपि मि की बयत आपको इस

पतर क मयधम स बतय रही हा मया मि आपस एक बयत छपयई िककि

अब सबकछ ठीक हो गय ह तो आपको बबिय बतयए मरय मि िहीा मयि

रहय दीदी की शयदी क दौरयि सयरय पसय शयदी क िचो म फा स गय थय|

मर और दीदी क पयस जजति भी पस थ हम िोगो ि सब शयदी म िचव कर हदए| इसक बयद भी कई बड पमट बच थ मि और दीदी ि दोसतो और मयमय की मदद िी उस रकत आपको इसलिए िहीा बतयय कक

आप परशयि हो जयती िककि अब उधयरी कय सयरय पसय चकय हदय ह|

म आशय करती हा कक आप मझ इस बयत को छपयि क लिए मयफ़ कर

दगीा|

आपकी आजञयकयरी बटी वपर लमशरय मिजी िगर हदलिी

अथरय

47

47


Recommended