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ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म...

Date post: 16-Feb-2020
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Page 1: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

I

उपमह सचार एव नौसचालन अन योग कषऽ

एक झलक

िजतनि खडर एससीटीडी एसएनएए

अतिरकष उपयोग क ि

अहमदाबाद

II

पःतकालय एव लख भाग

अतिरकष उपयोग क ि

अहमदाबाद ISBN

II

III

कल छा को अतर उपयोग

क क गतवधय स परचत

करान हत एव उनम भारतीय

अतर काय()म क त +च

जागत करन हत हद म यह

पितका का1शत क जा रह ह टलवज़न

ट1लको8यनकशन (सचार) मायम स हम सब भलभात

परचत ह सटकॉम एव नवीगशन एgtलकशन एरया

(SNAA) यह सब णाल क वकास एव उपयोगी उपकरण

वक1सत करन का दायव नभाता ह यह पितका

एसएनएए क वितय का Bयौरा दती ह

जस हद राDE को जोड़न का काय( करती ह उसी तरह

सटलाइट को8यनकशन एव सटलाइट नवीगशन णा1लया भी

राDE को जोड़न का काय( करती ह

इस पितका क 1लए हद क एव सभी काय(कता(ओ को

हाद(क बधाई एव शभकामनाए

कएस परख

उप नदशक एसएनएए

अतर उपयोग क (इसरो)

अहमदाबाद

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 2: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

I

उपमह सचार एव नौसचालन अन योग कषऽ

एक झलक

िजतनि खडर एससीटीडी एसएनएए

अतिरकष उपयोग क ि

अहमदाबाद

II

पःतकालय एव लख भाग

अतिरकष उपयोग क ि

अहमदाबाद ISBN

II

III

कल छा को अतर उपयोग

क क गतवधय स परचत

करान हत एव उनम भारतीय

अतर काय()म क त +च

जागत करन हत हद म यह

पितका का1शत क जा रह ह टलवज़न

ट1लको8यनकशन (सचार) मायम स हम सब भलभात

परचत ह सटकॉम एव नवीगशन एgtलकशन एरया

(SNAA) यह सब णाल क वकास एव उपयोगी उपकरण

वक1सत करन का दायव नभाता ह यह पितका

एसएनएए क वितय का Bयौरा दती ह

जस हद राDE को जोड़न का काय( करती ह उसी तरह

सटलाइट को8यनकशन एव सटलाइट नवीगशन णा1लया भी

राDE को जोड़न का काय( करती ह

इस पितका क 1लए हद क एव सभी काय(कता(ओ को

हाद(क बधाई एव शभकामनाए

कएस परख

उप नदशक एसएनएए

अतर उपयोग क (इसरो)

अहमदाबाद

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 3: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

II

पःतकालय एव लख भाग

अतिरकष उपयोग क ि

अहमदाबाद ISBN

II

III

कल छा को अतर उपयोग

क क गतवधय स परचत

करान हत एव उनम भारतीय

अतर काय()म क त +च

जागत करन हत हद म यह

पितका का1शत क जा रह ह टलवज़न

ट1लको8यनकशन (सचार) मायम स हम सब भलभात

परचत ह सटकॉम एव नवीगशन एgtलकशन एरया

(SNAA) यह सब णाल क वकास एव उपयोगी उपकरण

वक1सत करन का दायव नभाता ह यह पितका

एसएनएए क वितय का Bयौरा दती ह

जस हद राDE को जोड़न का काय( करती ह उसी तरह

सटलाइट को8यनकशन एव सटलाइट नवीगशन णा1लया भी

राDE को जोड़न का काय( करती ह

इस पितका क 1लए हद क एव सभी काय(कता(ओ को

हाद(क बधाई एव शभकामनाए

कएस परख

उप नदशक एसएनएए

अतर उपयोग क (इसरो)

अहमदाबाद

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 4: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

II

III

कल छा को अतर उपयोग

क क गतवधय स परचत

करान हत एव उनम भारतीय

अतर काय()म क त +च

जागत करन हत हद म यह

पितका का1शत क जा रह ह टलवज़न

ट1लको8यनकशन (सचार) मायम स हम सब भलभात

परचत ह सटकॉम एव नवीगशन एgtलकशन एरया

(SNAA) यह सब णाल क वकास एव उपयोगी उपकरण

वक1सत करन का दायव नभाता ह यह पितका

एसएनएए क वितय का Bयौरा दती ह

जस हद राDE को जोड़न का काय( करती ह उसी तरह

सटलाइट को8यनकशन एव सटलाइट नवीगशन णा1लया भी

राDE को जोड़न का काय( करती ह

इस पितका क 1लए हद क एव सभी काय(कता(ओ को

हाद(क बधाई एव शभकामनाए

कएस परख

उप नदशक एसएनएए

अतर उपयोग क (इसरो)

अहमदाबाद

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 5: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

III

कल छा को अतर उपयोग

क क गतवधय स परचत

करान हत एव उनम भारतीय

अतर काय()म क त +च

जागत करन हत हद म यह

पितका का1शत क जा रह ह टलवज़न

ट1लको8यनकशन (सचार) मायम स हम सब भलभात

परचत ह सटकॉम एव नवीगशन एgtलकशन एरया

(SNAA) यह सब णाल क वकास एव उपयोगी उपकरण

वक1सत करन का दायव नभाता ह यह पितका

एसएनएए क वितय का Bयौरा दती ह

जस हद राDE को जोड़न का काय( करती ह उसी तरह

सटलाइट को8यनकशन एव सटलाइट नवीगशन णा1लया भी

राDE को जोड़न का काय( करती ह

इस पितका क 1लए हद क एव सभी काय(कता(ओ को

हाद(क बधाई एव शभकामनाए

कएस परख

उप नदशक एसएनएए

अतर उपयोग क (इसरो)

अहमदाबाद

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 6: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 7: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 8: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 9: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

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क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

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क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

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य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

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PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

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अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

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क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

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अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

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वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

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का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

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(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

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उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

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भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

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सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 10: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 11: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 12: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 13: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 14: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 15: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 16: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 17: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 18: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 19: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 20: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 21: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 22: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 23: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 24: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 25: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 26: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 27: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 28: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 29: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 30: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 31: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 32: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 33: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 34: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 35: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

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उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

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उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

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उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

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characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

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सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

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और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

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ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

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वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

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वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

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(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

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भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

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स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

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सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

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(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

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को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

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सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

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(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

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करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 36: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

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वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 37: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 38: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 39: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 40: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 41: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

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करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 42: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

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एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

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21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

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प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 43: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

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ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

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वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

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वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 44: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 45: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

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सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

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(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 46: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

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यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

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एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

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प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 47: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

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भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

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सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

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(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

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को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

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सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

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(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

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करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 48: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 49: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

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Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

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(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

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(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 50: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

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और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 51: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

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(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

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Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

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मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

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एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 52: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

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ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 53: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

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(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

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(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

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इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

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1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

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क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

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इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

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तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

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और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

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वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 54: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

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1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

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योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

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एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

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और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

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50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

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Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

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51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 55: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

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वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

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वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

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दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

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वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

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आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

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21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

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प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

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एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

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21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

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प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

Page 57: ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म लभ त समय ओ क स लझ न क 1लए उ[नत तकन क˘

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21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

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