+ All Categories
Home > Documents > ÂSäëá æØüáëÜ âîË PGí éáSâëÁëò³ · Âsäëá Áëóãu æØüáëÜ âîË...

ÂSäëá æØüáëÜ âîË PGí éáSâëÁëò³ · Âsäëá Áëóãu æØüáëÜ âîË...

Date post: 15-Sep-2018
Category:
Upload: ngohuong
View: 220 times
Download: 0 times
Share this document with a friend
346
Transcript

ÂSäëá ÁëóãU

æØüáëÜ âîË PGí éáSâëÁëò³ PGë

éáëÛëÜ

êU±ëãUØ ìá±ëëü ØëìêUãU ÁêUáÚ éëìêUßãUêU.

ÐáëÁØ ÁêUáìÚâë PòG ÎØîÙü ©Éäí©DGë

Üëá ÝîSØPG - ÂSäëá ÁëóãU æØüáëÜ âîË PGí éáSâëÁëò³ PGë éáëÛëÜName of Book Islam’s Response to Contemporary IssuesäòÉPG - êU±ëãUØ ìá±ëëü ØëìêUãU ÁêUáÚ éëìêUß जमाअतअहमदियाकचतरथखलीफा

Author - Hazrat Mirza Tahir Ahmad Khalifatul Masih IV

ÁÜîæëÚPG - ÁJéëãU ÁêUáÚ, ßí. Ç. ßí. ÇÕU. áëóäæí ©DGëì±ëäTranslator - Ansar Ahmad. B.A.B.Ed. Hons. in Arabicé£SPGãU× æèü - ÝýÙá é£SPGãU× ìêUJÚí, ÐÜæãUí 2013Edition - 1st Edition in Hindi January 2013é£wâë - 1000Quantity - 1000ÝýPGëçPG - न±ëëãUØ Ü°ë-æ-ÂçëÁØ, ©PGëìÚâëÜ ì±ëäë - ËîãUÚëéÝîãU (Ý£Ðëß)Publisher - Nazarat Nashr-o-Ishaat, Qadian Distt. Gurdaspur (Punjab)áî«ýPG : ©DG±äò ÃUáãU ìÝý£ìÓ£UË Ýýòé ©PGëìÚâëÜ - 143516Printer : Fazle Umar Printing Press Qadian - 143516

ISBN - 978-81-7912-279-2

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान i

पलाककथनससारमबहतसधमथपाएजातहतरादपउनधममोऔरइसलाम

धमथकमधयअनतरयहहदकइसलामकसमसतआिशमानव-परकदतकअनसारह।परमशवर न कआथनकरीम म जहा मानवअससततव म होन वाल

पररवतथनोकोदसटिगतरखतहएउसकदलएबहतसकाननबनाएहवहाइसससारकोचलानकदलएभीबहतसआिशजारीदकएह।कआथनकरीमकीदशकाकसबधमहमारादवशवासहदकससारकपरतयकयगमपरकटहोनवालीसमसयाओकासमाधानइसीईशवरीयगरनरम दवदयमानहऔरइसलामकाआधारइसीगरनरपरह।अत:हमारा यह िावा ह दकससारकी परतयक परकारकी समसयाए चाहव सामादजक हो, राजनीदतक हो अरवा आदरथक सब का समाधानइसलामहीकरसकताह।जमाअतअहमदियाकचतरथखलीफाहजरतदमजाथतादहरअहमि

सादहबरह. न वतथमानससारको दजनकदिनाइयोऔरसमसयाओकासामना हको दसटिगत रखत हएउनका इसलामी दशकाकी दसटिससमाधान परसतत दकया ह तरा आपन वतथमान ससार म होन वालपररवतथनोकोसामनरखतहएउनकपररणामसवरपपरकटहोनवालीघटनाओकीओरधयान दिलायाह।आपनअपनअगरजीभाषणमजोकीनएलीजाबरदवितीयकान‍फस

सनटरलनिनम24फरवरीसन1990ई.म दजनतथयोपरपरकाशडाला रा व उस समय परतयकत: दिखाई भी नही ि रह र। आजसमयगजरनकसार-सारउनका दचतरउभरता दिखाई ि रहा ह।यसमसयाएसामादजकभीहऔरआदरथकभीहतराइनकासबध

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलानii

अनतराथष‍टीय राजनीदतसभीह।आजससारशासनतकनामपरबडीतीवरताकसार दवनाशकीओरिौडाजारहाह।यदिससारशासनतकाअदभलाषीह, दवनाशससरदकतरहनाचाहताहतोसमसत िशोको राजनदतक, धादमथक, वयसतगत और सामदहक तौर पर भी इनदसदानतोकापाबनिहोनापडगा दजनह इसलामपरसततकरताह। इसदसटिसइसपसतककापरतयकदवषयवतथमानयगमपरकटहोनवालीसमसयाओ का यरावशयक समाधान परसतत करता ह। इस पसतकस नकवलसामानय जनता लाभासनवत हो सकती ह अदपत दवदभननिशोकनताऔरशासकभीलाभउिातहए दवशवशासनतपरदरियामसहायक हो सकत ह। परसतत पसतक इसी सनिभथ म मागथ-िशथनकीभदमकामह।समय कीआवशयकताऔर पररससरदतयो को दसटिगत रखत हए

पररम बार इसका दहनिी अनवाि जमाअत अहमदिया क वतथमानखलीफा हजरत दमजाथ मसरर अहमि सादहब की अनमदत स शीअनसारअहमिनसबोधऔरसरलदहनिीमबहतकमसमयमबडपररशमऔर तनमयता स दकया ह।आशा ह जनदहताय यह परसतदतभारतजसपरगदतशीलिशकीजनताइससलाभासनवतहोसकगी।इससनिभथमदजन-दजनलोगोकासहयोगरहाहवधनयवािकपातरह।परमशवरउनहशषिपरदतफलपरिानकर।तरासत

दवनीतहादफजमखिमशरीफनादजरनश-व-इशाअतकादियान।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान iii

अनवलादक की ओर सकआथन करीम की परतयक सरह “दबससमललादहररहमादनररहीम” स

आरभहोतीहदसवाएसरहअतौब:क।हमारदनकटयहकआथनकाभागह,इसदलएहरसरहकीपहलीआयतमइसकीगणनाहोतीहतरादप कआथन करीम को परकादशत करन वाल परकाशकगण इसकीसरह की पररमआयतक तौर पर गणना नही करत। इसदलए यदिअधययनकताथकोइसपसतकम दलदखत दकसीआयतकाहवालानदमलतोकदरतआयतसखयामसएकघटादियाजाए।उिाहरणतयासरहअलबकरहआयतसखया286दजसकाइसपसतकमउललखहकआथनकरीमकीकछपरदतयोमइसकीसखया285होगी।अरबीकीमलइबारत(Arabic Text)कअनवािमयरोदचतकछअदतररतशबिोकोभीससमदलतदकयागयाहतादकअरथसपषटहोजाए।इनअदतररतशबिोतरामलअनवािकीलखनशलीमकोईअनतरनहीह।हिीसोकीपसतकोकचदकबहतसससकरणमौजिहइसदलएउदरणपरसततकरतहएकवलपसतककानामदियागयाह।सकपको दसटिगत रखत हए दजलि (Volume)और बाब (Chapter) कोउदधतनही दकयागया।• हजरतमहमिकनामकआग स.अ.व., दकसीबजगथकनाम

कआगरह.तराहजरतमहमिसादहबस.अ.व.कसारीदजनहसहाबाकहाजाताहकनामकआग रदज.काशबिपरयोगदकयागयाह।इसकारिमश:पणथरपहसललललाहोअलदहवसललम (परमशवर उन पर शासनत और कपा कर), रह. -रदहमहललाह (परमशवर उस पर िया कर), रदज. रदजयललाहोअनहो(परमशवरउनसपरसननहो)

• कहीकहीअनवािमआवशयकतानसारअरबीकामलशबि

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलानiv

हीरखागयाहपरनतसारहीउसकीसरलशबिोमवयाखयाभीकरिीगईह।

• अनकसरानोपरफरमलायलाशबिपरयोगहआह।इसकाअरथह -कहला।

• कफर-परमशवरऔरउसकपगबरोकाइनकारकरना• फफ कह - इसलामी धादमथक दवधान की जानकारी िन वाला

शासतर।• भाषाको सरलऔरसबोध रखनका परयास दकया गया ह।

कही-कहीइसलामीधादमथकपाररभादषकशबिावलीकाभीपरयोगहआ ह। सभव ह यतर-ततर भाषा-परवाह म बाधा काआभासखटक।इसीपरकारभाषाकीपराजलतातराबाहयसाज-सजजाक िोषो पर गहरी दसटि रखन क सरान पर हसवधदत रखनवाल दवजञपािकोतराअधययनकताथओसआशाकीजातीहदकव इसम दनदहतमहानसनिशतराउदशयपर दवशषरपस धयानसरहोनकीकपाकरग।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान v

पररचयजमाअतअहमदियाकी नीव हजरत दमजाथ गलामअहमिसादहब

कादियानीमसीहमौऊि-व-महिीमा’हिअलदहससलामन1889ई.मरखीरी।आपनपरमशवरससचनापाकरयहिावादकयादकआपहीवहमौऊिमसीहऔरमहिीह दजनकअसनतमयगमआनकीभदवषयवादणयाससारकसभीबडधममोकीपदवतरपसतकोममौजिह।जमाअतअहमदियागतसौवषथसअदधकसमयससपणथदवशवम इसलामकपरचारसबधीपरयासोम वयसतह।हजरतदमजाथतादहरअहमिसादहबरह.काजनम1928ई.मकादियान

महआ।सनातककीपरीकापणथकरनकपशचात1953ई.मजादमयाअहमदियारबवाहस‘शादहि’कीउपादधपरापतकी।1955ई.स1957ई.तकलनिनसककलऑफओररयटलएडअ‍फीकनसटडीजमदशकापरापतकी।ततपशचातआपअहमदियतककनदररबवाहमदवदभननपरमखऔरकनदरीयपिोपरआसीनरहकरसवारतरह।10जन1982ई.कोपरमशवरनआपकोदखलाफतकसरानपर

सशोदभतकरतहएहजरतमसीहमौऊिअलदहससलामकाखलीफाबनादिया।आपक21वषषीयदखलाफतकयगमइसलामअहमदियतकी उननदतक नए मागथ परशसत हए। दवशवकी दवदभनन भाषाओ मकआथनकरीमकअनवाितराअनय इसलामीसादहतयकापरकाशन,मससलम टलीदवजनअहमदिया इनटरनशनल (M.T.A)का उदाटनआपकी दवशषउपलसबधयाह।हजरतदमजाथतादहरअहमिसादहबरह.धादमथकऔरसासाररकजञानो

का एक सागर र। आपन धादमथक दवषयो पर हजारो भाषण दिए।वतथमानयगकीदनतानतमहतवपणथऔरजवलतसमसयाओकसबधमअसखयपरशनोकउतरदिए।अबभीआपकभाषणऔरपरशनोतरकी

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलानvi

सभाओको मससलम टलीदवजन अहमदिया इनटरनशनल (M.T.A.) पर सपणथ दवशव म िखाऔर सना जा सकता ह।आपरह. न उिथऔरअगरजीिोनोभाषाओम20सअदधकपसतकोकी रचनाकी।दजनम स कछ क कई ससकरण एव कई भाषाओ म अनवाि भीपरकादशतहोचकह।अगरजीभाषामआपकीएकमहानपरदसददपरापतऔरयग-दनमाथणकरन वाली रचना “Revelation,Rationality,Knowledge and Truth” अराथत “इलहाम, बदद, जञान औरसचचाई”1998ई.मलनिनसपरकादशतहई।आपरह.न दवदभननिशोमयनीवदसथदटयोऔर दवविानोकीसभाओ

मअनकदवषयोपरभाषणदिए।परसततपसतक“इसलामऔरवतथमानयगकीसमसयाओकासमाधान”आपकउसअगरजीभाषणकादहनिीअनवािहजो1989ई.मजमाअतअहमदियाकीसरापनापर100वषथपरहोनपरशतवषषीयजबलीकआयोजनपर24फरवरी1990कोलनिनमवीनएलीजाबर दवितीयकान‍फससनटरम दियागया।इसभाषणकोसननक दलए दवविानवगथससबध रखनवाल 800परदतसठितअदतदरससमदलतहए।उनमराजनीदतजञ,पतरकार,परोफसर,दशककगण,धमथशासतरोकपरकाणडदवविान,अरबीभाषादवितराजीवनकअनयकतरोससबदआिरणीयमदहलाएएवपरषससमदलतर।ततकालीन जमाअत अहमदिया लनिन क अमीर आिरणीय

आफताबअहमिखानसादहब(सवगषीय)नअदतदरयोकाअदभननिनदकया। आिरणीय एडवडर मॉरटीमर (Edward Mortimer) नइसआयोजनको अपनी अधयकता स सशोदभत दकया। जबदक इसमहतवपणथ भाषणक पशचातससिसिसयआिरणीयहयगो समरसन(Hugo Summerson)नअपनीकतजञतापणथभावनाओकोपरकटदकया।ततपशचातपरशनोतरकीएकसदकपतका‍फसहई।इसपरकार कजनसमारोहोमसामानयतयाभाषणो क दलए दजतना

समय दनधाथररत दकयाजाता हउसम एस दवशाल दवषयकोयरोदचत

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान vii

वणथनकरनासभवनहीहोता,परनतहजरतइमामजमाअतअहमदियारह. नसदकपतसमयकबावजिइसदवषयपरउदचततौरपरबहसकीह।यह भाषण “Islam's Response to Contemporary

Issues”कनामस1992ई.मअगरजीभाषामपरकादशतहोचकाह।इसभाषणम दजनबातोपरहजरतइमामजमाअतअहमदियानपरकाशडालासमयवयतीतहोनकसारउनकामहतवऔरभीसपषटहोताजारहाह।आपकीिरिशषीदसटिनभदवषयकीदजनसभावनाओएवखतरोकीओरसकत दकयारावआशचयथजनकतौरपरसतयदसदहोरहह।उिाहरणतयासायवािकीअवनदतकपशचातपवषीयरोपकिशोममहानपररवतथनहएह।सय तराष‍टसघअनतराथष‍टीयसमसयाओमवहीभदमकादनभारहीहदजसकीओरआपरह.नसकतदकयारा। दरिटनम बयाजिरकीनीदतकापररणामआदरथकििथशाकरप म सामनआया ह। यह समसत बातऔर वासतव म इनकअदतररतअनयबहतसीबातइसभाषणमसमयसपवथ दवसतारकसार वणथन कर िी गई री। हजरत इमाम जमाअत अहमदियारह. न1990ई.कपरारभमजबयहभाषण दियाराउससमयअभीइनसमसतपररवतथनोकलकणदवशव-दकदतजपरपरकटनहीहएर।बहतकमऐसाहआह दकसमयस पवथ दवशवको इतनी सपषटचतावनीििीगईहो।आपकायहभाषणदजससिशपरआधाररतहउसमसरायीमहतवहतराउसकासबधदवशव-शासनतकभदवषयसह।जोभदवषयवादणया इस भाषण म मौजि ह यदि उनम स अदधकाशकोभदवषयम परकटहोनवालीघटनाओनसतयकर दिखायाजसा दककछदसदभीहोचकीह।तो दफरदवशवकनताओकोचादहएदकवइससनिशकमहतवकोसमझतरादवशव-वयवसराकानवदनमाथणकरतहएइससभरपरलाभपरापतकर।परमशवरकरऐसाहीहो।तरासत।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलानviii

फवषय सचीपराक‍कथन ......................................................................... iअनवराद‍क ‍की ओर स ........................................................ iiiपररचय .......................................................................... ivववषय सची .................................................................... vii

भफमकला ............................................................................. 1शादतकाअभाव.................................................................1दवशव-शादतक दलएइसलामकायोगिान.....................................2

अधयलाय - 1 : फवशव क समसर धममो क मधय अमन और शलानर कला सलामजसय 3

धादमथकमलयोकोअनावशयकसमझ दलयागयाह.........................5पगबरपरतयकजादतमअवतररतहोत रहह................................9पिकीदसटिससमसतपगबरसमानह.................................. 10पि म समानता क बावजि नदबयो की शणी और सतर म अनतर होसकता ह................................................................. 12मोक(मसत)पर दकसीएकधमथकाआदधपतयनहीहोसकता......... 22धममोकमधयसमनवयतरापरसपरसमानका दवकास................ 28धमथक दवशववयापीहोनकादसटिकोण...................................... 29इसलामएक दवशववयापीधमथह.............................................. 31धमथ-परचारकमाधयम :बलपरयोगकापणथतया दनषध .................. 38कौनसाधमथशषरहगा?................................................... 42अदभवयसतकीसवततरता .................................................... 44सवततरताकीसीमाए ......................................................... 46धादमथकमयाथिाओकामिथन ................................................. 47धममोकमधयपरसपरसहयोग .............................................. 56दनषकषथ ........................................................................ 58

अधयलाय - 2 :सलामलाफजक शलानर 65वतथमानयगकीसामादजकवयवसरा ....................................... 66िोपरकारकसमादजकवातावरण.......................................... 72भौदतकवािीसमाजकापररणाम............................................. 73

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान ix

मधतयोपरानतजीवनकाइनकार ............................................... 75भौदतकवािीसमाजकीचार दवशषताए .................................... 80कममोकउतरिादयतवकीकलपना .......................................... 82इसलामीसमाजका दवशषवातावरण...................................... 98इसलामीसमाजकमल दसदानत ......................................... 102सतीतवऔरसचचररतरता ................................................... 105पिाथऔरउसकीवासतदवकता ............................................ 110ससतरयोकअदधकारोकएकनवीनयगकापरारभ....................... 111ससतरयोक दलएसमानअदधकार .......................................... 116बह दववाह .................................................................. 117वधदोकी िखभाल........................................................... 129भावीपीदिया................................................................. 134दनरदशयएव दनररथककायमोकोपरोतसाहनन िना ...................... 139इचछाओपर दनयतरण........................................................ 141वचन,परदतजञाएवसमझौतोकासमान.................................. 144बराईकाअनत-एकसामदहकिादयतव................................. 144दवदधऔर दनषध............................................................. 148आिश(दवदध-दवधान)....................................................... 149दनषधािश................................................................... 151इसलामनसलवािकाखणडनकरताह................................... 153

अधयलाय - 3 : सलामलाफजक-आफथतक अमन 169पजीवािीवयवसरा,समाजवािएवइसलाममआदरथकनयायकीकलपना 170िररदरताकबावजिमहानउदशयोक दलएवययकरना................. 174दनधथनोक दलएखचथकरना ............................................... 174कतजञताकीभावना ........................................................ 176शभकमथकपरदतफलकी दकसीमनषयसआशानरखना ........... 180दभकावधदत .................................................................... 183आदरथक तयागक दलएशदधनकीशतथ ............................... 185परमशवरकमागथमपरतयकएवगपतिान .............................. 187सामादजकिादयतव.......................................................... 187इसलामीइदतहासकीएकघटना ......................................... 188

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलानx

ईशवरपरितसमसतविानयताओमसखचथकरना ..................... 190जनसवा .................................................................... 192मदिरापानएवदयत-रिीडाका दनषध ..................................... 192मदिरापानककारणहोनवालीमौत ..................................... 198मदिरापानककारणपरदतवषथहोनवालीआदरथकहादनया .............. 198

अधयलाय - 4 : आफथतक शलानर 203पजीवािी वयवसरा,सायवािऔरइसलामकीआदरथक दवचारधारा .. 204पजीवािी वयवसरा .......................................................... 204वजञादनकसमाजवाि ........................................................ 204इसलामी दवचारधारा ........................................................ 207पजीवािीसमाजकीचार दवशषताए ..................................... 208दवशवकीबिलतीहईआदरथकवयवसरा ................................ 209इसलामकीआदरथकवयवसरा ............................................. 213जकात....................................................................... 216बयाजकी दनदषदता......................................................... 219दरिटनम बयाजिरकीसमसया .......................................... 220बयाजकीअनयहादनया ................................................... 225बयाज–शासनतक दलएएकखतरा...................................... 233िौलतकभणडारणका दनषध ............................................ 235सािाजीवन-पददत ...................................................... 238शािी-दववाहकखचच ...................................................... 239गरीबोका दनमतरणसवीकारकरना ....................................... 240खान-पानमसतलन....................................................... 241कजथकालन-िन........................................................... 242आदरथकवगषीयअनतर....................................................... 247इसलामका दवरासतकाकानन ........................................... 249ररशवतका दनषध ........................................................... 250वयापारसबधीआचार-सदहता ............................................. 251जीवनकीमलआवशयकताए ............................................ 254इबाित(उपासना) ......................................................... 259सामादजकएकताकाएकमाधयम....................................... 259

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान xi

वसशवकिादयतव.............................................................. 261अधयलाय - 5 269

राष‍टीयऔरअनतराथष‍टीय .................................................. 269राजनदतकशासनत ........................................................... 269इसलाम दकसीराजनदतकवयवसराकापणथतयाखणडननहीकरता .. 270बािशाहत................................................................... 272परजाततरयाह? .......................................................... 276परजाततरकीइसलामी दवचारधारा .......................................... 278इसलामीपरजाततरकिोसतभ............................................ 279परसपरपरामशथ ............................................................. 280इसलामीसरकारयाह? ................................................ 283मललाइयत.................................................................. 285याधमथकावफािारसरकारकागदारहोसकताह? .............. 289याकवलधमथकोही दवदध-दनमाथणकाअदधकारपरापतह? ....... 290इसलामऔरशासन........................................................ 296अनतराथषटीयसबधोकीनीवपणथ नयायपरह ........................... 301सयतराष‍टसघ(U.N.O.)कीभदमका............................... 303

अधयलाय - 6 : वयनकरगर शलानर 313िानकरनमपरदतसपधाथ .................................................... 314सवजनोऔर दनकटसबदधयोसपरम .................................... 317जन-सवा .................................................................... 318परमशवरकीपरसननता-परादति ............................................... 320लोगोक िख-ििथससिवअवगतरहना ............................... 322परमऔरसहानभदतका वयापकहोना ................................... 322मानव-सधसटिकाउदशय.................................................... 323परमशवरको तयागकरकोईशासनतपरापतनहीहोसकती ............. 329

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलानxii

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 1

भमिका اشھد ان ال اہل اال اہلل وحدہ ال شریک ہل واشھد ان محمد عبدہ ورسوہل

اما بعد فاعوذ باہلل من الشیطن الرجیم بسم اہلل الرحمن الرحیم

áëÜÜíâ ÁRâÀë °ëí ÇÕUæÕüU áëÓUíüáãU éë., ÁëÚãU×íâ ÁìØìÙË× !

áó£ ÁëÝ éß áÜíìèâëò³ ÁëóãU ìæmÐÜëò³ PGë PðGØ¿ë êï£U ìPG ÁëÝ éáSØ áêUëÜîzëëæ ÁëÐ PòG ÁëâëòÐÜ áò³ ÝÛëãòU¸ ÁëÐ áó£ ìÐé ìæèâ ÝãU zëëè× ÚòÜë ÎëêUØë êï£U æêU áòãòU ìäÇ ÇPG ÎîÜëóØí PòG éáëÜ êó¸ âêU ÇPG ßêîUØ ìæçëä ÁëóãU éæüµâëÝí ìæèâ êóU? áîÑò Áëç£PGë êóU ìPG PGÚëìÎØ Âé éíìáØ éáâ áò³ Âé ìæèâ PGë âÙëòìÎØ ÝýìØÝëÚÜ Ü êUëò éPòG, ØÙëìÝ áó£ Úëò ÁëÛëãUzëïØ ÝýÈÜ ÚðìcÓUËØ ãUÉ PGãU ÁÝÜò Âé zëëè× PGë Áëã£Uzë PGãUØë êï£U¸

ÝýÙá ÝýÈÜ Øëò âêU êóU ìPG Ûáü Çòéí ÝìãUìSÙìØâëò³ áò³ êUáëãUë vâë áëËü-ÚçüÜ PGãU éPGØë êóU?

शलाफर कला अभलावæØüáëÜ âîË PGí éß éò áêU´æÝï×ü éáSâë ÁáÜ ÁëóãU çëìJØ PGë

Ázëëæ êóU¸ zëëóìØPG ÃUJÜìØ PGí ÚðìcÓU éò é£âîvØ ØëóãU ÝãU ÁëÐ PGë áëÜæ ßêîUØ ÃUHÎ SÙëÜ ØPG Ðë Ýêî£UÎë êóU¸ âêU æêU Îêî£UáîÉí ÃUJÜìØ êóU Ðëò ÐíæÜ PòG ÝýBâòPG Àëò¼ë áò³ ìæ¿ëëÜ ÁëóãU ÓòUvÜëäëòÐí PGí ÁëÈÎâüÐÜPG ÃUJÜìØ PòG PGëãU× é£zëæ êîUÂü êóU¸ Âé âîË áò³ Âé ìæ¿ëëÜ é£ß£Ûí ÃUJÜìØ PòG DGä ìæçòèPGãU ÃUÜ Úòçëò³ PòG zëëË áò³ ÁëÇ êó³U Ðëò ÝýÙá ÁëóãU ìmØíâ é£éëãU PòG Úòç PGêUäëØò êó³U ØÙëìÝ ØðØíâ é£éëãU PòG Úòçëò³ Üò zëí ÇPG éíáë ØPG ÃUÜ éò äëzë ÝýëtØ ìPGâë êóU âêUë£ ØPG ìPG ìæ¿ëëÜ PGí ÃUJÜìØ PGë ÝýPGëç é£éëãU PòG ÃUÜ ìÜØëJØ Á¿ëëÜ ÁëóãU Áézâ Úòçëò³ ØPG zëí Ðë Ýêî£UÎë êóU

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान2

ÐêUë£ ÁëÐ zëí äëòË ÝýëÎíÜ PGëä Ðóéí ÝìãUìSÙìØâëò³ áò³ ÐíæÜ µâØíØ PGãU ãUêòU êó³U¸ ìæPGäØë, µâëPîGäØë ÁëóãU zëâ PGí Úçë ßÖöØí Ðë ãUêUí êóU¸ ÇPG Á£ÛPGëãUáâ zëìæcâ PGí zëâëæêU ÝýìØHÏUëâë éÌÜ êUëòØí Ðë ãUêUí êóU¸ áëÜæ PGëò ÁØíØ éò Ðëò PîGÏU ìæãUéò áò³ ÝýëtØ êîUÁë êóU ÃUé ÝãU éò ìæÈæëé ÃUÔU ãUêUë êóU, Áé£Øëòè êóU ìPG ßÖöUØë êUí Ðë ãUêUë êóU¸

फवशव-शलाफर क फ‍ए इस‍लाम कला योगदलानÂSäëá PGë çëìyÚPG ÁÙü ÁáÜ êóU¸ âìÚ ÚòÉë ÐëÇ Øëò Âé ÇPG çyÚ

áò³ ÂSäëá PGí éáSØ ìçÀëëÇ£ ÝãUá éîJÚãUØë ÁëóãU µâëÝPGØë PòG éëÙ Áëzëëáâ ìÚÉëÂü ÚòØí êó³U¸ ìÜ:éJÚòêU ÂSäëá çëìJØ PGë Ûáü êóU¸ ÃUéPGí ìçÀëëÇ£ áëÜæ ÂHÏUëÁëò³ ØÙë ìпëëéëÁëò³ ÁëóãU ÁìzëLGìÎâëò³ PòG éáSØ Àëò¼ëëò³ áò³ ÁáÜ ÁëóãU çëìJØ PGë ÁëÈæëéÜ ÚòØí êó³U¸

ÁØ: ÁëÐ PòG zëëè× PòG ìäÇ áó£Üò PîGÏU Çòéí éáSâëÁëò³ PGë ÎâÜ ìPGâë êóU ìÐÜ PòG é£ß£Û áò³ ìæÈæ PGëò áëËü-ÚçüÜ PGí ìÜØëJØ ÁëæÈâPGØë êóU¸ ÁëóãU æò âò êó³U :-

1. ìæÈæ PòG éáSØ ÛáëòZ PòG áRâ ÁáÜ ÁëóãU çëìJØ PGë éáJæâ

2. éëáëìÐPG çëìJØ

3. éëáëìÐPG ÁëìÙüPG çëìJØ

4. आदरथकशासनत5. ãUëcÓþUíâ Çæ£ ÁJØãUëücÓþUíâ ãUëÐÜóìØPG çëìJØ

6. µâìvØËØ çëìJØ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 3

अधयलाय – 1मिशि क सिस‍त धिमो क िध‍य अिन

और शान‍त का सािजस‍य• ÛëìáüPG áï·âëò³ PGëò ìÜãUÙüPG ØÙë ÁÜëæÈâPG éáÑ ìäâë Ëâë êóU¸

• Üßí (ÁæØëãU) ÝýBâòPG ÐëìØ áò³ ÁëØò ãUêòU êó³U¸

• ÝÚ ÚðìcÓU éò éáSØ Üßí (ÁæØëãU) éáëÜ êó³U¸

• vâë ÝÚ áò³ éáëÜØë êUëòØò êîUÇ °ëò×í ÁëóãU SØãU áò³ ÁJØãU êUëò éPGØë êóU?

• áëòÀë (áîìvØ) ÝãU ìPGéí ÇPG Ûáü PGë ÇPGëìÛPGëãU ÜêUí³ êUëò éPGØë¸

• ÛáëòZ PòG áRâ éëá£ÐSâ ØÙë ÝãUSÝãU ÁëÚãU zëëæ PGë ìæPGëé

• ÛáëòZ PòG éëæüzëëóìáPG êUëòÜò PGë ÚðìcÓUPGëò×

• ÂSäëá ÇPG éëæüzëëóìáPG Ûáü êóU¸

• ÛëìáüPG ÝýÎëãU PòG áëRâá : ±ëëòãU ±ëßãUÚSØí PGë Ýï×üØâë ìÜèòÛ¸

• PGëóÜ éë Ûáü çòè ãUêòUËë? (çëÈæØ áó¼ëí)

• ÁìzëµâìvØ PGí SæØ£¼ëØë

• SæØ£¼ëØë PGí éíáëÇ£

• ÛëìáüPG Ýìæ¼ëØë PGामिथन• ÛáëòZ PGë ÝãUSÝãU éêUâëòË

• ìÜcPGèü

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान4

(सरहफादतर24,25)

अनवलाद :- त तो मरातर ए‍क डररान वरालरा ह। वनशचय ही हमन तझ सतय ‍क सराथ शभ सदश दन वरालरा और डररान वरालरा बनरा ‍कर भजरा ह और ‍कोई जरावत नही परनत उसम ‍कोई डररान वरालरा अवशय गजररा ह।

(सरहफादतर24,25)

अनवलाद - वनशचय ही व लोग जो ईमरान लराए तथरा जो यहदी हए, नकषतरपज‍क तथरा ईसराई, जो भी ईशवर पर तथरा अननतम वदवस पर ईमरान लरायरा और शभ ‍कमम व‍कए ; उन पर ‍कोई भी भय नही और न व ‍कोई सतराप ‍करग।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 5

धलाफमतक मलयो को अनलावशयक समझ फ‍यला गयला ह

आजका धादमथक ससार एक दवदचतर दवरोधाभासका दशकार होचकाह।एकओरतोसामानयतयाधमथसदवमखताबिरहीहपरनतिसरीओरकछपहलओसधमथकीपकडसदिहोतीचलीजारहीह।लोगोकहियो,मानदसकचतनाओतरावयावहाररकजीवनपरधमथकीयरारथताकीणहोतीजारहीहपरनतइसकसारहीधादमथककटटरपनकोनएदसरसधारणदकयाजारहाह।सदहषणताकाअभावहतराधादमथककटटरवािसावथजदनकहो रहा ह। िसरीओरयदिससारक सामानयनदतकमापिणडको िखाजाएतोसपषटदसटिगोचरहोताह दकधमथअवनदतकीओरअगरसरह,अपराधतीवरतासबिरहह,सतयससारससमापतहोताजारहाह,नयायऔरइनसाफिलथभहोतादिखाईिरहाह,वयसतसमाजकीओरसदिएगएउतरिादयतवोकीअवहलनाकररहाह,सवारथपरायणतापरआधाररतवयसतवािबलपकडताजारहाह।यसामादजकिोषउनिशोमभीहजोधादमथकहोनकिाविारह,इसकअदतररतअनयबहतसीबराइयाइसनदतक-पतनकीदयोतकहजोअबदवशववयवसराकाभागबनचकीह।यदिनदतकमलयहीधमथकापराणहतोउनमलयोकशनःशनःपतनकाअदनवायथपररणामयहीहदकधमथकबाहयढाचऔरशरीरकानव-दनमाथणतोहोरहाहपरनतउसशरीरसआतमादनकलचकीह।अतःवासतदवकतायहीहदकधमथकायहपनजषीवनअपनअनिरवासतदवकजीवनकाकोईलकणनहीरखता।यहतोवसाहीहजसािदकणीअ‍फीकाककछकबीलोमजािकजोरसशवकोचलता-दफरतादिखाएजानकीकलपनापाईजातीह।इसकसार-सारकछसरानोपरलबसमयतकअवहलनातरा

दकसीउतसाहवधथकउननदतकअभावककारणधादमथकपरवधदतरखन

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान6

वाललोगोमएकपरकारकीउिासीनताऔरउकताहटजनमलरहीह,दजनचमतकारोकीआशावलगाएबिहवहपरीहोतीदिखाईनहीिती।वचाहतहदकदवशवकीघटनाएदकसीअि÷भतअलौदककशसतविारा उनकी इचछानककल पररवदतथत हो जाए, परनत ऐसा दवदचतरऔरअि÷भतचमतकारयरारथससारमउनहकहीदिखाईनहीिता,वअि÷भतभदवषयवादणयोकोपणथहोतिखनकअदभलाषीहतादकउनकदवशवासमउननदतहोपरनतउनकीकोईअदभलाषासाकारहोतीदिखाईनहीिती।यहीवलोगहजोदनतयनएदगराहो(cults)कदनमाथणमसहयोगिरहह,उनकीदनराशाऐसदगराहोकदवकासकदलएअतयनतलाभकारीहोतीह।वासतवमदकसीनवीनवसतकीखोजउसशनयकोभरनकदलएहआकरतीहजोअतीतसपलायनककारणजनमलताह।इनदवनाशकारीरझानोकअदतररतदवशव-शासनतकदलएभीधादमथक

कटटरवािकानएदसरसजीवतहोनाएकखतराबनाहआहऐसीकटटरआसराओककारण वातावरण दवषात हो जाता ह जो दभनन-दभननदसटिकोणोकपरचारऔरउनपरसवततरतापवथकदवचार-दवमशथकदलएअतयनत घातक दसद होता ह। दवितीय यह दकभरषट राजनीदतजञ ऐसीजवलतपररससरदतयोसअनदचतलाभपरापतकरनपरसिवकदटबदरहतह।दवदभननधममोकमधयसकडोवषमोसचलआरहदववािओरमतभिइसअसनकोऔरअदधकभडकानकाकामकरतह।धमथकनामपरहोनवालइससपणथउपदरवससवयधमथकासौनियथभीकलदषतहोताचलाजारहाहइसम दवशव-मीदडयाकाभीएकमहतवपणथ रोलह।सामानयतयायहसमझाजाताहदकमीदडयाआजािहपरनतवासतवमऐसानहीहअदपतउनकाकन‍टोलपाशवथमकामकरनवालकछअनयहारोमह,इसदलएयहकहनाउदचतनहीहदकयदवशव-समसयाओमएकसवततरऔरदनषपकभदमकादनभातह।एकिशजहाएकधमथकअनयायीभारीसखयामहोवहाकामीदडयािसरधमथकदवरदयद

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 7

मससमदलतहोजाताहइसपरकारअलपसखयकधमथकरपकोऔरभीअदधकदबगाडकरपरसततकरताहदजससवसत-ससरदतजदटलसजदटलतमहोतीचलीजातीह।इसमकोईसनिहनहीदकइसझगडऔरफसािकापररमदशकारसवयधमथहोताह।धादमथक जगत मआज जो कछ हो रहा ह वासतव म म उसक

सबध म बहत दचसनततऔर परशान ह।आज इस बात की तवररतआवशयकताह दकधममोकमधय वयापत कधारणाओको िरकरनकदलएिोसऔरगभीरतापणथपरयासदकएजाए।मदवशवासरखताहदकइसलामहीसबसअदधकउतमरपमतराहमारीआवशयकताओकोयरोदचतरगमपणथकरनकीयोयता रखताह।मन इस दवषय का कई भागो म दवभाजन दकया ह तादक बात

अतयनतसरलऔरबोधगयहोजाएउिाहरणतयाएकऐसधमथकदलएजो दवशव-शासनतकोसरादपतकरनमएकसकारातमकभदमकाअिा कर सकता ह (और दजसम दवशव सतर पर सय त करन कीयोयता भी दवदयमान ह)आवशयक ह दक वह पहल सवय धमथ कीसावथभौदमकता पर दवशवास रखता हो। धमथ की सावथभौदमकता सअदभपराययहहदकसमसतमानवएकपरमातमाकीसधसटिहचाहवदकसीभीरगऔरजादतससबधरखतहोतरा दवशवक दकसीभीिशमरहतहो।चदकउनकापरमशवरएकहइसदलएवसमसतइसबातमसमानरपसअदधकाररखतहदकउनहईशवरीयमागथ-िशथनपरिान दकयाजाए।यदिपरमशवरनकभी दकसीएकजादतकीओरवहयी(ईशवाणी)उतारीहतो दफरएकदवशववयापीधमथकोसवीकारकरनाचादहए दकजहा तकअदधकारका परशन ह परमशवरीयवाणीपरतयकजादतमउतरसकतीह।अब तदनक दवचार करक िदखए दक यह दसटिकोण सतय पर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान8

दकसीएकधमथकआदधपतयकीकलपनाकादकसपरकारदसरसहीबदहषकारकरताह।समसतधममोकोयहअदधकारहदकयहिावाकरदकहमारपासकोईईशवरीयसतयह।उनधममोकनामऔरआसराएचाहकछभीहो,दवशवमवजहाकहीभीहोअरवामानव-इदतहासकदकसीभीकालससबधरखतहोउनहयहअदधकारपरापतह दकवअपनअनिरइलहामीसचचाइया दवदयमानहोनकिाविारहोतरायहभीसवीकारकरनापडगादकआसराओऔरदशकाओकमतभिक बावजि समसत धममो का उदगम एक ही ह। वह सवचछनि सवथशसतसपननपरमशवरदजसनपधथवीकदकसीएकभागमएकधमथकोभजा,अदनवायथहदकउसपरमशवरनपधथवीकअनयभागोतरादवदभननयगोकलोगोकीधादमथकऔरआधयासतमकआवशयकताओकोपणथकरनकी वयवसराकीहो। दबलकलयहीवहसनिशहजोकआथनकरीमनसपणथ दवशवको दियाह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 9

पगम‍बर पतयक जलाफर म अवरररर होर रह ह

नबववतकीइससावथभौदमकताकबारमकआथनकरीमफरमाताह:-

(सरहअननहल-37)

अनवलाद - और वनशचय ही हमन पतय‍क उममत म ए‍क पगमबर भजरा व‍क परमशवर ‍की उपरासनरा ‍करो और मवतमयो स पथ‍क हो जराओ।तराकआथनकरीम हजरत महमिस.को सबोदधतकरत हए यह

घोषणाभीकरताहदककवलआपहीरसलनही।अत:फरमाताह:-

(सरहअलमोदमन-आयत79)अनवलाद :- और वनशचय ही हम न तझ स पवम भी पगमबर

भज थ। ‍कछ उनम स ऐस थ वजन‍की हमन तझ स चचराम ‍कर दी ह और ‍कछ उनम स ऐस थ वजन ‍की हमन तझ स चचराम नही ‍की।कआथनकरीमपन:आपस.कोसमरणकरातहएफरमाताह -

(सरहफादतर-आयत24,25)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान10

अनवराद :- त तो मरातर ए‍क होवशयरार ‍करन वरालरा ह। वनशचय ही हम न तझ सतय ‍क सराथ शभ सदश दन वरालरा और होवशयरार ‍करन वरालरा बनरा ‍कर भजरा ह तथरा ‍कोई जरावत नही परनत उसम ‍कोई होवशयरार ‍करन वरालरा गजररा ह। कआथनकरीमकीइनआयतोसभलीभादतसपषटहोजाताहदक

इसलामअनयधममोकीअवहलनाकरकसतयपरअपनआदधपतयकाकिादपिावानहीकरताअदपतसपषटऔरदनसचिततौरपरयहघोषणाकरताहदकखिातआलानससारकसमसतिशोऔरसमसतयगोम अपन रसल भज ह तादक लोगो की धादमथक और आधयासतमकआवशयकताएपणथहोसक।अतःयहरसल(अवतार)अपनी-अपनीजादतयोतकपरमशवरकासनिशपहचात रहह।

पद की दनटि स समसर पगम‍बर समलान ह

परशनयहउिताहदकसमसतलोगोकसधारकदलएदवदभननयगोऔरिशोम दजननदबयो(अवतारो)काआगमनहोता रहा हयावअपन पिकी दसटिससमान ह?कआथनकरीमकी दसटिससमसतनबी परमशवरकीओरस हीआत रह ह। परमशवर कआिशोकोकायाथसनवतकरनकाजोअदधकारउनहपरापतहोताहसारनबी(अवतार)उस पणथ दिताऔर दवशवासकसारसमानरपसपरयोगकरतह।दकसीमनषयकोयहअदधकारपरापतनही ह दकवहनदबयो कमधयदकसीपरकारकाकोईअनतरउदचतसमझ।समसतअवतारतराउनकविारालाएगएसनिशको दवशवसनीयसवीकारकरनाअदनवायथ ह।दवशव-धममो,उनकपरवतथकोतराअनयसमसतअवतारोकसबधम

इसलामकीयहदशकादवदभननधममोकमधयसमनवयऔरएकताका

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 11

वातावरणपिाकरनमबहतमहतवपणथभदमका दनभासकतीह।यहदसदानतदकपरतयकअवतारपरअवतररतहोनवालीईशवाणी(वहयी)चदकएकहीपरमातमाकीओरसह,इसदलएसमानरपससमानयोयह।धममोकोपरसपरदनकटलानकाअतयनतपरभावशालीमाधयमदसदहोसकताह।इससअनयधममोकअवतारोतराउनकीईशवाणीक सबध म दवरोधी भावनाए समाननीय भावनाओ म पररवदतथत होजाती ह और कआथन करीम का इस समसया पर यही सपषट औरतककपणथदसटिकोणह।अतःफरमाया-

(सरहअलबकरह-286)अनवलाद - रसल उस पर ईमरान ल आयरा जो उस ‍क रबब

‍की ओर स उस‍की ओर उतराररा गयरा और मोवमन भी (उनम स) पतय‍क ईमरान ल आयरा परमशवर पर, उस‍क फररशतो पर, उस‍की पसत‍को पर तथरा उस‍क रसलो (अवतरारो) पर (यह ‍कहत हए) व‍क हम उस‍क अवतरारो म स व‍कसी ‍क मधय अनतर नही ‍करग तथरा उनहोन ‍कहरा - व‍क हमन सनरा और हमन परालन व‍कयरा, तरी कषमरा ‍क अवभलराषी ह ह हमरार पवतपराल‍क ! और तरी ओर ही लौट ‍कर जरानरा ह।पन:फरमाताह -

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान12

(सरहअदनिसा-151स153)

अनवलाद - वनशचय ही व लोग जो परमशवर और उस‍क अवतरारो ‍करा इन‍करार ‍करत ह और चराहत ह व‍क परमरातमरा और उस‍क अवतरारो ‍क मधय अनतर ‍कर तथरा ‍कहत ह व‍क हम ‍कछ पर ईमरान लराएग और ‍कछ ‍करा इन‍करार ‍कर दग तथरा चराहत ह व‍क इस‍क मधय ‍करा ‍कोई मरागम धरारण ‍कर। यही लोग ह जो पक‍क ‍करावफर ह और हमन ‍करावफरो ‍क वलए अपमरावनत ‍करन वरालरा अजराब तयरार ‍कर रखरा ह, तथरा व लोग जो परमशवर और उस‍क अवतरारो (रसलो) पर ईमरान लराए तथरा उनम स व‍कसी ‍क मधय अनतर न व‍कयरा ; यही व लोग ह वजनह वह (परमरातमरा) अवशय उन‍क पवतफल पदरान ‍करगरा। परमशवर अतयनत कषमरा ‍करन वरालरा (और) बरारमबरार दयरा ‍करन वरालरा ह।

पद म समलानरला क ‍बलावजद नफ‍बयो की शणी और सरर म अरर हो सकरला हयदिसमसतअवतारअपनपिकीदसटिससमानहतोयायह

आवशयकह दकवशणीकीदसटिसभीसमानहो?इसपरशनकाउतरयहहदकअवतार(पगबर)अपनवयसतगतगणोऔरकतथवयोकोकायाथसनवतकरनकीपददतमकईदसटिसपरसपरदभननहोसकतह।परमशवरससादनधयकीदसटिसपरमशवरकीदसटिमअवतारोऔर रसलोकी शदणयो मअनतर हो सकता ह। इस बातकी पसटि

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 13

बाइबल,कआथनतराअनयगरनरोम वदणथतअवतारोक इदतहासकअधययनसभलीभादतहोजातीह।कआथनकरीमइसबातकोसवीकारकरताह दकपिमबराबर

होन क बावजि अवतारो की शदणयो म अनतर हो सकता ह परनतयह ऐसाअनतर नही दजसककारण दवदभनन धमाथनयायी परसपर एकिसरकशतरहोजाए।कआथनकरीमजहायहघोषणाकरताह दकसमसतअवतारईशवरकीओरसएकसमानपरमादणतसनिशलकरआएहवहायहघोषणाभीकरताह दक-

(सरहअलबकरह–254)

अनवलाद – य व रसल ह वजन म स ‍कछ ‍को हम न ‍कछ (अनय) पर शष‍ठतरा पदरान ‍की। उनम स ‍कछ व ह वजन स परमशवर न (आमन-सरामन) वरातरामलराप व‍कयरा तथरा उनम स ‍कछ ‍को (‍कछ अनय स) शवणयो म उचच व‍कयरा। इस बात को सवीकार करन क पचिात दक अवतार क पि म

समानता होनक बावजिअवतारोकीशणीऔर सतर मअनतर होसकताह।मससतषकम एकपरशनयहपिा होता ह दक दफरअदधकउचचशणीरखनवालानबीकौनहअरवादकससमझाजाए ?यहएकअतयनत गभीरऔर सविनशील समसया ह परनत इसक महतवकीअवहलनाभीनहीकीजासकती।सपषटहदकसमसतधममोकअनयायीअपन-अपनधमथकपरवतथक

कोसबअवतारोसशषिसमझतह।सभीयहसमझतह दकशणी,वभव,पदवतरताऔरसमानकीदसटिसकोईअनयउनकअवतार

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान14

कबराबरनहीहोसकतातराअवतारहोनकसमसतअदनवायथगणोमसवथशषिऔरसववोचचपिपरपिासीनहमाराहीअवतारह।अबपरशन उिता ह दक या मसलमान भी यह िावा करत ह दक रसलकरीमस. (महमिस.) समसतअवतारो स सवथशषि ह ? इसका उतरयहहदकदन:सनिहइसलामिोटकशबिोमयहिावाकरताहतराघोषणाकरताहदकमहमिस.अ.व.अपनसि÷गणोकीदसटिसउचचतमसरानपरपिासीनहऔरआपहीशणीकीदसटिससवथशषिअवतारह, परनत यह बात समरण रखनाआवशयक ह दक इसलाम क इसिावतराअनयधममोकिावोमएकबडासपषटऔरमलअनतरह।पररम तो इस बात का दसटिगत रहना आवशयक ह दक कवल

इसलाम ही एक ऐसा धमथ ह जो नबववत (अवतार होन को) काआकाशीय (ईशवरीय) होना सवीकार करता ह। इसलाम क अनसारससारकीपरतयकजादतऔरपरतयकिशमपगबरआतरहहपरनतउिाहरणकतौरपरयहिीलोगपराचीनअहिनामामवदणथतअवतारोकअदतररतअनयअवतारोकोसवीकारहीनहीकरत।अत:जबवहजरतमसाअ.कमहाननबीहोनकािावाकरतहतोहजरतमसाअ. कीतलनाबदअ.सनहीकररहहोत।वतोधमथकमहानपरवतथकोकिावहीसवीकारनहीकरत।उनक दनकटउपरोतकदरतसमसतअवतारसचचनहीह,यहातकदकउनकमतानसारयहबातअसभवह दकउनकमानयअवतारो(पगबरो)कअदतररतभीकोईअवतार(नबी)हो।अत: एकओर तो यहि क अपन मानय अवतारो म स दकसी

एकअवतारकीशषिताकीआसराह तरा िसरीओर इसलामकािावा दकहजरतमहमिमसतफास.अ.व.सवथशषिअवतार ह। य िोनोिाव अपन सवरप म दबलकल दवपरीत ह इसकाकारण यह ह दकयहदियत की दशकानसार बाइबल म वदणथत अवतारो क अदतररत

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 15

अनय कोई अवतार ह ही नही, जबदक इसलाम समसत जादतयो मसचचअवतारोकअवतररत दकएजानकी दशका िता ह। यहदियतकीभादतबददजम,जरतसशतजमतरा दहनिजमआदिसमसतधममोकऐसिावोका दबलकलयहीसवरपह।एक अनतर इसक अदतररत भी ह दजस मससतषक म रखना

आवशयक ह। नदबयो और अवतारो की जो कलपना यहदियत,ईसाइयत और इसलाम म पाई जाती ह अनय अदधकाश धममो मपाईजान वालीकलपना इस स दबलकल दभनन ह। वअपन पनीतअससततवोकोसिवकवलपरमशवरकाभजाहआहीनहीसमझतअदपतउनकदनकटउनकधममोकपरवतथकसामानयलोगोसशषितमतरासवयमपनीतअससततवह।कछकदनकटवईशवरकअवतारह,यहातकदककछकोईशवरहीिहरादियाजाताहयादफरयहसमझाजाताह दकयहपनीतधादमथकलोगशन:शन:परमशवरकपि तकपहचन वालकोई दवशषअससततव ह। ईसाइयत न हजरतईसा अलदहससलाम क सार भी कछ ऐसी ही कलपनाए सबदकर रखी ह, इसदलए यह भी इसी क अनतगथतआ जात ह परनतइसलामीदशकानसारऐसपिईशवरयाईशवरकपतरऔरबचचतराईशवरकअवतारसमसतमातरनामऔरकालपदनकबातह।वासतवम य लोग परमशवर क भज हए अवतार (नबी) ह दजनह उनकअनयादययोनबहतबािमपरमशवरकपितकपहचादिया।धममोकअवतारोकोिवताबनानकीयहपरदरियारिमानगतघदटतहोतीह। ऐसीआसराए एक नबीककाल म अचानकजनम नही लतीअदपतयकलपनाएशन:शन:साकारहोतीह।इसदवषयपरतोहमआग दवसतारपवथकबातकरग।इससमययहबतानाअभीषटह दकइसलाम जब हजरत महमिस. की समसतअवतारो पर सवथशषिताकी घोषणा करता ह तो समसत धममो क पनीत परष अवतारो क

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान16

वगथमअवतारवािकीइसकलपनाकअनसारसमादवषटहोतहजोयहदियतऔर इसलामकी ह। यहा इस बातकी पनरावधदत उदचतहोगी दकसमसत इलहामी (ईशवरीय) धममोक परवतथकोक सबध मइसलामकीआसरा याह ? इसलामकअनसारवसमसतमानवही र दजनह ईशवर नअवतारक पि पर पिासीनकरकससार मभजा। दभनन-दभनन यगो तरा दभनन िशो म जहा कही भी अवतारआए दबना दकसी अपवाि व सब मानव ही र, जसा दक कआथनकरीमवणथनकरताह :-

(सरहअदनिसा-42)

अनवलाद - अतः कयरा दशरा होगी जब हम पतय‍क उममत म स ए‍क सराकषी ल‍कर आएग और हम तझ (हजरत महममदस.) उन सब पर सराकषी बनरा ‍कर लराएग।अतःइसलामीदसटिकोणसयहबात दबलकलसपषटह दकईशवर

कीओरस परतयकयगऔर परतयकजादत मअवतारआएऔरवसभीमानव र।आइए अब हम कआथन करीम क अनसार हजरत महमिस. क

पिऔरशणीकाअधययनकरतह।अतःइसलामकपरवतथकहजरतमहमिमसतफास.कसबधमकआथनकरीमकासवाथदधकमहतवपणथ,दवशष तरा अकाट÷य िावा इसआयत म दकया गया ह। यह एकसपररदचतआयतह दजसपरपराय:चचाथहोती रहतीह -

(सरहअलअहजाब-41)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 17

अनवलाद - महममदस. तमहरार (समरान) परषो म व‍कसी ‍करा वपतरा नही अवपत वह ईशवर ‍करा अवतरार ह तथरा समसत अवतरारो (नवबयो) ‍करा खरातम ह तथरा ईशवर पतय‍क वसत ‍करा भली प‍करार जरान रखन वरालरा ह।इसआयतमअरबीकाशबिखातमअनकअरथरखताहतरादप

खातमननदबययीनकीउपादधक मलअरथ दन:सनिहउतम,सवथशषि,सबसअदधकअदधकारपरापत,सबपरपरभतवरखनवालातरािसरोकीपसटिकरनवालाह।

(िख -लीन,अकरबलमवाररि,मफररिातइमामरादगब)

हजरतमहमिरसलललाहस.कीशणीकीशषिताकावणथनएकअनयआयतमभी दकयागया हतरायहआयतइसघोषणापरआधाररतहदकआपस.कीदशकाएपरतयकदसटिसपणथऔरअसनतमह।फरमाया-

(सरहअलमाइिह-4)

अनवलाद - आज ‍क वदन मन तमहरार वलए तमहराररा धमम पणम ‍कर वदयरा और तम पर अपनी न'मत परी ‍कर दी ह तथरा मन इसलराम ‍को तमहरार वलए धमम ‍क तौर पर पसनद ‍कर वलयरा ह।इस िाव स सपषट तौर पर यह बात दसद होती ह दक हजरत

महमिस.समसतअवतारोमसपणथतमदशकािनवालहऔरआपसमसतअवतारो (नदबयो)मउचचतमशणीपरसमादनतह।इस दवषयकोआगबिात हएपरमशवरन हजरतमहमिस.को

यह दवशवास दिलायाह दकआपस.परजो दकताबअवतररतकीजारहीहउसकीरकाकीजाएगी,उसकीमलइबारतकोमानवहसतकपससरदकतरखाजाएगा।वासतवमइसपरकारयहिावादकयागयाह

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान18

दकनकवलकआथनी दशका परतयकदसटिकोणस पणथ हअदपत यहअपनमलरपमसिवसरादपतरहनवालीभीह।दजसकाअदभपराययहह दकहजरतमहमिमसतफास.अ.व.पर दजनशबिोमयह दशकाउतारी गई ह िीक उनही शबिो म यह सिव ससरर और सरादपतरहगीतरा दकसीपरकारकअकरानतरणका दशकारनहीहोगी।अत:गत चौिह सौ वषथ का इदतहास इस िाव की सतयताका साकी ह।कआथनकरीमकीसरकाकरिममकछआयतयभीह।परमशवरफरमाताह :-

(सरहअलदहजर-10)

अनवलाद - वनशचय ही हमन ही यह वज कर उतराररा ह और वननचित तौर पर हम ही उस‍की रकषरा ‍करन वराल ह।

(सरहअलबरज-22,23)

अनवाद - अवपत वह तो ए‍क वभवशराली कआमन ह ए‍क सरवकषत लौह (तखती) म।इनआयतो क अनसार हजरत महमिस. को न कवल सवथशषि

बतायागयाहअदपतअसनतमऔरसरायीशरीअत (धादमथक दवधान)लानवालाभीिहरायागयाह, इसकअदतररतयहभीबतायागयाह दकआपकीनबववतपरलयतकजारीऔरपरचदलतरहगी।हजरत महमिस.अ.व. की शषिता क इस िाव क सबध म यह

आपदत की जा सकती ह दक ऐसा िावा अनय धमाथवलसबयो परअरदचकरतो नही होगा तरा यायहधममोक परसपरसमझनऔरसमझान (दवचार-दवमशथ) को हादन पहचान वाला िावा तो नही ?इसक अदतररत यह दक इस िाव का आज क भाषण की दवषय

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 19

वसत सकस समनवय दकयाजाएगा ? योदकमझआजयहा यहीवणथनकरनाहदकइसलाममानव-जीवनकसपणथकतरोमशासनतकाआशवासनिता ह। सपषटह दकधमथका कतरजीवनमबडामहतवरखता ह।अतः या इस परकारका िावा शासनत, दवशषकर धादमथकशासनतकादवरोधीतोनहीिहरगा।वासतवमयहीवहसभादवतपरशनरा दजसकी दसटिस मन पहल इस िावको रोड दवसतार स वणथनदकयाह।जहा तकइसपरशनकासबधह तोएक दनषपकअनवषणकरनवालमससतषककोसनतषटकरनक दलएइसकाउतरएकसअदधकपरकारस दियाजासकताह।जसा दक पहल भी वणथन दकया जा चका ह दक ऐस िाव अनय

धममोकीओरसभीदकएजातह।एकअनवषककदलएउदचतढगयही ह दक वहअकारणआवग म नआएयह िख दक याकोईनबी (अवतार) यरारथ म अनयअवतारो क बार म यह िावाकरनकाअदधकाररखताह।जहातकअनयधमाथनयादययोकासबधहतोमातर इसिावसउनकीभावनाएआहतनही होनीचादहए दवशषकरइसदलए दकसवयउनकीओरसभीऐसहीिाव दकएजातह।जहातकइसलामकासबधहउसनएकपगऔरअगरसरहोकर

इससनिभथ म भीमसलमानोकोशालीनता, दवनमरता तरा िसरोकीभावनाओकाआिरकरनकाआिशदियाह।इसलामयहदशकािताह दक हजरत महमि मसतफास.अ.व.की शषिता क सबध म अपनीआसराओकािसरोकसामनअसावधानीपवथकवणथननदकयाकरदजसस उनक हियको िःखऔरकषट पहच। यह दवषय हजरतमहमिस. की इन िो हिीसो क विारा दबलकल सपषट होकर सामनआजाताह।हजरतमहमिस.अ.व.कएकसहाबीरदज.(सारी)तराहजरतयनस

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान20

अलदहससलामकएकजोशीलअनयायीपरसपरबहसमउलझपड।िोनो न इस दववािक मधयअपन-अपनअवतारको सववोचचऔरसवथशषििहरा दिया।ऐसापरतीतहोताह दकउसमसलमाननकछइसजोशकसारयहिावापरसतत दकया दजससउस िसर वयसतकीभावनाओकोिसपहची।वहवयसतहजरतमहमिस.कसमकउपससरत हआऔर उस सहाबी क दवरद दशकायत की। इस परआपस.नसमसतमसलमानोकोसबोदधतकरतहएफरमाया-

لون عل یونس بن مت ال تفض(सहीबखारी दकताबलअदबया)

अथरामत तम यनस वबन मतरा ‍की तलनरा म मरी शष‍ठतरा ‍को प‍कट न व‍कयरा ‍करो।कछ वयाखयाकार इस हिीसस उलझनका दशकार होजात ह ;

उनहयहहिीसकआथनकरीमकिावक दवपरीतदिखाईितीह दकमहमिरसलललाहस.अ.व.हजरतयनससहीनहीअदपतसमसतनदबयो(अवतारो)सशषिह।वासतव म उनका धयान मल बातकीओर नही गया।आपस. न

यहनहीकहादकमयनसनबीसशणीमकमहअरवायहदकमयनसनबीसशषिनहीह।आपस.नतोअपनअनयादययोसयहकहादकवआपस.कशषिहोनकापरकटनइसपरकारसनकर दजससिसरोकीभावनाओको िसपहचसकतीहो।उसघटनाकोसमकरखतहएइसआिशसकवलएकहीपररणाम दनकालाजासकताहऔरवहयहहदकरसलकरीमस.अ.व.मसलमानोकोदवनमरताऔरशालीनताधारणकरनकी दशकाि रहह।आपयह दनिचशि रहहदकशखी बघारन तरा गवथकरनक रोगस भी गरदसत न हो।आपकाउदशययहरा दकआपस.कसरानऔरशणीकसबधमिसर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 21

लोगो स वाताथलाप म सतककता को दसटिगत रखना चादहए किादचतउनक हियकोकषट पहच।असभयताऔरअदशषटताकीशली मवाताथलापतो इसलामक सवयक दहतक दवपरीतह। इसपरकारतोइसलामक दलएलोगोक हियऔरमन पर दवजयपरापतकरनकसरानपर दवपरीतपररणाम दनकलगा।हजरत महमि रसलललाहस.अ.व. क इसआचरण की एक अनय

हिीसस भी पसटि होती ह। उस हिीसम वदणथत घटनाकअनसारएकमसलमानएकयहिीकसारइसीपरकारकीएकबहसमउलझपडा।िोनोनअपन-अपनपशवाकीशषिताकसबधमएकिसरसबिकरिावदकए।इसबारभीवसाहीहआदकयहिीनउदचतयहीसमझा दकवहहजरतमहमिस.कीसवाम उसमसलमानक इसपरकारकआचरणक दवरददशकायतकर।हजरतमहमिस.नइसअवसरपरवहीशालीनताऔरदवनमरताकापरिशथनदकयाजोआपकशालीनसवभावकाभागरा।आपस.कोसमयकीसविनशीलताकाभलीभादतआभासरा।अतःआपस.नउसमसलमानकोसमझायातराशालीनता, दवनमरताऔरसभयताकी दशका ितहएकहा-

لون عل مویس ال تفض(सहीबखारी, दकताबलअदबया)

अथरामत तम मसरा ‍की तलनरा म मरी शष‍ठतरा ‍करा प‍कटन न व‍कयरा ‍करो। साराश यह दक परमशवरकी सादनधयताकी दसटि स नदबयोकी

तलनातमकशषिताका दनणथयकरनाऔर दफरउसकीघोषणाकरनापरमशवरकाकायथह।सभवह दक दकसीएकयगऔरएकधमथकअवतारकसबध

म ईशवरकीपरसननताकापरकटनऐसरपमहआहो दजससयह

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान22

परतीत होता हो दक वह नबी (अवतार) ही सवथशषि ह परनत यहसभीजानत ह दकसवथशषिऔरसववोचचतमजसशबिएकसीदमतसमयऔरसीदमतसरानकसनिभथमभीपरयोगहएह।उनचनहएअवतारो क बार म भरपर परशसा क ऐस वाय परयोग हए दजससउनकअनयादययो म एककधारणा जनमल सकती ह दक वह उसअससततवकोआगामीसमसतयगोमऔरसमसतपरमशवरकचनीिाअवतारोमसववोतमऔरपनीततम दवशवासकरलजब दकउनकीसवथशषिता उनकअपन यग तकसीदमत री। बहर हाल दकसी धमथकअनयादययोकासचच हियकसारअपनपशवाकोऐसीशषिशणीका दवशवासकरना िसरोकीअपरसननताकाकारणनही होनाचादहए।सभयताऔरदशषटताकीमागयहहऐसीबातोकोइसरपमपरसततनदकयाजाएदजसस दवदभननधममोकमधयकटताउतपननहो। हजरत महमिस. न उन िो मसलमानो को जो बात समझाई,वासतवम उसका यही महतवऔर िाशथदनकता ह। यदिसमसतधमथदवनय,औरदवनमरतातरासभयताऔरशालीनताकइसदसदानतकािीक परकार स पालनकर तो धादमथक जगत म परसपर मतभिो कावातावरणमगलमयबनायाजासकताह।

मोकष (मनकर) पर फकसी एक धमत कला आफधपतय नही हो सकरला

मानव क वासतदवक मोक की सीधीऔर सरल सी समसया भीधादमथकजगतकीशासनतकदलएएकखतराबनसकतीहदवशषकरजबयहिावा दकयाजाए दकजोवयसतशतानसबचनतरामोक-परादतिक दलएएकदवशषधमथकोसवीकारनहीकरगावहहमशाकदलए नकक का पातर होगा तो इसका पररणाम अशासनत क अदतररतऔर या हो सकता ह। एक धमथ को मोक का माधयमऔर पाप

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 23

स मसतकासाधनसमझनाऔरबात ह परनत सार ही यहफतवाजारीकरना दकजोवयसतमोक-परादतिहतउसधमथकोसवीकारनहीकरगा वह अवशय नकक म डाला जाएगा यह एक दबलकल पधरकबातह िसरशबिोम इसकाअरथयहहोगा दकअनयधममोकलोगपरमशवरकी परसननता-परादति हत दकतन ही परयतन यो नकरअपनसरषटातराउसकीसधसटिसदकतनाभाीपरमयोनकरतराकसीभीनकीऔरशदआचरणकसारजीवनवयतीतयोनकरवपरतयकिशा म नकक म परदवषट होग। उनका िोष यदि ह तो मातर इतना दकवमोककदलएउसधमथ दवशषमपरदवषटनहीहए।जबऐसीकटटरऔर सकदचत दवचारधारा तरा सहनशीलता क अभाव परआधाररतदसटिकोणकोउतजकशलीम परकटकरनाजसा दककटटरधादमथकलोगसामानयतया दकयाकरतह।तोइसससखतउतपातऔरउपदरवका मागथ खल जाता ह। ससार म दभनन-दभनन परकार क लोग पाएजात ह। दशदकत, सभयऔर दशषट सवभावक लोगो क सार सारअदशदकतऔरअसभयलोगभीहोतह।एकसभयऔरदशदकतमनषयक दवपरीत कोई ऐसी बात की जाए तो उसकी परदतदरिया सभयताऔरशालीनताकीपररदधमरहतीहपरनतधादमथकपरवधदतरखनवाललोगोकी एकबडीसखयाअपनी धादमथकभावनाओको िसलगनपरबडीकिोरपरदतदरियापरिदशथतकरती हअदपत ऐसलोग दशदकतभी हो तो उनकी परदतदरियाबहतकिोर होती ह। िभाथयसलगभगसमसतधममोक दवविानोक दवरदइसीपरकारकीपरदतदरियाहोती हजो उनकी दवचारधारा स सहमत नही होत। मधयकालकअदधकाशमसलमान दवविानोनभीयहीपददतधारणकीरी।उनहोनकहा दकमोकपरादतिकामाधयमकवलइसलामह।इससउनकाअदभपराययहरा दक इसलामकआनक पशचातआजतक दजतन भीलोग पिाहए तरा इसलामी पररदधस बाहर रहत हएमर गएव सबक सब

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान24

सिवक दलएमोकसवदचतरहग।ईसाई दवचारधाराभीइसस दभनननहीह।मरसजञानमकोईधमथ

ऐसा नही जो इसस पधरककोई दसटिकोण परसततकरता हो, परनतमअपनआिरणीयशोताओको दवशवास दिलानाचाहताह दकऐसकटटर दसटिकोणको इसलामकीओरसबदकरनकाकिादपकोईऔदचतयमौजि नही।कआथनकरीम इससनिभथ म दबलकल दवपरीतदसटिकोणपरसततकरताह।कआथनकरीमकअनसारमोकपरदकसीएक धमथ काआदधपतय नही। व लोग दजनह अपन पवथजो स िदषतदवचारधाराए दवरसमपरापतहईहपरनतवसामानयतयासचचाईऔरशदताकसारजीवन वयतीतकरनका परयासकरत ह व मोकसवदचतनहीदकएजासकत।इसीपरकारवलोगदजनहपरमशवरकीनईशरीअत(नवीनधादमथकदवधान)काजञानहीनहीहआतरावजानतहीनही दकलोगोक दनिचशनकएकनवीनयगकापरारभहोचकाह, उन पर भी मोकका विार बनि नही होगा इसशतथक सार दकउनकीअजञानताउनकीअपनीअसावधानीयागलतीककारणनहो।मोक स सबद इस रहसय की वयाखया कआथन करीम की यह

आयतकरतीह :-

(सरहअलहजज–68)

अनवलाद :- पतय‍क जरावत ‍क वलए हमन करबरानी ‍करा ढग वनधरामररत व‍कयरा ह वजस ‍क अनसरार व करबरानी ‍करत ह। अत: व इस सबध म तझ स ‍कदरावप ‍कोई झगडरा न ‍कर तथरा त अपन रबब ‍की ओर बलरा। वनशचय ही त वहदरायत ‍क सीध मरागम

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 25

पर (चल रहरा) ह।पन: इसी दवषय क सनिभथ म एक अनय आयत म परमशवर

फरमाताह -

(सरहअलमाइिह–70)अनवलाद – वनशचय ही व लोग जो ईमरान लराए तथरा जो

यहदी हए, सराबी (नकषतरपज‍क) और ईसराई जो भी परमशवर पर ईमरान लरायरा तथरा अननतम वदवस पर और शभ ‍कमम व‍कए ; उन पर ‍कोई भय नही और व ‍कोई खद नही ‍करग।अहलदकताबकीपररभाषा(Terminology)यदयदपसामानयतया

यहिऔरनसारा(ईसाईलोग)क दलएपरयोगहोतीहपरनतवासतवमइसकाकतरबहतदवशालह।कआथनकरीमकीआयतदक“कोईजादतऐसीनहीगजरीदजसमकोईहोदशयारकरनवालानआयाहो”तराइस दवषयससबदधतअनयआयत दजनकापवथमवणथन दकयाजाचकाहउनसबकोसमखरखतहएइसमकोईआशकानहीरहती दकपराचीनअहिनामातरानवीनअहिनामाअराथततौरातऔरइजीलहीकवलइलहामी(ईशवरीय)दकताबनहीरीअदपतलोगोककलयाणऔरमागथ-िशथनकदलएदनसचितरपसकछअनयगरनरभीअवतररत दकएगएर।इसपरकारवसमसतधमथजोयहिावाकरतह दकउनकीनीवपरमशवरकीवाणी (वहयी)परहउनकअनयायीभीअहल दकताबमससमदलतसमझजाएग इसकअदतररतअहलअरब“साबी”की पररभाषाउनसमसतगरअरब (जोअरबका नहो)औरगरसामी (Non-Semitic)धममोकअनयादययोक दलए

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान26

परयोगकरत र दजनक पास उनकीअलग-अलग दकताब री। अत:ईशवरीय वहयी (ईशवाणी) पर आधाररत समसत धमाथवलसबयो कोदवशवास दिलाया गया ह दक ईशवर उनह कोई िणड नही िगाऔरन ही व मोकस वदचत रख जाएग परनत शतथ यह ह दक परमशवरकीओरसभजहएनवीनधममोकोनपहचानपानकाउनकपासकोईवासतदवकऔरउदचतकारणहोतरावअपनपवथजोकधममोकीआसराओपरसतयऔरईमानिारीकसारसरादपतहो।कआथनकरीमअपन-अपनधमथपरपणथशदतासकायथरतरहनवालपरतयकसमिायस चाह वह यहिऔर नसारा म स होअरवा नकतरपजकहोयहवािाकरताह :-

(सरहअलबकरह–63)

अनवलाद - उन सब ‍क वलए उन‍करा पवतफल उन‍क रबब ‍क परास ह और उन पर ‍कोई भय नही और न व खद ‍करग।

(सरहअलमाइिह–67)

अनवलाद - और यवद व तौररात और इजील (‍की वशकषरा) ‍को और जो ‍कछ उन‍की ओर उन‍क रबब ‍की ओर स उतराररा गयरा ‍को सथरावपत ‍करत तो व अपन ऊपर स भी खरात और अपन परो ‍क नीच स भी। उनम स ही ए‍क समदराय मधयमरागम पर आचरण ‍करतरा ह जबव‍क उनम स बहत ह व‍क जो व ‍करत ह वह बहत बररा ह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 27

(सरहआलइमरान-114स116)

अनवलाद - व सब ए‍क समरान नही। अहल व‍कतराब म स ए‍क जमराअत (अपनी ववचरारधराररा पर) सथरावपत ह और ररावतर ‍क समयो म परमशवर ‍की आयतो ‍की वतलरावत (उचच सवर म पढनरा) ‍करत ह और व सजद ‍कर रह होत ह, व ईशवर पर ईमरान लरात ह और अननतम वदवस पर (वहसराब व‍कतराब ‍क वदन पर) तथरा अचछी बरातो ‍करा आदश दत ह और दष‍कममो स रो‍कत ह तथरा शभ ‍कममो म ए‍क-दसर स पवतसपधराम ‍करत ह और यही ह व जो सदराचराररयो म स ह तथरा जो शभ ‍कमम भी व ‍करग तो ‍कदरावप उन स उस‍क बरार म ‍कतघनतरा ‍करा वयवहरार नही व‍कयरा जराएगरा तथरा ईशवर सयवमयो ‍को भली भरावत जरानतरा ह। यहदवचारगलतह दकइसलामक दवचारमसमसतयहिनारकी

ह। यह कलपना इस यग म यहदियो और मसलमानो क परसपरराजनीदतकसघषमोक पररणामसवरप पिा हई ह।कआथनकरीमकीजोआयतमवणथनकरचकाहउनकअनसारऐसादवचारदबलकलगलतदसदहोजाताह।मरइसमतकीयहआयतभीपसटिकरतीह।

(सरहअलआराफ-160)

अनवलाद - और मसरा ‍की जरावत म भी ‍कछ ऐस लोग थ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान28

जो सतय ‍क सराथ (लोगो ‍करा) मरागम-दशमन ‍करत थ तथरा उसी ‍क दराररा नयराय ‍करत थ।

धममो क मधय समवय रथला परसपर सममलान कला फवकलास

कआथनकरीमम सपषट तौर परयहघोषणाकी गई ह दक कवलमसलमानहीसतयकसमरथकनहीअदपतसतयकोअगीकारकरनवालऔरलोगभीहऔरकवलमसलमानहीनहीजोसयमकसारअनयधमाथनयादययोकमधयनयायकरतहअदपतऐसगणअनयलोगोमभीपाएजातह।धममोकपरसपरसबनधोकोसमदचतबनानकदलएयहीदवचारधारा हजोसपणथ दवशवकोअदनवायथरपसअपनानाचादहए।अनय धमाथवलसबयो क सार ऐसा दवशाल दसटिकोण, सहियता तरासहानभदतपवथक दवचार-दवमशथ को दवकदसत दकए दबना धादमथक-शासनतकी सरापना सभव नही ह।कआथनकरीम दवशव क समसत धममोकीसामानयतौरपरचचाथकरतहएघोषणाकरता ह-

(सरह अलआरराफ - 182)

अनवलाद - और उनम स वजनह हमन पदरा व‍कयरा ऐस लोग भी थ जो सचचराई ‍क सराथ (लोगो ‍करा) मरागम-दशमन ‍करत ह और उसी ‍क दराररा नयराय ‍करत थ।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 29

धमत क फवशववयलापी होन कला दनटिकोणपराचीनकालसिाशथदनकएवफलासफरउससमयकासवपनिखत

रहहजबसमसतमानवजादतएकहीवशकारपधारणकरलगी।मानव जादत की एकता की यह कलपना मातर राजनीदतदविो तक हीसीदमतनहीअदपतआदरथकऔरसामादजकदवधाओकदवविानभीइसपददतपरदवचारकरतरहह।धादमथक-जगतमभीयहदसटिकोणपणथजोश कसार दवदयमान रहा ह। कछधमथ तो दवशववयापीपरभतवऔरअदधकार की अदभलाषा दलए बडी दिता स कायथरत ह तरा उनहोनइसक दलएबडीपरबलयोजनाएभीबनाईह।इसीपरकारइसलामभीसपणथ दवशवकोएकझणड क नीच एकतरकरनाचाहता ह, यदयदपइसलामतराअनयधममोमएकसमानदवचारधारातोअवशयदसटिगोचरहोती हपरनतइससनिभथमइसलामकादसटिकोणमलरपसिसरोस दभनन ह।यहायहआपदतउिानकाअवसरनही दकपरमशवरनमानव-जादतकोएकझणडकनीचएकतरकरनकाकामदकसधमथकसपिथदकयाह।बहरहालयहजाननाआवशयकहदकएकसअदधकधममोकीओरसऐस िाव क पररलदकततरासभादवतपररणामयाहोसकत ह। यदि िो-तीन याचार धमथ दजनकी ऐदतहादसकपधषिभदमबहत दवसतधत ह।एकहीसमयम सवयकोइनअरमोम दवशववयापीिहराए तो या यह बात लोगो का एक मानदसक जदटलता औरअदवशवसनीयता म नही डाल िगी ? या धममोका परसपर वमनसयऔरदवशववयापीपरभतवपरादतिकपरयतनदवशव-शासनतकदलएएकबहतबडाखतरा नही बनजाएग ? दवदभनन धममोकीओरस ऐस रझानदवदयमानह दजनकीआसानीसअवहलनानहीकीजासकतीअदपतउनका गभीरतापवथक नोदटसलनाआवशयक हो जाता ह। ऐस रझानयदि िादयतव की गररमा स अनदभजञ सकदचत दवचारधारा रखन वाल

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान30

तरा दहसावािी नतधतव क हारो मचलजाए तो दनसचितहीसभादवतखतरयरारथताकारपधारणकरलतहतराकईगनाबिजातह।यह परोपगनडा दक इसलाम अपनी दवचारधाराओ क परचार और

परसारक दलएबलपरयोगको परोतसाहन िता ह। इसलामक दवरोधीतो करत ही ह परनत िभाथय स कटटर मललाओ न भी ऐस दवचारोकोबिावादियाह।इनमललाओकसवभावमधयकालकीसकीणथतातराकिोरताकोपरिदशथतकरतह।सपषटह दकयदिएकधमथ िसरधमथकदवरदआरिामकताकामागथधारणकरताहतोिसरधमथकोयहअदधकारपरापतहोजाताहदकवहभीअपनीपरदतरकामवसाहीहदरयार परयोगकर। म इस परोपगनडा सकिादपसहमत नही ह दकइसलामअपनी दवचारधाराकपरचारक दलएबल-परयोगकासमरथकह अदपत इसका किोर शबिो म खणडन करता ह तरादप इस परदवसतारपवथक बातकरन स पवथ हम दकसी धमथ क दवशववयापी होनकिावकोबौददकसतरपरपरखनकापरयासकरतहअराथतयहिखतह दकया दकसीधमथकासनिशसावथभौदमकहोसकताह ?अदभपराययहह दकयाइसलाम,ईसाइयतअरवादकसीभीधमथकासनिश हर रग, वशऔर जादत क लोगो पर समान रप स बोलाजा सकता ह ? या वशो, कबीलो, जातीय मयाथिाओ, सामादजकपररवशोतरासासकदतकपरपराओमइतनीदभननताकबावजिसबकदलएएकहीसनिशवयावहाररकहोसकताह?दफरपरशनयहहदकयाधमथसामदयकसीमाओऔरबनधनोसउचचहोसकताह ?धमथ दजससावथभौदमकताकिाविारहउसकीमागतोयहह दकनकवल भौगोदलक तरा जातीय सीमाओअदपत सामदयक सीमाए भीसमापत हो जाए। अत: या धमथ की दशकाए वतथमान यग क लोगोक दलए वसी ही उदचतऔर वयावहाररक हो सकती ह दजस परकारवएकहजारवषथपवथअरवाउससभीपवथयगकलोगोक दलए

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 31

री?औरयदि दकसीएकधमथको दवशव-सतरपरसवीकारभीकरदलया जाए तो या ऐसा धमथ भावी नसलो की आवशयकताओ कोपराकरभीसकगायानही।अबयहपरतयकधमथकअनयादययोकाकायथ ह दक व बताए दक उनक धमथ की दशकाओक अनसार उनपवथकदरतसमसयाओकायासमाधानह?इसलामउनसमसयाओका समाधान परसततकरता ह। म इस दनतानत सदकपतरप म वणथनकरनाचाहताह।

इस‍लाम एक फवशववयलापी धमत हकआथनकरीमनइसबातकोकईबारसपषटदकयाहदकइसलाम

एकऐसाधमथह दजसकी दशकाएमानव-परकदतक दबलकलअनककलह। इसलाम न इस बात पर बल दिया ह दक दजस धमथ की जडमानव-परकदत म दिता क सार जडी हई हो वह समयऔर सरानकीसीमाओसउचचहोताह।वासतदवकतायहह दकमानव-परकदतमल रप स कभी पररवदतथत नही होती। यही कारण ह दक जो धमथमानव-परकदतकअनककलहोगाउसमसदासनतकतौरपरयहयोयतादवदयमान होगी दक सावथभौदमक धमथ बन सक इस शतथ पर दक वहमानव-उननदत क दकसी असरायी चरण और सामदयक पररवश मअदतशयउलझकरसवयहीसवयकोसीदमतनकरल।अत:जोधमथइनदसदानतोपरसरादपतहजोमानव-सवभावसपरसफदटतह,उसमतककसगततौरपरयहयोयतादवदयमानहोगीदकवहएकसावथभौदमकधमथ बनसक। इसलाम न तो इसस भी एककिमअगरसर होकरअपनीअनिी परदतभा तरा िरिदशथता क उपलकषय यहा तक सवीकारदकयाह दकसमसतधमथअपनअनिरएकसीमातकसावथभौदमकताका ततव अवशय रखत ह अराथत परमशवर की ओर स भज हएपरतयकधमथमएकमौदलकऔरकनदरीय दशकाएसीअवशयहोतीह

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान32

जोशाशवतसचचाइयोपरआधाररततरामानव-परकदतकयरानककलहआकरती ह। धममो की दशकाओका यह कनदरीय तराआधारभतभाग पररवदतथत नही होताजब तक दकउनधममोकअनयायी दकसीभावीयगमउसदबगाडनि।कआथनकरीमकीइनआयतोसयहबातभलीभादतसपषटहोजातीह -

(सरहअलबसययनह–6)

अनवलाद - और व ‍कोई आदश नही वदए गए इस‍क अवतररकत व‍क व परमशवर ‍की उपरासनरा ‍कर, धमम ‍को उस‍क वलए शदध ‍करत हए, सदव उस‍की ओर झ‍क हए तथरा नमराज ‍को करायम ‍कर, और ज‍करात द और यही सथरावपत रहन वराली वशकषराओ ‍करा धमम ह।

(सरहअरकम–31)

अनवलाद - अतः (परमशवर ‍की ओर) सदव दढ रहत हए अपनरा धयरान धमम पर ‍कननरित रख। यह परमशवर ‍करा सवभराव ह वजस पर उसन मनषयो ‍को पदरा व‍कयरा। परमशवर ‍क सजन म ‍कोई पररवतमन नही। यह सदव सथरावपत रहन वरालरा तथरा सथरावपत रखन वरालरा धमम ह, परनत अवध‍कतर लोग नही जरानत। इनआयतोक अनसार एक परशन तो यह पिा होता ह दक यदि

समसत धमथ मल रप स एक ही धमथ परआधाररत र तो दफर इन

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 33

धममोकोएककबािएकभजतचलजानमयानीदतदनदहतरी ?इसक अदतररत यह दक यदि समसत धमथ एक समान अपररवतथनीयसावथभौदमक दशका परआधाररत र तो दफर इसलाम अनय धममो कीअपकासवाागपणथतरासावथभौदमकहोनकािाविारयोह?(1)पररमपरशनकउतरमकआथनकरीममानवजादतकाधयानएक

अखणडनीयऐदतहादसकवासतदवकताकीओरआकषटकराताहवहयहह दककआथन करीम स पवथ अान वाली पसतक एव गरनर अपन मलरपम सरदकतनहीह।उनकी दशकाओमरिमश:पररवतथन दकएजातरहहयादफरनईबातोकासमावशदकयाजातारहाहऔरइसपरकारउनम दबगाडपिाहोतारहाह,यहातकदकउनपसतकोएवगरनरोकीपरमादणकताकसबधमअदपतउनककाननीएवधादमथकदवधानसबधीसतर क बार म सनिहऔर शकाए उतपनन हो गई ह। अब इस बातकापरमाणिनाउनकअनयादययोपर ह दकउनकमानयगरनरोमकोईअकरानतरणअरवापररवतथननहीहआ।इससनिभथमजहातककआथनकरीमकासबनधहउससमसतआसमानी(ईशवरीय)पसतकोएवगरनरोमएकअनिाऔर दवशषसरानपरापत ह।इसलामककटटर दवरोधीभीजोकआथनकरीमकोपरमशवरकीवाणी ही नहीमानत, इसबातकोसवीकारकरन पर दववशह दक दन:सनिहकआथनएकअपररवदतथत एवअकरानतरण रदहत पसतक हउनह यह सवीकारकरना पडता ह दकयहवहीकआथन ह दजस कबार म हजरत महमिस.अ.व. न िावा दकयारादकयइईशवरकीवाणीह।उिाहरणतयाइससनिभथमसरदवदलयमयोरऔरपरोफसरनोलडककबयानपरसततदकयजातह-

There is otherwise every security, internal andexternal, that we possess the text which Mohamethimselfgaveforthandused.

(LifeofMohametbySirWilliamMuir,London,1878,P.xxvii)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान34

“इसबार मआनतररकऔरबाहयहर परकारकीसाकषयउपलबधह दकआज भी हमार हारो म कआथनकी वही मल इबारत ह जोमहमि(स.अ.व.)निीरीऔरदजसवहसवयफरमायाकरतर।”

(लायफआफमहमि-लखकसर दवदलयमयोर,लनिन-1878पधषि–27)

We may, upon the strongest assumption, affirmthat every verse in the Quran is the genuine andunalteredcompositionofMohamethimself.

(LifeofMohametbySirWilliamMuir,London,1878,P.xxviii)

“हम दनसचित तौर पर यह पसटिकरत ह दककआथनकरीमकीपरतयकआयतदबलकलवहीहजोमहमि(स.अ.व.)नसवयवणथनकी री। परतयक आयत यरावत ह तरा उसम कोई पररवतथन नहीहआ।”

(लायफआफमहमि-लखकसर दवदलयमयोर,लनिन-1878पधषि–28)

Slightclericalerrorstheremayhavebeen,buttheQuranofUthmancontainsnonebutgenuineelements,thoughsometimesinverystrangeorder.Theeffortsof European scholars to prove the existence of later interpolationsintheQuranhavefailed.

(Prof.NoldekeinEncyclopaediaBritannica;9thedition,underQuran)

“लखन की कछ साधारण सी गलदतया तो हो सकती ह परनतइसमकोईसनिहनहीदकहजरतउसमानककआथनकरीमकीपरदतआदयोपानतमलरपमकआथनहयदयदपआयतकारिमकछसरानोपरबडादवदचतरदिखाईिताह।यरोपकदवविानोकपरयासअसफलहोचकहदकवयहदसदकरसकदक(उतरनकपशचात)कआथनम दकसीपरकारकाकोईपररवतथनहआह।”

(पराफसरनोलडक,इनसाइलोपीदडयादरिटादनका,ससकरण-9,कआथनशबिकअनतगथत)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 35

यहएकदबलकलपधरकबहसहदकइलहामीयाआसमानीकहलानवाली पसतको म स कौन सी पसतक मल रप म दकसकी रचनाह। इसबहसकोपधरकरखतहएयहा हमयहवणथनकरनाचाहतह दककआथनकरीमक बार म अनय ‘अहल दकताब’ यह चलनजकरत ह दक वह ईशवाणी नही ह, परनत िदखए वहीकआथन तौरातऔर इजीलकबार मसाकषयिता ह दकयआदशकतौर पर ईशवरकीवाणीह।कवलतौरातऔरइजीलहीनहीअदपतकआथनकरीमयहकहता ह दकससारकअनयभागो मअनयधादमथकपसतक भीदन:सनिहईशवरकीह।जहातकउनम दिखाईिनवाल दवरोधाभासोका सबध ह कआथन उनह मानव हसतकप का पररणाम िहराता ह।अत:सपषटह दककआथनकरीमकाअनयधादमथकगरनरोकबारमयह दसटिकोणकहीअदधकसतय-दपरयएव धममोक मधयशासनतकोउननतकरनवालाह।(2) दवितीयपरशनकसनिभथमकआथनकरीमहमारा धयानमानव

समाज क परतयक भाग म परचदलत परगदतशील परदतदरिया की ओरआकषटकराता ह। नए धमथकीआवशयकता पररम इसदलएरी दकपरानधमथकीउसमलदशकाकोनएदसरसजीदवतदकयाजाएदजसलोगो न दवकतकर दियारा। दवितीयकारणयहरा दकसामादजकपरगदतकसारपग दमलाकरचलाजासक।(3) इसक अदतररत धममो म पररवतथन की इस परदरिया का एक

अनयपररकभीरादकपवथवतषीधममोमदवितीयसरानरखनवालीकछसामदयक एव असरायी दशकाए भी िी गई री जो मातर एक दवशषयग तरा जादत दवशष कीआवशयकताओकी पदतथ करती री। इसकअरथयहहदकधममोकीदशकाएकवलअपररवतथनीयदसदानतोकएककनदरीयभागपरहीआधाररतनहीरीअदपतउनम दवितीयसरानरखन वाली तराआदशकपरकारकीअसरायी एवसामदयक दशकाए

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान36

भीससमदलतरी।सपषटहदकसमयगजरनकपशचातउनदशकाओकापररवदतथतहोनाअदनवायथरा।(4) एक अनय कारण जो अपन महतव की दसटि स दकसी भी

परकारकमनहीहयहहदकमानवकीआधयासतमकदशका-िीकाकीयातरावासतवम एकहीबारम पणथ नही हईअदपतरिमशःहईह,यहातकदकमनषयमानदसकतौरपरइतनावयसकहोगयाऔरइसयोय हो गया दक उन समसतआधारभतऔर सरायी दसदानतो काजञान उस परिान कर दिया जाए जो उसक पणथ मागथ-िशथन क दलएआवशयक रा। कआथन करीम का यह िावा भी ह दक वह दवितीयसरान रखन वाली एव मल दशकाकअधीन दशका जो सरायीऔरमौदलक दसदानतोपरआधाररतरी,अपनअसनतमपणथऔरशषितमरपमएकपणथधमथअराथतइसलामकएकभागकतौरपरउतारीगई। परानी दशकाओकावहभागजोकतरीय एव सामदयकरा उससमापत कर दिया गया तरा दशकाओका वह भाग दजसकी भदवषयमभीआवशयकतारीउसयरावतरखागयातराकआथनकरीमकमाधयमसससारकोपन:परिानकरदियागया।धमथकसावथभौदमकहोनकसबधमइसलामीदसटिकोणकासारयहीहऔरइनहीअरमोमइसलामएकआसमानी(ईशवरीय)धमथह।अबयहलोगोकाकामह दकवखोजकरऔर इसबातकी तलनातमकपडतालकर दककौनसाधमथवासतवमसावथभौदमकएवआसमानीह।अब हम पन: उन धममो की समसया कीओर लौटत ह दजनहोन

दवशववयापी परभतव की परादति को अपना लकषय बनाया हआ ह तरायह बात दबलकल सपषट ह दक इसलाम भी यह सरान परापत करनाचाहताह।कआथनकरीमकीभदवषयवाणीकअनसारयहपरारबधहदक इसलाम एक दिन मानवजादतकाअकला धमथ बनकर उभरगा।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 37

परमशवरफरमाताह :-

(सरहअससफफ-10)अनवलाद - वही ह वजस न अपन रसल ‍को मरागम-दशमन और

सचच धमम ‍क सराथ भजरा तराव‍क वह उस धमम (‍क पतय‍क भराग) पर पणमतयरा ववजयी ‍कर द चराह मवश‍क (परमशवर ‍करा भरागीदरार बनरान वराल) बररा मनराए। यदयदपइसलामदवदभननधममोकमधयशासनतएवमतरीकीउननदतपर

अटलदवशवासरखताहपरनतइसकसार-सारइसलामदवदभननधममोकमधयसवसरतलनाकाभीसमरथकह।वहइसबातसदनराशनहीकरता दकलोगअपन-अपन धमथ क सनिशऔर दवचारधाराओकोपरसाररतकरऔरिसरधममोपरअपनधमथकीशषिताएवसववोचचतादसदकरनकापरयतनकर।वसतससरदतयहह दकसवयइसलामसमसतधममोपरअपनीअसनतम

दवजयकाएकमहानतरासववोचचलकषयिहराताहतरामसलमानोकोसिवउसलकषय-परादतिक दलएपरयासरतरहनपरबलिता ह।कआथनकरीमहजरतमहमिस.अ.व.कोसबोदधतकरतहएफरमाता ह-

(सरहअलआराफ-159)अनवलाद - त ‍कह द व‍क ह लोगो ! म वनशचय ही तम सब

‍की ओर ईशवर ‍करा अवतरार ह वजस‍क अवध‍करार म आ‍कराशो एव

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान38

पथवी ‍करा शरासन ह उस‍क अवतररकत अनय ‍कोई उपरासय नही। वह जीववत भी ‍करतरा ह और मतय भी दतरा ह। अत: ईमरान ल आओ परमशवर पर तथरा उस‍क अवतरार (रसल) वनरकषर नबी पर। जो परमशवर पर और उस‍क ‍कवलमरात (वचनो) पर ईमरान रखतरा ह तथरा उसी ‍करा अनसरण ‍करो तराव‍क तम सदरागम परापत ‍कर स‍को। इसकअदतररतइसलामएकसपषटनदतक-दवधानभीपरिानकरता

हतादकदवदभननधमाथवलसबयोकमधयदकसीपरकारकासघषथपिानहोतरावमनसयऔरकधारणाएजनमनलसक।यहनदतक-दवधानउतम वयवहार, नयाय,अदभवयसत एवअदभलखनकी सवततरताकोसदनसशचत बनाता ह तरा सबको िसरो स मतभि रखन का समानअदधकारिताह।

‘धमत-पचलार क मलाधयम’‍ब‍ पयोग कला पणतरयला फनषध

यहदकसपरकारसभवह दककोईधमथसावथभौदमकहोनकािावाभी करऔर दवदभनन धममो क मधय वमनसय पिा करन का कारणभीबनअरवाएकसावथभौदमकसिश रखनवालाकोईभीधमथजोसमसत मानवजादतको एक पलटफामथ पर एकतरकरन का इचछकहो अपन सनिश क परसार क दलए शसत का परयोग कर। तलवारविाराअसरायी दवजय तोसभवह परनत हियो पर दवजयपरापत नहीकीजासकती,शसतससरतोझकाएजासकतहपरनतहियोपरशासननही दकयाजासकता।इसलामअपनसनिशकपरचारकदलएदकसीपरकारकबल-परयोग

कीआजञानही िता।अत:परमशवरकआथनकरीममफरमाताह :-

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 39

(सरहअलबकरह-257)

अनवलाद - धमम म ‍कोई बल पयोग नही। वननचित रप स सद÷मरागम पथ-भरषटतरा स सपषट तौर पर प‍कट हो च‍करा ह। अत:जब पर-परिशथनताऔर परभरषटताकाअनतरभली परकार

सपषटहोचकातोधमथमबल-परयोगकीकोईआवशयकताहीशषनहीरही।परतयकमनषयकोअदधकारिनाचादहएदकवहिखऔरसवय दनणथयकर दकसतयऔर दहिायतकहा ह। परमशवर हजरतमहमि रसलललाहस.अ.व. को सबोदधत करत हए चतावनी िता हदक समाज-सधार का परयास करत समय हिय म बल-परयोग कादवचारतकनआनि।इसीपरकारइसआयतमएकसधारकहोनकनातआपस.कसरानकोपणथसपषटताकसारवणथनकर दियागयाह -

(सरहअलगादशयह-22,23)

अनवलाद - अत: अतयवध‍क नसीहत ‍कर, त मरातर ए‍क नसीहत ‍करन वरालरा ह त उन पर सरकष‍क नही। इसदवषयकसबधमऔरअदधकसपषटीकरणकरतहएहजरत

महमिस.कोपन:समरणकरायाजा रहाह।फरमाया-

(सरहअशशरा49)अनवलाद - अतः यवद व मख फर ल तो हम न तझ उन पर

रकष‍क बनरा ‍कर नही भजरा। तझ पर सनदश पहचरान ‍क अवतररकत और ‍कछ अवनवरायम नही।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान40

ऐसी दवचारधाराओक परचार स यदि कोई दववाि उि खडा होऔर दवरोधीसिसयरिकरता परउतरआएतो ऐसी ससरदतम इसलामका किोर आिश ह दक मसलमान सदहषणता एव सहनशीलता सकामल, धयथऔर ससररताकाआिशथ परिदशथतकरऔर यरासभवसघषथऔरलडाई-झगडसबचनकापणथपरयासकर।यहीकारणहदकमसलमानोकोजहासमसतससारमइसलामकासनिशपहचानकाआिश दियागयाहवहासारहीउनहएकसपषटऔर दनसचितनदतक-दवधानभीपरिान दकयागयाह। इसीकदरत दवषयकसनिभथमकआथनकरीम म बहतसीआयत ह दजनम सकछ एकआयतइस दवषयकसपषटीकरणहतपरसततकीजा रहीह -

(सरहअननहल–126)

अनवलाद - अपन रबब ‍क मरागम ‍की ओर वह‍कमत और अचछी नसीहत ‍क सराथ वनमतरण द और उन स ऐस त‍कक ‍क सराथ बहस ‍कर जो उतम हो। तररा रबब वननचित ही उस जो उस‍क मरागम स भट‍क च‍करा हो सब स अवध‍क जरानतरा ह तथरा वह मरागम-दशमन परान वरालो ‍करा भी सवरामवध‍क जरान रखतरा ह।

(सरहअलमोदमनन-97)

अनवलाद - उस (उपराय) स जो उतम ह बरराई ‍को दर ‍कर द। हम उस सबस अवध‍क जरानत ह जो व बरात बनरात ह। इस आयत म अरबी शबि ‘अहसन’ का शबि परयोग हआ ह

उसकअरथह -उतम,अतयनतमनमोहक,सनिर।िसरोतकइसलाम

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 41

कासनिशपहचातसमयमोदमनोपर दजसनदतक दवधानकापालनअदनवायथहउसकासपषटीकरणकरतहएकरआनकरीमफरमाताह-

(सरहअलअसर-2स4)

अनवलाद - यग ‍की कसम ! वनशचय ही मनषय ए‍क बड घराट म ह वसवराय उन लोगो ‍क जो ईमरान लराए और शभ ‍कमम व‍कए तथरा सतय पर नसथर रहत हए ए‍क दसर ‍को सतय ‍की नसीहत ‍की तथरा धयम पर दढ रहत हए ए‍क-दसर ‍को धयम ‍की नसीहत ‍की। इससनिभथमकआथनकरीमइसकअदतररतफरमाताह -

(सरहअलबलि-18)

अनवलाद - वफर वह उन म स हो जराए जो ईमरान ल आए और धयम पर दढ रहत हए ए‍क दसर ‍को धयम ‍की नसीहत ‍करत ह तथरा दयरा पर दढ रहत हए ए‍क दसर ‍को दयरा ‍की नसीहत ‍करत ह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान42

कौन सला धमत शष रहगला ?(योयतमकीउतरजीदवता)

कआथनकरीमकीदसटिसदकसीधमथकशाशवतहोनतरापररणामसवरपदवजयकासपणथआधारदकसीभौदतकशसतपरनहीअदपतउनसचचतकमोएवपरमाणोकीशसतपरहोताह दजसपरवहधमथसरादपतहो इससबधमकआथनकरीमकादसटिकोण दनतानत सपषटऔर दनधाथररतह।कआथनकरीमफरमाता ह दकसतयको दमटानकदलए तरा असतयक समरथन म चाह कसी ही बडी शसतया काममलाईजाए व सिवअसफल रहगी। तकमोऔरपरमाणोकीशसतभौदतकशसतरोकीशसतपरबहरहाल दवजयी होकर रहती ह।अत:कआथनकरीमफरमाताह -

(सरहअलबकरह-250)अनवलाद - (तब) उन लोगो न जो ववशवरास रखत थ व‍क व

परमशवर स वमलन वराल ह ‍कहरा - व‍क व‍कतन ही अलपसखय‍क वगरोह ह जो परमशवर ‍क आदश स बहसखय‍क वगरोहो पर ववजयी हो गए तथरा परमशवर धयम ‍करन वरालो ‍क सराथ होतरा ह। इसलामकीसववोचचताऔरदवजयकदसटिकोणकदरतपरमशवरीय

करनक परसग म समझनका परयासकरनाचादहए।कआथनकरीमकीएकअनयआयतमफरमाया-

(सरहअलमजािलह-23)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 43

अनवलाद - परमशवर उन स पसनन हआ और व परमशवर स पसनन हो गए। यह परमशवर ‍करा वगरोह ह। सरावधरान ! परमशवर ‍करा ही वगरोह ह जो सफल होन वराल लोग ह। इसलामी इदतहासम होन वाला पररमयद“बदरयद”कहलाता ह।

इसयदममसलमानोकएकअलपसखयकदगरोहकसामनमकाकमदशको(अनकशवरवादियो)काएकबहसखयकदगरोहपसतबदराजोयदसामगरीसपणथरपससससजितरा।मसलमानपररमतोसखयामबहतकमरिसरउनकपासशसतरभीबहतकमतरासाधारणपरकारकरजोनहोनकसमानर।इसससरदतममसलमानोपरएकपरदतरकातमकयदरोपदियागयारा।मसलमानअपनवयसतगतअससततवकीसरकाकदलएनहीअदपतअपनीदवचारधाराकीसरकाकदलएयदकरनपरदववशर।अतःकआथनकरीमइससनिभथमफरमाताह-

(सरहअलअनफाल-43)

अनवलाद - तराव‍क अतयनत सपषट त‍कक ‍की दनटि स वजस‍की तबराही ‍करा औवचतय हो वही तबराह हो तथरा अतयनत सपषट त‍कक ‍की दनटि स वजस जीववत रहनरा चरावहए वही जीववत रह तथरा वनशचय ही परमशवर बहत सनन वरालरा (और) शराशवत जरान रखन वरालरा ह। वासतवमयहवहशाशवतदसदानतहदजसनमानवजादतकदवकास

म दनतानतमहतवपणथभदमकाअिाकीह।योयतमकीउतरजीदवता(Survival of the Fittest) इसकासारऔर दनचोड हअराथतजोअदधकउदचतऔरउतमह वहीशष रखाजाता ह तराजीवनक दवकासकीपददतभीयहीह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान44

अफभवयनकर की सवरतररला ससारमदकसीसनिशकपरसारणकदलएअदपतसवयमनषयक

मानऔरमयाथिाकोयरावतकरनक दलए दवचारऔरअदभवयसतकी सवततरता दनतानतआवशयकह।जबतककोईधमथ मानवताकीमयाथिाकोसरादपतनहीकरतातराउसकीरकानहीकरतावहइसबातकाअदधकारीनहीदकउसधमथकीसजञािीजासक।इससपवथजोकछवणथन दकयाजाचकाहउससयहसपषटहोजानाचादहएदकइसलामजसधमथकदलएयहसभवनहीदकवहअदभवयसतएवभाषणकीसवततरताकादवरोधीहो।इसकदवपरीतइसलामअदभवयसतकी सवततरता क दसदानत का दजस दनभषीकताऔर साहस क सारसमरथनकरताहउसकाउिाहरणदकसीअनयदवचारधारावालदवधानयाधमथम िर-िरतकदिखाईनही िता।उिाहरणतयाकआथनकरीमघोषणाकरताह -

(सरहअलबकरह-112)

अनवलाद - और व ‍कहत ह व‍क सवगम म ‍कदरावप पवश नही होगरा वसवराए उन‍क जो यहदी अथवरा ईसराई हो। य उन‍की मरातर इचछराए ह। त ‍कह व‍क अपनरा ‍कोई दढ सबत तो लराओ यवद तम सचच हो। पन:एकअनयसरानपरफरमाया :-

(सरहअलअदबया-25)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 45

अनवलाद - कयरा उनहोन इस‍क अवतररकत ‍कोई अनय उपरासय बनरा रख ह। त ‍कह द व‍क अपनरा ‍ठोस सबत लराओ। यह अनसमरण उन ‍करा ह जो मर सराथ ह तथरा उन‍करा अनसमरण ह जो मझ स पवम थ परनत उनम स अवध‍कतर लोग सतय ‍करा जरान नही रखत और व मख फरन वराल ह। कआथनकरीममएकअनयसरानपरपरमशवरफरमाताह -

(सरहअलकसस–76)

अनवलाद-औरहमपरतयकउमतमसएकगवाह दनकालकरलाएगऔरकहगदकअपनातककलाओ।अत:वजानलगदकसतयपरमशवरकअदधकारमहऔरवजोकछझिबनात रहतरउनसजाता रहगा।पन:फरमाया-

(सरहअससाफफात-157,158)

अनवलाद - यरा तमहरार परास ‍कोई ‍ठोस (और) सपषट त‍कक ह ? अत: अपनी व‍कतराब लराओ यवद तम सचच हो।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान46

सवरतररला की सीमलाए आज समसत दवशव सवततरता क उदोषो स गज रहा ह। इन

उदोषोकी तीवरताकहीकमह तोकहीअदधक। दवशवक दभनन-दभनन भागो म इन उदोषो का अरथ भी दभनन-दभनन दलया जाता हपरनत यह एक वासतदवकता ह दक सवततरता क महतवऔर मलयक सबध म मनषय का जञानऔर दववक दवकदसत हो रहा हऔरपरतयक सरान पर सवततरता और आजािी की आवशयकता महससकीजा रहीहपरनतपरशनयहह दकमनषय दकसवसतस सवततरताकाअदभलाषीह?यावह दविशीआदधपतयसमसतचाहताह?यावहदनरकशता,फादसजम(Fascism),धादमथकमललापनअरवाएकिलीय दनरकशशासनससवततरताकाअदभलाषीह?यावहअतयाचारीऔरअनयायीपरजाततरोकहारोतगहयाभरषटअदधकाररयोका सताया हआ ह ? या आज का मनषय इसदलए िखी ह दकदनधथनिशपजीपदतिशोकजालमबरीतरहफसहएह?यावहअजञानताऔरभरमसमसतचाहताह?यावहकामवासनाओकआनिस तगआचकाह?वासतदवकतायहह दकआजमानवताकोइनसब दवपदतयोसआजािीकीआवशयकताह।इसलाममनषयकोइनसमसतकषटोऔरदवपदतयोसमसतदिलान

कािाविारहपरनतइसउदशयक दलएवहकोईऐसामागथअपनानक पकम नही दजससअराजकताऔरउपदरवएव उतपातपिा हो।इसलाम इस बात का समरथन नही करता दक इन समसत सामादजकिोषो का दनवारण करन क दलए एक ऐस उनमािपणथ परदतशोध काविारखोलदियाजाएदजसस दनिवोषऔरमासमलोगभीमारजाए।इससनिभथम इसलामकासनिशयहह दक-

(सरहअलबकरह-206)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 47

अनवलाद - और परमशवर उपरिव ‍करन वरालो ‍को पसनद नही ‍करतरा। इसलामपरतयकिसरधमथकीभादतसतदलतसवततरतापरबलिता

ह।इसलामकअनसारसवततरताकीइमारतको“कछलोकछिो”कआधारपरखडाहोनाचादहएअराथतवयसतसमाजक दलएकछिादयतवोकोउिाएऔरसमाजवयसतकोकछअदधकारपरिानकर।समाजक पररदशयम मातर सवततरताका उदोष दबलकलखोखला,दनररथक, असवाभादवक और अवासतदवक उदोष ह। सवततरता ककभी-कभीऐसगलतअरथदलएजातहऔरउसकीकलपनाकोइतनागलत परयोग दकया जाता ह दकअदभवयसतकी सवततरताका सनिरदसदानतअतयनतभदाऔरकरपबनकररहजाताह।गाली-गलौज,िसरोकमान-समानपरपरहारतरापदवतरऔरपनीतअससततवोकादनरािरयहकहाकीसवततरताह?

धलाफमतक मयलातदलाओ कला मदतन जहा तकअदभवयसतकी सवततरताकासबध ह इसलामनअनय

धममोकीतलनामएकपगऔरआगबिायाह।धादमथकमयाथिाकाअनािरदन:सनिहनदतकदसटिसदननिनीयहपरनतइसलामनउसकाकोईपरतयकिणडदनधाथररतनहीदकया।इसयगमसामानयतौरपरतोयहीसमझाजाताहदकइसलामनधादमथकअनािरकािणडदनधाथररतदकयाह,परनतमनकईबारबडीसकषमताकसारकआथनकरीमकाअधययन दकया ह एकआयत भी ऐसी नही दजसम धादमथकअनािरकोऐसाअपराधिहरादियागयाहोदजसकािणडिनादकसीमनषयकअदधकारमहोयदयदपकआथनकरीमदकसीभीपरकारकाअदशषटआचरणऔर ऐसी दकसी बात की अनमदत नही िता दजसस िसरोकी कोमल भावनाए आहत होती हो। परनत इसक बावजि कआथन

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान48

करीमइसससारमनतो दकसीउदणडताऔरदननिाकाकोईिणडपरसतादवतकरताहऔरनहीइसबारम दकसीमनषयकोिणडिनकाकोईअदधकारिताह।धादमथक मयाथिाकअनािरकाकआथनकरीम म पाच सरानो पर

वणथनआता ह। सामानयरपम यह दवषय इसआयतम यो वणथनदकयागयाह -

(सरहअदनिसा-141)

अनवलाद - और वनशचय ही उसन तम पर व‍कतराब म यह आदश उतराररा ह व‍क जब तम सनो व‍क परमशवर ‍की आयतो ‍करा इन‍करार व‍कयरा जरा रहरा ह यरा उन स उपहरास व‍कयरा जरा रहरा ह तो उन लोगो ‍क परास न ब‍ठो यहरा त‍क व‍क व इस बरात ‍क अवतररकत व‍कसी अनय बरात म वयसत न हो जराए। आवशय‍क ह व‍क इस पररनसथवत म तम वबल‍कल उन जस ही हो जराओ। वनशचय ही परमशवर सब ‍कपट ‍करन वरालो और ‍करावफरो ‍को न‍कक म ए‍कतर ‍करन वरालरा ह।

(सरहअलअनआम–69)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 49

अनवलाद - और जब त दख उन लोगो ‍को जो हमरारी आयतो स उपहरास ‍करत ह त वफर उनस अलग हो जरा यहरा त‍क व‍क व व‍कसी दसरी बरात म वयसत हो जराए और यवद ‍कभी शतरान तझ स इस मरामल म भल-च‍क ‍कररा द तो यराद आ जरान पर अतयराचरारी जरावत ‍क सराथ न ब‍ठो। धादमथकमयाथिाओकाअनािर दकतना घधदणतऔरभयानककतय

ह परनत इसक दवरदकसीसनिरपरदतदरियापरसततकीगईह।एकतोइसलाम दकसीवयसतकोयहअनमदतनहीिता दकवहधमथकाअनािरकरनवालकोिणडिनकाकामअपनहारोमलल,िसरवह यह भी घोषणा करता ह दक ऐसी हरकत क दवरद परदतदरियासवरपउनलोगोकीसभासउिकरबाहरआजानाचादहए।जहाधादमथकआसराओका उपहास दकया जा रहा हो तरा हसी िट सकाम दलयाजारहाहो,ऐसलोगोक दवरदकिोरकायथवाहीकरनातोिरकीबातरही,कआथनकरीमनउसससरायीतौरपरबातचीतकरनतककाभीआिशनहीदिया।कआथनकरीमनदनतानतसपषटताकसारबता दिया ह दकऐसलोगोस पधरकताकवलउसअवदधकमधयहोगी दजसमव दननिाऔरअनािरकररहहो।दफरसरहअलअनआमकी एकअनयआयत म भीअनािरकी

चचाथ ह दजसमकवलखिातआलाकीपरदतषिाम उदणडताकीहीचचाथ नही की गई अदपत मदतथयो एव अनयकालपदनक उपासयो कीदननिाऔरअनािरकापरशनभीसभादवततौरपरबहसकअनतगथतलायागयाह। इसआयतकोपितसमयमनषयकआथनी दशकाकीसनिरताको िखकरभाव-दवमनहए दबनानही रहसकता।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान50

(सरहअलअनआम–109)

अनवलाद - और तम उन‍को गरावलयरा न दो वजनह व परमशवर ‍क अवतररकत प‍करारत ह अनयथरा व शतरतरा (पवत‍करार सवरप) ‍करत हए वबनरा जरान‍करारी ‍क परमशवर ‍को गरावलयरा दग। इस प‍करार हम न पतय‍क जरावत ‍को उन ‍क ‍कराम सनदर ‍कर‍क वदखराए ह। वफर उन‍क रबब ‍की ओर उनह लौट‍कर जरानरा ह। तब वह उनह इस बरात स अवगत ‍करगरा जो वह व‍कयरा ‍करत थ। यह बात दवशष तौर पर धयान िन योय ह दक इस आयत म

सीधतौरपरमसलमानोकोसबोदधतदकयागयाह।मसलमानोकोमदशकोकीमदतथयोऔरअनयकालपदनकउपासयोकाअनािरकरनसबडीकिोरताकसारमना दकयागयाहऔरयहभीबता दियागया ह दकयदिकोई वयसतऐसाकरता ह तो दवरोधीजनपरदतदरियासवरप परमशवर का अनािर करन वाल हो सकत ह। परमशवरका अनािर तरा मदतथयो क अनािर की सभादवत बहस म िोनोपररससरदतयोमकोईशारीररकिणडपरसतादवतनहीदकयागयाह।इसदशकामजो दरियातमकसीखिीगईहवहअपनअनिरबडीगहरीिरिदशथता रखती ह। यदि कोई वयसत दकसी की धादमथक भावनाओको िस पहचाता ह तो िसरको भी ऐसाकरनकाअदधकार परापतहोजाता हऔरजबवहपरदतदरिया सवरपऐसा हीकरगा तो दफरयहनही िखाजाएगा दकवह दजसधमथका दनरािरकर रहाहवहसवय म सही ह या गलत, िोनो पकपरदतदरियातमककायथवाहीकरनकासमानअदधकाररखतह।अतःपररणामयहदनकलताहदकयदिधादमथक अपराध दकया गया ह तो उसका बिला भी उसी तरह का

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 51

दलयाजाएगा।यह दबलकलउसीपरकारसह दजसपरकार दकसीकोशारीररककषटपहचायागयाहोतोउसकाबिलाभीशारीररककषटही होगा। यदयदप शतथ यह होगी दक बिलालन म दकसी परकारकीदकसीअदतशयताकोसरानन दियाजाए।

(सरहअदनिसा-157)

अनवलाद - तथरा उन‍क ‍कफर ‍क ‍करारण और उन‍क मरयम ‍क ववरदध ए‍क बहत बड आरोप ‍की बरात ‍कहन ‍क ‍करारण। इसआयत म हजरत मसीह अलदहससलामक यग क यहिक

इस दघनौनऔरअपमानजनकदसटिकोणकीओरसकत दकयागयाह जो अब इदतहास बन चका ह। यहदियो न यह आरोप लगायारा दक हजरत मरयम (हम ईशवर स शरण चाहत ह) सतीतव नहीरखती।अत: हजरतमसीहकाजनमभीआपदतजनकह। यहिकायहआरोप इन िोनो पनीत अससततवो की शान म अतयनत अपमानऔरउदणडता परआधाररतह।यहिक इसआरोपको इसआयतमबडाआरोपअराथतबहतहीबडाआरोपिहरायागयाहऔरइसदनतानत कषटिायक धधषटताऔर अनािर की अतयनत कड शबिो मदननिाकीगईहपरनतआशचयथजनकबातयहह दकइसधधषटताकाकोईशारीररकिणडपरसतादवतनही दकयागयाह।यह बात भी दिलचसपी स खाली नही ह दक यहदियोकी दननिा

तो इसदलएकीगई दकउनहोनहजरतमरयमअ.औरहजरतमसीहअ.िोनोकाअनािर दकया रा परनत ईसाइयोकी दननिा सवय परमशवरकीपरदतषिामधधषटताकरनककारणकीगईह।ईसाइयोकीधधषटतायह ह दक उनहोन यहकहा दक परमशवरक यहा उसकी पतनी क

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान52

विारा जो मनषयो म स री एक बटा पिा हआ। कआथन करीम नईसाइयोकइसआरोपकोएकबहतबडीउदणडताबतायाहपरनतइसक बावजि दकसी परकार का कोई शारीररक िणड दनधाथररत नहीदकयागयाऔरनही दकसीमानव-अिालतकोयहअदधकार दियागयादकवहपरमशवरकीपरदतषिामऐसीबडीउदणडताकरनवालोकोकोईिणडि।कआथनकरीमकीवहआयतदजसमपरमशवरकीपरदतषिामउदणडताकरनपरईसाईयोकी दननिाकीगईहयहह-

(सरहअलकहफ-6)

अनवलाद - उनह इस‍करा ‍कछ भी जरान नही, न ही उन‍क पवमजो ‍को थरा। बहत बडी बरात ह जो उन ‍क मखो स वन‍कलती ह। व झ‍ठ ‍क अवतररकत ‍कछ नही ‍कहत। अबमअनतमएकअतयनतसविनशीलसमसयाकीओरआता

ह। यह समसया इस दसटि स भी सविनशील ह दक आजकल कमसलमानतौहीन-ररसालत(हजरतमहमिसादहबस.क पगबरहोनकबािउनकीआसरानसारआसरानरखनाहजरतमहमिसादहबस.काअनािरह)कसबधमपहलसअदधकसविनशीलह।इसलामीइदतहासम धादमथकअनािरकी एकघटना दमलती ह जो इतनीरिकरह दकसवयकआथनकरीमनउस ररकाडर दकयाह।यह घटना अबिललाह दबन उबयय दबन सलल क सबध म ह

दजसइसलामीइदतहासम ‘कपटाचाररयोकासरिार’कनामसयािदकयाजाताह।एकयदसवापसआतसमयउसनिसरलोगोकी

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 53

उपससरदतमकहा दकवहजयोहीमिीनापहचगातोवहाकासबससमादनत वयसत वहा क सब स अपमादनत वयसत को मिीना सदनकालबाहरकरगा।कआथनकरीमइसघटनाकावणथनइनशबिोमकरताह -

(सरहअलमनादफककन-9)

अनवलाद - व ‍कहत ह व‍क यवद हम मदीनरा ‍की ओर लौटग तो अवशय ही वह जो सवरामवध‍क सममरावनत (वयनकत) ह वह उस जो सवरामवध‍क अपमरावनत ह उसम स वन‍कराल बराहर ‍करगरा। हरालराव‍क समसत सममरान परमशवर और उस‍क पगमबर ‍करा ह तथरा मोवमनो ‍करा, परनत ‍कपटराचरारी लोग जरानत नही ह। इसवायमहजरतमहमिस.कीपरदतषिामकीगईउदणडताको

आिणषीयसहाबारदज.भलीभादतसमझगएरतराइसि:साहसपरउनकारतरिोधसखौलरहारा।उनहइसकाइतनािखरादकयदिउनकोअनमदतहोतीतोव दनशचयहीअबिललह दबनउबयय दबन सलल कटकड-टकडकरडालत।परमादणत ररवायतोम वणथन ह दक इसघटनापर सहाबा इतनआरिामक र दक सवय अबिललाह दबन उबयय दबनसललकपतरनहजरतमहमिसादहबस.अ.व.कीसवामउपससरतहोकरअपनदपताकावधकरनकीआजञामागी।उसनदनविनदकयादकयदिदकसीअनयवयसतनमर दपताकावध दकयातोऐसानहो दकबािमअजञानताककारणमरहियमअपनदपताकावधकरनवालकदवरदपरदतशोध-भावनाभडकउि।अपनीयाअपन दनकटसरपररजनोकीमामलीसअपमानकाबिलालनासदियोसअरबसभयताकाभागरा। परदतशोधकीयही परपरारीजोकिादचतउसकमससतषकम री,

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान54

परनत हजरतमहमिस.अ.व. न न कवलऐसाकरनकीअनमदतिनसइनकारकर दियाअदपतसहाबामस दकसीअनयकोभीअनमदतनहीिी दकइसकपटाचारीको दकसीपरकारकाकोईिणडि।(इबन इसहाक,सीरतननबी-लखक-इबन दहशामभाग-तधतीयसउदधत)

अत: इस यद स मिीना वापसआकर अबिललाह दबन उबययदबनसललअभयहोकरजीवनवयतीतकरतारहा।अनतत:जबवहअपनी सवाभादवकमधतय मरा तोसबयह िखकर सतबध रहगए दकहजरत महमिस.अ.व. न अबिललाह दबन उबयय दबन सलल क बटकोउसकदपताककफनकदलएअपनाकताथपरिानदकया।वासतवम यह हजरत महमि रसलललाहस.अ.व. का उसक दलए परमशवरकी कमा मागन का दनराला ढग रा।आिरणीय सहाबाररज.क हियोम उस समय यह इचछा अवशय जागी होगी दक काश वह अपनासवथसव िकर अबिललाह दबन उबयय दबन सलल क बट स वहकताथअपनदलएपरापतकरल।आपस.नइसीकोपयाथपतनहीसमझाअदपत उसकी जनाज की नमाज भी सवय पिान का दनणथय दकया।इस दनणथयनअदधकाशसहाबाको दनशचयहहरानकर दियाहोगा,योदकवअबिललाहदबनउबययदबनसललकउसदवकटअपराधकोकमानहीकरपाएर दजसकावणथन दकयाजाचकाह।अनतत:आिरणीयसहाबारदज.कीखामोशभावनाओकोपरकटकरनकाकामहजरत उमररदज. न कर दिया। वणथन दकया जाता ह दक जब हजरतमहमिरसलललाहस.अ.व.जनाजकीनमाजपिानक दलएपधार रहरजोहजरतउमररदज.अचानकआगबिकरआपस.कमागथमखडहो गए।आपरदज. न हजरत रसलललाह की सवा म दवनती की दकआपस. अपन फसल पर पन: दवचार कर अराथत अबिललाह दबनउबयय दबन सललकी नमाज-ए-जनाजा न पिाए। इसअवसर पर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 55

हजरत उमररदज. न रसल करीमस. को कआथनकरीमकी इसआयतकोपरसततभी दकया दजसमकछकपटाचाररयोकबार म दसफाररशसवीकारनदकएजानकावणथनहदकरसलललाहस.उनकदलएसतरबारभीकमा-परारथनाकरतोभी सवीकारनहीकीजाएगी।साकदतकतौरपरयहायहभीबतानाचाहताह दकयहासतरसशसबिकतौरपरसतरकीसखयाअदभपरायनहीह।अरबोकमहावरकअनसारसतरकादकसीवसतकीपरचरताकदलएभीबोलाजाताहऔरयहाइनहीअरमो म परयत हआह। बहरहाल हजरतमहमिस.अ.व. हजरतउमररदज. की बात सनकर मसकराए और कहा - उमर ! मरा मागथछोड िो, म परमशवरका रसल हऔर तम स अदधकजानता ह।यदिपरमशवरमरसतरबारकमा-याचनाकरनपरभीऐसलोगोकोकमानहीकरगातोमसतरसअदधकबारउनक दलएकमा-याचनाकरगा।इसकबािआपस.नअबिललाहदबनउबययदबनसललकीनमाज-ए-जनाजापिाई।जोलोगहजरत रसलललाहकोगालीिनवालक दलएमधतयस

कम िणड पर सहमत नही होत यहा तक दकचीख-चीखकर उनकगल बि जात ह। या उनका मख बनि करन क दलए यही एकघटनापयाथपतनही? दनसचितरपसऐसाधमथ हीसमसतससारकधममोकमधयशासनतसरादपतकरनकिावकाअदधकाररखताह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान56

धममो क मधय परसपर सहयोग धममोकपारसपररकसबधोम इसलामएकपगऔरआगबिाताह।अतः

फरमाया-

(सरहअलमाइिह-3)अनवलाद - और तमह व‍कसी जरावत ‍की शतरतरा इस ‍करारण

स व‍क उनहोन तमह मनसजद-ए-हरराम (‍कराबरा) स रो‍करा थरा इस बरात पर न उ‍कसराए व‍क तम अवतशयतरा स ‍कराम लो तथरा न‍की और सयम म परसपर सहयोग ‍करो और पराप तथरा अवतशयतरा (‍क ‍करायमो) म सहयोग न ‍करो तथरा परमशवर स डरो। वनशचय ही परमशवर दणड दन म बहत ‍क‍ठोर ह। अतःकआथनकरीममसलमानोकोऐसशतरओकसारभीअनयाय

करनकीअनमदत नही िता जो धादमथक वमनसयककारण उन परआरिमणकारी हए हो तरा ऐस गर मससलम दजनहोन मसलमानो कदवरदकभी यद नही दकया उनका वणथन करत हएकआथनकरीममादमनोकोआिश िताह -

(सरहअलममतदहन:आयत-8,9)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 57

अनवलाद - वन‍कट ह व‍क परमशवर तमहरार और उन‍क मधय वजनम ‍कछ लोगो स तम शतरतरा रखत हो पम पदरा ‍कर द और परमशवर सदव शनकत रखन वरालरा तथरा बहत कषमरा ‍करन वरालरा (और) बरार-बरार दयरा ‍करन वरालरा ह। परमशवर तमह उनस मनरा नही ‍करतरा वजनहोन तम स धमम ‍क मरामल म रकतपरात नही व‍कयरा और न तमह तमहरार घरो स बराहर वन‍करालरा व‍क उन स न‍की ‍करो तथरा उनस नयरायपवम‍क वयवहरार ‍करो। वनशचय ही परमशवर नयराय ‍करन वरालो स पम ‍करतरा ह। मसलमानोकोयह दशकािीगईह दकवएकशवरवािकसिश

कपरचारकदलएअहलदकताब(दजनहपरमशवरकीओरसदकताबिी गई) को भी सहयोग क दलए बलाए, योदक एकशवरवाि कीआसरा तो सब म साझी ह। कआथनकरीमकी दननदलदखतआयतकाअरथभीयही ह दक इससाझीबात परबल दियाजाए।उदशययहह दकइससमसयाओपरएकतरहोकरऐसकायथरिमबनाएजाएदजनसमानवजादतकाकलयाणहोन दकमतभिीयसमसयाओकोहवा िकर दबगाडपिा दकयाजाए।

(सरहआलइमरान-65)

अनवलाद - त ‍कह द, ह अहल व‍कतराब ! उस बरात ‍की ओर आओ जो हमरार और तमहरार मधय सराझरा ह व‍क हम परमशवर ‍क अवतररकत व‍कसी ‍की उपरासनरा नही ‍करग और न ही व‍कसी वसत ‍को उस‍करा भरागीदरार ‍ठहरराएग और हम म स ‍कोई व‍कसी

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान58

दसर ‍को परमशवर ‍क अवतररकत रबब नही बनराएगरा। अत: यवद व मह फर तो ‍कह दो व‍क सराकषी रहनरा व‍क हम वनशचय ही मसलमरान ह।

फनषकषत यासमसतससारकधमथदवशव-शासनतकीसरापनामकोईसारथक

भदमकाअिाकरसकतह?परनतरोडािहररए,पहलतोयहिखनाहोगा दक दवदभननधममो नअपनअनयादययो तराअनयसपरिायोकमधयशासनतसरादपतकरनमयाभदमकाअिाकीह।या दवदभननधमथ (जबतकह)कभीपरसपरशासनतपवथकरहनासीखसकतह?यदिभौदतकवािक बित हए परभावोको िखाजाएऔरउसओरदसटिडालीजाएदकससारदकसपरकारआधयासतमकआननिोकसरानपरभौदतकतराकामवासनाओसबधीआननिोकोमहतवि रहा हतोयह दवशवासहोनलगताह दकधमथकीभदमकाइसपररससरदतमकोईमहतवनही रखती।अतःउस दबलकलछोड िनाचादहए।परनतमझखिह दकम इस दनषकषथससहमतनही होसकता।

मर दनकट धमथ दवशव-शासनत की सरापना म एक भदमका दनभातारहगा तरा िभाथय स वहअतयनत नकारातमक भदमका होगी दसवाएइसक दकसमसतधमथअपनआनतररकऔरपरतयकआचरणोमकोईसनिरपररवतथनपिाकरल।धमथकोतोशासनतसरादपतकरनमबडीमहतवपणथभदमकाअिाकरनाचादहएरी,उसकाकायथतोयहरादकदवदभननधममोऔरसपरिायोकअनयादययोकमधयबोध-भरासनतयोकदनवारण,शालीनताकापरचलनतरा‘दजयोऔरजीनिो’कदसदानतकोलागकरनकसनिभथमअपनाकतथवयदनभाना,परनतिभाथययहह दक वतथमान यग म शासनतकी परगदतक दलए धममो न यदिकहीकोई भदमकाअिाकी भी ह तो वह बहत ही हलकीऔरसाधारण

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 59

परकारकीह। इसक दवपरीतउपदरवऔररतपातकोजनम िनकीदसटिस धमथआजभी एकबहतकामकरन वालीशसत ह। िःखऔरकषटपिाकरनमधमथकीशसतकोकभीकमनहीसमझनाचादहए।अतःयदिहम दवशवशासनतकइचछकहतोइसमहतवपणथसमसयाकासमाधान दकए दबनावहपणथ नहीहोसकता।आनतररकतौरपरभीधमथकीशसतकोनकारातमकरपम परयत दकयाजासकताह।एकहीधमथकअनयादययोकीधादमथकभावनाओकोउसधमथससबदकछलोगोकदवरदभडकायाजासकताह।उनपरसकटोऔरदवपदतयोकपवथततोडजासकतह,कवलइसदलएदकिभाथयसवअलपमतमह।मसलमानोकासपणथ इदतहास ऐसी भयानकऔरभदी घटनाओ

स भरा पडा ह। जब इसलामकोजोअमनऔरशासनतका धमथ हिसरदनिवोषमसलमानोकअमनऔरचनकोनषटऔरबरबािकरनक दलए परयत दकया गया। व पीदडतलोग दनःसनिह मसलमान हीर कवल उनकीआसरा वह नही री जो बहसखयक सपरिाय उनपर िसनाचाहत र।इसलामीइदतहाससयहबात दसदह दकसवयमसलमानोपरइसलामकनामपरउतपातऔरअतयाचारदकएगएह।मसलमानोनदजतनसलीबीयदईसाइयोकदवरददकएहवसखयाऔर भीषणता म उन ‘पदवतर’ यदो स बहतकम ह जो चौिह सौवषमोममसलमानोनमसलमानोक दवरद दकएहऔरयहकहानीअपनसमापनकोनही पहची। पादकसतानमअहमिीमसलमानोकसारजोकछहोरहाहऔरजोकछअलपसखयकदशयोक दवरदपराय:होतारहताहवहउसकटयरारथकीओरहमाराधयानआकषटकरान क दलए पयाथपत ह। यह पररससरदत सचतकर रही ह दक जोउपदरवपणथ समसया बहतसमय पवथ समापत होजानीचादहएरी वहआजभीयरावत दवदयमानह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान60

ईसाइयो न भी सवय ईसाइयो पर अतयाचार दकए ह। यदि यरोपऔर अमरीका क इदतहास म िफन धादमथक अतयाचारऔर अनयायकीघटनाएलबसमयककारणमससतषकोसदमटगईहोतोकवलआयरलडमजारीधादमथकएवराजनदतकसघषथकोएकबारिखलनापयाथपत होगा। अनय कतरो म भी ईसाइयत मआनतररक सापरिादयकसघषथकखतरदवदयमानह,यदयदपअभीयकतरकछअनयपरकारकझगडोऔर दववािोम दलपतह। दहनिसतानम दहनि-मससलमउपदरव-िग, नाइजीररया म ईसाइयो और मसलमानो क सघषथ, मधयपवथ मयहदियोऔर मसलमानो क यद अरवा यहदियोऔर ईसाइयो कसविनशीलआदरथकएवराजनदतकसबधतराउनमदबगाडकागपतरझानवासतवमइनहीछपखतरोकीओरसकतकरतह।यखतरधादमथकजगतमपरसपतजवालामखीपवथतोकसमानहजो दकसीभीसमयफटसकतह।इनसमसयाओकसनिभथममानदसकवयवहारोम सधारकरनका महतव इतना सपषट ह दक उस परऔरअदधकबल िन कीआवशयकता नही ह। इसलाम उन समसयाओका यासमाधानपरसततकरताह?इसपरदवसतधतबहसगजरचकीह।नीचइसबहसकमहतवपणथ दबनिओकासदकपततौरपरवणथनकरकमइसभागकोसमापतकरताह।(1) दवशव क समसत धममो को चाह व इसलाम को सचचा धमथ

सवीकारकरतहअरवानहीइसमौदलकइसलामीदसदानतपरकायथरतहोना चादहए दकआनतररक सापरिादयक झगडो तरा अनय धममो कसारअनय दववािोकोहलकरनक दलएशसतएवबलकपरयोगकरन की दकसी भी पररससरदत म अनमदत नही िी जाएगी। परतयकवयसत को धादमथक सवततरता का अदधकार दिया जाएगा। धादमथकसवततरतामदकसीवयसतकोकोईधमथअपनानयानअपनान,अपनीआसरा की घोषणा करन, उस का पालन करन तरा उसका परचार

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 61

करन, दकसीआसराको गलतकहन या उस छोडनअरवाअपनीआसरापररवदतथतकरनकीपरीसवततरताहोगीऔरउससवततरताकोपणथसरकापरिानकीजाएगी।(2)समसतधमथवालोकदलएकमसकमइसइसलामीदसदानत

कीपाबनिीअदनवायथहोगीदकवसमसतधममोकपरवतथकोतरापरतयकधमथकबजगमोकासमानकर।अनयधमथचाहसचचाईकीइसलामीदवचारधाराऔरउसकईशवरीयहोनकोसवीकारकरनवालभीहो,यहिीमत,ईसाईमत,बदमत,कन‍यशसमत, दहनिमत,जरथशतमतआदि क दसटिकोण स चाह शष धमथ झि ही यो न होऔरपरमशवर स उनकोकोई भी सबध न हो तब भी हर धमथक पनीतपरषोकासमानकरनाउनकदलएअदनवायथहोगायदयदपऐसाकरतसमयउनहअपनदसदानतोकबारमदकसीपरकारकासमझौताकरनकी आवशयकता नही होगी, योदक पारसपररक समान तो मनषयक मौदलकअदधकारो स सबदधतसमसया ह। परतयक मनषयक इसमौदलकमानवअदधकारकोसवीकारकरनाआवशयकह दकउसकीधादमथकअनभदतयोएवभावनाओकोदकसीपरकारभीिसनपहचाईजाएऔरउसकहियकोकषटनहो।(3) यह समरण रखनाआवशयक ह दक धममो क पशवाओ का

समान क दसदानत को दकसी राष‍टीय या अनतराथष‍टीय कानन विाराकायाथसनवत नही दकया जा सकता। धादमथकअनािरको एक दनकषटकतय िहरान तरा उसको दनरतसाह करन क दलए जन-चतना कोजागधत करना चादहए तादक वह ऐस अदशषट, अनदचत और अभदरआचरणकी दननिाकर।(4) इसशताबिीकपरारभमजमाअतअहमदियान दजसपददत

पर सवथधमथ समलनो कआयोजनो का रिमआरभ दकया रा, ऐस

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान62

समलनो क आयोजनो को दवशाल सतर पर परोतसाहन िना चादहएतराउनकापरचलनकरनाचादहए।ऐससमलनोकीजो दवशषताएहोनीचादहएवसदकपततौरपरवणथनकीजातीह -(अ)समसतभाषणिनवालोकोचादहए दकवअपन-अपनधमथ

कमनमोहकऔरदवदशषटगणवणथनकरतरािसरधममोपरकीचडनउछाल।(ब) भाषण िन वालो को चादहए दक पणथ ईमानिारी एव दनषिा

स अनय धममो क गणो को खोजन का परयतन कर और दफर उनहअपन भाषणोम परसततकरऔरयहभी बताए दकव उनगणोसपरभादवतह।(स) वताओ को अनय धममो क परवतथको और पशवाओ की

जीवनीऔर चररतरका अदभननिनकरना चादहए। उिाहरणतया एकयहिीवताहजरतमहमिसादहबस.कीमखयदवशषताएवणथनकरसकता हअराथत ऐसी दवशषताए दजनकीसमसतजनअपनीधादमथकआसराओसदकसीपरकारकासमझौतादकएदबनापरशसाकरसकतह।इसीपरकारएकमसलमानवताहजरतकषणअ.कसबधमभाषणि सकता ह, एक दहनि हजरत ईसाअ.औरएकबद हजरतमसाअ.काजीवन-चररतरवणथनकरसकता ह इतयादि, इतयादि। इसशताबिीकतीसर िशकमजमाअतअहमदियाकपरबनधकअनतगथत दहनि-मससलमसबधोकोउतमबनानक दलएऐसीलाभपरिएवलोकदपरयसमलनआयोदजतहआकरत र।(ज)उपरोतपरसताव(स)कसबधमदकसीअपवािकदबनाइस

बातका धयान रखाजानाअतयनतआवशयकहोगा दक दवदभननधममोऔरसपरिायोकमधयदवचार-दवमशथकसमयधादमथकशासतरारथकीमयाथिाकीपरीसरकाकीजाए।धादमथकदवचार-दवमशथकीयहकहकर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 63

दननिा नहीकीजानीचादहए दक इसस शासनत भग होनकीआशकारहगी।यदिबहसकीपददतऔरशलीगलतहतोकवलउसगलतढगओर िोषपणथ शलीकी दननिा होनी चादहए न दक बहसको हीसवय म गलत िहरा दिया जाए। अपन दवचारो की सवततरतापवथकअदभवयसत एक अतयनत महतवपणथ मौदलक मानव अदधकार ह।योयतमकीउतरजीदवताकीदनतयताक दलएयहदनतानतआवशयकह दक दकसीमलयपरभीइस दसदानतससमझौतान दकयाजाए।(र)मतभिोककतरकोसीदमतकरनऔरपारसपररकसहमदतकी

सभावनाओ को दवकदसत करन क दलए इस दसदानत को सवीकारकरनाअतयनतआवशयकह दकसमसतधमथअपनीबहसकोअपनऔर िसर धममो क आधारभत दसदानत तक सीदमत रखग। कआथनकरीमकीयहघोषणादकसमसतधमथअपनआरभमसमानरबडामहतवरखतीहऔरइसममहाननीदतया दनदहतह।समसतधममोकोअपनऔरसमसतमानवजादतककलयाणकदलएकआथनकरीमकीइसघोषणाकाधयानपवथकअधययनकरनाचादहएऔरउसकासतयपरखनक दलएखोजकरनीचादहए।(5)साझदहतोकीसमसतयोजनाओकसहयोगकादवकासदकया

जाएऔरउसअदधकादधकपरोतसाहन दियाजाए।उिाहरणतयाजन-दहतयोजनाओपर ईसाई,मसलमान, दहनिऔरयहिीसब दमलकरकायथकरसकतह।अतीतकालीनिाशथदनकोऔरवदलयो (ऋदषयो)नमानवजादतकी

एकताकजोसवपनिख रहमकवलइसी ससरदतमसाकारकरनकीआशाकरसकत ह वह सवपन दजनम उनहोन धादमथक,आदरथक,राजनदतकआदि परतयक कतर म मानवजादत को एक झणड क नीचएकतरकरनकीकलपनाकीरी।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान64

अधयलाय - 2 सािामजक शान‍त

• वतथमानयगकीसामादजकवयवसरा• िोपरकारकसामादजकवातावरण• भौदतकवािीसमाजकापररणाम• मधतयोपरानतजीवनकाइनकार• भौदतकवािीसमाजकीचार दवशषताए• कममोकउतरिादयतवकी दवचारधारा• इसलामीसमाजका दवशषयवातावरण• इसलामीसमाजकमौदलक दसदानत• सतीतवएवशदाचरण• परिाऔरउसकीवासतदवकता• ससतरयोकअदधकारोकएकनवयगकापरारभ• ससतरयोकसमानअदधकार• बह दववाह• वयोवधदसिसयोकी िखभाल• भावीपीदिया• दनरदशयऔर दनररथककायमोकोपरोतसाहनन िना।• इचछाओपरसयमरखना• समझौतोऔरवचनोकासमान• बराईकाअनत-एकसामदहकिादयतव• आिशएव दनषधािश• आिश• दनषधािश• इसलामवशवािकाखडनकरताह

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 65

(सरहअननहल-91)अनवलाद - वनशचय ही परमशवर नयराय और उप‍करार ‍करा तथरा

पररजनो पर व‍कए जरान वराल दरान ‍क समरान दरान ‍करा आदश दतरा ह तथरा अशलीलतरा और घवणत बरातो एव ववरिोह स मनरा ‍करतरा ह तराव‍क तम नसीहत परापत ‍करो।

(सरहअलहिीि-21)अनवलाद - जरान लो व‍क ससरार ‍करा जीवन मरातर खल-‍कद

तथरा ‍करामवरासनराओ ‍को पररा ‍करन ‍करा ऐसरा मराधयम ह जो उचचतम लकषय स असरावधरान ‍कर द एव सज-धज तथरा परसपर ए‍क दसर पर गवम ‍करनरा ह और धन-समपवतयो एव सनतरान म परसपर बढन ‍करा पयरास ‍करनरा ह। (यह जीवन) उस वषराम स उगन वराली खती ‍क समरान ह वजस‍करा उगनरा ‍करावफरो (‍क हदयो) ‍को लभरातरा ह। अतः वह तीवरतरा स बढती ह वफर त उस पीलरा होत हए दखतरा ह वफर वह ट‍कड-ट‍कड हो जराती ह और आवखरत म ‍क‍ठोर अजराब (वननचित) ह एव परमशवर ‍की ओर स कषमरा और पसननतरा भी, जबव‍क ससरार ‍करा जीवन तो मरातर धोख ‍करा ए‍क असथरायी सरामरान ह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान66

अबहमइसपरशनकीओरआतहदकवतथमानयगमसामादजकशासनतकोसरादपतकरनम इसलामकीयाभदमकाह।

वरतमलान यग की सलामलाफजक वयवसथला िभाथयसआजकसमाजमलोगोकवयवहारसधमथकापरभाव

तीवरता स नषट होता जा रहा ह, पररससरदतया दनकषट न दनकषटतमहोती चलीजा रही ह। लोग दकसी न दकसी परकार धादमथककतथवयोस छटकारा परापत करना चाहत ह तरा धादमथक पाबदियो स िामनछडानकीयहपरवधदतबितीहीचलीजारहीहपरनतजहाएकओरधादमथकऔरनदतकमयाथिाओकीअवहलनाकीजारहीहवहाइसकसार-सार समाज म बचनीऔरअसरकाकी बिती हई भावनाककारणभयऔर दनराशाकीभावनाभीजनमल रहीह,उसजीदवतऔरसिवरहनवालपरमशवरस ईमानबडीतीवरतासउिताचलाजा रहाहजोनकवलमनषयकाभायबनानवालाहअदपतवहयहअदधकारभी रखता ह दकहमार दलएजीवनपददतऔर दनयमदनधाथररत कर। इस वसत ससरदत को कआथन करीम सदकपत तौर इसपरकारवणथनकरताह -

(सरहअरकम–42)

अनवलाद – उपरिव जल और थल पर फल गयरा। उननीसवीशताबिीकपरारभतकपसचिमम ईसाईमतकापरभतव

रातराईसाइयोकआचरणऔरचररतरपरईसाइयतकीपकडबहतदिऔरपरभावीरी,परनतखिदकअबयहदशयपररवदतथतहोचकाह। वजञादनकसमाजवाि तरा तीवरगामी वजञादनक एव भौदतकउननदतक पररणामसवरपएकऐसीससकदत न जनम दलया ह दजसन ईसाई

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 67

मतकोशन:शन: पीछ हटन पर दववशकर दिया ह तरालोगो कसामादजकआचरण क दनमाथण म ईसाइयतकी भदमकाका धीर-धीरअनतहोताचलागया ह।आजवसत ससरदतयह ह दकपसचिमीिशोमलोगोकआचरणऔरचररतरपरईसाइयतकामातरइतनाहीदनशानशष ह दजतना दकअदधकतर मसलमान िशोम रहनवालमसलमानोपर इसलाम का। खि यह ह दक शष दवशव म भी सामादजकऔरनदतकपतनकीयही ससरदत ह। दवदभनन िशोममहातमाबद,हजरतकनफयशसऔरहजरत कषण कमाननवाल तोबडी सखयाम पाएजातह,दकनतिभाथ ययहहदकबदमत,कनफयशसमतऔरदहनिमतकहीदिखाईनहीितअराथतचारोओरसागरदवदयमानहपरनतपयासबझान क दलएएकबिभीउपलबधनही।यदिदकसीसमाजसधादमथकयापरपरागतनदतकआसराएसमापत

हो जाए तो दफर नई पीिी अपन परपरागत दवरस कोआख बनिकरकसवीकारनहीकरती।उसकदलएयआसराएमहतवहीनहोकररहजाती ह। ऐसी पीिीकोअदनवायथ तौर पर एकऐससविनशीलअनतररमिौरऔरसघषथमसगजरनापडताह दजसम दनराशाजनकशनयावसराकअदतररतऔरकछनहीहोता।नहीकोईनदतकदशकाउनकपासहोतीह।तबदजजञासाकीयहनवीनयातराआरभहोतीह,दकनतलकषयकानकछपताहोताहऔरनपररणामकीकछखबर।बहतसभवह दक इसयातराम उनहकोईउतमनदतक वयवसरा

दमल जाए परनत यह भी सभव ह दक यह दजजञासा मनषय को पणथअदधपतनतरानदतकअराजकताकीओरलजाए।जोपररससरदतयामझ दिखाईि रहीहउनसअनमानहोताह दकिभाथयसवतथमानयगकासमाजयहीमागथ धारणकरचका ह।आज दवशवकसभीसमाजचाहवपवषीहोअरवापसचिमी,धादमथकहोअरवाअधादमथक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान68

रिासनत क दनशान पर ह तरा उनक िषपरभाव न सपणथ दवशव कोअपन घर म ल रखा ह, दकनत तरासिी यह ह दकआजका मनषयइसबितीहईनदतकपरिषणकसबधम इतना दचसनततनही दजतनाभौदतक वातावरणो क परिदषत होन क बार म वयाकल ह। कआथनकरीमएकऐसहीउपदरवपणथयगकावणथनकरतहएफरमाताह-

(सरहअलअसर-2स4)

अनवलाद - यग ‍की कसम ! वनशचय ही मनषय ए‍क बड घराट म ह वसवराए उन लोगो ‍क जो ईमरान लराए और शभ ‍कमम व‍कए और सतय पर दढ रहत हए ए‍क दसर ‍को सतय ‍की नसीहत ‍की तथरा धयम पर दढ रहत हए ए‍क दसर ‍को धयम ‍की नसीहत ‍की।शोषण, धोखाधडी, कपट करना, सवारथ, अनयाय, लोभ, आननि

की पागलो क समान खोज, कपरबधन, भरषटाचार, चोरी-डकती,मानवादधकारोकीअवहलना,छल-कपट,िादयतवकपरदतसविनहीनताएवपरसपरआिरऔरदवशवासकीकमीआजकआधदनकसमाजकीपरमखदवशषताएह।परतयकससकदतकाझिाआडबरइसकरपताकोअदधकसमयतकगपतनहीरखसकताजोअबखलकरसामनआरहीह।यहकहनातोउदचतनहोगा दकइसपरकारकमानव-िोष पवथ यगो म नही होत रअदपत वासतदवकता यह ह दकअतीतकीबहतसीससकदतयाअपनअनतसपवथऐसही रोगोका दशकाररी।मानवइदतहासम दवसमधतहोजानसपहलउनहभीऐसहीरोगलगहएरतराहमयहभीनहीकहसकतदककोईदवशषजादतयाकतरहीऐसाराजोइसपरकारकीनदतकबराइयोककारण दवनाशक गि तक जा पहचा रा अदपत यह वह इदतहास ह जो बार-बार

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 69

िोहरायागयाह।आजभीदवशवकदवदभननसमाजपतनकादशकारहोरहहऔर

परतयक सरान पर इस पतन क कारण भी बहत सीमा तक दमलत-जलत ह।एकिलीय दनरकश वयवसरा रखनवाल िशोक दवपरीततराकदरतसवततरदवशवमवयसतगतसवततरताकाबिताहआदववकसवय एक असतदलत रझान का रप धारण कर रहा ह। दनरकशआजािीकायहीरझानपयाथपतसीमातकभटकावकाउतरिायीह।दजन िशो म एक िलीय दनरकशशासन वयवसरा वयापत ह वहा

वयसतगतसवततरताकाबिताहआदववकअतयाचारऔरअनयायकपजसमतहोनकपरबलपरयासऔरपररशममवयसतह।यदिउनिशोकीसशसतरसनाओकबाएबाजससबधरखनवालउगरवािीसवततरताकी इसलहरक दवरदनउिखड हएतोसभावनायहीह दक सवततरता का यह यद शीघर ही दवजय परापत कर लगा। इससवततरता-परादतिकपशचातपवथसायवािीिशोकसवततरऔरदनरकशवातावरणमयवावगथकआचरणकायाहालहोगा इसकलकणतोकछअचछ दिखाईनहीि रह। इसधमथहीनएवनाससतकताय तशनयता म परी िो पीदिया पलकर जवान हो चकी ह। ससरदत यहह दक न तोकोई नदतक वयवसरा उपलबध हऔर न हीकोई ऐसदनिचशकदसदानतहदजनकअनसारवअपनीभदमकाकोउदचतरपि सक। एकओर तो इन समाजो म उन नदतक मलयोका सरासरअभाव ह जो दकसी भी आधयासतमक वयवसरा क पराण हआ करतहऔरिसरीओरखलककिऔर दवलादसता पणथजीवनकआसतदनरदशयऔर दनरकशमाता-दपतासवततरपाशचातयपररणाओकाएकतफानहतोसोदवयतसघतरापवषीयरोपकीयवापीिीकोअपनीलपट म ल रहा ह जो आग चलकर उसक नदतक आचरण पर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान70

दवनाशकारीपरभावपिाकरनकाकारणभीबनसकताह।धमथदवहीनजीवनकइसलबअनभवनजहावतथमानयगकोबहतसीबराइयोम दलपत कर दिया ह वहा इस बात स भी इनकार नही दकया जासकता दकयहअनभवअपनसारकछलाभभीलायाह।रसकसोशदलसटिशनकवलधमथसपधरकहोगएअसतउनह दबगडीहईकटटरधादमथकआसराओऔरदसटिकोणोसभीछटकारा दमलगया।ईसाइयत हो अरवा इसलाम या इन धममो स सबद कोई सपरिायसबकाधादमथककलपनाओममधययगीनरदिवादितापाईजातीरी।धादमथक आसराओ तरा सवाभादवक वासतदवकताओ म जो परसपरदवरोधाभास पिा हो गया रा उसकाकारण यहीरदिवादिता री। यदवरोधाभासइतनगहररदकधमथऔरपरकदतिोनोकोएकहीसमयमिीकसमझनाअसभवहोगया।इसपरकारकधादमथकदसटिकोणोतरावासतदवकताओकमधयमतभिोक होत हएमानदसकअशादतस बच दनकलन क दलए एक दवशष परकार क मानदसक परदशकणकीआवशयकताह। दवरोधाभासोकससारम रहनाइतनासरलनहीइसकअदतररत दकपीिीकबािपीिीकलोगउनकीमौजिगीमपोषण पाकर जवान हो, यहा तक दक दवरोधाभासोकाअहसास हीसमापतहोजाए।आदहसता-आदहसताएकऐसासमयभीआजाताहदकधादमथकसपरिायइनदवरोधाभासोकीउपससरदतमजीदवततोरहतह, दकनत उनह य दवरोधाभास दिखाई नही ित। सोशदलसटरिासनत नइनिशोक रहनवालोपरजोपरभावडालहउनमसएकयहभीह दकउनक मससतषकसकटटर दसटिकोणधलकरसाफहो गए हऔररिोधतरामखथताजस रोगजात रह ह।फलसवरपउनमएकऐसभोलपनकीझलकदिखाईिनलगीहजोकपटतापणथआचरणसपधरकहएदबनाउतपनननहीहोसकती।यहकहनातोअभीसमयसबहतपवथहोगा दकआनवालकडपररशमककदिनसमयमऐसा

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 71

भोलापनउनहकोईनदतकलाभभी िगाया नही? दकनत एकबातदनसचित ह दक इनलोगो मआजसतयक सिशको दबना पकपातक सवीकार करन क दलए िसरो स कही अदधक योयता पिा होचकीह।खिह दकशषदवशवमवयसतगतसवततरताकतराकदरतक सबध म हम यही बात दवशवासपवथक नहीकह सकत। दनरकशसवततरताकबितरझानोकीउपससरदतमयहनहीकहाजासकतादक य लोग भी सतय-सवीकारकरनक दलए तयार ह। वासतदवकतायहह दकवयसतकीसवततरताकनामपरवयावहाररकतौरपरएकवयसत जो चाह कर सकता ह। इस तराकदरत सवततरता क रझानकानताअमरीकाहजोबड दवशालसतरपरनकवलपररम दवशवक यरोपीय िशो अदपत दवितीयऔर तधतीय दवशव क लोगो पर भीबरी तरह परभाव डाल रहा हऔरअब तो वयसतगत सवततरता कीइस दवकत धारणाकी परदतधवदन वजञादनकसमाजवािकी सदासनतकसीमाक पार भी बहत िर तकसनाई ि रही ह। यह सवततरताकावह दसटिकोण ह जो वयसतको नदतकताओकीसीमाओस सवततरकरताचलाजा रहा ह।समलदगको,वशयाओ,बिमाशो,नशाकरनवालो, दबगडहएयवाओअराथतपरतयकपरकारकअपराधोम दलपतलोगोकीसखयाबितीहीचलीजारहीहऔरयहलोगदिन-परदतदिनसदिहोतजारहह।इनदबगडहएयवाओकीउदणडताकीससरदतयहह दकयदिउनहडाटफटकारऔरनसीहतकीजाएऔरटोकाजाए दक ऐसी हरकत न करो तो व पछत ह दक हम यो ऐसा नकर।ऐसयवाओकायहआचरणआजसमाजकदलएएकभयानकचनौतीबनाहआह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान72

दो पकलार क समलाफजक वलारलावरण कआथनकरीम न सामादजक वयवसराक िो परकारक वातावरणो

कावणथन दकयाह -पथम - ऐसा वातावरण दजसम बराईकोफलनफकलनकी पणथ

सवततरताहो।फविरीय-ऐसावातावरणदजसमबराईकोफलन-फकलनसपणथतया

रोक दियाजाए।यदिइसलामकीनदतकदशकाओकोइकटतौरपरिखनकसरान

परउसकोभागोक तौर पर िखाजाए तो पाशचातयमानदसकताकदलए इसलाम क सनिशऔर उसक िशथन (फलासफी) को समझनाबहतकदिनहोजाताह।अत:आवशयकह दकनदतकदशकाओकाअधययनपरसामादजकवातावरणतरानदतक दशकाओपरसामदहकतौरपर दवचार दकयाजाए।पतझडकवलएकपीलपतऔरशषकशाखा का नाम नही ह। यह जानन क दलए दक पतझड की ऋतम पौधो एव वधको पर या गजरती हआवशयक ह दक पतझडकपर वातावरणकीकलपनाकीजाएऔरउसकीपरकदतकोसमझाजाए।बािलकाएकटकडावषाथ-ऋतकआगमनकापतानहीदियाकरता।हरऋतकअपन-अपनरगहोतह।बसतजीवनकालकणहतोपतझडजीवनसिरीकािसरानाम।बसतऋतमकवलतापकासतरहीपररवदतथतनहीहोताअदपतसपणथवातावरणहीपररवदतथतहोजाताहतराशीतलसमीरकाएकझोकाजीवनिायकपरतीतहोताह।सामादजकवयवसराभीऋतओकसमानअलग-अलगदवशषताओऔरपरभावोवालीहोतीह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 73

भौफरकवलादी समलाज कला पररणलामसामादजकवातावरणक सबध म इसलामका दसटिकोणभी यही

ह।पहलहमएकऐससमाजकोलतहजोकआथनकरीमकीदसटिसइसलामीनहीह।इसकावणथनकरतहएपरमशवरकाकरनह-

(सरहअलहिीि-21)अनवलाद - जरान लो व‍क ससरार ‍करा जीवन मरातर खल-‍कद

तथरा ‍करामवरासनराओ ‍को पररा ‍करन ‍करा ऐसरा मराधयम ह जो उचचतम लकषय स असरावधरान ‍कर द एव सज-धज तथरा परसपर ए‍क दसर पर गवम ‍करनरा ह और धन-समपवतयो एव सनतरान म परसपर बढन ‍करा पयरास ‍करनरा ह। (यह जीवन) उस वषराम स उगन वराली खती ‍क समरान ह वजस‍करा उगनरा ‍करावफरो (‍क हदयो) ‍को लभरातरा ह। अतः वह तीवरतरा स बढती ह वफर त उस पीलरा होत हए दखतरा ह वफर वह ट‍कड-ट‍कड हो जराती ह और आवखरत म ‍क‍ठोर अजराब (वननचित) ह एव परमशवर ‍की ओर स कषमरा और पसननतरा भी, जबव‍क ससरार ‍करा जीवन तो मरातर धोख ‍करा ए‍क असथरायी सरामरान ह। भौदतकवािकीमधगतधषणाकीवासतदवकतावणथनकरतहएकआथन

करीमफरमाताह -

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान74

(सरहअननर-40)

अनवलाद - और व लोग वजनहोन ‍कफर व‍कयरा उन‍क ‍कमम ऐसी मगतषणरा ‍क समरान ह जो चवटयल मदरान म हो वजस सखत पयरासरा परानी समझ यहरा त‍क व‍क जब वह उस त‍क पहच उस ‍कछ न पराए तथरा उस सथरान पर परमशवर ‍को पराए। अतः वह (परमशवर) उस पररा-पररा (वहसराब) द और परमशवर वहसराब च‍करान म तीवर ह। कआथनकरीमकअनसारभौदतकवािमधगतधषणाकसमानह।एक

पयासा उस पानी समझ कर उसकीओर िौडता ह परनत मधगतधषणाउससआगकीओरभागतीहयहातकदकपयासाइतनारकजाताह दक मधगतधषणा का इसस अदधक पीछा नही कर सकता। तब उसअपन दकएका िणड दमलता हऔर बडी परबलता स यहआभासहोताहदकवहएकवयरथऔरदनररथकउदशयकदलएजीवनपयथनतभटकता रहा ह दफरअचानकऐसालगता ह दकवहमधगतधषणाजसससरर हो गई होऔरकह रहा हो दकआओ मझ पकड लोऔरिखतोतादकतमसमझसकोऔरतहशीघरहीअनमानहोजाएगादकझियरारथकपाशवथमसतयदकतनकटहआकरतह।यहउनलोगोका िणड ह जो जीवनक झि वभवऔर िाट-बाटक पीछभागतहऔरकआथनकरीमकअनसारयहीवहपररणामह दजससभौदतकवािीसमाजोकासामनाकरनापडताह।इसकीतलनाम धमथ एकऐसीसदासनतक वयवसरापरसततकरता

ह दजसकअनसारयहसासाररकजीवनहीसबकछनहीह दजसकसमापतहोनकसारहीसबकछसमापतहोजाएअसतएक िसरा

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 75

जीवनभीहजोइससासाररकजीवनकपशचातआनवालाह।अत:इस ससार म मधतय हम सरायी समादति क घाट नही उतारती अदपतजसादकइसलामतराअनयबहतसधमथदवशवासदिलातहदकमधतयकपशचातभीजीवन-यातरादकसीनदकसीरपमजारीरहतीह।इसजीवनकोआन वालजीवनस पधरककरक नही िखाजासकता।अत:यदियहसबसतयहऔरिोनोजीवनवासतवमएकहीरिमकिोनामहतोइसससारकसामादजकपरभावोकीअवहलनाकरनादनतानतमखथताहोगी।इसजीवनकबरऔरनकारातमकपरभाविसरजीवन(आदखरत)मअदनवायथरपसएकरोगीआतमाकोजनमिग।

मतयोपरलार जीवन कला इकलार यहापरलोककजीवनकसबधमइसलामीिशथनपरदवसतधतबहस

काअवसरनही ह, परनत एकबातकावणथनकरनाआवशयकह।इसलामी दशकाकअनसारइसससारकाजीवनहमारीआतमाओपरइतनापरभावीहोताहजसएकगभथवतीमाताकीबीमारीगभाथशयमदशशकोपरभादवतकरतीह दजसकपररणामसवरपसभवह दकदशशजनमजात इतना दवकलाग हो दक उसक दलए इस ससार म आकरसवसरबचचोकसार दनतानतलाचारीकीअवसरामजीवनवयतीतकरनाएकअजाबबनजाए।सपषटहदकजयो-जयोबददकादवकासहोगायहपीडाऔरभीअदधककटऔरगहरीहोतीजाएगी।सकपमयहदकइसलामीदशकानसारहमअपनसवगथऔरनककसवयदनमाथणकरतह।इसपररदशयमयहबातसपषटहोनीचादहएदककोईभीसामादजक

वयवसरा जो एक दनरकश सवततरताऔर उपदरव परआधाररत कायथ-पददत को बिावा िती ह वह बहरहाल खणडन करन योय ह चाहसामानयदसटिसवह दकतनीहीआकषथकयोनहो।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान76

कोई वयसतकहसकता ह दक परलोक पर दवशवास रखन वाललोगअपनीइचछासऐसीबातऔरिावा दकयाकर,भलामरनकपशचातभीकभीकोई वयसतउसससारसवापसआयाहजोउनिावो क सतयऔर असतय होन की पसटि कर सक। अत: यो नइसससारहीकमजलटजाए।नौनकिनतरहउधार।औरयोअकारणजान-पहचानआनिोकोअनिखआनिो परकबाथन दकयाजाए?भौदतकवािीलोगय बात इसलामक उसिशथनक उतरमदकयाकरतहजोबताताहदकसमाज-दनमाथणकआधारभतदसदानतया ह। इसलामका िशथनसासाररकजीवन तरा पारलौदककजीवनिोनोपर वयापतह।उसकअनसारय िोनोजीवनपधरक-पधरकनहीह।वासतवमजीवनएकदनरनतरताकानामहजोकणभरक दलएमधतयकसमयटटजातीह।मधतयभीवासतवमएकजीवनस िसरजीवन म जान का नाम ह। इसक दवपरीत भौदतकवाि क अनसारजीवनदववककाएकअसरायीऔरअलपसमयहजोहमसयोगवशदमल गया ह। मधतय क सार ही मानवअससततवऔरअनससततवकअधरोमडबजाताह।अत:इसिशथनकअनसारसामादजकवयवसराका परमोदशयकवलऔरकवल इतना ह दक इसअलपजीवनकसमय की आवशयकता को दकसी न दकसी परकार परा कर दलयाजाए। वयसत समाज क समककवल उस समय तक उतरिायी हजबतकवहजीदवतहऔरवहउतरिादयतवभीकवलउनअपराधोतकसीदमतहजोदिखाईिऔरदजनकापतालगायाजासकताहो।मनषयकगपतदवचार,नीयत,योजनाए,षडयतरऔरऐसअपराधजोअतयदधकछलऔरचालाकीकपिमोम दछपकररहजातहजाच-पडतालसऊपरह।इसकअदतररतसमाजकदवरददकएजानवालअपराधकवल इसअवसरामअपराधिहरत ह जबअपराधकरनका दनसचितसबत दवदयमानहो।अत:नयायकीमागपणथनहोनकी

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 77

सभावनाबहरहालमौजिरहतीह।ऐसीसामादजकवयवसरामऊपरीऔरसीदमतनयायहीसभवहजोसामादजकअपराधोकोपरोतसाहननिनकसरानपरपरोतसाहनिताहऔरइसपरकारसमाजमसामदहकऔरवयसतगत दहतोकीपरादतिकीएकिौडआरभहोजातीह।एक नाससतक या अधथनाससतक समाज म जहा मधतय क पशचात

परदतफलऔरिणडकीकलपनाकापणथतयाखणडनकर दियागयाहोयायहकलपनाइतनीअसपषटहो दकवयावहाररकतौरपरउसकाहोना, न होना समान होकर रहजाए, वहा अपराधकी िोस नदतकदसदानतो पर आधाररत पररभाषा खोजना अतयनत कदिन कायथ ह।अत: ऐस समाजक लोगकानन तोडन क पशचात उदचत तौर परयह समझ ही नही सकत दक उनहोन दकसी अपराध को दकया भीह अरवा नही। आदखर कानन ह या ? या यह दकसी दनरकशवयसत क मख स दनकल हए शबि ह ? या दकसी अतयाचारीशासन कआिशो को कानन कहा जाए ? या बहमत विारा दकएजानवाल दनणथयकाननकहलाएजानकयोयहोग?एकसामानयमनषयइनमस दकसकाननकोउदचतऔरनदतकताकिोसिशथनपरआधाररतसमझगा?असत परशनतोयहह दकआदखरकौनसानदतकिशथन ?यदिमनषयदकसीउचचहसतीकाआभारीनहो,मधतयकपशचातपरापतहोनवालजीवनपर दवशवासहीन रखताहो तरापारलौदककजीवनमउसअपनकममोकउतरिादयतवकाकोईभयनहोतोऐसावयसतउपरोतसमसयाओकाजोभीसमाधानपरसततकरगावहएकउतरिायीसमाजकीमागोससामजसयपिानहीकरसकता। उस तो यहकछ दिनका जीवन वयतीतकरना ह। समाजएव सामादजक वयवसराकीआवशयकता तो उसकवलअपन दहतक दलएह।यदिवहसमाजम दकसीसताकाआजञापालनकरताहतोमातरआवशयकतावशऐसाकरताहअनयरासामादजकजीवनको

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान78

तयागन म उस दहत दिखाई ि तरा सामादजक वयवसरा स पलायनकरकवहकछआनिलटसक तराछल-कपटसअपनअपराधोपरपिाथडालसकतोकौनसानदतकपरदतबधहजोउसकमागथमबाधकहोसकताह?ऐससमाजजोपरमशवरकीकलपनासखालीहतराभौदतकवाि

दजनकाआचरण ह, उनम अपराधो की पररणा मनोवजञादनक तौर परबिनलगतीहतरासमयगजरनकसार-सारउसकीजडदिहोतीचलीजातीहदबलकलयहीवहमनोवजञादनकअवसराहदजसकआथनकरीमनएकभौदतकवािीसमाजकासारिहरायाह।परमशवरतरामधतयोपरानतपारलौदककजीवनकइनकारीलोगकहतह दक-

(सरहअलमोदमनन-38)

अनवलाद - हमराररा तो ‍कवल यही सरासरारर‍क जीवन ह। हम मरत भी ह और जीववत भी रहत ह और हम ‍कदरावप उ‍ठराए नही जराएग। कवलयहीनहीअदपतकादफरलोगपवथयगोमअवतररतहोनवाल

परमशवरकभजहओस(रसलोस)उपहासक रगम पछतह-

(सरहबनीइसराईल-50)

अनवलाद - और व ‍कहत ह व‍क जब हम मरातर अनसथयरा रह जराएग और ट‍कड-ट‍कड हो जराएग तो कयरा हम अवशय ए‍क नवीन सनटि ‍क रप म उ‍ठराए जराएग।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 79

(सरहअलमोदमनन-83)

अनवलाद - व ‍कहत ह व‍क कयरा जब हम मर जराएग तथरा वमटी और अनसथयरा हो जराएग तो कयरा हम वफर भी अवशय उ‍ठराए जराएग। कआथन करीम क अनसार एक भौदतकवािी समाज की समसत

बराइयोकीजडयहीआसराहऔरयहीकारणह दकपारलौदककजीवनऔर दहसाबक दिनपरइतनाबल दियागयाह।बखारीकी एक हिीस म हजरत इबन मसऊिरदज. वणथनकरत ह

दकहजरतमहमिस.अ.व.नएकसमकोणचतभथजबनायाऔरउसकमधयमलबाईकीओरएकरखाखीचीदजसकाऊपरीदसराचतभथजस बाहर दनकला हआरा दफरआपस. न उस रखाकोकाटती हईऊपरीओरकईछोटीरखाएखीचीऔरसकतकरतहएफरमाया -यह आकदत मानव-जीवन को सपषट करती ह। चतभथज दजसन इनरखाओकोघराहआहमधतयह।मधयवतषी रखामानवइचछाओकादचतरणकरतीहतराछोटीरखाएजीवनमआनवालीदवपदतयोऔरसकटोकोपरकटकरतीह।आपस.नफरमाया दकयदिवहइनमसदकसीएकदवपदतसबचदनकलताहतोिसरीकादशकारहोजाताह। दतरदमजी की एक हिीस म मधतय को मनषय की इचछाओऔरमनोकामनाओकाअनतिहरायागयाह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान80

भौफरकवलादी समलाज की चलार फवशषरलाए

(सरहअलमदसससर-43स47)

अनवलाद - तमह व‍कस वसत न न‍कक म पववषट व‍कयरा। व ‍कहग व‍क हम नमराज पढन वरालो म स नही थ और हम असहरायो ‍को भोजन नही वखलरायरा ‍करत थ और हम भी वयथम बरात ‍करन वरालो ‍क सराथ वयथम बरात व‍कयरा ‍करत थ तथरा हम पवतफल एव दड ‍क वदन ‍करा इन‍करार व‍कयरा ‍करत थ। धमथदवहीनतराभौदतकवािीसमाजकीरप-रखाकोइससअदधक

दनसचितऔरवयापकशबिोमवणथनकरनासभवनहीह।ऐससमाजकी दवशषताएयह -(1)परमशवरकीउपासनास दवमखता(2)गरीबोऔरअसहायोकोभोजननकराना(3)वयरथऔर दनरदशयकायथकलाप(4)जाच-पडतालऔरपरदतफलएविणडक दिनकाइनकारइसदवषयपरऔरअदधकपरकाशडालनसपवथएकऐसीउलझन

कादनवारणआवशयकहदजसककारणएकरोगीसमाजकरोगकाउदचततौरपरपहचाननाकदिनहोजाताह।वसमाजजोपरमशवरऔरअसनतम दिवस (परलय) पर परतयकत: दि ईमान रखत ह उनमभीउपरोतबराइयाफलरहीह।इसदलएतादकककदसटिसयहबातसमझमनहीआतीदकपरमशवरमधतयकपशचातपारलौदककजीवनऔर परदतफल एव िणड क दिन पर ईमान रखन वाल इन बराइयो

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 81

का दशकार कस हो सकत ह। अत: परशन यह ह दक ऐस समाजभी भौदतकवाि म यो डब हए ह ? परनत जब हम इन लोगो कईमानऔरआसराकोगहरीदसटिसिखतहतोइसपरशनकाउतरखोजनाकछकदिननहीरहता।वासतदवकतायहह दकपरमशवरकअससततवपरमातरएकिाशथदनकतापणथऔरकालपदनकसाईमानलोगोकसामादजकआवरणोपरकिादपपरभावकारीनहीहोसकता।इसकाकारणयहह दकऐसीआसराए मातरजञानसबधी होती ह तरा एकउतरिायीऔरसवसरभदमकामनहीढलसकती।यहकससभवहदकएकवयसतपरमशवरपरसचचाऔरवासतदवकईमानभीरखताहो तरा झि बोलनाऔर झि घडना, सवारथ परायणता, अदधकार-हनन,भरषटाचार,अनिारताजसीबराइयोकादशकारभीहो।यदिऐसाहो तो इस परकार क समाज म परमशवर की कलपना मातर ऊपरी,कालपदनकतराअपरभावीहोकररहजातीहतरामानवआचरणकदनमाथणमकोईपरभावीभदमकानही दनभासकती।मधतयोपरानतजीवनतरापरदतफलएविणडदिवसपरउनलोगोकाईमानभीवासतवमएकभरमसाहोताह।अपनीपसनिअरवानापसनिकापरशनपिाहोनपर परारदमकताअपन वयसतगतऔर तवररत दहत हीको परापत होतीहऔर उस ही परमखता िी जाती ह।आन वाल जीवनकीकिादपपरवाहनहीकीजाती।जबहमदकसीभौदतकवािीसमाजकीबातकरतहतोकवलऐसा

समाज ही नही होता दजसन परमशवर क अससततव एव पारलौदककजीवनकीकलपनासखललमखलला दवदरोह दकयाहो।परमशवरकअससततवपरपरतयकत:ईमानरखनवालतराउसकाइनकारकरनवालअदधकाशसमाजोमयदयदपवचाररकदसटिसपरकटरपमपरबऔरपसचिमकीिरीदसटिगोचरहोतीहपरनत इसकबावजि वयावहाररकतौरपरइनिोनोकमधयगहरीसमानतापाईजातीह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान82

कममो क उततरदलाफयतव की कलपनला एक भौदतकवािी समाज की कलपना क दवपरीत कआथन करीम

मनषयक दहसाब-दकताबऔर पकडकीकलपना परसततकरता ह।फरमाया-

(सरहअलबकरह-285)

अनवलाद - परमशवर ही ‍करा ह जो आसमरानो म ह और जो जमीन म ह और चराह तम उस प‍कट ‍करो जो तमहरार हदयो म ह यरा उस वछपराओ, परमशवर उस‍क बरार म तमहरारी जराच-पडतराल ‍करगरा। अत: वह वजस चराहगरा कषमरा ‍कर दगरा और वजस चराहगरा अजराब दगरा तथरा परमशवर पतय‍क बरात पर वजस वह चराह सथरायी कदरत रखतरा ह। कआथनकरीमइसकसबधम इसकअदतररतफरमाताह -

(सरहबनीइसराईल-37)

अनवलाद - और वह ववचरारधराररा न अपनरा वजस‍करा तझ जरान नही। वनशचय ही ‍करान और आख और हदय म स पतय‍क ‍क सबध म पछरा जराएगरा। इसआयत म हियसअदभपराय वहशसत ह जो सपणथ मानव

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 83

कममोकपीछकामकररहीह।कआथनकरीमकमहावरम‘फआि’सअदभपरायफसलाकरनवालीवहइचछाशसतहजोमससतषकसऐस हीकामलती हजसकोईकपयटरकोचलाता ह। नकीऔरबिीकासरोतऔरउदगमयहीइचछाशसतहतरामरनकपशचातभीयहीशसतजीवनकाएकनयारपपाकरसननऔर िखनकसारअपनकममोकीउतरिायीहोगी।आइयअबहमपरमशवरपरईमानसररतसमाजोकीदवशषताओ

का कछ दवसतधत अधययन करत ह होता यह ह दक परमशवरऔरपारलौदककजीवनपरईमाननरखनकीअसपषटसीससरदतगपतरहतीह दजसकाचतन तौर पर पणथआभास नही होता।आसराकी सीमातकतोमनषयपरतयकत:परमशवरपरईमानरखताहऔरपारलौदककजीवनको सवीकारकरता ह दकनत वयावहाररकजीवनम उस ईमानकीकोईझलक दिखाईनहीिती।हाकभीयहअवशयहोताह दकयदिमनषयदकसीसघषथसिोचारहोजाएतोअवचतनमिबीहईगपत वासतदवकताए उस पर परकट हो जाती ह अनयरा कई पीदियागजर जाती हऔर मनषयकोअपनीआसराओकीकमजोरीऔरअदनसचितताकाआभासतकनहीहोताऔरजबशन:शन:एकयगअपन अनत को पहचता हऔर ससार शन: शन: एक नए िौर मपरवशकरनलगताह तोसामदहकतौरपरसमाजम उनआसराओकानएदसरसजाच-पडतालकरनकारझानपिाहोजाताहजोउसअपनपवथजोस दवरासतम दमलहो।तबपरमशवरऔरपारलौदककदहसाबक दिनका इनकारजोअबतकअवचतनम गपतराउभरकरसामनआनलगताहऔरआननिोकीअनदचतखोजमखोयाहआसमाज जब परमशवरक अससततव एव पारलौदककजीवनकाजानबझकरइनकारकरिताहतोदफरपतनऔरसववोचचआसराओक पि-िलन की यातरा बडी तीवर गदत क सार अपनी चरम सीमा

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान84

कोपहचजातीह।मानव सभयता की यातरा सिव स अदशषटता और असभयता स

दशषटताकीओरहोतीचलीआईह।मानव इदतहासक परतयकयगऔरपधथवीकपरतयककतरमयही दसदानतकामकरता दिखाई िताह।मानवचररतरकीमलभतएवसवाभादवकपररकशसतयाऔरमागपररवदतथतनहीहआकरतीयदयदपउनपररकोऔरमागोकीपणथताऔरसतसटिकढगऔरमाधयमपररवदतथतहोतरहतह।उिाहरणतयापटतोमासयासबजीखाकरभराजासकताह परनतभोजनकपरकारऔरसतरमबडाअनतरहोसकताह।सबजीऔरमासताजाभीहोसकतहऔरबासीभी।उनह दवदभननपरकारसपकाकरऔरयदिकोईचाहतोकचचाभीखासकताह।सामादजकउननदतकसार-सारमानवीय इचछाओकी पदतथ की पददतया भी पररवदतथत होती रहती हऔरपहलसअदधकशालीन,कोमलऔरआडबरपणथ होतीचलीजाती ह। उननदतकी इसजारी परदरियाकी गदतकी दनभथरता पयाथपतसीमातकलोगोकीआदरथकपररससरदतयोऔर राजनदतकपररकोपरहआकरतीहतरादपसमाजकउचचवगथसनाकीअगलीटकडीकतौरपरहमशाआगसआगबितचलजातह।यदयदपउनकीयातराकीगदतघटती-बितीरहतीहतरादपजबइससासकदतकउननदतकीयातरापणथतातकपहचतीह तो दनतानतबिाहआआडबर,बनावटऔर कछ अनय नकारातमक पररक उननदत क इस रझान का मखअवनदतकीओरफर ित ह। पररणामसवरप पतनशीलसमाजोकीसासकदतकगगाकोमलतासमदलनताकीओरउलटीबहनाशरहोजातीहऔरउसकामखउचचतास दननताकीओरमडजाताह।यहएकबहतदवशालदवषयहतरादवसतधतअधययनचाहताह।मझखिहदकआजकभाषणमइतनदवसतारकीगजाइशनहीह,दफरभीमकछमहतवपणथदबनिओकोसपषटकरनाआवशयकसमझताह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 85

जबएकसमाजबीमारहोजाताहयाअनदचतदिखावककारणअसतलनका दशकार हो जाता ह तो वह तीवरता स पतनकीओरहोना अगरसर होन लगता ह और लोग पहल की तरह जानवरो कसमान अधाधध अपनी अधम इचछाओकी सतसटि क सामान ढढनलगत ह। आवशयक नही दक यह ससरदत हर परकार की सामादजकऔरसासकदतकतनमयतामदसटिगोचरहो,परनतउसकीझलकउनमानवीयसबधोएव वयवहारोम सपषटतौरपर दिखाईिनलगतीहजोआननिोकचारोओरघमतह।मानवजादतकीकामवासनाओकसिभथ म िखाजाएतोयह रहसयभलीभादत सपषटहोजाता ह दककाम-भावनाएकमलपरवधदतह।परकदतनसमसतपरादणयोमअपनीनसलकसरादयतवकदलएइसमल-परवधदतमएकआनिभीरखदियाह,परनतमनषयोऔरजानवरोमअनतरयहहदकमनषयसवाभादवकइचछाओको जानवरोक समान परा करन क सरान पर शन: शन:अपनीभावनाओकीसतसटिक दलएशालीनऔरसभयढगअपनालताह।समरणरहदकइनभावनाओकीसतसटिहीपरकदतकाउदशयनहीअदपतमलउदशयमानवजादतकासरादयतवह।आननिोकीपरादतिमातर िसर सरानपरहपरनतएकरोगीसमाजमकामभावनाओकीसतधदतिसवयमउदशयबनजातीहतरामानवीयसतदतकसरादयतवकाउदशयिसरीहदसयतअपनालताह।शािी-दववाह और उसस सबद कामसबधो पर लग परदतबध

(Taboos)एकसमाजशासतरीकदनकटतोसमाजकीउननदत-परदरियाका पररणाम ह। सभव ह दक उसक दनकट धमथका इस परदरिया ससीधाकोईसबधनहो।परशनयहह दकयाशन:शन:चलनवालीपरदरिया दकसीपरमशसतकइरािकापररणामहअरवासयोगोकसहार सवयआगबितीरहीह?इसकाउतरचाहकछभीहोइसवासतदवकता स इनकार नही दकया जा सकता दक सवाभादवक मल

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान86

इचछाओकीसनतसटिकढगधीर-धीरपहलसअदधकशालीनऔरसभयहोतचलगएह।बधडक कामवासना सबधी मलजोलऔर परम-वयवहार भी इसी

रोगकालकणहऔरयहरिमइनसबधोकीआजािीतकसीदमतनहीरहताअदपतइसकसारकईऔरकारणभीससमदलतहोजातहजोमानवजीवनकइसअतयनतमहतवपणथभागकवातावरणकोिदषतकरितह,यहातकदककाम-सबधोकवधयाअवधहोनकीबहसकोअतीतका दकससासमझकर दतरसकारपवथकअनिखाकरदियाजाताह। दन:सनिहकछकटटरधादमथकवगमोमयह दवषय दफरभीबहसकअनतगथतरहताह,परनतटीवीऔरसमाचारपतरोआदिमऐसीबहसोको िखतोसपषट दिखाई िताह दकपराचीनपरपराककटटरधादमथकलोगोकीसखयाकमहोरहीहतराउनकामहतवभीकमहोताजा रहाह।पसचिमम तोयह दवचारधाराफशनकीतरहबल पकड रही ह दक ‘कामशसत’ (Sex) एक सवाभादवक परवधदतह दजसकी दन:सकोचतरा दनदवथघनसनतसटिहोनीचादहए। इस दवषयपर बात करत समय सतरी जादत की दवदशषट लजजाऔर शमथ एकपराचीन वधतानत बनती जा रही ह। ननता, अशलीलता, अग-परिशथन,शरीरको दछपानकीबजाएउसका परिशथन, दनलथजजतापणथ वाताथलापतरापापकीगवथपणथघोषणाकोसचचाईकाखललमखललापरकटनसमझाजाताह।यदि सवाभादवक मागो क नाम पर काम-इचछाओकी दन:सकोच

एव दनदवथघनसनतसटिआवशयकहतोपरशनयहपिाहोताह दकदफरइसतकककअनतगथतअनयसवाभादवकमागयोपरीनहीकीजाती ?या परतयक रदचकरवसतकी परादतिकी इचछाजानवरोऔरमनषयोमसमानरपमनहीपाईजाती?याउदविनहोकरभावनाओका

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 87

पशादचकपरकटनएकसवाभादवकहवानीमागनहीह?एककमजोरकता भी उसी परकारअपनी इचछाओक हारो दववश होता ह दजसपरकारएकशसतशालीकता।अनतरकवलइतनाह दकशसतशालीकताकाटखाताहऔर दनबथलकवलभोकनपरहीबसकरताह।दफरयामनषयकदलएभीवधहोगादकवहभीअपनीसवाभादवकइचछाओका उसी परकार दनदवथघन परकटन कर ?आदखर समाज मकछ बात सामानय तौर पर यो दनदषद समझी जाती ह ? सभयताऔर दशषटाचारक दनयम या ह ?शालीनताकीकलपनाकी यावासतदवकताह?यसमसतआिशऔरदनषधािशकपरदतबधहीतोहजोसवाभादवकभावनाओऔरइचछाओकोदनदवथघनपरकटकरनकमागथमबाधकहोजातह। इसदलएपरशनउतपननहोताह दककवलकामचछाओहीकअनदचत,सभयताऔरररवायतक दवरदअदशषटऔरअनदचतपरकटनकीअनमदतयोिीजाए?आजजोदशयहमारसमकहतरादजनपररससरदतयोसहमिोचार

ह उसकी धयानपवथक पडताल करना तरा उदचत दवशलषण करनाअतयनतआवशयक हो गया ह। वह सोच दजस अपन ही दवचार मकामवासनाओकीआजािी का नाम दिया जाता ह वहकामवासनासबधीपरभरषटतातकहीसीदमतनहीरहतीअदपतउसकशोलजीवनकिसरभागोकोभीअपनीलपटमलदलयाकरतह।अत:हमिखरह ह दकचोरी तरालट-खसोटकारझान दकतनाअदधकबि रहाह तरािसरोकोकषटऔरपीडापहचाकरलोग दकतनीपरसननतामहससकरनलग ह।लोगोकी रदचया ही दबगडचकी ह। परतयकवधऔरअवधहरकडोसआनि-परादतिकीएकअधीिौडजारीह।इनघदटयाऔरअधमरझानोक हारो उचचसभयतासबधी महतवकदनशानदवकतहोरहहऔरउचचतमपरपराओकोरौिाजारहाहतराजीवनपन:उसपासशवकअवसराकीओरलौटरहाहजहा

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान88

सयातराकापरारभहआरा।शािी-दववाहकअवसरोपरनानापरकारकरीदत-ररवाजतरालोगो

परलगाएगएसामादजकपरदतबधहीनही,परमवअनरागकमामल,रोमास एव परम क दसलदसल सभी उस मल सवाभादवक भावना कदवदभननदयोतकह।कदवता,सादहतय,कला,सगीत,फशन,कलाओससबदधतपरिशथदनया,सगधसपरम,शालीनता,रख-रखावतराअनयसभयतापणथआचरणयदिसपणथ नही तो दकसीसीमा तकइसीमलभावनाकासामादजकपरकटनहीतोह।समाजनहजारोवषथकी दवकासपरदरियासगजरकरयसभयता

कीमयाथिाए दवरसमपाईह।आशकायहह दकभावीनसलउनकदवरद दवदरोह-धवज लकर न उिखडी होऔर िखन वालीआखकोसाफ दिखाईि रहाह दकनईनसलइसमागथपरचलपडीह।सभयताऔरपरपरासदवदरोहकपररणामसवरपसभवहदकपरतयकवसतपणथरपसतोरदनकीजासक।इसदिशामयातराआरभहोचकी ह। समाज सआजािऔर बपरवाह जीवन,कषट पहचान मआननिकाआभास,दहपपीइजम,कामवासनाओमतीवरतातराजानवरोकसमानकाम-इचछाओकोपणथकरनकाउनमािकछऐसउिाहरणहजोउपरोतरझानोकापता ि रहह।जो वयसत यह जानना चाहता ह दक नवीन पीिी दकस दिशा म

िौडीचलीजा रहीहउसमनकडाकरक इन दवदरोही,ििथशागरसत,मल-कचल लडक लडदकयो को जाकर िखन का साहस जटानाचादहएजो रवडोऔर दगरोहोकरपम इकट रहतह।वहाजाकरजञात होता ह दकअब दनमथलताऔरसगधका सरान मदलनताऔरिगथनधलचकीहबिागऔरसवचछदलबासकसरानपरअबफट-परानऔरसडगलचीरडफशनकादनशानबनगएह।वदिनगए

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 89

जब दलबास पर एकमामलीसा िागभी दनतानतलजजाकाकारणहआकरता रा। अब तो फटी परानी जीनस (Jeans) अदपत शरीरककछअगोकीएकझलकदिखानक दलए दवशषतौरपरफाडीगईपतलनएकनईपतलनसकहीअदधकबहमलयसमझीजातीह।यहसहीह दकअतीतक ररवायती दवरसस दवमखताकयअसनतमलकण सार समाज म दिखाई नही ित परनत रोग का परारभ हो तोआवशयकनही दकसपणथ शरीर तरनत ही उसस परभादवत होजाएतरादपशरीरपरकही-कहीपरकटहोनवालघावरोगीकीससरदतकापताअवशय दियाकरत ह।जबएकसमाज रोगी होनलगता ह तोिादयतवदवहीनवयवहारभीसरउिानलगतह।अनशासनकाअभावतरा उपदरवका परभतव होजाता हऔरजीवनक दवदभननकतरो मपतनऔरअवनदतकलकणपरकटहोनलगतह।आनि की ऐसी खोज शीघर ही पररवतथनऔर नवीनता की माग

दकयाकरतीह तादकपहलसबिकरआनिउिायाजासक।यदिऐसा न हो तोजोवसतए पहलआनि ितीरी दन:सवाि होनलगतीह।धमरपानतराअनयपरचदलतनशउतनीसतसटििनमअसफलहोजातहदजतनीएकबचनऔरअशातसमाजमागकरताह।अत:हरपरकारकीनशीलीवसतएऔरनशकइसभयानकरझानकीरोकरामकदलएजोभीपगउिाएजाएवअपयाथपतदसदहोतह।नशाकरनवालोकोतीवरस तीवरनशकीखोज रहतीह।फलसवरपशीघरहीरिक(Crack)जसभयावहपरकारकदवषातऔरजानलवानशीलपिारथआदवषकतकर दलएजातह।सगीतकससारमभीइसशताबिीकअसनतमिशकोमधीर-धीर

ऐस ही रझान पिा हो गए ह। सगीत म गजरी कछ शतासबियो महोन वाली उननदतकी तलना यदि वतथमान शताबिीकअसनतमकछ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान90

िशकोमसामनआन वाली तीवरधमाकिारऔरकानफाडनवालसगीतसकीजाएतोबहतसीरोचकआशचयथजनकसचचाइयासामनआएगी। वयसतगततौरपरसगीतकबार म मझकछअदधकजञाननहीह।इसदलएइसपरमरीसमीकायदिकछदवदचतरदिखाईिऔरवासतदवकताए कछऔर हो तो म उसक दलए कमा चाहगा तरादपमरा सजञान मझ बताता ह दक गजरी कछ शतासबियो म पसचिम मसगीतकीजोशन:शन:उननदतहईवहउचचरदचऔरशषिसगीतकी दयोतक री। यह सगीत हियऔर मससतषक िोनो क दलए एकसारसनतोषजनकमहससहोतारा।उतमसगीततोवहीहजोहियऔर मससतषककआनतररकसगीत स दमलकरआतमाकी गहराइयोमउतरजाए।सगीतकीउननदतकापरमोदशयसमानतातराअमनवशादतकीखोजहीतोह।महानसगीतजञोन दनशचयहीऐसीधनभीबनाईजोजवालामखीपवथतोकफटन,तफानो,बािलोकीगरजऔरदवदयतकीकडक तरा शोर एव हलचलका सा परभाव पिाकरतीरी। वासतव म ऐसा सगीत परकदत-परिशथनो क सार एक परकारकीसमानता रखता रा तरा उसकी यािोकअदवसमरणीय दनशान सवयजीवनकसमरणपटलपरअदकतरतराकभी-कभीयहसगीतजबअपन चरमोतकषथ पर पहचा तो ऐसा लगता जस उसक ऊच सवरोस यह सधसटि फटकर टकड-टकड हो जाएगी परनत इसक बावजिशोता यो िमसाध सतबधमदतथवतबि रहतजस सवरऔर रागकीइस भीषण बाि म बह चल जा रह ह। एक गहरी खामोशी औरसननाटकीअवसरावयापतहोजाती,दहलना-जलनातोिरआखतकझपकनकासमयनदमलताऔरजबसगीतअपनअनतकोपहचतातो सारा हाल (Hall) तादलयो की तीवर गज म डब जाता, दकनतदवदचतरबातयहहदकऐसासगीतदकतनाहीतीवर,परचड,भावनातमकतराअशादतजनकयोनहोशोताओकोअतयाचार,तोडफोडऔर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 91

दवदरोहपरततपरनहीकरतारा।उसकासनिशतोबहतहीउचचतमऔरशषितम राअराथतअमन, शासनतऔरआराम दजस स मनषयककोमलशषिअहसासजागधतहोऔरऊपरीमदलनताएधलजाए।परनतखिहदकदपछलकछिशकोमयहदशयदबलकलपररवदतथत

होचकाह। नवीनपीिीककानऐससगीतकशोरसफट रह हजोमनषयकअनिरकीपशताकोभडकाताहऔरउससभयताकीबजाए िररिगीकीओरलजाता ह, यह बचनऔर वयाकल नसलकवल वही सगीत सनन की अदभलाषी ह जो उसक उनमाि औरबचनीकीअसनकोऔरभीभडकाि।सगीत दजतनाअशादतजनकतरारिासनत-उतपािकहोउतना हीअदधकपसनि दकयाजाता ह।मएकबारपन:अपनी दकसीऐसीसमीकापरकमाचाहताहजोपॉप(Pop)और उचचशणी सगीत स मरीअनदभजञता परआधाररत होतरादपएकबातमपरदवशवासकसारकहसकताहदकरिासनतएवउपदरवउतपािकउनमाि,दवदरोहएविररिगीकरझानमनषयकीउचचऔरशषितमयोयताओकोबडीतीवरगदतसबरबािकररहह।परोफसर बलम न (Bloom) जो पाशचातय सगीत स भली भादत

पररदचत ह एक पसतक “The closing of the AmericanMinds”कशीषथकस दलखीह।सगीतकबारमउनकऔरमरदवचारो म बहत समानता पाई जाती ह वह भी दवलापकरत ह दकवतथमान यवाओ म उचच कोदट की रदसकता तरा कोमल अहसासआदहसता-आदहसतासमापत होतजा रह ह। वहकहत ह -“वतथमानयवारॉकयदजक(RockMusic)कोसन-सनकरपागलहोगएह। उनक दनकट सगीत यदिआतमाका भोजन ह तो रॉक यदजकआतमाक दलएएकहादनपरिभोजनह।”अतयनतसपषटऔरखललकणऐसहजोसमाजकीइसरोगगरसत

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान92

अवसराकापताितह,जीवनकासनतोषलटरहाह।मनषयधयथ,शासनत,हादिथकसनतसटि,अमनऔरसरकाकअहसाससखालीहोचका ह। वह परमशवर क अससततव का इनकार तो कर सकता हपरनत उनशसतशाली परकदतक दनयमोका इनकारउसकबसकीबात नही जो अपनी अवजञा करन वालो को िणड िना भली भादतजानत ह।समसतभौदतकवािीसमाजोमबराईकबिनऔरफलनक कारण नयनादधक एक समान होत ह। इस दवषय पर एक सीमातकपहलबहसकीजाचकीह।यहा समरणकरानक दलएसकपमउनकारणोकीपनरावधदतकीजातीह।(क)नाससतकताकाबिताहआरझान(ख)उससवथशसतमानपरमशवरपरईमानकीकमजोरीजोमानवीय

समसयाओपरपणथदसटिरखताहऔरपरदतपलिखरहाहदकमनषयअपनकममोऔरचररतरका दनमाथण दकसपददतपरकरता ह।(ग)समाजकपरपरागतऔरनदतकमलयोकाधीर-धीरकमजोर

पडजाना।(घ) जीवन क वासतदवक उदशयो को दवसमधत करन का बिता

हआरझानतराउदशयÝýëìtØकसाधनोकोहीउदशयसमझलना।यहहवहवसतससरदतजोहमआजकसभयऔरउननतकहलान

वालसमाजोमसामानयत: दिखाईितीह।नदतकमलयोककमजोरपडनसधीर-धीरकाननदनमाथणऔरसरकारीपरबधनभीपरभादवतहोनलगतह।जबसमाजमनतो दकसीपरमशवरीयकाननकोसवीकारदकयाजाएऔरनहीसरायीनदतकमलयोऔरउचचपरपराओकोसवीकार दकया जाए तरा उनकीअवहलना जीवनकी दिनचयाथ बनजाए तो दफर नदतकताकी सरापनाक दलएकीजान वालीकानन-दनमाथण-परदरिया म भी नमषी और लचक पिा हो जाती ह और इस

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 93

परकार नदतकता की इमारत की नीव ही लडखडा जाती ह। दपछलीकछशतासबियोमइससिभथमकीजानवालीकानन-दनमाथण-परदरियाका तलनातमकअधययन दकया जाए तो वासतदवकता सपषट तौर परसामनआजाती ह।कभीआसकरवाइलडकावहयगभीराजबसमलदगकताको एक दनतानतकिोर िणडनीयअपराध समझा जातारा।व दिनबीतगएजबसतीतवऔरपदवतरताकोमातरएकनकी(शभकमथ)हीनहीअदपतसामादजकमान-मयाथिाऔर दवशवासकालकणसमझाजाताराऔरसतीतवपरिोषआनपरबडीसखतीसपकडकीजातीरी।अबतोससरदतयहहदकअपराधकोअपराधहीनहीसमझाजाताऔरनहीअपराधकरनपरखतरकीघदटयाबजनलगतीह।वासतवममलसमसयायहीहदकअपराधकीपररभाषाहीदबलकल बिल रही ह। दजसकतयकोकल तकअपराधकी सजञािीजातीरीआजउसअपराधही नहीसमझाजाता।कलतकजोअपराधलजजा,शमथतराडाट-डपटकभयसदछपकरदकयाजाताराआज नकवल सबक सामन खललमखलला हो रहा ह अदपतउसपरगवथ दकयाजाताह।अतःयहयदििशथन(फलासफी)उदचतहऔर जीदवत रख जान क योय ह तो सवीकारकरना पडगा दकधादमथकऔरनदतकिशथनजीणथऔरबकारहोचकहऔरआजकयगमउनकाकोईउदशयशषनही रहा।अपराधका िणड तरा नकीक परदतफलका सावथभौदमक दनयम

चतनऔरअचतनकदलएएकसाझीपररकशसतकीपरदतषिारखताह। दनषपराण पिारमो म यह दसदानत परकदत क दनयमो की अवचतनपरदरियामकायथरतदिखाईिताह।जीदवतशरीरोममानव-सधसटिसपवथकीपरगदतपरदरियाको इसी दसदानतनआगबिाया हजोअधथचतनअरवा अधथ सदरिय अवसरा म जारी रहा ह। दवकास-परदरिया कोदबलकल दनचल सतर स लकर मनषय क सतर तक िखा जाए तो

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान94

यहअलपचतनास उचचचतनाकीओरएकयातरा दिखाई िती ह।दवकदसत दवजञान की पररभाषाओ म बात की जाए तो अपराधऔरिणड,नकीऔरपरदतफलक दसदानतकोयोयतमकीउतरजीदवता(Survival of the fittest)कीसजञाभीिीजासकतीह।दवकासकी समसत परदरिया म यही वह पररक शसत ह दजसन दनरनतर इसयातराकोआगबिायाह।यह बात समझ स दबलकल बाहर ह दक दवकास की यह यातरा

जबमनषयअराथतसधसटिकशषितमरपमअपनीपणथताकोपहचीतरा चतनाककलपना सतरकी छलाग स भी उचचतर हो गया तोअचानकअपराधऔरिणडकापराना दसदानत वयरथऔर दनलदबतहोकररहगया।यदिसधसटिकाकोईशषिउदशयहतो दफरदहसाब-दकताब (जाच-पडताल) की भी कोई पददत अवशय होनी चादहएअनयरा यह समसत कारोबार दनरदशय और दनररथक िहरगा। यहदनतानतआशचयथजनकबातहदकपराय:महानतमदवविानभीऐसीसपषटऔर बोलती सचचाई को समझन स असमरथ रहत ह। सापकता कदसदानतकोपरसततकरनवालमहानवजञादनकअलबटरआइनसटाइनकामामलाभीकछऐसाहीह।वहकहतह—“मएकऐसपरमशवरकीकलपनानहीकरसकताजोअपनीही

सधसटिकोपरदतफलयािणडिताह।एकऐसापरमशवरदजसकउदशयहम मनषयोक उदशयोकी भादत हो (दजनकी पणथता क दलए उसनपरदतफलऔरिणडवयवसराजारीकीहो)सकपमयह दकमएकऐस परमशवरको सवीकार नहीकरसकताजो मानवीयकमजोररयोकापरदतदबबअपनअनिर दलएहएहो।” (अलबटरआइनसटायन)

यदि एक सधषटा परमशवर दवदयमान ह (दजसका इनकार अलबटरआइनसटाइनभीनहीकरसक)औरयदिसधसटिमजारीऔरपरचदलत

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 95

समसत दवजञान सबधी दनयमो को बनानऔर चलान वाला भी वहीमहानसधषटा ह तो यहबात दबलकलहीसमझस िर ह दकसधसटि-सधजनका वहअसनतम उदशयअराथत मनषयकोअपराधऔर िणडककाननसआजािकरकयोहीअवयवसराऔरिगथदतमदनरदशयभटकनक दलएछोडिऔरउसककममोकाकोई दहसाबन दकयाजाए।आइनसटाइनक इस दवचार स सपषट तौर पर मालम होता हदक वह सधसटि क शन: शन: दवकास म अपराध एव िणड कानन-परदरियाकोसमझनमअसफलरहाह।इसकअदतररतउसनमनषयकपरमशवरकरपपरसधसटिदकएजानकअरथभी दबलकलगलतसमझह।मनषयदजसकीसधसटि-रचनापरमशवरकरपपरकीगईहइसक

यअरथकिादपनहीहदकमनषयपधथवीपरपरमशवरकाएकपणथतमनमनाह।यदिऐसाहोतातो दफरयहपधथवीसवगथतोयाउससभीबिजाती।इसकािसरापररणामयहदनकलतादकसमसतमानवएकजस होत, दबलकल एक िसरक समरप। ऐसी ससरदत म यह बातदनशचय ही दवचारणीय ह दक दफर या ऐसा सरान सवगथ कहलानकयोयहोताअरवासमताऔरदवरसताका दशकारहोजाताजहान रगो मकोई दवदवधता होतीऔरन दभनन-दभनन परकारकीसगनधहोती।वासतवममनषयकपरमशवरकरपपरसधजनदकएजानकानतोयहउदशयहऔरनउसकयअरथ ह।गहरी िाशथदनकतापरआधाररत यहकरन मनषयकी उन योयताओकीओरसकतकररहाहजोउसपरिानकीगईह।अत:मनषयकोएकमहानउदशयकीÝýëìtØकदलएसततपरयासरतरहनाचादहएऔरवहमहानउदशययहह दकजहा तकमनषयक दलएसभवहपरमशवरकगणोकोधारणकरकअपनआपकोपणथकर,यहातकदकउसकाअससततवपरमशवरदिखानवालाअससततवबनजाए।इनअरमोकीदसटिसयह

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान96

कोईऐसा दनसचितऔरसीदमतउदशयनहीह दकपरमशवरकारपधारण करक मनषय अपनी परदतषिाऔर वभव को सार दलए एकसरान पर बिा रह। चदक परमशवर का अससततव और उसक गणअसीदमतह, इसदलएईशवरतवकीओरकीजानवालीजोभीयातराहोगीअसीदमत होगी। इसमागथ म पणथ होजानकाअरथकवलयहह दकमनषयएक दननअवसरास उचचअवसराकीओर दनरनतरबिताचलाजाए।परमशवरअपनअससततवएवगणोमपणथतमह।वहसबसअदधक

नयायकरनवालाह,सबसअदधककपालतराबारबारियाकरनवाला ह। उसकी दसटि परतयक वसत पर ह तरा वह परतयक वसतका जञान रखन वाला ह, वह सब का सधषटा, सब का सवामी तरापरदतफल एव िणड-दिवसका मादलक ह। समसत परशसाए परमशवरहीक दलएह।कआथनकरीमपरमशवरकगणोकीचचाथकरतहएवणथनकरताह -

(सरहअलहश-23स25)

अनवलाद - वही परमशवर ह वजस ‍क अवतररकत अनय ‍कोई उपरासय नही। परोकष ‍करा जरानन वरालरा ह और वतममरान ‍करा भी। वही ह जो वबनरा मराग दन वरालरा, अतयनत ‍कपरा ‍करन वरालरा (तथरा) बरार-बरार दयरा ‍करन वरालरा ह। वही परमशवर ह वजस‍क अवतररकत अनय

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 97

‍कोई उपरासय नही। वह बरादशराह ह, पववतर ह, सलराम (दोषरवहत) ह, अमन दन वरालरा ह, वनगररान ह, पणम पभतव वरालरा ह, टट ‍कराम बनरान वरालरा ह (तथरा) महतरावरान ह, पववतर ह परमशवर उस स जो व वश‍कक (अन‍कशवरवराद) ‍करत ह। वही परमशवर ह जो सजन ‍करन वरालरा, सजन ‍करा आरभ ‍करन वरालरा और समवचत रप पदरान ‍करन वरालरा वचतर‍करार ह। समसत सनदर नराम उसी ‍क ह। उसी ‍की पववतरतरा ‍करा बखरान ‍कर रहरा ह जो आसमरानो एव पथवी म ह और वह पणम पभतव वरालरा (तथरा) नीवतवरान ह। यह वह परमशवर ह दजसन धरती और आकाश पिा दकए ह।

उसका अससततव मानव िोषो स दबलकल पदवतर ह। कआथन करीमबार-बारईमानलानवालोकोपरमशवरक दनशानोपर दवचारकरनकाआगरहकरताह।उिाहरणकतौरपरवणथनकरताह -

(सरहअलमलक-2स5)अनवलाद - बस ए‍क वही बर‍कत वरालरा वसदध हआ वजस‍की

कदरत ‍क अवध‍करार म समपणम बरादशराहत ह और वह पतय‍क वसत पर वजस वह चराह शराशवत कदरत रखतरा ह। वही वजसन मतय और जीवन ‍को पदरा व‍कयरा तराव‍क वह तमहरारी परीकषरा ल व‍क तम म स ‍कमम ‍की दनटि स ‍कौन उतम ह और वह पणम पभतव वरालरा

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान98

(और) बहत कषमरा ‍करन वरालरा ह। वही वजसन सरात आसमरानो ‍को तह ‍क बराद तह पदरा व‍कयरा। त अतयनत ‍कपराल परमशवर ‍की सनटि म ‍कोई ववरोधराभरास नही दखतरा। अत: दनटि दौडरा कयरा त ‍कोई दोष दख स‍कतरा ह ? दसरी बरार पन: दनटि दौडरा। तरी ओर (वह) दनटि असफल लौट आएगी और वह थ‍क च‍की होगी। परमशवरकरपकासहीअरथसमझलनकपशचातजबमानव

उतपदतकआरभससपणथजगतकआजतकहोनवालदवकासकोिखताहतोपकारउिताह दकचतनाकअभावसचतनातककीयहसपणथयातरापरमशवरकारपधारणकरनतरामानवअससततवकोपरमशवरीयगणोस दवभदषतकरनकापरयासहीअदभपरायह।

इस‍लामी समलाज कला फवशष वलारलावरण इसलाम दजससामादजकवातावरणका दनमाथणकरनाचाहता हवह

कदरत भौदतकवािी समाज स उतना ही दभनन ह दजतना बसत ऋतपतझड की ऋत स दभनन होती ह। इसलाम समाज की जो कलपनापरसततकरता हउसममनषयकीसवाभादवकइचछाओमएकसतलनऔरअनशासन रखा गया ह। असीदमत इचछाओ परअवरोध लगायाह।कारणयह ह दकयदि इनसवाभादवकइचछाओको दनरकशछोडदिया जाए तो मानवीय भावनाओ एव इचछाओ का परा अनशासनअसत-वयसतहोकररहजाता ह।इसलामइचछाओकीइसपरकारकीपदतथ को परोतसादहत नहीकरता या तो उस दनदषद िहराता ह दजसकाअसनतमपररणामयहहो दकसमाजखदशयोऔरपरसननताओकसरानपर िखोसभरजाए। इसकसार-सार इसलामनवीनरदचया िशाथताहतराऐसकायमोसआननिऔरसनतोषपरापतकरनकीयोयताकादवकासकरताहजोसभवहदकएकअसभयऔरअपरदशदकतवयसतको नीरसऔरआनि रदहत दिखाई ि।अत: इसलाममानव-रदचको

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 99

शषिसाचोम ढालता ह।अमानवीय इचछाओएवकामवासनाओकोपरदशदकत, मयाथदितऔरसतदलतकरता ह तरा दननतम इचछाओकोउचचऔरशषितमइचछाओमपररवदतथतकरिता ह।परशन यह ह दक यह दनणथय दकस परकार दकया जाए दक वतथमान

आदरथक रझान समाज क दलए दकस सीमा तक हादनपरि ह। मरदवचारमइसपरशनकाउतरबहतसाधारणऔरसरलह।मनषयकसवासथयकलकणोकीभादतसमाजकसवासथयकाअनमानलगानक दलएकछ भी लकण होत ह। जबकोई वयसत दकसी पीडा ककारणबचनीऔरकषटस गरदसतहोऔरउस दकसीभी परकारसचन नआए तो उस रोगी िहरान क दलए दकसी परवीण उपचारकअरवाबहतबददमानमनषयकीआवशयकतानहीहोतीअदपतकोईभी उनलकणोको िखकरजान सकता ह दक यह वयसतअतयनतबीमारह।िीकउसीपरकारवतथमानसमाजम रोगकसमसतसकतऔरलकणसपषट दिखाईि रहह।हजरतमसीहअलदहससलामकायहकरन दकतनाअदधकसतय

परआधाररतह -“उनकफलोसतमउनकोपहचानलोग।याकाटिारझादडयो

सकभीअगर तोड गए हऔर या उटकटारो स कभीअजीर भीली गई ह। इसी परकार अचछा वधक अचछ फल लाता हऔर बरावधकबरफललाताह।अचछावधकबरफलनहीलासकतानबरावधकअचछाफललासकताह।”(मतीबाब-7,आयत-16स18)आजजोकडवफलखानकोदमलरहहउनकदवरदलोगअपन

रिोधको परकट तोकरत ह यहा तक दकचीख-चीखकर उनककिबिजातहपरनतवकडवफलिनवालवधककोपररवदतथतनहीकरनाचाहत। व नही चाहत दक उसक सरान पर मीि फल िन वाला वधकलगाए।उनकदनकटयदिफलकडवाहतोवधककाकोईिोषनही।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान100

इसलामकीसामादजकवयवसरायहमागकरतीहदकउसबरवधककोउखाडकरउसक सरानपरएकपदवतरऔरसवसरवधकलगायाजाए।कआथनकरीमकअनसारजबआिम(Adam)कोएकवधककाफलखानसरोकागयातोउससदबलकलयहीकदरतअदभपरायरा।कआथनकरीमफरमाताह -

(सरहइरिाहीम-25,26)अनवलाद - (ह मनषय) ए‍क पववतर बरात ‍क बरार म वरासतवव‍कतरा

‍करा वणमन व‍कयरा ह वह ए‍क पववतर वकष ‍क समरान होती ह वजस ‍की जड (दढतरा ‍क सराथ) करायम होती ह और उस‍की (पतय‍क) शराखरा आ‍कराश ‍की ऊचराइयो म (पहची होती) ह। वह हर समय अपन रबब ‍क आदश स अपनरा (तराजरा) फल दतरा ह और परमशवर लोगो ‍क वलए (उन‍की आवशय‍कतरा ‍की) समसत बरात वणमन ‍करतरा ह। इसपदवतरआयतमशजर:अराथतवधककाशबिएकलकणक

तौरपरपरयोगहआह।कआथनकरीमनसचचऔरपदवतरिशथनकीतलनामगलतऔरझििशथन(Philosophy)कीचचाथकरतहएऐसीहीसाकदतकभाषाकापरयोगदकयाह।पदवतरवधककमकाबलपरबरवधककावणथनदकयागयाह।इसबरवधकऔरईमाननलानवालोकीिशाकावणथनअगलीिोआयतोमआयाह।फरमाया-

(सरहइरिाहीम-27,28)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 101

अनवलाद - और अपववतर बरात ‍करा उदराहरण अपववतर वकष ‍करा सरा ह जो पथवी पर स उखराड वदयरा गयरा हो। इस‍क वलए (व‍कसी ए‍क सथरान पर) नसथरतरा वननचित न हो। परमशवर उन लोगो ‍को जो ईमरान लराए सथरायी ‍कथन ‍क सराथ इस लो‍क और परलो‍क म दढतरा पदरान ‍करतरा ह जबव‍क परमशवर अतयराचराररयो ‍को पथभरषट ‍ठहररातरा ह तथरा परमशवर जो चराहतरा ह ‍करतरा ह। कदलम: का शबि यहा एक िशथनऔर दवचारधारा क अरमो म

परयोगहआहदबलकलऐसहीजसकदलम:कायहशबिदवशालतमअरमोम इनजीलयहननाकीपररमआयतमपरयोगहआह -

परारभ म ‍कलराम थरा और ‍कलराम परमशवर ‍क सराथ थरा और ‍कलराम परमशवर थरा। (यहननरा बराब - 1, आयत - 1)

इन झि िशथनशासतरो और वचाररक वयवसरा का पररणाम भीअदनवायथ रप स उस बर वधकक समान ही होता ह जो जीवनकपरयासमअसफलरहताहऔरअनतत:तीवरहवाओऔरतफानोकहारोउखाडफकाजाताह।हवाएउसउडाएदफरतीहपरनतइसकदवपरीतएकसवसरवयवसराउसपदवतरवधककसमानहदजसकीजडपधथवीमदितापवथकसरादपतहऔरउसकातनाऊचाऔरशाखाएआकाशकपदवतरवातावरणोऔर दवशालताओमफलीहईह।यहवधकआकाशीयपरकाशऔरनरसअपनीजीदवकापरापतकरताहतरापरतयकमौसममअचछफललाताह।कआथनकरीममोदमनोकबारमफरमाताह दकवपरमशवरपरएकदिऔरिोसईमानरखतहऔरउनकसमसतदशषटाचारऔरचररतरकीजडपरमशवरपरईमानकी पधथवीकअिर सरादपत होती ह। यहीकारण ह दक इसलाम मदशषटाचारकीकलपनाइतनीपणथह दकवहसामादजक,धादमथकऔरवशसतरपरकोईपरमखतावधनही रखती।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान102

वह दनिचशक दसदानत जो मानव जीवन क समसत पहलओ परचररतारथहोताह दननदलदखतआयतमवणथनहआह -

(सरहहि-124)अनवलाद - और आसमरानो तथरा पथवी ‍करा परोकष (‍करा जरान)

परमशवर ‍को ही ह और सराररा मरामलरा (पररणराम ‍की दनटि स) उसी ‍की ओर लौटरायरा जरातरा ह। अत: उस‍की उपरासनरा ‍कर तथरा उस पर भरोसरा ‍कर और तररा पवतपराल‍क उस स असरावधरान नही ह जो तम लोग ‍करत हो। इसीपरकारएकअनयआयतमफरमाया-

(सरहअलआराफ-55)अनवलाद - सरावधरान ! सनटि ‍करनरा भी उसी ‍करा ‍कराम ह

और शरासन भी। अत: ए‍क वही परमशवर बर‍कत वरालरा वसदध हआ जो समसत ससरारो (लो‍को) ‍करा पवतपराल‍क ह। इसलामविारापरसततदकयाहआयहिशथनपरमशवरकपणथपरभतव

कीकलपनासपरारभहोताहऔरउसीपरसमापतहोताह।

इस‍लामी समलाज क म‍ फसदलार इसी दवषयपरकआथनकरीमकीआधारभतआयतयहह -

(सरहअननहल-91)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 103

अनवलाद - वननचित रप स परमशवर नयराय ‍करा, उप‍करार ‍करा और वन‍कट सबवधयो पर व‍कए जरान वराल दरान ‍की तरह पदरान ‍करन ‍करा आदश दतरा ह तथरा वनलमजजतरा तथरा घवणत बरातो एव ववरिोह स मनरा ‍करतरा ह। वह तमह नसीहत ‍करतरा ह तराव‍क तम नसीहत परापत ‍करो। इसआयतकापररमभागसामादजक वयवसरासअदधकआदरथक

मामलोससबदधतहऔरयहभागसमाजकवदचतवगमोसवयवहारक सबध म नयाय, उपकार तरा दनकट सबदधयो को िान िन कीइसलामी दवचारधाराकाएकसपषट दचतरणकरता ह।आयतक दवितीयभागकासबधउससामादजकवयवसरासहजोइसलामहरपरकारससरादपतकरनाचाहताह।इसमपरमशवरनपरतयकउसगलतकायथसरोक दिया ह दजससवथसमदतससमसतससारम गलतसमझाजाताह। उिाहरणतया िराचार, दकसी क समान पर परहार, अपयशऔरवासतवमवसमसतसामादजकिोष दजनकी दकसीधादमथक दशकाकदबनादवशालतममानवसमाजमसवथसमदतसदननिाकीजातीह।इसीपरकारइसलामपरतयकउसकायथ-परणालीऔररझानकाखणडनकरताहतराउसकीकिोरताकसारदननिाकरताहदजसकापररणामकपरबधन,दवदरोहतराअतयाचारहो।इसपररपरकषयमहरवहअवधहरकतदवदरोहसमझीजाती हजो दकसीभी सरादपतऔरसदि वयवसराको धवसतकरनकदलएकीजाए।कवलयहीनहीअदपतकआथनकरीममजबभीअरबीशबि“बगय”(بغی)परयोग हआ ह उसको कवलसशसतरया राजनदतक दवदरोहपर ही नहीबोलाजाताअदपतयहशबिसमाजकीशषिऔरउचचतमपरदतषिाओ,नदतकमलयोतराधादमथकदशकाओक दवरदसरउिानपरभीबोलाजाता ह।आयतकअसनतमभागम सपषट तौर परचतावनी िी गई ह दक

यह नसीहत मनषयक अपन दहतारथ ही की गई ह। इस परकार इस

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान104

आधारभतऔरमखयआयतम इसलामकीसामादजक वयवसराकीपरमख रप-रखा सपषट कर िी गई ह। यह भी समरण रह दक इसआयतका पररम भाग भी इसलामकी सामादजक दशकाओस गहरासबध रखता ह। एक ऐसा समाज दजस अनय लोगो क कषटो काअहसासन होऔरजोमानवसवाकी सरायीभावनास ररत हो,इसलामीसमाजकिादपनहीकहलासकताचाहइसलामकीसामादजकदशकाओकअनयपहलओसदकतनीहीअनककलतायोनरखताहो।आइए अब हम इसलामी समाज की कछ अनय दवशषताओ का

अधययनकरतहदजनकीरप-रखाकादचतरणकआथनकरीमनदकयाह। इसलाम न दनषकपटता, ईमानिारी, वफािारी पर बहत बल दियाह। इसलामहरउसबातऔरपहलकोपरोतसादहतकरता ह दजसकपररणामसवरपसमाजममानदसकएव हादिथकसमधददपिा होती ह।भोग-दवलास की खोज का दजस परकार क सामादजक दवकारऔरअसतलनपरअनतहोसकता ह उस रोकनक दलएभीकईउपायकाममलाएगएह।परतयकऐसीकायथपददतकमनोबलकोतोडागयाहजोसमाजको दनरकशकामवासनाओकीआजािीकीओरलजासकताहचाहपरारभमवहदकतनाहीहादनरदहतयोनदिखाईि। कामवासना की आजािी समाज को कई परकार स अतयदधकहादनपहचातीहतराइसकापररणामसवचछनिअनदतकयौनाचारपरघदटत होता ह, दजसनआज दवशवकोअपनीलपट म ल रखा ह।आननिोकपीछअनधाधनधभागनसअनयहादनयोकअदतररतएकहादन यहभी होती ह दकखानिानी ररशत टकड-टकड होकर दबखरजात ह। इसक दवपरीत इसलाम माता-दपता, भाई-बहन तरा सनतानकपदवतर ररशतोकोबहतमहतव िताहऔरउनकी रकाकरताह।इसी परकार इसलाम उन दमतरता सबधी ररशतोको भी बिावा िता हजोलोभ-लालचकीबजाएपदवतरपरमपरआधाररतहो।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 105

सरीतव और सचचररतररला इसलाम क अनसार समाज म ससतरयो क समान को कायम करन

क दलए यह बात दनतानत आवशयक ह दक ऐसी समसत कायथवादहयाकी जाए जो सतीतव, वफािारी, आतम सयम तरा पदवतर जीवन कोपरोतसाहन ि। सवचछि अनदतक यौनाचार क खतरो स पणथतया सरदकतरहतहएशदऔरपदवतरजीवनवयतीतकरनाइसलामीसमाजकीएकअतयनतमहतवपणथ दवशषता ह। इसलामविारा परसततसामादजक दशकाओकायहपहलवश-वयवसराकोबचानऔरसरदकतरखनकदलएदनतानतमहतवपणथहऔरयहीवतथमानयगकीएकमहतवपणथआवशयकताभीह।इसलाम पाररवाररक इकाई को मातर पदत-पतनी क सबध तक

सीदमत नही रखना चाहता अदपत उस बिाना चाहता ह। एक ऐसाखानिान दजसम परमऔरमहबबतकीकलपनामातरकाम-वासनाओकीपदतथतकहीसीदमतनहोअसतउसमअनयखनीररशतो(BloodRelations) क समान गहरीऔरकोमल सदहकाररताए भी मौजिहो।आशचयथहदकवतथमानयगकदवविानयोइसभयानकमानवीयिोष स अपररदचत ह दक यदि समाज म कामाननिो की ÝýëìtØ कीखलीछटटी दमलजाएतो दफरअशलीलताऔर दनलथजजताकाराकसउचचऔरकोमलमलयोका रतचस-चसकरबिनाऔरफलनाआरभहोजाताह।दसगमणड‍फायड(Sigmund Freud)एकऐसहीसमाजकीपिावारह।वहपरतयकमानवीयभावनाऔरकायथकोकाम-वासनाकपमानसपरखताह।उसकदनकटमाऔरबचचकापदवतरतमसबधभीकाम-भावनाओहीससबधरखताह।इसीपरकारदपताऔर बटीक सबधको भीकोई समान परापत नहीअसत यहभीकाम-इचछाओकाआतमपरिशथनहीह।उसककरनानसारमनषयकालगभगपरतयककायथ दजसकाउसचतनाकतौरपरजञानहोया

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान106

नहोउसकीगहरीअवचतनाकाम-इचछाओकीदयोतकहोतीह।मनहीजानतादक‍फायडकअपनयगमभीवतथमानसमाजकसमानकामवासनासबधीपरभरषटतासावथजदनकहोचकीरीयानही, दफरभीइतना दवकारअवशयरा दजसकअनसारउसनमानवमनोदवजञानतरापरजादतससबदधतअपनादवशषयदसटिकोणसरादपतदकया।यदि‍फायडकीदवचारधाराकोउदचतभीमानदलयाजाएतोयहबातऔरभीआवशयकहोजातीहदकऐसशसतशालीऔरभयानकपररकोकोदनदवथघनखलनकाकोईअवसरन दियाजाए,अनयरा सपषटह दकमानवमससतषकअवशय दकसीन दकसीगलतमागथपरचलपडगा।खि का सरान तो यह ह दक इसलाम विारा परसतत सामादजक

वातावरणतराउसकीदवशषताओकोसमझनातोपधरकरहावतथमानयगकासमाजइसबारमपरयासकरनकदलएतयारतकनही,परनतसमरण रह दकमनषय नतो ईशवरककमथअराथत परकदतक दनयमोकोपरासतकरसकताहऔरनहीउसककरनअराथतपरमशवरीयवाणीको झिला सकता ह। चाह वह परारबधकéýषटा, सवामी एवइचछापरअदधकतअससततवपरईमानरखयानरखऔरचाहमनषयईश-वाणीकअनसारअपनसामादजकआचरण दनमाथणपरततपरहोयानहो,यहबात दनसचितह दकवहपरमशवरककरनऔरकमथकोझिलानहीसकता।परमशवरककमथऔरउसकीवाणीकोतबहीसतयसमझाजाएगाजबिोनोमपणथअनककलताऔरसमनवयहो।अतःमनषयकापरतयकवहसामादजकआचरणजोपरमशवरकीवाणीसटकराएतोउसकाअदनवायथपररणाम दवनाशऔरबरबािीहोगा।मनषयसिव दबना रोक-टोकभोग-दवलासकाजीवन वयतीतनही

कर सकता चाह वह उसक दलए दकतनी ही इचछा यो न कर।उसअदधकादधकयहीअदधकार दिया गया ह दककछ वसतओको

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 107

पसनिकरऔरकछकोतयागि।वहसमाजजोअफीमऔरअनयनशीली वसतओको अपना लता ह तरा जीवनकी वासतदवकताओएव िादयतवो स पलायन करता ह, वह समाज जो कामवासनाओ,दवलादसता एव सनसनी पिाकरन क उनमाि म दलपत हो जाता ह,वहसमाजजहा जान बझकरलोगोकीअदभरदचया दबगाडी जातीह तरा उनह अदधकादधक भोग-दवलासकाआसत बनाया जाता हतादकभोग-दवलासक दनतय नएसामानऔरसाधनोक दनमाथणकीमारकीट(Market)पिाहोसकऔर“याऔरभीकछह”कीलालसा बिती चली जाए तादक इस स अदधक बडी वयावसादयककपदनयोकाधन-सपदतकभडारएकतरकरनकाएकमातरउदशयपणथ होता रह। ऐसासमाजयसबकछतोपरापतकरलता ह परनतउस इसका भारी मलय चकाना पडता ह। हादिथक सतोष समापत होजाताह,उचचआिशथजात रहतहऔरसमाजकासामदहकअमनएवशासनतबरबािहोजातीह। सपषटह दक दवलादसताऔरहादिथकसतोषिोनोकभीइकटनहीहोसकत।एकभौदतकवािीसमाज दजनउचचआिशमोकीअवहलनाकरता

ह इसलाम उनही की सरापना पर बल िता ह। आनि का महतवअपनसरानपरह,परनतउसमानदसकसतसटिऔरसामादजकअमनक बिलखरीिा नही जा सकता। ऐस समसत रझान दजनककारणधीर-धीरखानिान दवखदडतहोजायाकरत ह तरा सवारथ परायणता,िादयतवहीनता,अशलीलता,अतयाचारतराअपराधोका दवकासहोताह,इसलामउनहपरोतसादहतनहीकरता।इसलामीिशथनदजससामादजकवातावरणकोजनमिताहउसमऔरभौदतकवािीवातावरणमपधथवीऔरआकाशकाअनतरह।मझआशचयथहोताह दककछलोगइसवासतदवकताकोयोदवसमधतकरितहदकइचछाओकोबिावािनयाखलीछटटीिनसउनहमानदसकएवहादिथकसतसटिकिादपपरापत

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान108

नही हो सकती और दवशव का कोई समाज भी चाह वह आदरथकदसटिस दकतना ही दि यो न होअदनयदतरत इचछाओएवलालसाकोकिादपसहननहीकरसकता।दवशव क धनाढ÷य समाजो म भी समधददशाली लोगो क सार-सार

िररदर लोग भी दवदयमान ह तरा ऐस लोगोकी सखया जो जीवनकीमलसदवधाओसवदचतहहमशाबहतअदधकहोतीह।इसकीतलनामऐससमधददशालीलोगतोबहतकमहआकरतहजोअपनीपरतयकइचछा पणथकरसक। वासतवम हर इचछाकीसतसटिवस भीसभवनही, योदकधन-सपदत कसार-सार इचछाए भी बितीचलीजातीह। इसदलए धन-कबरो क भी सभी सवपन पणथ नही हो सकत। बहतसभवहदकवभीदनराशाओएववदचतरहनकीअसनमजलरहहो,दकनतदनधथनतोबहतहीििथशाकीअवसरामहोतह।जीवनकीमलसदवधाए परापतकरनाभीउनकीपहचसबाहर होता हकहा यह दकवधनाढोकसमानऐशवयथपरापतकरसक।टी.वी.औरसमाचारपतरोआदिमजबइसपरकारकीराजाओजसजीवनकीझलदकया दिखाईजातीहतोयही दनधथनह दजनकीभावनाएआहतहोतीहतरा दजनकीइचछाओका िम घटन लगता ह। य दनधथनलोगअपन जीणथ मकानोम बि परदतदिन भवय मकानो, वभवशाली उदयानो, दवलादसता स यतकारो, हलीकापटरो, दनजी जहाजो, नौकरोऔर सवकोकीफौजकोआशचयथऔर दनराशा स िखत रहत ह।जबय दनधथनलोग हॉलीवडऔरबवरलदहलज(BeverleyHills)कीजीवन-पददत,नाच-गान,नधतय-रागकीसभाए,धम-धामसआयोदजतहोनवालआयोजनअरवाजआघरोमजीवनकरग-ढगिखतहतोउनकहियदनराशाओऔरहीनताओकालकषयबनतचलजातह।वहमधगतधषणादजनकदशयटीवीनाटको म परिदशथत दकएजात ह दनधथनो क सवपनबनजात ह योदकटीवीऔर उसक नाटक ही तो ह जो य असहायऔर लाचार लोग

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 109

िखसकतह।िसरीओरवासतदवकतायह ह दकधन-कबरलोगोमस भी कवल दगनती क कछलोग ही ह जो इस पधथवी क सवगथकोपरापतकरसकत ह, दकनत य दनधथनलोग भोग-दवलास य त य दशयिखकरअपनिररदरतागरसतवातावरणसही दनराशहोजातह।अपनघरोमउनक दलएकोईआकषथणशषनही रहता।एकओरवउचचसभयताऔररहन-सहनसभीवदचतहोतहऔरिसरीओरदिन-रातसनहरीसवपनोमखोएरहतह।इसपरकारउनकअपनजीवनकयरारथदनररथकहोतचलजातह।वयरथआनिोएवलभावनसवपनोपरदनदमथतहोनवालसमाजकाअसनतमपररणामयही ह।घरमअमनवशासनततराएकिसर कपरदतपरमऔर दनषकपटतापणथसभरादतधीर-धीरएकछलावाबनकर रहजाती ह। दफरएकसमयऐसाआता ह दकऐसलोगयहभी नहीजानत दकव दकसक दलएजीवन वयतीतकरऔरदकसआशापरजीवनक दिनकाट।अबयदि हम न इन पयार घरोको दफरसआबािकरना हजो

कभीपहलहआकरतर,उसपारसपररकदवशवासकोयरावतकरनाहजोघरकसिसयोकोएकपराणकरिताहतराउसदवशवासकोसरादपतकरनाहजोपारसपररकअमनऔरशासनततरापरमकोजनमिता ह तो इसक दलए कई उपाय करन होग, परनत किादचत अबिरहोचकीहऔरपानीसरसऊपरगजरचकाह।इससनिभथमइसलामकासनिशबहत सपषट ह। इसलामवश-वयवसराकीसरकाया जहा कही भी यह वयवसरा टट कर दबखर चकी हो उस नएदसरससरादपतकरनक दलएसपषटकायथरिमरखताह।इसलामकअनसारजीवनक परतयक कतरमअनशासनकी दशका िनक दलएआवशयकहदकजञान,िरिदशथता,बददमता,सदिईमानऔरआसराकोकाममलायाजाएतरासमाजमपाएजानवालअसतलनकोिर दकयाजाए।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान110

पदलात और उसकी वलासरफवकरला इसलाम म पिच की सामादजक वयवसरा को पसचिम म लोगो न

दबलकलगलतसमझाह।उनकदनकटइसपरकारपरषोऔरससतरयोम एक दलगानसार भिको उदचतसमझा गया ह यहकधारणा एकसीमातकइसलामीससारमइसलामकीमल दशकापरगलतरगमकायथरत होन ककारण पिा हई ह। इसकधारणाका िसरा कारणपाशचातय मीदडया का नकारातमकआचरण ह। दजनका यह सवभावबनचका ह दकजहाकहीकोईिराचारऔरिषचररतरता दिखाईिीउस तरनत इसलामससबदकर दियाजबदक दकसीयहिी, ईसाई,बदअरवा दहनि क गलतआचरणको उसक धमथ कीओरकभीसबदनही दकयाजाता।इसलाम म पिच का आिश अजञानता क यग की दकसी दसटिगत

सकीणथताकी पिावारनही ह।वासतदवकतायहह दकपिचकापरचलनया ससतरयोऔर परषो क सवततरतापवथक मलजोलका रझान यगकीउननदतयाअवनदतसकोईसबध नही रखता। दवशव इदतहासमसिासऐसाहोताआया ह दकसामादजकरहन-सहनकीनौकाधादमथकयासामादजकलहरोकजवार-भाटकसार-सारआगबितीरही ह।ससतरयो कीआजािी की दवचारधारा भी कोई ऐसा रझान नही ह

जोशन:शन:पिाहआहो।इसबातकीशसतशालीसाकषयदवदयमानह दक बहत पराचीन यगो म भी तरा दनकटअतीत म भी ससारकदवदभननकतरोमसतरीवगथसमाजमबहतशसतशालीतरापरभतवशालीरहाह।इसीपरकारपरषोऔरससतरयोकासवततरतापवथकमलदमलापकिादप कोई नवीन और दवदचतर बात नही ह। ससार म सभयताएउभरतीऔर दमटती रहती ह।मानवीय सवभाव,आचरणतराफशनभी दनत-परदतदिनपररवदतथतहोत रहतह।नजान दकतनहीसामादजक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 111

रझान दनतनएअनभवोमसगजरकरबनतहऔर दबगडत रहतहतरामानवसभयतापरदतकणएकनवीनदशयपरसततकरतीरहीह।यहकोईऐसा सरायीऔरहमशा रहनवालारझाननहीह दजससहमयहअदनवायथपररणाम दनकालसक दकमानवइदतहासनहमशाएकपिचवालसमाजस दमदशतसमाजकी दिशाम हीयातराकीहअरवा ससतरया चािर या चार िीवारीक बधनसआजािीक लकषयकीओरबिती रहीह।

नसतरयो क अफधकलारो क एक नवीन यग कला पलारभ

उदचतहोगा दकयहाहमअरबइदतहासकउसअजञानताकयगका दनरीकणकर दजसम इसलामका परािभाथव हआ। मसलमानोकीआसरानसारइसलामकासनिशपरमशवरकीवाणीपरआधाररतरा।इसक दवपरीत गर मससलमो क दनकट यह हजरत महमिस.अ.व. कीसवय दनदमथत दशकारी।धादमथक दवविानो(उलमाओ)कीइसकसबधमजोभीदवचारधाराहोयहबातसतयहदकपिचकसबधमइसलामकी दशकाकाअरबोकीपारपररकपददतसिरकाभीसबधनही।इसलामक परािभाथवक समयअरबसमाज ससतरयोक बार म बहतदवरोधाभासीआचरणरखतारा।एकओरकामवासनाओकीआजािीतराससतरयोऔरपरषोकासवततरतापवथकमलजोलराजबदकमदिरा,सतरीऔर राग-रग का उनमाि उस समाज की मखय दवशषताए रीऔर िसरीओर लडकी क जनम को दनतानत अपमानऔर लजजाकाकारणसमझाजातारा।कछअरबलोगोनगवथसवणथन दकयाह दकउनहोन इसअपमानस बचनक दलएअपनी नवजातबदटयोकोजीदवतपधथवीमिफनकर दिया।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान112

सतरीकीहदसयतचलसपदतसबिकरनरी।उसयहअदधकारपरापत न रा दक वह अपन पदत, दपता या खानिान क दकसी अनयसिसयस मतभिकरसक। दन:सनिह इससामानयआचरणस हटकरकछउिाहरणइसकअपवािभीह।पराय:ऐसाभीहोतारा दकशानिार नतधतव की योयता रखन वाली सतरी अपन कबील म एकदवशषसरानपरापतकरल।इसलामनइससपणथसामादजकससरदतकोदबलकलपररवदतथतकरदियाऔरयहपररवतथनदकसीसामादजकसघषथया तनाव क पररणामसवरप जनम लन वाली सवाभादवक परदतदरियानहीरीअदपत इसलामन नयायऔरइनसाफकरनवालकतौरपरससारमनवीनआिशथसरादपतदकए,एकनवीनसामादजकवयवसराईशवरीयवाणीकमाधयमसपरिानकी।यहनवीनवयवसराउनपररकोकीकतजञनहीरीजोसामानयतःसमाजका दनमाथण दकयाकरतह।पिचकी दशकाकफलसवरपअनदतकयौनाचारतरनतरकगया।

परषऔर सतरी क सबधो को एक ऐस अनशासनका पाबनि बनादिया गया जो सदिऔर नदतक दसदानतो परआधाररत रा। इसकसार-सारसतरीकसरानऔरसतरकोइतनागररमामयकरदियागयादक यह सभव ही न रहा दककोई उसअशतऔर दनषपराण सधसटिसमझकरउससउपभोगकीवसतओकसमानवयवहारकर।जीवनकीसमसतसमसयाओमउस परषोकसमानअदधकारपरिान दकएगए।इसलामसपवथ ससतरया दवरासतम दवभादजतकीजातीरीपरनतअबसतरीनकवलअपन दपताकीसपदतकीवाररसहोसकतीरीअदपतअपनपदत,बचचोएवअनयररशतिारोकीसपदतकीशरीअतकअनसारवाररसबनाईगई।अबवहदनभषीकताकसारअपनपदतकी राय स मतभि कर सकती री, दनभथयऔर दन:सकोच उस सबहस कर सकती री और उस अपनी राय पर दि रहन का पणथअदधकारपरापतरा।अबकवलसतरीहीकोतलाकनहीिीजासकती

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 113

रीअदपत सतरी चाह तो वह परषको तलाक ि सकती री इसलामन सतरीकोमाताकरपम दजसमान-समानकयोयिहराया ह,दवशवकअनयसमाजोमउसकाउिाहरण दमलनािलथभह।हजरतमहमिस.अ.व. का शभअससततव ही रा दजस न ससतरयोक अदधकारोकीसरापनाक दलएईशवाणीकअधीनयहघोषणाकी-

“तमहराररा सवगम तमहरारी मरातराओ ‍क परो ‍क नीच ह।”इसपरवचनमआपस.नकवलउससवगथहीकवािकीचचाथनही

की जो पारलौदककजीवन म पणथ होगा अदपत एक ऐस सामादजकसवगथकाभीवणथनदकयाह दजसकावािाउनलोगोसहजोअपनीमाताओकसारदनतानतआिर-समानकसारवयवहारकरतहऔरउनहहरसभवसखएवआरामपहचानक दलएपरयासरतरहतह।पिच स सबदधत इसलामी दशका को इसी पररपरकषय म समझन का

परयासकरनाचादहए।इसलामयहदशकाइसदलएनहीितादकपरषकोसतरीपरकोईकालपदनकशषितायापरमखतापरापतहअदपतपरमशवरन यह दशका इसदलएिी ह तादकघरअराथतचािरऔरचारिीवारीकी पदवतरता सरादपत हो, पदत-पतनी क मधय परसपर दवशवास कावातावरण उननदत कर तरा सवाभादवक इचछाओ एव भावनाओ कोसतलनपरलायाजाएऔरउनहसमाजमयोबलगामनछोडदियाजाए दक व एक भयानक राकस बनकर रह जाए अदपत उनह इसपरकारअदधकारमलायाजाएदजससवहपरकदतकीअनयवयवससरतशसतयोकीभादतएक दनमाथणसबधीभदमका दनभासक।पिच की इस इसलामी दशका क सबध म बहत सी कधारणाए

परचदलतह -इस एकऐसी पाबनिीसमझाजाता ह दजसकफलसवरप ससतरया

जीवनक समसत भागो म पणथरप स भाग लन स वदचत हो जाए,

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान114

हालादक यह बात किादप, किादप उदचत नही ह। पिच क इसलामीदसटिकोण को समझन क दलए उसक दनदहत उदशय को समझनाअतयनत आवशयक ह। पिच का उदशय यह ह दक सतरी क समानऔर उसक सतीतव की पदवतरता की रका की जाएऔर समाज मऐस परषोऔर ससतरयो दजन स इसलामी धादमथक दवधानक अनसारदववाहवधहक सवततरतापवथकमल-जोल,सबधोएवपरमाचारोकामनोबल बडी किोरता क सार को तोडा गया ह। परषऔर सतरीकोनकवलबरीदसटिस िखनसरोकागयाहअदपतऐससमसतदशयोको िखन तरा शारीररक दनकटता तकस मना दकया गया हदजसकपररणामसवरपऐसीउतजनातमकभावनाएभडकजाए दजनपरसयमरखपानाएकसामानयमनषयकवशमनहो। ससतरयोसयहआशा रखीगईह दकवअपनशरीरकोबडीअचछ परकारसढककर रखगी। उनह यह नसीहतकी गई ह दकव ऐसा ढगऔरऐसी पददत न अपनाए दजसक फलसवरप दकसी आवारा सवभाववयसतकोबरीदसटिसिखनकाअवसरपरापतहोसक।शधगारऔरसजावट एवआभषण पहनना मना नही ह परनत घर स बाहर ऐसपरषो दजनस दववाह वध ह का धयान परापत करन क दलए सौनियथपरिशथनकरनाउदचतनहीह।हम यह बात भली-भादत जानत ह दक समसत दवशव म वतथमान

समाज क सवभाव और आचरण की दसटि स यह दशका किोरदिखाई ितीह।इसमबहतसीपाबदियाहऔरपरतयकत:यहनीरसऔरआनिरदहत सी दसटिगोचर होती ह तरादप इसलाम की सपणथसामादजक वयवसराक गहनअधययनस जञात होता ह दक यह रायबहतशीघरता म सरादपतकी गई ह तरा इसमऊपरीपन पायाजाताह।आवशयकह दक पिचकी दशकाको इसलामविारा परसततसपणथनदतक वयवसरा तरा सामादजक वातावरण का एक अदनवायथ भागसमझाजाए दजससपधरककरकउससमझाहीनहीजासकता।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 115

इसलाम की सामादजक वयवसरा म ससतरयो की भदमका महलो मरहनवालीिादसयोकीभादतनहीह,नहीसतरीकोघरकीचारिीवारीमकि दकयागया हऔरनउसउननदतऔरजञानरपीपरकाशसवदचतरखागयाह।इसलामकीसामादजकवयवसराकायहभयानकदचतरवासतवम इसलामकआनतररकऔरबाहयशतरओका बनायाहआहया दफरइसउनमललाओकीओरसबद दकयाजासकताहजोइसलामीजीवन-पददतकोसमझनकीयोयताहीनही रखत।एकबात तो तय ह दक इसलाम यहअनमदत नही ि सकता दक

सतरी को दखलौना समझ कर उस का शोषण दकया जाएऔर वहपरषकीकामवासनाकादनशानाबनतीरह।इसलामसतरीकसबधमऐसअपमानजनकवयवहारकऔदचतयकीकिादपअनमदतनहीिता।या यहबहतबडाअतयाचार नही दकचदकसमाजका सवभाव

मागकरताहइसदलएयहआवशयकसमझाजाए दकसतरीसवयकोशधगारयतरखतराआकषथक दिखाई िनकापरयासकरतीरह।सतरीक सार आज यह अनयाय हो रहा ह। हर समय सतरी-सौनियथ कापरिशथन दकयाजाताह।खान-पीन की कोई वसत िदनक उपभोग-पिारमो उिाहरणतया

वादशगपाउडरइतयादितकक दवरियक दलएआवशयकहोगयाहदक दवजञापनम सतरीकचहरकापरिशथन दकयागयाहो।िसरीओरजीवनककदतरमिाट-बाटकोइसपरकारपरसतत दकयाजाताहजसउसक दबनासतरीकसवपनोका दनदहतपररणामसभवहीनहो।ऐसासमाजकभीअदधक िर तकसतदलतऔर सवसर नही रहसकता।इसलामीदशकानसारचाहकछभीहोसतरीकोशोषणसहरपरकारसआजािी दमलनी चादहए। उस इस बात स मसत दमलनी चादहए दकवह परषक दलए मातरआननि-पराìtØका साधन बनी रह। उसक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान116

पाससवयअपनदलएकछखालीसमयहोनाचादहएतादकवहअपनघरऔरआनवालीपीदियोससबदअपनिादयतवपणथकरसक।

नसतरयो क फ‍ए समलान अफधकलार आजकल ससतरयो की आजािी एव ससतरयो क अदधकार आदि

की बहत चचाथ ह। इसलाम इसक सबध म एक ऐसा वयापकऔरआधारभतदसदानतवणथनकरताहजोइससमसयाकसमसतसभादवतपहलओपरवयापतह।परमशवरकआथनकरीममफरमाताह -

(सरहअलबकरहआयत-229)

अनवलाद - और उन (नसतरयो) ‍करा वनयमरानसरार (परषो पर) इतनरा ही अवध‍करार ह वजतनरा (परषो ‍करा) उन पर ह। हरालराव‍क परषो ‍को उन पर ए‍क प‍करार ‍की शष‍ठतरा भी ह। और परमशवर पणम पभतव वरालरा (और) नीवतवरान ह।कआथनकरीमएकअनयआयतमफरमाताह :-

(सरहअदनिसाआयत-35)

अनवलाद - परष नसतरयो पर वनगररान ह। इस शष‍ठतरा ‍क ‍करारण जो परमशवर न उनम स ‍कछ ‍को ‍कछ पर पदरान ‍की ह और इस ‍करारण भी व‍क व अपनी धन-समपवत (उन पर) वयय ‍करत ह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 117

इसआयतमअरबीशबिकववाम(ام अरथक(قو दनरीकककहजोअपन दनरीकककअधीनलोगोकोसहीमागथ परचलानकाउतरिायी हो, परनत परानी मानदसकता रखन वाल दवविान कववामशबि स यह पररणाम दनकालत ह तरा इस बातका िावाकरत हदकपरषोकोससतरयोपरशषितापरापतह,जबदकइसआयतमपरषोकीकवलउसशषिताकावणथनहजोएककमानवालकोअपनीअदभभावकक अधीन सिसय पर परापत होती ह। इस दसटि स एकदनगरानऔर अदभभावक इस बात का उतरिायी ह दक वह अपनीअदभभावकताकअधीनलोगोकाउदचतरपमनदतकपरदशकणकर।जहा तक मनषय क मल अदधकारो का परशन ह, इसआयत म

किादप यह वणथन नही दकया गया दक ससतरया परषोक बराबर नहीह, न ही इसम परषो की ससतरयो पर शषिता का वणथन ह। यदयदपआयत क अदतम भाग म परषो की उस शषिता का वणथन ह जोदनगरानहोनककारणउसपरापतह।इससयहबातसपषटतौरपरसामनआजातीह दकससतरयोऔरपरषोकमलअदधकारदबलकलसमान ह। इस दसटिस इसआयतम वदणथतअरबीअकर का(و)अनवाि“इसवासतदवकताकबावजिदक”अरवा“जबदक”होगा।इसपररपरकषयमयहीसहीअनवािह।

‍बह फववलाह पसचिममइसलामक दवषयपरबातकीजाएतोपराय:यहपरशन

दकयाजाताह दकयाइसलामचार दववाहकरनऔरएकसमयमचारपसतनयारखनकीआजञािताह।मझपाशचातयससारमसमारोहोमससमदलतहोनऔरपरकाणडदवविानोसवाताथलापकरनकाअवसरपरापत होता रहता ह। मझ ऐसअवसरबहतकम समरणहजब इसपरकारकापरशननउिायागयाहो।अनकोबारऐसाहआ दककोई

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान118

नकोई मदहला बडी खिपणथ शली मऔर बडी मासदमयत स यहपरशनिोहरायाकरती ह दकयावासतवम इसलामचार दववाहोकीअनमदतिताह?जहातकइसपरशनकउतरकासबधहतोयहकोई गपत बात नहीऔर किादचत इसलाम का यही एक पहल हदजससपाशचातयलोगोकीएकबडीभारीसखयापररदचतह।इसलामक दजस िसर पहल स पसचिमम लोगअवगत ह वह उगरवाि ह।वासतदवकतायहहउगरवािकाइसलामसिरकाभीसबधनहीह।(िदखएभाषणकताथकीपसतक“मजहबकनामपरखन”)उपरोत परशन इस रग म पछा जाता ह दक परषऔर सतरी क

मधययह दकसपरकारकीसमानता ह दजस इसलामपरसततकरता हदक परष को चार पसतनयो की अनमदत ह जबदक सतरी कवल एकपदतकरसकतीह।मरा दवचारह दकइसलामकसबधमऐसपरशनवहसमसतअचछा परभावसमापतकरनक दलए पछ जात ह जो मउससमारोहमसरादपतकरताह।तलनातमकरपमअलपपरपरागतसभाओमजहा दशषटताऔरशालीनताकाअदधक धयान नही रखाजाता वहा यह परशन जानकारी परापत करन क सरान पर उपहासका रप धारण कर लता ह। बहत समय पवथ की बात ह जब मलनिनयनीवदसथटीकसककलआफओररयटलएणडअफीकनसटडीज(SchoolofOriental andAfricanStudies) म पिता रा।वहाएकपादकसतानीछातरकाउसकअगरजसारीनयहीपरशनपछ-पछकरनाकम िमकर रखारा।वहहरबार एकिटालगाकरयह परशन पछता रा। मझ समरण ह जब एक बार उस पादकसतानीछातरको बहत ही परशान दकया गया तोअचानकउसन पलटकरउतर दिया दकतमहमारीचारमाताओकहोनपरआपदतकरतहोजबदकतहारचार-चारबापहोतह। इसआशयकोअिाकरनकदलए उसन बडी बददमता स Forefather का शबि परयोग दकया

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 119

अराथतपवथज(बाप-िािा)बोलनमयहशबिदविअरषीह,योदकइससअदभपरायFour fathersअराथतचारबापभी दलयाजासकताह।अत:इसपरकारउसनअपनपरदतविनिीकोऐसाझटकादियादकउसअगरजकीपरतयकजीतहारमपररवदतथतहोगई।परतयकत: यह एकचटकला दिखाई िता ह परनत धयान स िखा

जाएतोमातरचटकलाहीनहीअदपतकछवासतदवकताओकाभलीभादतअनावरणभीकरताह।यहचटकलाएकखिजनकसामादजकपररससरदतकादयोतक ह। इसक विारा हम इसलामकी दवचार पददततरा नवीन समाज की दवचारधारा क मधय तलना कर सकत ह।कवल दनरदशयऔरआजाि छातरो की सभाए ही नही अदपत बडगभीर सवभावऔर परदतसठित लोगो का भी यहीआचरण ह दक वउपहास क सार इस इसलामी आिश क सबध म अपनी दखननताको परकट दकया करत ह और इस कोई अदशषटता और हिय कोकटििनवालीबातनहीसमझत।कछहीसमयपवथकीबातहदकमझ‍फकफटरकएकसीदनयरजजसादहबकाएकपतरपराtØहआ।म उनह वयसतगत तौर परजानता ह। बहत िक,खल मससतषककमादलकसभयऔरपरदतसठितवयसतह।उनहोनअपनपतरमइसलामकी बह दववाहकी सीदमतअनमदत परआपदतजताईऔर वह भीअपनी बात को एकअसभय मनोदवनोि क माधयम स सपटिकरनकी इचछाको िबा नहीसक यासभव ह दकयहमातरमरा दवचारहो।बहरहालएकपलक दलएमझ दवचारआया दकमभीउनकमनोदवनोिका उतर forefathers वाल चटकलक सार ि परनतपरमशवरकाआभारदकउदचतदनणथयकीसामथयथपराtØहईऔरमनऐसानही दकया।जोसदकtØउतरमनउनहपरदषत दकयावहयहरादकपररमतोइसलाममएकसअदधकदववाहकरनकीयहअनमदतसामानय नही ह,अदपतकछ दवशषअवसराओस सबध रखती ह।जबसमाजका सवासथयऔर ससतरयोकअदधकारहरिोकीसरका

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान120

क दलए इसअनमदतका परयोगआवशयक हो जाए। दवितीय – यहदक कआथन करीम एक िशथनऔर तककशासतरीय पसतक ह। यह होनहीसकतादकयहमसलमानोकोदकसीऐसीबातपरआचरणकरनकादनिचशकरदजसपरआचरणअसभवहो।परमशवरनपरषोऔरससतरयोकोनयनादधकसमानसखयामपिादकयाह।अतःकससभवह दकइसलामजसातककपणथधमथजोबार-बारइसबातपरबलिताहदकपरमशवरककरनऔरउसककमथमकोईदवरोधाभासनहीहएकऐसीदशकािजोसपटितौरपरअसवाभादवकऔरअवासतदवकहो। एक ऐसी दशका दजस पर यदिआचरणका परयतन दकया जाएतोसतलनखतरनाकसीमातक दबगडजाएगाऔरऐसीकदिनाइयाऔर दनराशाएजनमलगी दजनकाकोईसमाधाननहीहोगा।एकऐसछोटस िशकीकलपनाकर दजसम दववाहयोयपरषोकीसखयािसलाखहऔर नयनादधकइतनीही ससतरयाहजो दववाहयोयह।यदि बहदववाहकी इसअनमदतको ऐसाआिश समझा जाए दजसपरअकरशःआचरणकरनाआवशयकहोतोकवलिोलाखपचासहजार परष िस लाख ससतरयो स दववाह कर लग और सात लाखपचासहजारपरषदबनादववाहकरहजाएगजबदकदवशवकसमसतधममोसअदधकइसलामसमसतपरषोऔरससतरयोपरजोरिताहदकवदववाहकर।कआथनकरीमकअनसारपदत-पतनीकासबधपरमकीसवाभादवक भावना परआधाररत होता हऔर िोनोक दलए सतसटिऔरआरामकासामानउपलबधकरताह।फरमाया-

(सरहअलमाइिह-6)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 121

अनवलाद - और सतीतव धरारण ‍करन वराली मोवमन नसतरयरा और उन लोगो म स सतीतव धरारण ‍करन वराली नसतरयरा भी वजन‍को तम स पवम व‍कतराब दी गई तमहरार वलए वध ह जबव‍क तम उनह वन‍कराह म लरात हए उन ‍क महर ‍करा हक अदरा ‍करो न व‍क दरराचरार ‍करत हए और न ही गtØ वमतर बनरात हए। इसक सार-सार कआथन करीम सनयास-जीवन वयतीत करन की

दवचारधारा का खणडन करता ह तरा उस मनषयो का सवयदनदमथतदनयम या ररवाज िहराता ह (उिाहरण क तौर पर िदखए सरहअलहिीि,आयत-28) ससार स सवय को पधरककरलन स कछभी तो पराtØ नही हो सकता। न ही सवाभादवक इचछाओका इनकारकरकसवयकोिणडिनकाकोईलाभपरिपररणामदनकलसकताह।वासतव म इसलाम की ववादहक वयवसरा अतयनत सदि नीवो

परखडीकीगई ह।समयकीकमीककारणयहसभवनही दकमल दवषयस हटकर इनसमसयाओपर बातकीजाए दकजीवनसारीकचयनससबदधत इसलामीमाग या हऔरअनयसबदधतबातउिाहरणतयातलाकक दनयमयाहऔरऐसीसमसयाओकाइसलामयासमाधानपरसततकरताह?अब हम बहदववाह क दवषय कीओर वापसआत ह। कआथन

करीम क अधययन स यह बात दबलकल सपटि ह दक बह दववाहस सबदधतआयतोक पररदशयम यदक समयोपरानतकी दवदशटिपररससरदतयोकावणथनहोरहाह।यदकपचिातबहतसअनारबचऔरजवानदवधवाएशषरहजातीह।परषोऔरससतरयोकीजनसखयाकाअनपात दबगडजाता ह। दवितीय दवशवयदक पचिातजमथनी भीएकऐसीहीपररससरदतसिोचाररादजसकपररणामसवरपपिाहोनवालीकदिनाइयोकाकोई समाधान दिखाई नही िता। जीवन पयथनत

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान122

एक समय म एक ही दववाह करन की ईसाइयत की किोर दशकाइससमसयाकासमाधानपरसततकरनसअसमरथरी।जमथनीमचदकइसलामबहसखयककाधमथनहीरा,इसदलएवहाक दनवादसयोकोआबािीकअसतलनक िषपररणाम भगतन पड। बहत बडी सखयामकवारीलडदकयाऔरजवान दवधवा ससतरयाऐसीरी दक दनराशाएदजनकाभायबनगई। दववाहउनक दलएएकऐसा सवपनबनकररहगया दजसकीताबीरढढनसभीनही दमलतीरी।यरोप महाविीप म इतन दवशाल सतर पर कवल जमथनी ही इन

खतरनाकसामादजकसमसयाओसिोचारनहीहआअदपतयदकपचिातअानवालानदतकपतनऔरअनदतकयौनाचारकीबािसारपसचिमीसमाजकोबहाकरलगई।इनबराइयोकफलनकाकारणपरषोऔर ससतरयोकीआबािीकाअसतलनभीरा।परतयक दनषपकवयसत सरलतापवथक समझ सकता ह दक ऐसी समसत समसयाओकासमाधानयहीह दकपरषोकोएकसअदधक दववाहकरनकीअनमदतिीजाए।यहसमाधानपरषोकीकामइचछाओकीसतसटिकदलएपरसततनहीदकयागयाहअदपतससतरयोकीएकबडीसखयाकी सवाभादवकमानवीयमागोकोपराकरना हीउसकामलउदशयह।यदिइसदनतानततककसगतऔरसतयदपरयसमाधानकाखडनकरदिया जाए तो दफर समाजक दलए यही एक दवकलप रह जाता हदक वह तजी स दबगाडऔर परभरटिता का दशकार हो जाएऔरअपमानकरसातलम दगरताचलाजाए।खि दकपसचिमयहीमागथधारणकरचकाह।यदिआपअदधकसतयदपरयता सऔर भावक न होकर एकबार

पनःइनिोमागमोकादनरीकणकरतोदनसचितहीयहसतयखलकरसामनआजाएगा दकबह दववाह परषऔर ससतरयोमसमानताकी

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 123

समसया नही हअदपत यहतो एकभारी िादयतवउिान या नउिानकापरशनह।समरणरह दकइसलामएकसअदधकदववाहकरनकीअनमदतकवल इसशतथ पर िता ह दक परष पणथ िादयतवक सारयहकदिनचनौतीसवीकारकरदकवहिसरी,तीसरीयाचौरीपतनीकसारपणथनयायसकामलगाऔरसमानवयवहारकरगा।कआथनकरीमइसकबारमफरमाताह -

(सरहअदनिसा-4)अनवलाद - और यवद तम भय ‍करो व‍क तम अनराथो ‍क

बरार म नयराय नही ‍कर स‍कोग तो नसतरयो म स जो तमह पसनद आए उन स वन‍कराह ‍करो। दो-दो, और तीन-तीन और चरार-चरार। परनत यवद तमह भय हो व‍क तम नयराय नही ‍कर स‍कोग तो वफर ‍कवल ए‍क (पयरामपत ह) यरा व वजन‍क तमहरार दरावहन हराथ मरावल‍क हए। यह (ढग इस बरात ‍क) बहत वन‍कट ह व‍क तम अनयराय ‍करन वराल हो जराओ। बह दववाहक मकाबल पर एक ही मागथ रह जाता ह जो इतना

घधदणतऔरदघनौनाहदकउसकीकलपनासहीरोगटखडहोनलगतह।एकऐससमाजम दजसपरधमथकागहरापरभावनहोवहातोपररससरदतऔरभीगभीरहोजातीह।अदववादहतससतरयोकीएकबहतबडीसखयाकोआपदकसमखसआपदतकापातरिहरासकगजबवपरषोकोअपनीओरआकटिकरनकापरयतनकरगी। ससतरयाभीतोआदखर इनसान ह, उनकी भी भावनाए ह, उनकी भी इचछाए हजोअतधतिरहगईह दवशषकरयदकपररणामसवरपहोनवालगहर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान124

मानदसकएव भावनातमकआघातोककारण दकसीजीवन-सारीकसहारकीआवशयकतातोऔरभीबिजातीह।इनपररससरदतयोमदववाह स पराति होन वाल घरऔरसरकाक दबना जीवन दबलकलवीरान होकर रह जाता ह। जीवनका कोई सारी न होऔर न हीसतानकीकोईआशा हो तो ऐसलोगोकाभदवषयभी उनकी िशाकीतरहएकअधकारमयशनयबनकररहजाताह।यदि एकानत की मारी हई ऐसी ससतरया कछ कबाथनी करक तरा

“कछ लो कछ िो” क दसदानत परआचरण करत हए वधऔरकाननी तौर पर घर नही बसा सकतीऔर सामादजक वयवसरा काअगनहीबनसकतीतोवहपररससरदतभीसमाजकअमनक दलएअतयनत दवनाशकारी दसद होगी। ऐसी ससतरया दकसी न दकसी उपायस दववादहत ससतरयो क पदतयो क सारअवध सबध सरादपतकरगीऔरउसकापररणामदनसचितरपसबहतबराहोगा।दववादहतससतरयोका अपन पदतयो पर स दवशवास उि जाएगा, सनिह और शकाएजनमलगी,पदत-पतनीकपारसपररकदवशवासमकमीककारणकईघरोकी नीव लडखडा जाएगी। बवफा परष जब एकअपराधकीअनभदत क सार जीवन वयतीत करग तो इसस अदतररत मानदसकजदटलताए पिा होगीऔरअपराध-परवधदत बिगी। सबस बिकर यहदक परमऔर वफा क कोमल शीश चकनाचर हो जाएग, परम कासौनियथदमटजाएगा,सचीभावनाएसमातिहोजाएगीतरादननकोदटकीभावनाओकीसामदयकउतजनाएशषरहजाएगी।जोलोगजीवनकपरतयककतरमपरषऔरसतरीकमधयसमानता

की बात करत ह व यह भल जात ह दक जहा परष और सतरीजनमजात तौर पर दभनि ह वहा उनम समानता का परशन ही दनररथकह।उिाहरणतयाबचपिाकरनकाकामकवलसतरीहीकरसकती

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 125

ह।नौमाहसअदधकसमयतकमानवीयनसलकबीजकोकवलसतरीहीअपनपटम रखकरउसकापोषणकरसकतीह।सतरीहीहजोिधदपलानऔरबचपनकपरारदभकसमयमअपनबचोकीिखभालकाकतथवय दनभासकती ह जब दककोई परष यहकामनहीकरसकता। य ससतरया ही ह जोअतयनत दनकटतम रतसबध(Blood Relation) होन क कारण अपन बचो क सार परषोकीतलनामकहीअदधकगहरऔरसदिमानदसकसबधकोदिकरतीह।यदि कोई सामादजक एव आदरथक वयवसरा सतरी और परष क

बीचइससधसटिगतअनतरकोदसटिगतनहीरखतीतराइसअनतरककारण समाज म सतरी और परष क अपन-अपन दवदशटिआचरणकी अवहलना करती ह तो ऐसी वयवसरा एक सवसर सामादजकएव आदरथक सतलन क पिा करन म अदनवायथ रप स असफलहो जाएगी। सतरी और परष की शारीररक रचना म अनतर ही वहआधार ह दजसक पररणामसवरप इसलाम न िोनो क दलए उन कीससरदतकअनसारपधरक-पधरककायथ-कतर दनधाथररत दकएह। इसलामकी सामादजक वयवसरानसार सतरी कोखानिानक दलएआजीदवकाकमानकिादयतवसजहातकसभवहआजािरखाजानाचादहए।सदासनतकतौरपरयहिादयतवपरषोपरआताह,परनतयदिससतरयोकोअपनघरलिादयतवोकोपराकरनकपचिातसमयहोतोकोईकारणनहीदकउनहआदरथकउनिदतकीपरदरियामभागलनसरोकाजाए। शतथ कवल यही ह दक उनक मलकतथवयो कीअवहलना नहो।इसलामकीयही दशकाह।दफरहमिखतह दकसामानयतः ससतरयाशारीररकरचनाकीदसटि

स परषोकी तलना मकमजोर होती ह। परमशवर नआशचयथजनक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान126

तौरपर ससतरयोकोकछदसटिसबहतसदिशसतयाभी परिानकीह। इसकामलकारणयहह दकउनकऊतकोमआधारिोमोसोमअदधकहोताह।यहवहआधाअदतररतरिोमोसोमहजोपरषोऔरससतरयोकबीचपाएजानवालअनतरकाउतरिायीहऔरयहउनहइसीदलए दिया गया ह दक व उस महान िादयतवको उिा सक जोगभथ,परसवऔरिधदपलानकदिनोमउनहअिाकरनाहोताह।इसयोयताकबावजिसतरीपरतयकतःशारीररकदसटिसदिऔरकिोरपररशमीनहीहोती।अतःसमानताकनामपरया दकसीअनयबहानस ससतरयो परजीदवकाकवकायथ नहीडालनचादहए दजनम मिाथनापरारिमतरापररशमकीआवशयकताहोतीह।सतरीकीकोमलताइसबातकीभीमागकरतीह दकउसकसारअदधकनमषीऔरउिारताका वयवहार रखा जाए। िदनक जीवन म ससतरयो को किादप दववशनहीकरनाचादहए दकव परषोक बराबर भार उिाएअसत उनकाभारपरषोकीतलनामहलकाहोनाचादहए।उपरोतबहसस यह पररणाम दनकलता ह दकयदिघरलकायमो

का दवदशटििादयतव सतरी या परष म स दकसी एकक सपिथकरनकापरशनहोतो दनसचितरपससतरीपरषकीतलनामइसकीकहीअदधकपातरह।इसकअदतररतसवाभादवकतौरपरभीसतरीपरबचोकी िखभालका िादयतव डाला गया ह। य ऐस िादयतव ह दजनमपरषमातरआदशकतौरपरहीसतरीकसारभागीिारहोसकताह।ससतरयो को यह अदधकार पराति होना चादहए दक व परषो की

तलनामअपनाअदधकाशसमयघरोमगजारसकपरनतजबउनहआजीदवकाकमानकिादयतवसआजािरखाजाताहतोउनहचादहएदकवअदनवायथरपसअपनखालीसमयकोअपनीऔरसमाजकीभलाईऔरकलयाणक दलएखचथकर। ससतरयोकसबधम इसलाम

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 127

की दशकायहीह। इसीकारणयह दवचारपिाहोताह दकसतरीकावासतदवक सरान उसका घर ह। इसस यहअदभपरायकिादप नही हदकससतरयाहमशारसोईयाघरकीचारिीवारीकअनिरहीबिीरह।इसलाम दकसी भी परकारस ससतरयोको इसअदधकारस वदचत नहीकरतादकवअपनखालीसमयमदकसीकायथकोपणथकरनकदलएघरोसबाहरजाएयावअपनीपसनिकदकसीसवसरकायथमभागलपरनतशतथकवलयहह दक ससतरयोकीइनततपरताओककारणउनक मल कतथवयो की अिायगी अराथत भावी नसल की िखभालपरभादवत न होऔर उनकी य अदतररत वयसतताए भावी नसलो कदहतकीसरकाऔरउनकअदधकारोकीअिायगीमबाधकनहो।अतः अनयकारणो क अदतररत इसकारण भी इसलाम ससतरयो कीसीमा स बिकर सामादजक ततपरताओ म भागीिारी और परषो कसारसवततररपममलजोलकोबडीकिोरताकसार दनरतसादहतकरताह।इसलामीदसटिकोणयहहदकसतरीकीततपरताओकामखयकनदर उसका घर होना चादहए।आधदनक यगकी बहत सी बराइयोकायहएक दनतानतबददमतापणथऔ वयावहाररकसमाधानह।यदिघर सतरीकी दिलचसपीकाकनदर न रह तो बचोकीअवहलना होजातीहऔरघरलजीवनतबाह-व-बरबािहोजाताह।एकऐसघरकादनमाथणजहामाताकोकनदरीयहदसयतपरातिहोअनय

खनी ररशतोकीदिताकीमागकरतीह।इसक दलएअपन दपरयजनोतरापररजनोकसारएकसचाऔरदनषकपटसबधसरादपतकरनाआवशयकहोजाताह।यदयदपपरतयकपाररवाररकसिसयअलग-अलगरहसकताह परनत इसलामएक दवशालतमखानिानकी दवचारधाराकोसरादपतकरताहऔरउसबिावािताह। इसककईकारणहदजनमसकछ दननदलदखतह -

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान128

(1) दवशालतम खानिान की दवचारधारा सामादजक असतलन कोरोकतीह।

(2)माता-दपता,बट-बदटयोऔरबहन-भाइयोइतयादिकमधयपरमका दि सबध एक सवसर घर की रका करता ह। घर कसिसयो की यह सवाभादवक दनकटता िािा-िािी, नाना-नानी,चाचा-चाची, फकफा-फकफी, भादजयो-भतीदजयो, ररशत क भाई-बहनोऔरपोत-पोदतयोआदिकसारएकदनषकपटसचऔरदनकटसबधककारणऔरदिहोजाएगी।यहचतनादकहमदकसीकहऔरकोईहमाराहपरमऔरपरसनिताकनए-नएमागमोकीखोजकरतीरहतीहऔरइसपरकारएकदवशालतमखानिानी वयवसरासरादपतहोतीचलीजातीह।

(3) इस परकार की दवशालतमखानिानी वयवसरा स सबद घरोकटटनऔरदबखरनकीसभावनाकमहोजातीह।आधदनकसमाजमसामानयतयालोगघरकनामपरएकछतकनीचरहकरजीवनकदिनपरकररहहपरनतयदिपरमऔरअनरागक दवशालसबध सरादपत हो जाए तो यह दशय पररवदतथत होजाताह।खानिानकबजगमोकोएककनदरीयसरानपरातिहोताहउनकाअससततवखानिानकीअदधकाशततपरताओकीधरीबनजातीह।वएकिीपककसमानहोतहदजनकीओरसबपरवान की भादत दखच चलआत ह। पयारऔर महबबत कय गहर ररशतजीदवत रह तोएकानतकमार हएऐसआदरथकििथशाक दशकारलोग पिा नही होत। दजनह लोग भला चकहोऔरसमाजम उनकाकोई सतरशष न रहा हो यहा तकदकसवय उनकघरवालो न उनह बकारऔर दनकमासमझकरउनससबध दवचछिकर दलयाहो।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 129

खानिानऔर घरक सबध म इसलामकी दवचारधारा दबलकलयहीह।इसलामीदसटिकोणकअनसारघरसामादजकजीवनकीसबसमहतवपणथऔरमलइकाईह।इसकदवपरीतआधदनकयगकनवीनसमाजोमबहतसवधदया दवकलागमाता-दपताकोबोझसमझकरफक दियाजाताह।इसकामलकारणयहीह दकआधदनकयगमघरऔरखानिानकी दवचारधारा इसलामविारािीगई दवचारधारासबहत दभनिह।

वदो की दखभला‍वतथमान यग म समाजक वधद लोगो की िखभालका िादयतव

शन: शन: सरकार क सर डाला जा रहा ह। वासतदवकता यह हदकसरकार इनलोगो पर दजतना भीखचथकरन पर ततपर हो वहउनहवासतदवकसनतोषऔरसनतसटिउपलबधनहीकरसकती।उनका िःख तो यह ह दक उनक अपन दपरयजन उनह सवीकार करनक दलएतयारनहीह।वजीवनकऐसमरसरलमजहानपानीह न पड, दमतर एव मििगारदवहीन छोड दिए गए ह। एकानतकीबितीहईपीडाउनहअनिरहीअनिरखाएजारहीह।यिःखऐसह दजनका उपचारअदधकाशलोगोक वशकीबात ही नही।जबदनकटतमसबधीइनकमजोरलोगोकोभलजाएतोयह दबलकलअसभव ह दक िर क सबधी सहायता क दलएआगआएग। ऐससमाजो म वधद लोगो क दलए अलग घरो की आवशयकता शन:शन: बिती ही चली जा रही हऔर सरकार क दलए सिव यहसभव नही होता दक वह अपन बजट म उनक दलए इतनी रादशआरदकतकरसक दजससएकदशटितापणथजीवनकीकमसकमआवशयकताए ही परी की जा सक। िसर यह दक उनकी असलपीडाशारीररकनहीअदपतमानदसकह।शारीररकरोगोकाउपचार

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान130

गभीरमानदसकसमसयाओकीतलनामबहतआसानहोताहऔरयही मानदसक पीडाऔरआधयासतमककटि ह दजनमआज बहतबडी सखयामवधदलोगगरसतह।मससलम बाहलय िशो म भी यदयदप नदतक मलय अवनदत पर ह

परनतजोवसतससरदतआजशषदवशवकसामनहवहअदवशवसनीयह मसलमान िशो म आज भी वधद लोगो क सार ऐसा अनिारऔरअपमानपणथवयवहाररखनाएकलजिनीयऔरअपमाननीयबातसमझीजातीह।अदधकतरमसलमानोकदनकटयहएकलजिाजनकबात ह दकअपन बि ररशतिारोकी दजमिारी सरकार परडाल िीजाएचाहसरकारउनकीिखभालकरनक दलएपरसनितापवथकतयारभीहो।इसदसटिसएकमसलमानसतरीकाघरलभदमकाबचोकवयसक

होजानकपचिातसमातिनहीहोजाती।अपनखानिानकअतीतसएकसरायीसबधकसार-सारवहभदवषयकसारभीअपनागहरासबध बनाए रखती ह। यह सतरीकीसहानभदत एव ियाकी भावनातरामहताजोकाधयानरखनकीसवाभादवकयोयताहीहजोसमाजकवधदलोगोक दलएसहारा बनजाती ह। सतरीक धयान रखन सहीवधदलोगोकोपहलजसामहतवऔरपवथवतसमानपराति रहताहऔरवअपनी वधदावसरा म भीखानिानका एकअदनवायथअगसमझ जात ह। मा उन बजगमो की िखभाल म बहत बडी भदमकाअिाकरती ह। वह उनक पास बिती ह तादक उनह अकलपनकाअहसास न हो। इस कतथवय को वह एक कदिनाईऔर चटटी नहीसमझतीअदपतउसममानवीयसबधोकाएकसवाभादवकजीदवतऔरजोशपणथपरकटनपायाजाताहऔरदफरसमयआनपरवहसवयइसदवशवासकसारबिापकीिहलीजपरकिम रखतीह दकसमाज

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 131

उसकभी धका नही िगा। वह यहसनतोष रखती ह दकउस बीतसमयकी वयरथ दनशानीसमझकरबसहारा नहीछोड दियाजाएगा।दनःसनिह इका-िका अपवाि सवरप उिाहरण तो हर समाज मदसटिगोचरहोतह।ऐसमसलमानसमाजोममाता-दपताकोबसहाराछोडिनकीघटनाएिलथभकीशणीमआतीहतराअनयसमाजोक दवपरीत बिो क अलग घर भी तलनातमक दसटि स बहत कमसखयाम दिखाईितह।यहामझएकचटकलायािआरहाहदजससनकरकिादचतकछ

लोग तो हस पड परनत सभव ह दक कछ लोगो को यह चटकलारलाभीि।हआयहदकएकबचकोयहिखकरदकउसकादपताउसकबि िािाकसारअचछा वयवहारनहीकरतारा,बहत िखमहसस होता रा। िािा क सार यह िवयथवहार दिन-परदतदिन बिताजा रहा रा। शन: शन: उस एकअचछऔरआरामिायक बडरमस दनकालकरएकतगऔरआरामरदहतकमरम सरानातररतकरदियागया।एकबारअसाधारणतौरपरकडाककीसिषीपडीतोबििािा न दशकायतकी दकमराकमराबहतहीिडा हऔर दलहाफइतनाहलकाह दकरातभरसिषीस दििरतारहताहतराआरामससोनहीसकता।बचकादपतायहसनकरफट-परानबकारपडहएकपडो म स कोई फालत कबल खोजन लगा। यह दशय िखकरबच नअपन दपतासकहा दकपापायहसार हीफट-परानकपडिािाको न ि,कछ इनम स मर दलएभी रहन ि तादकजबआपबि होजाए तोम यकपडआपकोिसकक।बचक इसमासमअपरसनितायत परकटन म वतथमान यग क वधद लोगो क सार िखसमाएहएह।जहाएकमसलमानसमाजमवधदबजगमोकसार िवयथवहारक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान132

उिाहरणअपवािकाआिशरखतहवहानवीनसमाजोमवधदोकसार उनक पररजनोकीओरस सि÷वयवहारक उिाहरणभी िलथभकी शणी मआत हऔर सखया म घटत चल जा रह ह। कआथनकरीमनतोमसलमानोकोयह दशकािीह दक-

(सरहबनीइसराईल-24,25)

अनवलाद - और तर रबब न फसलरा जरारी ‍कर वदयरा ह व‍क तम उस ‍क अवतररकत व‍कसी ‍की उपरासनरा न ‍करो और मरातरा-वपतरा स अचछरा वयवहरार ‍करो। यवद उन दोनो म स ‍कोई ए‍क तर परास बढराप ‍की आय ‍को पहच यरा व दोनो ही, तो उनह उफ त‍क न ‍कह और उनह डराट-डपट न ‍कर तथरा उनह नममी और सममरान ‍क सराथ समबोधन ‍कर और उन दोनो ‍क वलए दयरा स ववनमरतरा ‍करा आचरण ‍कर और (उन‍क वलए दआ ‍करत हए) ‍कह व‍क ह मर रबब ! इन दोनो पर दयरा ‍कर वजस प‍करार इन दोनो न बचपन म मररा परालन-पोषण व‍कयरा थरा। बहसकअनतगथतदवषयपरइनआयतोकामहतवसपटिह।इनम

यह दशकािीगईह दकमानव-जादतकोचादहए दकएकशवरवािकपचिातअपन वधदमाता-दपतास परमऔरमहबबत एव सि÷वयवहारकोशषसबबातोपरपरारदमकता दियाकर।यहबजगथअपनीआयकएककदिनिौरसगजररहह।इसआयमपरायःउनकाआचरण

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 133

बडाधयथकीपरीकावालाऔरअदपरयहोसकताह।ऐसीअवसरामयआयतहमआिशितीह दकउनकदवरदमामलीसीनफरतकापरकटननहीहोनाचादहएऔरनही दखनिताकाकोईवायमखसदनकलनाचादहए।माता-दपताकी इनअदपरयबातोकबावजिउनकसार दनतानतआिरऔरसमानस वयवहारकरनाचादहए।आन वाली पीदियो का जान वाली पीदियो क सार आिर एव

समानकाएकजीदवतऔरदिसबधहोनाचादहए।इसपरबलभीइसीदलए दिया गया ह तादक िोनो पीदियो क मधय दकसी परकारकीिरी पिा नहोन पाएअनयरापरानी पीिी दजनमहाननदतकआिशमोपरसरादपतरीवहनईपीिीमकभीभीपरीतरहसरानातररतनहीहोसकत।इसदलएइसलामकीसामादजकदशकाऔरउसकीिाशथदनकतायहहदककोईपीिीभीअपनसपहलीऔरबािमआनवालीपीिीकमधयदकसीपरकारकीिरीपिानहोनि।जसइसलामीदशकानसारजनरशनगप(Generation Gap)कीकिादपकोईगजाइशनहीह।जसादकपहलवणथनदकयाजाचकाह-इसलाममखानिानकी

कलपनाकवलएकघरकसिसयोतकसीदमतनहीह।दननदलदखतआयत म मसलमानो को यह दशका िी गई ह दक व कवल अपनमाता-दपता पर खचथ कर अदपत उन पररजनो और दपरयजनो पर भीखचथकरजोमाता-दपताकपचिातअदधक दनकटह।यहखचथ इसरग म होना चादहए दक दजसस उनकाआतमसमानआहत न होअदपतपरसपरपरमऔरमहबबतमउनिदतहो।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान134

(सरहअदनिसा-37)

अनवलाद - और परमशवर ‍की उपरासनरा ‍करो और व‍कसी वसत ‍को उस‍करा भरागीदरार न ‍ठहरराओ और मरातरा-वपतरा ‍क सराथ उप‍करार ‍करो। और वन‍कट सबवधयो स भी तथरा अनराथो स भी और असहरायो स भी तथरा ररशतदरारो पडोवसयो स भी और गर ररशतदरार पडोवसयो स भी और अपन सराथ ब‍ठन वरालो स भी तथरा यरावतरयो स भी और उन स भी वजन‍क तम मरावल‍क हो। वनचिय ही परमशवर उस पसनद नही ‍करतरा जो अवभमरानी (और) शखी बघरारन वरालरा हो। इस आयत स सपटि ह दक कआथन करीम माता-दपता क सार

सि÷वयवहार पर बल िता ह। यदि वतथमान यग का समाज कआथनकरीमकी इस दशका स नसीहत परातिकरल तोआजकी बहतसीसमसयाएजोवासतवमउनिदतपरातिसमाजकचहरपरकरपिागसकमनहीसमातिहोजाएगी।वधदलोगो क दलएअलगघरोकीकोईआवशयकतानहीहोगी दसवाएकछऐसिभाथ यशालीवधदोक दजनकीिखभालकरनवालउनककोईदनकटतमसबधीमौजिनहो।इसलामीसमाजममाता-दपताऔरबचो कमधयपरसपरपरम-सबध पर इतनाऔरबार-बारबलदियागयाहदकयहसभवहीनहीदकबचअपनमाता-दपताकोबिापमअपनभोग-दवलासककारणबसहाराछोडि।

भलावी पीफियलाजहा तकभावी पीदियोकासबध ह इसबार म इसलाम न एक

अनपमपददतमसमाजकपर-परिशथनऔरपरदशकणकापरबधदकयाह। इसलाम यह दशका िता ह दक माता-दपता और बचो क मधय

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 135

उतमसबधक दलएपदत-पतनीकमधयपयारऔरमहबबतकाएकआिशथसबधहोनाअतयनतआवशयकह। इसदसटिससरहअदनिसाकीआयत-35 दजसमपरषक ‘कववाम’अराथतअदभभावकहोनका वणथन ह। पदत पर बहत भारी िादयतवडालती ह। यदि पदतकीकायथपददत रदचकर घरल जीवन क उनिदत क दलए अनककल नहीऔरअनककलवातावरणपिानहीकरतीतोइसकाअरथयहहोगादकऐसापदत दनरीककऔरअदभभावकअपनिादयतवोका दनवाथहकरनमअसफल रहा ह। यहबात समरण रखनीचादहए दककववामकाउतम उिाहरण हमार पयार सवामी हजरत महमिस.अ.व. का सपणथदवशषताओससपनिअससततव ह।आपस.अपन घर वालोक सारदकसीपरकारकीकोईकिोरताउदचतनहीसमझतर।आपकीजीवनपददत न तोआिशातमक रीऔर न हीआप उन लोगो क समानर जो सिव अपनी ही बात मनवात ह। आपक दपरय वयसततव मकोईऐसाआडबरयाकटताकाअशतकनरा दजससलोगोकसवभावमकोई नफरत पिा हो। घरवालोका परदशकणएकमहानिादयतवराऔरआपस.नयहिादयतवइसशानिारढगसपरादकयाजोआन वाल समसतयगोक दलए एक दनतानत उचचजीदवतऔरचमकन वाला तराअनकरणीयउिाहरणह। उनसबलोगोकोजोशबि ‘कववाम’क वासतदवकअरथजानत हऔरसमझनाचाहत हउनह हजरत महमि मसतफास.अ.व. क इसआिशथ पर दवचार करनाचादहए। एकमशहर हिीसमजो हजरतअब हररारदज. न वणथनकीह।हजरतमहमिस.अ.व.नफरमाया-

“मोवमनो म ईमरान ‍की दनटि स पणम मोवमन वह ह वजस ‍क आचरण अचछ ह और तम म आचरण ‍की द नटि स उतम वह ह जो अपनी पनतनयो स उतम वयवहरार ‍करतरा ह।”

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान136

यदि माता-दपता इस बात क अदभलाषी ह दक उनक बच बडहोकरएकसवसरसमाजकसिसयबनतोउनहसमरणरखनाचादहएदक पदत-पतनी क पारसपररक सबध बचो क चररतर को बनान यादबगाडन म बहत महतवपणथ भदमका अिा करत ह। कआथन करीमफरमाताहः-

(सरहअलफरकान-73स75)

अनवलाद - और व लोग जो झ‍ठी सराकषय नही दत और जब व अनगमल बरातो ‍क परास स गजरत ह तो मयरामदरा ‍क सराथ (उनम सनममवलत हए वबनरा) गजर जरात ह, और व लोग भी व‍क जब उनह उन‍क पवतपराल‍क ‍की आयत समरण ‍करराई जराती ह तो व उन पर बहर और अनध हो‍कर नही वगरत, और व लोग जो यह ‍कहत ह व‍क ह हमरार रबब ! हम अपन जीवन-सरावथयो और सनतरान स आखो ‍की शीतलतरा पदरान ‍कर और हम सयवमयो ‍करा इमराम बनरा द।इनआयतोमजोिआदसखाईगईहवहअपनअनिरएकअि÷भत

मनोहरता रखतीहऔरउसमगहरीिाशथदनकताएऔरनीदतया दछपीहईह।इसमपदत-पतनीिोनोकोयह दशकािीगईह दकवपरसपरएक िसर क दलएऔर अपन बचो क दलए यह िआ करत रहदकपरमशवरहमशाउनहएकिसरकीओरसऔरबचोकीओरस सनतोषऔर परफललताकी न’मतो स समादनतकरऔरउनकीसनतान परमशवरका भय रखन वालीऔर सयमी नसलोकी परमख

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 137

और पशवा हो। एक वयसतको इसआयतक महतवका पणथरपसअनमान तभी होसकता हजबवह इस दशका पर सवयकायथरतहो। दकसी वसत क दलए एककालपदनकसी इचछाआपक चररतरपरकोई दवशषपरभावनहीडालसकतीपरनतजबआपएकागरदचतहोकर अपनी इचछापदतथ क दलए िआ करत ह तो उस िआ कापरभाव अदनवायथ रप स आपक चररतरऔर कायथ-पददत पर पडताह।उिाहरणकतौरपरहममसबहतसहजोसिवसतयबोलनाचाहत ह परनत उनकी यह इचछा कभी-कभी ही आचरण का रपधारणकरती ह परनत जो लोग परी दनषकपटताऔर सच हिय सपरमशवरस िआमागत ह दकवहउनह एकसचामनषयबना ि।उनकी िआएउनकचररतरपरउनलोगोकीतलनामकहीअदधकपरभावडालतीहजोसचामनषयबननकीमातरएककालपदनकसीइचछारखतह।सचहियसिआकरनवालाअपनआचरणमसचाईपिाकरन

कासचापरयासकरताह।सनतानकपरदशकणकी िआकपचिातयदिकोईवयसतअपनीपतनीऔरबचोकसारऐसावयवहारकरगाजोउसिआकसारअनककलताऔरअनरपतानरखताहोतोयहएक दवदचतरअनोखीऔरसमझनआनवालीबातहोगी।कआथनकरीम दवशषतौरपरयवापीिीकअदधकारोऔरउनक

परदशकणससबदिादयतवोकपरदतसतकककरतहएफरमाताह -

(सरहअलहश-19)

अनवलाद - ह व लोगो जो ईमरान लराए हो ! परमशवर ‍करा

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान138

सयम धरारण ‍करो और पतय‍क वयनकत यह दनटिगत रख व‍क वह ‍कल ‍क वलए कयरा आग भज रहरा ह। तथरा परमशवर ‍करा सयम धरारण ‍करो। वनचिय ही परमशवर उसस जो तम ‍करत हो सदव अवगत रहतरा ह।इसआयतममाता-दपताकोचतावनीिीगईह दकयदिवऐसी

सनतानक परदशकणक बार म डाल गए िादयतवोको पणथकरन मअसफलरहगऔरएकऐसीपीिीअपनपीछछोडग दजसकाचररतरदननिनीयहोगातोवउसक दलएपरमशवरकसमकउतरिायीहोग।इसी परकार माता-दपता को सावधान दकया गया ह दक व अपनीसनतानकावधनकर। इसस अदभपराययहह दकमाता-दपता ही हजोसनतानकासहीपरदशकणनकरनकफलसवरपउनकआचरणकोनटिकरकमानोउनकवधकामाधयमबनजातह,दजसकदलएवपरमशवरकसमकउतरिायीह।

(उिाहरणक दलएिखसरहअलअनआम-152)

हजरत महमि रसलललाहस.अ.व. न इस नसीहत पर बल दिया हदक न कवल अपन बचो स अदपत नई पीिी क सब बचोऔरयवाओस पयार,महबबतऔरसमानकसारवयवहार दकयाकर।आपस.नफरमाया-

رموا اوالدکماک

(इबनमाजा, दकताबलअिब,बाब दबररलवादलिवलइहसानइललबनात)

अथरामत अपनी सनतरान ‍क सराथ पयरार, महबबत और सममरान ‍क सराथ वयवहरार व‍कयरा ‍करो। यही वह दशका ह दजस की वतथमान ससार कोआवशयकता ह।

आजकलबताथदनयाम बडी गभीरतास एकऐसाकाननबनान परबहसकीजा रही ह दजसकअनसारमाता-दपताकोअपनबचोक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 139

अपराधो का अपरतयक तौर पर उतरिायी िहराया जा सकगा औरउनक सार वसा ही वयवहार दकयाजाएगाजसाअिालतअवयसकअपरादधयोकसारदकयाकरतीह।यहबातबडीगभीरतासमहससकीजारहीहदकयदिमाता-दपताअपनबचोकपरदशकणकािादयतवअदधकगभीरतास दनभाततोबताथदनयाकगली-ककचोमअपराधोकीसखयाकम हो जाती, परनत परशन यह ह दक जब धमथ क परदशदकतआचरणमससतषकोम भली परकारस दिन हो तोकवलिणडिनससमाजकीिशाकहातकशठिबनाईजासकतीह।

फनरदशय एव फनरथतक कलायमो को पोतसलाहन न दनला

कआथन करीम सामादजक सधार क दवषय को आग बिात हएफरमाताहः-

(सरहअलमोदमनन-4)

अनवलाद - और व जो वयथम बरातो स मख फरन वराल ह। इस आयत म परमशवर फरमाता ह दक बददमान लोग अपनी

शसतयोऔरयोयताओकोबकारऔर दनररथककायमोमनटिनहीकरत।हलक-फलकमनोरजनक दलएकछसमयदनकाललनाकोईबरी बात नहीऔर न ही इसलाम इसस रोकता ह, परनत यदि इसपरकारकमनोरजनससमाजपरसामदहकतौरपरबरपरभावपडतहोतोदफरदनसचितहीउसकोपरोतसाहननहीदियाजाएगा।मनोरजनकाउदशयतोजीवनकी वयसतताओककारणपिा होन वालमानदसकिबावऔर परशादनयो म कमी करना ह परनत यदि मनोरजन सवयमएकउदशयबनजाएतोकआथनकरीमकीपररभाषामउसलगव

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान140

(वयरथ)कहाजाएगा।दजसकअरथबकार,वयरथऔरदनरदशयकायथकह।जबमनोरजनजीवनकीमखयदिनचयाथमबाधकहोऔरउसकफलसवरप वह बहमलय समय नटि हो दजसका कोई अनय उदचतउपयोग होना चादहए रा तो ऐस मनोरजनको भी अरबी शबिकोशकअनसार ‘लगव’हीकहाजाएगा।इसबातमकोईसनिहनहीदकटलीदवजनकविाराबहतसलाभ

पराति हए ह परनत सामानयतः यह िखा जाता ह दक बच सारा दिनटलीदवजनकीसरिीनपरदसटिजमाएबिरहतह।लोगअपनकामसवापसघरलौटतहतोचाहकसाहीपरोगरामयोनदिखायाजारहाहोटलीदवजनकसामनडराडालितह।यहकहनकीआवशयकतानही दक ऐसा करत समय व अपन उन िादयतवो स लापरवाह होतहजो उनकी पतनीऔरबचो, दमतरोऔरसामदहकतौर परसमसतसमाजकीओरस उन परआत ह। टीवीअपनअनदचतपरयोगककारणआधदनकयगकीएकला’नतबनचकाह।टलीदवजनिखनमइतनासमयनटिकरदियाजाताहदकयहअनमानलगानाअतयनतकदिनहदकउसकीहादनयाअदधकहयालाभ?बातयहीपरसमातिनहीहोजातीटीवीपर दिखाएजानवालअपराधोकोइसपरकारसपरसततदकयाजाताहदकबचोकहियोमअपराधसघधणाकसरानपरउसकीओरपररणा पिा होनलगती ह। दवशष तौर परबचोकदलएबनाएगएपरोगरामोमबचोकमानयऔरदपरयचररतरऐसी-ऐसीचतराइयाऔरअनदचतछडखादनयाकरतहएदिखाएजातह दजनकपररणामसवरपघरोकाअमनऔरशासनत बरबाि होनलगत ह। यपरोगरामदकतनहीमनोरजकऔरमजिारयोनहोनसीहतिनवालकिादपनहीहोत।दनःसनिहटिसवभावककईबचऐसहीपरोगरामोकीपिावार हऔरऐसबचोमअपराधीबननकीएकगति इचछापहलहीकरवटल रहीहोतीह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 141

बडीआयक लोगोक दलए भी जो टीवी परोगराम बनाएजात हउनमभीअनजानमअपराधक नएस नएउपाय दसखाएजात ह।एकऐसाबकारजीवनकादचतरणदकयाजाताहजोमातरआरामकीइचछाऔरखलककिहऔरउसमऐसीरपसजिाकीजातीह दकिशथकसमझता ह दकजीवन हो तो ऐसा हो।खि ह दक िशथकगणभल जात ह दककलपनाऔर वासतदवकता क मधय दकतनी िररयाहऔरनहीजानत दकसवपनोकाससारवासतदवकससारस दकतनादभनिहोताह।किादचत बहत स लोगो को यह बोधभरम हो दक कआथन करीम

न बकार कायथ-कलापो और वयरथ आनिो क पीछ भागन स जोरोका ह वह एक साधारण बात ह परनत वासतव म यह एक बडाऔरमहतवपणथआिशह। टीवीऔरमनोरजनकअनयसाधनएकऐसवातावरणक दनमाथणममहतवपणथभदमकाअिाकरतह दजसमदनराशाए और असफलताए बिती ही चली जाती ह और मनषयआचियथकरताह दकइसअवनदतकीअसनतमसीमायाहोगी।

इचलाओ पर फनयतरणकआथन करीम मनषय को अपनी इचछाओ पर दनयतरण पान की

चतावनी िता ह। िसरोको िखकर ईषयाथकीअसन म जलनाऔरहिय म असखय दनराशाए पाल लना इसलामी दशका की दसटि सअनदचतह।मनषयकोआतमसयमदसखानऔरइचछाओकोसीमदतकरनकबारमयह दशकाअपनअनिरएकबहतमहतवपणथसनिशरखतीह।इसलामनतोजीवनसपलायनदसखाताहऔरनहीऐससनयासकी दशका िता ह दक समसत सवाभादवक इचछाओका मारकर दनवाथणकीपरादतिकीजाए। दनवाथणकिशथनकअनसारइचछाएहमभौदतकवािमजकडलतीहऔरउसकािासबनाितीह।िसर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान142

शबिोममोककामाधयमयहीह दकमनषयअपनीसपणथइचछाओकािमनकर। इसलामऐस िशथनकाखणडनकरता ह। इसलामकदनकट यह मनषय का बनाया हआ एक असवाभादवक िशथन ह जोजीवन की समसयाओ का वासतदवक समाधान नही ह। दनवाथण कीकलपना सनतोषऔर सनतसटि स अदधक मधतय क दनकट ह। इसकदवपरीतइसलामनएकदभनिसमाधानपरसततदकयाह,दजसकअनसारकोईमनषयसवाभादवकइचछाओकािमनकरकजीवनकरहसयकोनही पा सकता। इसी परकार सामादजक शासनत की सरापना क दलएजोबहतसउपायपरसतादवतदकएगएहउनमसएकयहभीहदकमनषयअपनीइचछाओकोकमकरकउनकोअनशासनबदऔरउनहदनयतरण म रख। यहअसभव ह दक मनषयअपनी समसत इचछाओकीअदनयदतरतसनतसटिसवासतदवकसनतोषएवआतमतसटिपरातिकरल।जसा दक पहल वणथन दकयाजाचका ह मनषय दजस तीवर गदतसइचछाओकपीछभागताहइचछाएउससकहीअदधकतीवरतासआग-आगभागतीह।इचछाओकतफानकामकाबलाकरनकदलएइसलाम विारा परसतत उपाय सभव ह िखन म छोट दिखाई ि परनतवासतवमबहतमहतवपणथऔरबहतपरभावीह।उिाहरणतयाकआथनकरीमफरमाताह -

(सरहताहा -132)

अनवलाद - और अपनी आख इस असथरायी सरामरान ‍की ओर न फलरा जो हमन उनम स ‍कछ वगरोहो ‍को सरासरारर‍क जीवन ‍क सौनदयम ‍क तौर पर पदरान व‍कयरा ह तराव‍क हम उसम उन‍की परीकषरा ल और तर रबब ‍की आजीवव‍करा बहत अचछी और

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 143

अवध‍क शष रहन वराली ह। कआथनकरीममकधारणाजाससीऔरपीिपीछबराईकरनस

रोकागयाह।अतःपरमशवरफरमाताह -

(सरहअलहजरात-13)

अनवलाद - ह लोगो जो ईमरान लराए हो ! अतयवध‍क गमरान ‍करन स बचत रहरा ‍करो। वनचिय ही ‍कछ गमरान पराप होत ह और ए‍क दसर ‍की जराससी न व‍कयरा ‍करो और तम म स ‍कोई वयनकत व‍कसी दसर ‍की पी‍ठ पीछ बरराई न व‍कयरा ‍कर। कयरा तम म स ‍कोई यह पसनद ‍करतरा ह व‍क अपन मदराम भराई ‍करा मरास खराए ? (यवद तमहरारी ओर यह बरात समबदध ‍की जराए तो) तम इस स सखत घणरा ‍करत हो तथरा परमशवर ‍करा सयम धरारण ‍करो। वनचिय ही परमशवर तौबरा (परायनचित) ‍को बहत अवध‍क सवी‍करार ‍करन वरालरा (और) बरार-बरार दयरा ‍करन वरालरा ह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान144

वचन, पफरजला एव समझौरो कला सममलानइसलामी समाज म परसपर वचन, परदतजञा को बहत महतव पराति

ह। समझौत की सरका और अनतराथषटीय समझौतो क समान कोइसलामीसामादजकएकताकी दवचारधाराक दलएआवशयकसमझाजाताह।कआथनकरीममोदमनोकी दवशषताओकावणथनकरतहएफरमाताह -

(सरहअलमोदमनन-9)

अनवलाद - और व लोग जो अपनी अमरानतो और अपन समझौत ‍की वनगररानी ‍करन वराल ह।

‘‍बरलाई कला अर’ एक सलामफहक दलाफयतव

लोगो की दशका-िीका का िादयतव सरकारो पर नही डाला गयाअदपतसामदहकतौरपरसमाजकसबलोगोपरडालागयाह।यहलोगोकाकतथवयह दकवबराईसबचऔरशभकमथकर।दवकदसतिशोमघरो,गदलयोऔरबाजारोसककडा-कककटएकतर

करकउसयरासरानफकनकाकामकछदवशषलोगोकसपिथहोताह। दनधथन िशोमघरवाली सतरीघरकककडा-कककटकोगदलयोमफक िती ह दजसका पररणामयह होता ह दकमागथ गनिगीस इतनभर जात ह दक गजरना कदिन हो जाता ह। घरो को सवचछऔरसाफ रखना दनःसनिह घर वालोकाकतथवय ह, परनत इसक सार-सार गदलयो, महललोऔर मागमो की सफाई का भी कोई दनयदमतपरबध अवशय होना चादहए। पसचिम न सावथजदनक सरानो (Public

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 145

Places)को सवचछ रखनकी सामादजक दजमिारीक महतवकोसमझ दलया ह परनत खि ह दक व अपराधो की गनिगी स समाजकोपदवतररखनकीअतयनतमहतवपणथआवशयकताऔरिादयतवकोनही समझसक। यह वह गनिगीऔरमदलनता ह जो परदतदिन घरोस दनकल-दनकलकर गदलयोऔर बाजारोऔरसपणथ समाजकोगनिाकर ितीह।इसलामनसामादजकवातावरणकी इससमसयाकोबडसमवत

रप स वणथन दकया हऔर इसका समाधान भी परसतत दकया ह।बराई की गनिगी को कम स कमकरन का पररम िादयतव घर कबडोऔरबजगमोपरआताह।उदशययहह दकसमाजमपदवतरताहो,नकीका दवकासहोऔरबराईकीगनिगीनहो। िसर इसलामसमाजपरभीयहिादयतवडालताहदकवहवयसतगतऔरसामदहकतौरपरभीबराईकदवरदएकअदभयानपरारभकर।यहअदभयाननतोतलवारविाराहोनाचादहएऔरनमातरकाननी-परदतबनधोसअदपतनीदतकसारलोगोकोसमझानाचादहएऔर दनरनतरनसीहतकरतचलजानाचादहए।कआथनकरीमकअनसारसमाजकोबराइयोसपदवतरकरनका

उतमसाधनधयथपवथकलोगोकोपरवचनऔरनसीहतितचलजानाह।फरमाया-

(सरहआलइमरान-105)

अनवलाद - और चरावहए व‍क तम म स ए‍क वगम हो व भलराई ‍की ओर बलरातरा रह और न‍की ‍की वशकषरा द और बर ‍करामो स रो‍क और यही लोग ह जो सफल होन वराल ह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान146

उपरोतआयतस यह पररणाम नही दनकालनाचादहए दकसमयकीसरकारलोगोकनदतकसवासथयकोयरावतरखनकिादयतवसपणथरपसपधरकहोजातीहऐसाकिादपनहीह। दनःसनिहकाननबनानऔरउसलागकरनकअदधकारसरकारकपासह।मकवलयहबतानाचाहताह दकइसलामक दनकटकवलसरकारीमशीनरीअपराधो को दनरतसादहत करन तरा उनका समल दवनाश करन कदलएपयाथतिनहीह।एकबारजबघरोमऔरसमाजमआपरादधकवधदतयोकोबिनऔरफलनकीअनमदतििीजाएऔरयहबीमारीजडपकडजाएतोसरकारअदधकसअदधकयहीकरसकतीहदककभी-कभी इसबीमारीककछऊपरीलकणोकोिरकरि।बराईको जड स उखाड फकना सरकारो क वश की बात नही। काननकलबहारभीबराईकगहरमलकारणोतकनहीपहचसकत।अतःबराईकादवनाशकरनकापरारदमकिादयतवखानिानकबजगमो,धादमथकनताओतराजनसामानयकपरमखोपरआताह।कआथनकरीमकीकदरतआयततराइसी दवषयकीअनयबहत

सीआयतोको दसटिगत रखत हए हजरत महमिस.अ.व. न एक बारफरमाया- दकतममसपहललोगिषपररणामकाइसदलए दशकारहए दकउनहोनअवजञाऔरउदणडता धारणकी तरा एकिसरकोबराईसनही रोका।आपनअदतररतफरमाया-

“तम पर अवनवरायम ह व‍क न‍की ‍करा आदश दो और बरी बरातो स लोगो ‍को रो‍को और अतयराचरारी ‍करा हराथ प‍कड लो और उस नयराय स ‍कराम लन पर ततपर ‍करो और उस सतय पर दढतरा स सथरावपत ‍करो अनयथरा परमशवर तमहरार हदयो ‍को परसपर ए‍क दसर ‍क सदश ‍कर दगरा और तम पर उसी प‍करार लरा’नत ‍करगरा वजस प‍करार व‍क उसन उन (पहलो) पर लरा’नत ‍की।” (सननअबिाऊिवसननअदतरदमजीअबवाबल दफतनबाबमाजाआ

दफलअमर दबलमा’रफवनिदहयअदनलमनकर)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 147

हजरतमहमिस.अ.व.कआिशानसारदकसीजादतकीअवनदतकाएकखतरनाकलकणयहहदकलोगखललमखललाबराईकरनकदवरद घधणाऔर नफरतक परिशथन का साहसखो ित ह। हजरतरसलकरीमस.अ.व. न एक हिीस म ऐस समाजक सिसयोको एकनौकाकयादतरयोसउपमािीह।हजरतनो’मानदबनबशीरवणथनकरतह दकहजरतमहमिस.अ.व.

न फरमाया - उस वयसत का उिाहरण जो परमशवर की (ओर सदनधाथररत)सीमाओकोकायम रखता हऔरजोउनह तोडता ह उनलोगोकीतरहहदजनहोनएकनौकामसरानपरातिकरनकदलएपचषी(करआ)डाली।कछलोगोकोऊपरकाभाग दमलाऔरकछकोनीचक तलपर सरान दमला।जोलोगनीचक तलमरवऊपरवालतलसगजरकापानीलतर, दफरउनह दवचारआयादकहमअकारणऊपरकतलवाललोगोकोकटिितह।योनहमनीचक तलम छिकरलऔरवहा स पानील दलयाकर।अबयदिऊपरवालउनकोऐसामखथतापणथकायथकरन ि तोसबडबगऔरयदिउनकोरोकितोसबबचजाएग।

(सहीबखारी - दकताबशशहािात,बाबलकरअत दफलमसशकलात)

मझ भय ह दक यह उिाहरण बडी सीमा तकआधदनक यगकसमाजोपरचररतारथहोताह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान148

फवफध और फनषधकछअनयसामादजकिादयतवोससबदधतआयत दननदलदखतह।

उनपरआचरणकरनकफलसवरपसामादजकशासनतका दवकासहोताह -

(सरहअलफरकान-64)

अनवलाद - और रहमरान (परमशवर) ‍क बनद व ह जो पथवी पर ववनमरतरा ‍क सराथ चलत ह और जब मखम लोग उन स बरात ‍करत ह तो (उतर म) ‍कहत ह “सलराम”

(सरहअदनिसा-87)

अनवलाद - और यवद तमह ‍कोई उपहरार पसतत व‍कयरा जराए तो उस स उतम (उप‍करार) पसतत व‍कयरा ‍करो यरा वही लौटरा दो। वनचिय ही परमशवर पतय‍क वसत ‍करा वहसराब लन वरालरा ह।

(सरहलकमान-19,20)

अनवलाद - और (नफरत) स मनषयो ‍क वलए अपन गराल न

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 149

फलरा तथरा पथवी म यो ही अ‍कडत हए न वफर। परमशवर व‍कसी अवभमरानी तथरा अह‍करारी ‍को पसनद नही ‍करतरा और अपनी चराल म मधयम गवत धरारण ‍कर तथरा अपनी आवराज ‍को धीमरा रख। वनचिय ही सब स बरी आवराज गध ‍की आवराज ह। इसलामजोदशटिाचारऔरआचरणएकमसलमानकअनिरपिा

करनाचाहताहव सवयहीहरपरकारकीिादयतवहीनऔरअपराधोकोसमाtØकरतह।इसलामसामादजकवातावरणक दलएएकऐसीसवचछऔरसवसरभदमतयारकरता हजोगलतरझानोक पनपनक दलएअनककलनही होती। इसउदशयकी पराìtØक दलए इसलामन दवदधऔरदनषधकरपमएकदवसतधतऔरपणथतमदशकापरिानकी ह। इन दवदधऔर दनषधो की सखया सकडो तक जा पहचतीह। इसलामी दशका का कनदरीयऔर मल भाग लगभग समसत धममोम साझा ह। अतः मतभि वालीआसराओ स दसटि हटात हए इनकआथनीआयतोककछहवालपरसततकरताह दजनमकछआिशोऔर दनषधोकावणथनआताह।

आदश (फवफध-फवधलान)सरीतव और पफवतरलाचरण - सरह बनी इसराईल आयत न.

33, अलमोदमननआयत 6 स 8, ‘अनिर’आयत - 31, 34, 61,अलफरकान-आयत69,अलअहजाबआयत-36,अलमआररजआयत30स32

सवचरला - अलबकरह आयत - 223, अदनिसा आयत - 44,अलमाइिहआयत-7,अलहजिआयत-30,अलमदसससरआयत-5,6

कोध पर फनयतरण-आलइमरानआयत-135सहयोग-अलमाइिहआयत-3

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान150

सलाहस और शौयत -अलबकरहआयत-178,आलइमरानआयत-173स175,अतौबः40,ताहाआयत73,74,अलअहजाब-40,अलअहकाफआयत-14

नकी करनला -अलबकरहआयत-196,आलइमरान -135,अलमाइिह-94,अलआराफ-57

सतकममो कला आदश और अफपय एव गर शरई ‍बलारो स रोकनला -आलइमरान-111

नफकयो (शभ कममो) म परसपर आग ‍बिनला - अलबकरहआयत-149

अमलानरो कला ‍ौटलानला -अलबकरहआयत - 284,अदनिसा -59,अलमोदमननआयत-9,अलमआररज-33

भखो को भोजन फख‍लानला - अदहर आयत - 9, अलबलिआयत-17स21

कषमला करनला - अलबकरह - 10,आल इमरान - 135, 160,अदनिसा - 150,अलमाइिह - 7, 9, इरिाहीम - 8,अजजमर - 8,68,अलअहकाफ-16

सचची सलाकषय दनला-अदनिसा-136,अलमाइिह-9,अलफरकान-73नौकरो स सद÷वयवहलार-अदनिसा-37पडोफसयो स सद÷वयवहलार-अदनिसा-37पररजनो स सद÷वयवहलार - अलबकरह - 178, अननहल-91,

अरकम- 39करजरला - अलबकरह - 153, 173, 186,आल इमरान - 145,

अलमाइिह-7,90,इरिाहीम-8,अजजमर-8,67,अलअहकाफ-16फवनय - अलअनआम - 64, अलआराफ - 14, 56, 147,

अननहल-24,30,बनीइसराईल-38,अलकसस-81,लकमान-19,20,अलमोदमन-36

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 151

यलाय -अलमाइिह - 9,अलअनआम - 153,अननहल - 91,अलहजरात-10

‍ोगो क मधय सफध करलानला-अदनिसा-115,अलहजरात-10धयत - अलबकरह - 46, 154, 178, हि - 12, अररअि -

23,अननहल-127,128,अलकसस-81,अलअनकबत -61,अजजमर-11,अशशरा -44,अलअसर-4

दिरला-अररअि-23,हामीमअससजिह-31,33शदरला और पफवतररला - अलबकरह - 223, अलमाइिह - 7,

अतौबः103,108,अननर-22,अलअहजाब-34,अलमदसससर-5,अलआ’ला-15,अशशस-10,11

आतम सयम -अदनिसा - 136,अलआराफ - 202,अलकहफ-29,अरकम-30,साि-27,अननादजआत-41, 42

फशषटलाचलार - अजजमर - 3, 4, अलबसययनह - 6, अलमाऊन-5,7

सतय -अदनिसा -136,अलमाइिह -120,अतौबः119,बनीइसराईल - 82,अलहजज - 31,अलफरकान - 73,अलअहजाब-25,26,71,अजजमर-33

तयलाग - अलबकरह - 208, 263, हि - 52, अलहश - 10,अतगाबन-17,अदहर-9,10,अललल-20,21

फनषधलादशदरलाचलार-बनीइसराईल-33सवय को महतव दनला रथला अहकलार -अलबकरह - 35, 88,

अदनिसा-174,अलआराफ-37चग‍ी-अलहजरात-13अफभमलान-अलहिीि-24

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान152

फररसकलार करनला-अलहजरात-12अफभहलास एव उपहलास-अलहजरात-12फनरलाशला-अजजमर-54ईषयलात-अलफलक-6अपवयय-अलआराफ-32,बनीइसराईल-27,28मखतरलापणत अनकरण-बनीइसराईल-37गवत एव अहकलार - बनी इसराईल - 38, अलमोदमनन - 47,लकमान-19नलाप-रो‍ म कमी-अलमतदफफीन2स4‍बर नलाम रखनला- अलहजरात-12कपणरला-अदनिसा-106,108,अलअनफाल-27,59कधलारणला(बिगमानी)-अलहजरात-13झठ-अलहजज-31,अलफरकान-73चोरी-अलमाइिह-39इसलामसमसतधममोकपरमखोकोदनमतरणिताहदकवदमल-जल

कर परयतनकर दक नकीका दवकास होऔरवह हियो म दि होजाए तरालोगोको बराईक दवरदसतकक दकयाजाए।काश ऐसाहोसकतादकससारकीिशािीकहोजाए।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 153

इस‍लाम नस‍वलाद कला खण‍डन कररला हवतथमानयगमनसलवािएकऐसाअदभशापहजोदवशवशासनतक

दलएसबसबडाखतराह।कआथनकरीमनकवलमसलमानोकोअदपतसपणथमानवजादतकोयहवासतदवकतासमरणकराताहदक-

(सरहअदनिसा-2)अनवलाद - ह लोगो ! अपन रबब ‍करा सयम धरारण ‍करो

वजसन तमह ए‍क ही जरान स पदरा व‍कयरा और उसी ‍की पजरावत स उस‍करा जोडरा बनरायरा और वफर उन दोनो म स बहत स परषो और नसतरयो ‍को (पदरा ‍कर‍क) ससरार म फलरा वदयरा तथरा परमशवर स डरो वजस‍क नराम ‍को सराकषय ‍ठहररा ‍कर तम ए‍क दसर स आपस म मरागत हो तथरा ररशतदराररयो (‍क बरार) म ववशष‍कर (परमशवर ‍क आदशो ‍करा) धयरान रखो। वनशचय ही परमशवर तमहराररा सरकष‍क ह। अतःकआथनकरीमयहघोषणाकरताहदकदकसीवयसतकोदकसी

िसरपरमनषयहोनकनातकोईशषितापरापतनही हफरमाया-

(सरहअलहजरात-14)अनवलाद - ह लोगो ! वनचिय ही हमन तमह परष और सतरी

स पदरा व‍कयरा और तमह जरावतयो और कबीलो म ववभरावजत व‍कयरा

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान154

तराव‍क तम ए‍क-दसर ‍को पहचरान स‍को। वनःसनदह परमशवर ‍क वन‍कट तम म सब स अवध‍क आदरणीय वह ह जो सब स अवध‍क सयमी ह। वनशचय ही परमशवर सवमज, सरावधरान और सत‍कक ह।

(सरहअलहजरात-12)

अनवलाद - ह लोगो जो ईमरान लराए हो ! (तम म स) ‍कोई जरावत व‍कसी जरावत पर उपहरास न ‍कर। सभव ह व‍क व उन स अवध‍क अचछ हो जराए और न नसतरयरा नसतरयो स (उपहरास ‍कर) हो स‍कतरा ह व‍क व उनस अवध‍क अचछी हो जराए, तथरा अपन लोगो पर दोष न लगरायरा ‍करो और ए‍क दसर ‍को नराम वबगराड ‍कर न प‍कराररा ‍करो। ईमरान ‍क बराद दरराचरार ‍करा धबबरा लग जरानरा बहत बरी बरात ह और वजसन तौबरा न ‍की तो यही व लोग ह जो अतयराचरारी ह। दवहगमदसटिसिखाजाएतोऐसालगताहजसवतथमानसमाज

रगऔरनसलकभिभावस िरहटताजारहाहऔरनसलवािकदवरद ससार की अनतरातमा म जागधदत पिा हो रही ह, दकनत यदिइस समसया को अदधक दनकट होकरऔर गहराई म जाकर िखाजाए तो जञात होगा दक नसलवाि का अदभशापआज भी ससार मजगह-जगह यरावत दवदयमान ह। कदिनाई यह ह दक नसलवािकीकोई एकिोस पररभाषा नहीकीजासकती। दवदभनन दसटिकोणोसयहपररभाषापरसपरदभननदिखाईिनलगतीह।नसलसबधीपकपात,जादतवाि, धादमथकशषिताकी भावना,कबीलोका परसपरअदभमान

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 155

करना, फादसजम, सामराजयवाि और जादतवाि म अनतर कर पानाकदिनह।पसचिमीयरोपमईसाइयोनएकहजारवषथतकयहदियोकसारअतयनतबबथरताऔरअमानवीयआचरणजारी रखा।अतीतकी यह हियदविारक घटना भल भी जाए तो नादजयो का यहदियोकसारवहपाशदवकवयवहारकसभलायाजासकताहजोउनहोनउस शताबिी क तीसर और चौर िशक म दकया। यही कारण हदकनसलवािकाशबिसनत हीसहसाहमारामससतषकयहदियोपरदकए जान वाल अतयाचारो क सिीघथ इदतहासकीओर चला जाताह, परनत यहदियो क सार होन वाल अतयाचार नसली पकपात कापणथ दचतरण नहीकरतअदपत इस मकई पहल ह जो दसटिपातकीपररदधसओझलरहजातह।हमकभीउनरिासनतकारीयहदियोकादवचारतकनहीआताजोगरयहिीजादतयोकसारउसीपरकारकभयानकपकपातकापरिशथनकरत ह दजसकाव सवय दनशानाबनतरहह।यहकहानीयहीसमापतनहीहोजाती।नसलवािीपकपातककई ऐसरप भी ह जो परतयकतः दिखाई नही ित परनत वासतव मदवदयमानह दजनमसएकजादतवािभीह।इसकअदतररतधादमथक,कबीलासबधीतराकतरीयपकपातइतयादिकभीकछऐसउिाहरणह दजन क पाशवथ म नसलवािी पकपात दवदभनन नामो स काम कररहा ह। शवतलोगो पर यहआरोपलगानाअनयाय होगा दककवलवहीकालऔरपीललोगोस विष रखत ह। सवयकालीऔरपीलरगवालीजादतयाभीनसलवािकाकछकमपरिशथननहीकरतीऔरदफरऐसानसलवािीपकपातभीदवदयमानहदजसकासबनधउनलोगोसह दजनकीखालकारगनतोकालाहऔरनहीदबलकलपीलाअदपतिोनोकमधयमसह।नसलवाि क उपदरवकी जड वासतव म जातीय विष ही हऔर

किादचत यही उसकी उदचत पररभाषा भी ह। जब भी एक वगथ कलोगअपनदहतोकदलएिसरवगथकदवरदविषसकामलतहतो

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान156

नसलवािीपकपातकानागअपनाजहरीलाऔरभयानकसरउिाताह दफरनफरतोकीएकऐसीआधीचलतीहजोअचछऔरबरमअनतर नही दकयाकरती।अचछ-बर,छोट-बडसबउसकीलपटमआजातहऔरसमाजनफरतोकालकषय-सरलबनजाताह।कछ शतासबियो पवथ पधथवी का पसचिमी भाग काफी सीमा तक

ईसाइयतऔरइसलामकमधय दवभादजतराऔरय िोनोधमथ एकिसरकआमन-सामनखडर।धादमथकदवविषकइसयगमयहदियोन मसलमानो क दवरदजो भदमकाअिाकी वह सामानय तौर परलोगोक जञानम नही ह तरादप इसवासतदवकताससबअवगतहदक यहिी मसीही यरोप का ही भाग र और यरोप रोम सागर कआसपासआबािमसलमानजादतयोस बहतनफरतकरताराऔरउनक सबध म सिव ही अदवशवसनीयता का दशकार रहा। यरोपीयलोगपसचिमीयरोपकीओरमसलमानोकआगबिनसभयभीतर।ईसाइयोऔर मसलमानोक मधय इसकिोर परदतविसनविताक यग मनसलवािीविषकाएकऐसारपभीमौजिरा दजसकाआधाररग-भिरा।मसलमानोऔरईसाइयोकोयहसघषथअदधकतरतकक-अरबएकता तरा मसीही यरोपक मधय एक यद दिखाई िता ह जबदकइनडोनदशया,मलदशया,चीनतरा दहनिसतानकमसलमानइसझगडस दबलकलअलग-रलगरहह।यदयदपपरतयकतःउसयगकाइदतहासअतीतकधधलकोमिफन

हो चका ह और उसकी याि मानस पटल स दमट चकी ह परनतम इस िबी हई असन को पनः सलगत हए िख रहा ह। मानवीयसमसयाएसिवक दलएकभीसमापतनही होती।य दववाि इदतहासकअधरोमकसहीलपतयोनहोचकहोदफरभीसरउिासकतह।अतीतस दनकलकरवतथमानमआजाइए।जबतक दवशविोमहानशसतयोऔर उनक दमतर िशो म बटा रहा, पसचिमक दहतो

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 157

क दलए यह आवशयक रा दक इस परकार की सकडो वषथ परानीसमसयाओको सवय नछडाजाएऔरनही दकसीकोउनहछडनकीआजञािीजाए, दकनतजबसपरबऔरपसचिमकमधयसबधोकएकनवीनयगकापरारभहआहऐसापरतीतहोताहजस दवशवपनः मधयकालीन यगो क दकसी जझार सनापदत क अतयाचार कादशकारहोनवालाह।सोदवयतसघऔरपवषीयरोपमपरकटहोनवालमहानपररवतथनोन

एकऐसवातावरणकोजनमदियाहदजससईसाइयोऔरमसलमानोकीपरानीधादमथकऔरराजनीदतकशतरताओकपनःउभरनकाखतरापिाहोगयाह।िोनोओरकसवारषीइसअसनकोऔरभीहवािनकाकारणबनसकतहऔरमझसनिहहअदपतदिदवचारह दकइसलामऔर ईसाइयत िोनोक धादमथक नता इस वतथमान ससरदतकोऔरभीअदधकदबगाडिगऔरइसपरकारमसलमानोऔरईसाइयोकबीचअमनऔरपारसपररकदमलवतथनकीसभावनाएऔरअदधकधधली हो जाएगी। यदि ऐसा हआ तो इसका लाभ दनसचितरप सइसराईलको होगा। यह सभव नही ह दक इसराईल ऐसी अवसरा मकोईदिलचसपीनलऔरमकिशथकबनकरिखतारह।अबदवशवराजनीदतकऔरआदरथकआधारो पर भी दवभादजत होचका ह। यहदवभाजन उतर क धनी िशो तरा िदकण क दनधथन िशो तरा परबऔरपसचिमकमधयएकनवीनपरकारकनसलवािीविषकोजनमिरहाह।परबऔरपसचिमकमधयइनशतरताओऔरनफरतोकबारम दकसीनयाखबकहाह -

EastisEastandWestisWest Andneverthetwainshallmeet.

अराथत परब परब हऔर पसचिम पसशचम हऔर य िोनोकभीइकटनहीहोसकग।दवशवशसतयोकीपरदतविसनवितामवतथमानसमय

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान158

महईकमीऔरदमतरतापणथसबधोकसधरनसइसबातकीसभावनाभीहदकपसचिमकईसाईिशोऔरपरबकमसलमानिशोकबीचपाएजानवालपराचीनधादमथकऔरराजनीदतकमतभिऔरवमनसयपनःजीदवतहोजाए।महाशसतयोकबीचदमतरतापणथसबधोकदिहोनसअदनवायथतौरपरएकनवीनसामराजयवािअससततवमआएगाऔरएकऐसानसलवािीविषसरउिाएगा दजसकीजडसिरगहराईम फली होगीऔर दजसक कारण परबऔर पसचिमक बीच पाईजान वाली िररया यदिऔर भी बि जाए तो इस परआशचयथ नहीहोना चादहए। हो सकता ह दक यह उपरोत दववरण नसलवाि कीमानय पररभाषा सअदतरिमणकरता हआ दिखाई िऔरकछलोगयह समझ दक मन नसलवािी भिभाव की पररभाषाआवशयकता सअदधकदवसतधतकरिीहऔरऐसीबातोकोभीबहसमससमदलतकरदलयाहजोपरतयकरपमनसलवािससबधनहीरखती,परनतम नसलवािी भिभावक पररक ततवोक गहरऔर दनषपकअधययनऔर दसटिपातकआलोक म कह सकता ह दक दकसी भी तरदटपणथकायथ-परणालीकोआपनसलवािीभिभावकहयाउसकोईऔरदशषटसानामििइससकछअनतरनहीपडता।यदिपाशवथमकारणएकसमानहतोदफररोगभीवासतवमएकहीहचाहउसकानामकोईसाभीयोनरखदियाजाए।नसलवािीभिभावकोयदिदवशालतमअरमो म िखा जाए तो इससअदभपराय व सापरिादयकभिभाव होगजोहमशा नयायऔरइनसाफकमागथमआजातह।अमरीकीऔररसीबलाकोकमधयपरदतविसनविताम इतनीतीवरता

सजोइससमयकमीआईहवह दवशवकोसवथराएकनवीनयगकीओरलजा रही ह। यह तो नहीकहाजासकता दक इसआनवाल समय म हर परकारक मतभि दमटजाएग परनत समझनऔरसमझानकपररणामसवरपदवशवकाएकनयानशाउभरकरसामनआ रहा ह। जयो-जयो दसटिकोणोसबधी मतभिोकी तीवरता मकमी

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 159

आ रही ह अनतराथष‍टीय सतर पर पहल स मौजिकछअनय मतभिअबउभरकरसामनआएगऔरउनमअदनवायथरपसतीवरतापिाहोगी।जबपजीवािीऔरसायवािीवयवसराका दवरोधचरमसीमापररातोपरबऔरपसचिमकातराकदरतदवभाजनअपकाकतिसरारपधारणकरगयाराऔरय दववािपाशवथमचलगए र,परनतससरदतपररवदतथतहोचकीह।अबपरबऔरपसचिमकावहीपरानादवभाजनउननदतशीलपसचिमऔरदपछडहएपवषीिशोकबीचएकबार दफरपरकटहोकरसामनआएगा।पवषी यरोप क आजाि होन वाल िशऔर सवय रस धीर-धीर

पजीवािीिशोकरगमरगीनहोजाएगऔरअनततःउनहीकाभागबनकर तीसर दवशव क िशो क सार वही वयवहार करग जो इससमय पजीवािी िश कर रह ह। यदयदप दविशी अनतराथष‍टीय मदडयोपरअदधकारजमानऔरउनपरअपनाआदधपतयसरादपतकरनकदलएशतरताएनवीनरपधारणकरलगीदकनतसमवतरपसपसचिमपहलसकहीबिकरएकशसतशालीराजनीदतकएवआदरथकसघटनबनकरउभरगाऔरपवषीबलाककाभीअनततःयरोपमहीसमावशहोजाएगाऔरइसपरकारपरबऔरपसचिमकातराकदरतदवभाजनऔरभीसपषटऔरगहराहोजाएगा।इसकअदतररत यह दक एक नएरपक समाजवािक कारण

जादतया लोगो और वगमो का सरान ल लगी। वगषीय दवभाजनऔरवगषीयसघषथअबएकिशकअमीरोऔरगरीबोकमधयनहीअदपतअमीरऔरगरीबजादतयोकमधयहोगा।भदवषयमकछसमयतकइस दवनाशकारी सघषथ को िबाया तो जा सकता ह और किादचतउसकी तीवरता को भी कम दकया जा सकता ह परनत इसस बचनकाकोई उपाय नही।अनततः यह होकर रहगा। मझ खतरा हऔरयहखतराअकारणनही दकहमएकभयानकपरकारक दवशववयापी

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान160

नसलवािी मतभिो क यग म परवश कर रह ह और भय ह दकनसलवािकीइसअसनकोयहदियतकाराजनीदतकनतधतवऔरभीभडकाएगा।हफायनीवदसथटीकबजादमनबतहलाहमीनएकपसतकदलखी ह “The Israeli Connection:Whom IsraelArmsandWhy” Published 1988 by I.B. Tauris & Co. Ltd,London.यदिलखकक दवचारोको गभीरतास दलयाजाएऔरयहदियोकी सोची समझी राजनदतक दवचारधाराक सबध म उसकविारापरसततसाकषयोकोपरमादणतसमझाजाएतोदवशव-शासनतकदलएदनशचय ही यहकोई अचछा लकण नही ह। अनतराथष‍टीय समसयाओमइसराईलनजोभदमकादनभाईहऔरजोभदमकादनभानकाअभीवहइरािारखताहउसकाकछनकछअनमानदननदलदखतइबारतोसहोसकताह -

“इसराईली शरासन ‍क पवतम‍क डववड वबन गररयन (David Ben Gurion) न जनवरी 1957 ई. म ‍कहरा व‍क हमरार अनसततव और सरकषरा ‍की दनटि स हमरार वलए व‍कसी भी यरोवपयन दश ‍की वमतरतरा समपणम एवशयरा स अवध‍क महतव रखती ह।”

(Medzini,1976;p.75)p.5

“अरबो पर नए वसर स शष‍ठतरा परापत ‍करन ‍की यहदी योजनरा और सरामरराजयवराद ‍क पतन ‍को रो‍कन ‍करा अमरी‍की लकषय परसपर घल वमल गए ह।” (पष‍ठ - 205)

“आज दरावहन बराज स सबध रखन वरालरा वयनकत हदय स यही चराहतरा ह व‍क इसराईल शनकतशराली होतरा चलरा जराए। व चराहत ह व‍क इसराईल उजी (Uzi) जस ववनराश‍करारी असतरो स ससनजित हो‍कर ततीय ववशव ‍क हर ‍कटरवरादी आदोलन और शनकत पर ववजय परा‍कर ‍कराल और पील रग वराल लोगो ‍को तलवरार ‍क घराट उतरारतरा वफर। यही ‍करारण ह व‍क अजमनटीनरा

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 161

‍क फौजी जनरल और पररागए (Paraguay) ‍क ‍कनमल और दवकषणी अफी‍करा ‍क गोर वरिगवडयर इसराईवलयो स पम ‍करत ह।” (पष‍ठ - 218)

“अमरी‍करा म 1970 ई. स ‘तीसररा ससरार मदरामबराद’ ‍करा जो उद÷घोष तीवर होनरा आरभ हआ ह वह इसराईली स‍कलपो ‍की ही पवतधववन ह। इस परणरा ‍क पवतम‍क Daniel Patrick Moynihan और Jean Kirkpatrick इसराईल ‍को अपनरा ववशवसत और पराण-वराय समझत ह।” (पष‍ठ - 222)

यहदियतकिाएबाजकदवितीयदवशवयदसपवथकएकलीडरवलािीमीरजाबोदटनसकी(VladimirJabotinsky)सपषटशबिोमयहदियतऔरसामराजयवािकी परसपर एकताकी बात दकयाकरतर।उनकाकहनारा दक-

“रोम सरागर और उस‍क आसपरास ‍करा समसत कषतर यरोपीय जरावतयो ‍क अवध‍करार म रहनरा चरावहए। यह हमराररा दढ स‍कलप ह ..... परब और पनचिम ‍क मधय पतय‍क वववराद म हम सदव पनचिम ‍करा सराथ दग कयोव‍क मगोलो ‍क हराथो बगदराद ‍की वख लराफत ‍क ववनराश ‍क पशचरात वपछल ए‍क हजरार वषम स अवध‍क समय स परब ‍की अपकषरा पनचिम ही शष‍ठ सस‍कवत, रहन-सहन और सभयतरा ‍करा ‍कनरि रहरा ह ..... और आज हम उस सस‍कवत और रहन-सहन ‍क सब स पमख सरकष‍क ह। हम पलय त‍क अरब आनदोलन ‍करा समथमन नही ‍कर स‍कत। यह आनदोलन ए‍क इसराईल दशमन आनदोलन ह इस पहचन वराली पतय‍क हरावन और पतय‍क परराजय हमरार वलए हरावदम‍क पसननतरा ‍करा ‍करारण ह।” (Brenner, 1984 pp.75–77) (पष‍ठ 227)

“तीसर ससरार ‍की आजरादी ‍की ‍कलपनरा यहवदयत ‍की नीवो ‍क वलए ए‍क खतररा ह। मरानवरावध‍करारो ‍की ‍कलपनराए इसराईल ‍की

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान162

रराजनवत‍क वयवसथरा ‍क वलए अतयनत खतरनरा‍क ह। फलसतीवनयो ‍क सराथ व‍कए गए अतयराचरार इतन सपषट ह व‍क इस मरामल ‍को सरावमजवन‍क तौर पर बहस ‍क अनतगमत नही लरायरा जरा स‍कतरा। इसराईल ततीय ववशव म जो ‍कछ ‍कर रहरा ह उस‍करा वननचित पररणराम यह होगरा व‍क ससरार ‍करा धयरान फलसतीवनयो ‍क अवध‍करारो ‍की ओर हो जराएगरा। जब मरानवरावध‍करार और अनतररामष‍टीय नयराय ‍की समसयराए बहस ‍क अनतगमत आती ह तो इसराईली लोग समपणम ससरार ‍को धोखबराज ‍ठहररान और बररा-भलरा ‍कहन म लशमरातर भी स‍कोच नही ‍करत। इस दनटि स उनम दवकषणी अफरी‍करा ‍क गोर लोगो म ‍कोई अनतर नही ह।” (पष‍ठ - 236, 237)

“मनीलरा (वफवलपराइन) स टगोसीगरालपरा Tegucigalpa (होनडरस Honduras) त‍क और नमीवबयरा म ववनढोइ‍क (Windhoek) त‍क वनरनतर जरारी यदध म जो व‍क वरासतव म ए‍क ववशव यदध ह इसराईली एजनटो ‍करा हराथ अवशय होतरा ह। आवखर वह ‍कौन सरा शतर ह वजस‍क ववरदध इसराईल यदधरत ह ? यह ततीय ववशव म बसन वराली सनटि ह वजनह ‍कदरावप यह अवध‍करार नही वदयरा जरा स‍कतरा व‍क उन‍की फलराई हई ‍कोई करराननत सफल हो।” (पष‍ठ - 243)

इसराईलअपन भदवषयक सहावन सवपनकवल उसी समय तकिखसकताहजबतकअरबससारऔरतधतीयदवशवकिशपरसपरमतभिकादशकारहऔरकमजोरह।इसअवसरामकोईपररवतथनइसराईलक दलएकोईशभलकणनहीह। (पधषि-247) इसराईलक दनयाथत (Export) म कवल टनालौजी, शसतरऔर

अनभवी दवविानहीनहीअदपतएकदवशषपरकारकीमानदसकताभीससमदलतह।सफलअदधकारजमानक दलएससारको दकसदसटिसिखनकीआवशयकताहऔरअतयाचारीकातककशासतरयाहोता

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 163

ह।यसबबातभीइसराईलससारमदनयाथतकरताह।(पधषि-248)दिआशाहदकअनतत:यहदियतकयदकउिघोषोपरइसराईली

नतधतव क गभीर वगथ का सवर दवजयी हो जाएगा। इसराईली लखकोमसकिादचतहरकाबी(Harkabi)हीह दजससवाथदधकतककदपरयऔर सतदलत सवभाव रखन वाला कहा जा सकता ह। वह यहिीकटटरवादियोकीअतयाचारपणथआरिामकरणनीदतकोकवलबरा हीनहीसमझताअदपतउससवययहिी दहतोकपकमआतमहतयाकापयाथयसमझताह।यदयदपअनययहिी दवचारकऔर दवविानहरकाबी(Harkabi)कीदवचारधारासपणथरपससहमतनहीहपरनतइसमकोईसनिहनहीदकदकसीसमसयाकबारमहरकाबीकादसटिकोणअदधक वयावहाररकऔरयरारथदपरयहोता ह। दवशषकरउसनशासनतक दलएजोपरसतावपरसतत दकयाहउसमअरबोक दलएआशाकीएक दकरणअवशय दिखाई ितीह।मआशारखताह दक दकसीभीदसटिसऔरदकसीभीसतरपर

मानवजादतकदवभाजनऔरदवशषवयवहारसकछलोगसामदयकलाभ तो परापत कर सकत ह परनत अनतत: उसक िरगामी पररणामसबक दलएअदनवायथत:बर ही हआकरत ह।वतथमानयगक इसआलोक म इसलाम एक ऐसा सपषटऔरआशावािी सनिश िता हजोवतथमानपररससरदतयोमबडीपरभावशालीभदमका दनभासकताह।इसलामनसलवािएववगषीयघधणाकीतीवरदननिाकरताहऔरउपदरवकाकोईभीरपयोनहोउस दननिनीयिहराताह। इस दवषयससबदधतकआथनकरीमकीबहतसीआयतोमकछ तो इसस पवथपरसतत की जा चकी ह। दननदलदखतआयत म इसलाम क परवतथकहजरत महमि मसतफास.अ.व.क आचरण को परमशवर का परकाशकहा गया ह ; ऐसा परकाशजो नकवल परबक दलए हऔर नहीकवलपसचिमक दलएअदपतपरबतरापसचिमिोनोकीसमानभलाईक दलएपरमशवरकीओरसउतारागयाह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान164

(सरहअननर-36)अनवलाद - परमशवर आ‍कराशो और पथवी ‍करा प‍कराश ह। उस‍क

प‍कराश ‍करा उदराहरण ए‍क आल ‍करा सरा ह वजसम ए‍क दीप‍क हो, वह दीप‍क शीश ‍की वचमनी म हो। वह शीशरा ऐसरा हो जस ए‍क चम‍कतरा हआ प‍करावशत नकषतर ह और वह (दीप‍क) जतन ‍क ऐस मबरार‍क वकष स प‍करावशत व‍कयरा गयरा हो जो न पबमी हो और न पनचिमी। उस‍करा तल ऐसरा ह व‍क वन‍कट ह व‍क वह सवतः भड‍क ‍कर प‍करावशत हो जराए। चराह उस अन न ‍करा सपशम न भी हआ हो। यह प‍कराश, उतरोतर प‍कराश ह। परमशवर अपन प‍कराश ‍की ओर वजस चराहतरा ह मरागम-दशमन ‍करतरा ह और परमशवर लोगो ‍क वलए उदराहरणो ‍करा वणमन ‍करतरा ह और परमशवर पतय‍क वसत ‍करा सथरायी जरान रखन वरालरा ह। इसक अदतररत कआथन करीम म हजरत महमिस.अ.व. को

‘रहमतसललआलमीन’(सरहअलअदबया-108)िहरायागयाह, दजसकअरथयहदकआपस.सपणथससारएवसमसतमानवजादतकदलएियाकासाकारपरारपहपरनतआचियथकीबाततोयहहदकमधयकालीनयगोका सवभाव रखन वाल बहतस मसलमान दवविान दजनह भलवशरदिवािी भीकहाजाता ह यह दसटिकोण रखत ह दक मसलमानोकदलएयहअदनवायथ ह दकवगरमससलमोक दवरदसशसतर दजहािमवयसत रह यहा तक दक गर मससलमोका या तो पणथ रप स सफायाहोजाएया दफरव इसलामको सवीकारकरल।कआथनकरीम दजस

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 165

इसलामकोपरसततकरताहउसकादजहािकीइसदबगडीहईदवचारधारास िरकाभीसबधनहीह।पररमअधयायम इस दवषयकसबधमकआथन करीम की कईआयत परसतत की जा चकी ह, इसदलए यहाउनकीपनरावधदतकीआवशयकतानही।मअनतमइसबातकोपणथ दवशवासकसारिोहराकरइसबहस

कोसमापतकरताह दकवासतदवकतायहीह दकइसलाममानवएकताका जबरिसत समरथक ह और इसक सार-सार मानव एकता कीसरापनाऔरदवशव-शासनतकोसदनसचितबनानकदलएशासनतपणथउपायपरसतादवत करता ह। हजरत महमिस.अ.व. का इस सबध म जो महानआिशथराउसजाननक दलएहजजतलविाअ कभाषणमस दलएगएकछउदरणपयाथपतह।आपस.नअपनदनधनसपवथमानवजादतकसमारोहसजो दकआपकजीवनकासबसबडासमारोहराभाषणितहएफरमाया-

“ह ‍ोगो ! मरी ‍बलार को धयलानपवतक सनो कयोफक म नही जलानरला फक भफवषय म कभी म इस मदलान म रमहलार सलामन भलाषण द सकगला यला नही। परमशवर न प‍य पयत र रमहलार पलाणो और धन-सपफततयो को एक दसर क फ‍ए अवध ठहरला फदयला ह। पतयक वयनकर क फ‍ए फवरलासर (परक समपफतत) म उसकला भलाग फनधलातररर कर फदयला ह। कोई ऐसी वसीयर सवीकलार नही की जलाएगी फजसम एक वध वलाररस क सलाथ अयलाय फकयला गयला हो। ‍बचचला उस कला होगला फजसक घर म वह पदला हआ ह। एक दरलाचलारी यफद ‍बचच क फपरला होन कला दलावला करगला रो वह इस‍लामी कलानन क अधीन दण‍ड कला पलातर होगला। जो वयनकर अपन फपरला क अफरररकर सवय को फकसी अय की ओर स‍बद कररला ह यला ग‍र ‍बयलान दकर फकसी को अपनला सवलामी ठहरलारला ह उस पर परमशवर, उसक फररशरो और समसर मलानवजलाफर की फटकलार होगी।

ह ‍ोगो ! रमहलार क अफधकलार रमहलारी पनतनयो पर ह परर रमहलारी पनतनयो क क अफधकलार रम पर भी ह। उन पर रमहलारला हजरतमहमिस.अ.व.कजीवनकाअसनतमहज।(अनवािक)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान166

अफधकलार यह ह फक व पफवतररला और सरीतव क सलाथ जीवन वयरीर कर और ऐस कलायत न कर जो पफरयो क फ‍ए ‍ोगो म अपमलान कला कलारण हो, परर यफद व ऐसला कलायत नही कररी फजसस पफर क सममलान पर धब‍बला ‍गरला हो रो फफर अपनी पफरषठला क अनसलार उन कला भोजन, फ‍‍बलास और फनवलास कला प‍बध करनला रमहलारला दलाफयतव ह। अपनी पनतनयो स सदव सद÷वयवहलार क सलाथ आचरण करनला, कयोफक अल‍लाह रआ‍ला न उनकी अफभभलावकरला रमहलार सपदत की ह। सतरी कमजोर ह रथला वह अपन अफधकलारो की सरकषला नही कर सकरी। फववलाह क पशचलार परमशवर न उनक सवतवो की अदलायगी रमहलार सपदत की ह। रम उह परमशवर पणीर कलाननो क अनसलार अपन घर ‍लाए थ। अर: परमशवर न जो अमलानर रमहलार सपदत की ह उसम ‍बईमलानी करन क दोषी न ‍बननला।

ह ‍ोगो ! अभी रक क यद‍बदी रमहलार कबज म ह। अर: म रमह नसीहर कररला ह फक उह वसला ही भोजन फख‍लाओ जो रम सवय खलार हो और वसला ही फ‍‍बलास पहनलाओ जो रम सवय पहनर हो। यफद उनस कोई ऐसी ग‍री हो जलाए फजस रम कषमला न कर सको रो उह फकसी अय क सपदत कर दो। व भी ईशवर ही की सनटि ह। अर: उह कषट दनला यला दख पहचलानला फकसी पकलार भी वध नही हो सकरला।

ह ‍ोगो ! जो क म रम स कहरला ह उस सनो और समरण रखो। समसर मस‍मलान परसपर भलाई-भलाई ह। रम स‍ब ‍बरला‍बर हो। स‍ब मनषय चलाह व फकसी जलाफर यला फकसी क‍बी‍ स स‍बध रखर हो और कसला ही पद कयो न रखर हो मनषय होन क नलार समलान ह। (यह कहर हए आपन अपन दोनो हलाथ उठलाए और दोनो हलाथो की उगफ‍यला फम‍लाई और फरमलायला) फजस पकलार इन दोनो हलाथो की उगफ‍यला ‍बरला‍बर ह इसी पकलार मलानवजलाफर आपस म ‍बरला‍बर ह। फकसी को यह अफधकलार पलापर नही ह फक वह दसर पर फकसी पकलार की शषठरला कला दलावला कर। रम स‍ब आपस म

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 167

भलाई-भलाई हो। ह ‍ोगो ! रमहलारला परमशवर एक ह और रम एक आदम की सरलान हो। फकसी अर‍बी को फकसी गर अर‍बी पर कोई शषठरला पलापर नही ह, न फकसी गर अर‍बी को अर‍बी पर शषठरला ह। फकसी कला‍ को गोर पर कोई पधलानरला पलापर नही ह और न फकसी गोर को कला‍ पर कोई पधलानरला ह। हला पधलानरला कव‍ इस सीमला रक ह जहला रक कोई परमशवर और उसकी पजला क अफधकलारो को अदला कररला ह। रम म स‍ब स अफधक सममलाफनर वही ह जो परमशवर की दनटि म स‍बस अफधक सयम करन वला‍ला ह।

फजस पकलार यह महीनला, यह फदन, यह पथवी पफवतर ह उसी पकलार परमशवर न पतयक मनषय क पलाण, धन और सममलान को पफवतर ठहरला फदयला ह। फकसी वयनकर क पलाण, धन एव सममलान पर पहलार करनला ऐसला ही अनफचर और अवध ह जस इस फदन, इस महीन और इस पथवी की पफवतररला को परो र‍ रौदनला। यह आदश कव‍ आज क फ‍ए नही ह अफपर सदव क फ‍ए ह। मझ आशला ह फक रम इस समरण रखोग और इस पर आचरण करर रहोग यहला रक फक रम अपन सरषटला क समकष उपनसथर हो जलाओ।

आज मन जो क रम स कहला ह उस ससलार क फकनलारो रक पहचला दो। हो सकरला ह जो ‍ोग य ‍बलार नही सन रह व इन ‍बलारो स इन ‍ोगो की अपकषला अफधक ‍लाभ पलापर कर जो सन रह ह।”

(दसहाह दसतह, दतबरी,इबन दहशाम,खमीस,बहकी)उस महान भाषणका यह एकअदत सनिर सलदलत, सारगदभथत,

ओजसवी उदरण ह। इसम हजरत महमि मसतफास.अ.व. न दवशषतौरपर दजसबातकीओरहमारा धयानआकषटकरायाहवहयहह दक हम सब एकआिमकी सनतान ह। इसका सपषट अरथ यहह दक दवदभननधममोकोयहअनमदत नही िीजासकती दकव इसदवशववयापी मानव एकता की धसजिया उडा ि जो एकआिम कीसनतानहोनकनातपिाहोतीह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान168

अधयलाय - 3सािामजक-आमथिक शान‍त

• पजीवािी वयवसरा,समाजवािऔरइसलाममआदरथक नयायकीकलपना

• दनधथनताकबावजिमहानउदशयोक दलएखचथकरना• दनधथनोक दलएखचथकरना• कतजञताकीभावना• सतकमथकपरदतफलकी दकसीमनषयसआशानरखना• दभकावधदत• आदरथक तयागक दलएशदधनकीशतथ• ईशवरकमागथमपरतयकएवगपतिान• सामादजकिादयतव• इसलामीइदतहासकीएकघटना• ईशवरपरितसबनमतोस ईशवरक दलएखचथकरना• जन-सवा• मदिरापानऔरदयत-रिीडाका दनषध• मदिरापानककारणहोनवालीमौत• मदिरापानककारणहोनवालीवादषथकआदरथकहादनया

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 169

(सरहअलबकरह-266)

अनवलाद - और उन लोगो ‍करा उदराहरण जो अपनी धन-सपवतयरा परमशवर ‍की पसननतरा चराहत हए और अपन वन‍कटवतमी लोगो म स ‍कछ ‍को अपन परो पर खडरा ‍करन ‍क वलए खचम ‍करत ह - ऐस बराग ‍क समरान ह जो ऊच सथरान पर हो और उस पर तीवर वषराम हई हो तो वह बढ चढ ‍कर अपनरा फल लराए और यवद उस पर तीवर वषराम न हो तो ओस ही उस‍क वलए पयरामपत हो और परमशवर उस पर जो तम ‍करत हो गहरी दनटि रखन वरालरा ह।

(सरहआलइमरान-15)

अनवलाद - लोगो ‍क वलए सवराभरावव‍क तौर पर पसनद ‍की जरान वराली वसतओ ‍की अथरामत नसतरयो ‍की, सनतरान ‍की और ढरो-ढर सोन-चरादी ‍की और ववशष वनशरान ‍क सराथ दराग हए घोडो ‍की तथरा पशओ और खतो ‍करा पम सनदर ‍कर‍क पदवशमत व‍कयरा गयरा ह। यह लौव‍क‍क जीवन ‍करा असथरायी सरामरान ह और परमशवर वह ह वजस ‍क परास अतयतम लौटन ‍करा सथरान ह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान170

इसलाम न हम उन सरलो पर भी दवसतधत दनिचश दिए ह जहासामादजकऔरआदरथक दकदतज परसपर दमलत हए दिखाई ित ह।यदिइसलामकीइनदशकाओकोलाग दकयाजाएतोहमारअहदनथशििीपयमानऔरमनमोहकहोजाएग।

पजीवलादी वयवसथला, समलाजवलाद एव इस‍लाम म आफथतक यलाय की कलपनला

आदरथक नयाय का नारा (उदोष) तो बडा दचताकषथक ह औरसवततरमादककटदमतवयतारखनवालीपजीवािीवयवसराऔर‘विनविातमकभौदतकवाि’ कतककपरसरादपतवजञादनकसमाजवाििोनोयहीनारालगात ह। एकओर पजीवािी वयवसरा यह दसद करन का परयतनकरती ह दक एकमातर वहीआदरथक नयाय उपलबधकरता ह, िसरीओर वजञादनकसमाजवािका भी यही िावा ह दक उसकअदतररतकोईआदरथकनयायसरादपतनहीहोसकता।मकमाचाहतहएिोनोक सबध मअपनी दनराशा परकटकरता ह दक य िोनो हीआदरथकनयायकसनहरी दसदानतकोअपनानऔरउसपरकायथरत होन मअसफलरह ह। तरादप इस दवषयपर दवसतारपवथकबहसहमआगचलकरकरग।इसलामम नयायकीकलपना बहत दवशालऔर वयापकहऔर

यह कलपना इसलामी दशका क सब पहलओ पर वयापत ह, दकनतकवलयहीनहीअदपतइसलामइसदिशामएकपगऔरआगबिताह।वजञादनकसमाजवािमयहपरयास दकयाजाताह दकसमाजकी

कालथमासथ और ‍फडररक की दनदमथत दवचारधारा (दसदानत) दजसकअनसारततवमससतषकसशषिह।मससतषकसवयततवकाउननतरपहतरासमयऔरसरानततवकरपह।अगरजीमइसDialectical Materialism कहाजाताह। (अनवािक)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 171

आदरथकऊच-नीचकोपणथतयासमापतकर दियाजाए।धनवानऔरदनधथनमकोईअनतरशषनरहऔरसबलोगराष‍टीयधनससमानरपसलाभपरापतकर।समाजम न दनधथन होऔरनउनकी ऐसीआवशयकताए हो जो पणथ न हो सक। इस का पररणाम यह होगादक अदधकारो की माग का परशन ही नही उिगा और धनवानो कोििथशागरसतलोगोसयहखतरानहीहोगादकवउनकीसदचतधनरादशकोलटलगजबदकपजीवािीवयवसरामपराय:सबक दलएसमानअवसरउपलबधकरानकीबातकीजाती ह।व धनरादशकसमानदवभाजनकसरानपरसवततरअरथवयवसरापरबलितहतादकसबको अपनी कायथकशलता दिखान क दलए समान अवसर परापत होसक। इसपरकार दजससमाजका दनमाथणहोताहउसमसिवलोगोकोअपनी माग परसततकरन कीआवशयकता रहती ह। सरकार यापजीपदतयो स अदधक स अदधक लाभ परापत करन क दलए िबावडालन वाल िल बनाए जात ह। ‍टड यदनयनो की सरापना होती हजोकमथचाररयोऔरशदमकोकअदधकारोक दलएकदटबदरहतीहदकनतइसकबावजिऐससमाजमकमथचारीऔरशदमकवगथकलोगसिव ही हीनभावना का दशकार रहत ह। िसरीओर यदि वजञादनकसमाजवािकोआिशथरपमलागदकयाजाएतोसमाजकदकसीवगथकोदकसीपरकारकीमागकरनकीआवशयकताहीनहीरहगी।यातोसमाजइतनासमधदहोगादकसबकीआवशयकताकाधयानरखतहएराष‍टीयधनकानयायसगतदवभाजनसभवहोगा।यादफरसमाजइतनादनधथनहोगा दकवह दकसीकीआवशयकताकोपरानहीकरसकगाऔरसबलोगएकहीपरकारकीििथशाकादशकारहोग।िोनोरपोम एकऐसासमाजपनपगा दजसमअदधकारोकीमागएक दनररथकबात होगी जबदक पजीवािी अरथवयवसरा म हरओरअदधकारो कीमागदसटिगोचरहोतीह।इसवयवसरानसारदनधथनोकोअपनअसतोष

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान172

कोपरकटकरनकापणथअदधकारपरापतहोनाचादहएऔरउनह ऐसअवसर भी उपलबध होन चादहए जहा उनकी बात सनी जाए।अत:इस ससरदत मअनतत: िबाव-िलबनग, हडताल होगी तरा मादलकऔरमजिरक दववािहोगऔरकारखानोपरतालपडजाएग।इसलाम एक ऐसी दवचारधारा पिा करना चाहता ह दजसक विारा

शासक वगथ और धनवानो को यह समरण रह दक यह नयायसगतअरथवयवसराकीसरापनाउनकअपनही दहतमह।इसलामशासकवगथऔरपजीपदतयोकोआगरहपवथकआिशिताहदकवसिविसरोकअदधकारोकाधयानरख।कमजोरऔरदनधथनवगथकमलआदरथकअदधकारकभीनषटनहोनि।वयवसायकचयनकीआजािी,समानअवसरऔर जीवनकी मलआवशयकताए उनक मल अदधकार हजोउनह परापत होनचादहए। इससोचऔर दवचारधाराकअभावसमनषयोनजीवनकसघषथमबडिखउिाएहऔरमानवइदतहासमउपदरवएवउतपातकअसखयकालअधयायदलखगएह।समाजको ऐस िखोस सरदकत रखनक दलए इसलाम न जो दशका िी हउसमलनऔरसमटनसअदधकिनपरबलदियागयाह।शासकतरापजीवािीवगथकाकतथवयहदकवहहमशाइसबातकीदनगरानीकरत रह दकसमाजकाकोई वगथ मानवक मलअदधकारो स इससीमातकवदचतनहो दकउदचतऔरसमानजनकजीवनयापनभीनकरसक।एकवासतदवकइसलामीशासनकाकतथवयहदकजनताकीमलआवशयकताओकापराअहसासरखऔरउनकीउपलबधताक दलए उदचत परबध कर। इसस पवथ दक लोगो क हियो म िबहएिखदिखाईिनलग,मौनशोकआतथनािकरनलगऔरमानवआवशयकताए वयवसराऔर समाज की शासनत क दलए खतरा बनजाए वआवशयकताए पणथ होनी चादहएऔर उन शोकोऔर िखोककारणकासमाधानहोनाचादहए।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 173

जीवन की मल आवशयकताए उपलबध करन की दसटि स यहापरतयकतौरपरइसलामऔरसमाजवािमरोडीसीसमानता दिखाईिती ह, परनत वासतवम यह एकऊपरीसमानता ह।अनतर यह हदक इसलाम अपन उदशयो की परादति क दलए उन जबरिसती करनवाल माधयमो का उपयोग नही करता जो वजञादनक समाजवाि नपरसततदकएह।इससदकपतसमयममदवसतारसतोयहवणथननहीकरसकता दकइसलामदकसपरकारइसमहानलकषय-परादतिकोसभवबनाताहपरनतसकपमइतनाअवशयकहगा दकइसलामजबरिसतीभौदतकताकिशथनकसमानइससमसयाकोएकदनषपराणऔरमशीनपददतमनहीलता।इसलामकीसामादजकवयवसरामानवमनोदवजञानक सवाभादवक दनयमो स पणथ रप स समसनवत ह। अनय बातो कअदतररतइसलामएकऐसवातावरणकोपिाकरताह दजसमअपनअदधकारोकीमागकसरानपरिसरोकअदधकारोकासमानपिाहोजाताह।एकवासतदवकइसलामीसमाजकलोगिसरोकिख-ििथकीसमदचतअनभदतऔरसविनाककारणअपनअदधकारोसअदधकउनमागोकी दचनताकरतहजोसमाजउनसकरताह।हजरतमहमिमसतफास.अ.व.नअपनअनयादययोकोबार-बारय

नसीहतकीहदकमजिरोकोउनकअदधकारसबिकरिो।मजिरकीमजिरीउसकापसीनासखनसपहलििो।अपनअधीनलोगोसमहनतऔरपररशमकऐसकामनलोदजनककरनकीसवयतमम शसत नही।जहा तक होसकअपन नौकरोको वसा ही भोजनदखलाओ जसा तम अपन घर वालो को दखलात हो और वसा हीकपडा पहनाओजसा तम सवय पहनत हो। दनबथल पर दकसी परकारकाअतयाचारनकरोअनयरातमपरमशवरकसमकउतरिायीहोग।कभी-कभी अपन नौकरो को अपन सार भोजनकराओऔर सवयउनकासामनबिाकरभोजनपरसततकरोतादकतम दमथयाअदभमानऔरघधणासबचसको।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान174

दररदररला क ‍बलावजद महलान उदशयो क फ‍ए वयय करनला

कआथनकरीमनमानवसमानऔरउसकीमयाथिाकीसरकापरअतयदधकबलदियाह।दनधथनोऔरमहताजोकीआवशयकताएउनकसवादभमान को दसटिगत रखत हए दकस परकार पणथ करनी चादहए,इसकसबधमदननदलदखतआयतएकनदतककायथ-परणालीउपलबधकरतीह।इसमउनदवशषताओकावणथनहजोउपकारकरनवालोमहोनीचादहएऔरउनहीदवशषताओसयतलोगोकदलएपरमशवरन इससपवथकीआयतमकमाकपरसकारकावणथन दकयाह -

(सरहआलइमरान-135)

अनवलाद - (अथरामत) व लोग जो समवदध म भी खचम ‍करत ह और तगी म भी और करोध ‍को दबरा जरान वराल और लोगो स (उन‍क) दोषो ‍को (दख‍कर) अनदखरा ‍करन वराल ह और परमशवर उप‍करार ‍करन वरालो स पम ‍करतरा ह।

फनधतनो क फ‍ए खचत करनला िान-पणयकजोअरथसामानयत:समझजातहउसकिोपहलह-एकओरिानिनवालकागणगानऔरपरशसाहोतीहतोिसरी

ओरलन वालकोयदिअपमानकानहीतोकमसकम दतरसकारका सामना अवशय करना पडता ह। मातर िान लन क कारण वहवयसतअपन सतरस दगरजाता हऔरउसकसमानमकमीआ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 175

जातीह।इसलामनएकरिासनतकारीभावनाकरपमसिका-खरात(िान)कीइसकलपनाको दबलकलपररवदतथतकरक रख दियाह।कआथनकरीमकीएकआयतमइसबातकाअदतसनिरदवशलषण

परसतत दकयागयाह दकयोसमाजमकछलोगबहतधनवानहोतहऔरकछअतयनत दनधथनताका दशकारहोजातह।फरमाया-

(सरहअजजाररयात-20)

अनवलाद - और उन‍की धन-समपवतयो म मरागन वरालो और न मरागन वराल महतराजो ‍क वलए ए‍क हक ह। इसआयतम शबि ‘हक’कअरथको पणथरपस समझा नही

गया।यहशबिजहािान िनवालोकोबताताह दकमहताजोऔरदनधथनो स तहारा या वयवहार होना चादहए। वहा यह शबि िानलन वालोकीसोचकोभीउदचत दिशा िता ह। िान िन वालकोयहसमरणकरायागयाह दकजोधनवह दनधथनोको ि रहाहवहवासतवम उनका धन नही ह तराशबि ‘हक’म यहसनिश दियागयाहदकिानसवीकारकरनवालकालसजितहोनयादकसीपरकारकीमानदसकउलझनकादशकारहोनकीदबलकलकोईआवशयकतानही। परमशवर न उस यह अदधकार दिया ह दक वह अचछाऔरसमानजनक जीवन वयतीत कर। यह कहन की आवशयकता नहीदक दजससमाज मकछलोग दबलकल िररदरऔरकगाल बनकररह जाए या जीदवत रहन क दलए भीख मागन पर दववश हो जाए।वहसमाज सवसर नहीकहलासकता। उसम दनशचय हीकोई ऐसािोषहोगा दजससयहभयानक ससरदतपिाहई।एकसवसरआदरथकवयवसरामकोईवयसतइतनागरीबनहीहोनाचादहएदकवहजीवनकीमलआवशयकताओसभीवदचतहोऔरजीवनकोबचाएरखन

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान176

क दलएहारफलानपर दववशहो।जसादकमपहलवणथनकरचकाह दकईशवरपरितदशकामानव

परकदतक दबलकलअनककल ह।यदििानकआिशससभादवततौरपरकछलोगोकासवादभमानऔरआतमसमानआहतहोसकताहोतोकआथनकरीमन इसक दनवारणकासामानभीकर दिया हऔरइसपरकारगरीबोकोहरपरकारकीलजजाऔरशदमथनिगीसबचादलयाह।

करजरला की भलावनला गरीबोकीसहायताकोउनकाअदधकारसमझाजाएतोयहखतरा

सिवमौजिरहताहदककहीऐसानहोकछलोगउपकारपरउलटीकतघनताकरनलग।उनपरउपकारदकयाजाएतोवकहिदकजोकछ हम दिया गया ह वह हमाराअदधकाररा। इसदलए हम दकसीपरकार की कतजञता वयत करन की किादप कोईआवशयकता नहीह।यदियहवधदतसवथजनीनहोजाएतोइसकतोयहीअरथहोग दकशालीनताऔरअचछआचरणसमापतहोगएह।इसकायहीकारणहदककआथनकरीमउपकारसवीकारकरनवालकोबार-बारसमरणकराताहदकउसकायहकतथवयहदकवहकतजञबन।उपकारचाहदकतनाहीछोटायोनहोउसचादहएदकअपनउपकारकरनवालकाधनयवािअिाकर।एकमोदमनकोबार-बारयहबतायागयाहदकपरमशवर दकसीकतघनमनषयसपरमनहीकरता।

(सरहअजजमर-8)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 177

अनवलाद - यवद तम इन‍करार ‍करो तो वनशचय ही परमशवर तम स वनसपह ह और वह अपन बनदो ‍क वलए ‍कफर ‍को पसनद नही ‍करतरा और यवद तम धनयवराद ‍करो तो वह इस तमहरार वलए पसनद ‍करतरा ह। और ‍कोई बोझ उ‍ठरान वराली हसती व‍कसी ‍करा बोझ नही उ‍ठराएगी वफर तम सब ‍को अपन पवतपराल‍क ‍की ओर लौटनरा ह, अत: वह तमह उन ‍कममो स अवगत ‍करगरा जो तम व‍कयरा ‍करत थ। वनशचय ही वह हदय ‍क भदो ‍को भली-भरावत जरानतरा ह। हजरतमहमिस.अ.व.कतजञताक महतव परअदधकबल ित हए

मोदमनोकोसमरणकरात ह :-من لم یشکر الناس لم یشکر اہلل

(सननदतरदमजी,अबवाबलदबरचवसससलत -बाबमाजाआ दफशशकर दलमनअहसनाइलका)

अराथतजोवयसतमनषयकाधनयवािअिानहीकरतावहपरमशवरकाभीधनयवािअिानहीकरता।इससअदभपराययहह दकतोवयसतमानवजादतकाधनयवािनही

करता वह यदि परमशवर का धनयवािी हो भी तो उसका धनयवािपरमशवर क यहा सवीकार नही दकया जाएगा। सरह अजजमर कीउपरोतआयत शालीनता, उचचआचरणऔर कतजञता की भावनाकोकिादपदनरतसादहतनहीकरती।इसआयतमतोउपकारसवीकारकरन वालको यहमकसनिश दिया गया ह दकउस दकसी परकारकी हीन भावना म गरसत होन की किादप कोईआवशयकता नही हऔरनहीउपकारसवीकारकरनसउसकीमान-मयाथिाआहतहोनीचादहए।हा दकसीकाकतजञहोनानकवलमानव-मयाथिाक दवपरीतनहीहअदपतयहतोएकऐसीदवशषताहजोमयाथिामबिोतरीका

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान178

कारणबनजातीह। इसलामउपकारकरनवालकोभीएकसवथरादभननऔरअनिीपददतअपनानकी दशका िताह।सामानयतयायहबातमयाथिाऔर दवनयक दवपरीतसमझीजाती ह दककतजञताकोअदधकारसमझकरसवीकार दकयाजाए।ऐसीनमरतापरिदशथतकरनाससकदतकाअग ह, परनत इससामानयसभयशलीमऔर इसलामकीउचचनदतकदशकामएकमलभतअनतरह।इसलामनकी,भलाईएवजन-सवाकाआिश इसदलए नही िता दक ऐसकायमोक विारायश परादति होअरवा सवाभादवकसवा-भावनाकी सतसटिका साधनजटायाजाए।इसलामकदनकटजन-सवाकाउचचतमउदशयकवलपरमशवरकीपरसननता परादति ह।बार-बारबल दियागया ह दकशभकमथ मातर परमशवर क दलए होन चादहए तादक हम परमशवर कीपरसननतापरापतहोऔरवहीइसकापरदतफलपरिानकर।इससयहबातभली-भादतसपषटहोजातीह दकजबएकसचचा

और वासतदवक मसलमान दकसी महताज कीआवशयकता की पदतथकरता ह तोउसकसमककोई वयसतगत दहतनही होता, नहीवहदकसी वयसत को परसनन करना चाहता ह अदपत उसका एकमातरउदशय कवल अपन सरषटा और सवामी परमशवर को परसनन करनाहोता ह। वह उस परमशवरकी परसननता चाहता ह दजसन वह सबकछउसपरिान दकया दजसकाआजवहमादलकह।अत: इस दसदानत क अनसार वह िसरो पर जो कछ भी खचथ

करताहवहकोईउपकारनहीकरताअदपतपरमशवरकउनउपकारोका धनयवाि अिा करता ह जो सवय उसक ऊपर ह। इस शानिारदवचारधाराऔर वयवहार की नीव कआथन करीम की एक परारदभकआयतह दजसमकहागयाह दक-

(सरहअलबकरह-4)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 179

अनवलाद - और जो ‍कछ हम उनह आजीवव‍करा पदरान ‍करत ह व उसम स खचम ‍करत ह। अत:एकसचचामोदमनयदियहनहीचाहता दक दकसीउपकार

कपरदतफलमलोगउसकाधनयवािअिाकरतोदकसीआडबरजनयदवनमरतायामातर दिखावकीसभयताक वशीभत नही होता,वहतोवासतवम इसबातकोअपनीआसराकाअदभननअशसमझता हऔरकहताहदकमनदजसवयसतपरउपकारदकयाहउसपरयदिदकसीकाधनयवािअिाकरनाअदनवायथ ह तोवहकवलपरमशवरकाअससततवह।यहीकारणहदकवासतदवकमोदमनजोईमानकअरथसपररदचतहजबकोईउनकउपकारोकाधनयवािअिाकरतोवअतयनतलजजामहससकरतह।कआथनकरीमयहघोषणाकरताह-

(सरहअदहरआयत9,10)

अनवलाद - और व खरान ‍को उस‍की चराहत ‍क होत हए, असहरायो, अनराथो और कवदयो ‍को वखलरात ह। (और ‍कहत ह) हम तमह मरातर परमशवर ‍की पसननतरा ‍क वलए वखलरा रह ह। हम तम स ‍कदरावप न ‍कोई पवतफल चराहत ह और न ‍कोई ‍कतजतरा। मातरभोजनकरािनाहीपयाथपतनहीअदपतजीवनकी दवसगदतयो,

कषटो एव भखकी पीडाको जानत हएलोगो क िखो क भागीिारहोकर तरा दकसी कतजञता की आशा क दबना भोजन कराना एकवासतदवकमोदमन क यरायोयकायथ ह। उपरोतआयतोकासौनियथआखोको चदधया िता ह। यदि यह दशका िी जाती दक मोदमन एकपाखड जनय कदतरम दवनयऔर नमरता परिदशथत करत हए लोगो की

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान180

कतजञता को सवीकार करन स इनकार कर दिया कर मानो कतजञतासवीकारकरनाउनकीपरदतषिाकदवपरीतहतोिराचारकफलनफकलनकाभयरा।जबएकवयसतरसमीतौरपरयहकहताहदकधनयवािकीकोईआवशयकतानहीतोवासतवमवहजानता ह दकइसपरकारवहउसवयसतकीदसटिमऔरभीअदधकआिरणीयहोजाएगादजसपरउसनउपकारदकया।इसकदवपरीतइसलामकीदशकाकहीअदधकसनिरऔरपदवतरभावनाओकाआिशथपरसततकरतीह।उपकारकरनवालकोसमरणकरायागया ह दकवहअपनधनकोएकहीसमयम िो खरीिारो क हार दवरिय नही कर सकता। नकी का काम यातोपरमशवरकीपरसननता क दलएहोसकता हया दफरईशवरतरकीपरसननता क दलएहोसकता ह।यहआयतबताती ह दकिोनोपरकारकीभावनाएएकहीसमयमइकटीनहीहोसकती।परमशवरकाएकदनषकपटबनिाजबदकसीमहताजकीआवशयकताकोपराकरतसमययहकहताहदकमरीभावनातोवासतवममातरपरमशवरकीपरसननतापरादति ह तो इसपरकारवहउसमहताजकोभी समरणकरा रहाहोताह दकउसकावासतदवकउपकारी वह नहीअदपत परमशवर ह। सपषटह दकसोचकीइसपरदरियासउसमहताजवयसतकहियम दकसीपरकारकीहीनभावनाक पिाहोनकीसभावनानहीरहती।

शभ कमत क पफरफ‍ की फकसी मनषय स आशला न रखनला

इसलामी दशकाकअनसार दकसी वयसतस उतम दशषटाचारकावयवहारकरनापरचदलतसभयताकबाहयरपसपरभादवतहोकरकदरसवभावकरपमनहीहोनाचादहएअदपतसमसतदशषटाचारकीजडपरमशवरकपरदतआसरामसदनिदवटिहोनीचादहए।महताजोकोिानउसकदर भावना स नही िना चादहए दक उसक परदतफलम उसस

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 181

भीकभीकोईलाभपरापतकरग।

(सरहअलमदसससरआयत7)

अनवलाद - और अवध‍क लन ‍क वलए उप‍करार न व‍कयरा ‍करो। इसलामकीदशकायहह दकयदिआपन दकसीपरउपकारदकया

हतोउसइसपरकारभलजाएजसकछभीनहीहआ।उपकारजतानातरा नकी पर गवथकरनाऔर उस बिा-चिाकर वणथनकरना नकीकोनषटकरिना ह।एकवासतदवकमोदमनकिादपऐसानहीकरता।उसकीकायथ-परणालीदननदलदखतआयतोमवणथनकीगईह।यआयतगलतऔरसहीकायथपरणालीमबडीिोसतलनापरसततकरतीह-

(सरहअलबकरहआयत262स265)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान182

अनवलाद - उन लोगो ‍करा उदराहरण जो अपन धन परमशवर ‍क मरागम म खचम ‍करत ह ऐस बीज ‍की भरावत ह जो सरात बरावलयरा उगरातरा हो पतय‍क बराली म सौ दरान हो और परमशवर वजस चराह (उस स भी) अवध‍क बढरा ‍कर दतरा ह और परमशवर बढरान वरालरा (और) सथरायी जरान रखन वरालरा ह। व लोग जो अपन मराल परमशवर ‍क मरागम म खचम ‍करत ह वफर व जो खचम ‍करत ह उस‍करा उप‍करार जतरात हए यरा ‍कषट दत हए पीछरा नही ‍करत उन‍करा पवतफल उन‍क रबब ‍क परास ह और उन ‍को ‍कोई भय नही होगरा और न व वचनतरातर होग। अचछी बरात ‍कहनरा और कषमरा ‍कर दनरा अवध‍क शष‍ठ ह ऐस दरान स व‍क उस‍क पीछ ‍कोई ‍कषट ‍की आश‍करा हो और परमशवर वनसपह (और) सहनशील ह। ह लोगो जो ईमरान लराए हो ! अपन दरान ‍को उप‍करार जतरा ‍कर यरा ‍कषट पहचरा ‍कर नषट न व‍कयरा ‍करो उस वयनकत ‍क समरान जो अपनरा धन लोगो ‍को वदखरान ‍क वलए खचम ‍करतरा ह और न तो परमशवर पर ईमरान रखतरा ह और न पलय ‍क वदन पर। अत: उस‍करा उदराहरण ए‍क ऐसी चटरान ‍की भरावत ह वजस पर वमटी (‍की तह) हो वफर उस पर मसलराधरार वषराम हो तो उस चवटयल छोड जराए। जो ‍कछ व ‍कमरात ह उसम स व‍कसी वसत पर व ‍कोई अवध‍करार नही रखत और परमशवर ‍करावफर (परमशवर और उस‍क अवतरारो ‍करा इन‍करार ‍करन वराली) जरावत ‍करा मरागम-दशमन नही ‍करतरा। इसीपरकारकआथनकरीमफरमाताह -

(सरहअजजहाआयत11)

अनवलाद - और जहरा त‍क मरागन वराल ‍करा सबध ह त उस न वझड‍क।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 183

फभकषलावफतत इसलामदभखारीकसारभीसमानपवथकवयवहारकरनकाआिश

िता हऔर किोरतापवथक बात करन स सखती स मना करता ह।यदयदप दभकावधदतको पसनि नही दकया गयाअदपत उस दनरतसादहतदकयागयाहपरनतअतयनतआवशयकताकसमयमागनकअदधकारकोकायमरखागयाहऔर दकसी वयसतकोऐसमागनवालोकसवादभमानकोिसपहचानकीआजञानहीिीगईहजोबचार हारफलानपर दववशहो।इसलाम क परारदभक यग म इसक बावजि दक मागन वालो का

आतम-समान पणथ रप स सरदकत रा दफर भी व लोग भली भादतसमझत र दक भीख न मागना भीख मागन स शषि ह। एक बारहजरतमहमिमसतफास.अ.व.नमागनवालऔरिनवालकीतलनाकरतहएफरमाया-

فل ید السن ال یا خی م

ید العل

ال

अराथतिन वालाहारलनवाल हारसशषिह। इस दशकाकापररणामरादककछमसलमानोनगरीबीममरनासवीकारकरदलयापरनतजीदवत रहनक दलएभीखमागनापसनिन दकया।ऐसलोगोकीआवशयकताएपरीकरनकदलएजोपरमशवरकमागथमपरयासरतहऔरगरीबीकहारोदववशहकआथनकरीमनसमसतसमाजकाधयानाकषथण दकयाह।अतःफरमाया-

(सरहअलबकरहआयत274)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान184

अनवलाद - (यह खचम) उन महतराजो ‍क वलए ह जो परमशवर ‍क मरागम म घर म बनद ‍कर वदए गए (और) व पथवी म चलन वफरन ‍की शनकत नही रखत। ए‍क अजरान (उन‍क) पशन स बचन (‍की आदत) ‍क ‍करारण उनह धनवरान समझतरा ह (परनत) त उन ‍क लकषणो स उनह पहचरानतरा ह। व पीछ पड‍कर लोगो स नही मरागत और जो ‍कछ भी तम धन म स खचम ‍करो तो परमशवर उस‍को भली भरावत जरानतरा ह। यहबात दननदलदखतआयतसऔरअदधकसपषटहोजातीह-

(सरहअलहशआयत8)

अनवलाद - परमशवर न ‍कछ बनसतयो ‍क वनवरावसयो ‍क धन म स अपन रसल ‍को जो बतौर गनीमत पदरान व‍कयरा ह तो वह परमशवर ‍क वलए और रसल ‍क वलए ह और वन‍कट सबवधयो, अनराथो, असहरायो और यरावतरयो ‍क वलए तराव‍क ऐसरा न हो व‍क यह (यदध ‍क पशचरात पररावजत शतर रण-भवम म छोडरा हआ धन अथरामत गनीमत) तमहरार धनवरान लोगो ‍की पररवध म चक‍कर लगरातरा रह और रसल जो तमह द तो उस ल लो और वजसस तमह रो‍क उस स र‍क जराओ और परमशवर ‍करा सयम धरारण ‍करो। वनशचय ही परमशवर दणड दन म बहत ‍क‍ठोर ह। हजरत महमि सललललाहो अलदह वसललम न एक हिीस म

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 185

भी यह दसदानत का वणथन दकया ह। इस हिीस का सबदधत भागदननदलदखतह :-علیہ اہلل صل ب الن عن ، عنہ اہلل

رضی حزام بن حکیم عن

بمن تعول فل ، وابدا ید السن ال علیا خی م

ید ال

: ال قال

وسلم

ومن ، اہلل یعفہ یستعفف ومن ۔ غین ظھر عن دقۃ الص خی و یستغن یغنہ اہلل۔

(सहीबखारी - दकताबजजकात-बाबलासिकाइललाअनजहर दगना)

अनवलाद - हजरत ह‍कीम वबन वहजराम वणमन ‍करत ह व‍क रसल ‍करीमस.अ.व. न फरमरायरा - ऊपर वरालरा हराथ नीच वराल हराथ स शष‍ठ ह। मनषय ‍को चरावहए व‍क वह सवमपथम अपन पररवरार पर खचम ‍कर। शष‍ठ दरान वह ह जो ए‍क धनवरान मनषय अपन खचमो ‍क पशचरात बच हए धन म स दतरा ह। जो ‍कोई दसर ‍क आग हराथ फलरान स बचतरा ह परमशवर उस दगरा और दसरो ‍क आग हराथ फलरान स सरवकषत रखगरा। जो ‍कोई समवदध प‍कट ‍करतरा ह परमशवर उस समदधशराली बनरा दगरा। इस हिीसम हजरतमहमिमसतफास.अ.व.फरमा रह ह दक तम

ऊपर वाला हार बन जाओअराथत िान दिया करोऔर िसरो कीसवा दकयाकरो,नयहदकलोगतमपरउपकारकरऔरतमिानलनवालबनजाओ।

आफथतक तयलाग क फ‍ए शद धन की शरत िानक दनयमोकअदतररत यहबात भी बडी महतवपणथ ह दक

आपयावसतखचथकररहह।यदिआपकोईएसीवसतिानकरतह जो यदिआप को िी जाएऔरआप उस सवीकार करत समयलजजामहससकरतोआपकािानवासतवमिाननहीह।कआथन

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान186

करीमक दनकटयहतो दकसीवसतकोककडमफक िनकपयाथयह।अतःफरमाया-

(सरहअलबकरह-268)

अनवलाद - ह व लोगो जो ईमरान लराए हो ! जो ‍कछ तम ‍कमरात हो उसम स और उसम स भी जो हम न तमहरार वलए पथवी म स वन‍करालरा ह पववतर वसतए खचम ‍करो और (परमशवर ‍क मरागम म) खचम ‍करत समय उसम स ऐसी अपववतर वसत ‍करा इररादरा न व‍कयरा ‍करो व‍क तम उस ‍कदरावप सवी‍करार न ‍करो वसवराए इस‍क व‍क तम (अपमरान ‍क ववचरार स) उस अनदखरा ‍करो और जरान लो व‍क परमशवर वनसपह (और) बहत पशसनीय ह।

(सरहअलहजज-38)

अनवलाद - परमशवर त‍क उन‍क मरास ‍कदरावप नही पहचग और न उन‍क खन, परनत तमहराररा सयम (पववतर भरावनरा) उस त‍क पहचगरा।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 187

परमशवर क मलागत म पतयकष एव गपर दलान इसलामपरमशवरकमागथमगपतऔरपरतयकिोनोपरकारसखचथ

करनकीअनमदतिताह।कआथनकरीमफरमाताह।

(सरहअलबकरह-271,272)

अनवलाद - और तम जो भी खचम ‍करन योय वसतओ म स खचम ‍करो यरा मननतो (भटो) म स ‍कोई मननत मरानो तो वनशचय ही परमशवर उस जरानतरा ह और अतयराचराररयो ‍क वलए ‍कोई सहराय‍क नही। तम यवद दरानो ‍को प‍कट ‍करो तो यह भी अचछी बरात ह और यवद तम उनह महतराजो ‍को दो तो यह तमहरार वलए उवचत ह। और वह (परमशवर) तमहरारी बहत सी बरराइयरा तम स दर ‍कर दगरा और परमशवर ‍को उस ‍की सदव जरान‍करारी रहती ह जो ‍कछ तम ‍करत हो।

सलामलाफजक दलाफयतव इसलामी दशकाकअनसारसतारिअदधकाररयोक दलएअतयनत

आवशयक ह दक उनह सामानय जनताकी भलाईऔरकलयाणकीइतनीअनभदत हो दक माग मनवानक दलए दकसी परकारक िबावडालनवालिल(PressureGroups)बनानकीआवशयकताहीन रह।कआथनकरीमकी दशकाकअनसारशासकअपनीपरजाकी

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान188

पररससरदतयोकाउतरिायीऔरपरमशवरकसमकभीउतरिायीह।हजरतमहमिस.अ.व.नएकहिीसमफरमायाह -

تہ عی عن رکلکم راع و کلکم مسئول

(सहीबखारी, दकताबदनिकाह,बाबलमरअत राइयतनफीबतजौदजहा)

अनवलाद - तम म स हर ‍कोई ए‍क चरवराह ‍क समरान ह (वह भडो ‍करा मरावल‍क तो नही परनत जो भड वह चररा रहरा ह उन ‍की दखभराल ‍करा दरावयतव उस सौपरा गयरा ह) और तम सब अपन दरावयतव ‍क बरार म उतरदरायी हो। इस हिीस म ऐस कई परकार क सबधो का वणथन ह दजनक

कारण एक वयसत दकसीअनय वयसतका उतरिायी बन जाता ह।उिाहरणतयासवामीअपनसवककपरदतउतरिायीह।पदतऔरपतनीिोनोअपनखानिानकपरदतउतरिायीह।पदतखानिानकसरकककतौरपरऔरपतनीघरकापरबनधचलानकीदसटिसइसीपरकारएकमादलकअपन मजिरक परदत उतरिायी ह। (इसी परकारआगभी)इनसबधोकावणथनकरतहएहजरतमहमिस.अ.व.नबार-बारफरमाया दक - समरण रखो दक तम उतरिायी बनाए गए होऔरअपन इसिादयतवकपरदतउतरिायीहो।

इस‍लामी इफरहलास की एक घटनला एकरातहजरतउमररदज.मिीनाकीएकदनकटवतषीबसतीकीएक

गलीमसगजर रह रआपकीयह दिनचयाथरी दकसीधतौरपरअपनी परजाकी पररससरदतया जानन क दलएअपनी वश-भषा बिलकरगदलयोमचकरलगायाकरत र।आपकोएकघरसबचचोक रोनकीआवाजआई।ऐसालगतारा दकबचच दकसीकषटमह। पछन पर मालम हआ दक एक माऔर उसक तीन चार बचच

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 189

चलहकचारोओरबि हएह।चलहपरहाडी रखीहईह। दजसमकोईवसतउबलरहीह।हजरतउमररदज.नमासपछा दकयाबातह, बचच यो रो रह ह ? उसन उतर दिया दकबचच भख हऔरमरपासइनह दखलानक दलएकछनही।मन इनहबहलानक दलएहाडीमकछपानीऔरपतररडालकरचलहपररखाहआहतादकवयहसमझदकखानातयारहोरहाह।यहसनकरहजरतउमररदज.बडीबचनीऔरवयाकलताकी ससरदतमतरनतवापसदखलाफतकिरबारमआए।आपनकछआटा,मासऔरखजरली।उनह एकबोरीमरखाऔरदनकटखडहएसवकसकहादकइसमरीकमरपर रख िो।सवक नआशचयथ सकहा दक हअमीरलमोदमनीन !आप योकषटकरत ह यह बोझ मझ उिान ि। हजरत उमररदज.नफरमाया - दन:सनिहआज तो तम मरा बोझ उिा सकत हो परनतपरलयक दिन मरा बोझकौन उिाएगा ?आपककहनका तातपयथयह रा दक परदतफलऔर िणड क दिन कोई अनय इस बात काउतरिायी नही होगा दक उमररदज. न अपन िादयतवो को दकस परकारअिादकयारा।इसदलएउनहअपनाबोझसवयहीउिानाहोगा।यहवासतवमसवयकदलएएकपरकारकािणडराजोहजरतउमररदज. नअपन दलएपरसतादवत दकया।आपन महसस दकया दकउसगरीबऔरअसहाय सतरीऔरउसक बचचोकी दजस ििथशाको िखकरआएहउसकािादयतवआपपरआताह।वासतवमआपकोइसबातकाबहतअदधकअहसासरा दकसारशहरऔरउसकीसमसयाओकअसनतमउतरिायीआपहीहऔरयहिादयतवआपहीकोदनभानापडगा।यदयदपपरतयकशासककदलएयहअसभवहदकवहहजरतउमररदज.कीबराबरीकरसकपरनतयादवचारकीदसटिसऔरयाआचरणकीदसटिसआपकाआिशथचररतरहमशाक दलएमाडलऔरआिशथकाकामितारहगा।वासतवमयहीवहभावनाह दजस

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान190

वतथमानयगकसमसतसमाजोमजीदवतकरनकीआवशयकताह।यदिसरकारलोगोक दहतऔरकलयाणका धयान रखऔरउनककषटऔरिख-ििथकाअहसासपिाकरतोइससपवथदकलोगअपनकषटऔर दनराशाओकोपरकटकरनक दलएउिखडहो,शासकवगथसवयअपनतौरपरउनकिख-ििथकाउपचारकरनपर दववशहोजाएग। व पररससरदतयोकसधारका परयास,लोगोकी मागो यादकसीभयककारणनहीकरगअदपतसवयउनकीअपनीअनतरातमाकीपरदतधवदनउनहऐसाकरनपर दववशकर िगी।

ईशवर पदतत समसर वदलायरलाओ म स खचत करनला

कआथनकरीमन परमशवरकमागथ मखचथकरनकोकवलधनखचथकरनतकसीदमतनहीरखाअदपतउसमदनदहतअनतभाथवनाकोदवसतधतरप ि दिया ह। एकअनपमआयत दजसकआथनकरीम नबार-बारिोहरायाहयहह -

(सरहअलबकरह-4)

अनवलाद :- और जो ‍कछ हम उनह जीवनयरापन ‍क वनवमत दत ह व उस म स खचम ‍करत ह। ईशवरपरित न’मतो म परतयक परकार की भौदतक न’मतो क

अदतररत समसत योयताए, शसतया, दवशषताए एव मानवीय सबधआदि ससमदलत ह। इस सदकपत स वाय म समान, शासनत औरआराम इतयादिजसी न’मत भीआजाती ह।अत: हरवहवसतजोकलपना म आ सकती ह رزقنھ ا म ومم ससमदलत ह। ‘दमन’का शबि भी यहा बडी सनिरता क सार परयोग हआ ह दजसक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 191

शासबिकअरथ“कछ”कह।इसशबिकपरयोगसआयतममौजिनसीहतपरआचरणकरनापरतयकक दलएसभवहोगयाह।ا وممहनहीअरथयकرزقنھ दकवहसबकछजोहमनउनह दियाहपरमशवरकमागथमखचथकरतहअदपतइसकअरथयह दकजोकछ भी परमशवर न दिया ह व उसम स कछखचथ करत हऔरशबि “कछ” म इतनी लचकऔर दवशालता ह दक जन-साधारणभीजोबडी-बडीकरबादनयोकीसामथयथनही रखतवकमसकमअपनीपरदतषिानसारपरमशवरकमागथमखचथकरनमभागलसकतह।जन-सवाकायहवहवातावरणह दजसकीसरापनाऔरदवकासक दलएइसलामपरयासकरताह।इसवातावरणकासबधएकओरतो वयसत क सामादजक वयवहारोऔर जनजीवन की कायथ-परणालीसहऔरिसरीओरइसकासबधउसकीआदरथकऔरआजीदवकासबधीसघषथसह।एकऐसीअरथवयवसरादजसमससमदलतहोकरवयसतकोवयसतगत

सवादमतवकाहीशोकखाएजारहाहोऔरवहिोनोहारोससमटनकपरयासोमवयसतहोवहासहीऔरगलत,वधऔरअवधमअनतरकरनाबहतकदिनअदपत वयावहाररकतौरपरअसभवहोजाताह।अदधक गमान यह ह दक ऐसा समाज अपनी सीमाओ म रहन कीबजाए िसरो क अदधकारो म अनदचत हसतकप करगा परनत िसरीओर दजससमाजकलोगोको सिव यह समरणकराया जाएऔरपरदशकणभी दियाजाए दकव िसरोकोउनकअदधकारसअदधकदियाकर उनसकिादपयहआशानहीकीजासकती दकव िसरोक अदधकार छीननाआरभ कर िग। ऐस वातावरण म भला दकसीकशोषणकीयासभावनाहोसकतीह?

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान192

जन-सवला जन सवा की इसलामी कलपना को इसआयत म बडी सनिरता

औरपणथताकसारवणथन दकयागयाह -

(सरहआलइमरान-111)

अनवलाद - तम शष‍ठ उममत हो जो मनषय ‍क वहत ‍क वलए वन‍कराली गई हो। तम अचछी बरातो ‍करा आदश दत हो और बरी बरातो स रो‍कत हो और परमशवर पर ईमरान लरात हो। तहारीशषिताउससमयतकहजबतकतमसवाकरनवाली

भावना रखत हो। यदि तम जन सवा नही करत तो तह इसलामया मसलमान उमत कीओर स शषिता का िावा करन का कोईअदधकारनहीह।

मफदरलापलान एव दर-कीडला कला फनषध जबनशकीबातकीजाएतोमससतषकसामानयतया हरोइनऔर

कोकीनकीओरचला जाता ह परनत नशक शबिको दवशालतमअरमोमदलयाजाएतोइसममदिरापानऔरदयत-रिीडािोनोससमदलतहोजात ह, योदकवासना-तधदतिक इन हर िोरपोकोसमाजबरीदसटिसनहीिखताइसदलएइनहबहतकमनशाकानामदियाजाताह।जबदकवासतदवकतायहहदकमदिरापानऔरदयत-रिीडा(जआ)समाजक सवासथयऔरसरकाक दलएकोईअचछलकणनही ह।ससारकऐसिशजहाजएकाइतनदवसतधतरपमररवाजनहीवहाभीलगभगपरतयकसतरपरलोगछोट-बडअडोकरपमदयत-रिीडाक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 193

कायथमदलपतह।िसराबडानशामदिरापानह।दजसकादशकारआजदवशव का अदधकाश कतर हो चका ह। कआथन करीम न मदिरापानऔरदयत-रिीडािोनोका दनषध दकयाह।फरमाया-

(सरहअलमाइिह-91,92)

अनवलाद - ह व लोगो जो ईमरान लराए हो ! वनशचय ही बहोश ‍करन वराली वसत और जआ तथरा मवतम (पजरा) और तीरो दराररा भराय-परीकषरा य सब अपववतर शतरानी ‍करायम ह। अत: इनस पणम रप स बचो तराव‍क तम सफल हो जराओ। वनशचय ही शतरान चराहतरा ह व‍क नश और जए ‍क समय तमहरार मधय ईषयराम और बर उतपनन ‍कर द और तमह परमशवर ‍की सतवत एव नमराज स रो‍क तो कयरा तम र‍क जरान वराल हो ? हजरत महमिस.अ.व. न मदिरापान को “उमल खबाइस” अराथत

समसतबराइयोकीजननी(मा)िहरादियाह।मदिरापानऔरजएकीआितसारदवशवकोअपनीलपटमलचकीह।इसदसटिसदवदभननकतरोऔर परिशो मकोईअनतरशष नही रहा। राजनीदतकससार मतोशायिपरबऔरपसचिमकभीसहमतनहोसकपरनतजहातकमदिरापानऔरदयत-रिीडा जसी वधदतयोकासबध ह या परबऔरयापसचिमऔरयाउतरऔरयािदकणसबइकटहोचकह।मदिरापानऔरदयत-रिीडािोनोहीसामादजकबराइयाह।बताथदनया

ममदिरापानपरएकदिनम दजतनावययहोताहउससअ‍फीकाक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान194

लाखोअकालपीदडतलोगोकाकईसपताहतकपटभराजासकताह,परनतदवडबनायहहदकअ‍फीकाऔरअनयमहाविीपोकअतयनतगरीबिशोमभीमदिरापानकोएकऐसीदवलादसतानहीसमझाजातादकलोग दजसकसमरथनहो, दजसकीशसतन रखसक।अफीकाकलाखोलोग ऐस ह जो न तोजीवनकी मलआवशयकताए परीकर सकत हऔर नअपन बचचोको दशका दिला सकत ह परनतपीनक दलए दकसीन दकसीपरकारसमदिराअवशयपरापतकरलतह।िदकणीभारतक दपछडकतरोमजहाफस‍टयोकीतयारकीहईमदिरा खरीिना परतयकक वशकी बात नही वहा उसक सरान परसवदनदमथत “टोडी” स काम चला दलया जाता ह, यदयदप गरीबी इसबराइयोकीजननीकोफलनस दकसीसीमातकरोकतीअवशयह,परनतजयोहीपरदतसिसयआय(PerCapitaIncome)बितीहमदिरापरहोनवाल वययमभीवधददहोजातीह। दवदचतरबातयहह दकजबतककोईवयसतसीमासअदधकमदिरापानकाअभयसतनहोजाएऔरनश म धत नादलयोम दगरा दिखाई न िमदिरापानकीआितकोबरानहीसमझाजाता।यहपरशनउिायाजासकता ह दकमदिरापानऔरजएकोवतथमान

यगकीसमसयाओकतौरपरयोदलयाजाएजबदकयिोनोनशतोहमशासपरतयकसरानपरमानवइदतहासकाअगरहह।दन:सनिहइसदसषटसयहकवलइसयगकीसमसयाहीनही हअदपतइस दवशव-इदतहासकपरतयकयगकीएकसरायीसमसयाकहाजानाचादहए।अरथशासतर क दसटिकोण स मदिरापान की अपका जआ अदधक

आपदतजनकिहरता ह। जए मआदरथक दसटिस उतपािनम दकसीवधददक दबनाधनएकहारस दनकलकरिसरहारमचलाजाताह। यह दबलकल ऐसा ही ह जस सटट क वयवसाय म आजीदवका

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 195

सामगरीकआिानपरिानक दबनाधनकाधनसआिान-परिानहोताह।जएमपजीआदरथकउननदतऔरधन-उतपािनकीदरियामदकसीपरकारकाभाग दलए दबनाएकहारस िसरहारमचलीजातीह।मनी माककट (MoneyMarket) अराथत बाजार क भाग तो दफरभी दकसी न दकसी सीमा तकआदरथकआवशयकताओऔरउदशयोकोपराकरतहपरनतआदरथकदसटिसजआएकदबलकलदनरदशयदरियाहजबदकसवतनतरवयापारऔरवयावसादयकवातावरणमधनकाआिान-परिानअरथवयवसराकोभौदतकलाभपहचाताह।मलय(Value)कपरसपरआिान-परिानमसामानयत:िोनोसिसयो

कोलाभहोताह।यहबातसमझसबाहरहदकअदधकाशवयापाररयोकोहादनउिानीपडजबदकयहबातबहरहाल दनसचितह दकजएमएकबहतबडीसखयाकोपराय:हादनउिानापडती ह, दकनतअनभवसाकी ह दकदयत-रिीडा-गधह सामानयतः दवनाशका दशकार नही होत।जए म कवल कछ लोगो क लाभ क दलए लाखो लोग तबाहऔरबरबािहोजातहअपनाधनलटाकरउनहकवलएकअशासनतऔरबचनीरपीआननिपरापतहोताह।बाजीजीतनकीआशायाहारनकभय क मधयअदनसचितताकी वह जोशऔरकोलाहलकीअवसराउससमय िम तोड िती ह जब उनह पता चलता ह दकव हार गएह। अपनी हारी हई धन रादश वापस लन की हलकी सीआशा दलएहएवपनःअपनाधनिावपरलगातहजहातकउनकीबचनीऔरमानदसकतनावइसकोलाहलपणथआनिसबहतबिजाताहजोइससारवयवसायमउनहपरापतहआरा।इसअसफलताकपररणामसवरपवअतयनतशोकऔररिोध एव मानदसकतनावका दशकार होजातहजोउनकअससततवतकहीसीदमतनहीरहताअदपतउसकापरिशथनररशतिारोपरभीहोनलगताह।समाजकगरीबवगमोमघरकसिसयोकीिदनकआवशयकताएतकजएकीभटचिजातीह।कआथनकरीम

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान196

न मदिरापानऔर जए क दनषधका वणथनकरत हए सवीकार दकयाह दकदनशचयहीउनसकछआदशकलाभपरापत दकएजासकतह,परनतयहबातदनसचितहदकउनकीहादनयाउनकआदशकलाभोकीअपकाबहतअदधकह-

(सरहअलबकरह-220)

अनवलाद - व तझ स मवदररा और जए ‍क बरार म पशन ‍करत ह। त ‍कह द व‍क इन दोनो म बडरा पराप (भी) ह और लोगो ‍क वलए लराभ भी और दोनो ‍करा पराप (‍करा पहल) उन‍क लराभ स बढ‍कर ह, और व तझ स (यह भी) पछत ह व‍क व कयरा खचम ‍कर ? उन स ‍कह द व‍क (आवशय‍कतराओ म स) जो भी बचतरा ह। इसी प‍करार परमशवर तमहरार वलए (अपन) वनशरानो ‍को खोल-खोल ‍कर वणमन ‍करतरा ह तराव‍क तम ववचरार ‍करो। यहबहसउिाईजासकतीहदकदजसनधनकमायाहवहजसचाह

उसकविाराआननि-परापतकर, दकसीअनय वयसतकोउसम हसतकपकरनकायाअदधकारह।जसकोईपरसननहोताहउसहोनि।समाजकोवयसतकीवयसतगतआजािीमइससीमातकहसतकपकाकोईअदधकार नही ह दक वह उस यह बताए दक वह अपनी कमाई हईिौलतकोकहाऔरकसखचथकर,परनतयहसमरणरखनाचादहएदकधादमथकदशकाकाअदधकाशभागपरवचनऔरउपिशएवचतावनीकरपमहोताह।सासाररकजीवनतकदकसीधमथकीदशकामभीकोईजबरिसतीससमदलतनहीह।इसकअदतररतदककोईिसरकदवरद

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 197

आपरादधककायथकर,औरअपराधोसअदभपरायभीवअपराधहजोअधादमथकदसटिकोणसभीहसतकप कयोयह।उिाहरणतया -वध,चोरी,धोखािना,काननोकाउललघन,अदधकार-हननइतयादि,परनतधममो क अनसार इन क अदतररत भी ऐस सामादजकअपराध ह जोसामदहकतौरपरसारसमाज क दलएबहतहादनपरिह। इनअपराधोकािणडवासतवम दवशालतमसामादजक दनयमो कविारा दमलता ह।यह कोई आशचयथजनक बात नही दक मदिरापान और जए की बरीआितोम दलपतलोगशीघरसारसमाजक दलएएकसकटबनजातह, यहा तक दक दफर सारा समाज ही इस योय नही रहता दक वहअपनखचथ पर कर सक। राष‍टीय सपदतका एक बडा भाग दनरनतरनषटहोताचलाजाता ह।ऐसवातावरणमलोगोकी दनराशाएऔरअसफलताएभीबिती

चली जाती ह। जए और मदिरापान क सार अपराधो म भी वधददहोती चली जाती ह। पाररवाररक जीवन का सख बरबाि हो जाताह। ऐसघरोक िखसीध तौर परमदिरापानका ही पररणामहजोहमशाबितचलजातहऔर दकतनहीववादहकबधनइनआितोककारणटटजातह।आदरथक और सामादजक दसटि स मदिरापान क िषपररणामो पर

परदसदपदतरकासाइदटदफकअमररकन(Scientific American)नभी परकाशडाला ह। इनम घरलअतयाचारकअदतररतबचचोकसारयौनअपराध,माओऔरबहनोकसारिराचारऔरवयदभचारइतयादि नीचकमथससमदलत ह। य समसतघधदणतअपराधमदिराकनश म हर परकारकी पहचानउिजानककारण होत ह। उपरोतपदतरकानमदिरापानकीहादनयोकपरदतकछबयौराभी दियाहजोपरसतत दकयाजा रहाह -

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान198

मफदरलापलान क कलारण होन वला‍ी मौर • मदिरापानकरनवालोकीआयिसवषथकमहोजातीह।• मदिरापानकरन वाल परषो म मौतो की िर सामानय िर स

िोगनीऔर ससतरयोमसामानयिरसतीनगनाअदधकह।• मदिरापानकरनवालोमआतमहतयाकीिरमौतकीसामानय

िरसछ:गनाअदधकह।• बचपनसचवालीसवषथकीआयतककपरषोममधतयक

चारबडकारणोममदिरापानकासबसबडाहारह।पथम-िघथटनाएदजनमपचासपरदतशतिघथटनाएमदिरापानककारणहोतीह।फविरीय -वध- दजनमससािपरदतशतवधमदिरापानकअनतगथतहोतह।ररीय-आतमहतयाचरथत-यकत(Liver)क रोग।

मफदरलापलान क कलारण पफरवषत होन वला‍ी आफथतक हलाफनयला • उतपािनसबधीबरबािी -114.9 दबदलयनडालर• सवासथयपरहोनवाल वयय-18.3 दबदलयनडालर• िघथटनामआदरथकहादनया -14.7 दबदलयनडालर• आगलगनसहोनवालीहादनया -10.3 दबदलयनडालर• उपदरव और अतयाचारपणथ अपराधो स होन वाली हादनया -

11.5 दबदलयनडालर • अपराधो क फलसवरप सामादजक परदतदरिया पर होन वाल

खचच -11.9 दबदलयनडालर• मदिरापानसक‍ होन वला‍ी हलाफनयला - 131.6 फ‍बफ‍यन

‍डला‍र

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 199

मदिरापान, दयत-रिीडा, सगीत और नधतय जस भोग-दवलास कसाधनो को अदधकाश समाजो म हादनरदहत समझा जाता ह। इनहदवदभननससकदतयोकाअदनवायथअगसमझाजाताह।यदयदप दवदभनिसमाजोमइनकदवदभननरपहपरनतइनकायथ-कलापोकीमलरप-रखाएएकसमानहीह।दचतरकारी,मदतथकलाऔरइसपरकारककछअनय कायथ-कलापो को छोडकर शष कायथ-कलाप िीघथ समय तकसभयताकाहादनरदहतअगनहीरहतअदपतएकऐसाबोझबनजातह दजसससमाजकीकमरटटजातीह।समाजसवयअपनरझानोकी दिशा दनधाथररतकरनक योय नही रहता।मदिरापानदयत-रिीडा,सगीतएवनधतयआदिकीओरलोगआकषटहोतचलजातह।यवावगथ बडी तीवरगदत स इन ततपरताओका दशकार हो जाता ह। एकभडचालआरभहोजातीहऔरइनकायमोमरदचएकउनमािकारप धारणकरलती ह। यदिकोई वयसत ऐस समाजोको िख तोशायिवहयहसमझ दक(ईशवरसकमाचाहत हए)मानव-उतपदतकाउदशयहीऐसवयरथआनिोकापीछाकरनाऔरघधदणतइचछाओकािासबनजानाह,परनतकआथनकरीमनमानव-उतपदतकायहउदशयनहीिहरायाअदपतफरमाताह -

(सरहआलइमरान-191,192)अनवलाद - वनशचय ही आसमरानो और पथवी ‍की उतपवत म

तथरा ररात-वदन ‍क पररवतमन म बवदधमरान लोगो ‍क वलए वनशरान ह। व लोग जो ईशवर ‍को समरण ‍करत ह खड हए भी और ब‍ठ हए

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान200

भी और अपन पहलओ ‍क बल भी तथरा आसमरानो और पथवी ‍की उतपवत म सोच-ववचरार ‍करत रहत ह (और वन:स‍कोच ‍कहत ह) ह हमरार रबब ! तन इस सनटि ‍की रचनरा ‍कदरावप वनरदशय नही ‍की। पववतर ह त। अत: हम अनन ‍क प‍कोप स बचरा। परमशवरक बददमानलोगोकी दवशषताओकसबध मकआथन

करीमयहघोषणाकरताहदकवहजीवन-सधसटिकीआसरापरभलीभादतसोच-दवचारकपशचातदन:सकोचपकारउितहदकयहसपणथसधसटिऔरउसकीरचना दनरदशयनहीहोसकती।कआथनकरीमकीयआयतअरशमीिस(Archimedes)कीउसपरसननताकपरिशथनकोसमरणकरातीहजबएकआदवषकारपरउसनEurekaअराथत“मनपा दलया”कानारालगायारा।अत: इसलाम क विारा परसतत सामादजक वातावरण भौदतकवािी

वातावरण स दबलकल दभनन ह। कआथन करीम फरमाता ह - दकमानव-सधसटिकामहानउदशयउसमागथपरअगरसरहोनाहजोसरषटातक पहचाता ह। उपासना क इनही दवशाल अरमो म कआथन करीमयहघोषणकरताह दक-

(सरहअजजाररयात-57)

अनवलाद - और मन वजनन और इनसरान ‍को उतपनन नही व‍कयरा परनत इस उदशय स व‍क व मरी उपरासनरा ‍कर। भोग-दवलासकदवदभननसाधनोपरदसटिपातकरतोकिादचतदकसी

को उनम िखन म कोई ऐसी हादन दिखाई न ि दजस इन कायमोपर पणथतया परदतबनधकाऔदचतय बनाया जा सक, दवशषतया सवथराअदनयसनतरतऔर उचछछखल लोगो क समाज म यह समझना अतयनतकदिनहदकइसलामइससबधमइससीमातककिोरयोह?यहातकदककछलोगोकअनसारइसलामएकनीरसधमथह।वासतदवकता

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 201

यहह दकइसलामकिादपएकनीरस(शषक)धमथनही ह,परनतयदिउसिरसिखाजाएऔरपणथरपससमझानजाएतोसभवहदककछलोगोकोशषकऔरनीरस दिखाई ि।सवथपररमबातयह ह दकदजनलोगोमनकीकीरदचपिाहोजाएवउनशभकममोकविाराभीउचचशणीकाआननिपालत हजोबाहरसिखनवालकोनीरसदिखाईितह।इनसभीअदधकभायशालीवलोगहदजनहोनईशवर-परमका सवािचख दलया हो। य लोगआधयासतमकता क इतन उचचसरानपरआसीनहोतहजहासससारकदननकोदटकआनिदनतानततचछ,सारहीन, दनररथकऔरअसरायी दिखाई िनलगजातह।तीसरयह दक दवशाल दसटिकोणम िखा जाए तो वहसमाज दजसन भोग-दवलासकोअपनाआराधयनबनायाहोकभी ररत-हसतनहीहोता।मदिरापानऔरदयत-रिीडाकाअसनतमऔरसदकपत पररणामयह

दनकलताहदकयहवासतवमएकमलय(Value)कािसरमलयसआिान-परिानहमदिराकनशकीमािकअवसराऔरचरमशणीकाशारीररकआनिऔरमािकताक पररणाम सवरपवासतदवकशासनतऔरसनतोष,हादिथकसनतसटि,सरकाकीभावना,शालीनता,भायतसटिसभीकछहारसजातारहताह,हालादकयवसतएसवयमउचचतमऔरशषितममलयह दजनसबिकरकोईपरसकारनहीहोसकता।यदि इसलाम विारा परसतत सामादजक वातावरण की आज क

समाजवािीऔर सामादजक वातावरण म समवत रप स तलना कीजाएतोयहबातबडीआसानीससमझमआजातीहदकईशवर-परमकावधकभौदतकवािकीभदमम दितानहीपकडसकता।जोलोगभौदतकजीवनकआननिोऔर रगीदनयो म डब जाए व ईशवर-परममकस लीन हो सकत ह यदयदपकछअपवाि सवरपभी ह परनतउनसकाननतोनहीबनाकरत।अतःसाराशयहीहदकइसलामदजससामादजकवातावरणको परसततकरता ह वहभौदतकवािी वातावरणससवथरा दभननह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान202

अधयलाय - 4आमथिक शान‍त

• पजीवािी वयवसरा, सायवाि और इसलाम की अरथवयवसरासबधी दवचारधारा

• पजीवािी वयवसरा• साइदटदफकसमाजवाि• दवशवकीबिलतीहईआदरथकवयवसरा• इसलामकीआदरथकवयवसरा• जकात• बयाजकी दनदषदता• दरिटनम बयाजिरकीसमसया• बयाजकीअनयहादनया• बयाज :शासनतक दलएखतरा• धनकभणडारणकी दनदषदता• सािाजीवन-पददत• शािी-दववाहकवयय• गरीबोका दनमतरणसवीकारकरना• खान-पानमसतलन• कजथकालन-िन• आजीदवकामवगषीयअनतर• इसलामका दवरासतकाकानन• ररशवतकी दनदषदता• वयापाररकआचार-सदहता• जीवनकीमलआवशयकताए• उपासना-सामादजकएकताकाएकमाधयम• अनतराथष‍टीयिादयतव

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 203

(सरहअलबकरह-277)

अनवलाद - परमशवर बयराज ‍को वमटरातरा ह तथरा दरान ‍को बढरातरा ह और परमशवर पतय‍क ‍कतघन (और) महरापरापी ‍को पसनद नही ‍करतरा।

(सरहअलफजर-18स21)

अनवलाद - सरावधरान ! वरासतव म तम अनराथ ‍करा सममरान नही ‍करत और न ही असहराय ‍को खरानरा वखलरान ‍की ए‍क दसर ‍को परणरा दत हो और तम सरार ‍करा सराररा ववरसरा हडप ‍कर जरात हो और दौलत स अतयवध‍क पम ‍करत हो।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान204

पजीवलादी वयवसथला, सलामयवलाद और इस‍लाम की आफथतक फवचलारधलारला

इसलामकीआदरथकवयवसराकापजीवािीयावजञादनकसमाजवािीवयवसरासकोईसबध नही ह। यह वयवसरा वजञादनक तो ह परनतअनदचतपरदतबधोसआजािह,वयसतगतसवादमतवऔरदनजीवयवसायकीअनमदततोितीहपरनतलालचऔरलालसाकहारोहोनवालीलट-मारको भी रोकती ह इस परकार िौलतकछलोगोक हार मएकतर होनको दनरतसादहतकरती ह दजसक पररणामसवरपसमाजका एक बडा भाग एकअतयाचारीऔरअनीदतकारी एव चतनाहीनशोषणवयवसराकजालमफसकररहजाताह।पजीवािीवयवसरा,सायवािऔरइसलामकीआदरथकदवचारधारामतीनमलअनतरह।

पजीवलादी वयवसथला इसवयवसरामपजीकीवधददबयाजविाराहोतीह।इसमसदासनतक

तौरपरसवीकारकर दलयागयाह दकपजीकोयहअदधकारपरापतह दक उस बिनकाअवसर दिया जाए। बयाज हीककारण पजीकछहारोमएकतरहोजातीहदफरउसीपजीकीशसतसउतपािनदरियाजारीरहतीह।सकपमयहदकपजीकोचकरमरखनकामलपररकबयाजहीहोताह।

वजलाफनक समलाजवलाद इस वयवसरा म यदयदप बयाज बतौर पररक तो दवदयमान नही ह

दजसस उतपािन वयवसरा म पजी घमती रह परनत यहा वासतव मपजी-दनवशकदलएदकसीपररणाकीआवशयकताहीनहीह,योदकपजी पर दकसीअनयकीभागीिारीक दबनासरकारकाएकादधकार

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 205

होताह।आजाि वयसतगत वयवसाय म बयाज हो या न हो वयसतगत

सवादमतव का अहसास ही पजी म तीवरता स वधदद करन की इचछाकोउभारनक दलएपयाथपत ह। बयाजपरकजथलनकीअवसरामबयाज-िरहीवहकसौटीह दजसकविाराहमयहजञातकरसकतहदककलराष‍टीयपजीमकमीहईहयावधददहईह,परनतसमाजवािीआदरथक वयवसरामपथमतोपजीमवधददकीकोई इचछाही नहीहोती ;योदकइसम दकसीकीवयसतगतपजीनहीहोती। फविरीय-इसमकोईऐसाउपायमौजिनहीह दजसकविारायहमालम दकयाजासक दकपजीमवधददकीिरआदरथकदसटिसपयाथपतभीहयानही।समाजवािमचदकसरकारसपणथ राष‍टीयपजीकोजबरिसतीअपनअदधकारमललतीह।इसदलएवहाबयाज-वयवसराकीबातदबलकलदनररथकतराअसबदधतहोकररहजातीह।कदिनाईयहहदक जब दकसी पर िबाव न हो दक उसन बयाज म अिा की जानवाली रादशसअदधककमानाहतो दफरकोईपररणाशषनही रहतीतरा दजमिारीकाअहसाससमापतहोजाताह।यदिएकसायवािीशासनमचकरलगा रहीसपणथ पजीका

इस दसटिस मलयलगाया जाए दक इस पजीको बक म रखन सदकतनाबयाजपरापतहोसकताहतोहमइसपरकारदचतरकाएकपहलदिखाई िगा। िसर पहल को समझन क दलए राष‍टीय अरथवयवसराक लाभ-हादन क आधार पर अनमान लगाना पडगा। यह दहसाबकरनायदयदपइतनाआसाननहीह;योदकइसमकईजदटलताएह।उिाहरणतयाकमथचाररयोकवतनकाअनमानलगानाइतयादि,परनतयदिअरथशासतरी दवविानदमलकरदवचारकरतोयहजदटलताए िरहोसकती ह। दचतरक िोनो पहल िखन सऔरउनकी परसपर तलना

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान206

सकछबडीरदचकरसभावनाएहमारसमकआएगी।बहत सभव ह दक इस परकार हम दगरत हए जीवन-सतर क

वासतदवककारणोको दनसचितकर सक तरा उनक बार म परकाशडालसक।यदयदपइसपरकारआदरथकअवनदतककारणोकादनशचयदकसीलब-चौडगदणतक दबनाभीसरलतापवथक दकयाजासकताह। समाजवाि म चदक सरकार पजीपदत बनजाती हऔर उस परकोईआदरथकिबावयापरदतबधनहीहोतइसदलएवहदकसी दहसाबीजाच-पडताल क भय क दबना राष‍टीय पजी परयोग कर सकती ह।उसक पास दनरीकण और जाच-पडताल का कोई ऐसा परबनध भीनहीहोताजोउसउसकीअसफलताओ,गलदतयोतराआदरथकघाटक सबध म सतकककरसक। इसअवसरा म सिव बहतसखतरमडलात रहतह।

पथम-यह दकवयसतगतरदचकाअभावहोताह।फविरीय - यह दकपजी दनवशस परापत होन वालीलाभ-हादनस

अवगतकरनवालीकोईवयवसरामौजिनहीहोती।इसकापररणामयह होता ह दक पजी-दनवश और उतपािन का पारसपररक अनपातदबगडजाताहतराआदरथकघाटाबिताचलाजाताहऔरयहदकसायवािी वयवसरा म पजी का दवभाजनऔर उपलबधताकी नीदतपरकोईसरकणनही होता। एकसमाजवािीसरकारक पासअपनआदरथक दवकास की वासतदवक िर का बाहर क ससार की खलीमडी वालीआदरथक दवकास िरस तलनाकरक दनरीकणकरनकाकोईपमानानहीहोता।समाजवािीसमाजकीएकऔरसमसयायहह दकइसमपरदतरकण,सरकणदवभागोतराकाननलागकरनवालीएजसनसयोपरअपकाकतबहतअदधकखचचवहनकरनपडतह।िसरखचथयदिसमानभीहोतोभीपरदतरकण,तराशासनतबनाएरखनक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 207

दलए खचमो का अनपात िसर समाजो स बहत अदधक होता ह। यऔरऐसिसरकारणअरथवयवसराकदलएहादनपरिदसदहोतह।इसअवसरामदनसचितआदरथकदवनाशमदवलबतोडालाजासकताहपरनतउसपणथतयाऔरहमशाक दलएटालानहीजासकता।

इस‍लामी फवचलारधलारला सायवािी वयवसरा म लोगआदरथक दवकास की दरिया म सीध

तौरपरऔरपरीतनमयताकसारभागीिारीकीओरपरवधतनहीहोत,परनत इसलाम म बयाज की दनदषदता क बावजि आदरथक-दवकासकी परदरिया म भागीिारीक दलए पररणा मौजि ह। इसलामीआदरथकवयवसरा म बयाज का लालच न होन क कारण जो पजी उतपािन-परदरिया म नही लगाई जातीऔर बकार पडी रहती ह। इसलाम नउसकासमाधानएकटसकरपमपरसततदकयाह दजस‘जकात’कहा जाता ह। यह वह टस ह जो दकसीआय या लाभ पर नहीअदपतसवयपजीपरलगायाजाताह।अतःइसपरकारइसलामबयाजसभीमसतदिलाताहऔरसायवािीससारकीदवदशषटसमसयाओसभीउसकािामनपदवतररहताह।इसलामीअरथवयवसराऔरपजीवािी वयवसराम सपषटअनतरह।

पजीवािीवयवसराससलनसमाजोमपजीकछहारोमएकतरहोजातीह।इसकाकारणबयाजविारापजीमवधददकरनकालालचह।पजीबार-बारवयवसायमलगाईजातीहतादकबयाज-िरसअदधकलाभअदजथत दकयाजाए। बयाज-िरसबिकरलाभपरापतनहीहोगातोअदनवायथपररणामआदरथकअवनदतकरपम दनकलगा।इसलामीअरथ-वयवसरामएकवयसतइसभयस दककहीजकातककारणइस की पजी धीर-धीर समापत न हो जाए अदनवायथ रप स अपनीअदतररतपजीअरवाबचतकोदकसीलाभपरिवयवसायमलगाएगा

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान208

तादकजकातिनसपजीमकमीहईहवहपरीहोसक।इसलामक दनकट दवशवकीआदरथकसमसयाओकासमाधान न

तो समाजवाि म हऔर न पजीवािी वयवसरा म। यहा इस दवषयपर दवसतधत बहस तो सभव नही तरादप हम पजीवािी वयवसरा कफलसवरपपिाहोनवालआदरथकसतलनकअभावपरएकदसटिडालगतादकभदवषयक दलएकछ दशकापरापतकीजासक।

पजीवलादी समलाज की चलार फवशषरलाए कआथनकरीमकी दननदलदखतआयतो म बडी सपषटताक सार

व लकण वणथन हए ह दजन स दवदित होता ह दक समाजआदरथकअसतलनका दशकारहोचकाह।

(सरहअलफजर-18स21)

अनवलाद - सरावधरान ! वरासतव म तम अनराथ ‍करा सममरान नही ‍करत और न ही असहराय ‍को खरानरा वखलरान ‍की परसपर परणरा दत हो और तम समसत ववरस ‍को हडप लत हो तथरा धन स बहत अवध‍क पम ‍करत हो। सदकपततौरपरय दवशषताए दननदलदखतह -(1)अनारोकसारअपमानपणथ वयवहार(2)गरीबोकोखाना-दखलानकीओरधयानकाअभाव(3) िसरोकी दवरासतपरअवधअदधकार(4)कछहारोमअककतधनकाएकतरहोनापजीवािी वयवसराअनतत: दवनाशकीओरल जाती ह। इसलाम

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 209

साइदटदफकसमाजवािी दवचारधाराकासमरथननकरतहएपजीवािीवयवसराककछरपोकाभीखणडनकरिताह।कआथनकरीममपरमशवरफरमाताह -

(सरहअतकासर3स4)

अनवलाद - तमह असरावधरान ‍कर वदयरा ए‍क दसर स पवतसपधराम ‍की दौड न। यहरा त‍क व‍क तमन मकबरो (मतय) ‍क भी दशमन ‍कर वलए। सरावधरान ! तम अवशय जरान लोग।

फवशव की ‍बद‍री हई आफथतक वयवसथला यदयदपयहफारमलादकबयाज-वयवसराकहारोगरीबोकाशोषण

अतत: समाजवािी दवदरोह पर समापत होता ह परतयकत: एक परानादकससाबनचका ह परनत यदिगहरी दसटिस िखाजाएतोमालमहोगा दक यह मातर दसटिका धोखा ह। इस समय समसत दवशव हीअमीरीऔरगरीबीकआधारपर दवभादजतहोचकाह।इसकाशयपयाथपतसीमातकउसशोषणकसरहजोदवकदसतपजीवािीिशोनदपछडिशोकादकयाह।पवषीयरोपकसमाजवािीिशोकालसजितहोकरपजीवािीवयवसराकीओरलौटनाएकऐसीघटनाह दजससशोषणकीयहपररससरदतऔरभीगभीरहोगईह।तीसर दवशवकीगरीबऔरकगालजादतयोकाअभीऔर दकतनारतचसाजाएगा,इसकलपनासमनषयकापजाताह।परतयकतौरपरयहीदिखाईिताह दक पजीवािी वयवसराक रतपानकरन वाल भदडयोकी पयासअभीबझीनही।पजीवािी वयवसराऔरसमाजवािन दवशवकोिोबडीआदरथक

दवचारधाराएिीह।यहबातसपषटहदकिोनोकमधयजारीपरदतविसनिता

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान210

कायगअबसमापतहोचकाह।वहआदरथकवयवसरादजनकीनीवमासथवािऔरलदननवािपररीअब दवशवकीसमसयाओमकोईदवशष भदमकाअिा नही कर रह। िसरीओर पसचिमका नाममातरआजािजीवनअपनीबाहयदिखाईिनवालीसफलतापरफकलानहीसमा रहा। पवषी बलाकक समसत िशअपनी नई सवततरता-परादतिकपशचातइसपरयासमवयसतह दकदकसीपरकारगरीबीकसताएहएअपनीलाखो-करोडोलोगोकी ििथशाको िीककरसक। इन पवषीिशोमल िकरकवलचीनहीएकअपवािह।परबऔर पसचिमक मधय इतनी िरी नही ह दजतनी उतरऔर

िदकणकिशोकमधय।उतरमपररमदवशवकिशअ‍फीकाऔरिदकणीअमरीकाक तधतीय दवशवक िशोसकवलभौगोदलकतौरपरहीपधरकनहीअदपतआदरथकतौरपरभीउनकबीचलबीिररयाह। उतरीऔर िदकणीअमरीकाक मधय पाया जान वालाआदरथकअनतरदनशचयहीकषटपरिह,परनतइससकहीअदधकअनतरयरोपऔर अ‍फीका क मधय दवदयमान ह। अ‍फीका की पधथवी भौगोदलकदसटिसयरोपकसवाथदधकदनकटहपरनतआदरथकअनतरककारणसवाथदधकिरभीह।एकसमयरादकसपरशसतयोकमधयपाईजानवालीपरदतविदविता

क कारण दवशव क कमजोर िशो को एक परकार की सरका काअहसास परापतरा परनतअब पररससरदत पररवदतथत होचकी ह। शीतयदककारणगरीबजादतयाजोलाभपरापतकररहीरीबफकदपघलनकसार-सारउनकीसभावनाएकमसकमहोतीचलीजाएगी।तधतीयदवशवकिशोकीवयापाररकमदडयोपरअदधकारकरनऔरउनपरअपनाएकादधकार सरादपतकरनऔरउनहअपनअदधकारम रखनक दलएअमरीका,रसऔरयरोपक िशोकमधयपहलसकही

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 211

बिकरमकाबलाहोनवालाह।भदवषयमकवलजापानहीअमरीकाकाएकपरमखमकाबलाकरनवालाऔरपरदतविनविीनहीहोगाअदपतयरोदपयन समिाय (EuropeanCommunity) की तीवर गदत सहोनवालीपरगदतककारणएकनवीनयरोपभीपरिशथन-मचपरआरहाह।पवषीयरोपकीइसदवशालतमसयतमादककटमसभादवतभागीिारी

सअमरीकाकदलएउनकामकाबलाकरनायरोपकिसरपरदतविनिीिशोसमकाबलकीअपकाकहीअदधककदिनहोगा।पवषीयरोपऔररसककरोडोलोगअपनजीवन-सतरकोऊचा

करनकीदनतानतआवशयकतामहससकररहहऔरबडीबचनीसउसकपररवतथनकपरतीककह।उनकीसीदमतआनतररकमादककटइनसमसतआवशयकताओको पणथ करन क दलए अपयाथपत होगीऔरसमयवयतीतहोनकसार-सारऔरभीअदधकअपयाथपतहोतीचलीजाएगी। पवषी यरोपऔर रस क बित हए जीवन-सतर को सहारािनक दलएअनतिचशीय मदडयोकी दनतानतआवशयकता होगी दजसयरोदपयन समिाय, अमरीका और जापान परा कर सकत ह। इसससरदत म तधतीय दवशवक िशोक दलए वासतव मआशाकीकोईदकरणदिखाईनही ितीऔरदफरअ‍फीकाक िभाथयशालीलोगोकदलएतो दनराशाओकअधरऔरभीगहरहोतजा रहह।आदरथकऔरराजनीदतकदसटिस दवशवभरकी दवकदसतजादतयो

कराजनीदतजञसिरपवथसपरकटहोनवालीपजीवािीआदरथकरिासनतकीओरकछअदधकहीआकषटह।सिरपवथकइनिशोमजापान,िदकणीकोररया, ताईवान, हागकागऔर दसगापरससमदलतह।औरऐसा दसटिगोचर होता ह जस सिर पवथऔर पसचिम एक िसर कदनकटआरहहो,परनतजहातकइणडोनदशया,मलदशया,कबोदडया,

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान212

राईलड,बमाथ,बगलािश,भारत,शीलकाऔरपादकसतानजसगरीबऔर उननदतशील िशो का परशन ह उनकी तो पसचिमी िशो स िरीऔरभीबिगईह।ऐसालगताहजसइनउननदतशीलिशोकसरोपरएकपलका दनमाथण दकयाजारहाहजोपसचिमऔरसिरपवथक िशोकीपरसपरिररयोकोऔरभीकमकर िगा।जापानकीमहानआदरथकचनौतीकामकाबलाकरनऔरतीवरगदत

सहोरहआदरथकदवकासकोरोकनक दलएएकओरजहाभयहदकसिरपवथकअनय िशअबअमररकीपजीयापरौदयोदगकीआदिसऔर अदधक लाभासनवत न हो सकग वहा यह भी सभव ह दकअमरीका सिर पवथ क अपन उन परसपर मतरी रखन वाल िशो परअपनीदनभथरताऔरभीबिािगातादकजापानऔरआदरथकदसटिसदवशालतमसयतयरोपकीआदरथकचनौदतयोकामकाबलादकयाजासक।यहसपणथ पररससरदतपधथवीपरबसनवालमनषयकभदवषयक दलएकोईअचछालकणनही ह। इसस दवशवशासनतकीसपणथआशाओपर पानी दफरसकता हऔर इसबारशासनतक य सवपनपजीवािी वयवसराऔरसायवाििोनोकी दवचारधाराओकपरसपरसघषथऔरपरदतविसनविताओककारणचकनाचरनहीहोगअदपतइसकपररककछऔरहोग।पवषी यरोप और रस म होन वाल पररवतथन दवशव क आदरथक

सतलनपरदकसपरकारपरभावीहोगइसकसबधमकोईभदवषयवाणीकरनासमयसपवथहोगा।अभीतोयहभीनहीकहाजासकता दकउन िशोकी पजीवािी वयवसराकीओरकभी वापसी होगी भी यानही। इसकअदतररत इन पररवतथनोकी गदतका दनधाथरण भी समयसपवथहोगा।भावीसभावनाएजोभीहोयहबातदनसचितहदकयहपररवतथनतधतीयदवशवकिशोकीअरथवयवसरापरनकारातमकपरभाव

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 213

डालगपरनतयहभीएकवासतदवकताहदकयहपररससरदतऐसीनहीरहगीअदपतरिकरसरिकरतमहोतीचलीजाएगी। इसवासतदवकतासइनकारनही दकयाजासकता दक दवशवएकअनतराथष‍टीय दवनाशकीओरअगरसरह।इसलाम बयाजकीखोखली नीवो पर सरादपत पजीवािी िशोको

जोआजखशी सफकल नही समात सतकककरता ह दक व अनतत:अदनवायथ रप स तबाहऔर बरबाि हो जाएग। पजीवािी वयवसराकीसमाजवाि परवतथमान नाममातर दवजयउनह एकसामदयकऔरअसरायीशासनतहीिसकतीह।पजीवािीवयवसरासबधीदवचारधारास ऐसी दवकटऔरभयकर दवपदतयाजनमलगीजोसमाजवािकोअपनमकाबलपरनपाकरबित-बितअतयनतभयानकरपधारणकर लगी। पजीवािी वयवसरा का जवालामखी पवथत अनतत: इतनीशसतकसारफटगादकसपणथदवशवउसकभकपसअसत-वयसतहोकररहजाएगा।

इस‍लाम की आफथतक वयवसथला इसलाम विारा परसतत सामादजक वयवसरा क समान इसलाम की

आदरथकवयवसराकापरारभभीउसीमलवासतदवकतासहोताहदकपधथवीऔरआकाशमजोकछभी ह वह परमशवरका पिा दकयाहआहतरापरमशवरनमानवजादतकोजोबहतसीन’मतपरिानकीहवबतौरअमानतकह।मनषयनयासधारीहोनकनातइसबातकाउतरिायीहदकयाउसनअमानतकाहकअिादकयाह?एकवयसतका धनवान होना या धनस वदचत होना, य िोनोअवसराएवासतव म उसकी परीका क दभनन-दभनन रप ह तादक यह जञात होसकदककौनसमधददऔरिररदरतामअपनदहसाब-दकताबकीदचनताकरताहऔरकौनहजोमानवजादतककषटोकअहसाससखाली

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान214

होजाताहऔरउसदवचारतकनहीआतादकमानवतादकनसकटोसिोचारह।कआथनकरीमहमबार-बारसमरणकराताह दक-

(सरहआलइमरान-190)

अनवलाद - और परमशवर ही ‍क वलए ह आसमरानो और पथवी ‍की बरादशराहत और परमशवर पतय‍क वसत पर वजस वह चराह सथरायी कदरत रखतरा ह। दफरकआथनकरीम हम यह भी दशका िता ह दकजब परमशवर

नसबकछसधसटिक दलएपिा दकयाहतोचादहए दकउसमिसरोक दहससकोभीसवीकार दकयाजाए।

(सरहअदनिसा-54)

अनवलाद - कयरा उन‍करा बरादशराहत म स ‍कोई भराग ह तब तो व लोगो ‍को (उसम स ‍कदरावप) खजर ‍की ग‍ठली (‍क बीच ‍की) रखरा ‍क बरराबर भी नही दग।

(सरहअननहलआयत-72)

अनवलाद - और परमशवर न तम म स ‍कछ ‍को ‍कछ अनय पर आजीवव‍करा म शष‍ठतरा पदरान ‍की ह। अतः व लोग वजनह शष‍ठतरा पदरान ‍की गई व ‍कभी अपनी आजीवव‍करा ‍को उन‍की ओर जो उन‍क अधीन ह इस प‍करार लौटरान वराल नही व‍क व

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 215

इसम उन‍क बरराबर हो जराए। वफर कयरा वह परमशवर ‍की न’मत ‍क बरार म झगडत ह ? मनषयकायहिादयतवह दकवहअमानतकाहकपरीईमानिारी

और नयायकसारअिाकर।अतःकआथनकरीमफरमाताह -

(सरहअदनिसा-59)

अनवलाद - वनशचय ही परमशवर तमह आदश दतरा ह व‍क तम अमरानत उन ‍क हकदरारो ‍क सपदम व‍कयरा ‍करो और जब तम लोगो ‍क बीच नयराय ‍करो तो वनशचय ही परमशवर बहत सनन वरालरा (और) गहरी दनटि रखन वरालरा ह।

(सरहअतगाबन-16)

अनवलाद - तमहरार धन और तमहरारी सनतरान मरातर परीकषरा ह और वह परमशवर ही ह वजस ‍क परास बहत बडरा पवतफल ह। इसलाममसवादमतवकसनिभथमएकमखयबातयहह दककछ

उतपािन क साधनो को वयसत का वयसतगत सवादमतव िहरान कसरान पर सामदहक तौर पर मानवजादत का सवादमतव िहराया गयाह।अतःइसलामीदशकाकअनसारखान-सपिासबधीमाधयमतरासामददरक उतपािन दकसी एकमातर वयसतअरवाकछ वयसतयोकासवादमतवनहीहोसकता।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान216

जकलार जकातइसलामकपाचमलसतभोमसएकसतभह।शषसतभ

कदलमाسول اہلل د ر ال اہل اال اہلل محم

(लाइलाहाइललललाहमहमिररसलललाह)

नमाज,रमजानमाहकरोज(उपवास)रखनाऔरमकाजाकरकाबाकाहजकरनाह।कआथनकरीमफरमाताह -

(सरहअननर-57)

अनवलाद - और नमराज ‍को करायम ‍करो और ज‍करात अदरा ‍करो और रसल ‍की आजरा ‍करा परालन ‍करो तराव‍क तम पर दयरा ‍की जराए। अरबी शबि ‘जकात’ का शासबिक अरथ दकसी वसत को पदवतर

करन क ह। इस दसटि स धन पर अदनवायथ रप स टस अराथतजकातकीअिायगीकअरथयहोग दकबचाहआशषधनमोदमनोक दलएपदवतरऔरवधहोगयाह।जकातकीिरपरयोग दकएजारहसामानो(सपदतयो)परढाईपरदतशतहजबदकयसपदतयाएकदनधाथररतसीमासअदधकहोऔरएकहीवयसतकसवादमतवमहोउनपरएकवषथसअदधकसमयगजरजाए।इस टसकी िर पर यदयदप बहतकछकहा जा चका ह परनत

कआथन करीम म दकसी दनसचित िर का हवाला नही दमलता मइस सनिभथ म मधयकालीन इसलामी दवविानो की कटटर दवचारधारास मतभि करता हऔर दवशवास रखता ह दक जकात की िर म1 इसलामकामधयकालीनयग(अनवािक)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 217

लचकरखीगईह।इसदलएइसका दनधाथरणपरतयकिशकीआदरथकपररससरदतयोकअनसारदकयाजानाचादहए।जकातएकदवशषसीमासअदधकधनपरलगन वाला टस हऔरकवलकछपरकारकखचमोकदलएपरयोगहोसकताह।जकातकयखचचकआथनकरीमकी दननदलदखतआयतमवणथनहएह -

(सरहअतौब:आयत60)अनवलाद - दरान तो मरातर महतराजो असहरायो और उन (दरान)

‍करा पबध ‍करन वरालो और वजन ‍क हदयो ‍को आ‍कवषमत व‍कयरा जरा रहरा हो (व‍क उनम शदधरा और ‍कतजतरा ‍करा भराव पदरा हो) और गदमनो ‍को आजराद ‍कररान और चटीगरसत (वह ‍कजमदरार जो अपन कजम ‍की अदरायगी ‍की सरामथयम न रखतरा हो) लोगो तथरा परमशवर ‍क मरागम म सरावमजवन‍क तौर पर खचम ‍करन तथरा यरावतरयो ‍क वलए ह। यह परमशवर ‍की ओर स ए‍क अवनवरायम ‍कतमवय ह और परमशवर सथरायी जरान रखन वरालरा (और) बहत नीवतवरान ह। इसआिशको दरियानवयनकरनकापरबधबतलमाल(इसलामी

सरकारी बक) क सपिथ ह। दखलाफत रादशिा म पररम िो खलीफअराथतहजरतअबबकर दसदीकरदज.औरहजरतउमररदज.िान-खरातकोशीघरसशीघर हकिारलोगो म बाटन म बहतखयादत रखत र।आप िोनो वयसतगत दिलचसपी लकर जकात क तवररत दवतरणकोसदनसचितकरत र।यहवहसरकाररीजोपररमकलयाणकारीसरकारकनामसपरदसदहई।िान-खरातकदवतरणकीयहवयवसराअबबासीशासनकालमसदियोतकबडीसफलतापवथकचलतीरही।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान218

जसादकपहलसपषटदकयाजाचकाह।इसलामीअरथवयवसराकोचलानवालीशसतबयाजनहीअदपतजकातह।जबहमइसवयवसराकोवयावहाररकरपमिखतहतोइसमतराअनयअरथवयवसराओम बहतसऔरभीअनतर दिखाई िन लगत हऔर एक दबलकलदभननआदरथक दचतरउभरताह।पजीपरदजसिरसटसअिादकयाजाताहउससअदधकतीवर

गदत क सार पजी म वधदद होनाआवशयक ह अनयरा बकार पडीहईपजीचाहअदधकहोयाकमलबसमयतकनही रहसकती।दबलकल इसी दसदानत पर जकात एक वासतदवक इसलामी सरकारकीआदरथक ससरदतका दवकासकरतीह।एक ऐस वयसत की कलपना कर दजसक पास रोडी पजी ह।

वह न तो इस योय ह दक सीध तौर पर वयापार म भाग ल सकऔर न बक मौजि ह जो उसकी रादश पर बयाज अिा कर सक।यदिवहसादहब दनसाबहअराथतउसकीपजी इतनीह दकउसपरजकातलाग होती ह तो जकातलन वाल परदत वषथ उसक विारकोखटखटाएग।ऐसलोगोकपासिोहीमागथहयातोवसवयअपनधनकोदकसीलाभिायककायथमलगाियादफरसबदमलकरकोईछोटा-बडावयवसायआरभकर।इसपरकारलाभ-हादनमभागीिारीकआधारपरसयतवयवसायआरभहोजाएग।छोटी-छोटीवयावसादयककपदनया अससततव मआएगी या बडीकपदनयो म पसबलकशयसथ(Public Shares) रख जाएग इन कपदनयो पर दकसी आदरथकदवभाग का कोई ऐसा कजथ नही होगा दजस उनहोन बयाज क सारवापसलौटाना हो।ऐसीकपदनयोकीपजीवािी वयवसराकअधीनसरादपतकपदनयोसतलनाकीजाएतोमालमहोगादकपररमकदरतकपदनयोकोआदरथकसघषमोऔरअनयकदिनपररससरदतयोमएक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 219

दबलकल दभननपररससरदतकासामनाहोगा।पजीवािीअरथवयवसरामयदि वयापाररक या वयावसादयक उतपािन माग कम होन क कारणदशदरलहोजाए तो िीवादलया होन तकनौबत पहचसकती ह।जोबयाजउनहअपनकजमोपरअिाकरनापडताहवह दनरनतरबिताही चला जाता ह यहा तक दक ऐसी कपदनयो का सरादपत रखनाहीअसभवहोजाताहपरनतयदििसरीओरकोईआदरथकवयवसराइसलामी दसदानत क अनसार चल रही ह तो वयवसाय म मिी ककारणवयवसायऔरवयापारनषटनहीहोगाअदपतअसरायीतौरपरउस पर शीतल नीिकी सी अवसरा वयापत हो जाएगी। परकदत कीवयवसरा म भी हम िखत ह दक अतयनत कदिनाइयोऔर तगी कसमयमउतमवसतकोउसढगसबचायाजाताह।जबऊजाथकमहोजाएतोकामकाबोझभीकमपडताह तादककहीऐसानहोदकजीदवतरहनक दलएकमसकमऊजाथभीन दमलसक।अत:इसलामीअरथवयवसराम बयाजकीअिायगीका दनरनतरबिनवालािबाव नही होता। इसदलए उसम वयावसादयक मिी को सहन करनकीयोयताअदधकहोतीहऔरयहबरसमयमभीबडीसबडीचनौदतयोकोसामनाकरसकतीह।

बयलाज की फनफषदरलाइसलामीअरथवयवसरामबयाजकादबलकलहसतकपनहीह।कोई

ऐदतहादसकअरवावतथमानसाकषयनहीदमलतीदकबयाजकनहोनकपररणामसवरपधनकीपरचरताकासकटभयावहसीमातकबिगयाहोऔरमलयआसमानसबातकरनलगहो।बयाजकाहोनानहोनाधनकीपरचरताको दकसपरकारपरभादवतकरताहइसकीतलनाकाएकदिलचसपअवसरवतथमानयगमपिाहआ।माउजतगकनतधतवमचीनकीसरकारनबहतसआदरथकअनभवदकए।उनमसकछ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान220

तोसफलनहोसकपरनतकछकबहतशानिारपररणाम दनकल।माउजतग क समसत शासनकाल म धन-वधदद म कोई उललखनीयवधददनहीहईअदपतवासतदवकतायहह दकअतत:कलउतपािनमवधददकारझानपिा हआऔरमलय दगरनआरभहोगए।चीनकदवपरीत इसराईल म (जो शायि दवशव भर म पजीवािी वयवसराकासब स बडा परदतदनदध िश ह) मदरासफीदत की िर दवशव म सबसअदधक ररकाडरकी गई ह। यदयदपलातीनीअमरीकाक िश दनशचयही एक अपवाि ह। इसी परकार यरोप दवशषकर जमथनी म दवितीयदवशवयद क तरनत बाि मदरासफीदत म अतयदधक वधदद अवशय हईपरनतयदकपशचातसमसतयरोपकोएकअसाधारणपररससरदतकासामना राऔर यह वधदद भी उसी का पररणाम री। अतः सामानयपररससरदतयोमदकसीभीअरथवयवसरामबयाजकीभदमकाकसबधम दवशवास क सार कहा जा सकता ह दक धन-वधददऔर बयाजिोनोपरसपरसमवायह।

फरिटन म बयलाज दर की समसयला दरिटन म बयाज की ऊची िर क लाभपरि पहलओ पर वतथमान

गमाथगमथबहसइस दवषयपरअधययनक दलएएकरोचकउिाहरणह।टोरीअराथतरदिवािीसरकारनएकलबसमयतकबयाज-िरकोखतरनाकसीमातकऊचा दकएरखा।इनककरनानसार इसकाएकमातर उदशय वयसतगत सतर पर धनक अपवययको रोकना रातादकमदरासफीदत(Inflation)परकाबपायाजासक।सरकारकीइस नीदत स जो कदिनाइया पिा हई ह उनक कारण अरथवयवसराअतयनतििथशाका दशकारहोचकीह।इसवसत-ससरदतकअधययनसकई पािसीख जा सकत ह।अनय बातोकअदतररत यह बातसपषट तौर पर सामनआ जाती ह दक दकस परकार कछ महतवपणथ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 221

आदरथकदनणथयएकऐसी दवचारधाराकआधारपरकरदलएजातहजोसवयअभी दसदनहीहोसकीह।सरकारनबयाजिरकोइतनलबसमयसजोकदतरमतौरपरबिारखाहउसकीयहीवयाखयाकीजासकतीहदकसरकारकादवचारहदकबयाज-िरदजतनीबिगीमदरा-सफीदतउतनी हीकमहोगी। दरिटनकीवतथमान पररससरदतयोममदरा-सफीदतकीबितीहईिरकसबधमहमाराअधययनहमबताताह दक इसका िादयतव कवल बयाज िर पर नही डाला जा सकताअदपतउसकअनयभीकईकारणहोसकतह।उिाहरणतयाआदरथकवयवसरामकपरबधनयासामदहकतौर परिोषपणथ नीदत। बयाज-िरबिानसतोकवलयहहआहदकमलकारणोकीओरसधयानहटगयाहऔरिोषी दकसीअनयकोिहरा दियागयाह।इसककटनीदतस सभव ह दक दबलकलआरभ म मदरा-सफीदतका मकाबलाकरतसमययोलगजससफलता दमलरहीहपरनतअनतत:इसनीदतसअनयपरभावभीसमाहतहोगअदपतवासतदवकतायहह दकअभीसऐस शसतशाली पररककायथरत हो चक ह जो उन परभावोको जनमिग। िश म एक ऐसी आदरथक अवनदत पिा होगी दजस सभालनाबहतकदिनहोगाऔरबकारीमवधददहोजाएगी।यहकससवीकारकर दलया जाए दककनजरवदटव सरकार (अनिार दवचारधारा रखनवालीकटटरपरी सरकार जो सरकार-ततर म पररवतथनकी दवरोधी ह)कोबड-बडअरथशासतरी,अनभवीआदरथकयोजनाबनानवालो,बकोतरा दवविानो क मशवरऔर दनिचशन परापत नही ह। बयाज की इसऊची िरकोकमकरन मजानबझकर दवलब दकयाजा रहा हइसकाकोई नकोईकारणअवशय ह। सरकार स कहा जा रहा हदकराष‍टीयअरथवयवसराकोबचानकदलएमदरासफीदतकरझानकोऊची बयाज िरक विाराकमकरनाअतयनतआवशयक ह। वासतवमयमातरबहानाह।कहीऐसा तोनही दकयदिबयाज-िरम इस

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान222

समयकमीकीगईतोवतथमानसरकारक दहतकोहादनपहचगी?लगता ह बयाज-िर म कमी इस समय दवलब म डालकर अगलचनावसतदनकपहलइसकीघोषणाकरिीजाएगी।इसपरकारलोगोकोजोसखकासासआएगा दनशचयहीउससकजरवदटवसरकारको राजनीदतकलाभ परापत होगा परनत यदि यहीकमीसमयस पवथकरिीगईतोभयहदकविसरपरभावपरकटहोनाआरभहोजाएगदजनकीओर पहल सकत दकया जा चका ह। इस ससरदत म बयाजिरमकमीसपरापतहोनवालीसामदयकशासनतराजनदतकलाभकोनषटकरनकाकारणबनसकतीह।कछपररक दजनककारणयहहादनपरिपररससरदतपिाहोचकीह

दननदलदखतह -(अ)ऊची बयाजिरननकवलसामानयजनताकीरिय-शसत

कोअतयनतकमजोरकरदियाहअदपतउदयमएववयवसायकागलाघोटकररख दियाह।(ब)ऊची बयाजिरनजीवनकीमलआवशयकताओकीपरादति

क दलए दरिदटशलोगोकीबडीसखयाकोबरी तरहपरभादवत दकयाह।सरछपानकदलएछतकादनमाथणकरनाहोतोलोगभलीभादतसोच-दवचार करककजथ लत ह, योदक व जानत ह दककजथ कीदकसत अिा करन क दलए उनह अपनी िदनकआवशयकताओ कीबदलिनीपडगी।यलोगतोअनावशयकऔरवयरथखचमोकोपहलहीनहीउिासकतर। दरिदटशसमाजकायहवगथ दनशचयहीमदरा-सफीदतकरझानकाउतरिायीनहीिहरायाजासकता।िभाथयवशयवलोगह दजनहमदरासफीदतकोरोकनक दलएकी

जान वाली नाममातरकायथवादहयोकाकिोर िणडभगतना पडता ह।समरण रह दक इनकायथवादहयो का उदशय यह बताया गया रा दक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 223

इनस मलयो मकमी होगीऔरसामानय वयसतकोलाभ पहचगा,परनतहआयहदककजथलकरजोमकानदनदमथतदकएगएरउनकमलय तीवरतास दगरनाआरभ हो गए।अबलोगोकी ससरदत यह हदकनआगजासकतह नपीछलौटसकत ह। नतोवकजथकीबडी-बडीदकसतअिाकरसकतहऔरनहीउनहउससपदतकाकोईउदचतखरीिार दमलरहाह।(ज)मदरासफीदतकीसमसयाबहतजदटलहयदयदपमरभाषणका

यहउदशय तो नही दक इस दवषयपरकोईलबीऔरअनावशयकबहसमउलझाजाएतरादपकछकारणोकआधारपरदजनकावणथनबािमहोगाआपकीअनमदतसइसदवषयपरकछकहनाचाहगा।मदरासफीदतकअनयकारणोमसएककारणयहभीह दकरिता

कीजबमअतयदधकरादशहोनककारणमागतोकदतरमतौरपरबिजाती ह परनतआवशयकवसतओमकोई बिोतरी नही होती।लोगोकपासपसातोहोताहपरनतमादककटमखरीिीजानवालीवसतओमकमीआजातीह।रिय-शसत(PurchasingPower)तोबिजातीहपरनतरियकीजासकनवालीवसतओकीउपलबधताघटजाती ह दकनत दरिटन की अरथ-वयवसरा म किादचत वतथमान ससरदतयह नही ह। यहा घमन वाली पजीकीअदधकतास राष‍टीयमादककटम वयावसादयकउतपािन (Production)कीखपतम वधदद हई हऔरयहबातपयाथपतसीमातक दरिटनकउदयोगक दलएदिताकाकारणह।इसबारमटसोमकमीऔरअनतराथष‍टीयमडीमपौनडसटदलागकीउदचतदवदनमयिरनभीिोसभदमकाअिाकीहदरिदटशपाउणडकी इस सतदलत दवदनमय िरक कारण दरिदटश उतपािो कदविशीरितापिाहएहदजसकालाभदरिदटशउदयोगकोहआहदजसपहल ही अपन उतपािन की सरानीय तौर पर बिती हई मागऔर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान224

खपतससहायता दमलरहीरी।इसअवसराम तादकककपररणामतोयह दनकलनाचादहएरा दक

उतपािोक मलयो म कमी हो जाती। सपषट ह दक उतपािन म वधददस जो लाभ परापत होता ह उसी म स उतपािो की तयारी पर होनवालसामानयखचचउिाहरणतया इमारतक दकराए, दबजलीक दबलआदिआसानी स अिा होन चादहएऔर मल लागत बहतकम होजानी चादहए। उदयोगपदत अदधक लाभ अदजथत करना चाहता ह तोभी उसक पास मलयो मकमीकी पयाथपत गजाइश मौजि री परनतदरिदटशआदरथकससरदतअपनीसवाभादवकदिताऔरपरगदतकीबजाएउलटी अवनदत का दशकार ह दजसका कारण लब समय स जारीबयाज की ऊची िर ह। आशका ह दक भदवषय म इसकऔर भीअदधकभयकरपररणामदनकलग।इसकसार-सारजोदविशीमदडयाएक-एक करक इनक हार स दनकल जाएगी, उनकी नए दसर सपरादति भी कदिन हो जाएगी। यरोप म पररवतथनो क कारण वहा कीआदरथक शसत का गरतव-कनदर पसचिमी जमथनी (दजस अब जमथनीकहना चादहए) सरानातररत हो रहा ह। इसक फलसवरप उसकीआदरथक ससरदतबहतसदिहो रही ह। सपषटह दक दरिदटशआदरथकससरदतक दलएयहकोईउतमबातनही ह। इसकअदतररत दरिटनकीआदरथक ससरदतपरबयाजकीऊचीिरककछिसरपरभावभीपड ह जो दबलकल नकारातमक ह और दजनकीओर पहल सकतदकयाजाचकाह।बयाज-िरमकमीकीघोषणाअबआवशयकहोचकीह।वतथमानसरकारइसघोषणाकासमयआग-पीछकरनकाअसफलपरयासतोकरसकतीह,परनतभदवषयमयदिकनजरवदटवसरकारहीआईतोउसअपनीहीपाटषीकीदपछलीसरकारकीओरसबडीभारीसमसयाए दवरसम दमलगी।इसबहसका दनचोडऔरसपणथ दवशवकनीदत-दनमाथताओक दलएएकमहतवपणथ दशकायह

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 225

हदकराष‍टीयआदरथकससरदतदनयदतरतकरनकदलएबयाजकोकायथ-दसददकामाधयमबनाना‍फीमादककटअरथवयवसराकीदवचारधाराकीजडोपरतलवाररखनकसमानह।बयाजीपजीकी दवचारधारापरसरादपत अरथवयवसरा को वासतव म आजाि नही कहा जा सकतादजसमसरकारको बयाजिरकोबिान याघटानक पणथअदधकारपरापतहो। इसलामीअरथवयवसराम ऐसकिमउिानकीगजाइशहीनहीह दजनहसरकारशोषणकामाधयमबनासक।

बयलाज की अय हलाफनयला बयाजक कछ अनय पहलओका वणथन यहा अनदचत न होगा।

बकपरसपरलन-िनम दजसिरस बयाजअिाकरत ह वहउचचसतरपरजमाकरवाईगईपजीपरलागहोतीह।सामानयबचतखातो(Saving Accounts)परइसबयाज-िरसबयाजअिानहीदकयाजाता। इसक बावजि दक मलधन और बयाज स परापत होन वालीरादशयो पर बयाज दमलता ह दफर भी छोट खातो पर दमलन वालाबयाज पसकी वासतदवकरिय-शसतस बहतकम होता ह। यदयदपबयाजकी अलपकालीन िर कमऔरअदधक होती रहती ह, परनतिखा जाए तो अनतत: छोटी रादश जमा (Deposit)करन क विाराअदजथत दकयाजान वाला बयाजमदरासफीदतकी िरसकमहोता ह।िसरीओरयदिइतनीहीपजीवयवसायमलगाईजाएतोउसमपजीबिनकीवासतवमबडीगजायशहोतीह।बयाजवालसमाजमपदजपदतकजथिनकदलएसिवतयाररहता

ह।इससदसटिहटातहएदककजथलनवालारादशलौटाभीसकगायानही।जहातककजथलनवालोकासबधहउनमसबहतरोडही ह जो गभीरतापवथक दवचार करत ह दक उनम कजथ को लौटानकीशसतहयानही।वनहीजानत दकशाईलाक(Shylock)जस

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान226

अनयायीसाहकारोऔरबड-बडआदरथकससरानोऔरबकोसकजथलनावासतवमभदवषयकीअपनीहीआयमसकजथलनकसमानह।बयाजवालकजथकयोआसानीसदमलजानसअपनीचािरिखदबनापावफलानकीआितऔरअदधकबितीचलीजातीह।लोगअदधकखचथकरनलगजात हऔरउनकीकजथलौटानकीशसतकमहोतीजातीह।ऐससमाजमखचथकरनवालो(Consumers) की मागको पराकरनक दलए उतपािन (Production) म वधददतोहोजातीहपरनतयहएककदतरमवधददहोतीह।एकऐसासमाजजहाजीवन-सतरकोउचचसउचचतरकरनकीहोडएकउनमािकारपधारणकरचकीहोवहाखपतहोनवालउतपािदनत-नएमाडलसकी परदसदद य उनमाि बिता ही चला जाता ह। इन दवजञापनो विाराजनताधनवानोकीदवलादसताऔरऐशवयथपणथजीवन-पददतसपररदचतहोती ह। नवीन स नवीन दडजायनकफनषीचरको िखकर उनकीआखफटीकीफटी रहजातीह।मनोरजनसरलोपर दनदमथतछोट-छोटदवलादसतायतघरऔरउनमदभनन-दभननपरकारकइल‍टॉदनकउपकरणोससससजितनवीनपददतकरसोईघर(Kitchens)औरबाररमउनकधयानकाकनदरबनजातहयहातकदककमसामथयथरखनवाललोगअपनीइचछाओकीपदतथकदलएनचाहतहएभीइसझिीचकाचौधकापीछाकरनलगजातहजोउनहबयाजपरआसानीस दमलजातीह।पररणामसपषटह दकखचथआयसबिजाताह।यदि वहअपनाकजथ दबना बयाज भी वापसकर तो दफर भी कजथयदयदपवतथमानरिय-शसतकोतोिखनमबिाताहपरनतवासतवमभदवषयरिय-शसतकागलाघोटकररखिताह।उिाहरणतयाएकवयसतएकहजारडालर परदतमाहकमाता हऔरमानल दकवहचालीसहजारडालरकजथलकरमहगीवसतएखरीिताह।अबउसवयसतकीकजथवापसकरनकीशसतका दनधाथरणउसकीमादसक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 227

बचतसहीहोगा।मानलदकवहअपनापटकाटकरबडीकदिनाईसछ:सौडालर मादसकम दनवाथहकरनका परयासकरता ह। इसससरदतमउसकीमादसकबचतचारसौडालरहोगी।इसरोडबजटमउसएकसौमाहगजाराकरनाहोगातादकवहउसकजथकोउतारसकजोचालीसहजारडालरक राजाओजसखचथककारणउसलना पडारा।जबदकअभीयहकजथ बयाज रदहतरा।हआयहहदकउसनअपनभदवषयकएकसौमाहअराथतआिवषथचारमाहस यह रादश उधारली ह तादकउस इससार समयम परारभ म हीखचथदकयाजासक।इसकालाभउसकवलयहहआदकआिवषथतकपरतीकाकरनकीबजाएउसकीइचछाकीतरनतपदतथहोगईतराउसकीअधीरताकोचनआगया,परनतयदिउसचालीसहजारककजथ पर बयाजभीअिाकरना ह तो दफरवह इससकहीअदधकदनकषट ससरदतका दशकारहोजाएगातराअिायगीकीअवदधबहतलबीहोजाएगी।ऐसवयसतकालगभगबीसवषथतकधयथकसारअपनी अधीरता का िणड भगतना पडगा। उस पाच सौ डालर परदतमाहक दहसाब स कजथ वापसकरना पडगाऔर बयाज पर बयाजककारणलगभगएकलाखबीसहजारडालरकीअिायगीकरनाहोगी।अबिदखएहादनदनसचिततौरपरकजथिनवालकोनहीअदपतकजथलनवालकोउिानापडगी।कजथिनवालातोएकबहतबडीशसतशालीशोषणवयवसराकाअगहजोमदरासफीदतऔरकजथकनषट होजानकीसभावनाओका दनरीकणकरनक पशचात ही इसपरदतभदत(जमानत)परकजथिताह दकअनतत:उसकी दतजौरीऔरअदधक भर जाएगी परनत मदरा सफीदत क पररणामसवरप कजथ लनवालोकी ससरदतपहलसभीअदधकखराबहोजाएगीऔरउसकीरिय-शसतम दनरनतरकमी होतीजाएगी। यदि पहलछ:सौडालरमादसकम बडीकदिनाईस गजारा होतारा तोअब इतनी रादशमगजाराकरना दबलकलअसभव हो जाएगाऔर इतन भायशाली तो

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान228

कमलोगहीहोगदजनकीवादषथकआयमइतनीहीवधददभीहोजाएदजतनीमदरासफीदतकीिरमवधददहईह।एक ऐस समाज म जहा लोग भौदतक आननिो क अतयदधक

अभयसतहोचकहोवहा ससरदतऔरभी दबगडजातीह।कछकणोका राजाओकीतरहखचथकरनातराभलीपरकारभोग-दवलासकबाििररदरताकाएकलबाऔरनीरससमयवयतीतकरनापडताह।हालादकयहउनकाअपनादनणथयराऔरवसमझतरदकदकसीनदकसीपरकारदनधथनताऔरकगालीमगजाराकरलग।पररणामसवरपपहलसभीअदधकअसावधानीस,पररणामोकीपरवाह दकए दबनाअदतररतकजथलदलयाजाताहऔरइसपरकारवययआयसअदधकबिजातीह।वासतवमआगामीकईवषमोकीकमाईकजथ िनवालबकोऔरइसीपरकारकअनयआदरथकससरानोकपासदगरवीरखिीजातीह।बयाजकीदकशतोकाबोझबिताचलाजाताहऔरइसस जनमलन वाली समसयाएकजथिारकोअपनी पकडम ल लतीह।ऐसीपररससरदतयोमआदरथकससरदतबडीतीवरताकसारभयानकसघषथकीओरबिनलगतीह।आदखरआपकबतकअपनभदवषयकोवतथमानकपासदगरवीरखसकतह।िादयतवहीनऔरदन:सकोचपरकारकवयरथखचथएकदिनअवशयरगलाएगऔरआपएकबहतबडआदरथक सकटका दशकार हो जाएग। मदरासफीदत म अतयदधकवधदद होजाएगी। मदरासफीदतका मकाबलाकरनक दलए बयाज-िरम वधदद होगीऔरलोगोक पास वययकरनक दलएपसकम रहजाएग,दजसकापररणामआदरथकदवनाशकअदतररतकछहोहीनहीसकता।यदिवतथमानससरदतएकिशतकसीदमतरहतोभीसवीकारनहीहोनीचादहए,परनतजबइनहीकारणोकआधारपरसपणथदवशवक िश आदरथक अवनदत का दशकार हो जाए तो दफर दवशव कीअवयवससरतआदरथकििथशाकीभयावहछायामानवजादतकोघरमललतीह।यहीआदरथकििथशादवशव-यदोऔरमहादवनाशोकामागथ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 229

परशसतदकयाकरतीह।लोगदिवादलयाहोजातह,वयवसायनषटहोजातह,वयापाररकसघषथऔरपरयासदशदरलपडजातह,बकारीकीिर म वधदद होनलगती हऔर परापटषीअराथतसपदतका वयवसायनषटहोनलगता ह। इससमसतवतथमान ससरदतकफलसवरपचारोओरजोदनराशाएऔरअसफलताएजनमलतीहवहबघरलोगोकीसखयामवधददकरितीह।नाकादमयाबिजातीह,छल-कपटऔरअपराधोमवधददहोजातीह।यदियसबकछवासतवम दवशवमघदटतहोजाताहतो दकसीकोआशचयथकरनकीआवशयकतानहीह। दवशषतौरपरपजीवािी वयवसराकसमरथकोक दलएतोइसमआशचयथकीकोईबातहीनहीह।पजीवािीअरथवयवसरामयहवतथमानपररससरदतउनलोगोतकही

सीदमत नही रहती दजनह इतनाकजथ दिया गया हो दक वापसकरनाउनकीसामथयथसबाहरहोजाएअदपतवासतदवकतायहह दकइसपरदरिया स समसतऔदयोदगक भदवषय को एक सीमा तक लाभ भीहोताह।अपनिशमतयार दकएजानवालउतपािोकामलयकमकरनमसहायतादमलतीहऔरखचथकरनवालोकहारोमधनआजानसउनकीरिय-शसतमवधददहोजातीह।इसकापरभावराष‍टीयउदयोगकीउतपािनीययोयतापरपडताह।मागमवधददकपररणामसवरप उतपािन म भी वधदद हो जाती हऔर इस परकार यह वधददमलयो म कमीकाकारण बनती हऔर राष‍टीय उदयोगअनतराथष‍टीयमडीमउतमतौरपरमकाबलाकरनकयोयहोजाताह।परतयकत:यहदशयबडाहीमनोहरऔरआशाजनकदिखाईिताहपरनतशीघरहीयहसनिरदशयएकअसत-वयसतसवपनकारपधारणकरलताह। एकसमयआता ह दकसारा समाजअपनीअधीरताऔरआयसअदधकखचथकरनककारणबकोककजथमजकडाजाता ह।समाज की रिय-शसत कम होत-होत अपनी चरम-सीमा को पहचजातीह।इसससरदतमराष‍टीयउदयोगकपासअपनसरादयतवकदलए

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान230

इसकअदतररतकोईचारानहीरहतादकवहदविशीमदडयोकीखोजकर।अनयरागणवता(Quality)औरमलयोकीदसटिसिसरोकामकाबलानहीकरसकता।िशकीआदरथकनीव दजतनीछोटीहोगीउतनीहीशीघरताकसारऔदयोदगकदवकासकीयातराऐससरानपरआकररकजाएगीजहासआगकोईमागथ दिखाईनही िगा, परनतयदिआदरथकनीवदवशालतरहोगीतोउससकवलयहअनतरपडगादकभावीआदरथकसघषथकावासतदवकअहसासरोडाऊपरसहोगा।आइए एक दसटि सय त राजय अमरीका (U.S.A) पर डालत ह

दकवहायासभादवतपररससरदतहोसकतीह।दन:सनिहअमरीकाकीअपनीमादककटहीइतनीबडी हजोउसकउदयोगकोसहारा िसकतीहयहातकदककछअरथशासतरमपारगतदवविानोकादवचारहदकयदिअमरीकाशषसारीदवशव-दबरािरीसकटकरपधरकभीहोजाएतोभीउसकीअपनीमादककटकी दवशालनीवउसउदयोगकोबचानक दलएपयाथपतदसदहोगी,परनतऐसपारगतदवविानकछअनयसबदधतपररकोकोअनिखाकरितह।यदिआपएकवयसतकउपरोतउिाहरणकोअमरीकाकीवतथमानपररससरदतपरचररतारथकरतोआपकोसपषटदिखाई िन लगगा दक यहा भी तककसगत पररणाम वही होगा दजसकावणथनहमपहलएकवयसतकउिाहरणमकरचकह।अनतरकवलयहह दकयहाआदरथक दवनाशमकछसमयलगगा।अमरीकी बजटका भारी घाटाऔरखरबो डालरक कजथ को

िखाजाएतोजञातहोजाताहदकअमरीकासामदहकतौरपरपहलहीअपनीकलआयसअदधकवययकरचकाह।अमरीकीजनताअपन भदवषय स दलए हए भारी कजथ क बोझ क नीच िबी हईह।अब िो ही उपाय ह - या तो सामदहक तौर पर राष‍टीयरिय-शसतकमहोजाएगीयादफरकजथिनवालससरानदिवादलयाहोजाएग।वयसतकउिाहरणमएकसीदमतआदरथकससरदतकापरशन

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 231

राऔरयहा एक दवशालतरआदरथक ससरदतहमारसामन ह।जहातक परकदतक दनयमोका सबध ह तो समरण रह दक उन दनयमोस दकसी को पलायन नही। कछ भी हो य तो अपना कायथ करतरहतह।अत:यपररससरदतयाजहाभीहोगीपरकदतकदनयमअपनीभदमकाअवशय दनभाएग।गदमथयोकीतीवरतामतालाबोकापानीअपनवातावरणकसार-

सारअदत शीघर गमथ हो जाता ह परनत झीलोका पानी गमथ होन मकछसमयलगताह। इसीपरकारछोटसमदरबडसमदरोकीअपकाशीघर गमथ हो जात ह। सयथ की गमषी स पानी का तापमान बहरहालबिताह।यहएकअदनवायथऔरअटलदनयमह,अनतरकवलसमयका ह।अनधमहासागरक जलको गमथ होन म इतनाअदधकसमयलगता ह दकजबतकयहपणथरपस गमथ होत ह उसक तटो परबसअदधकाशिशोपरशरिऋतकापरारभहोचकाहोताह।यहीकारणह दकउनिशोकीजलवायउनिशोकीअपकासमशीतोषणहजोछोटसमदरोकदनकटबसहएह।िशोकीआदरथकससरदतकामामलाभीसमदरोकीभादतह।कजथलकरखचथकरनकीदवचारधारामल रप स इतनी टिीऔर गलत ह दक उसस सहीऔर उदचतपररणामोकीआशारखनामखथताह।एकऔरमहतवपणथऔरदवचारणीयबातयहह दकउननदतपरापत

और औदयोदगक िशो की आदरथक ससरदत और उदयोग की अवनदतकापरभावदनधथनऔरअपकाकतकमउननदतपरापतिशोकीआदरथकससरदतपरभीपडताहऔरयिशभीएकदनरनतरबितहएभयावहखतरकादशकारहोजातह।औदयोदगकिशोकराजनदतकनताएकतो अपन उदयोग को अवनदत स बचान क दलए अपन दनयाथत कोबिाना चाहत ह िसर व अपनी जनता का जीवन-सतर भी सरादपतरखनाचाहतह।इनउननदतपरापतऔदयोदगकिशोकराजनीदतजञोकी

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान232

अपनी दववशताए ह। एकतो उनकीजनताआधदनकसदवधाओकीअभयसतहोचकी ह तराउनकाजीवन-सतर इतनाउचचहोगया हदकउसयरावतरखनक दलएबहतसपापडबलनपडतह। िसरय उदयोग अपन सरादयतव क दलए जीवन की भोग-दवलास सबधीवसतओ एव नवीन स नवीनआदवषकारो की परदसदद करत रहत हदजससजनताकशौककीअसनऔरभीभडकतीह।पररणामयहहोताहदकउचचसउचचजीवनसतरकीमागबितीचलीजातीह।इस मागक दनरनतर िबावक सामनकोई राजनीदतकसरकार िहरनहीसकती।एकओर राजनदतक नताओ न जनता क उचच जीवन-सतर को

सरादपत रखना होता हऔर िसरीओर उनह यह दचनतालगी रहतीह दकऔदयोदगकअवनदतनहोतराअरथवयवसराचलती रह।अत:राष‍टीयउतपािोक दवरियक दलएअदधकसअदधकदविशीमदडयोकीखोजकी जाती ह। उननदत परापत िशोक उचचजीवन-सतरकोसरादपत रखन क दलए तधतीय दवशव क िशो का पहल स बिकरशोषण दकया जाता ह। रस और पवषी यरोप क िशो को अपनीअरथवयवसराक नवदनमाथणक दलए दजनचनौदतयोकासामना ह वऔरयाह?दपछलसायवािीदवशवसउभरनवालनवीनपजीवािीिशोको दविशी मदडयोकी बिती हईआवशयकता यो ह ?औरदफरपसचिमीमीदडयानअपनउतपािोकीपरदसददकविारादजसपरकारतधतीय दवशवऔरसमाजवािी िशोकी दनधथनऔरकगालजनताकीइचछाओऔरमनोकामनाओकोबचनऔरवयाकलकररखाहयाइसकायहीउदशयतोनहीह?इनसमसतपररकोकोइकटाकरकिख तो जञात होजाएगा दकय पररससरदतया भमडल पर दकसी िोसपररवतथनकीदयोतककिादपनहीह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 233

बयलाज – शलानर क फ‍ए एक खररलाकआथन करीम आज स चौिह सौ वषथ पवथ उस महादवनाश क

सबधमसतकककरचकाहजोबयाजपरआधाररतअरथवयवसराककारणअनतत:मानवजादतकाभायबनचकीह।यहचतावनीबडीसपषटताकसारपणथरपस इनआयतोम दवदयमानह -

(सरहअलबकरह-276स281)

अनवलाद - व लोग जो बयराज खरात ह व खड नही होत परनत

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान234

ऐस, जस वह वयनकत खडरा होतरा ह वजस शतरान न (अपन) सपशम स हतसज ‍कर वदयरा हो। यह इसवलए ह व‍क उनहोन ‍कहरा व‍क वनशचय ही वयरापरार बयराज ही ‍क समरान ह। जब व‍क परमशवर न वयरापरार ‍को वध और बयराज ‍को अवध ‍ठहररा वदयरा ह। अत: वजस‍क परास उस‍क रबब ‍की ओर स नसीहत आ जराए और वह र‍क जराए तो जो पहल हो च‍करा वह उसी ‍करा रहगरा और उस‍करा मरामलरा परमशवर ‍क सपदम ह और जो ‍कोई पन: ऐसरा ‍कर तो यही लोग ह जो आग वराल ह व उसम लमब समय त‍क रहन वराल ह। परमशवर बयराज ‍को वमटरातरा ह और दरान-पणयो ‍को बढरातरा ह और परमशवर पतय‍क महरा‍कतघन (और) महरापरापी ‍को पसनद नही ‍करतरा। वनशचय ही व लोग जो ईमरान लराए और शभ ‍कमम व‍कए और उनहोन नमराज ‍को करायम व‍कयरा और ज‍करात दी उन‍क वलए उन‍करा पवतफल उन‍क पवतपराल‍क ‍क परास ह और उन पर ‍कोई भय नही होगरा और न व शो‍करा‍कल होग। ह व लोगो जो ईमरान लराए हो ! परमशवर स डरो और छोड दो जो बयराज म स शष रह गयरा ह। यवद तम (वरासतव म) मोवमन हो और यवद तम न ऐसरा न व‍कयरा तो परमशवर और उस‍क रसल ‍की ओर स यदध ‍की घोषणरा सन लो और यवद तम तौबरा (पचिरातराप) ‍करो तो तमहरार मलधन तमहरार ही रहग। न तम अनयराय ‍करोग और न तम पर अनयराय व‍कयरा जराएगरा और यवद ‍कोई दरररि हो तो (उस उस‍की) सववधरा त‍क छट दनी चरावहए और यवद तम दरान ‍कर दो तो यह तमहरार वलए अवत उतम ह यवद तम ‍कछ जरान रखत हो। उपरोतआयतो म परमशवरकीओरस जो चतावनी िी गई ह

उसकातातपयथयहह दकपजीवािीसमाजकोउनपरकदतक दनयमोविारादनशचयहीिणडदमलगाजोपरमशवरकजारीदकएहएहऔर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 235

ऐसाउससमयहोगाजबवसमसतपररक दजनकीबहसऊपरगजरचकी ह अनतत: मनषय को आदरथक असतलनऔर यद की ओरल जाएग। समरण रह दककपरबधन, उपदरवऔर यद सिव दनधथनोक शोषणऔर उनक अदधकारो को छीनन क पररणामसवरपखडहोतह।परमशवरऔरउसकरसलकसारयदकबारमसावधानकरन

कअरथयहदकऐसीसरकारदजसकीदनभथरताबयाजपरहोअनतत:दनशचयहीएकऐसी ससरदतसिोचारहोकर रहगी,जबलोगएक-िसरकदवरदयदकदलएउिखडहोग।बयाजकइसपहलकोदवसतारसवणथनकरनकीइससमयगजाइशनहीपरनतयहबतानाआवशयक ह दक कआथन करीम न जहा भी बयाज क दनषध कावणथनदकयाउसकबािकीआयतोमसिवयदकीचचाथह।इससबयाजऔरयदक मधयसबधका पताचलता ह। जोलोग पररमऔर दवितीय दवशव यद की पररससरदतयो स पररदचत ह उनह समरणहोगा दकउनयदोकआरभहोनकाएककारणपजीवािीवयवसरारीऔर दफर उनह लबा करन म भी उस वयवसरा न दवनाशकारीभदमका दनभाईरी।

दौ‍र क भण‍डलारण कला फनषध इसलामशोषणकपरतयकरपऔरपरतयकपरकारकअवधऔर

अनदचत माधयमअपनानकाखणडनकरता ह। उिाहरणतयाअककतधनकाएकसरानपरभणडारणकरनाएववसतओऔरखादयपिारमो(अनाजआदि)काभणडारणकरनादजससमलयधीर-धीरबितचलजातहऔरउसकाअसनतमपररणामसामानयमदरा-सफीदतहआकरताह।कआथनकरीमफरमाताह -

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान236

(सरहअतौब:आयत34,35)

अनवलाद -हलोगोजो ईमानलाएहो दनशचयहीयहिी दवविानोऔर ईसाई सनयादसयो म स बहत ह जो लोगो क धन अवध ढगसखात हऔर परमशवरक मागथ स रोकत हऔरजोलोगसोनाऔरचािीकोसदचतकरत हऔरउनह परमशवरक मागथ मखचथनहीकरततोउनहकषटिायकपरकोपकीखशखबरीिि, दजसदिननकाथसन उस (सोना-चािी) पर भडकाई जाएगी दफर उस स उनकमसतकऔरउनकपहलऔरउनकीपीिोपर दनशानलगाएजाएग(और कहा जाएगा) यह ह जो तम न अपन पराणो क दलए एकतरदकयाराअत:इसचखोजोतमएकतर दकयाकरत र।इसकबावजि इसलामन वयसतकोहरवधढगपरधनकमान

की अनमदत िी ह इस शतथ पर दक यह ढग इसलाम की आदरथकआचारसदहतासअनककलता रखताहो।सकपमयह दकइसलामनवयसत को दनजी सवादमतवऔर दनजी वयवसाय की अनमदत िी हऔर उसक इस मल अदधकार को मानयता िी ह। सरकारआदरथकदनमाथणकसमयपरा धयान इसबातकीओरकसनदरत रखती ह दकसमाज का एक सिसय अपनी आजीदवका दकस परकार कमाता ह

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 237

उसकीआय दकतनी ह, वयवसाय म लाभ की िर या ह, दवरियदकतना होता ह, वतन दकतना दमलता ह। इन आकडो क अनसारआयपरट सोका दनधाथरण दकयाजाताह।यहसबकछकरनकपशचात वयसतकआदरथकमामलोम बहतकछअदतररतहसतकपदकयाजाताह।सामानयतासरकारोकी दिलचसपीकवल वयसतकीआयतकसीदमतहोतीह।सरकारकोइससकोईमतलबनहीहोतादक वयसत अपनीआय या सदचत की हई िौलत को दकस परकारवययकरता ह। वहचाह तोअपन धन-िौलतको समदर म बहा िऔरभोग-दवलासकोअपनी दिनचयाथबनालऔरचाहतोआदरथकसमधददकबावजितगीऔरकषटमजीवनवयतीतकर।अपनीपजीकोयहजहाचाहऔरदजसपरकारचाहकाममलाएसरकारउसमकोईहसतकपनहीकरती।तरादप धमथ वयसत क जीवन क उस कतर म भी नसीहत और

परामशथकरगमहसतकपकरताह।धमथकवलयहीनहीबतातादकआजीदवका दकसपरकारअदजथतकरनीचादहएअदपत यहमागथ-िशथनभीकरता ह दकअपनीकमाईको दकस परकार वययकरना चादहएऔर दकसपरकार वयय नहीकरनाचादहए परनत समरण रह दकधनको वययकरन क सबध म धमथ क अदधकाशआिश मलरप सनदतकऔरआधयासतमक दहतएवकलयाणक दनिचशक दसदानत ह।उिाहरणतयाजबइसलाममदिरापान,जआयाआननि-परादतिकअनयअवध माधयमो पर वयय करन स रोकता ह तो चाह उसका सीधासबधबजटसनभीहो, दफरभी दकसीमाधयमसऐसआिशधमथकीनदतकऔरआधयासतमकदशकाओकाभागह।पजीवािीवयवसराम ऐसआिशोको वयसतक वयसतगतजीवनऔर उसकीअपनीइचछासवययकरनकपकमहसतकपसमझाजाताहपरनतसमरणरहदकयहसोचऔरयहकायथ-परणालीमनषयकदलएकोईनईबात

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान238

नहीह।कआथनकरीमसहमयहजञातहोताहदकदपछलीसभयताओऔरजादतयोनभीधमथकसबधमइसपरकारकीकायथ-परणालीकापरिशथन दकया रा। यह बहस बार-बार उिाई गई दक धमथकोलोगोकवयसतगतमामलोमहसतकपकरनकायाअदधकारह।पराचीनयगमपरमशवरकभजहएएकनबीहजरतशएबअलदहससलामनजबमियन(नगरकानाम)कलोगोकोयह दशका िनकापरयासदकयादकवहदकसपरकारअपनधनकासमदचतउपयोगकरसकतह और उनह दकन-दकन ढगो स बचना चादहए तो उनकी जादत नउनकीभतसथनाकी।

(सरहहि-88)

अनवलाद - उनहोन ‍कहरा - ह शएब ! कयरा तरी नमराज तझ आदश दती ह व‍क हम उस तयराग द वजस‍की हमरार पवमज उपरासनरा व‍कयरा ‍करत थ यरा हम अपन धन-समपवत ‍करा उस प‍करार पयोग न ‍कर जस हम चराह। वनशचय ही त बडरा सहनशील और बवदधमरान (बनरा वफरतरा) ह।

सलादला जीवन - पदफर इसलामएकसरलजीवनपददतकोपरसततकरताह।अपवययस

रोकताहपरनतधनकवययकरनकोपरोतसाहन िताह।

(सरहबनीइसराईल-30)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 239

अनवलाद - और अपनी मटी (‍कपणतरा ‍क सराथ) बनद ‍करत हए गदमन स न लगरा ल और न ही उस पणमतयरा खोल द व‍क इस‍क पररणरामसवरप त वनननदत (और) वनरराश हो‍कर ब‍ठ रह।

(सरहबनीइसराईल-27,28)

अनवलाद - और वन‍कटवतमी समबनधी ‍को उस‍करा हक द और असहराय ‍को भी और यरातरी ‍को भी परनत अपवयय न ‍कर। वनशचय ही अपवययी लोग शतरानो ‍क भराई ह और शतरान अपन रबब ‍करा बहत ‍कतघन (नरा श‍कररा) ह।

शलादी-फववलाह क खचच शािी-दववाहकसमारोहदजसढगसआयोदजतदकएजातहवह

गरीबऔर अमीर खानिानो क मधय एक सविनशील समसया बनजातीह।धनवानोकयहाहोनवालिाट-बाटिखकरगरीबमाता-दपता गहर शोकऔर सताप म डब जात ह। दवशष तौर पर दजनकी बदटया दववाहकीआयको पहच चकी हो। उनकअनिर िीघथदनशवासऔर दनराशाकीअसनभडकनलगतीह।इसलामनशािी-दववाहकदनमतरणोपरअतयदधकवययकरनऔरअपनधनशवयथऔरबाहयसाज-सजजा एव िाट-बाटक परिशथनकीकडी दननिाकी ह।इसलामकपरारदभकइदतहाससपताचलताहदकदववाहकआयोजनइतन सािा हआ करत र दक अदधकाश लोगो को दबलकल बरगऔरशोभारदहत दिखाई ित र। यदयदपअनयसमाजोक रीदत-ररवाजक अनसार मसलमानो क यहा भी दवशषकर धनवानो क दववाहोम कई अधादमथक रीदत-ररवाजऔर करीदतया धीर-धीर समादवषट हो

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान240

गई ह तरादपअबभी मलरपस दववाहका परपरागतआयोजनदबलकल सािाऔरआडबर रदहतअमीर-गरीब सबक दलए एकसमानतौरपरकमखचथकापरावधानह। दववाहकीघोषणाजो दकदनकाहकहलाताह-पराय:मससजिोमहीकीजातीह;जहापरतयकउपससरतहोताह।अमीर-गरीबसबदबनादकसीभिभावकएकतरहोतह।मससजिदकसीकवभव-परिशथनकासराननहीहअदपतपरमशवरका घर ह जहा उसकी उपासना (इबाित) की जाती ह। जहा तकपरीदतभोजकादनमतरणऔरदववाहकअवसरपरखशीऔरपरसननताक परकटकरन का सबध ह धनवानो को कडी चतावनी िी गई हदककोईऐसा दनमतरणदजसमगरीबोकोनहीबलायाजातापरमशवरकी दसटिम बहतबरा दनमतरण ह। यहीकारण ह दकएक इसलामीसमाजमऐससमारोहमबहमलयवसतरोवालधनवानोकमधयऔरसािा कपडो म गरीब लोग भी दिखाई िग जो सवततर रप स सबस दमल रह होग। गरीबो को इस परकार दनकट स िखकर एक तोधनवानोकीआखखलजातीह,िसर दनधथनोकोयहअवसरपरापतहोजाताहदकवधनवानोकउतमवयजनोकाकछआनिलसक।

गरी‍बो कला फनमतरण सवीकलार करनला धनवान तरा सामादजक दसटि स उचच सतरीय और समाननीय

लोगो को यह दवशष तौर पर कहा गया ह दक यदि कोई अतयनतगरीबऔरअसहायवयसतभीउनहअपनघरखानकादनमतरणितोउनहवहदनमतरणसवीकारकरनाचादहए।इसकबावजिइसअदनवायथनहीिहरायाजासकतायोदकउनकअपनपवथ दनयोदजतकायथरिम,वयसतताएऔरअनयकईकदिनाइयाइसमबाधकहोसकतीह दफरभी हजरतमहमिस.अ.व.का यह सरायी दनयमरा दकआपअतयनतगरीब वयसतक दनमतरणको सवीकारकर दलयाकरत र।आपस

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 241

परम रखन वाल,आपकसबसवकजोअमीर हो या गरीबआपकइसउपिशकापालनकरकदनतानतपरसननताऔरगवथमहससकरतह। यदयदप वतथमान समाज म ऐस दनमतरणो को इस परकार सवीकारकरनसयहधारणाभीउभरसकतीह दकजसअमीरोकआमनतरणपर उनक पास जाकर भोजन करन क अदतररत कोई कायथ ही नहो तरादपआवशयक ह दक गरीबो क परीदतभोजको भीकभी-कभीसवीकारकरकइसआिशकीभावनाकोजीदवतरखाजाए।पहलवणथन दकयाजाचकाह दकमदिरापानऔरदयत-रिीडाको

कआथनकरीम न दनदषद िहरा दिया ह। खशीक समारोहो पर धनलटानसरोकागयाह।अधाधधवययऔरआडबरकसारजीवनवयतीत करन की जो दननिा की गई ह वह कवल शािी-दववाह कअवसरो स ही सबध नही रखतीअदपत उसका कतर सपणथ मानव-जीवन पर वयापत ह। इस दशकाकीसनिरता यह ह दक उस बलातलाग नही दकया जाता अदपत लोगो को परमऔर सि÷भाव क सारसमझाकरउसकापालनकरनक दलएपरररत दकयाजाताह।

खलान-पलान म सर‍न

(सरहअलआराफ-32)

अनवलाद - ह आदम ‍क बटो ! पतय‍क मनसजद ‍क वन‍कट सौनदयम ‍क सराधनो ‍क सराथ जरायरा ‍करो (अथरामत मनसजद जरान स पहल ही अपन हदयो ‍को पववतर तथरा बराहय सवचछतरा वसतरो तथरा शरीर ‍की भी ‍कर वलयरा ‍करो) तथरा खराओ-वपयो परनत सीमरा स अवध‍क नही। वनशचय ही वह (परमशवर) सीमरा ‍करा उललघन

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान242

‍करन वरालो ‍को पसनद नही ‍करतरा। ससार म भख क दवरद एक सघषथ कीआवशयकता ह। समय

कीकमीककारणइस दवषयपरयहा दवसतारसबातनहीकीजासकती तरादप इस सनिभथ म पररम चरण तो यह ह दक भोजनकोनषट होन स बचाया जाए। इस दवषय पर म सदकपत रप सआगचलकरकछपरकाशडालगा।

कजत कला ‍न-दनइसलाम इस बात पर बार-बार बल िता ह दक जीवन की मल

आवशयकताओकदलएऔरआपातकालीनपररससरदतयोमकजथलनापडजाएतोवहबयाजरदहतअराथतऐसाऋणदबनाबयाजकहोनाचादहए।सामथयथवानतराधनवानलोगोकाकतथवयहदकवआदरथककदिनाइयोमदघरलोगोकीसहायताकर।यहबातभीसपषटकरिीगई ह दकयदिकोईऋणी परदतककल पररससरदतयोककारण दनधाथररतसमय परऋणअिाकरन क योय न हो तो उस छट अवशय िीजानी चादहए। दनकटसबधी भी यदि चाह तोऋणकीअिायगी महारबटासकतह।यदिऋणीकीमधतयहोजाएतोऋणकीअिायगीउसक पीछ छोडीसपदतसकीजासकती ह।ऋणीक बोझकोकमकरनकदलए‘जकात’कीरादशभीपरयोगमलाईजासकतीहऔरयदिएकसमधदशालीमनषयदकसीकाऋणमाफकरिताहतोपरमशवरकीदसटिमऔरभीअचछाकमथिहरगा।तरादपऐसाऋणीजोऋणकोअिाकरनकीसामथयथरखताहउसबहरहालदनधाथररतसमयसीमाकअनिर-अनिरऋणवापसकरकअपनवचनकोपराकरनाचादहएअदपत उसचादहए दकऋणवापसकरतसमयबतौरउपकार कछअदतररत रादश भी अिा कर ि तरादप यहअदतररतरादशिनाअदनवायथनहीहऔरनहीपहलसउसकादनधाथरणकरना

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 243

चादहएअनयरा ऐसीअिायगी बयाजकी दवशाल पररभाषाकी शणीम ससमदलत हो जाएगी।ऋणक बार म कआथन करीमकी दशकादननदलदखतआयतोमवणथनकीगईह -

(सरहअलबकरह-283,284)

अनवलाद - ह व लोगो जो ईमरान लराए हो ! जब तम ए‍क वननचित अववध ‍क वलए ऋण ‍करा लन-दन ‍करो तो उस वलख

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान244

वलयरा ‍करो और चरावहए व‍क तमहरार मधय वलखन वरालरा नयरायपवम‍क वलख और वलखन वरालरा इस स इन‍करार न ‍कर कयोव‍क अललराह न उस वलखनरा वसखरायरा ह। अत: चरावहए व‍क वह अवशय वलख। और वह वलखवराए वजस‍क वजममरा (दसर ‍करा) हक ह। वह वलखवरात समय परमशवर ‍करा जो उस‍करा पवतपराल‍क ह ‍करा सयम धरारण ‍कर और उसम स ‍कछ भी ‍कम न ‍कर। अत: यवद वह वजस‍क वजममरा (दसर ‍करा) हक ह मनदबवदध हो यरा ‍कमजोर हो यरा सरामथयम न रखतरा हो तो चरावहए व‍क उस‍क सथरान पर उस‍करा पबनध‍क नयराययकत तहरीर वलखवराए। और तम अपन परषो म स दो ‍को सराकषी बनरा वलयरा ‍करो और यवद दो परष उपलबध न हो तो ए‍क परष और दो नसतरयरा वजन पर तम सहमत हो, गवराह बनरा वलयरा ‍करो। (यह) इसवलए (ह) व‍क उन दो नसतरयो म स यवद ए‍क भल जराए तो दसरी उस समरण ‍कररा द और जब गवराहो ‍को बलरायरा जराए तो व इन‍करार न ‍कर। तथरा (लन-दन) चराह छोटरा हो यरा बडरा उस उस‍की वनधरामररत समय-सीमरा त‍क (अथरामत पणम समझौतरा) वलखन स उ‍कतराओ नही। तमहराररा यह ढग परमशवर ‍क वन‍कट बहत नयरायसगत ‍ठहरगरा और सराकषय ‍को अवध‍क पषट ‍करन ‍क वलए सदढ ‍कदम होगरा तथरा इस बरात ‍क अवध‍क वन‍कट होगरा व‍क तम सदहो म न पडो। (वलखनरा अवनवरायम ह) वसवराए इस‍क व‍क वह हराथो-हराथ वयरापरार हो वजस तम (उसी समय) आपस म लन-दन ‍कर लत हो। इस नसथवत म तम पर ‍कोई आपवत नही व‍क तम उस न वलखो और जब तम ‍कोई (लमबरा) करय-ववकरय ‍करो तो गवराह बनरा वलयरा ‍करो और वलखन वराल ‍को और गवराह ‍को (व‍कसी प‍करार ‍करा ‍कोई) ‍कषट न पहचरायरा जराए। यवद तम न ऐसरा व‍कयरा तो वनशचय ही यह तमहरार वलए बड पराप ‍की बरात होगी। और परमशवर स डरो

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 245

जबव‍क परमशवर ही तमह वशकषरा दतरा ह और परमशवर पतय‍क वसत ‍करा खब जरान रखतरा ह और यवद तम यरातररा पर हो और तमह वलखन वरालरा न वमल तो ‍कोई वसत वगरवी ‍क तौर पर अवध‍करार म ही सही। अत: यवद तम म स ‍कोई व‍कसी दसर ‍क परास धरोहर रख तो वजस‍क परास धरोहर रखवराई गई ह उस चरावहए व‍क वह उस‍की धरोहर अवशय वरापस ‍कर और अपन पवतपराल‍क परमशवर ‍करा सयम धरारण ‍कर। और तम गवराही ‍को न छपराओ और जो ‍कोई भी उस छपराएगरा तो वनशचय ही उस‍करा हदय परापी हो जराएगरा और परमशवर उस जो ‍कछ तम ‍करत हो भलीभरावत जरानतरा ह। यहा इस बात का वणथन करना अतयावशयक ह दक मधयकालीन

दवचाररखनवालदवविानोनइनआयतोकोउनकपररपरकषयसहटकरसवथरा गलतअरमो म परयोग दकया ह। व इस बात परअड ह दकइसलामी दशकानसारएकसतरीकीगवाही पयाथपतनही ह।उनकामतहदकएकपरषकीगवाहीकसामनपरतयककाननीआवशयकताकदलएिो ससतरयोकीगवाहीआवशयकह।उनहोनआयतोक दबलकलगलतअरथकरत हए इसलामी दफकहम परषऔर सतरीकी गवाहीकबारमगलत दवचारधारापरसततकीह।उनका दवचारयहह दकजबकआथनकरीम एक परषको बतौर गवाह बलाता ह तो उसकबिलमिो ससतरयोकीगवाहीहोगी।यहदचतराकनअवासतदवकऔरकआथनीदशकाओसबहतिरह।नयाय-वयवसराकीइससमसयापरमधययगोकीसीसकीणथदवचारधारािखकरतोमनषयबचनहोकररहजाताह।इसदलएइनआयतोकसबधम दननदलदखततथयोकोअवशयदसटिगतरखनाचादहए-(1) इनआयतोम उपरोतिोनो ससतरयोकोगवाही िनक दलए

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान246

नहीकहागया।(2) िसरी सतरी की भदमका सपषट तौर पर दनसचितऔर सीदमत

करिीगईहउसकीभदमकामातरएकसहायककीह।(3)यदििसरीसतरीजोगवाहीनहीिरहीपहलीसतरीकीगवाही

म कोई ऐसी बात िखती ह दजसस यह पता चलता हो दक गवाहीिनवालीसतरीनसौिऔरसमझौतकीभावनाकोपणथरपसनहीसमझा तो वह उस पर पन: दवचार करन म उसकी सहायता करसकतीहअरवाउसकोईभलीहईबातसमरणकरासकतीह।(4) गवाही िन वाली सतरी को पणथ अदधकार दिया गया ह दक

उसकीअपनी गवाही बहरहाल एकअलग सवतनतररप रखगीऔरयदि वहअपनी सारी सतरी स सहमत न हो तो दफर उसकाअपनाबयानहीअसनतमऔरदवशवसनीयसमझाजाएगा।इसपरसगमआईबहस क पशचात अब हम पन: अपन मल दवषय कीओर वापसआत ह। समझौतो क सबध म इसलाम कछ पाबदिया लगाता ह।उिाहरणतयाआदरथकलन-िनकबारमसमझौतोकदलएआवशयकह दक दनधाथररत शतत ऋणी या खरीिार दलखवाए और िोनो पकपरमशवरकोउपससरतऔरदषटासमझकरसमझौतकोपणथरपसईमानिारीऔरपरीशतमोकसारदनभानकापरयासकर।सपषटहदकऐसीअरथ-वयवसरामजहाबयाजरदहतकजचकाररवाजहोवहाबयाजपरदलएगएअनावशयककजमोतराउधारकीभरमारनहीहोगीऔरऋणिाता अकारणलोगोको उधार नही िगा। इसक पररणामसवरपबचीहईपजीकीबािनहीआएगीऔरसमाजकीरिय-शसतअपनीवासतदवकसामथयथएवमलसीमाओकअनिररहगीऔरभदवषयमदमलन वाल परतयादशतधनकोआजहीखचथकरनका रझान सवयही समापत हो जाएगा। जो उदयोग ऐसआदरथकआधारो पर सरादपत

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 247

होगावहअवशयहीिोसऔरसदिहोगातराउसमहरपरकारकआदरथक उतार-चिाव म स सरदकत बच दनकलन की योयता भीमौजिहोगी।सकपमयहदकजनताकीपजीअमीरोकयहाघमतीनहीरहनीचादहएअदपतबहावगरीबोकीओरहोनाचादहए।इसलामएकसािाजीवन-पददतकोबिावािताह, दमतवययताऔरपररशमदसखाताहनदकनीरसताऔरजीवनकआनिोसउिासीनता।तरादपरहन-सहन की यह पददत दकसी भी परकार स दवलादसता, अपवययऔरबाहयचमक-िमककोपरोतसाहननहीिती,नहीउसमउससीमातकअनमदतहदजससगरीबोकहियकोकषटपहचऔरवईषयाथका दशकार हो जाएऔर उनक हिय दनराशाओक घर बन जाएऔरइसपरकारअमीरोतरागरीबोकमधयऔरभीिरीबिजाए।

आफथतक वगगीय अररयह बात भली भादत समझलना चादहए दक धनककवलकछ

हारो म एकतर हो जान स समाज म दवदभनन वगथ पिा नही होजात। वगथ पजी क इस दवतरणक कारण अससततव मआत ह जोमादलकऔरमजिर,जागीरिारऔरखदतहरकमधयहोतीह।इसकअदतररत भी बहत स पररक ह जो वगषीय ऊच-नीच पिा करत ह।इन सब का यहा वणथन करनाऔर यह बताना तो सभव नही दकदकसपरकारयसबपररकपधरक-पधरकऔरसयततौरपरवगथपिाकरन मअपनीभदमका दनभात ह तरादपभारतक दवदशषट ररवायतीसमाज का अधययन दकया जाए तो यह बात सपषट तौर पर सामनआजाएगीदकहजारोवषमोमपोदषतहोनवालीवगषीयवयवसरादकसपरकारअससततवमआतीह।दवकासकीइसलबीयातरामकवलधनकादवतरणहीपरभावीनहीहआअदपतकईसामादजक,धादमथकऔरराजनदतकपररक दबनिभीकायथकर रह र। दविशीआरिमणकाररयो

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान248

काएकलबारिमआनतररकसघषथ,जीवनकपररशमतराअपनाआदधपतय सरादपत करन क परयास, भारत म पाई जान वाली इसजादतवािी वयवसराकइसपररदशयमआजभीसपषट दिखाई ि रहहऔर वासतव म यही व पररक ह दजनहोन भारत म इतन वगमोकोजनम दियाह।कालथ-मासथनइसपररससरदतकोगहरीदसटिस िखाह।नययाकककसमाचार-पतरहरलडद‍टबयन(Herald Tribune)मपरकादशत होन वाल पतरो म वह दहनिसतानकी सामादजक पररससरदतको साइदटदफक समाजवािी दवचारधारा स जडा हआ नही समझताउसन अनतत: यह पररणाम दनकाला ह दक इस जादतवािी वयवसराकीउपससरदतम दहनिसतानकसबधमअदधकसभावनायहीह दकवहसायवािकीओरकभीमखनहीफरसकगा।इसलामी दसटिकोणक अनसार समाज म वगमो की मौजिगी उस

समयकषटिायक ससरदतपिाकर िती हजबधनक वययकबारमकोईनदतकदनयमावलीमौजिनहो।एकऐससमाजकीकलपनाकीदजए जहा लोगो का सािा रहन-सहन ह। वसतर, खान-पान यादनवासआदि पर अनदचत अपवयय स काम नही दलया जाताऔरदवदभननलोगोकीजीवन-पददतमकोई दवशषअनतरनहीहोतावहाकछहारोमदकतनाभीधनएकतरयोनहोजाए,उससकछअनतरनहीपडता।यदयदपधनकदन:सकोचवययऔरउसकआडबरऔरदिखावस िसरोकीभावनाए दनशचयहीघायलहोती ह। धन दबनासोच-समझ लटाया जा रहा हो, जहा वययकरना चादहए वहा वययन होऔरजहाआवशयकता नही वहा धनको नषट दकया जा रहाहो, इस पररदशय म शरीरऔरआतमा का सबध यरावत रखन कपरयासम वयसतसकटोकमारहएििथशागरसत दनधथनजबअमीरोकिाट-बाट तरा उनकी राजाओक समान जीवन-पददतको िखत हतोधनकायहअसमानदवतरणउनकमधयएकऐसीखाईपिाकर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 249

िताह दजसपाटानहीजासकता।असत इसलाम वयसत की उस आजािी म अनावशयक तौर पर

हसतकप नही करता दक वह धन कमाए और बचाए। इसलाम तोपसबलकस टर सअदधक पराइवट स टरको परोतसाहन िता हऔरउसकादवकासकरताहपरनतइसकसार-सारइसलामजीवन-पददतससबदएकदनसचितनदतकदनयमावलीभीपरिानकरताहऔरयदिउसपणथरपसउसकीवासतदवकभावनाकसारअपनायाजाएतोसामदहकतौर परजीवनसबक दलएसािाऔरमनोरमबनजाए।इसलामीअरथ-वयवसराकीदवचारधाराकायहपहलचदकपहलवणथनहोचकाहइसदलएइसपरअदधककछकहनकीआवशयकतानही।

इस‍लाम कला फवरलासर कला कलानन इसलाम का दवरासत का कानन भी एक वयसत क मधतयोपरानत

उसकीछोडी हईसपदतका पीछ रहन वाल वाररसो म दवतरणकसबधमएकमहतवपणथभदमकादनभाताह।आवशयकहदकदवरासतकीसपदतकाशरीअतविारा दनधाथररतभागोकअनसारमाता-दपता,पसतनयो,सनतान,ररशतिारोतराअनयसवजनोऔरपररजनोमदवतरणदकयाजाए।दकसीवाररसकोपरमशवरकीओरसदिएगएदवरासतकअदधकारोसवदचतनहीदकयाजासकता,दसवाएइसकदककोईउदचत कारण हो। कारण क उदचत या गलत होन का दनणथय कोईएक सिसय नही अदपत (इसलामी शासन म) अिालत करगी। यदिकोईवयसतदकसीिसरकपकमवसीयतकरनाचाहतोवहअपनीसपदतकाअदधकसअदधक1/3भाग(दतहाईभाग)अपनी इचछास िसरसिसयोअरवाससरा इतयादिकोिसकताह। (िखसरहअदनिसाआयत8स13)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान250

धनक कछक हारो म एकतर होन स रोकन क दलए य किमउिान बहत लाभपरिऔर परभावी ह। कवल बट का वाररस होना,जायिािकीदकसीकपकमभीवसीयतनकरनाअरवावसीयतकताथकअदधकारोकाअसीदमतहोनादकवहअपनीइचछासजोचाहकर,इनसबबातोकाइसलामीदवरासतककाननमदनषधकरदियागयाह।इसीपरकारचलऔरअचलिोनोपरकारकीसपदतकापीिीकबाि पीिी म दवतरण होता चला जाता ह यहा तक दककवल तीनचारपीदियोहीमबहतबडी-बडीसपदतयाभी दवतरणकपशचातदसकडकररहजातीह।पररणामयहहोताह दकभदमकासवादमतवबटजानसहरपरकारकाएकादधकारसमापतहोजाताहऔरसमाजसरायीवगषीय दवभाजनका दशकारनहीहोनपाता।

ररशवर कला फनषध

(सरहअलबकरह-189)

अनवलाद - और अपनी ही धन-समपवतयो ‍करा अपन मधय छल-‍कपट दराररा न खरायरा ‍करो और न तम उनह अवध‍कराररयो ‍क सरामन (इस उदशय स) पसतत ‍करो व‍क तम पराप दराररा लोगो ‍क (अथरामत रराष‍टीय) धन-समपवतयो म स ‍कछ खरा स‍को, जबव‍क तम (भली भरावत) जरानत हो। दवषयकइसपहलकोअभीमझछोडनापडगातरादपयहपहल

जोअनीदतऔरररशवतआदिकरपम दवशषतौरपरतधतीयदवशवकिशोम दिखाईिताह। वयसतगतशासनतकवणथनमपनःबहसकअनतगथतआएगा।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 251

वयलापलार स‍बधी आचलार-सफहरला इसलामनतोपजीवािीवयवसराकापणथतयाखणडनकरताहऔर

न साइदटदफक समाजवाि को दबलकल रद करता ह। इसलामी अरथवयवसरा म िोनो की दवशषताए ससमदलत ह। इसलाम न आज सचौिहसौवषथपवथवयापारऔरलन-िनकबारमजोआचार-सदहतापरसतत की री उसक कछ सदासनतक पहल दननदलदखत ह। आजआधदनकयगकामनषयअनतत:बडकटअनभवोऔरकदिनाइयोकपशचातउन दसदानतोकीखोजकरसकाह -(1)इसलामम वयापाररकसबधपणथ दवशवासऔरईमानिारीपर

आधाररतह।(सरहअलबकरह-283,284)

(2)इसलामगलततराजरखनऔरकमनाप-तोलसमनाकरताह।(सरहअलमतदफफीनआयत2स4)

(3)िदषतमालऔरखराबवसतओकादवरियकरनसवयापाररयोको मना दकया गया ह अराथत ऐसी वसतए जो सड-गल चकी होअरवाबकारहोचकीहो।वयापारीकोकोईवसतबचतहएउसकािोषछपानकाकिादपपरयासनहीकरनाचादहए(सहीमससलम)यदिकोईऐसीखराबवसतबचीजातीह दजसकीखराबीकावयापारीकोपहलस जञान नहीरा वहजञान होन परउसवसतकोवापसकरनऔरअपनीरादशवापसलनकाअदधकाररखताह।(4)वयापारीकोएकहीवसतकदभनन-दभननगराहकोसदभनन-दभनन

मलयवसलकरनसमनादकयागयाहतरादपअपनदहतकोिखतहएदकसीभीगराहककोकममलयपरकोईवसत दवरियकरसकता ह।इससिभथमवहकोईभीमलयदनधाथररतकरनकाअदधकाररखताह।

(सहीबखारीवमससलम)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान252

(5)इसलामवयापारमकदतरममकाबलाकरनसरोकताह।दवदभननवयावसादयककपदनया परसपरगिजोडकरक उतपािनऔरमादककटपरअदधकारजमानकापरयासकरतीहऔरपरसपरपरदतयोदगताकरनकादनणथयकरलतीह।इसलामऐसीदगरोहबनिीकोसखतीसरोकताह।नीलामीमकदतरमबोदलयालगाकरसभादवतरिताकोधोखािनसभीमना दकयागयाह।

(सहीबखारीवसहीमससलम)

(6) इसी परकार इसलाम दनिचश िता ह दक वसतओ का दवरियसावथजदनकतौरपरऔरमखयरपसगवाहोकीउपससरदतम दकयाजाए,रिता को धोख म न रखा जाए। उस पणथ रप स बता दियाजाए दकवहयाखरीिरहाह। (सहीमससलम)सकपमयह दकइसलामकापरयासऔरनीदतयहह दकअमीर

औरगरीबकमधय िरीकोकम दकयाजाए।अत:इसक दलएवहदननदलदखतउपायकरताह -(1)कछवसतओकोदसरसहीमनाकरदियागयाह।उिाहरणतया

मदिरापानऔरजआआदि दजसकीचचाथपहलहोचकीह।(2)बयाजविाराधनकढरलगानसमनाकर दियागयाह।(3)वयसतगतवयवसायकोपरोतसाहन दियागयाह।(4)धनकघमत रहनकोतीवरकर दियागयाह।(5)गरीबोकसमानऔरसािाजीवन-पददतअपनानकी दशका

िीगईहऔरइसक दलएबार-बारउपिशऔरनसीहतिीगईह।मनषय की सवाभादवक सशीलता स यहआशा रखी गई ह दक वहधनीहोनकबावजिअपनीजीवन-पददतको इतनासािाऔरसतरको इसपरकार रख दकजो गरीबोकी पहचस इतना िर न हो दकवउसकासवपनभीन िखसक।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 253

इससपणथदशकाकाउदशययहहदकहियमिसरोकीभावनाओकाअहसासऔरआिर पिा होऔरयदिकहीअमानदषकताऔरिसरो पर अतयाचार करन का रझान पाया जाए तो उसका गलाघोट दिया जाए। इस दशका म झि अदभमान, छल-कपट,अधमता,भौदतकवाि, गवथ एव अदभमान, िसरो को तचछ समझन तरा इसपरकारकीअनयबराइयोकदवरदवासतदवकअरमोमएकपदवतरयदऔरदजहािकीघोषणाकीगईहऔरमनषयकअनिरजोसिाचार,सभयताऔर सशीलता ह उस जागधत दकया गया ह तरा िसरो ककषटो काअहसास दिलाया गया ह। िःख िाररदरयक मार हए इनलोगोको िखकरजो बडीकदिनाईक सारअपना पट भर सकतह मनषयको पराय: ऐशवयथकाजीवन वयतीतकरत हएअपराधकासाबोधहोनलगताह।मानादकइसपरकारकमहानमान-मलयोकअदधषिाताऔरऐसउचचशणीकसभयलोगबहतकमहआकरतहपरनत इस दशकाकजारीकरनससमाजमिसरोकीभलाईकादववकऔरअहसासइतनाबिजाताह दकयहसभवहीनहीहोतादक मनषय को कवल अपनीआवशयकताओऔर ऐशवयथ की पडीरहऔरसमाजकवदचतलोगोकीििथशाकीओरधयानहीनदियाजाए।इसलामकीदशकामागकरतीह दकजीवनसलोगोकासबधमातरअपनअससततवकीसीमातकहीसीदमतनरहअदपतउनहअपनआस-पासकीपररससरदतयोसअवगतरहतहएजीवन-यापनकाढगभीआजाएऔर व उससमय तकचन स न बि सक जब तकलोगोकिःख-ििथकमकरनऔरउनकजीवन-सतरकोएकसीमातकऊपरउिानक दलएकछकामनकरल।मोदमनो क ऐस समाज की दवशषताए कआथन करीम की एक

परारदभकआयतमवणथनहईहदजसकाइसभाषणमपवथभीउललखदकयाजाचकाहपरमशवरफरमाताह -

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान254

(सरहअलबकरह-4)

अनवलाद - और जो ‍कछ हम उनह जीवनयरापन ‍क सराधन दत ह व उसम स खचम ‍करत ह।

जीवन की म‍ आवशयकरलाए सामादजकएवआदरथकशासनतकसनिभथमपरकाशडालाजाचका

ह दकगरीबोऔरमहताजोकोिान िनकीकलपनाको इसलामनदकसपरकार दबलकल पररवदतथतकर दिया ह। राष‍टीयधन-सपदतमजहातकलोगोकअदधकारोकापरशनहकआथनकरीमनइसबारमएकमापिणडकावणथनदकयाहदजसकविाराहमयहपरखसकतहदक दकतनाधनएकसामानयवयसतको दमलनाचादहएराजोकछदगनतीकपजीपदतयोकहारोमएकतरहोगयाह।

(सरहअलमआररज-25,26)

अनवलाद - और व लोग वजन ‍की धन-समपवतयो म मरागन वरालो तथरा ववचत रहन वरालो ‍क वलए वननचित हक ह। इनआयतो म अमीरो को सबोदधत दकया गया ह। उनह समरण

कराया गया ह दकउनक धनका दनशचय ही एकभाग ऐसा ह जोवासतव म दभकओऔर गरीबो का हऔर वही उसक अदधकारीह।यहअनमानकस दकयाजाए दक दगनतीककछअमीरलोगोनगरीबोकअदधकारो परकबजाकर दलया ह दजसक पररणामसवरपसमाजअसतलनका दशकारहोचकाह।इस ससरदतकोपरखनकामापिणडवअदधकारह दजनकाइसलामआशवासनिताहइसलामी

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 255

दशकाकअनसारमनषयकीचारमलआवशयकताएहजोबहरहालपरीहोनीचादहए।

(सरह ‘ताहा’आयत-119-120)

अनवलाद - तर वलए वननचित रप स वलखरा हआ ह व‍क न त उसम भखरा रहगरा और न नगरा और यह (भी) व‍क न त उसम पयरासरा रहगरा और न धप म जलगरा। अतः इसलाम न इन चार तथयो परआधाररत एक ऐसा घोषणा-

पतर(Charter) दियाह दजसमजीवनकीमलआवशयकताओकादनशचयीकरणऔर उसकी पररभाषाक पशचात उनकोकमस कमअदधकारोक तौर परशरीअतकअनसारकायमकर दिया गया हऔरयहवअदधकारहदजनहपराकरनासरकारकाकतथवयिहरायागयाह।अराथत-(1)भोजन (2)वसतर (3)जल (4) दनवासअनय िशो की तो या कह सवय दरिटन (U.K.) और सयत

राजयअमरीका (USA) म भीलाखोलोग ऐस ह दजनक पाससरछपानक दलएभीसराननहीहअदपतऐसभीह दजनहअपनीभखदमटानक दलएककडक ढरो परस बचा हआभोजनतलाशकरनापडताह।इनघधदणतऔरदनकषटदशयोकोिखकरपजीवािीसमाजकसवाभादवकिोषोकाअनावरणहोजाताहऔरउसगभीरगपतरोगकापताचलताहजोउसअनिरहीअनिरखाएजारहाह।भौदतकवािअपनअसनतमरपम सवारथपरताकापोषणकरता ह

औरिसरोकिखकअहसाससखालीकरिताह।दन:सनिहदवितीयदवशवकअदधकाशिशोमअतयतगरीबीककारणइससभीअदधक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान256

हियदविारकदशयदिखाईितह,परनतपररमतोवहासपणथसमाजगरीबीकादशकारहऔरिसरयहदकयिशभीपजीवािीवयवसराकीपददतपरचलाएजारहह।ऐसिशोकीअदधकतरपरजाईसाईहोयायहिी, दहनि होयामसलमानया दजनकाकोईधमथ नहीसबकीअरथ-वयवसरामलरपसपजीवािी वयवसरास दभनननहीह।दवशव क नाममातर उननदत परापत िशो म दवदयमान अनधकारमय

जीवनयापनकरनवालीआबादियामानवताकमखपरअपमानय तकाल धबब ह। इन आबादियो म बराई का पोषण होता ह औरअपराध बित चल जात ह। अ‍फीका महाविीप क िशो तरा अनयिशोम ऐसकतरभी हजहालोगोकीएकबडीसखयाकोिर-िरतकपीनकाशदपानी तकउपलबधनही ह। उन कतरोमआपकोयदिएकसमयभी पटभरभोजन दमलजाता ह तोआप सवयकोसौभायशाली समझत ह। पानीकी िलथभता एक िदनकसमसया ह।िसरीओर दवशवम ऐस िशभी ह दजनक पासवसमसतससाधनऔरमाधयममौजिह दजनसमातरकछवषमोम उनगरीबिशोकाभाय बिला जा सकता ह और इसक सार-सार अमीर िशो कखजानो म भीकोईकमी नही होगी, परनतखि तो यह ह दकउनहदवचारतकनहीआता दकवअपनइनखजानोमसकछभागउनगरीब िशो क दलए भीआरदकत कर ि दजसस उन लाखो करोडोलोगोकिख-ििथकाउपचार दकयाजासक।इसलामीदसटिकोणसयह दवषयबडामहतवपणथ ह। इसलामकअनसार वयसतकसकटकसमयमउसकीसहायतारथउसिशकासमाजहीउतरिायीनहीअदपत दकसीभीसमाजक सकटगरसत वयसतककषट-दनवारणकािादयतवपणथमानवजादतपरआताहऔरउसिादयतवकोपराकरनक दलएपरतयकमनषयपरमशवरकसमकउतरिायीह।मानवताकापिभौगोदलकसीमाओ, रगऔरनसलतराधादमथकएव राजनीदतकआसराओसऊचाह।लोगजबभीऔरजहाभीअकाल,भखया

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 257

अनयपराकदतकआपिाओकादशकारहोतोउसएकमानवीयसमसयासमझनाचादहएऔरपरतयकिशऔरपरतयकसमाजकोनिखोकोकमकरनक दलएसहायतािनीचादहए।यहएकलजजाजनकबातह दक दवजञानऔर ट नालोजी की भरपर उननदत क बावजि दवशवसभखऔरपयाससमापतनहीकीजासकी।कारणयहह दकइसओर दजतना धयान दियाजानाचादहएरा नही दियागया। दफरऐसीवयवसराकादनमाथणअवशयहोनाचादहएदजसकविारासमसतिशोसएकतरदकयाहआधनतवररतउनकतरोमदवतररतदकयाजासकजहाभखनडरडालरखहोऔरअकालकहारोमनषयमौतकघाटउतररहहोअरवाजहालोगदबलकलधनहीनऔरबघरहोचकहो।सरकार क िादयतव राष‍टीय भी ह और अनतराथष‍टीय भी। राष‍टीय

सतर पर सरकारका िादयतव तो यह ह दक परतयक वयसतकी मलआवशयकताएपणथकीजाएऔरइसबातकोसदनसचितदकयाजाएदकदबनाअपवािसबकोभोजन,शरीरढकनक दलएकपडा,पीनक दलएपानीऔरसरछपानक दलएघरउपलबधहो।अनतराथष‍टीयिादयतव(दजनकावणथनआगआएगा)यहदकमानवतापरआनवालीआपिाओकामकाबलाकरनकदलएकनदरीयफणडकीसरापनातराअनयससाधनोकोएकतरकरनमभरपरभाग दलयाजाए।पराकदतकआपिाएहोअरवामानवविाराआएहएसकट।यहएकअनतराथष‍टीयिादयतवहदकउनिशोकीसहायताकीजाएजोऐससघषमोसभलीभादतजझनकीशसतनरखतहो।पररससरदतयोकसधारहतसरकारका यहकतथवय ह दकजोकछ वासतवम गरीबोऔर दभककोकीसपदत ह वह उनको वापस हसतातररत हो तादक व भी उदचतरपस जीवन वयतीत कर सक। इस सनिभथ म चार मलआवशयकताएअराथतभोजन,कपडा,पानीऔरदनवासकोअनयसमसतवसतओपरपरमखतापरापतहोगी।िसरशबिोमएकवासतदवकइसलामीशासनमकोई दनधथनऔरमहताजऐसा नही होसकता दजसभीखमागनका

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान258

अपमान सहन करना पडऔर दजसकी य चार मलआवशयकताएपरीनहो,यदिइनआवशयकताओकपराहोनकाआशवासनदमलजाएतोसरकारअपनकमसकमिादयतवकोदनभाकरिादयतवकोपणथकरनवालीहोजाएगी।यदयदपसामदहकतौरपरसमाजकअनयिादयतवइससकहीअदधकह।यह करन दक - “मनषय कवल रोटी स जीदवत नही रहता”

अपन अनिर बड गहर अरथ रखता ह। इसक अनसार कदरत मलआवशयकताएसाफऔरसवासथयपरिपानी,उदचतदलबासऔरउदचतदनवाससरानमपररवदतथतहोजातीहतरादपयसमसतपरीहोनसभीजीवनपणथनहीहोता।मनषयसिवइनमलआवशयकताओसबिकरदकसीअनयवसतकीखोजमरहताह।अत:आवशयकहदकसमाजगरीबोकनीरसजीवनम रगभरनक दलएकोईउदचतएवपरभावीपगउिाएऔरअमीरोकीखदशयोमउनहभीभागीिारबनाए। दफरकवलयहीपयाथपतनहीदकसमाजकसौभायशालीऔरअमीरलोगअपनधनमसगरीबोकोउनकाभागलौटािअदपतआवशयकहदकवगरीबीकइनिखोमभीउनकभागीिारहोदजनमलोगोकीएकबहतबडीसखया गरदसत ह तरा दससक-दससककरजीवनकदिनपरकररहीह।अदनवायथतौरपरऐसापरबधहोनाचादहएदजसकविाराअमीरऔरगरीब परसपरघल दमलसक। उचचवगथ ससबधरखन वालअमीरलोग परसननतापवथक दनन सतरकलोगोस दमल,तादकवसवयअपनीआखोसिखसकदकगरीबीमजीवनवयतीतकरनकयाअरथहोतह।इसलामकईऐसउपायकरताह दजनसयहअसभवहोजाताह दकसमाजअलग-अलगवगमोमइसपरकारदवभादजत हो जाए दक उनकाकोई परसपर सबध ही न रहऔर वएक-िसरसकटकररहजाए।इनउपायोमसकछकासकपमवणथनपहल दकयाजाचकाह।कछकावणथनअब दकयाजाएगा।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 259

इ‍बलादर (उपलासनला) सलामलाफजक एकरला कला एक मलाधयम

(1) परारभ म ही यह इकरार दक परमशवर एक ह और उसकअदतररतकोईउपासयनहीह।सरषटाऔरसधसटिमएकताक ररशतकोसरादपतकरताहऔरसरषटाकाएकहोनासधसटिमएकतापिाकरनकामाधयमह।(2)परदतदिनपाचसमयकीजमाअतकसारनमाजएकतापिा

करनकाकिादचतबहतपरभावीमाधयमह।अमीरऔरगरीब,छोटऔर बड दबना अपवाि सबको मससजि म नमाजअिा करन काआिशहयदयदपसबक दलएमससजिोतकपहचनासभवनहीहोतातरादप मससलम समाज म लोगो की एक बडी सखया जो मससजितकपहचसकती ह उनपर इसआिशकीपाबिीकरनाअदनवायथह।परदतदिन दनयदमतरपसपाचसमयकीनमाजोकोजमाअतकसारअिाकरन वालोकी सखया दभनन-दभनन िशोकमयाअदधकहोसकतीहतरादपमसलमानोकीबहसखयाकोमससजिोमआकरनमाज अिा करन का अवसर अवशय दमलता ह। नमाज की यहवयवसरा सवय म मानव-समानताका एकमहानसनिश ह। मससजिम पहल पहचन वालाजहाचाह बिऔरबािमआन वालाकोईवयसत चाह वह समाज म दकतना भी ऊचा पि यो न रखता होपहलआन वाल को उसक सरान स उिान की कलपना तक नहीकर सकता। नमाज क समय समसत लोग कध स कधा दमलाकरइस परकार पसतबद हो जात ह दक उनक मधयकोई खाली सराननहीरहता।उतमदलबासपहनवयसतकपहलमएकअनयनमाजपिनवालाफट-परानकपडपहनहएनमाजअिाकररहाहोताह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान260

पीलचहरोवालअतयनतदनबथलऔरकमजोरलोगतरासवसरऔरशसतशालीलोगपरदतदिनपाचबारएकऐस सरानपरएक-िसरसदमलत हजहासबसमानहोत हऔरजहाससिवऔरबार-बारअललाहोअकबर(परमशवरसबसमहानह)कासनिशदियाजाताह।अपनकतरकलोगोसबार-बारदमलकरतरालोगोकिख-ििथकोअपनीआखोसिखकरअपकाकतआरामऔरऐशवयथकाजीवनवयतीतकरनवालहियपरभादवतहएदबनानहीरहत।इसपरकारउनहयहअहसासहोताह दकलोगोककषटोकोकमकरनऔरउनकीजीवन पददतको उतमबनानक दलएअवशयकछकरनाचादहए।यदिऐसानहीकरततोपरमशवरक दनकटआपकासमानकमहोजाएगाअदपतआपसवयअपनीदसटिम दगरजाएग।इसपरसपरसपककऔरमल-जोलमपरतयकजमाक दिनऔर

भी बिोतरी हो जाती ह। उस दिन समसत मसलमान एक कनदरीयमससजिम एकतरहोत हऔर इसपरकारगरीबआबादियोक रहनवालोऔरअमीरकतरोकलोगोमसपकक पिाहोताह।वषथमिोईिोकअवसर परसपकक दवशालतम हो जाता ह। ईिल-दफतरसपवथ गरीबो की सहायता क दलए दफतराना दिया जाता ह जो एकऐसचछकचनिाह।(3)रमजानकामहीनाअमीरोऔरगरीबोकोएकबारदफरएक

ही पसतमलाखडाकरता ह। उसमहीन मअमीरलोगभी भखऔर पयासकी तीवरता सहनकरत ह। इस परकार उनह उनअसखयलोगोकोसमरणकरायाजाताहभखऔरपयास दजनकीजीवनकीदिनचयाथह।(4)जकातक विाराअमीरोको धन म स गरीबोका हक उनह

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 261

हसतातररतहोजाताह।(5) इसलामकापाचवा सतभहजह।सामानयतया हजकसबध

मकहाजाताह दकयहमानव-एकताकामहानतमपरकटनह।हजम ससतरयो को दबलकल सािा सफि रग क दसल हएकपड पहननकी अनमदत होती ह जबदक परष कवल िो दबन दसली हई चािरओितह।अमीरऔरगरीबसबक दलएयहीएकदलबासदनधाथररतह। यही पयाथपत नही उपरोत इबाितो (उपासनाओ) क अदतररतमसलमानसमाजमऔरभी ऐस बहतस परभावीकिमउिाए गएह दजनक विारा दवदभनन वगमो क मधय िरी कम स कम होती चलीजाती ह। इस परकार एक सवसर वातावरणक दलए परसपर सपककऔरमल-दमलापकीएकबडीआवशयकतापरीहोती रहतीहऔरसमाजघटनकादशकारनहीहोनपाता।इससवसरसमाजमअमीरोको यह अनमदत तो ह दक व उदचत सीमाओ म रहत हए अपनीअमीरीसलाभासनवतहोपरनतसारहीउनहगरीबोकी िखभालकाआिशभी दियागयाह।हजरत मसीह अलदहससलाम क इस करन म दक - “कमजोर

और फवनीर ‍ोग पथवी क वलाररस होग।”इसदसदानतकीवयाखयाकीगईह।यहएकखिजनकपररससरदत

ह दक इस नदतक दशका क बावजि पजीवािी वयवसरा समाज ककमजोरऔरगरीबलोगोकी िखभालमअसफलरहीह।

वनशवक दलाफयतवयदिकोईसमाजदकसीपराकदतकआपिायादवपदतकादशकारहो

जाएतोइसससरदतमउसकीदकसपरकारऔरया-यासहायताकीजासकतीह(िखजीवनकीमलआवशयकताओकीउपरोतकदरत

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान262

बहस)कआथनकरीमदननदलदखतरिमसइसकावणथनकरताह:-

(सरहअलबलि14स17)

अनवलाद - “गदमन ‍करा आजराद ‍करनरा यरा ए‍क सरामरानय वनरराहरार वदन म भोजन ‍कररानरा, ऐस अनराथ ‍को जो वन‍कट सबध वरालरा हो यरा ऐस असहराय ‍को जो धल म अटरा हआ हो।” िसरशबिोमउदचतपरमखताएयहोगी :-(1) इनआयतो म मानव जादत की उस वासतदवकऔर सचची

सवाकावणथनहजोपरमशवरकसमकसवीकारकीजातीह।सबसअदधकतोवलोगसहायताकपातरहजोिासोकसमानजीवनयापनकरन पर दववश ह अराथत किऔर परदतबध का दशकार याउनकीआजािीदकसीअनयढगसछीनीजाचकीह।उनलोगोकीदकसीभीपरकारकीसवाजो इस दवचारधाराकीभावनाक दवपरीतहो परमशवरक दनकटकोई महतव नही रखती। इस दसटिसअलपउननदतपरापतिशोकीआदरथकसहायताकीवतथमान वयवसरा दजसमसहायताकसारबहतसीशततऔरपरदतबधलगादिएजातहपणथरपस रद दकएजानयोयह।(2) ततपशचात पररम अदधकार अनार का ह। अनार का कोई

अदभभावकहोयानहोआवशयकह दकउसक दलएउदचतभोजनकीवयवसराकीजाए।(3)इसकपशचातऐस दनधथनऔरअसहायकाअदधकारहजो

दनधथनताककारणदमटटीम दमलचकाहो।उसकदलएभीखान-पीनकासनतोषजनकपरबध दकयाजानाआवशयकह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 263

यदयदपपरतयकतयाइनआयतोमसबोधनतोएकवचनमहपरनतदबलकल सपषट ह दक यहा चचाथ एक बहत बडी और दवशालतमआपिाकी हो रही ह।शबि“यौम”कअरथ ‘दिन’क ह।आयतोका अरथऔर सामानय वणथन शली सपषट तौर पर बता रही ह दकअमीर,शसतशालीऔरबड-बडिशगरीबकीपरदतककलपररससरदतयोमसहायतातोकरतह परनतउसकसारहीकईपरकारकपरदतबधऔरशततभीलगा ितह। इसपरकारसहायताकीवासतदवकभावनासमापतहोजातीहऔरमलउदशयकामरणहोजाताह।परतयकतयाएककषटसमसतपातहीजादतएकऔरकषटकादशकारहोजातीह।इनआयतोमअनतराथष‍टीयसहायताकीइसवतथमानवयवसराकासदकपतऔर िो टक शबिो म वणथनकर दिया गया ह। मोदमनो सकहागयाह दकगरीबऔरअसहायलोगोयाजादतककषटोऔरिखो का दनवारण तो कर परनत उनकी दववशता स अनदचत लाभउिात हएउनकीआजािीनछीन। ‘यतीम’काशबि वयापकअरमोम परयोग हआ ह इस उन लोगो या जादतयो पर भी बोला जाता हदजनकीसपणथ दनभथरतािसरोकीसहायतापरह।ऐसीजादतयोकाउिाहरण उन ‘यतीमो’की भादत ह दजनकअमीर ररशतिारो न उनस सबध-दवचछि कर दलया हो। अत: उनह इसआशा पर ियनीयअवसरामनहीछोडिनाचादहएदककिादचतउनकररशतिारदजनपरउनकीसहायताकामलिादयतवआताहउनकीसहायताकदलएआगआए। तल सपिा स सपनन िश इसका उतम उिाहरण ह।यदिकवलअरदबयनगलफ(Arabian Gulf)कीहीकछसरकारदमलकरमानवजादतककषटोकोकमकरनकपरयासकरतीतोवअ‍फीकामहाविीपम भखऔरिदभथककीसमसयाकासमाधानकरसकतीरीजबदकउनकअपनखजानोमइससलशमातरभीकमीनहीआती। बको म मौजि धन-पवथतोस उनह जो बयाज दमलता हऔर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान264

पसचिमीिशोममौजिसपदतयोसउनहजोआयहोतीहअ‍फीकाकीभदमकिखोऔरकषटोकोकमकरनकदलएवहीपयाथपतह।यो भी बयाजकी जो रादश य िश परापतकरत ह उस अपन परयोगमनहीलासकतयोदकइसलामउनहऐसाकरनसरोकताह।इसीपरकारबगलािशमभादत-भादतकीआपिाओकफलसवरपपिाहोनवालकरोडो गरीबऔरभखलोग भी हमार धयानक पातर ह। इसजादत को समसत ससार न उनक हाल पर छोड दिया हऔर यदिउनतककछसहायतापहचतीभीहतोवहउनकिखोकाउपचारकरनक दलए दबलकलअपयाथपतह।यवजादतयाहदजनह‘यतीम’समझाजानाचादहएयोदक‘यतीम’

का शबिअपन वयापकअरमो म उन पर दनशचय ही चररतारथ होताह। यदि ऐसी जादतयो को उनक दनकट सबधी भी पररससरदतयो कीिया पर छोड ि तो परमशवरकी दसटि म यहअवहलना एकरिकरअपराधहोगी।गरीबजादतयोककषटोकदलएपरमशवरअरवापरकदतकोिोषी

नहीिहरायाजासकता।इसपरकारकीसोचमखथताऔरउलटीसमझपरआधाररतहोगी।वासतवममनषयसवयइसदनिथयताऔरचतनाकअभावकाउतरिायीिहरताह।यदिहममनषयोकहियोमिसरोक दलएकषटउिानकीभावनाभरितोआजभीयहससारसवगथमपररवदतथतहोसकताह।इसलामी ससार स बाहरक ससार म भी परतयक सरान पर ऐसी

सवारथपरता कायथरत दिखाई िती ह। उिाहरणतया यदि इरोदपया कसोदवयतसघकसारदनकटसबधहतोअनयिशोक दलएउसकीसहायतानकरनकायहबहानानहीहोनाचादहए दकयहपणथरपससादवयतसघकािादयतवह।यदिमसलमानिशसडानमकरोडो

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 265

लोगभखमररहहतोउनकीइसियनीयअवसरासयहकहकरआखबनिनहीकीजासकतीदकउनकोदखलान-दपलानकािादयतवसऊिीअरबपरआताहयातल-सपिाससपननअनयमसलमानिशो पर ह योदक सडान क वही दनकटवतषी और दमतर िश ह।

कशासबिकअरथऐसयतीमकहजो दनकटसबधीहो। इसआयत म यह भी सकत दिया गया ह दकआदरथक सकटोमगरसतलोगोयाजादतयोकोअपनपरोपरखडाकरनमसहायतािनीचादहए।तधतीय दवशवकअदधकाश िशोमहमयह दिखाईिताहदकउनकीआदरथकससरदतयरासमयऔरबडसतरपरसहायतानदमलनककारणतजीसतबाहीकीओरजारहीह।कआथन करीम की इस आयत क अनसार सहायता का तीसरा

सभादवतरप एसीआदरथक ससरदतपरबोलाजाता ह जो दबलकल तबाह हो चकी होऔरअरथवयवसराकी परीइमारत ही पधथवी म धस चकी हो। कआथन करीम की दशकानसारऐस िशो क लोगो का पट भर िना ही पयाथपत नही ह मानवजादतकायहभीिादयतवह दकवहऐसउपायकर दजनकविाराउन िशोकीआदरथक ससरदतकोसधाराजासक। िभाथयवशवतथमानयगकवयापाररकसबधोकी दवशषता इसक दबलकल दवपरीत ह। धनकापरवाहअमीरऔरअदधकउननतिशोकीओरहजबदकगरीबिशोकी अरथवयवसरा कजमो क बोझ क नीच िबी चली जा रही ह। मएकमादहरअरथशासतरीतोनहीहपरनतकमसकमइतनातोअवशयसमझताह दकतधतीयदवशवकिशोकदलएदवकदसतिशोकसारिो पकीय वयापाररक सबधो को जारी रखना अपनी धन-सपदत कपरवाहकोउनिशोकीओररोकदबनाअसभवह।सपषटह दकधनक इस परवाहको दनयाथत स परापतआय तराआयात पर होन वालवययकोबराबरऔरएकसमानकरकही रोकाजासकताह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान266

एकऔरमहतवपणथबातभीदसटिगतरहनीचादहएदकआदरथकतौरपरसमननतजादतयोमअपनाजीवन-सतरउतमबनानकीएकसरायीइचछादवदयमानह।गरीबजादतयोकोभीपरोतसादहतदकयाजाताहदकव भीऋणलकरअपन जीवन-सतरको दवकदसत िशोक सतरकअनसारबनाल। हालादकवहट नालॉजी दजसकविारा परतयककायथबटनिबानस होनलगता ह एकआसानऔरआरामिायकजीवनका अभयसत बना िती ह और मनषय म कदिन पररशम करन कीदवशषताकोहादनपहचातीह।दवकदसतिशोकसबलोगमातरअपनपट भरना चाहत होऔर अपन चहरो को ही सवसर िखना चाहतहोतोउनसयहआशाकसकीजासकतीह दकवगरीबजादतयोकोलगहएरतकीकमीकपराणघातकरोगकाकछउपचारकरसकग।वउन दनबथलऔरअशतजादतयोक दलएयाकरसकतहजबदक सवय उनकीअपनी रतकी पयासनहीबझ रही। परतयकवहवसतजोखरीिीजासकतीहउनकीआदरथकससरदतकीओरहीहसतातररतहोरहीहऔरउनकाजीवनसतरपरतयकअवसरामऊचाहोताचलाजारहाह।जीवनसतरकोउचचसउचचतरकरनकीजोपागलकरिनवालीिौडहरओरलगीहईहउसकपररणामसवरपगरीबजादतयोमजीवनकीअसनतमसासभीरकतीजारहीह।कवलयहीनहीसवयदवकदसतिशोकलोगोकीमानदसकशासनतभीसमापतहोरहीहऔरवसनतोषकधनसवदचतहोरहह।समसतसमाजकदतरम तौर पर पिाकी हईआवशयकताओको पणथकरनक दलएउदविनह।परतयकवयसत زید من م

मसतीकी(?हभीऔर)ھل

ममसतह,हरकोईिसरसआगदनकलनकाअदभलाषीह।यहीवहससरदतहजोअनतत:जादतयोकोयदकीओरलजातीहऔरयहीवहरझान ह दजस इसलामन बडीसखतीस रोका ह। इसलामएकऐससमाजकीकलपनापरसततकरताह दजसमलोगअपनससाधनो

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 267

कअनिररहतहएजीवनवयतीतकरतहोऔरदकसीभावीकदिनाईक समयक दलए कछ बचा कर रखत हो तरा यह जीवन पददतकवलएकसिसययाखानिानतकसीदमतनहोअदपतराष‍टीयसतरपरभीअपनाईगईहो।अरब िशो क दलए ऐसी ससरदत म बहत स खतर छप हए ह।

दजसकाकारणयहह दकजबनईउभरनवालीआदरथक ससरदतकीओर स परदतसपधाथ की नई चनौदतया पिा होती ह तो दवकदसत िशकदिनाइयो का दशकार हो जात हऔर उनकी अपनी अरथवयवसराका पदहया रकजाता ह। पररणाम सवरपऐस िश तधतीय दवशवकिशोअरवाअनयगरीबिशोकसारअपनसबधोमऔरभीअदधकचतनाकअभावएवअनिारताकापरिशथनकरनलगतहऔरऐसाहोनाअदनवायथ ह योदकउनिशोकीसरकारो नअपनीजनताकाजीवन सतर उस सीमा तक बहरहाल कायम रखना ह दजसकी वहअभयसतहोचकीह।अनतत:यह ससरदत दनकषटस दनकषटतमहोतीचलीजातीहऔरऐसपररकोकोजनमितीहदजनकाअनतयदोपरहोताहऔरइसलाममानवताकोयदोससरदकतरखनाचाहताह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान268

अधयलाय - 5राष‍टरी‍य और अ‍तराथिष‍टरी‍य

राजनम‍तक शान‍त

• इसलाम दकसी राजनीदतक वयवसरा का पणथतया खडन नहीकरता।

• बािशाहत• परजाततरयाह?• परजाततरकीइसलामी दवचारधारा• इसलामीपरजाततरकिोसतभ• परामशथकरना• इसलामीसरकारयाह?• मललाइयत• याधमथकावफािारसरकारकागदारहोसकताह?• याकवलधमथहीकोकाननबनानकाअदधकारह?• इसलामऔरसरकार• अतराथष‍टीयसबधोकीनीवपणथ नयायपरह।• सयतराष‍टकीभदमका

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 269

(सरहअदनिसा-59)अनवलाद - वनशचय ही परमशवर तमह आदश दतरा ह व‍क

तम अमरानत उन ‍क हकदरारो ‍क सपदम व‍कयरा ‍करो और जब तम लोगो ‍क मधय फसलरा ‍करो तो इसराफ ‍क सराथ फसलरा ‍करो। वनशचय ही परमशवर वजस बरात ‍की तमह नसीहत ‍करतरा ह वह बहत (ही) उतम ह। परमशवर वनशचय ही बहत सनन वरालरा (और) गहरी दनटि रखन वरालरा ह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान270

इसबातकादनरीकणकरनाअतयनतआवशयकहदकआजराष‍टीयऔरअनतराथष‍टीय सतर पर राजनीदतकशासनतकीवतथमान ससरदत याह। सवथपररम इस परशनका उतर मालम करना होगा दक मनषय कदलएकौनसीराजनीदतकवयवसरासबसउतमह।इसक दलएयहजानना भीआवशयक होगा दक या दकसी जादत का असतोषऔरउनक सकटकाकारण उनकी राजनीदतक वयवसराकी असफलतातरा उसम पाएजान वाल िोष ह या इसक पररदशयमकोईअनयपररक काम कर रह ह दफर यह दक या वयवसरा की असफलताकीउतरिायीसवय वयवसराहयाउसवयवसराकोचलानवाल?औरयापरजाततरीयपरदरियाकविाराशासनपरकबजाकरनवाला,सवारषी,लालचीऔर दनयमोकीअवहलना,राजनीदतकलीडरअचछहयाउिाहरणतयाएकऐसाशासकजोसिाचारीऔरसशीलमनषयहो?तराइसलाम दवशव-शासनतकोसदनसचितबनानक दलएजीवनकअनयकतरोकीभादत राजनीदतजञोकोभी एकपणथआचार-सदहताकापाबनिरहनकाउपिशिताह।

इस‍लाम फकसी रलाजनीफरक वयवसथला कला पणतरयला खण‍डन नही कररला

सवथपररमयहबतानाआवशयकहदकजहातकदवदभननराजनीदतकवयवसराओकासबधह,इसलामनतोदकसीराजनदतकवयवसराकाखणडनकरता हऔर न ही दकसी एक वयवसराकोसवथशषिऔरउचचतमिहराताह। दन:सनिहकआथनकरीमपरजाततरीयवयवसराकीभीचचाथकरताहदजसमपरजाअपनशासकसवयदनवाथदचतकरतीहपरनतपरजाततरही इसलामविारापरसततएकमातरशासनवयवसरानही,न ही दवशववयापी धमथ का यह काम ह दक वह दवशव क दवदभनन

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 271

िशोऔरसमाजोकदलएएकहीपरकारकीवयवसरापरसतादवतकर।योदकएकहीराजनीदतकवयवसरादवदभननकतरोऔरदवदभननसमाजोक दलएवयावहाररकनहीहोसकती।दवशवकीदवकदसतजादतयोमभीपरजाततरीयपरदरियाउसचरमोतकषथ

तक नही पहची दजस स एक सगदित समाज दनमाथण पाता ह जोपरजाततरकाअसनममलकषयह।वासतदवकतायहहदकएकशसतशालीपजीवािीवयवसरामसगदितजादतयोएवसवारषीलोगोकीउपससरदतमसहीतौरपरदनषपकचनावहोहीनहीसकत।इसीपरकारभरषटाचारकी बिती हई बाि भी वासतदवक परजाततर क अससततव क दलएएकखतरसकमनही। इसीपरकारमादफया (Mafia)अराथतगपतसगिनो,धौस,धाधलीसकामलनवालअनयदगरोहोकोिखतहएयह पररणाम दनकाला जा सकता ह दक दवशवक बड-बड परजाततरवाल िशो म भी परजाततरसरदकत हारो म नही ह। परशनयह ह दकदफर तधतीय दवशवक दलए परजाततर एक उतम वयवसरा योकर होसकती ह। याअ‍फीका, िदकणीअमरीकाऔर एदशयाक िशो मआिशथपरजाततरकाएकखोखलाऔर दनराधारिावातोनहीह?म समझता ह दक इसलाम दवशवकी दकसी राजनीदतक वयवसरा

कापणथतयाखणडननहीकरताऔरइसबातकोजनताकीअचछीरायपरछोडताहदकवहकौनसीराजनीदतकवयवसरापसनिकरतह।वासतवम इसलामशासन-पददतऔरउसकीबाहयरप-रखापरबल नही िता अदपत वह इस बात पर बल िता ह दक शासनकोदकसपरकारअपनिादयतवदनभानचादहए।शासनकीदवदभननपददतयाउिाहरणतया बािशाहत, ‍यडल दससटम इतयादिसबकी इसलाम मगजाइश मौजि ह बशतच दक वह शासन वयवसरा परजा स सबदधतअपनिादयतवोकोइसलामविारािीगईकलपनाकअनसार दनभाए।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान272

‍बलादशलाहर कआथनकरीमनबािशाहतकीबार-बारचचाथकीहऔरकहीभी

बतौरएकवयवसराकउसकीदननिानहीकी।एकइसराईलीनबीकीचचाथकरतहएकआथनकरीमफरमाताह दकउनहोनतालतबािशाहकअधीनबनीइसराईलकोसमरणकरातहएकहा-

(सरहअलबकरह-248)

अनवलाद - और उन ‍क नबी न उन स ‍कहरा व‍क परमशवर न वनशचय ही तमहरार वलए तरालत ‍को बरादशराह वनयकत व‍कयरा ह। उनहोन ‍कहरा व‍क उस हम पर शरासन ‍करा अवध‍करार ‍कस हआ जबव‍क हम उस‍की अपकषरा शरासन ‍क अवध‍क अवध‍करारी ह उस तो आवथम‍क सरामथयम (भी) नही दी गई। उस (नबी) न ‍कहरा – वनशचय ही परमशवर न उस तम पर शष‍ठतरा दी ह और उस जरान और शरारीरर‍क दनटि स (तम स अवध‍क) ववशरालतरा पदरान ‍की ह और परमशवर वजस चराहतरा ह अपनरा दश-पदरान ‍करतरा ह और परमशवर सरामथयम पदरान ‍करन वरालरा (और) सथरायी जरान रखन वरालरा ह। कआथन करीम न शासन क दवशालतम अरमो म परजा क शासन

कावणथन दकयाह

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 273

(सरहअलमाइिह-21)

अनवलाद - और (यराद ‍करो) वह समय जब मसराअ. न अपनी जरावत स ‍कहरा - ह मरी जरावत ! अपन ऊपर परमशवर ‍की न’मत ‍को यराद ‍करो जब उस न तमहरार बीच नबी बनराए और तमह बरादशराह बनरायरा और उसन तमह वह ‍कछ वदयरा जो लो‍को (ससरारो) स व‍कसी अनय ‍को न वदयरा। इसी परकार दवजयो क विारा नए शासनो की सरापना या उनक

दवकासकोसामानयतयाअचछानहीसमझागया।इसबातकावणथनसबा की महाराजञी स सबद कआथनी आयतो म दमलता ह। सबाकीमहाराजञीनअपनसलाहकारोकोनसीहतकरतहएजोबातकीउसकाकआथनकरीमनइसपरकारवणथन दकयाह -

(सरहअननल-35)

अनवलाद - उसन ‍कहरा - वनशचय ही जब बरादशराह व‍कसी बसती म पवश ‍करत ह तो उसम उपरिव फलरा दत ह और उस (बसती) ‍क वनवरावसयो म स आदरणीय लोगो ‍को अपमरावनत ‍कर दत ह और व इसी प‍करार व‍कयरा ‍करत ह। वासतदवकतायहह दकबािशाहअचछभी होसकत हऔरबर

भी। दबलकलउसीपरकार दजसपरकारपरजाततरीयपददतपर दनवाथदचतमतरी याअधयकअचछ या बर हो सकत ह परनत कआथनकरीम नबािशाहोकीएकऐसपरकारकीभीचचाथकीहजोपरमशवरविारा

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान274

दनयतर।उिाहरणतयाहजरतसलमानअ.कीगणनाऐसहीबािशाहोमहोतीह।यहिीऔरईसाईतोहजरतसलमानअ.कोएकबािशाहहीसमझतहपरनतकआथनकरीमकीदसटिमवहकवलबािशाहहीनहीपरमशवरकचनहएएकनबीभीर।इससयहभीजञातहोताह दकपरमशवरकभी एकही वयसतको एकहीसमयम नबववतऔरबािशाहतक पि परआसीनकर िता ह। ऐसलोग परमशवरकीओरससीधतौरपर दनय त दकएहएहोतह।नबववतकविारापरापतहोनवालशासनकएकअनयपरकारकावणथनभीकआथनकरीममहम दमलताह। दननदलदखतआयतइसकीवयाखयाकरतीह :-

(सरहअदनिसा-60)अनवलाद - ह व लोगो जो ईमरान लराए हो ! परमशवर ‍की

आजरा ‍करा परालन ‍करो एव रसल ‍की आजरा ‍करा (भी) परालन ‍करो तथरा अपन शरास‍को ‍करा भी और यवद तम व‍कसी मरामल म (शरास‍कगण स) मतभद ‍करो तो ऐस मरामल परमशवर और रसल ‍की ओर लौटरा वदयरा ‍करो। यवद (वरासतव म) तम परमशवर पर, अननतम वदवस पर ईमरान लरान वराल हो। यह बहत उतम (उपराय) ह और पररणराम ‍की दनटि स बहत अचछरा ह। इसआयत म उचच शासनक कछ अनय परकारो का वणथन ह।

इसआयतमबलइसबातपरदियागयाह दकआवशयकनही दकपरजाततरीयपददतपर दकयागया दनवाथचनउदचतभीहो।बहतसभवहदकपरजाकाबहमतदकसीनताकीमहाननतधतवसबधीयोयताओ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 275

कोपहचाननसअसमरथरहऔरयहभीसभवहदकयदिएकऐसमहाननताकोउनपरबतौरशासकदनयतकर दियाजाएतोपरजाउसक दवरदसरसपरतकसवयमएकपरदतवाि(Protest)कारपधारणकरल।दकसीभीराजनीदतकमापिणडसउसनापाजाएतो ऐसशासकोकी दनयसत दनरकशतापणथ समझीजाएगी।अबयहदनणथयजनताकी इचछाक दवरद हो तो, उनक वासतदवक दहतकदवरदकिादपनहीहोगा।परजाततर-परणाली क दनवाथचन म मलरपस यह िोष ह दकलोग

अपनी ऊपरीऔर सामदयक परभाव लन कआधार पर भावनाओ मआकरजलिबाजीम दनणथयकरत ह। व इसबात क योय नही होतदकअपन दलएउनउतमलोगोका दनवाथचनकरसकजो नतधतव कउचचगणोससपननहोऔरउनकवासतदवकदहतकीरकाकरसक।परमशवरविारासरादपत दसलदसलोकाइदतहासिखाजाएतोजञात

होताहदकपरमशवरीयसमिायोपरऐसजदटलसमयभीआतरहहजबउनकाराजनीदतकसरादयतवपरतयकत:खतरमरातबपरमशवरनबािशाह,शासकयालीडरकदनवाथचनकाकायथसवयअपनहारमल दलया,परनतइससयहपररणामनही दनकालनाचादहएदकसमसतबािशाह या लीडर परमशवर विारा दनवाथदचत होत ह अरवा दकसीपरकार की पदवतरता दलए होत ह। यह धारणा मधय यगो म ईसाइयोविारासरादपतवयवसरामसावथजदनकरपधारणकरचकीरी,परनतकआथनकरीमकिादपइसकासमरथननहीकरता।उिाहरणतयाररचडरबािशाहयह दवलापकरताहआदिखाईिताह दक :-

Not all thewaters of rough rude seas canwashthebalmofanannointedking.(Shakespeare)

अराथत सार समदरो का खारा पानी भी उस मरहम को नही धोसकताजोपदवतरबािशाहकहारकालगायाहआह।(शसपीयर)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान276

पजलारतर कयला ह ? परजाततरकी दवचारधारा यदयदप यनानी ह परनत ‘अरिाहम दलकन’

न परजाततरकीजोसदकपत दननदलदखतपररभाषाकी ह वही उसकाआधार ह -Governmentof thepeople,by thepeople,for the people. अराथत “परजाततर नाम ह उस सरकार का जोजनताकीहो,जनताकविाराहोतराजनताक दलएहो।”हतोयहएकदघसा-दपटाकरन,परनतहदिलचसप।जोशायिही

कभीससारम दकसीसरकारपरचररतारथहआहो।इसपररभाषाकाअसनतमभागअराथत“जनताकदलएसरकार”एकदबलकलअसपषटसी बात हऔर इसमकई परकारकखतर छप हए ह। या दकसीसरकारकसबधमहमपणथदवशवासकसारकहसकतहदकयहजनताकदलएह?अदधकारबहमतवालिलकपासहोतोजनतासअदभपरायकवलबहमतहन दकअलपमत।परजाततरीयसरकारममहतवपणथदनणथयकवलबहमतकबलपरहीदलएजातहपरनतयदिसमसतवासतदवकताओऔरआकडोका धयानपवथकअधययन दकयाजाएऔरउनका दवशलषण दकयाजाएतोजञातहोगा दकवासतवमयह परजाततर परणाली पर दनवाथदचत एकअलपमत का दनणथय रा जोबहमतपरलाि दियागया।एकसभादवतरपयहभीहोसकताहदकशासकिलकछचनावीकतरोमिसरिलोकीअपकासाधारणबहमत परापतकरकशासन मआजाएजबदकवासतव म उस सहीबहमत परापत न हो। इसी परकार यदि चनावो म डाल गए वोटोकाअनपातकमरहतोभीयहबातसदिधहोजातीह दकशासकिलकोवासतवमबहमतकासमरथनपरापतह।दफरएकराजनीदतकिलयदिसामदहकतौर परशष िलोसअदधकवोटपरापतकरभीलताहतबभीउसकशासनकमधयकईऐसीघटनाएपरकटहोसकती

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 277

ह दजनसपररससरदत दबलकलपररवदतथतहोजाए।उिाहरणतयाजनमतपणथतया पररवदतथत हो सकता ह दजसक पररणामसवरप शासक िलबहमतकावासतदवकपरदतदनदधहीनहीरहता।जनतामधीर-धीरहोनवाला मानदसक पररवतथन अनतत: सरकार पररवतथन क समय सपषटदिखाईिनलगताह।यदिजनतामशासनकीसवथदपरयताकायमभीरहतबभीयहकोईअनमानक दवपरीतबातनहीह दकमहतवपणथदनणथयकरतहएशासकिलकसारअपनीवफािारीदनभानकदलएउस दनणथयक पक म अपना वोट दिया हो। जब यदि दवपकी िलोकसामनशासकिलकअपनसिसयोममतभिपायाजाताह तोपराय:ऐसाहोगा दकबहमतिलका दनणथयवासतवमएकअलपमतका दनणथयहोगा दजसजनतापर िसाजाएगा।यह बात भी दवचारणीय ह दकजन-दहतकीकलपना तराअचछ

और बर की कलपना समयक सार-सार पररवदतथत भी होती रहतीह।इसदलएयदि दनणथयसरायी दसदानतोकआधारपरन दकएजाएअदपत एकवयसतकीउतमसलाहअरवाएकिलकीपसनियानापसनिकअनसार जन-दहतक दनणथय हो तो उसका पररणाम यहहोगादकनीदत(Policy)सिवपररवदतथतहोतीरहगी।जोकछआजअचछा दिखाई ि रहा ह, हो सकता ह दक कल बरा दिखाई िनलगऔरजोकछकलबराहवहपरसोअचछाबनजाएऔरयहससरदतएकसामानय वयसतकोझझटमडालसकती ह।सायवाि(Communism)काअधथशताबिीसअदधकसमयतकजारीरहनवालालबाअनभवआदखरइसीउि÷घोषपरहीतोआधाररतरादकयहसबकछजनताक दलएह।आदखरसमसतसमाजवािीशासनोमदनरकशशासनवयवसराहीतोजारीनहीरी।इसीपरकारपरजाततरीयपरणालीवालीसरकारमजहा तकजनताकविारासरकारकापरशनह तो इस दसटि स भी समाजवािी िशो तरा परजाततर परणाली वाल

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान278

िशोमअनतरयातोबहतकमहयादसरसमौजिहीनहीह।हमकसकहसकतहदकचदकसमाजवािीिशोमदनवाथदचतहोनवालीसभीसरकारजनताकविारासरादपतनहीहई।इसदलए दननिनीयह।हायदयदप दनरकश वयवसरावालिशोमबहतसभवह दकसरकारअपनी पसनिक परतयादशयोको दनवाथदचतकरानक दलएजनताकोइस रग म दववश कर ि दक उनक पास कोई अनय मागथ अपनानकी गजायश ही न रह। पसचिमी ससार क कछ िशो को छोडकरशषससारपरजाततर-परणालीवाल िशोमभीऐसहरकडोकापरयोगकिादपअनमानक दवपरीतनहीह।वासतदवकतायहहदकससारमअदधकाशसरानोपरपरजाततरको

पणथआजािी परापत नही ह। बहतकमऐसचनावआयोदजतहोत हदजनकबारमकहाजासकदकसहीअरमोमजनताकविाराहएह।धाधदलयो, हासथ ‍टदडगऔर पदलसआदिक विारा भयऔरआतकफलानऔरऐसहीअवधहरकडोकपरयोगसपरजाततरकीभावनाइतनीकीणहोचकीह दकअबपरजाततरकाकवलनामरहगयाह।

पजलारतर की इस‍लामी फवचलारधलारला कआथन करीम क अनसार लोग अपन दलए शासनकी कोई सी

भी वयवसरा जो उन की ससरदत क अनककल हो अपनान म सवततरह।परजाततर,बािशाहत,कबायलीवयवसरा,जागीरिारीवयवसरासभीसहीऔरउदचतहबशतचदकऐसीवयवसराएकअचछाउिाहरणऔरदवरसकतौरपरजनताकोभीसवीकायथहो।तरादपमालमहोताहदककआथनकरीम न परजाततरकोशषसब वयवसराओपर परमखतािीहऔरमसलमानोकोपरजाततर-वयवसराअपनानकाआिशदियाह। यदयदप कआथन करीम म परजाततर की कलपना वह नही ह जोपाशचातय परजाततर परणाली म हम दिखाई िती ह। कआथन करीम न

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 279

कहीभी परजाततरकीखोखलीऔरऊपरी पररभाषा परसतत नहीकी।कआथनकरीमकवलअतयनतमहतवपणथतराआधारभत दसदानतोकावणथनकरताहऔरशषदववरणसवयजनताकीइचछापरछोडिताह।अबयदिकोईकआथनकरीमकी दशकाकापालनकरगातोवहलाभासनवतहोगाऔरयदिवहउदचतमागथकोछोडगातोतबाहहोगा।

इस‍लामी पजलारतर क दो सरमभ 1.दनवाथचनकीपरजाततरीयपरदरियापणथरपसईमानिारीपरआधाररत

होनीचादहए।इसलामहमयहदशकािताहदकवोटकाअदधकारपरयोगकरतसमयसिवयहअहसासरहदकपरमशवरहमिखरहाह।अतःजहाहमअपनदनणथयकउतरिायीह।इसदलएवोटउसदियाजाएगाजोइसराष‍टीयिादयतवकोपराकरनकानकवलसबसअदधकपातरहोअदपतसवयभीईमानिारहो।इसदशकामयहबातभीदनदहतहदकवोटडालनकाअदधकाररखनवालसबलोगअपनइसअदधकारकाअवशयपरयोगकर, दसवाए इसक दकव पररससरदतयो कआग दववशहोयाउसअदधकारकपरयोगमकोईअनयबाधाहो।2. सरकारोको पणथ नयायक दसदानतो परकायथ करना चादहए।

इसलामी परजाततर का िसरा सतभ यह ह दक दनणथय करत हए पणथनयायकोअपनायाजाए।नयायसदकसीमलयपरभीदवमखनहआजाए चाह समसया राजनीदतक हो, या सामादजक अरवा आदरथक।सरकारक दनमाथणकबाििलकअनिरहोनवालीवोदटगकमधयसिवनयायकीमागोकोपरा दकयाजाए।िलकाकोईदहतअरवाराजनीदतक नीदत इन फसलो पर परभावी नही होनी चादहए। अपनिरगामीपररणामोकीदसटिस इसभावनाकसार दकएगए दनणथयोपरहीपरजाततरकीवहपररभाषाचररतारथहोगीजोअरिाहमदलकननपरसततकीरीअराथतऐसीसरकारजनताकीसरकारहोगीजनताकविाराहोगीऔरजनताक दलएहोगी।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान280

परसपर परलामशत कआथनकरीम न परजाततरकीभावनाऔरउसककनदर दबनिको

बडी सपषटता क सार वणथन दकया ह और मसलमानो को बतायाह दक दनःसनिह परजाततर शष समसत वयवसराओ स उतम शासनवयवसराहतरादपबािशाहतकाकहीभीअधादमथकएवबरीशासनवयवसरािहराकरपणथतयाखणडननही दकयागयाह।कआथनकरीमएकआिशथइसलामीसमाजकीचचाथकरतहएफरमाताह -

(सरहअशशराआयत37स40)

अनवलाद - अतः जो भी तमह वदयरा गयरा ह वह लौव‍क‍क जीवन ‍करा असथरायी सरामरान ह और जो परमशवर ‍क परास ह वह अचछरा और उन लोगो ‍क वलए सब स अवध‍क शष रहन वरालरा ह जो ईमरान लराए और अपन रबब पर भरोसरा ‍करत ह और जो बड परापो स, वनलमजजतरा ‍की बरातो स अलग रहत ह और जब आकरराम‍क हो तो कषमरा यराचनरा ‍करत ह और जो अपन रबब ‍की आवराज पर लबब‍क (हम उपनसथत ह) ‍कहत ह और नमराज करायम ‍करत ह और उन‍करा मरामलरा परारसपरर‍क पररामशम दराररा वनणमय परातरा ह और हमन जो पदरान व‍कयरा उसम स खचम ‍करत ह और व वजन पर जब अतयराचरार होतरा ह तो बदलरा लत ह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 281

कासबधमससलमसमाजक राजनीदतकजीवनस ह। इसका सपषटअरथ यह ह दकसरकारीसमसयाओससबसनधतउनकदनणथयपारसपररकपरामशथसदनणथयपातह।परजाततरकीउपरोतपररभाषाकापररमभागअराथतसरकारजनताकीहइसीआयतकी पसटिकर रहा ह। अतः एक मससलम समाज म जनमतपरसपरपरामशथविारासरकारीफसलाबनजाताह।परजाततरकी पररभाषाका िसरा भागयह ह दकसरकारक विारा

हो।यहबातबडीसपषटतासदननदलदखतआयतमवणथनकीगईह।

(सरहअदनिसाआयत-59)

अनवलाद - वनशचय ही परमशवर तमह आदश दतरा ह व‍क तम अमरानत उन‍क हकदरारो ‍क सपदम व‍कयरा ‍करो। इसकाअरथयहह दकजबसरकारका दनवाथचनकरोतोसिव

अमानतउनलोगोकसपिथकरोजोउसकसबसअदधकपातरहो।यहादनवाथचनकइसजनताकअदधकारकभावकीचचाथकीगईह।वासतवमकआथनकरीमइसबातपरबलिताहदकइसअदधकार

का परयोग दकस परकार दकया जाना चादहए। मसलमानो को समरणकराया गया ह दक यहकवल उनकी वयसतगत पसनि या नापसनिकापरशननहीहअदपतइससबिकरचनावकाअदधकारएकराष‍टीयअमानतहऔरजहाअमानतकापरशनहोवहामनषयइतनाआजािनहीहोतादकजोचाहकरतादफरअदपतअदनवायथहदकवहअमानतकाहकपणथसचचाई,ईमानिारीऔरवयसतगतउदशयोसऊपरहोकरअिाकरऔरअमानतऐसलोगोकसपिथकीजाएजोवासतवमउसकपातरहो।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान282

बहत स मसलमान दवविानो क दनकट इसआयत म यह सकतदकयागयाहदकइसलामकापरजाततरकसबधमवहीदवचारधाराहजोपसचिमकाराजनीदतकिशथनपरसततकरताहजबदकवासतदवकतायहहदकयहबातकवलआदशकतौरपरहीसहीह।कआथनकरीमनपरसपरपरामशथकीदजसवयवसराकावणथनदकयाहउसमवतथमानयगकपसचिमीपरजाततरोऔरउनकीिलगतराजनीदतक दलएकोईगजाइशशषनही रखीगई।इसी परकार कआथन करीम इस परकार की राजनीदतक बहसऔर

शासतरारथकीअनमदतभीनहीिताजोवतथमानयगकीपरजाततरीयतौरपर दनवाथदचत दवधान सभाओ (Assemblies) तरा परदतदनदधयो कीसभा(House of Representatives)कीदवशषताह।इसदवषयपर चदक दवसतधत बहस पहल स गजर चकी ह। इसदलए यहा उसिोहरानकीआवशयकतानहीह।परजाततर की पररभाषा क िसर भाग Government by the

peopleकसिभथ म इसबात पर परकाशडालनाभीआवशयकहदकपरसपरपरामशथक इसदसटिकोणकअनसारवोट िनवालकोवोटकाअदधकार पणथऔर दबना दकसीशतथक परापत होता हऔरइसअदधकारकोउससछीनानहीजासकता।आजकलजो परजाततर परचदलत ह उसकअनसार एकवोटर यदि

चाहतोअपनावोटदनषपराणमदतथकोििऔरचाहतोउसचनाव-पटीमडालनकीबजाएरदीकीटोकरीमफकि।िोनोबातोमउसकीदननिा नहीकी जा सकती। न ही उस परजाततरक दकसी दनयमकीअवजञा पर दकसी परकारकीआलोचनाकालकषयबनायाजासकताह। परनत समरण रह दक कआथन करीम दजस परजाततर को परसततकरताहउसकअनसारएकवोटरअपनउसअदधकारकपरयोगम

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 283

पणथतयाआजािनहीहअदपतवोटउसकपासएकअमानतहऔरएकअमानतिारकीहदसयतसउसचादहएदकवहयहअमानतपरनयायकसारवापसलौटाए।अराथतअपनावोटउस वयसतको िजोउसकासबसअदधकपातरह।वोट िन वाल को इस बात स भलीभादत अवगत होना चादहए

दकवहएक दिनपरमशवरकसामनकममोकाउतरिायीहोगा।इसइसलामीकलपनाकअनसार यदि दकसी राजनीदतक िलकासिसयएकहीिलकमनोनीतपरतयाशीकबारमयहसमझताह दकवहइसराष‍टीयिादयतवकापातरनहीहोगातोउसचादहएदकऐसवयसतकपकमवोटिनकीबजाएऐसिल(Party)सपधरकहोजाए।िलक सार वफािारी वोटक सवततर रप स परयोग म बाधा नहीबननीचादहए।यहभीआवशयकहदकपरतयकवोटरचनावकमधयअपनावोट

अवशयपरयोगकरदसवाएइसकदकवहदकसीदववशतावशऐसाकरनसअसमरथहो।यदिवोटरअपनावोटपरयोगनहीकरतातोइसकअरथयहहोग दकवहअमानतकाहकअिाकरनमअसफलरहाह।बताया जाता ह दकअमरीका म लगभगआध वोटरअपना वोट

परयोगकरनकाकषटहीनहीउिात।इसलामीपरजाततरकीदवचारधारामअपनवोटकापरयोगनकरनकीकोईगजाइशनहीह।

इस‍लामी सरकलार कयला ह ? आजकमसलमान राजनीदतक दवचारकोकोयहिावाकरनका

बडाशौकहदकइसलामपरजाततरकािसरानामह।उनकीराजनीदतक‍लासफी क अनसार असनतम अदधकार चदक परमशवर क पास हइसदलएउचचशासकहोनाउसीकोपरापतह।कआथनकरीमपरमशवर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान284

कीबािशाहतकावणथनकरतहएफरमाताह -

(सरहअलमोदमनन-117)

अनवलाद - अतः बहत उचच सथरान रखतरा ह परमशवर सचचरा बरादशराह, उस‍क अवतररकत ‍कोई उपरासय नही, आदरणीय वसहरासन ‍करा रबब ह। यमलदसदानतदकअसनतमऔरवासतदवकअदधकारकामादलक

परमशवरहऔरवहीसबबािशाहोकाबािशाहहकआथनकरीममकईपरकारवणथनहआह दजसकाउिाहरणउपरोतआयतह।शासनककायमोकोपणथकरनमपरमशवरकीसपरभताकापरकटन

िोपरकारसहोताह -(अ) - शरीयतकाकानन - दजस परमशवरकी वाणी स दलया

गया ह। हजरत महमिस.अ.व. काआचरणऔर परमादणत हिीस जोपररमसिीकमसलमानोनहजरतमहमिस.अ.व.कउदरणसवणथनकी।यतीनमाधयमअपनीशणीकीदसटिसपररमसतरपरहऔरहर परकार क दवदध दनमाथण क दलएआवशयक मागथ-िशथन उपलबधकरत ह। दकसीभी परजाततर-परणालीवालीसरकारकोयहअदधकारपरापतनहीह दकवहकआथनकरीम,हजरतमहमिस.अ.व.कीसननतऔरमबारक हिीसो म वदणथत परमशवरकआिशो म दकसी परकारकाहसतकपकर।(ब)-कोईऐसाकाननबनानावधनहोगाजोउपरोतदसदानत

सटकराताहो।िभाथययहहदकदवदभननइसलामीसपरिायइसबातपरसहमत नही होसक दकशरीअतक सपषटऔर िो टककाननया ह, यदयदप समसत दवविान (उलमा) इस बात पर सहमत ह दक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 285

कानन िन का अदधकार कवल परमशवर ही को परापत हऔर यहदकपरमशवरनहजरतमहमिस.अ.व.परकआथनीवहयी(ईशवाणी)कविाराअपनअसनतम दनणथयकोपरकटकर दियाह।अबपरशनयहह दकएकमससलमसरकारकीवयवसरादकसपरकार

चलाईजानीचादहए।इसकबारमसामानयतयायहदवचारपायाजाताहदकपरदतदिन कपरशासदनकमामलो (Administrative Matters)मसरकारजनताकीपरदतदनदधकरपमपरमशवरकीइचछाकोपरकटकरनकाएकमाधयमबनजाती हऔर चदकशासनइनअरमोमजनताकाहोताहऔरवहअपनाअदधकारदनवाथचनविारापरदतदनदधयोकोहसतातररतकरितहइसदलएऐसीवयवसरापरजाततरीयह।

मल‍लाइयर कवल नाम क मलला सामानय मसलमानो क नवीन परजाततरीय

रझानो स कवल इस शतथ पर सहमत हो सकत ह दक परजाततरीयदनणथयोकोशरीअतकआधारपरसवीकारकरनयाअसवीकारकरनकाअसनतमअदधकारउनहपरापतहो।इसमागकोसवीकारकरनकािसर शबिो म अरथ यह ह दक कानन बनान का असनतम अदधकारपरमशवरकोनहीअदपतमललाओऔरउनकसादरयोकहारमिदियाजाए।ऐसाशसतशालीअदधकारजबमौलदवयोकोदमलजाएगादजनमअभीतकइसमलबातपरभीसहमदतनही दकशरीअतयाहऔर या नही। अतः सपषट ह दक इसक बड भयानक पररणामदनकलग।इसलामीधमथशासतरसबधीइतनअदधकमतहदकदकसीएकदवचारधाराक दवविानभीशरीअतकसमसतआिशोपरसहमतनहीह।शरीअतक दवदभननआिशोम परमशवरकामलउदशय या हइसपरभीदभनन-दभननयगोमधमाथचायमोकादसटिकोणपररवदतथतहोतारहाह।इसदसटिसआजइसलामीससारकोबडीजदटलसमसयाओ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान286

कासामनाह।यहकहनागलतनहोगादकइसलामीससारअभीतकअपनीवासतदवकपहचानकीखोजमह।मसलमानदवविानोपरयहवासतदवकतादिन-परदतदिनपरकटहोतीजा

रहीहयदिमौलवीदकसीएकमागपरसहमतहोसकतहतोवहयहह दक दकसीपरकारकीनमषीऔरढीलक दबनाशरीअतकोबलातलागकरदियाजाए।ईरानकीरिासनतनइनिशोमभीमललाओकीइसशौककीअसनकोऔरभडकादियाह।जहासननीमसलमानोका बहमत ह व कहत ह दक यदि दशया लीडरआिरणषीय खमनीरिासनतकायमकरसकतहतोहमयोसफलनहीहोग,परनतमललायहनहीजानता दकरिासनतयारगलाएगीऔरउसकयापररणामहोग।वहतोकवलअपनकालपदनकसवगथ(FoolsParadise)मरह रहा ह। िसरीओरजनता ह जो दवदचतरझझटो म पडी हई ह।उनहयहसमझनहीआरहा दकपरमशवरऔरहजरतमहमिस.अ.व.कआिशो को मान या अपनी राजनीदतक समसयाओको परमशवरक भयस लापरवाह नताओक सपिथकर ि। एकसामानय वयसतक दलएइसपरशनकाउतरखोजनाबहतकदिनह।वहहरानऔरपरशानह दकयाकरऔरयानकर।अदधकाशमसलमानिशोकीजनताइसलामसअतयदधकपरमरखतीह।उनकपरमकीअवसरायह ह दक परमशवरकी परसननताऔर हमार पशवा हजरत महमिमसतफास.अ.व.क समानक दलए पराण तकबदलिानकरनक दलएततपरहोजातीह।इसकबावजिइनपररससरदतयोमसामानयवयसतनाना परकार की मानदसक उलझनो एव वयाकलताओ का दशकारह। परमशवरऔरहजरतमहमिस.अ.व.स परमक बावजिलोगोकअतीतकव रतरदजतयगभी रह-रहकरयािआतहजबयातोसरकारमौलदवयोकीपकडमरीयामौलदवयोकोसरकारअपनीकायथ-दसददकामाधयमबनाकरराजनीदतकलाभपरापतकररहीरी।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 287

मसलमान राजनीदतजञ भी िदवधा की ससरदत म पड हए र औरभादत-भादतकीबोदलयाबोलरहर।उनमसकछकोतोमललाओकासमरथनऔरसहायतादकएदबनाखानानहीपचता।उनकीइचछावासतव म यह होती ह दक चनावो म लोग उनह मलला की बजाएइसलामकयोदाकतौरपरदनवाथदचतकरऔरउनहमललासअदधकशरीअतकाअदभभावकऔररककसमझ।उनकदवचारमइससयहलाभ होगा दकजीवनअपकाकतसदवधासपनन वयतीत होगा योदकसमसत मामल पणथतया उनकअपन हारो म रहग, जबदक सवगथ किकिारोकोअवसर दमलगयातोव दकसीपरकारकीकोईनमषीयाररआयतको वध नही रखग, कछ िरिशषीऔर होदशयार राजनीदतजञभलीभादतसमझत ह दकयह एकखतरनाकखल ह परनतखि दकऐसराजनीदतजञोकीसखया दिन-परदतदिनकमहोतीजारहीह।लगताह दक राजनीदतऔर दविमखता एकओर तरा सतयऔर ईमानिारीिसरीओरखडीहऔरउनकाएक-िसरस िरकाभीसबधनही।सामानयतयादवविानदिन-परदतदिनपरजाततरकीओरपरवधतहोरहह।यलोगइसलामसपरमतोरखतहपरनतमललाकीसरकारसभयभीतह।वपरजाततरकोइसलामकातलयकिादपनहीसमझतअदपतवासतवम यह दवशवास रखत ह दक यह कआथन ही ह दजसन परजाततर कोएकराजनीदतकिशथनकतौरपरपरसतत दकयाह।अतःफरमाया-

(सरहअशशरा -39)

अनवलाद - और जो अपन रबब ‍की आवराज पर लबब‍क (हम उपनसथत ह) ‍कहत ह और उन‍की बरात परसपर पररामशम स वनणमय पराती ह और उसम स जो हमन पदरान व‍कयरा खचम ‍करत ह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान288

(सरहआलइमरान-160)अनवलाद - और (पतय‍क) महतवपणम मरामल म उनस पररामशम ‍कर।

अतः जब त (‍कोई) वनणमय ‍कर ल तो वफर परमशवर ही पर भरोसरा ‍कर। वनचिय ही परमशवर भरोसरा ‍करन वरालो स पम रखतरा ह। दवदभननवगमोकमधयइससघषथकाउदशययहह दकपादकसतान

जस नए अससततव म आन वाल मसलमान िश नाना परकार कीजदटलताओऔरपरदतककलताओका दशकारहोजातह।वोटरकिादपपसनि नहीकरत दकअसबदलयो म मौलवी ही मौलवी दिखाई ि।शरीअतलागकरनकाआनिोलनजोरोपरहोतोभीबडीकदिनाईसपाचसिसपरदतशतमौलवीचनावमसफलहोतहपरनतमललाकासमरथनपरापतकरनकशौकमशरीअतलागकरनकाआशवासनिकर राजनीदतजञएकसकटमफसगएह।वभलीभादतसमझत हदककाननबनानवालीअसबदलयोकविाराशरीअतकालागकरनािो दवपरीतवसतओकोएकसरानपरइकटाकरनकसमानह।यदि यह मान दलया जाए दककानन बनान का अदधकारकवल

परमशवरकोपरापतह(दजससएकमसलमानइनकारनहीकरसकता)तोइसकातककसगतपररणामयहहोगा दककाननकीपररभाषाऔरसमझान का अदधकार कवल मौलदवयो और सापरिादयक भावनारखन वाल उलमाओको परापत हो जाएगा। इस पररससरदत मकाननबनानवाल दवभागोकीसमसतपरदरिया दनररथकऔर दनरदशयहोकररहजाएगी।ससिकसिसयोकाकायथयहतोनही दकजहामललाउगलीरखआखबनिकरकहसताकरकर दियाकर। दवडबनायहह दकनतो राजनीदतजञो न, नही दवविानो नकभीगभीरतापवथकयहसमझनकापरयासदकयाहदककआथनकरीमवासतवमदकसपददतयासरकारकीपददतकोपरसततकरताहयासवीकारकरताह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 289

कयला धमत कला वफलादलार सरकलार कला गदलार हो सकरला ह ?

परमशवरककरन(अराथतधमथ)औरउसककमथ(अराथतपरकदत)म किादप कोई परदतककलता नही हो सकती। यह सभव ही नही दकमानव-परकदत म तो िश-परमकी भावना पाई जाए परनत धमथ इसकदवपरीतदशकाि।इसलामीदशकानसारधमथऔरिशकसारवफािारीम किादप कोई टकराव नही हो सकता परनत यह समसया कवलइसलामस सबध नही रखतीअदपत मानव इदतहासक दवदभनन यगोम कई शासन इस समसया स िो चार रह ह, दवशष तौर पर रोमकी सरकार म ईसाइयतकी पररम तीनशतासबियो म दवशषकर यहआरोपलगायाजाता रहा ह दक ईसाईअपन धमथक तो वफािार हपरनतसरकारकगदारह।इसीकापररणामरा दकपरारदभकयगकईसाईअपन ही घर म दनतानत पशतापणथऔरअमानवीयअतयाचारोका दशकार बनत रह। उन पर यहआरोप लगाया जाता रा दक विश-दरोहीहतराकसररोमकवफािारनहीह।चचथऔरसरकारकमधयसघषथ नयरोपक इदतहास-दनमाथणमसिवएकमखयभदमकादनभाईह।उिाहरणकतौरपरनपोदलयनबोनापाटरनरोमनकरोदलकचचथपरआरोपलगाया दकयहलोगोकोिश-दरोहीबनाताह।उसन‍फासीदसयो पर भलीभादत सपषट कर दिया उनह सवथपररम ‍फासीसीजनताऔरसरकारकावफािारबननापडगाऔरदकसीवटीकनपोपको‍फासमरहनवालरोमनकरोदलकलोगोकमामलोमहसतकपकी अनमदत नही िी जाएगीऔर न ही रोमन करोदलक लोगो कोसरकारीमामलोमहसतकपकीअनमदतहोगी।वतथमानइदतहासमजमाअतअहमदियाकोइनहीकारणोकआधार

परपादकसतानमकिोरसकटोकासामनाकरनापडाह।पादकसतान

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान290

परएकलबीअवदधतकशासनकरनवालसदनकदडटटरजनरलमहमि दजयाउलहक क समय म तो यहा तक हआ दक सरकारनअहमदियोक दवरद सवय ही एक शवत पतर (WhitePaper) परकादशतकर दिया दजसम यह िावा दकया गया दकअहमिी न तोइसलाम क वफािार ह और न ही पादकसतान क। यह वही परानाउनमािहजोआजकछनएसरोमसमायाहआह।वहीअसनहजोआजकछअनयसीनोमभडकरहीह।कछहीसमयपवथदवशवभरमबिनामसलमानरशिीकमामलमभीयहीहआ।दरिटनऔरयरोपमरहनवालमसलमानोकोइसीसकटकासामनाकरनापडा।उनपरआरोपलगायागया दकवअपनिशकनहीअदपतखमनीक वफािार ह। यदयदप इसअसनकी जवाला बहतअदधक तो नहीफली परनत ऐसीअवसरा म जोखतर दनदहत ह उनह साधारण नहीसमझनाचादहए।धादमथकसमिायोकपरसपरसबधोकोइनसबडीहादनपहचसकतीह।

कयला कव‍ धमत को ही फवफध-फनमलातण कला अफधकलार पलापर ह ?

धमथ और सरकार की समसया एक सवथवयापी और सावथभौदमकसमसयाहपरनतइसपरकभीपणथगभीरतासदवचारनहीदकयागया।राजनीदतजञऔरधादमथकलीडरिोनोहीकभीयहदनणथयनहीकरपाएदकयहसीमा-रखाकौनसीहजोधमथकोसरकारसपधरककरतीह।जहातकईसाइयोकासबधहइससमसयाकाउसीसमयसमाधानहोजानाचादहएराजबहजरतईसाअलदहससलामनफरीदसयो(पराचीनयहदियोकापरपरावािीसपरिाय,Pharisee)कोएकऐदतहादसकउतर दियारा दजसकाइनजीलम इनशबिोमउललखह -

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 291

“तब उसन उनह ‍कहरा व‍क जो कसर ‍करा ह कसर ‍को दो और जो परमशवर ‍करा ह वह परमशवर ‍को दो।”

(मती बराब 22 आयत - 21)

हजरतईसाअलदहससलामकायहबयानबहतनीदतपणथ ह इसमपरतयकआवशयकबातवणथनकरिीगईह।धमथऔरराजनीदतसमाजक िो पदहयोकसमानह। पदहएचाह िो होयाचारयाआिइससकोईअनतरनहीपडताजबतकसबकल-पजचअपन-अपनसरानपररहतहएउदचतदिशामगदतकरतरह। दकसीपरकारकटकरावऔरझगडकापरशनपिानहीहोगा।कआथनकरीमनपवथगरनरोसपणथसहमतहोतहएइसदवचारधारा

को अदतररत सपषटता स वणथन दकया हऔर न कवल समाजकपरतयकघटककीसीमाओकोदनधाथररतदकयाहअदपतउसककायथ-कतर को बताया भी ह। कआथन करीम की परशासदनक मामलो ससबदधत दशकाऔरउसकीिीहईधादमथक दशकामकोईपारसपररकपरदतककलता नही ह। यदयदप यह कहना भी उदचत न होगा दक धमथऔरसरकारकमधयकोईभी ऐसीसाझीजमीननही हजहा िोनोकाअदधकारहो। दनःसनिहकईऐससरानहजहाएकहीसमयमिोनो अपना अदधकार रखत ह परनत यह कायथ परसपर सहयोग कीभावनाकसारह न दक दकसीएककएकादधकारकीसरापनाकदलए।अतःधमथविारािीगईनदतकदशकादवदभननिशोमहोनवालीदवदध-दनमाथणपरदरियाकाभागबनजातीह।दकसीिशमकमदकसीिशमअदधक।राष‍टीयकाननोमअपराधोक दनधाथररतिणडोकपररदशयमधमथ

कीपसनियानापसनिबहरहालमौजिह।इसकबावजिजहातकदवदभनन धममो स सबदधत लोगो का सबध ह व अपन िशक कछ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान292

असापरिादयक(secular)काननोसमतभिोकबावजिबहतकमहीदकसीवधादनकसरकारकसारटकरावकामागथअपनातहऔरयहमसलमानोऔरईसाइयोपरहीनहीअनयधममोकअनयादययोपरभीयहीलागहोताह।इसमकोईसनिहनहीदकमनसमधदतमदलदखतदहनिकाननभारतकीराजनीदतकसरकारोविारादनदमथतअसापरिादयककाननो स दबलकल दभनन ह, परनत वहा क दहनि दकसी न दकसीपरकारपररससरदतयोससमझौताकरकजीवनवयतीतकररहह।यदिदभनन-दभनन िशो क लोग धादमथक काननो क समरथन म उस समयकी परचदलत राजनीदतक वयवसराक मकाबल परखड हो जाए तोदनशचयहीरतकीनदियाबहजाए,परनतमानवजादतकासौभायह दक ऐसा होता नही। जहा तक इसलाम का सबध ह धमथ औरसरकारकमधयकोईपरदतविसनविता नही ह। इसकाकारणयहह दकइसलामपरतयक ससरदतम पणथ नयायपरपाबनि रहनकाअटलऔरअपररवतथनीय दसदानतपरसततकरताह। परतयकउससरकारक दलएजोइसलामीहोनकािावाकरतीह,यहदसदानतएकआधारभतएवकनदरीयकायथ-परणालीकीकमतारखताह।खिदकराजनदतकमामलोससबदधतइसलामीदसटिकोणकइसमहतवपणथदबनिकोराजनीदतजञोनयदिकछसमझाभीहतोबहतकम।सामानयपरकारकअपराधोतरा दकसी दवशष धादमथकआिशस सबध रखन वालअपराधो परकानन लाग होन म जो अनतर ह व उस नही समझ सकत। सपषटह दक बाि क उसललदखत अपराधो का िणड उनही लोगो पर लागहोगाजो उसधमथकअनयायी ह। वासतवमअपराधोक इन िोनोपरकारोकीदनसचितऔरसपषटपररभाषानहीकीगईह।अपराधऔरिणडक कतर म कई सयत सरान ऐस ह जहा सामानय परकार कअपराधपरतयकमधादमथकऔरनदतकअपराधभीदिखाईितहतरासामानयतया मानय मानव मलयो की दसटि स भी अपराध बन जात

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 293

ह। उिाहरणतयाचोरी एकऐसाअपराध ह दजसकीकछसमाजोमअदधककछमकमदननिाकीजातीह।कछसरानोमचोरीकािणडबहतकिोरह परनतकछ सरानो पर इतनीकिोरता नहीकीजाती।इसीपरकारहतया,मदिरापान,उपदरवजसअपराधह दजनहकछधममोनआदशकतौरपरअरवापणथतयादनदषदिहरादियाह।कछनइनअपराधोक दनसचितिणडभीबनाएह।अबयहायहपरशनपिाहोताह दकसरकारकोऐसअपराधोस

दकसपरकार दनपटनाहोगा, दफरइसीसयहपरशनभीउभरताह दकया इसलाम न इस सबध म एक मससलम या गर मससलम सरकारकोकोई दनसचितऔर सपषटकायथ-परणाली िी ह ?यदि इसलाम नसरकार का कोई दनसचित रप परसतत दकया ह तो दफर कई अनयमहतवपणथ परशनभी पिा होग। उिाहरणतया यह दक याकोई ऐसीसरकार हो सकती ह जो सवय को दकसी दवशष धादमथक दशकाकअधीनसमझऔरयायहउदचतहोगादकऐसीसरकारउसधादमथकदशकाकोअपनसमसतनागररकोपरलागकर,चाहवउसधमथससबधरखतहोयानरखतहो।बातयहहदकधमथकाकतथवयदवदध-दनमाथणकरनवालोकाधयाननदतकसमसयाओकीओरदिलानाह।यहकिादपआवशयकनहीहदकसपणथदवदध-दनमाथण-कायथधममोकअधीनहो।जबबातयहह दक दबलकल दभननआसराए रखनवालसपरिाय मौजि हऔर दफर परतयक सपरिायआग कई शाखाओम दवभादजतह,परतयकधमथ िसरधमथस दवपरीतआसराएरखताहतोइसससरदतम दवदध-दनमाथणकोधमथकअधीनकरनकापररणामअसत-वयसतता क अदतररतऔर या हो सकता ह। उिाहरण कतौरपरमदिरापानकिणडकोहीललीदजए।यदयदपकआथनकरीमन मदिरा को अवध िहरा दिया ह परनत कआथन करीम न इसकाकोईदनसचितिणडवणथननहीदकया।इसकदलएकछऐसीररवायतो

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान294

परभरोसा दकयागयाहजोइसलामीधमथशासतरककछ दवविानोकीदसटिमउदचतहीनही।अबइसमतभिकापररणामयहहोगा दकएककतरयािशममदिरापानकािणडकछऔरहोगातरािसरकतरयािशमकछऔर।अतःजनताकोमालमहीनहीहोगा दकवासतदवककाननकौनसाह?कवलइसलामहीनहीशषधममोकोभीऐसीही ससरदतकासामनाहोगा।तालमिका दियाहआकाननभीदबलकलअवयवहायथबनकररहजाएगाऔरयहीिशाईसाइयतविारािीगई दशकाकीहोगी।वासतदवकतायहहदकराष‍टीयकाननकअनिररहतहएदकसीभी

धमथकाअनयायीअपनीधादमथकआसराओकअनसारजीवनवयतीतकरसकताह।वहसचबोलसकताह,सरकारकाकाननउससचबोलनसनहीरोकता,वहअपनीउपासनाएकरसकताह।इसबातकीकछआवशयकता नही दकसरकार उस ऐसाकरनकीअनमदतिनक दलएकोई दवशषकाननबनाए।इस परशन को एक अनय दिलचसप दसटिकोण स भी िखा जा

सकता ह। यदि इसलाम यहकहता ह दक दजन िशो म मसलमानबहमतम हो वहा सरकार इसलामीबहमतकी होनीचादहए।अतःपणथनयायकीमागयहहदकअनयिशोकोभीयहअदधकारदियाजाए दक वहा क धादमथक बहमतअपन अपन धमथ कआिशो कअनसारसरकारीआिशोकापालनकर।पादकसतानकोयहमाननापडगा दक उसका दनकटवतषी पडोसी िश भारत म दहनि काननराष‍टीयकाननकरपमजारीहोऔरसमसतनागररकोपरसमानरपसलाग हो।वासतदवकतायहह दक दजस दिनऐसाहआवहदिनभारतकिसकरोडमसलमानोकदलएएककषटिायकदिवस

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 295

होगा योदक उस दिन व सभीलोग भारत म समानपवथकजीदवतरहनकसमसतअदधकारो सवदचतकर दिएजाएग। दफरयह दकयदिभारतममनसमधदतकअनसारसरकारबनसकतीहतोइसराईलकोयहअदधकारयोनहीदियाजासकतादकवहभीअपनिशमयहिीऔरगरयहिीिोनोपरतालमिककाननकअनसारशासनकर।यदिवासतवमऐसाहआतोनकवलइसराईलकरहनवालगर यहिी नागररको क दलए अदपत सवय यहदियो की एक बहतबडी सखया क दलए भी जीवन एकअजाब बनकर रह जाएगा।दभनन-दभननिशोम धादमथकसरकारोकी सरापनाकीकलपना तभीउदचतहोगीजबसारहीयहभीसवीकारदकयाजाएदकदजनिशोममसलमानबहमतमहवहाइसलामीशासनमशरीअतकोबलातडणडकबलपरलागकरदियाजाए,परनतइसपरकारदफरसपणथदवशवकोएक दवपरीतपररससरदतकासामनाकरनापडगा,योदकएकओरतो पणथ नयायकनामपरसमसत िशोकोयहअदधकारदियाजाएगादकवअपनीजनतापरबहमतकधमथकाकाननरोपि। िसरीओर परतयक िश म धादमथकअलपमत वाल वगमो स उनकपरतयककायथपरबहमतककाननकअनसारपकडकीजाएगीदजस पर व ईमान ही नही रखत। अतः या यह पररससरदत पणथनयायकसारइसलामीकलपनाकअपयशकाकारणनहीहोगी?इसलामीशरीअतकोलागकरनकीबातकरनवालोनइसउलझनऔर िदवधा क बार म न तो कभी सोचा हऔर न कभी उसकसमाधानकापरयासदकयाह।मर दवचारमइसलामी दशकाकासारयह ह दक सरकारी मामलोको चलान क दलए मल दसदानत यहह दकसबकसारएकसमानऔरपणथ नयायकरनाह।यदिइसदसदानतकापालनदकयाजाएतोपरतयकिशकीसरकारजसएक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान296

इसलामीसरकारबनजाएगी। इनतकमोकअनसारऔर दवशषतयाین اہ ف ادل

ر

(नहीजबरिसतीकोईमधमथ)ال اک जसआिशकी

उपससरदतम मसमझताह दकधमथकोसरकारीमामलोएव दवदधदनमाथणमकोईउचचअदधकार िनकीआवशयकतानही।

इस‍लाम और शलासन कआथन करीम क गहन अधययनक पशचात म पणथ असदिधता

सकहसकताह दककआथनकरीमजबसरकारक दवषयपरबातकरता ह तो मससलमऔरगर मससलम िशो म भि-भाव नहीकरताऔरसरकारीमामलोकोपणथकरनकबारमजोमापिणडसरादपतकरता ह उस पररम सबोदधत यदयदप मसलमान ह परनत वासतव मसबोदधतसमसतमानवजादतह।इससनिभथमकआथनकरीमनजोदशकािीहवहदहनिओ,दसखो,बौदो,ईसाइयो,यहदियो,मसलमानोतरा अनय धममो क अनयादययो अराथत सबक दलए समान रप सवयवहायथह।इस दशकाका दनचोड दजनआयतोमवणथन दकयागयाहउनमसएकआयतकापहलवणथनदकयाजाचकाह।इसदवषयकीकछअनयआयत दननदलदखतह -

(सरहअदनिसा-66)

अनवलाद - नही। तर रबब ‍की कसम ! व ‍कभी ईमरान नही लरा स‍कत जब त‍क व तझ उन मरामलो म नयराय‍कतराम न बनरा ल वजन म उन‍क मधय झगडरा हआ ह। वफर त जो भी फसलरा ‍कर उस‍क बरार म व अपन हदयो म ‍कोई तगी न पराए और पणम आजरापरालन ‍कर।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 297

(सरहअदनिसा-136)

अनवलाद - ह व लोगो जो ईमरान लराए हो ! परमशवर ‍क वलए सराकषी बनत हए नयराय ‍को दढतरापवम‍क सथरावपत ‍करन वराल बन जराओ चराह सवय अपन ववरदध सराकषय दनी पड यरा मरातरा-वपतरा और वन‍कट सबवधयो ‍क ववरदध। चराह ‍कोई अमीर हो यरा गरीब दोनो ‍करा परमशवर ही सरकष‍क ह। अत: अपनी इचछराओ ‍करा अनसरण न ‍करो ‍कही ऐसरा न हो व‍क नयराय स पलरायन ‍करो और यवद तम न गोलमोल बरात ‍की यरा मख फर वलयरा तो वनशचय ही जो ‍कछ तम ‍करत हो उसस परमशवर बहत अवगत ह। हिीसोमइसदवषयपरबडीसपषटतापवथकपरकाशडालागयाह।

हजरतमहमिस.अ.व.काआिशह दकपरतयकशासकऔरअदधकारीपरमशवरकसमकसीध तौर पर इसबातकाउतरिायी ह दकवहअपनीपरजाऔरअपनअधीनलोगोकसारयावयवहारकरताह।चदकइस दवषयपर दवसतारपवथकबहसहोचकीह इसदलएइसपरअदतररतकछकहनकीआवशयकतानहीह।इसबहसकासारयहह दकइसलामएकऐसीपणथएव दनषपक

कनदरीयसरकारकीकलपनापरसततकरताहदजसमसरकारकनागररकहोनकी दसटिससबसमानहोऔरसबपरसमानरपसकाननलागहोतराधादमथकमामलोमकोईअदधकारऔरहसतकपनहो।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान298

इसमकोईसनिहनहीदकइसलाममसलमानोकोसतकककरताहदकव सासाररकमामलो म उससमयक परचदलतकाननकोअनसरणकर।अत:फरमाताह -

(सरहअदनिसा-60)

अनवलाद - ह व लोगो जो ईमरान लराए हो ! परमशवर ‍की आजरा ‍करा परालन ‍करो और रसल ‍की आजरा ‍करा परालन ‍करो और अपन शरास‍को ‍करा भी और यवद तम व‍कसी ववषय म (शरास‍को) स मतभद ‍करो तो ऐस ववषय परमशवर और रसल ‍की ओर लौटरा वदयरा ‍करो, यवद (वरासतव म) तम परमशवर और अननतम वदवस पर ईमरान लरान वराल हो। यह अतयतम (उपराय) ह और पररणराम ‍की दनटि स बहत अचछरा ह। परनतजहा तकपरमशवरऔरउसकबनिकसबधकापरशनह

यहएकऐसामामलाहजोधमथसदवशषयहऔरसरकारकोइसमहसतकपकाकोईअदधकारनहीह।परतयकवयसतपणथतौरपरसवततरह दकजोआसराचाह रखऔरउसको वयतकर। परतयक वयसतकायहमलअदधकारह दकवहअपनधमथकअनसारपरमशवरयादकसीमदतथकीउपासनाकर।अतः इसलामकी दशका यह ह दक धमथ का कोई अदधकार नही

दक वह इन मामलो म हसतकप कर जो शद रप स सरकार ककायथ-कतर मआत ह। न ही सरकारको यहअदधकार परापत ह दकधादमथक मामलो म हसतकप कर। इसलाम न समसत अदधकारोऔर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 299

कतथवयोको इतनी सपषटताकसार दनसचितकर दिया ह दक दकसीटकरावकी ससरदतपिानहीहोसकती।इस दवषयससबदधतबहतसी आयतो की धादमथक शासनत क सनिभथ म चचाथ की जा चकीह। िभाथय यह ह दक पराय: असापरिादयक िश अपनी सीमाओ ससीमोललघनकरजातहऔरयहीससरदतधादमथकसरकारोअरवाउनसरकारोकीहदजनपरधमथकिकिारअदधकारजमाएबिह।ऐसिश जहा धादमथक उनमादियोकी सरकार हो उनक दलए सहानभदतकी भावनाए तो किादचत पिा न हो, परनत उनक यहा असतदलतदवचारधाराओकापायाजानादकसीसीमातकसमझनयोयह,परनतजबइसपरकारकीअपररपवऔरबचकानागदतदवदधयोकापरिशथनउन असापरिादयक िशो म भी दकया जाए जो अपन ही दवचार मउिारचररतऔर दवकदसतकहलातहतो दवशवासनहीहोता। िभाथयस मानव जादत की राजनीदतक कायथ-परणाली की कवल यही एकबातनही दजससमझनाकदिनह।वासतदवकतायहह दकजबतकराजनीदतइसीपरकारराष‍टीयदहतोकीबिीरहगीउसकीसोचराष‍टीयताकीसकदचतसीमासबाहरनही दनकलगी।उससमयतकराजनीदतम दसदानत नामकीकोई वसत मौजि नही होगी। जब तक राष‍टीयपकपात राजनदतक दवचारधारा पर छाए रहगऔर जब तक राष‍टीयदहतोसटकरावकी ससरदतमसचचाई,ईमानिारी, नयायएवइनसाफकीअवहलना होती रहगीऔरिश-परमकीयही पररभाषाकीजातीरहगीमानवराजनीदतइसीपरकारसदिध,परदतककलएवदववादितरहगी।कआथनकरीमसरकारऔरजनताकदजनिादयतवोकावणथनकरता

ह उनम स कछ का वणथन पहल दकया जा चका ह। उिाहरणतयाभोजन,वसतरएव दनवास तराजीवनकीअनयमलआवशयकताओकीउपलबधता,अनतराथष‍टीयसहायताक दसदानत,सरकारऔरपरजाकदहसाबकीकायथ-पददत,सरकारऔरपरजादकसपरकारएक-िसर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान300

पर परभावी होत ह ?वासतदवक नयाय या ह ? परजाककषटोकासवय अहसास करना तादक उनह अपन अदधकारो क परदत आवाजउिानकीकोईआवशयकतानरह।यसबबातपहलवणथनकीजाचकी ह। इसलामी शासन वयवसराका यहकतथवय ह दक वह परजाकी समसयाओ स अवगत रहऔर उनह अपन अदधकारो की परादतिक दलएहडतालोकीआवशयकता न पड। मादलकऔरमजिरकझगडनहोऔरनहीपरिशथनकरनऔरतोड-फोडकरनकीनौबतआए।कआथनकरीमनइनसबकअदतररतकछअनयिादयतवोकाभीवणथनदकयाहदजनकाहमअबसदकपतरपमवणथनकरतह-

(सरहअलअनफाल-59)अनवलाद - और यवद त व‍कसी जरावत स बईमरानी ‍करा भय

‍कर तो उन स वसरा ही ‍कर जसरा उनहोन व‍कयरा हो। परमशवर बईमरानी ‍करन वरालो ‍को ‍कदरावप पसनद नही ‍करतरा।

(सरहअननल-63)

अनवलाद - यरा (वफर) वह ‍कौन ह जो वयरा‍कल वयनकत ‍की दआ सवी‍करार ‍करतरा ह जब वह उस प‍करार। और ‍कषट ‍को दर ‍करतरा ह और तमह पथवी ‍करा उतररावध‍करारी बनरातरा ह। कयरा परमशवर ‍क सराथ ‍कोई (अनय) उपरासय ह ? बहत ‍कम ह जो तम वशकषरा-गरहण ‍करत हो।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 301

अररलातषटीय स‍बधो की नीव पणत यलाय पर ह

वासतदवकता यह ह दकआजपरतयक राजनीदतजञछोटा होअरवाबडा इस बार म इसलामी दशकाओक पर-परिशथन का महताज ह।इसलामहीवहधमथह दजसमअनतराथषटीयमामलोकीनीवपणथनयायपररखीगईह।अतःफरमाया-

(सरहअलमाइिह-9)अनवलाद - ह व लोगो जो ईमरान लराए हो। परमशवर ‍क वलए

दढतरापवम‍क वनगररानी ‍करत हए नयराय ‍क समथमन म सराकषी बन जराओ और व‍कसी जरावत ‍की शतरतरा तमह ‍कदरावप इस बरात ‍की ओर पररत न ‍कर व‍क तम नयराय न ‍करो। नयराय ‍करो, वह सयम ‍क सवरामवध‍क वन‍कट ह और परमशवर स डरो। जो तम ‍करत हो वनःसनदह परमशवर उसस सदव अवगत रहतरा ह। म यह िावा तो नही करता दक मन दवशव क समसत बड-बड

धममो क बार म सबकछअधययनकर रखा ह परनत म उन धममोकी दशकाओस दबलकलअनदभजञभीनहीह।मझधममोकीपसतकोमकोई एकभी ऐसाआिश नही दमलाजो इसकआथनीआयतकमापिणडपरपराउतरताहो।अनयधादमथकपसतकोकीससरदततोयहहदकउनमअनतराथषटीयसबधोकावणथनदमलनािलथभहीदिखाईिता

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान302

ह तरादप यदि दकसीअनय धमथ म भी ऐसी ही दशका पाई जाती होतोमआपको दवशवास दिलाताह दकइसलामउस दशकासपणथतयासहमत ह योदक यही वह दशका ह दजसम दवशव-शासनतकीकनजीदनदहतह।आज समसत दवशव, दवशव-शासनत क भदवषय क दलए दचसनतत

ह। समाजवािी ससार म परकट होन वाल यग-दनमाथता पररवतथनऔरअनतराथषटीयशसतयोकपारसपररकसबधोमसधारहोनसआशाकीहलकीसी दकरणदिखाईितीह।लोगबहतपरसननदिखाईिरहह।हमार चारोओर जो रिासनतकारी पररवतथन हो रह ह उनक सभादवतपररणामोकबारमसपणथदवशवकराजनीदतकनतानकवलदनतानतआशासनवतहअदपतआवशयकतासअदधकपरसननदिखाईिरहह।दवशष तौर पर पसचिमी ससार तोकछअदधक ही दवशवास स भराहआहऔरखशीसफकलानहीसमाता।अमरीकीलोगोकीतोबाछदखलीजा रही ह, उनह अपनी परसननताकी भावनाओको सभालनाकदिन हो रहा ह। व सायवािी ससार परअपनी इसमहान दवजयपरमधिगबजात हए दवजयोतसवमना रह हऔरकछलोगतोउसअचछाईकीबराइरपरऔरसतयकीअसतयपर दवजयिहरारहह।यहासमसत दवशवकीभौगोदलकऔरराजनीदतक ससरदतका दवसतधतदवशलषण परसततकरनकाअवसर तो नही तरादपजलाई 1990कअनत म जमाअत अहमदिया य.क. (U.K.) क वादषथक अदधवशनकअवसर पर परमशवर न चाहा तो म इस दवषय पर दवसतारपवथकबातकरगा।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 303

सयकर रलाषटर सघ (U.N.O.) की भफमकलादवशव म परकट होन वाली वतथमान घटनाए तरा दवशव-शासनतक

भदवषय पर सरान-सरान पर जो बहस एव दवचार-दवमशथ जारी हउसकायहपक दवशषतौरपरउललखनीयह दकसयत राष‍टसघ(U.N.O.)को दवशव-शासनतकीसरापनाएवउसकीसरकाकबारम पहल स कही अदधक परभावी तौर पर भदमका दनभानी होगी। िोसपर शसतयोक मधय शीत-यदकी समादतिक पशचातआशाकीजा रही ह दक अनतराथष‍टीय समसयाओक बार म उनका दसटिकोणसमान हो जाएगा, दजसक पररणामसवरपसरका पररषि म वीटोकअदधकारका परयोगभीकमहोजाएगाऔरअनतराथष‍टीयसमसयाओका पारसपररक सहमदत विारा दनणथय होन लगगा। इस परकार दवशवसरकापररषिभदवषयमएकनएरपमहमारसामनआएगी।यदयदपचीनकसबधमआशकाह दकवहकिादचतइसनईपररससरदतमसमादवषट न हो सक तरादप उसकी जदटलआदरथक एव राजनीदतक समसयाओ की उपससरदत म उस महाशसतयो क सार सहयोग परतयार कर लना इतना असभव भी नही ह। चीन क बार म हमाराअनमान उदचत दसद होता हअरवा नही यह एकअलगबहस ह,परनत यह सपषट दिखाई ि रहा ह दकआगामी वषमो म दवशव-सरकापररषि (World Security Council) और सवय सय त राष‍टसघ (U.N.O.) दवशव-घटनाओपरअपनी पकडकी दसटिस एकशसतशालीराजनीदतककायथ-दसददकामाधयमबनकरउभरनवालीह दजसक विारा छोट राष‍टो को महा शसतयो की इचछा क सामनझकन पर दववश दकयाजाएगा।घटना यह ह दकबदलथनकी िीवारदगरनस पवथ तोऐसीपररससरदतकीकलपनाभीनहीकीजासकती

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान304

री। बहरहाल यह परशन अपन सरान पर मौजि ह दक या सयतराष‍टसघ(U.N.O.)अपनवतथमाननयायएववयवसरागतअदधकारोक सार दवशव-शासनतक सवपनको यरारथ म पररवदतथतकर सकतीह?मर दवचारम इसपरशनकाउतरनहीमह।यदिइसउतरमआपको दनराशा दिखाई ि तो म कमा चाहता ह। बात यह ह दकदवशवमशासनतऔरयदक दनणथयमातरमहाशसतयोकपारसपररकसबधोपरहीदनभथरनहीहआकरतअदपतयहएकबहतगभीरऔरजदटलसमसयाहदजसकीजडिशोकराजनीदतकऔरनदतकरझानोससलनह।इसक अदतररत दवशव म पाया जान वालाआदरथक अनतर तरा

अमीरऔरगरीबिशोकमधयबितीहईिरीभीभदवषयम परकटहोन वाली घटनाओ की शधखला म अदनवायथ रप स एक अतयनतमहतवपणथ एव परभावी भदमका दनभाएगी दजसक कछ पहलओ कावणथन पहल दकया जा चका ह। यह बात बहरहाल दनसचित ह दकजब तक सयत राष‍ट सघ (U.N.O.) क समसत सिसय िशो कमधय आदरथक सबधो म पणथ नयाय क दसदानत को अपनाया नहीजाताऔरजबतकउस वयावहाररकतौरपरलाग नही दकयाजाताशासनतकाकोईआशवासननही दियाजासकता।जबतकआदरथकएववयापाररकअनयायहोतरहगऔरगरीबिशोकीधन-सपदतकोलटाजाता रहगा दवशव-शासनतकआशवासनकीतोकलपनाभीनहीकीजासकतीतराजबतकसिसयिशोकसारसय तराष‍टसघ(U.N.O.)कासबधऔरभदमकासपषटतौरपरसदनसचितनहीहोजाती दवशव-शासनतकाभदवषयअधकारमयरहगा।आवशयकता ऐस यतनो की ह दजनक विारा सरकारो को अपनी

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 305

जनता पर अतयाचार करन स रोका जा सक। सय त राष‍ट सघ(U.N.O.)कपासकछऐसअदधकारऔरऐसीकायथ-पददतहोनीचादहए दजससवह दवशवम दकसीभीसरानपरहोनवालअनयायकदवरदएकनयायपणथऔरपरभावीपरयासकरसक।जबतकऐसानहीहोता दवशव-शासनतकासवपनपरानहीहोसकता।यहएकबडागभीरपरनतदवशव-शासनतकीसरापनाकदलएबहत

आवशयक परशन ह दक सयत राष‍ट सघ दकसी िश क आनतररकमामलो म दकस सीमा तक हसतकप कर सकता ह परनत यह बातदनसचितहदकयदिसयतराष‍टसघकीनीदतपणथनयायपरआधाररतन हो और सब िशो क सार समानता क आधार पर वयवहार नदकयाजाएतोऐसी ससरदतमसयतराष‍टसघको दभनन-दभनन िशोकआनतररकमामलोमहसतकपकअदतररतअदधकार िनसऔरअदधकसमसयाएजनमलगीऔरसमाधानकमहोग।अतःयहएकऐसीसमसया ह दजसपर िड हियऔर दनषपकताकसार दवसतारस दवचारहोनाचादहए।अबतकजोहआवहयहह दकसोदवयतसघऔरपवषीबलाक

यहमाननपर दववशकरदिएगएह दकसाइदटदफकसमाजवािकीसमसत दवचारधाराए उनक जीवन को उतम बनान म असफल होचकीह।इसअसफलताकोसवीकारकरनसससरदतअतयनतजदटलहो गई ह।भदवषयम दवशवघटनाएकौनसारपधारणकरगी यहिखनकदलएहमअभीकछिरऔरपरतीकाकरनीहोगी।अभीहमयह नहीजानत दक यासायवाि पणथतया परादजत होजाएगाऔरयासमसतदवशवपजीवािीवयवसराकीओरपागलोकीभादतसरपटिौडपडगायाएकदमली-जलीदमदशतअरथवयवसराकनवीनअनभव

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान306

दकएजाएग। हमअभीयहजञात नही दक या दनरकशसरकारोकाकिोरकनदरीयदनयतरणसमापतहोजाएगायाऐसीसरकारदछनन-दभननहोजाएगी, दजसक पररणामसवरपअराजकताऔर गधह-यदकीसीससरदतपिाहोजाएगी।यहभीहोसकताहदकदनरकशसरकारोकादनयतरणशन:शन:वयसतऔरराजनीदतकमधय‘क ‍ो क दो’कआधारपरएकनवीनगिबधन-परणालीमपररवदतथतहोजाएऔरधीर-धीरनागररकसवततरताएवापसदमलजाएतरामलमानवादधकारोकोबहालकर दियाजाए।परसीडनटगवाथचीफकी दवचारधाराओपरपरस‍टॉइका(Perestroika)(अराथतरसकाराजनीदतकएवआदरथकनवदनमाथण)औरलासनोसट(Glasnost)(अराथतसरकारीमामलोमअदभवयसतकी सवततरता एवखलापन) तराकटटरवािीसायवादियोक मधय जारी सघषथ का पररणाम या होगा ? यह िखन क दलएअभीकछऔरपरतीकाकरनीहोगी।जहातकमझजञानहरसकवगथहीनसमाजमअदधकाशसदवधाए

सायवािीिलकपिादधकाररयो,कमथचारीवगथऔरसशसतरसनाओनआपसमबाटी हईह।महतवपणथ परशनयहह दकअब दजसरिासनतकलकणपरकटहोनाआरभहोगएहऔरदजससविनशीलकदिनकायथकासामनाहउसमइनसबलोगोकीयाभदमकाहोगी।रसम परकट होन वाल पररवतथनो क दवशव-शासनत पर सभादवत परभावोकाअनमानलगानक दलए पररम ऐस समसत परशनोका उतर िनाआवशयकह।िोमहाशसतयोकमधयसघषथकीकमीसशासनतकीआशाए सलन नहीकी जा सकती। इसस तो तधतीय दवशवक िशकईपरकारकभयानकखतरोकीचपटमआगएह।वासतदवकता यह ह दक इन शसतयो क मधय पाय जान वाल

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 307

अदवशवासककारणकमजोर िशोको एकपरकारकीसरका परापतरी।इनपररससरदतयोमदनबथलिशकमसकमअपनीवफािाररयातोपररवदतथतकरसकतर।उनकवशमइतनातोरादकवचाहतोपरबकीओरमखकरलऔरचाहतोपसचिमकामागथधारणकरल।इनपररससरदतयोमवकछनकछहोदशयारीऔरचतराईसभीकामलसकतरऔरकछसौिबाजीभीकरसकतरपरनतमहाशसतयोकमधयसघषथकीसमादतिसअब ससरदत दबलकलपररवदतथतहोगईह।वासतदवकतायहह दकइन दनबथल िशोकपाससवततर िशोकीअपका म समानपणथ जीदवत रहन की कोई आशा शष नही रही।दनःसनिह इसगनतवय परमससतषकसय त राष‍टसघकीओरचलाजाता ह। अब ल िकर परतयकत: सयत राष‍ट सघ ही दवशव-शासनतकाएकमातरसरकक हऔर दवशवम दकसीनवीन वयवसरा (NewWorldOrder)कीसरापनाकदलएआशाकीएकमातरदकरणह।काशयहआशापणथहोजाए।परनतवासतदवकताओकोदनकटसतरासमीकातमकदसटिसिखाजाएतोएकअधकारयतदनराशाजनकएवभयावह दचतरउभरता ह।यायहसतयनही दकअबदवशवमशसतकाजोनयासतलनपिाहआहउसमसयतराष‍टसघकीवयवसराकोचलानवालीमहानदवशव-शसतदरियातमकतौरपरएकहीहोगी ?इन पररससरदतयो म छोटऔर दनबथल िशोका भाय उसजानवर कसमानहीहोसकता ह दजसचारोओरस दशकाररयो नघर दलयाहोऔरउसक दलएभागनकाकोईमागथशषनरहगयाहो।वतथमान पररससरदतमसय त राष‍टसघक बार म यहबात दसद

होचकीहदकयहवहशसतशालीसगिनहजोनयायकदलएनहीअदपतउसजादतकराजनदतकउदशयोकदलएकामकरताहदजसकापरभाव कतर सवाथदधक दवशाल हो। मझ समरण नही दक सयत राष‍ट

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान308

सघ क वतथमान दनणथयो म सतयऔर असतय की कलपना न कभीकोईसारथकभदमकादनभाईहोऔरनहीउसकीवतथमानवयवसराकोिखत हएभदवषयकबारमकोईआशाकीजासकतीह।वतथमानयग म राजनीदत एव ककटनीदत इस परकार परसपरअदनवायथ हो चकीह दकनयायऔरइनसाफकीसरापनाऔरउसकसरादयतवकीकोईसभावना ही शष नही रही। इस कट सतय का कोई मनषय दजसकहियमसतयकासमानशषहइनकारनहीकरसकतादकराजनीदतजसामहानसमाननीयदवभागअबमातरअतयदधकजदटल,जतराबिी,गपतसबधतराशासनपरादतिक दलए दकएजानवालजोड-तोडकानामरहगयाह।दवडबनायहह दकयहसबकछदवशव-शासनतकनामपरहो रहाह।कआथन करीम क अनसार दवशव को आज एक ऐस सगिन

कीआवशयकता ह दजसका कायथ कवल नयायऔर इनसाफ कीसरापना करना हो योदक नयायऔर इनसाफ को सरादपत दकएदबना शासनत की कलपना तक नही की जा सकती। अपन हीदवचार म शासनतऔरअदभवयसतकी सवततरता क नाम पर यदतोआरभ दकयाजासकता ह परनत उसकापररणाम दवनाशऔरबरबािीकअदतररतकछऔर नही दनकलसकता।खि यह हदकआजसपणथ दवशवकमहानराजनीदतजञोमसमातरदगनतीककछ नाम होग जो दवनाशऔरशासनतक अनतरको समझत ह।दवनाशपररणामहशसतशालीकहारोअनयाय,अतयाचार,बलातएवअनीदतकाजबदकअमनऔरशासनत, नयाय एव इनसाफकफलसवरप पिा होती ह। कआथन करीम म कई बार शासनत कावणथन हआह तरा परतयक बार यह वणथन नयायऔर इनसाफकपरसगम दकयागयाह।सामानयतयाशासनतकोनयायऔरइनसाफ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 309

की सरापनाकसारबतौरशतथ दनधाथररत दकयागया ह।िो मसलमान वयसतयो या जादतयो क मधय मतभि यदि यद

औरलडाईकारपधारणकरलतोकआथनकरीमन दननदलदखतसमाधानपरसतत दकयाह -

(सरहअलहजरात-10,11)

अनवलाद - और यवद मोवमनो म स दो समदराय परसपर लड पड तो उन‍क बीच सवध ‍करराओ। वफर यवद उनम स ए‍क दसर ‍क ववरदध उदणडतरा ‍कर तो जो अतयराचरार ‍कर रहरा ह उसस लडो, यहरा त‍क व‍क वह परमशवर ‍क वनणमय ‍की ओर लौट आए। अत: यवद वह लौट आए तो उन दोनो ‍क बीच नयरायपवम‍क सवध ‍करवराओ और नयराय ‍करो। वनःसनदह परमशवर नयराय ‍करन वरालो स पम ‍करतरा ह। मोवमन तो भराई-भराई ही होत ह। अतः अपन दो भराइयो ‍क बीच सवध ‍करवरायरा ‍करो। और परमशवर ‍करा तकवरा (सयम) धरारण ‍करो तराव‍क तम पर ‍कपरा ‍की जराए। इनआयतोममोदमनोकावणथनह।गरमससलमोकावणथननकरन

कासपषटकारणयहह दकउनसआशानहीकीजासकती दकवकआथनकरीमकअनसरणकाजआउिाएग। इसकअदतररत यह

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान310

भीउदचतह दक इनआयतोम वदणथत दशकासपणथ दवशवक दलएएकउतमआिशथकतौरपरकाम िसकतीह।आज दवशवयहआशालगाएबिाह दकअनतराथष‍टीय दववािोक

समाधानक दलएसयत राष‍ट सघ तरा दवशवसरका पररषि पहलस कही अदधक कमथि, परभावी, दवशाल तरा सारथक भदमका अिाकरगीऔरसपणथ दवशवअमनऔरशासनतकागिबनजाएगा।यसमसतआशाए अपन सरान पर, परनत अतीत म सय त राष‍ट सघकी कायथ-कशलता को िखा जाए तो यह सवपन परा होता दिखाईनही िता।आज दवशव एक दवदचतर दशय परसततकर रहा ह। अपनपरदतविनविी पर शषिता परापत करन क दलए हर परकार क वध-अवधहरकडपरयोग दकएजातह,षडयतर दकएजातह,जतरबनाएजातह,िबावडालनवालिलबनानकदलएककटनीदतकोपराकाठिातकपहचा दियाजाताह।राजनीदतकायहवहससारहजहाईमानिारी,शमथऔरलजजा दनररथक होकर रहगई हऔरजहाअनतरातमाकापरवश दनषध ह। ऐसी ससरा (अपन मतभि और परदतककलताओ कबावजि)जादतयोकीबहतबडीभीडतोकहलासकतीहपरनतउससयतराष‍टसघकहनाएकभयानकपररहाससकमनही।यदिइसएकताकहतहतोमऐसराष‍टोमरहनकाखतरामोलललगाजोदनःसनिहपरसपरफकटकादशकारह,परनतकमसकमसतय,नयायएवइनसाफकमामलमतोसहमतह।अपनशतरओऔरदवरोदधयोकािमनकरनक दलएशसतपरापत

करनाऔरबातशासनतकीकरना।करनऔरकमथमयहअनतरहीवहमहतवपणथसमसयाह दजसकापरतयकजादतऔरपरतयकिशकोसमाधानकरनाहोगा।यहआशचयथऔरिखकीबातह दकसय त

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 311

राष‍ट सघ जसी परदसदससराक सिसय िश न जान कब तक इनखतरोसआखबनिदकएबिरहगजोइसपददतमदनदहतहदजसकअनसारआजकलदवशवकराष‍टोकमामलोकोचलायाजारहाह।आजदवशव-शासनतकाभदवषयअदनसचितहोचकाहऔरइसहलकीसीआशाससमबदह दककिादचतएक दिन दवशवम नयायऔरइनसाफकापरचलनहोजाए।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान312

अधयलाय - 6व‍यन‍तग‍त शान‍त

• िान िनमपरदतसपधाथ• सवजनोऔर दनकटसबदधयोसपरम• जन-सवा• परमशवरकीपरसननता-परादति• लोगोको िख-ििथससिवअवगतरहना• परमऔरसहानभदतका दवशालकतर• मानव-उतपदतकाउदशय• परमशवरको तयागकरकोईशासनतपरापतनहीहोसकती

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 313

(सरहअररअि-29)अनवलाद - (अथरामत) व लोग जो ईमरान लराए और उन‍क

हदय परमशवर ‍की सतवत स सतषट हो जरात ह। सनो ! परमशवर ही ‍की सतवत स हदय सनतोष गरहण ‍करत ह। मरभाषणकाअसनतमभागजोवयसतगतशासनतससबधरखता

हदकसीभीपरकारकममहतवनहीरखताह।समाजशासनतपणथहोयाआपदतयोसभरा, वयसतउसक दनमाथणमअतयनतमहतवपणथभदमका अिा करता ह। अब तक हमन समाज क इन धादमथक,सामादजक,आदरथकऔरराजनीदतकरप-रखाका दनरीकण दकयाह दजनका दनमाथण और परदशकण िना चाहता ह। एक भवन कदनमाथण म दजस परकार अचछी ईटो कीआवशयकता हआ करतीह इसी परकार इसलाम क दनकट एक अचछ समाज क दनमाथणम सिसयो क उचच चररतरऔर गणो की भीआवशयकता हआकरतीह।यहएकबहतवयापकदवषयहदजसपरकआथनकरीममआदयोपानत बहसऔरमागथ-िशथन मौजि ह। इसलामजो उचचआचरणऔरगणसमाजकपरतयकसिसयमपिाकरनाचाहताह,उनमसकछएक दननदलदखतह -

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान314

दलान करन म पफरसपधलात इसलाम न परमशवर की दशकानसार मानव इचछाओ को सधारन

औरसतदलतकरनक सार-सार उनह उभारा ह तादक पणथ सतलनसरादपत दकयाजासक।ऐससतलनकअभावमसामादजकशासनतकीपरादतिअसभवह। इसलामऐसीइचछाओकोबिावािताह दजनकी पणथता दकसी वयसत कीआदरथक परदतषिा पर दनभथर न होऔरपरतयक सतर क लोग उन इचछाओ को दबना वयय अरवा बहतसाधारणस वययविारापणथकरसक।िसरो स दवशष दिखाई िना तराजनताक जीवन-सतरस उचच

होनाएकसवाभादवकभावनाहतरादपिसरोसआगदनकलनकायहसवाभादवकरझानयदिउदचतऔरवधसीमाओसबाहरदनकलजाएऔरसवचछिहोजाएतोएकअसवसररझानऔरउनमािकारपधारणकरलताह।उिाहरणतयाईषयाथयाअवधसाधनोकपरयोगसपरदतसपधाथकापरयासऐसीबराइयाहजोसवततरऔरसवचछपरदतसपधाथकीभावनाक दलएघातक दवषकाआिश रखती ह। ऐसी बराइयोकीउपससरदतमपरदतसपधाथकीलाभपरिभावनाउलटासारसमाजकोरोगगरसतकरितीह।इसकाछोटासाउिाहरणखलोमपरदतसपधाथकमधय नशीलीऔषदधयोका सवन ह। राष‍टीयऔरअनतराथष‍टीय सतरपरऔदयोदगकऔरवयापाररकपरदतसपधाथओमइसकबहतहीबरऔरघधदणत उिाहरण दमलत ह, जहा नयाय नाम की वसत नही दमलती।समरणरहदकतधतीयदवशवकिशोकअवधससाधनदवकदसतिशोविाराअपनाएगएअवधससाधनोस दभनन होत ह। तधतीय दवशवकिशो म तवररत आदरथक लाभ परापत करन क दलए अवध ससाधनदनःसकोचऔर परचरता क सार परयोग दकए जात ह। उिाहरणतयाभरषटाचार, दमलावट, वचन भग करना, धोखा, छल इतयादि। यही

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 315

कारणहदकजीवनकसमसतकतरोमधादमथकऔरनदतकदशकाकोकायाथसनवतकरनकी दनतानतआवशयकताह।सपटिह दकइसदशकाकअभावसबहतभयानकपररणाम दनकलनकाखतराह।परदतसपधाथससबदधतदभनन-दभननमकाबलोकीशधखलामइसलामन

दवसतधतदनिचशदिएह।यहएकबहतबडीतरासिीहदकसवयमसलमानिशोमजहाइसलामाइजशनऔरइसलामीरदिवादिताकीइतनीचचाथरहती हवहाभीउदयोगएववयापारतराआदरथकसबधोकोइसलामीपददतपरढालनकाकोईगभीरपरयासिलथभ कतौरही दिखाईिताह।कआथनकरीमकी दननदलदखतआयतमपरदतसपधाथकीसवाभादवकभावनाकबारमइसलामी दशकाकासारपरसतत दकयागया ह-

(सरहअलबकरह-149)

अनवलाद - और पतय‍क ‍क वलए ए‍क लकषय ह वजस‍की ओर वह धयरान दतरा ह। अतः पणय‍कमम म ए‍क दसर स आग बढ जराओ। तम जहरा ‍कही भी होग परमशवर तमह ए‍कतर ‍कर‍क ल आएगरा। वनःसनदह परमशवर पतय‍क वसत पर वजस वह चराह स थरायी सरामथयम रखतरा ह। यहकआथनकरीमकाचमतकारह दकइससदकपतसीआयतम

िरिदशथताकसागरको गागरम भर दिया ह। यहआयतहरमिानऔरहरपरकारकीपरदतसपधाथकदलएदनिचशकदसदानतउपलबधकरतीहअसनतमउदशयतोनकीकीपरादतिहऔरवासतवमयहीसववोतकषटउदशय ह। इसदलए नकी ही को परदतसपधाथओ का वही उदशय होनाचादहए दजसकीवासतवमआवशयकताहो।अतःइससदकपतआयतक विारा हर परकार क अवध ससाधनो तरा हराफरी विारा परदतसपधाथ

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान316

कपरयासकापणथतया दनषधकर दियागयाह।यदि समय अनमदत िता तो हम दवसतार तरा सपषटतापवथक यह

जाननकापरयासकरतऔरइसलामी दशकासउिाहरणपरसततकरतदक समसत परदतसपधाथओ को दकस परकार सवसर, सवचछऔर शदरखाजासकताह।बहतकमलोगयहसमझरखतह दकमनऔरमससतषक की वासतदवक सतसटि वासतव म नक होन म ह न दकअवधसाधनोसकामलकरकोईमहतवपणथकायथसपननकरनम।उचटती दसटि स िखन वालो को ऐस लोग परतयकतया बड बहािरऔरपरसनन दिखाई िग परनतआनतररकतौर परउनकी दवजयऔरसफलताखोखलीहआकरतीह।पादकसतानकएकसवगषीयअरबपदतवयसतकएकदमतरनमझयह

आशचयथजनकऔर िखिवधतानत सनाया - दकएकबारउसनअपनदमतर क समक उसकी महान सफलताओकी परशसाकी तो परसननहोन कसरानपरउसनजो तवररतपरदतदरियापरिदशथतकीवहबडीहीहरानकरन वाली री। उसनअपना गलाखोलाऔरअपन हारकोइसपरकारगदतिीजसवहअपननाखनोसजानवरकपजकीतरहअपना सीनाफाडना चाहता ह। उसन दचललात हएकहा दक म इससफलतापरला’नतभजताह।यदिकोईमरासीनाचीरकरिखसकतोउसअनिरकवलएकभडकतीहईअसनकीजवालादिखाईिगी।इसकटसतयकोकछलोगतो सवीकारकरलत ह परनतकछ

नहीकरतपरनतमानव-परकदतकोकौनपरादजतकरसकताह।एकवयसतधनकाढरतोलगासकताहऔरऐशवयथकसाधनोतकभीपहचजाता ह परनत यहखिजनकयरारथअपन सरानपर दवदयमानह दक किादचत ही कछक अमीर लोग ऐस होग दजनह वासतदवकआरामऔरसनतसटिपरापतहो।इनकीिशाकोकआथनकरीमन इसपरकारवणथन दकयाह -

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 317

(सरहअलहमज:आयत2स10)

अनवलाद - हर चगलखोर (और) वछरिरानवषी (दसरो ‍क दोष ढढन वरालरा) ‍करा सवमनराश हो, वजसन धन ए‍कतर व‍कयरा और उस‍की गणनरा ‍करतरा रहरा। वह ववचरार व‍कयरा ‍करतरा थरा व‍क उस‍करा धन उस अमरतव पदरान ‍करगरा। सरावधरान ! वह अवशय हतम: (न‍कक) म वगररायरा जराएगरा। और तझ कयरा मरालम व‍क हतम: कयरा ह ? वह परमशवर ‍की भड‍कराई हई अनन ह जो हदयो ‍क अनदर त‍क जरा पहचगी और वह (अनन) सब तरफ स बनद ‍कर दी जराएगी तराव‍क उस‍की गममी उनह और भी अवध‍क ‍कषटपद महसस हो और व लोग (उस समय) लमब सतमभो ‍क सराथ बध हए होग। जबतकमनषयकीइससवाभादवकभावनाकीसतसटिनहीहोती

दकवहनकबन,नककमथकरऔरपदवतरजीवन वयतीतकरउससचचीसनतसटिपरापतनहीहोसकती।

सवजनो और फनकट स‍बफधयो स पम एकसदिखानिानीवयवसराऔरसामादजकशासनतकीसरापनाक

दलएसवजनोएव दनकटसबदधयोसपरमऔरभरातधतव,अपनपररवारवालोस परमऔरउनकीसहायताएवसि÷वयवहारकीआवशयकताका वणथन दकयाजाचका ह। यहा इसका वणथन इसीदलए दकयाजारहा ह तादक वयसत की भदमका क महतव और आवशयकता को

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान318

उजागरदकयाजाए।वासतवमसमाजमवयसतकीभदमकाकावहीसरान ह जो दकसी भवन-दनमाथण म ईट का होता ह। ईट को िीकदकए दबनाभवनकोउतमनहीबनायाजासकता।

जन-सवला इसलाम न इस बात पर बल दिया ह दक मनषयकोअपनअनिर

यहयोयतापिाकरनीचादहएदकवहिसरोकीसवाकरकपरसननतामहससकरनदकिसरोससवालकर।कआथनकरीमकीएकआयतकदननदलदखतभागमयहीसनिशदियागयाह।परमशवरफरमाताह-

(सरहआलइमरान-111)

अनवलाद - तम सवमशष‍ठ उममत (जरावत) हो जो समसत मरानव जरावत ‍क लराभ ‍क वलए उतपनन ‍की गई हो तम अचछी बरातो ‍करा आदश दत हो और बरी बरातो स रो‍कत हो और परमशवर पर ईमरान लरात हो। इसआयत म यह सकत दकया गया ह दक एक मसलमान को

िसरपरअकारणशषितानहीिीगई। दकसीपरषयासतरीकमातरमसलमान होन स सवय यह पररणाम नही दनकाला जा सकता दकवहिसरोसशषिह कीउपादधिसरोकीसवाकरक ही परापतकी जा सकती ह। दजसका तातपयथ यह ह दकआपिसरोकसारउपकारका वयवहारकरनवालहो।

खर क अरथ शषिऔर सवथशषि िोनो ही ह। एक बार हजरतमहमिस.अ.व.नखरकअरमोकी वयाखयाकरतहएफरमाया-

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 319

“ऊपर वरालरा हराथ नीच वराल हराथ स शष‍ठ ह। ऊपर वरालरा हराथ दन और खचम ‍करन वरालरा ह और वनचलरा हराथ मरागन और लन वरालरा ह।” (सहीबखारी,दकताबजजकात,बाब-लासिकताइललाअनजहरदगना,तरा

सहीमससलम- दकताबजजकात,बाब-बयान -अलयिलउदलयाखरसमनलयदिससफला)

कआथनकरीमऔर हिीसो म चररतरकीशषिताक इस पक परबहत बल दिया गया ह। यही कारण रा दक आिरणीय सहाबारदज.(हजरत महमिस.अ.व. क सारी) न इस दशका पर कायथरत होत हएचररतर की शषिता क नवीन और उचचतम मापिणड कायम दकए।उनहकवलएकहीलगनरीऔरवहयहदकिसरोकीसवाकर।िसरोससवालनमतोवएकपरकारकीलजजामहससकरत।हजरत औफ दबन मादलक अशजईरदज. वणथन करत ह दक एक

अवसरपरहमसात-आियानौलोगहजरतमहमिस.अ.व.कीसवामउपससरतर।आपस.नफरमाया-यातमपरमशवरकरसलकसारएकपरदतजञानहीकरोग?हजरतऔफरदज.कहतहदकहमनकछहीसमयपवथआपस.कमबारकहारपरबअतकीरी।अतःहमनकहा-हपरमशवरकरसल!हमतोपहलहीपरदतजञाकरचकह।इसपरहजरतमहमिस.अ.व.नअपनापरशनिोहरायाऔरहमनवहीउतर ित हएकहा - दक ह परमशवरक रसल !अबआप हमसकौनसीपरदतजञालनाचाहतह?आपस.सफरमाया-तमपरमशवरकी उपासनाकरोग, उसक सार दकसीको भागीिार नही िहराओगऔरयह दक तम पाचसमयकीअदनवायथ नमाजअिाकरोगऔरपरमशवरकीआजञाकापालनकरोगऔरदकसीसकछनहीमागोग।हजरतऔफ दबन मादलकरदज. वणथनकरत ह दक इसक पशचात मनिखा दकउनसहाबामस दकसीसवारकहारसघोडकाचाबक

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान320

भीदगरजातातोवहदकसीसयहभीनहीकहतारादकयहचाबकउिाकरमझििो।

(सहीमससलम दकताबजजकात-बाबकराहतलमसअलत दलननास)

जन-सवापरजोइतनाबलदियागयाहतोयहकोईमातरनीरससयदमयोजसीदशकानहीहअदपतमानववयवहारोमकोमलताऔरसौय पिाकरनका एकपरयास ह तादक इसम उचचतममलयोकीरदचउननदतकर।यदिएकबार इसपरकारकीउचचरदचपिाकरिीजाएतोबडीसरलतासयहपरदशकणभी दियाजासकताह दकमनषय सवा म हीआननि महससकरन लग बजाए इसक दक वहिसरोकउपकारोऔरियाकापरतीककबना रह।परमशवरकीसधसटिकीसवाआधाईमानह।इसलामकादसटिकोण

भीयही ह दकनकी (भलाई) सवयम हीएकपरसकारहऔरयहएक ऐसी बात ह जो तककऔर परमाणो स शषितर ह। इस कवलमहसस दकयाजासकताह।

परमशवर की पसनरला-पलाफति इसलाममानव-आचरणममातरउचचमलयपिाकरनकोहीपयाथति

नहीसमझताअदपतयहसमझभीपिाकरताहदकवासतदवकमहतवइसबातकोपरापतहदकपरमशवरकदनकटदकसीवयसतकीनदकयोका महतवऔरमलय या ह। इसबात परबल िन स उसमानवइचछाका भी दनवारण होजाता ह दक दजसककारणमनषयचाहताह दक लोग उसकी नदकयो की सराहना कर, परनत एक वासतदवकमोदमनक दलएतो इतना दवशवासहीपयाथतिह दकउसकअचछ-बरसमसतकायथबहतअदधकखबररखनवालऔरबहतअदधकिखनवालपरमशवरकीदसटिमह।अत:कआथनकरीमफरमाताह -

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 321

(सरहअजजदलजाल-5स9)अनवलाद - उस वदन वह (धरती) अपन समराचरार वणमन

‍करगी, कयोव‍क तर रबब न उस वहयी (ईशवराणी) ‍की होगी। उस वदन लोग वततर-वबतर हो‍कर वन‍कल खड होग तराव‍क उनह उन‍क ‍कमम वदखरा वदए जराए। अतः जो ‍कोई भी लशमरातर भी भलराई ‍करगरा वह उस दख लगरा और जो ‍कोई लशमरातर भी बरराई ‍करगरा वह उस दख लगरा। यहकहनाअनदचतनहोगा दकयह दशकासमाज-सधारकीओर

एकमहतवपणथकिमहतरादिखावा,गवथतराअहकारकाएकमातरपरभावीउपचारभीयहीह।िानऔरपणयकवयापकअरमोमहजरतमहमिस.अ.व.नफरमाया

दकमानवअगोमसपरतयकअगकापरदतदिनिानिनाअदनवायथह।• िोलोगोकमधयइनसाफकरनािानह।• मागथम दकसीकषटिायकवसतकाहटा िनाभीिानह।

(बखारीवमससलम)

उदी दबन हादतम ररवायत करत ह दक हजरत महमिस.अ.व. नफरमाया - यदिकोई मसलमान वधकलगाता हऔर दफर उसम सजोकछखायाजाता ह वहवधकारोपणकरन वालकीओरस िानहऔरयदिउसमसकछचोरीकर दलयाजाताहअरवाउसमसस दलयाजाताहतोवहभीिानह।

(सहीबखारी, दकताबलमजाररअत-बाबफजलजजरएवलगसचइजाअकला दमनहो)

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान322

इबन अबी हादतम ररवायत करत ह दक हजरत महमिस.अ.व. नफरमाया-असनसबचोचाहआधीखजरहीिानकरकऔरयदिइसकीसामथयथनही रखततोअचछीबातकहकर।

(सहीबखारी - दकताबलअिब,बाबतययबलकलाम)

हजरत अब मसा अशअरीरदज. ररवायत करत ह दक हजरतमहमिस.अ.व. न फरमाया - यदि एक वयसत क पास कछ नही हतो उस चादहए दकअपन हारो स कामकरऔरअपनीकमाई मस कछ िान भी ि। यदि वहकाम नही कर सकता तो वह दकसीमहताजऔरअसहायकी सहायताकर, यदि वह यह भी नहीकरसकतातोउसचादहएदकिसरोकोनकीकीपररणािऔरयदिवहइसकी शसत भी नही रखता तो उस चादहए दक वह बिी करन सबचतारह।यहभीिानह।

(सहीबखारी दकताबजजकात)

एकअनय हिीस म हजरत महमिस.अ.व. नफरमाया - पतनीकमखमकौरडालनापरमशवरकापरमपरापतकरनकाकारणह।

‍ोगो क दख-ददत स सदव अवगर रहनला इसलाम िसरोक िखऔरकषटोकी समझऔरअहसास पिा

करताहचदकयहपहलइससपवथसामादजक,आदरथकऔरराजनीदतकशासनतकपरसगमबहसकअतगथतआचकाहइसदलएयहाइसपरअदधककछकहनकीआवशयकतानहीह।

पम और सहलानभफर कला वयलापक होनला इसलाममानव-परमऔरपरमकी इस दवशषताकोकवलमानव-

जादततकसीदमतनही रखताअदपतउसपरमशवरकीसमसतसधसटि(मखलक)तकफलािताह।उसकािावाह दकयहवहअसनतम

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 323

धमथ ह जो दकसी एक जादत क दलए नही अदपत सपणथ मानवताक दलएआया ह। सामानयतया यहीआशा की जाती ह दक हजरतमहमिस.अ.व. क मबारकअससततवको सपणथ मानव जादतक दलएपरकाशऔरियाकाउिगमिहरादियाजाएगा,परनतमनषययहिखकरहरानरहजाताहदककआथनकरीमहजरतमहमिमसतफास.अ.व. को‘रहमतसलललआलमीन’िहरािताहअराथतआपस.नकवलमानवजादतअदपतसमसतससारोक दलएियाह।(सरहअलअदबया-109) अरबी म ‘आलम’ (ससार) क अरथ एक ससार अरवा समसत

ससारकहोतहपरनतयहा ‘अलआलमीन’काशबिपरयोगहआहजोआलमकाबहवचनह।इसदसटिसयहाइसशबिसअदभपराययहससार नहीअदपत समसतससार ह। सभव ह एकसनिहकरनवाला इतन बड िाव की सचचाई को सवीकार न कर सक, परनतयदिएकमनषयकोनबववतकसरानकीसावथभौदमकताजोहजरतमहमिस.अ.व.कमबारकअससततवमसमवतरपसपाईजातीहकीगहरीचतना परापत होजाए तो मनषय पर ‘रहमतसलललआलमीन’कसरानऔरशणीकीमहताखलजातीह।

मलानव-सनटि कला उदशय कआथनी दसटिकोणकअनसार यदियहसपणथजगत (कायनात)

मातर दनषपराणऔरअचतनसधसटिपरआधाररतहोता तोकायनातकोसधसटि करन का कायथ ही (खिा की शरण चाहत ह) दनररथकऔरवयरथिहरता।इसकाकारणयहह दकयदिएकचतनसधसटिनहोतीतोसरषटाकोकौनपहचानसकता।जगतकी रचनाकाउदशयवासतवम एकऐसीचतनाकोजनम

िनारादजसशन:शन:परगदतऔरदवसतारिकरएकउचचसरानतकपहचानारातादकसधसटिकरनकामलउदशयपरापत दकयाजासक।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान324

सपषट ह दक यहकोईसाधारण उदशय नही ह। इसकी पणथ वयाखयाएकपधरक दवसतधतबहसकीमहताजह दजसकीआजकभाषणमगजाइशनहीह।हासरलशबिोमसकपरपसयोकहाजासकताह दक सधसटि की रचना का महानतम उदशय एक सवथशषि परजञावानअससततवकोजनमिना हीराजोनकवलसवचछास परमशवरकअपवथसौनियथकसमकजोसपणथजगतम वयापतह नतमसतकहोअदपतमानवजीवनकवासतदवकउदशयकपरदतमागथ-िशथनभीकरअरवाकम स कम उन लोगो क दलए इस मागथ पर चलना सभवबनािजोवासतवमपरमशवरकाआजञापालनकरनाचाहतह।यदिकछसमयक दलएमान दलयाजाए दकजगतकी रचनाकरनकाकोईउदशयनहीतोउसीकणजगतकीरचनाकाऔदचतयहीसमापतहोजाताह। इसवासतदवकताकोसमझनक दलएएकसाधारणसाउिाहरण दिया जा सकता ह - एक फलिार वधक लगान, उसकीदसचाई, िखभालऔरकाट-छाटकर उदशय उस वधककाफल हीतो ह। यदिफल न हो तो वधक भी न हो। यदि उदशयकी परादति नहोतोवधकलगानऔरउसकीिखभालएवपोषणकसमसतपरयासवयरथऔरदनररथकहोकररहजातह।इसदसटिसवधककाअससततवदजसम जड, तना, शाखाए, पतऔर कोपल सब ही ससमदलत हफलहीकाआभारीह।इसवासतदवकताकबावजि दकवधककयसबभागफलसपवथअससततवमआए दफरभीयहवधककामखयकारणअराथत फल ही क कतजञ ह। यह मखयकारणऔर उदशयहीकावरिानह दजसककारणसधसटि(रचना)कीपरदरियाजारी ह।सधसटिकइसउदशयऔरपराकाषिाअराथतमानवऔरशषजगतकपारसपररकसबधकपररपरकषयमइसलामीदशकाओकाअधययनदकयाजाएतोयहजञातकरकआशचयथहोताहदकइसलामकवलपरमशवरऔरमनषयकसबधहीकोअपनीपररदधमनहीलताअदपतमनषय

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 325

क अनय परादणयोऔर जड पिारमो स सबध पर भी वयापत ह। इसदसटिसजगतकीपरतयकवसतपदवतरबनजातीह।इसदलएनहीदकमनषयसशषि हअदपत इसदलए दकजगतक रचदयता न दवशषत:उससीधतौरपरअरवादकसीमाधयमसमनषयकदलएपिादकयाह। इस दसटिस जगत म कोई भी वसत वयरथ, दनररथकऔर पधरकनही रहती, यहा तक दक पधथवी सअतयदधक िररयो पर दसतारोकाअससततवभीसारथकऔरसोदशयहोजाताह तरासधसटिकीयोजनामउनकासरानसपषटहोजाताह।यहीवहरहसयहदजसकआथनकरीमनबार-बारदवदभननदसटिकोणो

सवणथन दकयाह दजसककछउिाहरण दननदलदखतह -

(सरहअशशसआयत2स11)

अनवलाद - म सयम ‍को सराकषय ‍क तौर पर पसतत ‍करतरा ह और उस समय ‍को भी जब वह उदय होन ‍क पशचरात ऊचरा हो जरातरा ह और चनरिमरा ‍को जब वह सयम ‍क पीछ आतरा ह और वदन ‍को भी (सराकषय ‍क तौर पर पसतत ‍करतरा ह) जब वह उस (सयम) ‍को प‍कट ‍कर दतरा ह और ररावतर ‍को भी (सराकषय ‍क तौर पर पसतत ‍करतरा ह) जब वह उस (सयम) ‍क प‍कराश ‍को आखो स ओझल ‍कर दती ह और आ‍कराश ‍को और उस‍क बनराए जरान ‍को भी और पथवी ‍को भी और उस‍क वबछराए

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान326

जरान ‍को भी (सराकषय ‍क तौर पर पसतत ‍करतरा ह) और मरानव पराण ‍को भी और उस‍क दोषरवहत बनराए जरान ‍को भी व‍क उस (परमशवर) न उस (पराण) पर उस‍क दष‍कतयो (‍क मरागमो ‍को भी) तथरा उस‍क सयम (‍क मरागमो) ‍को भी अचछी तरह खोल वदयरा ह। अत: वजसन उस (नफस) ‍को पववतर व‍कयरा तो वनशचय ही वह अपन उदशय ‍को परा गयरा और वजसन उस (वमटी म) गराड वदयरा तो वह वनषफल हो गयरा।

(सरहअलजादसय:-14)

अनवलाद - और जो भी आसमरानो और पथवी म ह उसम स सब उसन तमहरार वलए मफत ‍कराम पर लगरा वदयरा ह। इसम सोच-ववचरार ‍करन वरालो ‍क वलए वनशचय ही खल-खल वनशरान ह।

(सरहलकमान-21)

अनवलाद - कयरा तमन ववचरार नही व‍कयरा व‍क परमशवर न तमहरार वलए मफत ‍कराम पर लगरा वदयरा ह जो भी आसमरानो और पथवी म ह और उसन अपनी न’मत तम पर पतयकष तौर पर भी पणम ‍की और आनतरर‍क तौर पर भी। और मनषयो म स ऐस भी ह जो परमशवर ‍क बरार म वबनरा व‍कसी जरान यरा वनददशन अथवरा प‍कराशमरान व‍कतराब ‍क झगडत ह।

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 327

(सरहअतीन-5)

अनवलाद - वनशचय ही हमन मनषय ‍को उतम स उतम उननवतशील अवसथरा म पदरा व‍कयरा ह। कआथनकरीमकीअनयबहतसीआयतयहातकदककछछोटी

सरत भीसभी इसी दवषयक दलएसमदपथत ह। उनस पताचलता हदकमनषयएकलघससारहदजसपरसमसतसधसटियोनअपनपरभावडाल ह यहा तक दक दनतानत िररयो पर दवदयमान नकतरो न भी इसलघससारअराथतमनषयपरअपनपरभावडालहपरनतमनषयऔरशषकायनातक मधय यह सबध िासऔर सवामीका नही अदपतसवामीऔरिासकाह। सवामीअपनउनिासोकआगनतमसतकनही होतअदपत िासउनकीसवामकदटबद रहत ह।अतःमनषयइससमसतजगत(कायनात)कासवामीहपरनतिासहकवलउसमहानअससततवकाजो इससमसतजगतकासरषटाऔर सवामी ह।अबिदखएदकइसलामकीयहदवचारधाराअनयकईधममोकिशथनोकी दवचारधाराओस दकतनी दभननहजोकवलमदतथयोकीउपासनाहीनहीदसखातअदपतपरकदत(नचर)कीउपासनाकअनकरपभीउनम पाएजात ह। इनधममोकी दशकाओकअनसार तो योलगताह जस सयथ, चनदरमा, नकतर, वधक, दबजली, तफान, समदर यहा तकदकगाय,सपथऔरपकीएकपहलसमनषयसउचचतमसरानऔरशणी परआसीन ह। मनषयको यह दशका िी जाती ह दक वह इनवसतओकोउपासयसवीकारकरकउनकीउपासनाकर,योदकउनकमतानसार इस सबको मनषय पर एक परकार की शषिता परापत ह।सकपमयहदकमनषयकोसधसटियोमसबसदनचलसतरकीसधसटििहराकरउसपरतयकउसवसतकाआजञाकारीऔरसवकबनादिया

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान328

जाताहजोमातरउसकीसवाक दलएपिाकीगईरी।जगतकी वयवसराकोपहचाननकाजो दववकइसलामन परिान

दकया ह उसक अनसार मनषय सवामी ह और शष समसत जगतउसका सवक ह। इस दसटि स समसत जगत म मनषय ही अपनसरषटाक उपकारोका सवाथदधक पातर ह।अतः उस सबसअदधकपरमशवरकाकतजञऔरआभारी भी होना चादहए दजसकी सवा कदलएपरमशवरनसपणथजगतकोम‍तसवापरलगादियाह।िसरशबिो म परमशवरकी िासता मआकरमनषय हर िसरी िासतासमसतपालताह।सपणथजगतक दववकऔरअनतरातमाकलकणऔरउसकासाकारहोनाह।जबमनषयसरषटाकसमकनतमसतकहोता ह तो जस समसत जगत सरषटा क सामन नतमसतक हो जाताहऔरजबमनषयअपनसरषटाकीओरलौटता ह तोजस सपणथजगतअपनसरषटाकीओरलौटताह।इसलामकदनकटइसीउदशयकी परादति तराउसकअनसारमानवजीवनकोढालनम वासतदवकऔरपणथशासनत दनदहतह।इस समसत िशथन (फलासफी) को कआथन करीम की इसआयत

म दजस मसलमानअदधकतर िोहरात रहत ह। बहतसदकपतरपमवणथनकर दियागयाह -

(सरहअलबकरह-157)

अनवलाद - हम वनशचय ही परमशवर ही ‍क वलए ह और हम वनशचय ही उसी ‍की ओर लौट ‍कर जरान वराल ह। बहतकमलोगयहसमझतहदकयहालौटनसशारीररकतौरपर

नहीअदपतआधयासतमकतौरपरलौटनाअदभपरायहऔरयहआयतकवलवासतदवकताकावणथननहीकरतीमनषयकोउसकजीवनका

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान 329

उदशय भी समरणकराती ह। जस Salmon मछलीको उस समयतकचननहीआताजबतक दकवहउनसमदरोकीओरवापसनलौटजाएजहाउसनजनमदलयारा,िीकइसीपरकारहीमनषयकाहियकभीसतोषनहीपासकताजबतकदकवहआधयासतमकतौरपरअपनीउतपदतकउदगमतकनलौटजाए। दननदलदखतआयतकयहीअरथह -

(सरहअररअि-29)

अनवलाद - व लोग जो ईमरान लराए और उन‍क हदय परमशवर ‍की सतवत स सनतषट हो जरात ह। सनो ! परमशवर ही ‍की सतवत स हदय सनतनटि प‍कडत ह।

परमशवर को तयलाग कर कोई शलानर पलापर नही हो सकरी

परमशवरकोतयागकरकोईशासनतपरापतनहीहोसकती।यहीवहरहसयहदजससपररदचतहएदबनामनषयकोनतोहादिथकसनतसटिपरापतहो सकती हऔर न ही समाज म शासनतऔरअमनकाआशवासनदियाजासकता ह।वासतदवकशासनतऔरसतसटितकलजानवालाअनयकोईमागथनहीह।परमशवरकापरमहीहदजसकपररणामसवरपहियमउसकीसधसटिकासचचासमानपिाहोसकताह।सधसटिदजतनीउचचसतरकीहोगीउतनीहीवहसरषटा क दनकटहोगीऔरउसकासबध अपन सरषटा स उतना सदि होगा। मनषय एक महानतमऔरउचचतम उदशय क सारअनय मनषयोका समानकरनाआरभकर

इस‍लाम और वरतमलान यग की समसयलाओ कला समलाधलान330

िता हअराथतअपनसरषटा कसमान ककारणउसपरजोकतथवयलागहोता हउसककारणवहमानवताकासमानकरनाआरभकरिता ह। सदकपततौरपरयहकहाजासकता ह दकयहपरमशवरकापरमहीहजोउसकीसधसटिकपरममपररवदतथतहोजाताह।यदिमधयसपरमशवरकापरम दनकाल दियाजाएतोसहसामानवीयसबधोकासारादशयहीपररवदतथतहोजाताह।परमशवरनहोनसजोशनयपिाहोगाउसभरन क दलएमनषयकाअहतरनतसामनआजाएगा।यहएकअजञानताकीबातऔरदनतानतमखथतापणथदवचारधाराहदकमनषयपरमशवरक दबनारहसकता ह।अनतत:नाससतकताकापररणामकवलयहीदनकलताहदकसीवयसत

क करनानसार - परमशवर मर जाता ह अदपत इसक पररणामसवरपअचानकहजारोझिपरमशवरजीदवतहोजातह।हरवहअससततवजोचतनारखताहपलभरमअपनदवचारमपरमशवरबनजाताह।अहऔरअसनतमशणीकीसवारथपरायणताबलपकडलती हऔरउसकाशासनहोजाता ह।ऐसलोगोपरआधाररतसमाजभीहमशाअहवािीऔरसवारषीरहताह।दन:सवारथहोकरिसरोकदलएलाभपरिबननकाकोईतककहीशषनहीरहता।एककपालऔरियालपरमशवरकरपमकोईबाहरीहवालाहीशषनहीरहताजोसमसतपरकारकीसधसटियोकोपरसपरसय तरखनऔरएककरनकाएकमातरमाधयमह।इससबिकर इसलामकीकोईअनय दवचारधारा नही ह। परमशवर

कीओरपरवधतहएदबनाकोईवयसतवासतदवकसनतोषपरापतनहीकरसकताऔरवासतदवकसनतोषकअभावमसमाजअमनऔरशासनतकागिनहीबनसकता।शासनतकीसरापनाकदलएसमसतऐसपरयासदजनकपररकवयसतगतउदशयहोदनशचयहीअसफलऔरदनषपररणामरहतह।यदिपरमशवर दवदयमाननहीतो दफरशासनतभीनहीऔरइसवासतदवकताकीचतनाहीवासतवमबददमताकी दवशषता ह।


Recommended