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Language:िहदी(Hindi) Providedby:BibleLeagueInternational...

Date post: 06-Sep-2020
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Hindi Easy-to-Read Version Language: िह⡤दी (Hindi) Provided by: Bible League International. Copyright and Permission to Copy Taken from the Hindi Easy-to-Read Version © 1995 by Bible League International. PDF generated on 2017-08-22 from source files dated 2017-08-22. a28f7793-64e5-53d1-b0c7-eb243e526a41 ISBN: 978-1-5313-1305-0
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  • Hindi Easy-to-Read VersionLanguage: िह दी (Hindi)Provided by: Bible League International.

    Copyright and Permission to CopyTaken from the Hindi Easy-to-Read Version © 1995 by Bible League International.PDF generated on 2017-08-22 from source files dated 2017-08-22.a28f7793-64e5-53d1-b0c7-eb243e526a41ISBN: 978-1-5313-1305-0

  • 1 यव था िववरण १:२०

    यव था िववरण

    मसूा इसर्ाएल के लोग से बातचीत करता है

    १ १ मसूा ारा इसर्ाएल के लोग को िदया गयास देश यह है। उसने उ ह यह स देश तबिदया जब वे यरदन की घाटी म, यरदन नदी की पवूके म भिूम म थे। यह सपू के उस पार एक तरफपारान म भिूम और दसूरी तरफ तोपेल, लाबान,हसेरोत और दीजाहाब नगर के बीच म था।

    २ होरेब (सीनै) पवत से सेईर पवत से होकरकादेशबन की यातर्ा केवल यारह िदन की है।३ िक तु जब मसूा ने इसर्ाएल के लोग को इसथान पर स देश िदया तब इसर्ाएल के लोग को

    िमसर् छोड़े चालीस वष हो चुके थे। यह चालीसवष के यारहव महीने का पहला िदन था, जब मसूाने लोग से बात कीं तब उसने उनसे वही बात कहींजो यहोवा ने उसे कहने का आदेश िदया था। ४ यहयहोवा की सहायता से उनके ारा एमोरी लोगके राजा सीहोन और बाशान के राजा ओग कोपरािजत िकए जाने के बाद हुआ। (सीहोन हेशबोनऔर ओग अशतारोत एवं एदरे्ई म रहते थे। )५ उस समय वे यरदन नदी के पवू की ओर मोआबके पर्देश म थे और मसूा ने परमे वर के आदेशकी या या की। मसूा ने कहाः

    ६ “यहोवा, हमारे परमे वर ने होरेब (सीनै) पवतपर हमसे कहा। उसने कहा, ‘तुम लोग काफी समयतक इस पवत पर ठहर चुके हो। ७ यहाँ से चलनेके िलए हर एक चीज तैयार कर लो। एमोरी लोगके यरदन घाटी, पहाड़ी ेतर्, पि चमी ढाल—अराबा का पहाड़ी पर्देश, नीची भमूी, नेगेव औरसमुदर् से लगे ेतर् म जाओ। कनानी लोग केदेश म तथा लबानोन म परात नामक बड़ी नदीतक जाओ। ८ देखो, मने यह सारा देश तु ह िदयाहै। अ दर जाओ, और वयं उस पर अिधकारकरो। यह वही देश है िजसे देने का वचन मनेतु हारे पवूज इबर्ाहीम, इसहाक और याकूब कोिदया था। मने यह पर्देश उ ह तथा उनके वंशजको देने का वजन िदया था।’”

    मसूा पर्मुख की िनयुि त करता है९ मसूा ने कहा, “उस समय जब मने तुमसे बात

    की थी तब कहा था, म अकेले तुम लोग कानेतृ व करने और देखभाल करने म समथ नहीं हूँ।१० यहोवा तु हारे परमे वर ने क्रमशः लोग को

    इतना बढ़ाया है िक तुम लोग अब उतने हो गए होिजतने आकाश म तारे ह ११ तु ह यहोवा, तु हारेपवूज का परमे वर, आज तुम िजतने हो, उससेहजार गुना अिधक करे वह तु ह वह आशीवाददे जो उसने तु ह देने का वचन िदया है १२ िक तुम अकेले तु हारी देखभाल नहीं कर सकता औरन तो तु हारी सारी सम याओं और वाद—िववादका समाधान कर सकता हूँ। १३ ‘इसिलए हर एकपिरवार समहू से कुछ यि तयो को चुनो औरम उ ह तु हारा नेता बनाऊँगा। उन बुदि्धमानलोग को चुनो जो समझदार और अनुभवी ह ।’

    १४ “और तुम लोग ने कहा, ‘हम लोग समझतेह ऐसा करना अ छा है।’

    १५ “इसिलए मने, तुम लोग ारा अपने पिरवारसमहू से चुने गए बुदि्धमान और अनुभवीयि तय को िलया और उ ह तु हारा पर्मुख

    बनाया। मने उनम से कुछ को हजार का, कुछको सौ का, कुछ को पचास का और कुछ को दसका पर्मुख बनाया है। उनको मने तु हारे पिरवारसमहू के िलए अिधकारी िनयु त िकया है।

    १६ “उस समय, मने तु हारे इन पर्मुख कोतु हारा यायाधीश बनाया था। मने उनसे कहा,‘अपने लोग के बीच के वाद—पर्ितवाद को सुनो।हर एक मुकदमे का फैसला सही—सही करो।इसका कोई मह व नहीं िक मुकदमा दो इसर्ाएलीलोग के बीच है या इसर्ाएली और िवदेशी केबीच। तु ह हर एक मुकदमे का फैसला सही करनाचािहए। १७ जब तुम फैसला करो तब यह नसोचो िक कोई यि त दसूरे की तुलना म अिधकमह वपणू है। तु ह हर एक यि त का फैसलाएक समान समझकर करना चािहए। िकसी से डरोनहीं य िक तु हारा फैसला परमे वर से आया है।िक तु यिद कोई मुकदमा इतना जिटल हो िक तुमफैसला ही न कर सको तो उसे मेरे पास लाओ औरइसका फैसला म क ँ गा।’ १८ उसी समय, मने वेसभी दसूरी बात बता िज ह तु ह करना है।

    जाससू कनान देश म गए१९ “तब हम लोग ने वह िकया जो हमारे

    परमे वर यहोवा ने हम आदेश िदया। हम लोग नेहोरेब पवत को छोड़ा और एमोरी लोग के पहाड़ीपर्देश की यातर्ा की। हम लोग उन बड़ी औरसारी भयंकर म भिूम से होकर गुजरे िज ह तुमनेभी देखा। हम लोग कादेशबन पहँुचे। २० तब मनेतुमसे कहा, ‘तुम लोग एमोरी लोग के पहाड़ीपर्देश म आ चुके हो। यहोवा हमारा परमे वर यह

  • यव था िववरण १:२१ 2 यव था िववरण १:४३

    देश हमको देगा। २१ देखो, यह देश वहाँ है आगेबढ़ो और भिूम को अपना बना लो तु हारे पवूजके यहोवा परमे वर ने तुम लोग को ऐसा करनेको कहा है। इसिलए डरो नही,ं िकसी पर्कार कीिच ता न करो ’

    २२ “तब तुम सभी मेरे पास आए और बोले,‘हम लोग के पहले उस देश को देखने के िलएयि तय को भेजो। वे वहाँ के सभी कमजोर और

    शि तशाली थान को देख सकते ह। वे तब वापसआ सकते ह और हम लोग को उन रा त को बतासकते ह िजनसे हम जाना है तथा उन नगर कोबता सकते ह िजन तक हम पहँुचना है।’

    २३ “मने सोचा िक यह अ छा िवचार है।इसिलए मने तुम लोग म से हर पिरवार समहूके िलए एक यि त के िहसाब से बारह यि तयको चुना। २४ तब वे यि त हम छोड़कर पहाड़ीपर्देश म गए। वे एशकोल की घाटी म गए औरउ ह ने उसकी छान—बीन की। २५ उ ह ने उसपर्देश के कुछ फल िलए और उ ह हमारे पासलाए। उ ह ने हम लोग को िववरण िदया औरकहा, ‘यह अ छा देश है िजसे यहोवा हमारापरमे वर हम दे रहा है ’

    २६ “िक तु तुमने उसम जाने से इ कार िकया।तुम लोग ने अपने यहोवा परमे वर के आदेशको मानने से इ कार िकया। २७ तुम लोग ने अपनेखेम म िशकायत की। तुम लोग ने कहा, ‘यहोवाहमसे घृणा करता है वह हम िमसर् से बाहरएमोरी लोग को देने के िलए ले आया। िजससेवे हम न ट कर सक २८ अब हम लोग कहाँ जायहमारे बारह जाससू भाईय ने अपने िववरण से हमलोग को डराया। उ ह ने कहा : वहाँ के लोग हमलोग से बड़े और ल बे ह, नगर बड़े ह और उनकीदीवार आकाश को छतूी ह और हम लोग ने दानवलोग को वहाँ देखा।’

    २९ “तब मने तुमसे कहा, ‘घबराओ नहीं उनलोग से डरो नहीं ३० यहोवा तु हारा परमे वरतु हारे सामने जायेगा और तु हारे िलए लड़ेगा।वह यह वैसे ही करेगा जैसे उसने िमसर् म िकया।तुम लोग ने वहाँ अपने सामने उसको ३१ म भिूमम जाते देखा। तुमने देखा िक यहोवा तु हारापरमे वर तु ह वैसे ले आया जैसे कोई यि तअपने पुतर् को लाता है। यहोवा ने परेू रा ते तुमलोग की र ा करते हुए तु ह यहाँ पहँुचाया है।’

    ३२ “िक तु तब भी तुमने यहोवा अपने परमे वरपर िव वास नहीं िकया। ३३ जब तुम यातर्ा कररहे थे तब वह तु हारे आगे तु हारे डेरे डालने के

    िलए जगह खोजने गया। तु ह यह बताने के िलएिक तु ह िकस राह जाना है वह रात को आग मऔर िदन को बादल म चला।

    लोग के कनान जाने पर पर्ितब ध३४ “यहोवा ने तु हारा कहना सुना, वह

    क्रोिधत हुआ। उसने पर्ित ा की। उसने कहा,३५ ‘आज तुम जीिवत बुरे लोग म से कोई भीयि त उस अ छे देश म नहीं जाएगा िजसे

    देने का वचन मने तु हारे पवूज को िदया है।३६ यपु ने का पुतर् कालेब ही केवल उस देश कोदेखेगा। म कालेब को वह देश दूँगा िजस पर वहचला और म उस देश को कालेब के वंशज कोदूँगा। य यो िक कालेब ने वह सब िकया जोमेरा आदेश था।’

    ३७ “यहोवा तुम लोग के कारण मुझसे भीअपर्स न था। उसने मुझसे कहा, ‘तुम भी उसदेश म नहीं जा सकते। ३८ िक तु तु हारा सहायक,ननू का पुतर् यहोशू उस देश म जाएगा। यहोशूको उ सािहत करो, य िक वही इसर्ाएल केलोग को भिूम पर अपना अिधकार जमाने केिलए ले जाएगा।’ ३९ और यहोवा ने हमसे कहा,‘तुमने कहा, िक तु हारे छोटे ब चे शत् ारा लेिलए जायगे। िक तु वे ब चे उस देश म जायगे।म तु हारी गलितय के िलए तु हारे ब च कोदोषी नहीं मानता। य िक वे अभी इतने छोटेह िक वे यह जान नहीं सकते िक या सही हैऔर या गलत। इसिलए म उ ह वह देश दूँगा।तु हारे ब चे अपने देश के प म उसे पर्ा तकरगे। ४० लेिकन तु ह, पीछे मुड़ना चािहए औरलाल सागर जाने वाले माग से म भिूम को जानाचािहए।’

    ४१ “तब तुमने कहा, ‘मसूा, हम लोग ने यहोवाके िव पाप िकया है। िक तु अब हम आगे बढ़गेऔर जैसे पहले यहोवा हमारे परमे वर ने आदेशिदया था वैसे ही लड़गे।’

    “तब तुम म से हर एक ने यु के िलए श तर्धारण िकये। तुम लोग ने सोचा िक पहाड़ मजाना सरस होगा। ४२ िक तु यहोवा ने मुझसेकहा, ‘लोग से कहो िक वे वहाँ न जाय और नलड़। य य िक म उनका साथ नहीं दूँगा औरउनके शत् उनको हरा दगे।’

    ४३ “इसिलए मने तुम लोग को समझाने कीकोिशश की, िक तु तुम लोग ने मेरी एक न सुनी।तुम लोग ने यहोवा का आदेश मानने से इ कारकर िदया। तुम लोग ने अपनी शि त का उपयोग

  • यव था िववरण १:४४ 3 यव था िववरण २:२३

    करने की बात सोची। इसिलए तुम लोग पहाड़ीपर्देश म गए। ४४ तब एमोरी लोग तु हारे िवआए। वे उस पहाड़ी पर्देश म रहते ह। उ ह नेतु हारा वैसे पीछा िकया जैसे मधुमि खयाँ लोगका पीछा करती ह। उ ह ने तु हारा सेईर से लेकरहोमा तक परेू रा ते पीछा िकया और तु ह वहाँहराया। ४५ तुम सब लौटे और यहोवा के सामनेसहायता के िलए रोए िच लाए। िक तु यहोवाने तु हारी बात कुछ न सुनी। उसने तु हारी बातसुनने से इ कार कर िदया। ४६ इसिलए तुम लोगकादेश म बहुत समय तक ठहरे।

    इसर्ाएल के लोग म भिूम म भटकते ह

    २ १ “तब हम लोग मुड़े और लालसागर के सड़कपर म भिूम की यातर्ा की। यह वह कामहै िजसे यहोवा ने कहा िक हम करना चािहए।हम लोग सेईर के पहाड़ी पर्देश से होकर कईिदन चले। २ तब यहोवा ने मुझसे कहा, ३ ‘तुमइस पहाड़ी पर्देश से होकर काफी समय चलचुके हो। उ र की ओर मुड़ो। ४ और उसने मुझेतुमसे यह कहने को कहाः तुम सेईर पर्देश सेहोकर गुजरोगे। यह पर्देश तुम लोग के स ब धीएसाव के वंशज का है। वे तुमसे डरगे। बहुतसावधान रहो। ५ उनसे लड़ो मत। म उनकी कोईभी भिूम एक फुट भी तुमको नहीं दूँगा। य

    य िक मने एसाव को सेईर का पहाड़ी पर्देशउसके अिधकार म दे िदया। ६ तु ह एसाव केलोग को वहाँ पर भोजन करने या पानी पीनेका मू य चुकाना चािहए। ७ यह याद रखो िकयहोवा तु हारे परमे वर, ने तुमको तुमने जो कुछभी िकया उन सभी के िलए आशीवाद िदया। वहइस िव तृत म भिूम से तु हारा गुजरना जानताहै। यहोवा, तु हारा परमे वर इन चालीस वषों मतु हारे साथ रहा है। तु ह वे सभी चीज िमली हिजनकी तु ह आव यकता थी।’

    ८ “इसिलए हम लोग सेईर म रहने वाले अपनेस ब धी एसाव के लोग के पास से आगे बढ़ गए।यरदन घाटी से एलत और ए योनगेबेर नगर कोजाने वाली सड़क को पीछे छोड़ िदया। तब हमउस म भिूम की तरफ जाने वाली सड़क पर मुड़ेजो मोआब म है।

    आर—पर्देश म इसर्ाएल९ “यहोवा ने मुझसे कहा, ‘मोआब के लोग को

    परेशान न करो। उनके िखलाफ लड़ाई न छेड़ो।

    म उनकी कोई भिूम तुमको नहीं दूँगा। वे लतू केवंशज ह, और मने उ ह आर पर्देश िदया है।’”

    १० (पहले, आर म एमी लोग रहते थे। वेशि तशाली लोग थे और वहाँ उनम से बहुत सेथे। वे अनाकी लोग की तरह बहुत ल बे थे।११ अनाकी लोगो की तरह, एमी रपाई लोग के एकभाग समझे जाते थे। िक तु मोआबी लोग उ हएमी कहते थे। १२ पहले होरी लोग भी सेईर म रहतेथे, िक तु एसाव के लोग ने उनकी भिूम ले ली।एसाव के लोग ने होरीत को न ट कर िदया। तबएसाव के लोग वहाँ रहने लगे जहाँ पहले होरीतरहते थे। यह वैसा ही काम था जैसा इसर्ाएलके लोग ारा उन लोग के पर्ित िकया गया जोयहोवा ारा इसर्ाएली अिधकार म भिूम को देनेके पहले वहाँ रहते थे। )

    १३ “यहोवा ने मुझसे कहा, ‘अब तैयार हो जाओऔर जेरेद घाटी के पार जाओ।’ इसिलए हमनेजेरेद घाटी को पार िकया। १४ कादेशबन कोछोड़ने और जेरेदे घाटी को पार करने म अड़तीसवष का समय बीता था। उस पीढ़ी के सभी यो ामर चुके थे। यहोवा ने कहा था िक ऐसा ही होगा।१५ यहोवा उन लोग के िव तब तक रहा जबतक वे सभी न ट न हो गए।

    १६ “जब सभी यो ा मर गए और लोग के बीचसे सदा के िलए समा त हो गए। १७ तब यहोवा नेमुझसे कहा, १८ ‘आज तु ह आर नगर की सीमा सेहोकर जाना चािहए। १९ जब तुम अ मोनी लोगके पास पहँुचो तो उ ह तंग मत करना। उनसेलड़ना नहीं य िक म तु ह उनकी भिूम नहीं दूँगा।

    य य िक मने वह भिूम लतू के वंशज कोअपने पास रखने के िलए दी है।’”

    २० (वह पर्देश रपाई लोग का देश भी कहाजाता है। वे ही लोग पहले वहाँ रहते थे।अ मोनी के लोग उ ह जमजु मी लोग कहते थे।२१ जमजु मी लोग बहुत शि तशाली थे और उनमसे बहुत से वहाँ थे। वे अनाकी लोग की तरहल बे थे। िक तु यहोवा ने जमजु मी लोग कोअ मोनी लोग के िलए न ट िकया। अ मोनीलोग ने जमजु मी लोग का पर्देश ले िलयाऔर अब वे वहाँ रहते थे। २२ परमे वर ने यही कामएसावी लोग के िलए िकया जो सेईर म रहते थे।उ ह ने वहाँ रहने वाले होरी लोग को न ट िकया।अब एसाव के लोग वहाँ रहते ह जहाँ पहले होरीलोग रहते थे। २३ और कुछ लोग क तोर से आएऔर अि वय को उ ह ने न ट िकया। अ वी लोगअ जा तक, नगर म रहते थे िक तु यहोवा ने

  • यव था िववरण २:२४ 4 यव था िववरण ३:१०

    अि वय को क तोरी लोग के िलए न ट िकया।)

    एमोरी लोग के िव यु करने का आदेश२४ “यहोवा ने मुझसे कहा, ‘यातर्ा के िलए

    तैयार हो जाओ। अनोन नदी की घाटी से होकरजाओ। म तु ह हेशबोन के राजा एमोरी सीहोनपर िवजय की शि त दे रहा हूँ। म तु ह उसका देशजीतने की शि त दे रहा हूँ। इसिलए उसके िवलड़ो और उसके देश पर अिधकार करना आर भकरो। २५ आज म तु ह सारे संसार के लोग कोभयभीत करने वाला बनाना आर भ कर रहा हूँ। वेतु हारे बारे म सचूनाएँ पाएंगे और वे भय से काँपउठगे। जब वे तु हारे बारे म सोचगे तब वे घबराजाएंग।’

    २६ “कदेमोत की म भिूम से मने हेशबोन केराजा िसहोन के पास एक दतू को भेजा। दतू नेसीहोन के सामने शाि त सि ध रखी। उ ह नेकहा, २७ ‘अपने देश से होकर हम जाने दो। हमलोग सड़क पर ठहरगे। हम लोग सड़क से दाय।या बाएं नहीं मुड़गे। २८ हम जो भोजन करगे याजो पानी पीएंगे उसका मू य चाँदी मे चुकाएंगे।हम केवल तु हारे देश से यातर्ा करना चाहते ह।२९ अपने देश से होकर तुम हम तब तक जाने दोजब तक हम यरदन नदी को पार कर उस देश म नपहँुच िजसे यहोवा, हमारा परमेशवर, हम दे रहाहै। अ य लोग म सेईर म रहने वाले एसाव तथाआर म रहने वाले मोआबी लोग ने अपने देश सेहम गुजरने िदया है।’

    ३० “िक तु हेशबोन के राजा सीहोन ने, अपनेदेश से हम गुजरने नहीं िदया। यहोवा, तु हारेपरमे वर ने, उसे बहुत हठी बना िदया था। यहोवाने यह इसिलए िकया िक वह सीहोन को तु हारेअिधकार म दे सके और उसने अब यह कर िदयाहै।

    ३१ “यहोवा ने मुझसे कहा, ‘म राजा सीहोन औरउसके देश को तु ह दे रहा हूँ। भिूम लेना आर भकरो। यह तब तु हारी होगी।’

    ३२ “तब राजा सीहोन और उसके सब लोग हमसेयहस म यु करने बाहर िनकले। ३३ िक तु हमारेपरमे वर ने उसे हम दे िदया। हमने उसे, उसकेनगर और उसके सभी लोग को हराया। ३४ हमलोग ने उन सभी नगर पर अिधकार कर िलयाजो सीहोन के अिधकार म उस समय थे। हम लोगने हर एक नगर म लोग —पु ष, तर्ी तथाब च को परूी तरह न ट कर िदया। हम लोग

    ने िकसी को जीिवत नहीं छोड़ा। ३५ हम लोग नेिजन नगर को जीता उनसे केवल पशु और कीमतीचीज ली।ं ३६ हमने अरोएर नगर को जो अनोनकी घाटी म है तथा उस घाटी के म य के अ यनगर को भी हराया। यहोवा हमारे परमे वर ने हमअनोन की घाटी और िगलाद के बीच के सभी नगरको परािजत करने िदया। कोई नगर हम लोग केिलए हमारी शि त से बाहर दृढ़ नहीं था। ३७ िक तुउस पर्देश के िनकट नहीं गए जो अ मोनी लोगका था। तुम य बोक नदी के तट या पहाड़ी पर्देशके नगर के िनकट नहीं गए। तुम ऐसी िकसी जगहके िनकट नहीं गए िजसे यहोवा, हमारा परमे वरहम लेने देना नहीं चाहता था।

    बाशान के लोग के साथ यु

    ३ १ “हम मुड़े और बाशान को जानेवाली सड़कपर चलते रहे। बाशान का राजा ओग औरउसके सभी लोग पर्देश म हम लोग से लड़नेआए। २ यहोवा ने मुझसे कहा, ‘ओग से डरो मत,

    य िक मने इसे तु हारे हाथ म देने का िन चयिकया है। म इसके सभी लोग और भिूम को तु हदूँगा। तुम इसे वैसे ही हराओगे जैसे तुमने हेशबोनके शासक एमोरी राजा सीहोन को हराया।’

    ३ “इस पर्कार यहोवा, हमारे परमे वर नेबाशान के राजा ओग और उसके सभी लोग कोहमारे हाथ म िदया। हमने उसे इस तरह हराया िकउसका कोई आदमी नहीं बचा। ४ तब हम लोग नेउन नगर पर अिधकार िकया जो उस समय ओगके थे। हमने ओग के लोग से, बाशान म ओगके रा य अगोब ेतर् के सारे साठ नगर िलए।५ ये सभी नगर ऊँची दीवार , ार और ार ममजबतू छड़ के साथ बहुत शि तशाली थे। कुछदसूरे नगर िबना दीवार के थे। ६ हम लोग ने उ हवैसे न ट िकया जैसे हेशबोन के राजा सीहोन केनगर को न ट िकया था। हमने हर एक नगर कोउनके लोग के साथ, ि तर्य और ब च को भी,न ट िकया। ७ िक तु हमने नगर से सभी पशुओंऔर कीमती चीज को अपने िलए रखा।

    ८ “उस समय, हमने एमोरी लोग के दो राजाओंसे भिूम ली। यह भिूम यरदन नदी की दसूरीओर है। यह भिूम अनोन घाटी से लेकर हेमोनपवत तक है। ९ (िसदोनी हेमोन पवत को ‘िसयोन’कहते ह, िक तु एमोरी इसे ‘सनीर’ कहते ह। )१० हमने समतल मैदान के नगर और िगलाद औरसारे बाशान म स का और एदरे्ई तक के नगर

  • यव था िववरण ३:११ 5 यव था िववरण ३:२९

    पर आिधप य थािपत िकया। स का और एदरे्ईबाशान म ओग के रा य के नगर थे।”

    ११ (बाशान का राजा ओग अकेला यि त थाजो रपाई लोग म जीिवत छोड़ा गया था। ओगकी चारपाई लोहे की थी। यह लगभग नौ हाथल बी और चार हाथ चौड़ी *थी। र बा नगर मयह चारपाई अभी तक है, जहाँ एमोरी लोग रहतेहै। )

    यरदन नदी के पवू की भिूम१२ “उस समय उस भिूम को हम लोग ने जीता

    था। मने बेन पिरवार समहू को और गादी पिरवारसमहू को अनोन घाटी के सहारे अरोएर से लेकरिगलाद के आधे पहाड़ी भाग तक उसके नगरके साथ का पर्देश िदया है। १३ मन शे के आधेपिरवार समहू को मने िगलाद का दसूरा आधाभाग और परूा बाशान िदया अथात् अगोब का परूा

    ेतर् बाशान ओग का रा य था।”(बाशान का ेतर् रपाईय का पर्देश कहा

    जाता था। १४ मन शे के एक वंशज याईर नेअगोब के परेू ेतर् अथात् बाशान, गशरूी औरमाका लोग की सीमा तक के परेू पर्देश परआिधप य थािपत िकया। याईर ने बाशान के इनशहर को अपने नाम पर रखा। इसी से आज भीयाईर नगर के नाम से पुकारा जाता है। )

    १५ “मने िगलाद माकीर को िदया। १६ और बेनपिरवार समहू को तथा गाद पिरवार समहू को मनेवह पर्देश िदया जो अनोन घाटी से य बोक नदीतक जाता है। घाटी के म य एक सीमा है। य बोकनदी अ मोनी लोग की सीमा है। १७ यरदन घाटीम यरदन नदी पि चम सीमा िनिमत करती है। इस

    ेतर् के उ र म िक नेरेत झील और दि ण मअराबा सागर है (िजसे लवण सागर कहते ह। )यह पवू म िपसगा की चोटी के तलहटी म ि थतहै।

    १८ “उस समय, मने उन पिरवार समहू को यहआदेश िदया था : ‘यहोवा, तु हारे परमे वर नेतुमको रहने के िलए यरदन नदी के इस तरफका पर्देश िदया है। िक तु अब तु हारे यो ाओंको अपने हिथयार उठाने चािहए और अ यइसर्ाएली पिरवार समहू को नदी के पार ले जानेकी अगुवाई करना चािहए। १९ तु हारी पि नयाँ,तु हारे छोटे ब चे और तु हारे पशु (म जानताहूँ िक तु हारे पास बहुत से पशु ह। ) यहाँ उन

    शहर म रहगे िज ह मने तु ह िदया है। २० िक तुतु ह अपने इसर्ाएली स बि धय की सहायतातब तक करनी चािहए जब तक वे यरदन नदी केदसूरे िकनारे पर उस पर्देश को पा नहीं लेते जोयहोवा ने िदया है। उनकी तब तक सहायता करोजब तक वे ऐसी शाि त पा ल जैसी तुमने यहाँ पाली है। तब तुम यहाँ अपने देश म लौट सकते होिजसे मने तु ह िदया है।’

    २१ “तब मने यहोशू से कहा, ‘तुमने वह सबदेखा है। जो यहोवा, तु हारे परमे वर ने इन दोराजाओं के साथ िकया है। यहोवा ऐसा ही उनसभी राजाओं के साथ करेगा िजनके रा य मतुम पर्वेश करोगे। २२ इन देश के राजाओं सेडरो मत, य िक यहोवा तु हारा परमे वर, तु हारेिलए लड़ेगा।’

    मसूा को कनान म पर्वेश करने से मना२३ “मने उस समय यहोवा से िवशेष कृपा की

    पर्ाथना की। २४ मने यहोवा से कहा, ‘मेरे वामी,यहोवा, म तेरा सेवक हूँ। म जानता हूँ िक तनेूउन शि तशाली और अदभु्त चीज का एक छोटाभाग ही मुझे िदखाया है जो तू कर सकता है। वगया पृ वी पर कोई ऐसा दसूरा ई वर नहीं है, जोतनेू िकया है तेरे समान महान और शि तशालीकाय कर सके २५ म तुमसे िनवेदन करता हूँ िक तूमुझे पार जाने दे और यरदन नदी के दसूरी ओर केअ छे पर्देश, सु दर पहाड़ी पर्देश लबानोन कोदेखने दे।’

    २६ “िक तु यहोवा तु हारे कारण मुझ परअपर्स न था। उसने मेरी बात सुनने से इ कार करिदया। उसने मुझसे कहा, ‘तुम अपनी बात यहींख म करो इसके बारे म एक श द भी न कहो।२७ िपसगा पवत की चोटी पर जाओ। पि चमकी ओर, उ र की ओर, दि ण की ओर, पवू कीओर देखो। सारे पर्देश को तुम अपनी आँख सेही देखो य िक तुम यरदन नदी को पार नहींकरोगे। २८ तु ह यहोशू को िनदश देना चािहए।उसे दृढ़ और साहसी बनाओ य य िक यहोशूलोग को यरदन नदी के पार ले जाएगा। यहोशूउ ह पर्देश को लेने और उसम रहने के िलए लेजाएगा। यही वह पर्देश है िजसे तुम देखोगे।’

    २९ “इसिलए हम बेतपोर की दसूरी ओर घाटी मठहर गये।”

    *३ :११ नौ हाथ ल बी और चार हाथ चौड़ी शाि दक, “तेरह फुट ल बी और छ : फुट चौड़ी।”

  • यव था िववरण ४:१ 6 यव था िववरण ४:२२

    मसूा लोग को परमे वर के िनयम परयान देने के िलए चेतावनी देता है

    ४ १ “इसर्ाएल, अब उन िनयम और आदेशको सुनो िजनका उपदेश म दे रहा हूँ। उनकापालन करो। तब तुम जीिवत रहोगे और जासकोगे तथा उस पर्देश को ले सकोगे िजसे यहोवातु हारे पवूज का परमे वर तु ह दे रहा है। २ जोम आदेश देता हूँ उसम और कुछ जोड़ना नही।ंतु ह उसम से कुछ घटाना भी नहीं चािहए। तु हअपने यहोवा परमे वर के उन आदेश का पालनकरना चािहए िज ह मने तु ह िदये ह।

    ३ “तुमने देखा है िक बालपोर म यहोवा ने यािकया। तु हारे यहोवा परमे वर ने तु हारे उन सभीलोग को न ट कर िदया जो पोर म बाल केअनुयायी थे। ४ िक तु तुम लोग सभी जो यहोवाअपने परमे वर के साथ रहे आज जीिवत हो।

    ५ “ यान दो, मेरे परमे वर यहोवा ने जो मुझेआदेश िदये उ ही िनयम , िविधय की मने तुमकोिश ा दी है। मने यहोवा के इन िनयम की िश ाइसिलए दी िक िजस देश म पर्वेश करने और िजसेअपना बनाने के िलए तैयार हो उसम उनका पालनकर सको। ६ इन िनयम का सावधानी से पालनकरो। यह अ य रा ट्र को सिूचत करेगा िक तुमबुदि्ध और समझ रखते हो। जब उन देश केलोग इन िनयम के बारे म सुनगे तो वे कहगे िक,‘सचमुच इस महान रा ट्र (इसर्ाएल) के लोगबुदि्धमान और समझदार ह।’

    ७ “िकसी रा ट्र का कोई देवता उनके साथउतना िनकट नहीं रहता िजस तरह हमारापरमे वर यहोवा जो हम लोग के पास रहता है,जब हम उसे पुकारते ह ८ और कोई दसूरा रा ट्रइतना महान नहीं िक उसके पास वे अ छे िविधऔर िनयम ह िजनका उपदेश म आज कर रहाहूँ। ९ िक तु तु ह सावधान रहना है। िन चय करलो िक जब तक तुम जीिवत रहोगे, तब तक तुमदेखी गई चीज को नहीं भलूोगे। तु ह इन उपदेशको अपने पुतर् और पौतर् को देना चािहए।१० उस िदन को याद रखो जब तुम होरेव (सीनै)पवत पर अपने यहोवा परमे वर के सामने खड़ेथे। यहोवा ने मुझसे कहा, म जो कुछ कहता हूँ ,उसे सुनने के िलए लोग को इकट्ठा करो। तब वेमेरा स मान सदा करना सीखगे जब तक वे घरती

    पर रहगे। और वे ये उपदेश अपने ब च को भीदगे। ११ तुम समीप आए और पवत के तले खड़ेहुए। पवत म आग लग गई और वह आकाश छनेूलगी। घने काले बादल और अंधकार उठे। १२ तबयहोवा ने आग म से तुम लोग से बात की।ं तुमनेिकसी बोलने वाले की आवाज सुनी। िक तु तुमनेकोई प नहीं देखा। केवल आवाज सुनाई पड़रही थी। १३ यहोवा ने तु ह यह सा ी पतर् िदया।उसने दस आदेश िदए और उ ह पालन करने काआदेश िदया। यहोवा ने सा ीपतर् के िनयम कोदो प थर की िशलाओं पर िलखा। १४ उस समययहोवा ने मुझे भी आदेश िदया िक म तु ह इनिविधय और िनयम का उपदेश दूँ। ये वे िनयमव िविध ह िजनका पालन तु ह उस देश म करनाचािहए िजसे तुम लेने और िजसम रहने तुम जारहे हो।

    १५ “उस िदन यहोवा ने होरेब पवत की आगसे तुमसे बात की।ं तुमने उसको िकसी शारीिरक

    प म नहीं देखा। १६ इसिलए सावधान रहो पापमत करो और िकसी जीिवत के प म िकसी कापर्तीक या उसकी मिूत बनाकर अपने जीवन कोचौपट न करो। ऐसी मिूत न बनाओ जो िकसीपु ष या तर्ी के सदृश हो। १७ ऐसी मिूत नबनाओ जो धरती के िकसी जानवर या आकाशके िकसी प ी की तरह िदखाई देती हो। १८ औरऐसी मिूत न बनाओ जो धरती पर रगने वाले यासमुदर् की मछली की तरह िदखाई देती है। १९ जबतुम आकाश की ओर दृि ट डालो और सरूज, चाँद,तारे और बहुत कुछ तुम जो कभी आकाश म देखो,उससे सावधान रहो िक तुम म उनकी पजूा या सेवाके िलए पर्लोभन न उ प न हो। यहोवा तु हारेपरमेशवर ने इन सभी चीज को संसार के दसूरेलोग को िदया है। २० िक तु यहोवा तु ह िमसर्से बाहर लाया है जो तु हारे िलए लोहे की भट्टी*थी। वह तु ह इसिलए लाया िक तुम उसके िनजलोग वैसे ही बन सको जैसे तुम आज हो।

    २१ “यहोवा तु हारे कारण मुझ से क्रोिधत था।उसने एक िवशेष वचन िदया : उसने कहा िक मयरदन नदी के उस पार नहीं जा सकता। उसनेकहा िक म उस सु दर पर्देश म पर्वेश नहीं पासकता िजसे तु हारा परमे वर यहोवा तु ह दे रहाहै। २२ इसिलए मुझे इस देश म मरना चािहए।म यरदन नदी के पार नहीं जा सकता। िक तु तुम

    *४ :२० भट्टी वह जगह जहाँ बहुत पर्खर आग जलती है। यहाँ िमसर् की तुलना गम भट्टी से की गईहै।

  • यव था िववरण ४:२३ 7 यव था िववरण ४:४२

    तुर त उसके पार जाओगे और उस देश को रहनेके िलए पर्ा त करोगे। २३ उस नये देश म तु हसावधान रहना चािहए िक तुम उस वाचा को नभलू जाओ जो यहोवा, तु हारे परमे वर ने तुमसेकी है। तु ह िकसी भी पर्कार की मिूत नहीं बनानीचािहए। यहोवा तु हारे परमे वर ने तु ह उ ह नबनाने की आ ा दी है। २४ य य िक यहोवा,तु हारा परमे वर अपने लोग ारा िकसी दसूरेदेवता की पजूा से घृणा करता है और यहोवा न टकरने वाली आग की तरह पर्लयंकर हो सकता है

    २५ “जब तुम उस देश म बहुत समय रह लोऔर तु हारे पुतर्, पौतर् ह तब अपने को न टन करो, बुराई न करो। िकसी भी प म कोई मिूतन बनाओ। यहोवा तु हारा परमे वर यह कहता हैिक यह बुरा है इससे वह क्रोिधत होगा २६ यिदतुम उस बुराई को करोगे तो म धरती और आकाशको तु हारे िव सा ी के िलए बुलाता हूँ िक यहहोगा। तुम शीघर् ही न ट हो जाओगे। तुम यरदननदी को उस देश को लेने के िलए पार कर रहेहो, िक तु तुम वहाँ बहुत समय तक नहीं रहोगे।नही,ं तुम परूी तरह न ट हो जाओगे २७ यहोवातुमको रा ट्र म िततर—िबतर कर देगा और तुमलोग म से उस देश म कुछ ही जीिवत रहगेिजसम यहोवा तु ह भेजेगा। २८ तुम लोग वहाँमनु य के बनाए देवताओं की पजूा करोगे, उनचीज की जो लकड़ी और प थर की ह गी जो देखनहीं सकती,ं सुन नहीं सकती,ं खा नहीं सकती,ंसूँघ नहीं सकती।ं २९ िक तु इन दसूरे देश म तुमयहोवा अपने परमे वर की खोज करोगे। यिद तुमअपने दय और परूी आ मा से उसकी खोज करोगेतो उसे पाओगे। ३० जब तुम िवपि म पड़ोगे औरवे सभी बात तुम पर घटगी तो तुम यहोवा अपनेपरमे वर के पास लौटोगे और उसकी आ ा कापालन करोगे। ३१ यहोवा तु हारा परमे वर कृपालुहै, वह तु हारा पिर याग नहीं करेगा। वह तु हन ट नहीं करेगा। वह उस वाचा को नहीं भलेूगाजो उसने तु हारे पवूज को वचन के प म दी।

    उन महान कमों को सोचो जोयहोवा ने तु हारे िलये िकये

    ३२ “ या इतनी महान घटनाओं म से कोई इसकेपहले हुई कभी नहीं बीते समय को देखो। तु हारेज म के पहले जो महान घटनाएँ घटीं उ ह यादकरो। उस समय तक पीछे जाओ जब परमे वर नेधरती पर आदमी को बनाया। उन सभी घटनाओंको देखो जो संसार म कभी कहीं भी घटी ह। या

    इस महान घटना जैसी घटना िकसी ने कभी पहलेसुनी है नहीं ३३ तुम लोग ने परमे वर को तुमसेआग म से बोलते सुना और तुम लोग अभी भीजीिवत हो। ३४ या ऐसी घटना िकसी के साथघिटत हुई है नहीं और या िकसी दसूरे ई वरने कभी िकसी दसूरे रा ट्र के भीतर जाकर वयंवहाँ से लोग को बाहर लाने का पर्य न िकयाहै नहीं िक तु तुमने वयं यहोवा अपने परमे वरको, इन अदभु्त कायों को करते देखा है। उसनेअपनी शि त और दृढ़ता को िदखाया। तुमने उनिवपि य को देखा जो लोग के िलए परी ा थी।ंतुम लोग ने चम कार और आ चय देखे। तुमलोग ने यु और जो भंयकर घटनाएँ हु , उ हदेखा। ३५ उसने तु ह ये सब िदखाए िजससे तुमजान सको िक यहोवा ही परमे वर है। उसके समानकोई अ य देवता नहीं है। ३६ यहोवा आकाश सेअपनी बात इसिलए सुनने देता था िजससे वहतु ह िश ा दे सके। धरती पर उसने अपनी महानआग िदखायी और वह उसम से बोला।

    ३७ “यहोवा तु हारे पवूज से यार करता था।यही कारण था िक उसने उनके वंशज अथात्तुमको चुना और यही कारण है िक यहोवा तु हिमसर् से बाहर लाया। वह तु हारे साथ था औरअपनी बड़ी शि त से तु ह बाहर लाया। ३८ जबतुम आगे बढ़े तो यहोवा ने तु हारे सामने सेरा ट्र को बाहर जाने के िलए िववश िकया। येरा ट्र तुमसे बड़े और अिधक शि तशाली थे।िक तु यहोवा तु ह उनके देश म ले आया। उसनेउनका देश तुमको रहने को िदया और यह देशआज भी तु हारा है।

    ३९ “इसिलए आज तु ह याद रखना चािहए औरवीकार करना चािहए िक यहोवा परमे वर है।

    वहाँ ऊपर वग म तथा यहाँ धरती का परमे वरहै। यहाँ और कोई दसूरा परमे वर नहीं है ४० औरतु ह उसके उन िनयम और आदेश का पालनकरना चािहए िज ह म आज तु ह दे रहा हूँ। तबहर एक बात तु हारे और तु हारे उन ब च के िलएठीक रहेगी जो तु हारे बाद ह गे और तुम ल बेसमय तक उस देश म रहोगे िजसे यहोवा तु हारापरमे वर तु ह सदा के िलए दे रहा है।”

    मसूा सुर ा के नगर को चुनता है४१ तब मसूा ने तीन नगर को यरदन नदी की

    पवू की ओर चुना। ४२ यिद कोई यि त िकसीयि त को संयोगवश मार डाले तो वह इन नगर

    म से िकसी म भागकर जा सकता था और सुरि त

  • यव था िववरण ४:४३ 8 यव था िववरण ५:१५

    रह सकता था। यिद वह मारे गए यि त से घृणानहीं करता था और उसे मार डालने का इरादा नहींरखता था तो वह उन नगर म से िकसी एक मजा सकता था और उसे पर्ाण—द ड नहीं िदयाजा सकता था। ४३ मसूा ने िजन तीन नगर कोचुना, वे ये थे : बेनी लोग के िलए म भिूम कीमैदानी भिूम म बेसेर; गादी लोग के िलए िगलादम रामोत और मन शे लोग के िलए बाशान मगोलान।

    मसूा के िनयम का पिरचय४४ इसर्ाएली लोग के िलए जो िनयम मसूा ने

    िदया वह यह है। ४५ ये उपदेश, िविध और िनयममसूा ने लोग को तब िदये जब वे िमसर् से बाहरआए। ४६ मसूा ने इन िनयम को तब िदया जबलोग यरदन नदी के पवूी िकनारे पर बेतपोर के पारघाटी म थे। वे एमोरी राजा सीहोन के देश म थे,जो हेशबोन म रहता था। (मसूा और इसर्ाएल केलोग ने सीहोन को तब हराया था जब वे िमसर्से आए थे। ४७ उ ह ने सीहोन के देश को अपनेपास रखने के िलए ले िलया था। ये दोन एमोरीराजा यरदन नदी के पवू म रहते थे। ४८ यह पर्देशअनोन घाटी के िसरे पर ि थत अरोएर से लेकरसीओन पवत तक फैला था, (अथात् हेमोन पवततक। ) ४९ इस पर्देश म यरदन नदी के पवू कापरूा अराबा सि मिलत था। दि ण म यह अराबासागर तक पहँुचता था और पवू म िपसगा पवतके चरण तक पहँुचता था। )

    दस आदेश

    ५ १ मसूा ने इसर्ाएल के सभी लोग को एकसाथ बुलाया और उनसे कहा, “इसर्ाएल केलोग , आज िजन िनयम व िविधय को म बतारहा हूँ उ ह सुनो। इन िनयम को सीखो औरदृढ़ता से उनका पालन करो। २ यहोवा, हम लोगके परमे वर ने होरेब (सीनै) पवत पर हमारे साथवाचा की थी। ३ यहोवा ने यह वाचा हम लोग केपूव्ज के साथ नहीं की थी, अिपतु हम लोग केसाथ की थी। हाँ, हम लोग के साथ जो यहाँ आजजीिवत ह। ४ यहोवा ने पवत पर तुमसे आमने—सामने बात की।ं उसने तुम से आग म से बात की।ं५ उस समय तुमको यह बताने के िलए िक यहोवाने या कहा, म तुम लोग और यहोवा के बीचखड़ा था। य य िक तुम आग से डर गए थेऔर तुमने पवत पर जाने से इ कार कर िदया था।यहोवा ने कहाः

    ६ ‘म यहोवा तु हारा वह परमे वर हूँ जोतु ह िमसर् से बाहर लाया जहाँ तुम दास कीतरह रहते थे।

    ७ ‘मेरे अितिर त िकसी अ य देवता कीपजूा न करो।

    ८ ‘िकसी की मिूतयाँ या िकसी के िचतर् जोआकाश म ऊपर, पृ वी पर या नीचे समुदर्म ह , न बनाओ। ९ िकसी पर्कार के पर्तीककी पजूा या सेवा न करो। य य िक मयहोवा तु हारा परमे वर हूँ। म अपने लोग

    ारा िकसी अ य देवता की पजूा से घृणाकरता हूँ। ऐसे लोग जो मेरे िव पापकरते ह, मेरे शत् हो जाते ह। म उन लोगको द ड दूँगा और म उनके पुतर् , पौतर्और पर्पौतर् को द ड दूँगा। १० िक तु मउन लोग पर बहुत दयालु रहूँगा जो मुझसेपरे्म करते ह. और मेरे आदेश को मानतेह। म उनकी सहसर् पीढ़ी तक उन पर दयालुरहूँगा

    ११ ‘यहोवा, अपने परमे वर के नाम काउपयोग गलत ढ़ंग से न करो। यिद कोईयि त उसके नाम का उपयोग गलत ढ़ंग से

    करता हो तो वह दोषी है और यहोवा उसेिनदोष नहीं बनाएगा।

    १२ ‘स त के िदन को िवशेष मह व देनायाद रखो। यहोवा, तु हारे परमे वर नेआदेश िदया है िक तुम स त के िदन कोस ताह के अ य िदन से िभ न करो।१३ पहले छ : िदन तु हारे काम करने केिलए ह। १४ िक तु सातवाँ िदन यहोवातु हारे परमे वर के स मान म आरामका िदन है। इसिलए स त के िदन कोईयि त काम न करे, अथात् तुम, तु हारे

    पुतर्, तु हारी पुितर्याँ, तु हारे सेवक, दासि तर्याँ, तु हारी गाय, तु हारे गधे, अ यजानवर, और तु हारे ही नगर म रहने वालेिवदेशी, कोई भी नहीं तु हारे दास तु हारीही तरह आराम करने की ि थित म होनेचािहए। १५ यह मत भलूो िक तुम िमसर् मदास थे। यहोवा, तु हारा परमे वर महानशि त से तु ह िमसर् से बाहर लाया। उसनेतु ह वत तर् िकया। यही कारण है िकयहोवा तु हारा परमे वर आदेश देता है िकतुम स त के िदन को हमेशा िवशेष िदनमानो।

  • यव था िववरण ५:१६ 9 यव था िववरण ६:५

    १६ ‘अपने माता—िपता का स मान करो।यहोवा तु हारे परमे वर ने तु ह यह करनेका आदेश िदया है। यिद तुम इस आदेशका पालन करते हो तो तु हारी उमर् ल बीहोगी और उस देश म िजसे यहोवा तु हारापरमे वर तुमको दे रहा है तु हारे साथ सबकुछ अ छा होगा।

    १७ ‘िकसी की ह या न करो।१८ ‘ यिभचार का पाप न करो।१९ ‘कोई चीज मत चुराओ।२० ‘दसूर ने जो कुछ िकया है उसके बारे म

    झठू मत बोलो।२१ ‘तुम दसूर की चीज को अपना बनाने

    की इ छा न करो। दसूरे यि त की प नी,घर, खेत, पु ष या तर्ी सेवक, गाय औरगधे को लेने की इ छा तु ह नहीं करनीचािहए।’”

    लोग का भय२२ मसूा ने कहा, “यहोवा ने ये आदेश तुम सभी

    को िदये जब तुम एक साथ पवत पर थे। यहोवा नेप ट श द म बात कीं और उसकी तेज आवाज

    आग, बादल और घने अ धकार से सुनाई दे रहीथी। जब उसने यह आदेश दे िदये तब और कुछनहीं कहा। उसने अपने श द को दो प थर कीिशलाओं पर िलखा और उ ह मुझे दे िदया।

    २३ “तुमने आवाज को अंधेरे म तब सुना जबपवत आग से जल रहा था। तब तुम मेरे पासआए, तु हारे पिरवार समहू के सभी नेता औरतु हारे सभी बुजुग। २४ उ ह ने कहा, ‘यहोवाहमारे परमे वर ने अपना गौरव और महानतािदखाई है। हमने उसे आग म से बोलते सुना हैआज हम लोग ने देख िलया है िक िकसी यि तका परमे वर से बात करने के बाद भी जीिवतरह सकना, स भव है। २५ िक तु यिद हमने यहोवाअपने परमे वर को दुबारा बात करते सुना तो हमज र मर जाएंगे वह भयानक आग हम न टकर देगी। िक तु हम मरना नहीं चाहते। २६ कोईऐसा यि त नहीं िजसने हम लोग की तरह कभीजीिवत परमे वर को आग म से बात करते सुनाहो और जीिवत हो २७ मसूा, तुम समीप जाओऔर यहोवा हम लोग का परमे वर, जो कहताहै सुनो। तब वह सब बात हम बताओ जो यहोवातुमसे कहता है, और हम लोग वह सब करगे जोतुम कहोगे।’

    यहोवा मसूा से बात करता है२८ “यहोवा ने वे बात सुने जो तुमने मुझसे

    कही।ं तब यहोवा ने मुझसे कहा, ‘मने वे बात सुनींजो इन लोग ने कही।ं जो कुछ उ ह ने कहा है,ठीक है। २९ म केवल यह चाहता हूँ िक वे दय सेमेरा स मान कर और मेरे आदेश को मान। तब हरएक चीज उनके तथा उनके वंशज के िलए सदैवअ छी रहेगी।

    ३० “‘जाओ और लोग से कहो िक अपने डेरम लौट जाय। ३१ िक तु मसूा, तुम मेरे िनकट खड़ेरहो। म तु ह सारे आदेश, िविध और िनयम दूँगािजसकी िश ा तुम उ ह दोगे। उ ह ये सभी बातउस देश म करनी चािहए िजसे म उ ह रहने केिलए दे रहा हूँ।’

    ३२ “इसिलए तुम सभी लोग को वह सब कुछकरने के िलए सावधान रहना चािहए िजसकेिलए यहोवा का तु ह आदेश है। तु ह न दािहनेहाथ मुड़ना चािहये और न ही बाय हाथ। सदैवउसकी आ ाओं का पालन करना चािहये ३३ तु हउसी तरह रहना चािहए, िजस पर्कार रहने काआदेश यहोवा तु हारे परमे वर ने तुमको िदयाहै। तब तुम सदा जीिवत रह सकते हो और हरचीज तु हारे िलए अ छी होगी। उस देश म, जोतु हारा होगा, तु हारी आयु ल बी हो जायेगी।

    सदैव परमे वर से परे्म करो तथा आ ा मानो

    ६ १ “िजन आदेश , िविधय और िनयम कोयहोवा, तु हारे परमे वर ने तु ह िसखाने कोमुझे कहा है, वे ये ह। इनका पालन उस देश मकरो िजसम रहने के िलए तुम पर्वेश कर रहे हो।२ तुम और तु हारे वंशज को जब तक जीिवतरहो, यहोवा अपने परमे वर का स मान करनाचािहए। तु ह उन सभी िनयम और आदेश कापालन करना चािहए िज ह म तु ह दे रहा हूँ। यिदतुम ऐसा करोगे तो उस नये देश म ल बी उमर्पाओगे। ३ इसर्ाएल के लोग , इसे यान से सुनोऔर इन िनयम का पालन करो। तब सब कुछतु हारे साथ अ छा होगा और तुम एक महानरा ट्र बनोगे। यहोवा, तु हारे पवूज के परमे वरने, इन सबके िलए वचन िदया है िक तुम बहुत सीअ छी व तुओं से यु त धरती को, जहाँ दधू औरशहद बहता है, पर्ा त करोगे।

    ४ “इसर्ाएल के लोग , यान से सुनो यहोवाहमारा परमे वर है, यहोवा एक है ५ और तु हयहोवा, अपने परमे वर से अपने स पणू दय,

  • यव था िववरण ६:६ 10 यव था िववरण ७:४

    आ मा और शि त से परे्म करना चािहए। ६ इनआदेश को सदा याद रखो िज ह म आज तु हदे रहा हूँ। ७ इनकी िश ा अपने ब च को देनेके िलए सावधान रहो। इन आदेश के बारे मतुम अपने घर म बैठे और सड़क पर घमूते बातकरो। जब तुम लेटो और जब जागो तब इनकेबारे म बात करो। ८ इन आदेश को िलखो और मेरेउपदेश को याद रखने म सहायता के िलए अपनेहाथ पर इसे बांधो तथा पर्तीक प मे अपनेललाट पर धारण करो। ९ अपने घर के दरवाज ,ख भ और फाटक पर इसे िलखो।

    १० “यहोवा तु हारा परमे वर तु ह उस देश मले जाएगा िजसके िलए उसने तु हारे पवूज —इबर्ाहीम, इसहाक और याकूब को देने का वचनिदया था। तब वह तु ह बड़े और स प न नगरदेगा िज ह तुमने नहीं बनाया। ११ यहोवा तु हअ छी चीज से भरे घर देगा िज ह तुमने वहाँनहीं रखा। यहोवा तु ह कुएँ देगा िज ह तुमने नहींखोदा है। यहोवा तु ह अंगरू और जैतनू के बागदेगा िज ह तुमने नहीं लगाया। तु हारे खाने केिलए भरपरू होगा।

    १२ “िक तु सावधान रहो। यहोवा को मत भलूोजो तु ह िमसर् से लाया, जहाँ तुम दास थे।१३ यहोवा अपने परमे वर का स मान करो औरकेवल उसी की सेवा करो। वचन देने के िलएतुम केवल उसी के नाम का उपयोग करोगे।१४ तु ह अ य देवताओं का अनुसरण नहीं करनाचािहए। तु ह अपने चार ओर रहने वाले लोगके देवताओं का अनुसरण नहीं करना चािहए।१५ यहोवा तु हारा परमे वर सदा तु हारे साथ हैऔर यिद तुम दसूरे देवताओं का अनुसरण करोगेतो वह तुम पर बहुत क्रोिधत होगा वह धरतीसे तु हारा सफाया कर देगा। यहोवा अपने लोग

    ारा अ य देवताओं की पजूा से घृणा करता है।१६ “तु ह यहोवा अपने परमे वर का परी ण

    उस पर्कार नहीं करना चािहए िजस पर्कार तुमनेम सा म िकया। १७ तु ह यहोवा अपने परमे वरके आदेश के पालन के िलए दृढ़ िन चय रखनाचािहए। तु ह उसके सभी उन उपदेश और िनयमका पालन करना चािहए िज ह उसने तुमको िदयाहै। १८ तु ह वे बात करनी चािहए जो ठीक औरअ छी अथात् यहोवा को पर्स न करने वालीह । तब तु हारे िलये हर एक बात ठीक होगीऔर तुम उस अ छे देश म जा सकते हो िजसके

    िलए यहोवा ने तु हारे पवूज को वचन िदया था१९ और तुम अपने सभी शत् ओं को बलपवूकबाहर िनकाल सकोगे, जैसा यहोवा ने कहा है।

    अपने ब च को परमे वर के कायों की िश ा दो२० “भिव य म, तु हारा पुतर् तुमसे यह पछू

    सकता है िक ‘यहोवा हमारे परमे वर ने हम जोउपदेश, िविध और िनयम िदये, उनका अथ याहै ’ २१ तब तुम अपने पुतर् से कहोगे, ‘हम िमसर्म िफरौन के दास थे, िक तु यहोवा हम बड़ी शि तसे िमसर् से बाहर लाया। २२ यहोवा ने हम महान,भयंकर िच ह और चम कार िदखाए। हम लोगने उनके ारा इन घटनाओं को िमसर् के लोग ,िफरौन और िफरौन के महल के लोग के साथहोते देखा २३ और यहोवा हम लोग को िमसर्से इसिलए लाया िक वह वो देश हम दे सकेिजसके िलए उसने हमारे पवूज को वचन िदयाथा। २४ यहोवा ने हम इन सभी उपदेश के पालनका आदेश िदया। इस पर्कार हम लोग यहोवा,अपने परमे वर का स मान करते ह। तब यहोवासदा हम लोग को जीिवत रखेगा और हम अ छाजीवन िबताएंगे जैसा इस समय है। २५ यिद हमइन सारे िनयम का पालन परमे वर के िनदश केआधार पर करते ह तो परमे वर हम अ छाईयसे भर देगा।’

    इसर्ाएल, परमे वर के िवशेष लोग

    ७ १ “यहोवा तु हारा परमे वर तु ह उस देश मले जायेगा िजसे अपना बनाने के िलए तुमउसम जा रहे हो। यहोवा तु हारे िलए बहुत सेरा ट्र को बलपवूक हटाएगा—िह ी, िगगाशी,एमोरी, कनानी, पिर जी, िह बी और यबसूी, साततुमसे बड़े और अिधक शि तशाली रा ट्र को।२ यहोवा, तु हारा परमे वर इन रा ट्र को तु हारेअधीन करेगा और तुम उ ह हराओगे। तु ह उ हपरूी तरह न ट कर देना चािहए। उनके साथ कोईसि ध न करो। उन पर दया न करो। ३ उन लोग मसे िकसी के साथ िववाह न करो, और उन रा ट्रके िकसी यि त के साथ अपने पुतर् और पुितर्यका िववाह न करो। ४ य य िक वे लोग तु हपरमे वर से दरू ले जायेग, इसिलये तु हारे ब चेदसूरे देवताओं की सेवा करगे और यहोवा तुम परबहुत क्रोिधत होगा। वह शीघर्ता से तु ह न टकर देगा।

  • यव था िववरण ७:५ 11 यव था िववरण ७:२४

    बनावटी देवताओं को न ट करने का आदेश५ “तु ह इन रा ट्र के साथ यह करना चािहएः

    तु ह उनकी वेिदयाँ न ट करनी चािहए और िवशेषप थर को टुकड़ म तोड़ डालना चािहए। उनकेअशेरा त भ को काट डालो और उनकी मिूतयोंको जला दो ६ य य िक तुम यहोवा के अपनेलोग हो। तुम यहोवा की िनज स पि हो। संसारके सभी लोग म से यहोवा तु हारे परमे वर नेतु ह िवशेष लोग, ऐसे लोग जो उसके अपने ह,चुना। ७ यहोवा तुमसे य परे्म करता है औरतु ह उसने य चुना इसिलए नहीं िक अ यलोग की तुलना म तु हारी सं या बहुत अिधकहै। तुम सभी लोग म सबसे कम थे। ८ िक तुयहोवा तुमको अपनी बड़ी शि त के ारा िमसर् केबाहर लाया। उसने तु ह दासता से मु त िकया।उसने िमसर् के समर्ाट िफरौन की अधीनता सेतु ह वत तर् िकया। य य िक यहोवा तुमसेपरे्म करता है और तु हारे पवूज को िदए गएवचन को परूा करना चाहता था।

    ९ “इसिलए याद रखो िक यहोवा तु हारापरमे वर ही एकमातर् परमे वर है, और वहीिव वसनीय है वह अपनी वाचा को परूा करताहै। वह उन सभी लोग से परे्म करता तथा उनपर दया करता है जो उससे परे्म करते और उसकेआदेश का पालन करते ह। वह हजार पीढ़ीयतक परे्म और दया करता रहता है। १० िक तुयहोवा उन लोग को द ड देता है जो उससे घृणाकरते ह। वह उनको न ट करेगा। वह उस यि तको द ड देने म देर नहीं करेगा जो उससे घृणाकरता है। ११ इसिलए तु ह उन आदेश , िविधयऔर िनयम के पालन म सावधान रहना चािहएिज ह म आज तु ह दे रहा हूँ।

    १२ “यिद तुम मेरे इन िनयम पर यान दोगेऔर उनके पालन म सावधान रहोगे तो यहोवातु हारा परमे वर तुमसे परे्म की वाचा का पालनकरेगा। उसने यह वचन तु हारे पवूज को िदयाथा। १३ वह तुमसे परे्म करेगा और तु ह आशीवाददेगा। तु हारे रा ट्र म लोग बराबर बढ़ते जाएंगे।वह तु ह ब चे होने का आशीवाद देगा। वह तु हारेखेत म अ छी फसल का आशीवाद देगा वह तु हअ न, नई दाखमधु और तेल देगा। वह तु हारीगाय को बछड़े और तु हारी भेड़ को मेमने पैदाकरने का आशीवाद देगा। तुम वे सभी आशीवादउस देश म पाओगे िजसे तु ह देने का वचन यहोवाने तु हारे पवूज को िदया था।

    १४ “तुम अ य लोग से अिधक आशीवादपाओगे। हर एक पित—प नी ब चे उ प नकरने यो य ह गे। तु हारे पशु बछड़े उ प नकरने यो य ह गे। १५ और यहोवा तुमसे सभीबीमािरय को दरू करेगा। यहोवा तुमको उनभयंकर बीमािरय से बचायेगा तथा उन भयंकरबीमािरय को उन सभी लोग को देगा जो तुमसेघृणा करते ह। १६ तु ह उन सभी लोग को न टकरना चािहए िज ह हराने म यहोवा तु हारापरमे वर सहायता करता है। उन पर दया न करो।उनके देवताओं की सेवा न करो य य िकयिद तुम उनके देवताओं की सेवा करोगे तो तु हद ड भुगतना होगा।

    यहोवा अपने लोग को सहायता का वचन देता है१७ “अपने मन म यह न सोचो, ‘ये रा ट्र

    हम ल�


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