Post on 05-Sep-2020
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भारत के �धान मं�ी नर�� मोद� �ारा को�वड-१९ के �सार को �नयं��त करने के �लए रा�ीय लॉकडाउन क� घोषणा के दो
�दन बाद, 26 माच� को �ह�द� भाषा के दै�नक समाचार प� जनसंदेश टाइ�स ने एक समाचार �का�शत �कया �जसम� यह
बताया गया �क उ�र �देश रा�य के वाराणसी म� एक जनजा�त के पास खाने के �लए पया��त अनाज नह� था और
लॉकडाउन क� अचानक घोषणा हो जाने के बाद वहाँ के ब�े घास खा रहे थे। उसी �दन, वाराणसी �जले के �जला�धकारी
कौशल राज शमा� ने अखबार को एक कानूनी नो�टस भेजा, �जसम� उनके �ारा यह दावा �कया गया �क उ� �रपोट� का
�ह�सा झूठा एवं "सनसनीखेज" है, सीपीजे �ारा इस नो�टस क� एक ��त क� समी�ा भी क� गयी है। उ�ह�ने अखबार से
24 घंटे क� समय सीमा के भीतर माफ�नामा जारी करने क� मांग क� और कहा �क ऐसा न होने क� ��ती म� इस समाचार
के लेखक �वजय �वनीत और �धान संपादक सुभाष राय के �खलाफ कानूनी कार�वाई कर�गे।
ऐसा नह� है �क �सफ� जनसंदेश टाई�स ही उ�र �देश सरकार के शासक�य अ�धका�रय� के चँगुल म� है। गौरतलब है �क
रा�य म� �ेस �वतं�ता का उ�लंघन लंबे समय से हो रहा है, प�कार� ने CPJ को बताया �क चूं�क भारतीय जनता पाट� ने
भारत म� मई, 2019 म� �ए आम चुनाव के दौरान उ�र �देश म� अपना संसद�य ब�मत बना कर रखा, इस�लये भारत के
सबसे अ�धक आबाद� वाले रा�य म� इस तरह क� घटना� क� सं�या म� वृ�� �ई है।
सीपीजे ने �दवंगत प�कार राजेश �म�ा के दोन� भाइय� �मशः बृजेश एवं अ�मतेश �म�ा से उनके गाजीपुर ��त आवास पर मुलाकात क�।
�म�ा क� 2017 म� गोली मारकर ह�या कर द� गयी थी उनक� ह�या का मुकदमा अभी तक शु� नही �आ है। (Photo: Somi Das)
उ�र �देश के प�कार� का कहना है �क उनके ऊपर हमले और मुकदमे क� धम�कयां �मलने के मामले बढ़े ह�कुणाल मजूमदार/ सीपीजे भारतीय संवाददाता
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फरवरी महीने के अंत और माच� क� शु�आत म� उ�र �देश क� या�ा के दौरान, प�कार� ने सीपीजे को बताया �क उनके
ऊपर आपरा�धक आरोप� के लगने और शारी�रक हमले होने का खतरा बढ़ गया है। इस तरह के डर से �वतः अ�भवेचन क�
संभावना और �बल हो जाती है। यह �झान �वशेष �प से खतरनाक ह� �य��क को�वड-१९ महामारी ने समाचार� और
सूचना� के �वाह को नाग�रक� के �वा�य और आ�थ�क अ��त�व के �लए मह�वपूण� बना �दया है। जब�क प�कार� का
कहना है �क इसम� से कुछ उ�लंघन पु�लस और अ�य अ�धका�रय� के �ारा �कये गये ह�, कुछ अ�य संग�ठत अपराध �गरोह�
�ारा �कये गये ह� - �जसम� कुछ बालू मा�फया और अ�ताल चलाने वाला एक समूह शा�मल है।
भारतीय समाचार वेबसाइट द वायर के संपादक, �स�ाथ� वद�राजन ने �यूयॉक� टाइ�स म� 21 अ�ैल को �लखा, "रा�ीय
तालाबंद� एक �बलकुल ठ�क समय है जब लोकतां��क प�रवेश म� काम कर रहे प�कार� को आधी रात को उनके घर� के
दरवाज़� पर होने वाली द�तक के बारे म� �च�ता �कये बगैर �लखने और प�का�रता करने के �लये �वतं� होना चा�हये।"
सीपीजे ने �ले�खत �कया है �क वद�राजन को उनके काम के �लये कई मानहा�न के मुकदम� और आपरा�धक �शकायत� म�
नामजद �कया गया है। हाल ही म� उनके ऊपर एक मामला रा�ीय तालाबंद� के दौरान उ�र �देश के मु�यमं�ी योगी
आ�द�यनाथ क� आलोचना करने के �लये दज़� �कया गया है।
व�र� �वत�� प�कार एवं अँ�ेज़ी दै�नक नॉद�न� इं�डया प��का के भूतपूव� �यूरो �मुख अ�मताभ भ�ाचाय� ने बताया �क "मई
२०१९ म� �ए लोक सभा चुनाव� के दौरान भाजपा को �देश म� �मली अभूतपूव� जीत ने योगी आ�द�यनाथ क� सरकार का
उ�साहवध�न �कया है।" वे आगे कहते ह� �क "उ�ह� ऐसा लगता है �क वे दंड-मु� होकर कुछ भी कर सकते ह� �यूं�क उ�ह�
लगातार दो चुनाव� म� जीत �मली है।"
२०१७ म� उ�र �देश क� स�ा सँभालने के बाद से ही योगी आ�द�यनाथ ने अपनी छ�व एक कठोर �शासक के �प म�
बनाने क� चे�ा क� है �जसके मन म� सामा�जक अशा��त के ��त कोई स�ह�णुता नह� है। मु�यमं�ी एक �ह�� साधु ह� एवं
एक द��णपंथी राजनी�त� ह�, जो खुले तौर पर भारत को �ह�� रा� बनाने के �लये कहते ह�। जहाँ एक तरफ वे दावा करते
ह� �क उ�ह�ने रा�य म� कानून और �व�ा म� काफ� सुधार �कया है, उनक� सरकार पर �यायेतर ह�या� का समथ�न करने,
अ�ह�सक �दश�नका�रय� पर हमला करने और राजनी�तक �वरो�धय� और नाग�रक अ�धकार� के काय�कता�� क� �गर�तारी
करवाने के आरोप लगे ह�। और इन मामल� को रा�ीय और अंतरा��ीय मी�डया म� �ापक �प से �का�शत भी �कया गया
है।
उ�र �देश के गृह और सूचना स�चव अवनीश कुमार अव�ी ने सीपीजे क� रा�य या�ा के दौरान एक मुलाकात से सबं�धत
अनुरोध का जवाब नह� �दया।
जनसंदेश टाइ�स वाराणसी म� तालाबंद� के प�रणाम� पर अपने �ारा �कये गये समाचार� के �काशन के साथ मजबूती से
खड़ा है। इस समाचार प� म� पूवा�चल के स�ादक�य �भारी के तौर पर काय�रत �वजय �वनीत बताते ह� �क ऐसा पहली बार
नह� �आ �क उ�ह� अपने समाचार प� म� खबर� के �काशन को लेकर रा�य सरकार के �ानीय �शासन से आमना-सामना
करना पड़ा है।
https://cpj.org/blog/2020/04/journalists-in-indias-uttar-pradesh-say-threat-of-.phphttps://cpj.org/blog/2020/04/journalists-in-indias-uttar-pradesh-say-threat-of-.phphttps://cpj.org/blog/2020/04/journalists-in-indias-uttar-pradesh-say-threat-of-.phphttps://cpj.org/blog/2020/04/journalists-in-indias-uttar-pradesh-say-threat-of-.phphttps://cpj.org/blog/2020/04/journalists-in-indias-uttar-pradesh-say-threat-of-.phphttps://cpj.org/blog/2020/04/journalists-in-indias-uttar-pradesh-say-threat-of-.php
उ�र �देश क� राजधानी लखनऊ से लगभग १७० मील पूरब क� �दशा म� ��त आज़मगढ़ जनपद म� जनसंदेश टाइ�स के
प�कार संतोष जायसवाल को �पछले वष� ७ �सत�बर को एक �व�ालय के ब�� से जबरद�ती �व�ालय प�रसर क� सफाई
करवाये जाने के स�दभ� म� एक समाचार �का�शत करने के आरोप म� �गर�तार कर �लया गया था। लखनऊ से लगभग
१८० मील द��णपूव� म� ��त मीरजापुर के प�कार पवन जायसवाल (इनका संतोष से कोई सबंध नह� है) को �पछले वष�
३१ अग�त को आपरा�धक सा�जश करने के आरोप म� नामजद �कया गया था जब उ�ह�ने एक खबर �का�शत क� थी
�जसम� एक �ानीय सरकारी �व�ालय �ारा सरकार के �यूनतम मानक� से काफ� �न�न �तर का भोजन �व�ा�थ�य� को
परोसा जा रहा है। इस समाचार के छपने के बाद रा�य सरकार ने तीन महीन� तक समाचार प� के सभी सरकारी �व�ापन�
के �काशन पर रोक लगा द� थी। �वनीत बताते ह� �क उ� मामले म� सामा�जक �वरोध एवं महीन� तक चले एक अ�भयान
के बाद �देश क� सरकार ने केस �नर�त कर �दये थे।
सीपीजे ने �ह�द� दै�नक जनसंदेश टाइ�स वाराणसी के समाचार स�ादक �वजय �वनीत से मुलाकात क�।यह समाचार प�अपनी �व�भ� खबर� के �लये �ानीय �शासन से कानूनी लड़ाई लड़ रहा है। (Photo: Somi Das)
�वनीत ने सीपीजे से �रभाष पर �यी बातचीत के दौरान बताया �क इस बार उ�ह� लगता है �क उ�ह� �गर�तार कर �लया
जायेगा �यूं�क उ�ह� डर है �क रा�य सरकार औप�नवे�शक काल के दौरान बने महामारी रोग अ�ध�नयम के तहत अपनी
�व�ता�रत श�� का ��पयोग कर सकती है। इस अ�ध�नयम को संघीय सरकार ने 11 माच� को लागू �कया था और इसके
तहत रा�य सरकार� को गलत सूचना फैलाने के �लये मी�डया संगठन� को दं�डत करने के अ�धकार �मले �ए ह�। २६ माच�
को ट�वी समाचार चैनल से बातचीत के दौरान वाराणसी के �जला�धकारी कौशल राज शमा� ने �बलकुल वही करने क�
धमक� द�। अगर वे इस मामले म� अ��म काय�वाही करते ह� तो �वनीत एवं �म�ा को छह महीने का कारावास या १०००
�पये (लगभग १५ अमे�रक� डॉलर ) का जुमा�ना या दोन� हो सकता है।
https://cpj.org/tags/Uttar%20Pradesh
कानूनी और शारी�रक उ�पीड़न
�वगत एक वष� म� सीपीजे ने रा�य के �व�भ� �तर� पर शासन के ��त आलोचना�मक प�का�रता करने वाले प�कार� पर
�ए कई हमल� का द�तावेजीकरण �कया है। इनम� ८ जून को नेशन लाइव ट�वी �यूज चैनल के प�कार� समेत एक �वतं�
प�कार क� �गर�तारी से सबं�धत एक मामला भी शा�मल है। इन सभी प�कार� को क�थत तौर पर �ह�सा के �लये उकसाने
और मु�यमं�ी को बदनाम करने क� को�शश के आरोप म� �गर�तार �कया गया था। वे सभी प�कार अब जमानत पर �रहा
हो चुके ह� ले�कन उ� समाचार चैनल को उ�चत सरकारी मंजूरी के �बना क�थत �प से संचालन के �लये बंद कर �दया गया
था।
“नोएडा जनपद क� पु�लस ने यह दावा करते �ए बाक� रा�य के �लये एक खाका तैयार �कया है �क नेशन लाइव के प�कार
सीएम [मु�यमं�ी] को बदनाम करके एक संभा�वत �प से कानून �व�ा को �बगाड़ रहे ह�।” अ�भषेक �ीवा�तव, व�र�
प�कार एवं कमेट� अगे��ट असॉ�ट आन जन��ल�ट्स (सीएएजी) के संयोजक.
सीपीजे �ारा �कये गये ता�का�लक द�तावेजीकरण के अनुसार ११ जून को रेलवे पु�लस ने शामली �जले म� एक �नजी
समाचार चैनल �यूज़ २४ से सबं�धत एक प�कार को दो घंटे तक �हरासत म� रखने के दौरान न �सफ� मारा- पीटा और
�नव��� �कया गया ब��क उनके मुँह पर जबरन पेशाब भी �कया गया। �देश सरकार ने �व�रत काय�वाही करते �ए सभी
पु�लसक�म�य� को �नलं�बत कर �दया और चार के �खलाफ आपरा�धक मामले भी दज� �कये गये। ले�कन सरकारी
अ�धकारी और पु�लस प�कार� को �हरासत म� लेकर या आपरा�धक मामल� म� आरो�पत बनाकर �नशाना बनाते रहे।
�ानीय �वतं� प�कार उ�पल पाठक ने बताया �क "मुझे क� जानकारी नह� क� सच म� नह� पता �क सीएम [मु�यमं�ी] ने
नौकरशाह� और पु�लस को प�कार� के पीछे पड़ने का सुझाव �दया है या नह� ले�कन उस समय ऐसा लग रहा था �क
प�कार� को �नशाना बनाना रा�य क� नी�त बन गई है।"
पूव� उ�र �देश म� गँगा नद� के �कनारे बसे �ए शहर वाराणसी म� �वत�� चेतना समाचार प� म� फोटोप�कार के �प म�
काय�रत ब�ा गु�ता ने सीपीजे से �यी बातचीत के दौरान बताया �क पु�लस ने बीते नव�बर महीने म� उ�ह� अ�तचार एवं
आपरा�धक षड़यं� करने के मामले म� उनके �खलाफ एक मामला दज� �कया था। यह मामला तब दज� �आ जब उ�ह�ने
गंगा तट पर बाढ़ �भा�वत जल पु�लस थाने म� ब�� �ारा सफाई करवाये जाने क� त�वीर� ल� थ�।
"रा�य या रा�ीय �तर पर प�कार� को उनके �बंधन के मा�यम से या स�ा�ढ़ दल के �ारा �ो�साहन के अलग अलग
तरीक� के मा�यम से �व��त �कया जा सकता है [जैसे �क सरकारी �व�ापन], ले�कन �जला या �ामीण �तर पर यह
करना काफ� क�ठन है और यही कारण है �क उनके काम को ईमानदारी से करने से रोकने का एकमा� तरीका है �क उ�ह�
कानूनी मामल� के �ारा �नशाना बनाया जाय ।" -- �ानीय मानवा�धकार समूह पीपु�स �व�जल�स कमेट� ऑन ��मन
राइट्स के सं�ापक ले�नन रघुवंशी
https://cpj.org/2020/04/uttar-pradesh-starts-criminal-probe-into-the-wire-.phphttps://cpj.org/2020/04/uttar-pradesh-starts-criminal-probe-into-the-wire-.phphttps://cpj.org/2020/04/uttar-pradesh-starts-criminal-probe-into-the-wire-.phphttps://cpj.org/2020/04/uttar-pradesh-starts-criminal-probe-into-the-wire-.phphttps://cpj.org/2020/04/uttar-pradesh-starts-criminal-probe-into-the-wire-.phphttps://cpj.org/2020/04/uttar-pradesh-starts-criminal-probe-into-the-wire-.phphttps://cpj.org/2020/04/uttar-pradesh-starts-criminal-probe-into-the-wire-.php
ह�त�ेप करने से इंकार करना
प�कार� ने सीपीजे को बताया �क कुछ मामल� म� जब �कसी अराजप��त या राजनेता� �ारा प�कार� को �नशाना बनाया
गया है, तो �ानीय अ�धका�रय� और पु�लस ने �वतः आ�मसंतु� होकर इन मामल� म� �कसी �कार का ह�त�ेप नह�
�कया।
वत�मान साव�ज�नक �वा�य संकट के समय को देखते �ए सबसे अ�धक �च�ता क� बात यह है �क एक अ�य मामले का
उ�लेख करते �ए दै�नक भा�कर के एक प�कार आकाश यादव ने वाराणसी म� पु�लस पर �ानीय अ�ताल मा�फया के
साथ गठबंधन करने का आरोप लगाया। यादव ने सीपीजे को बताया �क एक अयो�य �च�क�सक �ारा एक �नजी अ�ताल
चलाये जाने का समाचार �का�शत करने के बाद उ�ह� और पांच अ�य प�कार� पर लूट और यौन उ�पीड़न का आरोप
लगाया गया। उनके �ानीय स�ादक घन�याम पाठक ने बताया �क पु�लस और �नजी अ�ताल� के बीच साँठगाँठ है।
घन�याम पाठक आगे बताते ह� �क "हम वा�तव म� काफ� परेशान ह� �य��क हम� लगातार �व�भ� अ�धका�रय� �ारा
धम�कयां �मलती रहती ह� जो हम� यह सुझाव देते रहते ह� �क हम� ऐसे मु�� पर समाचार नह� �लखने चा�हये। वे कहते ह� �क
हम� �शासन और पु�लस के साथ �मलकर काम करना चा�हये।"
उ�ह� कहा �क "रा�य �तर के प�कार� क� तरह �जला और �ामीण �तर के प�कार� के पास कोई समथ�न �णाली या
संगठना�मक ढाँचा नह� है, वे �ानीय �शासन क� दया पर ह�।"
सीपीजे ने �ह�द� दै�नक �ह���तान के प�कार कृ�ण कुमार �स�ह से �मजा�पुर ��त उनके �नवासी पर मुलाकात क�। �स�ह परएक भीड़ ने 2019 म� हमला �कया था उनका आरोप है �क पु�लस ने मामला दज� करने म� 6 घ�टे का समय �लया था(Photo: Somi Das)
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एक अ�य मामले म� मीरजापुर �जले म� �ह���तान �ह�द� दै�नक म� काय�रत एक प�कार कृ�ण कुमार �स�ह पर �सत�बर म�
�ानीय भीड़ �ारा जानलेवा हमला �कया गया। उ�ह�ने सीपीजे को बताया �क एक �ानीय पा�क�ग मा�फया पर �रपो�ट�ग
शु� करने के बाद से ही उनके साथ ���वहार एवं शारी�रक शोषण होने के अलावा उन पर कानूनी आरोप लगाये गये।
�स�ह यह भी आरोप लगाते ह� �क उ� �ानीय पा�क�ग मा�फया को �ानीय राजनेता� का समथ�न �ा�त है। उ�ह�ने कहा
�क "पु�लस ने हमले के एक मामले को दज� करने के �लए छह घंटे से अ�धक का समय �लया, हालां�क उस समय कई
पु�लस अ�धकारी मौजूद थे जब मुझे बेरहमी से पीटा गया था।"
सोनभ� जनपद के �ानीय समाचार प� "परफे�ट �मशन" के प�कार मनोज कुमार सोनी ने मुझे बताया �क �वगत ४
नव�बर को उनके ऊपर छह ���य� ने लोहे क� रॉड से हमला �कया �जसके फल�व�प उनके घुटने टूट गये एवं अ�य
जगह पर भी गंभीर चोट लगी। सोनी ने सीपीजे को बताया �क यह �सरी बार �आ जब �ानीय भू-मा�फया के इशारे पर
उनके उपर इस �कार का हमला �आ, जब पहली बार उन पर हमला �आ तो २०१८ म� उ�ह�ने इसके �खलाफ पु�लस थाने
म� �शकायत दज� करवायी थी ले�कन पु�लस ने कोई कार�वाई नह� क�। �सरी बार हमला होने के बाद उ�ह� लगभग एक
महीने तक अ�ताल म� भत� रहना पड़ा और अ�ताल क� फ�स देने म� उनके लगभग ३५०० अमे�रक� डॉलर खच� हो गये।
सोनभ� जनपद के पु�लस �वभाग के एक �व�ा ने सीपीजे को बताया �क अभी तक इस मामले क� जांच कर रहे ह�।
प�कार� पर �ए हमल� को रेखाँ�कत करने के �म म� इन मामल� म� शासक�य अशु�ता का भाव �� �दखता है एक
प�कार राजेश �म�ा क� ह�या के मामले म� �ज�ह� वष� २०१७ म� योगी आ�द�यनाथ के स�ा म� आने के कुछ महीने बाद ही
गो�लय� से भून �दया गया था। इस बाबत मेरी गाज़ीपुर या�ा के �म म� उनके प�रवार के सद�य� ने मुझे बताया �क अब
तक इस मामले म� मुक़दमा चलना श� नह� �आ है।
योगी जी [आ�द�यनाथ] ने �व�रत जांच का वादा �कया था, ले�कन पु�लस का कहना है �क ह�यार� म� से एक अभी भी
फरार है, ”उनके भाई बृजेश कुमार �म�ा ने यह कहते �ए मुझे बताया �क उ�ह� �ानीय बालू मा�फया का अपने भाई क�
ह�या के पीछे होने का संदेह है। एक �ानीय पु�लस अ�धकारी, र�व�दर पांडे ने मुझे �रभाष पर बताया �क 10 म� से नौ
आरोपी पु�लस �हरासत म� ह� और पु�लस ज�द ही मुक़दमा शु� करने के �लये तारीख क� मांग करेगी।
व�र� प�कार और �ह�द� भाषा के समाचार वेबसाइट �यू�ैक के संपादक, योगेश �म�ा ने कहा �क "हालां�क, प�कार ऐसे
अपराध� को हल करने के �लये कानून �व�ा �ारा इन मामल� के हल करने क� �ती�ा करते ह�, ले�कन आजकल उ�र
�देश म� पु�लस छोटे छोटे मामल� म� भी प�कार� के पीछे पड़ जा रही है। एक दौर था जब राजनेता आपको चाय �पलाकर
आपसे आपके सू� के बारे म� पूछते थे. ले�कन अब वे �� �प से आपको अपश�द बोलते ह�। ऐसा नह� लगता �क हम
लोग लोकतां��क प�रवेश म� रह रहे ह�।"
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